इनकी सुहागरात ओर हनीमून के बाद चलते हैं वापस अपनी महिमा के पास बाकी की कहानी उसी की जुबानी
मैं अपनी ब्यान से बदला लेने का सोच ही रही थीकी उनदिनों मुझे अपने बड़े बेटे के लिए लड़की देखनी थी तो हम लड़की देख आये।।
दीया जिसे महिमा देख के आयी ।।
आपको बताते है दीया के बारे में वापस महिमा को आराम देते है।
दीया बहुत सुंदर थी फिगर भी बढ़िया था। वो होस्टल में रहती थी वहाँ से ही अपनी कॉलज पूरी कर रही थी।
वो अभी वर्जिन थी बस आगे से।।। पीछे तो दो चार के लिए थे।दो तीन बॉयफ्रेंड तो अभी भी थे उंसके।। उसे पता था कि उसके गांव में ऐसे रीतिरिवाज है कि अगर सुहागरात को खून नही निकला तो लड़की की शादी टूट जाती है और बेज्जती होती है वो अलग । इसलिए उसने अपनी आगे वाली को बहुत संभाल कर रखा था। उसे लड़के वाले देखने आए इसलिए वो गांव आयी थी।वो तो थी एकलौती ,एक भैया भाभी मम्मी पापा यही सब थे।उसकी भाभी थी प्रिया भरे पूरे बदन की थी शादी को 5 साल हो चुके थे एक साढ़े तीन साल का बच्चा भी था आशु।दीया अपनी भाभी से काफी खुली हुई थी सब शेयर करती थी। उसकी भाभी भी कभी कभी उसकी रगड़ के लेती थी कभी कभी तो दोनों साथ साथ नहाती थी। दोनो एक दूसरे के राज जानती थी। लड़के वालों के जाने के बाद प्रिया भाभी दीया से बोली क्यों केन्का लाग्या पावणा।।
ठीक है भाभी। बाकी तो आप सब देखलो।भाभी आप ध्यान रखना ना मै उससे मिलके आती हु। दिया का यहाँ भी एक बॉयफ्रेंड था भानु ।।घर के पास ही एक छत छोड़कर उसकी भाभी को भी पता था।। वो बोली ठीक है जल्दी आ जाना और तेल लगाके जाना ओरआराम आराम से लेना।क्या भाभी आप भी।।।।।दीया अपनी छत से उसकी छत पे पहुची ऊपर ही उसका रूम था रूम खुला ही था और दोनो एक दूसरे को किस करने लगे इतने दिनों बाद आई है मेरी रानी वो उसे पीछे करके दोनो हाथों से उंसके बोबे दबाने लगा।
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अऊच धीमे कर ना।अब उसने दीया का कुर्ता उतारा और उसे बेड पे ले गया।दीया भी उंसके लण्ड को टटोलने लगी। पेंट के ऊपर ही दिया ने उसके लण्ड को पकड़ लिया।
भानु ने एक हाथ से दीया का सलवार का नाडा खोल दिया। सलवार अब नीचे था। दीया केवल ब्रा पैंटी में थी उसकी ब्रा बड़ी मुश्किल से उंसके बोबो को संभाले थी ।।भानु ने अपनी पेंट खोली दीया ने उसका अंडरविअर भी खोल दिया और भानु का लण्ड बाहर आ गया। यह वही लन्ड़ था जिसने दीया की गांड का छेद खोला था । दीया ने उसे हाथ मे लिया और नीचे बैठ के चूसने लगी।
भानु ने उसकी ब्रा खोल दी और उसके मोटे मोटे बोबे बाहर आ गए।दीया अब उसके आन्डो को मुंह मे ले के चूस रही थी भानु अब पूरा गर्म हो चुका था। उसने दीया को उठाया उसकी पैंटी खोली ओर बेड पे लेटा दिया और बोला आज भी पीछे से। दीया बोली तू तो जनता है फिर भी पूछ रहा हैं। उसने दीया की गांड के नीचे दो तकिये लगाए और थोड़ा तेल दीया की गांड के छेद पर थोड़ा अपने लन्ड पर औऱ एक झटके में आधा लन्ड दीया कि गांड में पेल दिया।
आ … आ … आ … ह … आह …!!!”आह भानू के बच्चे फाडेगा क्या मेरी आराम से तो कर।ओर धीरे धीरे पूरा लण्ड दीया की गांड में । अब भानु अंदर बाहर कर दीया की गांड मारने लग गया । भानु की स्पीड भी बढ़ने लगी । थोड़ी देर में दीया का दर्द जाता रहा और मजे आने लगेआह … ह … ह …!!”आह … उफ़ … हा … उई … ई … ई … हक़्क़ … सी … इ … इ … ई … ई … आह … उफ़ … हाय … जोर से करो जानू… यस … यस … ओ गॉड! सी..इ … इ … इ … ई … ई … ई!“आह भानु आह बेबी … पूरा अन्दर तक जा रहा है … आह मेरी जान पेलो … आह मेरी खुजली मिटा दो … आह तेरा वाला बड़ा मजा दे रहा है … आह!” दीया एक हाथ से अपनी चूत के दाने को भी मसल रही थी और सिसकारियां ले रही थी।
और भानु पूरे जोश में दीया को पेल रहा था ।10 मिनट की धकमपेल के बाद भानु ने दीया को घोड़ी बनाया फिर उसकी गांड में अपना लन्ड़ डाल दिया और ज़ोर ज़ोर से अंदर बाहर करने लगा।।
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आह भानु मेरी जान फाड़ दे आज इसे ओर जोर से डाल इसमें। भानु भी उसकी गांड पे चपेट लगाते हुए जोर जोर से पेल रहा था।
ले मेरी जान इतने दिनों बाद आई है आज तो पूरी कसर निकालूंगा। पूरा रुम पट पट पट पट फचक फचक की आवाजों से गूंज रहा था दोनो पसीने पसीने हो रहे थे।भानु और जोर से लण्ड अंदर बाहर कर रहा था। उसका लन्ड सटासट सटासट अंदर जा रहा था। और दीया की गांड गपागप लण्ड खा रही थी।दीया को बहुत मज़ा आ रहा था और वो मस्ती के मारे ‘आह्हह … उह्ह … म्ह्ह्ह … अह्ह … ओह्ह्ह … उईई जान और जोर से अपनी दिया को ।आह मेरी जान पेलो …पेलो मेरे राजा।।।।।कर रही थी।भानु के झटके अब ओर ज्यादा तूफानी हो रहे थे।आहआह…आई… ओह… मर गई… हा… उफ़… उम्म्ह… अहह… हय… याह… हाय… सी… ई…ई’ भानु मेरा हो रहा है आह मां कमीने निकाल दिया मेरा।। ओर इसी के साथ दीया की चूत ने अपना सारा रस निकाल दिया। भानु भी दो चार तगड़े झटके देकर दीया की गांड में अपना सारा पानी छोड़ दिया।
दोनो कुछ देर यू ही पड़े रहे फिर भानु बोला अब तो तेरी सील खुलने की तैयारी हो गयी।। आज कौन देखना आया तुझे।हा आज कोई आये थे कमीने तू अलग बिरादरी का नही होता तो तुझसे ही अपनी सील तुड़वाती मैं।।चल अब मैं चलती हु बहुत देर हो गयी बहुत थका दिया तूने तो जल्दी आऊंगी फिर।दीया वापस घर आ गयी उसकी भाभी बोली क्यों घोट आयी क्या।। क्या भाभी आपको तो पता है ना।खूब रगड़ाई हुई दिके अभी तक पसीने निकल रहे है। ठीक है आराम करले रात को साथ सोऊंगी फिर तेरी रेल बनाउंगी।। रात को दोनो साथ सो रही थी बातों बातों में प्रिया भाभी का हाथ दिया के बूब्स पर चलने लगा। आह भाभी आपकी नियत सही नही लग रही भैया को छोड़ कर मुझपे चढ़ने की तैयारी कर रही हैं आप।। हा मेरी बन्नो बहुत दिन हो गये तेरी रगड़ाई करे हुए।अब तो प्रिया भाभी का हाथ सीधे दीया की चुत को कस के पकड़ा हुआ था ।
और एक हाथ से उंसके एक बोबे को जोर जोर से मसल रहीं थी कितने मोटे करवा लिए मेरी बन्नो ने कितनो से मसलवाये है अब दोनों हाथों से दीया कि गांड पकड़ के बोली ले ले के खूब मोटी कर ली गांड अब प्रिया भाभी ने दीया को पूरी नँगी कर दिया और खुद भी पूरी नँगी हो गयी दोनो एक दूसरे के होंठो को चूस रही थी।
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अपनी चूते एक दूसरे से रगड़ रही थी ।
आह भाभी तुम कितनी गर्म हो।। तुम भी कोई कम माल नही हो मेरी बन्नो।। चलो अब अपनी भाभी को अपनी जीभ का कमाल तो दिखाने दो ।ओर प्रिया भाभी नीचे आ गयी भाभी ने अपना मुंह आगे कर के, दीया की चूत को चूमा..दीया तो जैसे, उसकी चूत चूमने से ही हवा मे उछल पड़ी..अपने होठों को दाँत से दबा कर, वो मज़ा ले रही थी..आह भाभी उफ़… उम्म्ह… अहह… हय… याह… हाय… उसकी भाभी लगातार, उसकी चूत को चूमते जा रही थी..अपनी जीभ बाहर निकाल कर, वो दीया की चूत के होठों पर फिरा रही थी, ऊपर से शुरू करके, नीचे की ओर, उसकी चूत के दरवाजे की ओर उसकी जीभ बढ़ रही थी..दीया के पैर फैले होने की वजह से, उसकी चूत के होंठ खुले हुए थे..अब प्रिया भाभी ने दीया की गाण्ड पकड़ कर, पीछे दबा कर दीया की चूत को ओर भी चौड़ा कर दिया था..प्रिया भाभी ने अपना मुंह खोला और दीया की चूत को अपने मुंह मे ले लिया..दीया के चूत के होंठ, भाभी के मुंह के होंठों के बीच थे और भाभी की जीभ दीया की चूत मे घूम रही थी..आह … ह … ह! ई ई … ई! … बस बस..उफ़..फ़..फ़!
अब वो नीचे से ऊपर की ओर अपनी जीभ फिरा रही थी..
दीया की चूत के दरवाजे से दीया की चूत के दाने तक, दीया की चूत चाटी जा रही थी और जल्दी ही, भाभी ने अपनी जीभ दीया की चूत के अंदर डाल दी..दीया तो जैसे उछल ही पड़ी..
उसके मुंह से जोरदार सिसकारी निकली – आआआः माँ याह याः मेरी भाभी क्या कर रही हो . !!..
थोड़ी देर दीया की चूत को अपनी जीभ से चोदने के बाद,
दिया की चूत से रस की नदी बह रही थी और दिया तो बहुत चूदासी हो गयी ।।वो अपनी गाण्ड हिलाने लगी, अपने पैर हिलाने लगी और अपने मुंह से सिसकारियां निकालने लगी..
भाभी अब उसके चूत के दाने को चूस रही थी..दीया जल्दी ही झड़ने वाली थी..वो भाभी के मुंह पर अपनी चूत दबाने लगी..
अचानक ही, दीया झड़ गई प्रिया भाभी अभी भी, उसकी चूत के दाने को अपने होठों मे पकड़ कर चूसे जा रही थी..
दिया जोर से चिल्लाई – ओह.. !!.. आ अहह.. !!.. रूको.. !!.. भाभी बस करो.. !!.. मेरा हो गया है.. !!.. बस करो मेरी भाभीजान.. !! ओह मेरी बन्नो हो गयी खाली निकल गया मेरी ननंद रानी का।।। हाँ मेरी प्यारी भाभी।।। ठीक है तेरा तो निकल गया पर मेरा तो तेरे भाई से ही निकलवाउंगी तेरे भाई से मेहनत करवाउंगी। तू सो जा। अब जा रही हु मै।दीया बोली भाभी कहा लोगी। जंहा तेरे भैया डालेंगे वही। फिर हँसती हुई चली गयी।।।।।
दीया भी अगले दिन होस्टल आ गयी।।कॉलेज में लेक्चर के टाइम वो ओर उसका बॉयफ्रेंड पीछे की सीट पे बैठे है। दीया उसकी पेंट में हाथ डाल कर उसका लण्ड मसल रही थी।
उसका बॉयफ्रेंड यश बस दीया के अपने मजे के लिए था। उसका मन होता था तभी उंसके साथ करती थी बाकी नही।यश बोला जानू बहुत ईच्छा हो रही है मुँह में ले के तो निकाल दो।फिर लेक्चर के बाद दोनो वाशरूम गए वहा दीया ने यश के लण्ड को मुँह में लेके उसे चूस चूस कर उसे झड़ा दिया।
आज दीया की एक फ्रेंड का बर्थडे था जो होस्टल में ही रहती थी। वो चार पांच फ्रेंड मिलकर उसका बर्थडे मना रही थी । जीया उसकी सहेली थी जिसका बर्थडे था। सब मिलके आज जिया की लेने वाली थी। सबने मिलके केक कटवाया ।दीया बोली केक तो आज जिया का कटेगा एक बोली जिया तो दिन में कटवा कर आई होगी।सबने मिल कर उसे केक कटवाया ओर उंसके यह वहा लगाने लगी दीया ने उसे पकड़ कर उसकी पैंटी के अंदर तक केक डाल दिया। ऐसे ही मस्ती चलती रही फिर जिया वाशरूम में साफ होके आयी। अब बेड पर तीन चार लडकियो के बीच जिया अकेली ओर दीया उनकी लीडर।अब जिया के कपड़े खुलने लगे। दीया ने उसकी बच रही पैंटी भी हटा के उसे नँगा कर दिया।ओर बोली मेरी जान पहले तो ये बता दिन को कहा गयी थी। आज किसका लिया मेरी जान ने। जिया बोली हाँ आज बॉयफ्रेंड के साथ गयी थी कमीने ने दिन भर ली मेरी ।दीया बोली ओहो मैडम जी चुद के आयी है। कोई कसर बाकी होगी तो वो हम पूरी देंगे और दीया उसके बूब्स दबाने लगी उसकी एक सहेली नीचे जिया की चुत सहलाने लगी।क्या करने वाली हो आज तुम जिया बोली।।।। दीया ने कहा मैडम जी आज आपकी गांड ओर चूत दोनो मारने वाले है।और सब हँसने लगी। थोड़ी देर बाद उसकी दो फ्रेंड जिया के दोनों बूब्स को अलग अलग चूस रही थी और दिया नीचे दो उँगली जिया की चूत में अंदर बाहर अंदर बाहर कर रही थी औऱ उसकी चुत चूस रही थी
और जिया सिसक रही थी। आह दीया मान फाडेगी क्या मेरी।।औऱ थोड़ी देर में जिया ढेर हो गयी। दोनो तीनो रातभर जिया की लेती रही ।।
तो ऐसी है महिमा की होने वाली बहु दीया।
मैं अपनी ब्यान से बदला लेने का सोच ही रही थीकी उनदिनों मुझे अपने बड़े बेटे के लिए लड़की देखनी थी तो हम लड़की देख आये।।
दीया जिसे महिमा देख के आयी ।।
आपको बताते है दीया के बारे में वापस महिमा को आराम देते है।
दीया बहुत सुंदर थी फिगर भी बढ़िया था। वो होस्टल में रहती थी वहाँ से ही अपनी कॉलज पूरी कर रही थी।
वो अभी वर्जिन थी बस आगे से।।। पीछे तो दो चार के लिए थे।दो तीन बॉयफ्रेंड तो अभी भी थे उंसके।। उसे पता था कि उसके गांव में ऐसे रीतिरिवाज है कि अगर सुहागरात को खून नही निकला तो लड़की की शादी टूट जाती है और बेज्जती होती है वो अलग । इसलिए उसने अपनी आगे वाली को बहुत संभाल कर रखा था। उसे लड़के वाले देखने आए इसलिए वो गांव आयी थी।वो तो थी एकलौती ,एक भैया भाभी मम्मी पापा यही सब थे।उसकी भाभी थी प्रिया भरे पूरे बदन की थी शादी को 5 साल हो चुके थे एक साढ़े तीन साल का बच्चा भी था आशु।दीया अपनी भाभी से काफी खुली हुई थी सब शेयर करती थी। उसकी भाभी भी कभी कभी उसकी रगड़ के लेती थी कभी कभी तो दोनों साथ साथ नहाती थी। दोनो एक दूसरे के राज जानती थी। लड़के वालों के जाने के बाद प्रिया भाभी दीया से बोली क्यों केन्का लाग्या पावणा।।
ठीक है भाभी। बाकी तो आप सब देखलो।भाभी आप ध्यान रखना ना मै उससे मिलके आती हु। दिया का यहाँ भी एक बॉयफ्रेंड था भानु ।।घर के पास ही एक छत छोड़कर उसकी भाभी को भी पता था।। वो बोली ठीक है जल्दी आ जाना और तेल लगाके जाना ओरआराम आराम से लेना।क्या भाभी आप भी।।।।।दीया अपनी छत से उसकी छत पे पहुची ऊपर ही उसका रूम था रूम खुला ही था और दोनो एक दूसरे को किस करने लगे इतने दिनों बाद आई है मेरी रानी वो उसे पीछे करके दोनो हाथों से उंसके बोबे दबाने लगा।
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अऊच धीमे कर ना।अब उसने दीया का कुर्ता उतारा और उसे बेड पे ले गया।दीया भी उंसके लण्ड को टटोलने लगी। पेंट के ऊपर ही दिया ने उसके लण्ड को पकड़ लिया।
भानु ने एक हाथ से दीया का सलवार का नाडा खोल दिया। सलवार अब नीचे था। दीया केवल ब्रा पैंटी में थी उसकी ब्रा बड़ी मुश्किल से उंसके बोबो को संभाले थी ।।भानु ने अपनी पेंट खोली दीया ने उसका अंडरविअर भी खोल दिया और भानु का लण्ड बाहर आ गया। यह वही लन्ड़ था जिसने दीया की गांड का छेद खोला था । दीया ने उसे हाथ मे लिया और नीचे बैठ के चूसने लगी।
भानु ने उसकी ब्रा खोल दी और उसके मोटे मोटे बोबे बाहर आ गए।दीया अब उसके आन्डो को मुंह मे ले के चूस रही थी भानु अब पूरा गर्म हो चुका था। उसने दीया को उठाया उसकी पैंटी खोली ओर बेड पे लेटा दिया और बोला आज भी पीछे से। दीया बोली तू तो जनता है फिर भी पूछ रहा हैं। उसने दीया की गांड के नीचे दो तकिये लगाए और थोड़ा तेल दीया की गांड के छेद पर थोड़ा अपने लन्ड पर औऱ एक झटके में आधा लन्ड दीया कि गांड में पेल दिया।
आ … आ … आ … ह … आह …!!!”आह भानू के बच्चे फाडेगा क्या मेरी आराम से तो कर।ओर धीरे धीरे पूरा लण्ड दीया की गांड में । अब भानु अंदर बाहर कर दीया की गांड मारने लग गया । भानु की स्पीड भी बढ़ने लगी । थोड़ी देर में दीया का दर्द जाता रहा और मजे आने लगेआह … ह … ह …!!”आह … उफ़ … हा … उई … ई … ई … हक़्क़ … सी … इ … इ … ई … ई … आह … उफ़ … हाय … जोर से करो जानू… यस … यस … ओ गॉड! सी..इ … इ … इ … ई … ई … ई!“आह भानु आह बेबी … पूरा अन्दर तक जा रहा है … आह मेरी जान पेलो … आह मेरी खुजली मिटा दो … आह तेरा वाला बड़ा मजा दे रहा है … आह!” दीया एक हाथ से अपनी चूत के दाने को भी मसल रही थी और सिसकारियां ले रही थी।
और भानु पूरे जोश में दीया को पेल रहा था ।10 मिनट की धकमपेल के बाद भानु ने दीया को घोड़ी बनाया फिर उसकी गांड में अपना लन्ड़ डाल दिया और ज़ोर ज़ोर से अंदर बाहर करने लगा।।
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आह भानु मेरी जान फाड़ दे आज इसे ओर जोर से डाल इसमें। भानु भी उसकी गांड पे चपेट लगाते हुए जोर जोर से पेल रहा था।
ले मेरी जान इतने दिनों बाद आई है आज तो पूरी कसर निकालूंगा। पूरा रुम पट पट पट पट फचक फचक की आवाजों से गूंज रहा था दोनो पसीने पसीने हो रहे थे।भानु और जोर से लण्ड अंदर बाहर कर रहा था। उसका लन्ड सटासट सटासट अंदर जा रहा था। और दीया की गांड गपागप लण्ड खा रही थी।दीया को बहुत मज़ा आ रहा था और वो मस्ती के मारे ‘आह्हह … उह्ह … म्ह्ह्ह … अह्ह … ओह्ह्ह … उईई जान और जोर से अपनी दिया को ।आह मेरी जान पेलो …पेलो मेरे राजा।।।।।कर रही थी।भानु के झटके अब ओर ज्यादा तूफानी हो रहे थे।आहआह…आई… ओह… मर गई… हा… उफ़… उम्म्ह… अहह… हय… याह… हाय… सी… ई…ई’ भानु मेरा हो रहा है आह मां कमीने निकाल दिया मेरा।। ओर इसी के साथ दीया की चूत ने अपना सारा रस निकाल दिया। भानु भी दो चार तगड़े झटके देकर दीया की गांड में अपना सारा पानी छोड़ दिया।
दोनो कुछ देर यू ही पड़े रहे फिर भानु बोला अब तो तेरी सील खुलने की तैयारी हो गयी।। आज कौन देखना आया तुझे।हा आज कोई आये थे कमीने तू अलग बिरादरी का नही होता तो तुझसे ही अपनी सील तुड़वाती मैं।।चल अब मैं चलती हु बहुत देर हो गयी बहुत थका दिया तूने तो जल्दी आऊंगी फिर।दीया वापस घर आ गयी उसकी भाभी बोली क्यों घोट आयी क्या।। क्या भाभी आपको तो पता है ना।खूब रगड़ाई हुई दिके अभी तक पसीने निकल रहे है। ठीक है आराम करले रात को साथ सोऊंगी फिर तेरी रेल बनाउंगी।। रात को दोनो साथ सो रही थी बातों बातों में प्रिया भाभी का हाथ दिया के बूब्स पर चलने लगा। आह भाभी आपकी नियत सही नही लग रही भैया को छोड़ कर मुझपे चढ़ने की तैयारी कर रही हैं आप।। हा मेरी बन्नो बहुत दिन हो गये तेरी रगड़ाई करे हुए।अब तो प्रिया भाभी का हाथ सीधे दीया की चुत को कस के पकड़ा हुआ था ।
और एक हाथ से उंसके एक बोबे को जोर जोर से मसल रहीं थी कितने मोटे करवा लिए मेरी बन्नो ने कितनो से मसलवाये है अब दोनों हाथों से दीया कि गांड पकड़ के बोली ले ले के खूब मोटी कर ली गांड अब प्रिया भाभी ने दीया को पूरी नँगी कर दिया और खुद भी पूरी नँगी हो गयी दोनो एक दूसरे के होंठो को चूस रही थी।
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अपनी चूते एक दूसरे से रगड़ रही थी ।
आह भाभी तुम कितनी गर्म हो।। तुम भी कोई कम माल नही हो मेरी बन्नो।। चलो अब अपनी भाभी को अपनी जीभ का कमाल तो दिखाने दो ।ओर प्रिया भाभी नीचे आ गयी भाभी ने अपना मुंह आगे कर के, दीया की चूत को चूमा..दीया तो जैसे, उसकी चूत चूमने से ही हवा मे उछल पड़ी..अपने होठों को दाँत से दबा कर, वो मज़ा ले रही थी..आह भाभी उफ़… उम्म्ह… अहह… हय… याह… हाय… उसकी भाभी लगातार, उसकी चूत को चूमते जा रही थी..अपनी जीभ बाहर निकाल कर, वो दीया की चूत के होठों पर फिरा रही थी, ऊपर से शुरू करके, नीचे की ओर, उसकी चूत के दरवाजे की ओर उसकी जीभ बढ़ रही थी..दीया के पैर फैले होने की वजह से, उसकी चूत के होंठ खुले हुए थे..अब प्रिया भाभी ने दीया की गाण्ड पकड़ कर, पीछे दबा कर दीया की चूत को ओर भी चौड़ा कर दिया था..प्रिया भाभी ने अपना मुंह खोला और दीया की चूत को अपने मुंह मे ले लिया..दीया के चूत के होंठ, भाभी के मुंह के होंठों के बीच थे और भाभी की जीभ दीया की चूत मे घूम रही थी..आह … ह … ह! ई ई … ई! … बस बस..उफ़..फ़..फ़!
अब वो नीचे से ऊपर की ओर अपनी जीभ फिरा रही थी..
दीया की चूत के दरवाजे से दीया की चूत के दाने तक, दीया की चूत चाटी जा रही थी और जल्दी ही, भाभी ने अपनी जीभ दीया की चूत के अंदर डाल दी..दीया तो जैसे उछल ही पड़ी..
उसके मुंह से जोरदार सिसकारी निकली – आआआः माँ याह याः मेरी भाभी क्या कर रही हो . !!..
थोड़ी देर दीया की चूत को अपनी जीभ से चोदने के बाद,
दिया की चूत से रस की नदी बह रही थी और दिया तो बहुत चूदासी हो गयी ।।वो अपनी गाण्ड हिलाने लगी, अपने पैर हिलाने लगी और अपने मुंह से सिसकारियां निकालने लगी..
भाभी अब उसके चूत के दाने को चूस रही थी..दीया जल्दी ही झड़ने वाली थी..वो भाभी के मुंह पर अपनी चूत दबाने लगी..
अचानक ही, दीया झड़ गई प्रिया भाभी अभी भी, उसकी चूत के दाने को अपने होठों मे पकड़ कर चूसे जा रही थी..
दिया जोर से चिल्लाई – ओह.. !!.. आ अहह.. !!.. रूको.. !!.. भाभी बस करो.. !!.. मेरा हो गया है.. !!.. बस करो मेरी भाभीजान.. !! ओह मेरी बन्नो हो गयी खाली निकल गया मेरी ननंद रानी का।।। हाँ मेरी प्यारी भाभी।।। ठीक है तेरा तो निकल गया पर मेरा तो तेरे भाई से ही निकलवाउंगी तेरे भाई से मेहनत करवाउंगी। तू सो जा। अब जा रही हु मै।दीया बोली भाभी कहा लोगी। जंहा तेरे भैया डालेंगे वही। फिर हँसती हुई चली गयी।।।।।
दीया भी अगले दिन होस्टल आ गयी।।कॉलेज में लेक्चर के टाइम वो ओर उसका बॉयफ्रेंड पीछे की सीट पे बैठे है। दीया उसकी पेंट में हाथ डाल कर उसका लण्ड मसल रही थी।
उसका बॉयफ्रेंड यश बस दीया के अपने मजे के लिए था। उसका मन होता था तभी उंसके साथ करती थी बाकी नही।यश बोला जानू बहुत ईच्छा हो रही है मुँह में ले के तो निकाल दो।फिर लेक्चर के बाद दोनो वाशरूम गए वहा दीया ने यश के लण्ड को मुँह में लेके उसे चूस चूस कर उसे झड़ा दिया।
आज दीया की एक फ्रेंड का बर्थडे था जो होस्टल में ही रहती थी। वो चार पांच फ्रेंड मिलकर उसका बर्थडे मना रही थी । जीया उसकी सहेली थी जिसका बर्थडे था। सब मिलके आज जिया की लेने वाली थी। सबने मिलके केक कटवाया ।दीया बोली केक तो आज जिया का कटेगा एक बोली जिया तो दिन में कटवा कर आई होगी।सबने मिल कर उसे केक कटवाया ओर उंसके यह वहा लगाने लगी दीया ने उसे पकड़ कर उसकी पैंटी के अंदर तक केक डाल दिया। ऐसे ही मस्ती चलती रही फिर जिया वाशरूम में साफ होके आयी। अब बेड पर तीन चार लडकियो के बीच जिया अकेली ओर दीया उनकी लीडर।अब जिया के कपड़े खुलने लगे। दीया ने उसकी बच रही पैंटी भी हटा के उसे नँगा कर दिया।ओर बोली मेरी जान पहले तो ये बता दिन को कहा गयी थी। आज किसका लिया मेरी जान ने। जिया बोली हाँ आज बॉयफ्रेंड के साथ गयी थी कमीने ने दिन भर ली मेरी ।दीया बोली ओहो मैडम जी चुद के आयी है। कोई कसर बाकी होगी तो वो हम पूरी देंगे और दीया उसके बूब्स दबाने लगी उसकी एक सहेली नीचे जिया की चुत सहलाने लगी।क्या करने वाली हो आज तुम जिया बोली।।।। दीया ने कहा मैडम जी आज आपकी गांड ओर चूत दोनो मारने वाले है।और सब हँसने लगी। थोड़ी देर बाद उसकी दो फ्रेंड जिया के दोनों बूब्स को अलग अलग चूस रही थी और दिया नीचे दो उँगली जिया की चूत में अंदर बाहर अंदर बाहर कर रही थी औऱ उसकी चुत चूस रही थी
और जिया सिसक रही थी। आह दीया मान फाडेगी क्या मेरी।।औऱ थोड़ी देर में जिया ढेर हो गयी। दोनो तीनो रातभर जिया की लेती रही ।।
तो ऐसी है महिमा की होने वाली बहु दीया।