अब बस रंग का दस्तूर करना था। सब गोला बना कर मुझे घेरे खड़ी थी। ब्यानजी ने शुरुआत की और मेरे गालो पर लाल रंग मलने लगी धीरे धीरे सब चालू हो गयी सब ने मुझे जकड़ रखा था हिलना डुलना भी दूभर हो गया था।पीछे से किसी ने पूरा घाघरा हवा में उठा दिया और मेरी गांड पे रंग लगाने लगी मेरी चुत बोबे कुछ भी नही छोड़े सब रंग से पोत दिया
फिर दो तीन रंग की भरी बाल्टी मेरे ऊपर उंडेल दी । फिर ब्यान बोली ब्यानजी को तो काम हो ग्यो अब ब्याही के भी रंग लगा देवा। एक बोली खूंटा ने भी रगड़ देवा। एक बोली खूंटो या लुल्ली या तो देखबा सु पतो चाली फिर सब हंसी। अब मेरे पति को कोई बहाना बना कर अलग रूम में बुला लिया जहाँ केवल एक कुर्सी थी।मैं खिड़की से सब देख रही थी कि क्या हो रहा है।वो कुर्सी पे बैठे पीछे से ब्यानजी ने उनके गालो पर रंग मलना शुरू कर दिया ब्यानजी के साथ दो तीन औऱ रिलेटिव थी सब उन पर टूट पड़ी। एक बोली ब्याहीजी कि चड्डी फाड़नी ह आज। एक उनकी पैंट का बटन खोलने लगी ।बाकी उनकी शर्ट के अंदर ही हाथ डाल कर सीने पर रंग लगाने लगी।अब वो सम्भल गएउन्होंने ब्यान को आगे खिंचा और गोद में बैठा लिया पीछे से फिर कोई और उनके गालो पर रंग मलने लगी और ब्यान मौका देख कर गोद से हट गई अब पीछे से एक रंग की बाल्टी पूरी उन पर डाल दी वो पूरे तरबतर हो गए । अब वो भी जोश में आ गए। उन्होंने वापस प्रीति ब्यान को बाँहो में जकड़ लिया और दोनो हाथों से उनके बोबे मसलने लगे । इसी मस्ती मजाक में वो ब्यानजी को लेके जमीन पर पड़ गए।ऊपर ब्यानजी और नीचे वो ।।अब उन्हें भी रंग की पुड़िया मिल गयी वो भी ब्लाउज के ऊपर और उनके पेट पर रंग लगा रहे थे ।अब वापिस बाकी औरतो ने उनकी पेंट पर हमला कर दिया और बटन खोल दिया चैन भी खोल दी
पर अब वो सम्भल गए। उन्होंने प्रीति ब्यान के घाघरे में दोनो हाथ डाल दिये और उनकी चड्डी उतारने लगे अगले पल प्रीति ब्यान की चड्डी उनके हाथों में थी। ये देख कर एक दो वापस पीछे हटने लगी बोल रही थी यो ब्याही तो सबने नांगी कर देइ। अब ब्यान उनकी गिरफ्त से आजाद होकर कुर्सी के आसपास आ गयी वो भी आ गए। और उन्हें वापस कुर्सी पर बैठा दिया। उनकी पेंट बटन ओर चेन खुलने से नीचे उतर रही थी जिसे वे ऊपर कर रहे थे इतने में उन पर पीछे से वापस हमला हुआ। प्रीति ब्यान ने इसका फायदा उठाते हुए अपने दोनों हाथों में रंग लिया औऱ सीधे उनके चड्डी में हाथ डाल दिये औऱ खूब जोर जोर से उनके खूंटे पर रंग लगाने लगी।चल रही मस्ती से उनका खूंटा भी तन्ना गया था।वो सम्भले जब तक ब्यान ने अपना काम कर दिया था उन्होंने ब्यानजी को पकड़ कर अपनी गोदी में बैठा लिया। पीछे से उनका घाघरा ऊपर कर अपनी चड्डी में से हल्का सा लौड़ा बाहर निकाला औऱ ब्यान को उस पर बैठा दिया। ब्यान को उनकी चुत पर लौड़े का अहसास हुआ। ब्यान ने पीछे देखा दोनो की नजर मिली ब्यान झेप गयी।उन्होंने ब्यान को हल्का सा उठाया और अपना पूरा लौड़ा चड्डी से निकाल कर ब्यानजी को वापस अपने लौड़े पर बैठा दिया इस बार ब्यानजी की चूत की दरार पर पूरा लौड़ा रगड़ खा गया।
ब्यान किसी तरह बच कर उठ गई उन्होंने ने अपना लौड़ा अंदर किया और ब्यान के पीछे लपके ब्यानजी को जमीन पर गिरा कर वो उनपर आगये उन्हें मिली रंग की पुड़िया से दोनो हाथों में रंग लेकर ब्यानजी के घाघरे में हाथ डाल दिये और उनकी चूत औऱ गांड पर रंग मलने लगे। उनकी चूत बिल्कुल सफाचट थी । ब्यानजी कि हालत देखने लायक थी क्योंकि
वो अब उन पर भारी पड़ रहे थे। इतने में दोनो तीनो रिलेटिव एक साथ उनकी चड्डी पर झूमी ओर अगले पल उनकी चड्डि तहस नहस थी ब्यानजी भी छुड़ा कर भाग गयीं सब हँसती खिलखिलाती हुई रूम के बाहर आ गयी। ब्यानों ने उनकी चड्डी तो फाड़ दी थी और सब जगह खूब रंग भी लगा दिया।और उनकी मस्ती मजाक समाप्त हो गयी उन्होंने फटी हुई चड्डी वही छोड़ी ओर पेंट के बटन चैन लगा कर रूम से बाहर आ गए। अब ब्यानों ने हमे विदाई थी और बोली ब्यानजी बीज तो डाल दिया थांके अब इको ध्यान राखजो।।। अब हम सब वापस घर आ गए नन्दोई जी को कुछ काम था वो वही से ही निकल गए।आने के बाद में बाथरूम में आगयी नहाने।। मेरे पति भी आ गए बोले साथ मे नहाते है हम दोनों पूरे नँगे हो गए। उनका लौड़ा खूब रंगा पूता हुआ था
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मैं समझ गयी सब ब्यान का कमाल ह। हम दोनों ने एक दूसरे का रंग उतारा ।।वो तो ब्यानजी के साथ हुई रगड़ाई से पहले ही गर्म थे नहाने के बाद सीधे बेड पे ले आए। और जोर जोर से पेलने लगे मैं बोलने लगी सोनम का पापा आज तो ज्यादा ही जोश में आ गया कई ब्यानजी की याद तो नी आ रिये। फिक्र मत करो जल्दी थांके नीचे लियाउ फिर इसान ही जोर जोर का धक्का दिजो।उनसे चुदने के बाद खाना खाके फ्री हुए फिर मेरी ननद और मैं बातें करने बैठ गए। मेरी ननंद बोली भौजाई कांई कांई करी ब्यान थारे साथ।मैं बोली ब्यान तो ब्याहिजी के नीचे लियायी।।ननद बोली भोजाई ब्याही जी को खाकर आयी दिके खूब बजाई दिके ब्याहीजी।। पूछो मत बाईजी कई बुरी गत बनी म्हारी हाल एक बयान सु बदलो तो लियो कोणी दूसरी भी बिका मर्द को डंडो घुसेड़ दी।कोई बात कोणी भोजाई ई बार दोनु सु बदलो लेवा।।अब देखते ह आगे क्या होता हैं मेरे साथ मै बदला ले पाती हूँ या मेरी ही बुरी गत बनती है।।