भाग 8
मैं - कोमल कोमल तुम तो वहां थी ना ? कोमल को अपनी बाहों में पाया तो चौंकने से मेरी आंखे जो मानो अब सोने की और अग्रसर था सहसा ही खुल गई।
"कहां थी मैं? मैं तो जाधव जी के साथ डांस करने के बाद तो तुम्हारे साथ ही हूं! .....कोमल मेरी आंखों में देखते हुए बोली।"
पर मेरे पास तो जाधव सर की बीवी थी ना? *
"लगता है आपने कुछ ज्यादा ही पी ली है.... वहां देखिए जाधव सर की बीवी तो उन्ही के साथ डांस एंजॉय करने में व्यस्त हैं।*
"मैंने कोमल के बताए गए इशारों पर ध्यान दिया तो सच में उधर जाधव अपनी बीवी के साथ डांस कर रहा था और मंत्री जी कुछ लोगो के साथ बात कर रहा था!
"हेलो इंस्पेक्टर साहब! क्या मैं आपकी बीवी के साथ डांस कर सकता हुं?" ....मंत्री अचानक ही हमारे पास आकर मुझसे इजाजत लेने लग गया।
"मैंने अपनी बीवी को इशारा किया कि जाओ! ... अब इजाजत नहीं देता तो उस भव्य पार्टी में मेरी बेइजती जरूर हो जाती।"
पता नहीं क्यों उस शराब में कैसा जादू था! बार बार पीने को दिल कर रहा था! एक वेटर मेरे सामने आके खड़ा हो गया।
मैने उससे ड्रिंक ली और किसी तरह उसे थैंक्स बोला।
अभी मैने आधी गिलास खत्म ही की थी जाधव अपनी बीवी के साथ मेरे पास आ गया।
"अजय मैं थोड़ा वाशरूम से होकर आता हूं! तुम जरा मेरी बीवी के साथ डांस करो तब तक".....जाधव बोला।
अजय जी! तुम्हारी बीवी तो काफी बढ़िया डांस कर लेती हैं! वो देखो मंत्री जी के साथ कैसे डांस कर रही है?.... हां थोड़ी चिपकी हुई जरूर है! " जाधव की बीवी उस ओर इशारा करते हुए बोली जिधर मेरी बीवी और मंत्री बाहों में बाहें डाल डांस करने में बिजी थे।
देखते ही मुझे जलन सी होने लगी ! और मैने जाधव की बीवी के कमर पर अपनी हाथो को जोर से कस दिया।
अरे थोड़ा आराम से अजय! ....तुम थोड़ा शराब ट्राई करो।
दो से तीन गिलास मैने फिर से खड़े खड़े एक ही बार में गटक लिया।
पीते ही एक जोरदार सी कंपन मानो शरीर से दौड़ गई। अब शायद लगने लगा मैं किसी भी वक्त गिर सकता हूं!
आंखे बंद खुलने लग गई।
तभी किसी ने मुझे अपनी बाहों से जकड़ा और कहने लगा ...."अजय शायद तुमने ज्यादा ही पी ली है"!
ऊपर चलो गेस्ट रूम में मैं तुम्हे ले चलती हूं।
शायद ये जाधव की बीवी ही होंगी। मैने अनुमान लगाया।
ऊपर किसी तरह सीढ़ियों से चढ़ता हुआ मैं एक कमरे की ओर पहुंचा ही था की तभी सामने वाली कमरे की खिड़की जो की खुली हुई थी ,उधर देखते ही एक जोर का झटका लगा मुझे।
मेरी प्यारी बीवी कोमल को अपनी बाहों में कसे हुए मंत्री उसे चूमे जा रहा था। मेरी बीवी भी भरपूर सहयोग दे रही थी।
साड़ी और ब्लाऊज़ पहले से खुले हुए थे सिर्फ पेटीकोट और ब्रा में थी वो इस वक्त।
"का का कोमल! आंखों से आंसू गिरने ही वाली थी मानो अब!मेरी कोमल ! ..."
जाधव की बीवी मेरे आंखो के दिशा में अपनी नजर दौड़ाई और मुझसे बोली... किधर है कोमल?
वो तो नीचे नाचने वाली लड़की है और मंत्री जी उसके साथ लगे हुए हैं! तुम अपनी ही बीवी पर शक कर रहे हो। अब मंत्री जी इतने बड़े आदमी है तो उनके लिए ये सब आम बात है! *
मैने अपनी आंखों बंद कर किसी तरह फिर से एक बार खोलने की कोशिश की तो कोमल नजर नहीं आई! वो सच में नीचे नाचने वाली लड़की ही थी।
तभी जाधव की बीवी ने कमरा खोला और मुझे अंदर ले गई।
तुम यहीं रहो ! मैं तुम्हारे लिए नींबू का पानी लेके अति हूं!
बिस्तर पर लेते मैं अपनी हाथो को सिर पर रखे जोर से दबा रहा था। समझ नहीं आ रहा था कि आखिर ये हो क्या रहा था! क्यों मुझे कोमल दिखी मंत्री जी के बाहों में?
तभी दरवाजा खुलने की आवाज आई !
अजय जी आप ठीक तो है? जानू आप ठीक हो ना कुछ बोलो! मैं हूं कोमल?
मैने उसकी आवाजे सुनी तो ! जान में जान आ गई।
हां कोमल मैं ठीक हूं! बिना आंखे खोले ही मैं उस से बोला।
"शाबाश! मिसेज जाधव ! आपने अपना काम बखूबी किया। अब बस कोमल अपना काम कर ले अच्छे से!
फिर हम मालामाल हो जाएंगे।.....एक शैतानी हंसी हंसते हुए वो बोला।"
वो अपना काम अच्छे से करती है मंत्री जी! हमसे ज्यादा पैसों की भूख उसे ही है! आप बेफिक्र रहिए। ....जाधव हंसते हुए बोला।
कमरे में एक भयानक हंसी गूंज गई। जाधव ,उसकी बीवी ,मंत्री जी और साथ ही कुछ और खड़े आदमी भी ठहाके मारने लगे।
"जानू ! मेरी एक सहेली और उसके परिवार हमसे मिलने आ रहे हैं। मैने बताया था ना आपसे पिछले दिन! "
हां कोमल ! मेरी जुबान लड़खड़ा रही थी। आंखे बंद ही थी । बिस्तर पर मैं बिना होशो हवास के लेटे हुए था।
जानू वे लोग पिछले एक घंटे से ट्रैफिक में फंसे हुए है । तुम अपनी आदमियों से कहो ना की उन्हे जाने दे !
मुझे कई बार कॉल कर चुके हैं अब तक !.....
कोमल मुझसे बोले जा रही थी और मैं तो सिर्फ उसकी आवाजे सुन पा रहा था। नशा ऐसा चढ़ा था की लग रहा था अगले 1-2 हफ्ते तक उतरेगी नहीं।
उसने मेरा फोन अनलॉक किया और मुझसे नंबर पूछने लग गई।
मैने उसे किसी तरह नाम बताया।
उसने झट से कॉल लगाया ।
जानू लाइन में है वो ! फोन को मेरी ओर बढ़ाते हुए बोली वो।
hello! Good evening sir ! बोलिए? सामने से एक आवाज आई! शायद मेरे ट्रैफिक पुलिस अधीक्षक की होगी!
H H ...Hello! इतना ही बोल पाया था की मेरी आंखे पूरी तरीके से बंद हो गई। और शायद मैं घोर नींद में चला गया।
खेल चालू हो गया आखिर...भाग 8
मैं - कोमल कोमल तुम तो वहां थी ना ? कोमल को अपनी बाहों में पाया तो चौंकने से मेरी आंखे जो मानो अब सोने की और अग्रसर था सहसा ही खुल गई।
"कहां थी मैं? मैं तो जाधव जी के साथ डांस करने के बाद तो तुम्हारे साथ ही हूं! .....कोमल मेरी आंखों में देखते हुए बोली।"
पर मेरे पास तो जाधव सर की बीवी थी ना? *
"लगता है आपने कुछ ज्यादा ही पी ली है.... वहां देखिए जाधव सर की बीवी तो उन्ही के साथ डांस एंजॉय करने में व्यस्त हैं।*
"मैंने कोमल के बताए गए इशारों पर ध्यान दिया तो सच में उधर जाधव अपनी बीवी के साथ डांस कर रहा था और मंत्री जी कुछ लोगो के साथ बात कर रहा था!
"हेलो इंस्पेक्टर साहब! क्या मैं आपकी बीवी के साथ डांस कर सकता हुं?" ....मंत्री अचानक ही हमारे पास आकर मुझसे इजाजत लेने लग गया।
"मैंने अपनी बीवी को इशारा किया कि जाओ! ... अब इजाजत नहीं देता तो उस भव्य पार्टी में मेरी बेइजती जरूर हो जाती।"
पता नहीं क्यों उस शराब में कैसा जादू था! बार बार पीने को दिल कर रहा था! एक वेटर मेरे सामने आके खड़ा हो गया।
मैने उससे ड्रिंक ली और किसी तरह उसे थैंक्स बोला।
अभी मैने आधी गिलास खत्म ही की थी जाधव अपनी बीवी के साथ मेरे पास आ गया।
"अजय मैं थोड़ा वाशरूम से होकर आता हूं! तुम जरा मेरी बीवी के साथ डांस करो तब तक".....जाधव बोला।
अजय जी! तुम्हारी बीवी तो काफी बढ़िया डांस कर लेती हैं! वो देखो मंत्री जी के साथ कैसे डांस कर रही है?.... हां थोड़ी चिपकी हुई जरूर है! " जाधव की बीवी उस ओर इशारा करते हुए बोली जिधर मेरी बीवी और मंत्री बाहों में बाहें डाल डांस करने में बिजी थे।
देखते ही मुझे जलन सी होने लगी ! और मैने जाधव की बीवी के कमर पर अपनी हाथो को जोर से कस दिया।
अरे थोड़ा आराम से अजय! ....तुम थोड़ा शराब ट्राई करो।
दो से तीन गिलास मैने फिर से खड़े खड़े एक ही बार में गटक लिया।
पीते ही एक जोरदार सी कंपन मानो शरीर से दौड़ गई। अब शायद लगने लगा मैं किसी भी वक्त गिर सकता हूं!
आंखे बंद खुलने लग गई।
तभी किसी ने मुझे अपनी बाहों से जकड़ा और कहने लगा ...."अजय शायद तुमने ज्यादा ही पी ली है"!
ऊपर चलो गेस्ट रूम में मैं तुम्हे ले चलती हूं।
शायद ये जाधव की बीवी ही होंगी। मैने अनुमान लगाया।
ऊपर किसी तरह सीढ़ियों से चढ़ता हुआ मैं एक कमरे की ओर पहुंचा ही था की तभी सामने वाली कमरे की खिड़की जो की खुली हुई थी ,उधर देखते ही एक जोर का झटका लगा मुझे।
मेरी प्यारी बीवी कोमल को अपनी बाहों में कसे हुए मंत्री उसे चूमे जा रहा था। मेरी बीवी भी भरपूर सहयोग दे रही थी।
साड़ी और ब्लाऊज़ पहले से खुले हुए थे सिर्फ पेटीकोट और ब्रा में थी वो इस वक्त।
"का का कोमल! आंखों से आंसू गिरने ही वाली थी मानो अब!मेरी कोमल ! ..."
जाधव की बीवी मेरे आंखो के दिशा में अपनी नजर दौड़ाई और मुझसे बोली... किधर है कोमल?
वो तो नीचे नाचने वाली लड़की है और मंत्री जी उसके साथ लगे हुए हैं! तुम अपनी ही बीवी पर शक कर रहे हो। अब मंत्री जी इतने बड़े आदमी है तो उनके लिए ये सब आम बात है! *
मैने अपनी आंखों बंद कर किसी तरह फिर से एक बार खोलने की कोशिश की तो कोमल नजर नहीं आई! वो सच में नीचे नाचने वाली लड़की ही थी।
तभी जाधव की बीवी ने कमरा खोला और मुझे अंदर ले गई।
तुम यहीं रहो ! मैं तुम्हारे लिए नींबू का पानी लेके अति हूं!
बिस्तर पर लेते मैं अपनी हाथो को सिर पर रखे जोर से दबा रहा था। समझ नहीं आ रहा था कि आखिर ये हो क्या रहा था! क्यों मुझे कोमल दिखी मंत्री जी के बाहों में?
तभी दरवाजा खुलने की आवाज आई !
अजय जी आप ठीक तो है? जानू आप ठीक हो ना कुछ बोलो! मैं हूं कोमल?
मैने उसकी आवाजे सुनी तो ! जान में जान आ गई।
हां कोमल मैं ठीक हूं! बिना आंखे खोले ही मैं उस से बोला।
"शाबाश! मिसेज जाधव ! आपने अपना काम बखूबी किया। अब बस कोमल अपना काम कर ले अच्छे से!
फिर हम मालामाल हो जाएंगे।.....एक शैतानी हंसी हंसते हुए वो बोला।"
वो अपना काम अच्छे से करती है मंत्री जी! हमसे ज्यादा पैसों की भूख उसे ही है! आप बेफिक्र रहिए। ....जाधव हंसते हुए बोला।
कमरे में एक भयानक हंसी गूंज गई। जाधव ,उसकी बीवी ,मंत्री जी और साथ ही कुछ और खड़े आदमी भी ठहाके मारने लगे।
"जानू ! मेरी एक सहेली और उसके परिवार हमसे मिलने आ रहे हैं। मैने बताया था ना आपसे पिछले दिन! "
हां कोमल ! मेरी जुबान लड़खड़ा रही थी। आंखे बंद ही थी । बिस्तर पर मैं बिना होशो हवास के लेटे हुए था।
जानू वे लोग पिछले एक घंटे से ट्रैफिक में फंसे हुए है । तुम अपनी आदमियों से कहो ना की उन्हे जाने दे !
मुझे कई बार कॉल कर चुके हैं अब तक !.....
कोमल मुझसे बोले जा रही थी और मैं तो सिर्फ उसकी आवाजे सुन पा रहा था। नशा ऐसा चढ़ा था की लग रहा था अगले 1-2 हफ्ते तक उतरेगी नहीं।
उसने मेरा फोन अनलॉक किया और मुझसे नंबर पूछने लग गई।
मैने उसे किसी तरह नाम बताया।
उसने झट से कॉल लगाया ।
जानू लाइन में है वो ! फोन को मेरी ओर बढ़ाते हुए बोली वो।
hello! Good evening sir ! बोलिए? सामने से एक आवाज आई! शायद मेरे ट्रैफिक पुलिस अधीक्षक की होगी!
H H ...Hello! इतना ही बोल पाया था की मेरी आंखे पूरी तरीके से बंद हो गई। और शायद मैं घोर नींद में चला गया।
Thanks brotherBahut hi shandar update he TheEndgame Bhai,
Har update ke sath suspense badhta hi ja rha he.........
Komal aur mrs. jadhav, ye mantri na jane kya khichdi paka rahe he............Ajay ko to hosh h nahi aa raha
Gazab ka suspense create kar rahe ho Bhai
Aaj hi upload kar dunga .....kuch deri me
Thanks brother, let's see what will happen now... just stay updatedGoing really really good. Let's see how the plot unfolds...