• If you are trying to reset your account password then don't forget to check spam folder in your mailbox. Also Mark it as "not spam" or you won't be able to click on the link.

Erotica चुदकड ब्यानजी

137
352
79
मैंने एक लुगड़ी में खुद को समेटा हुआ था।

Rajasthani-sex-images-Indian-bhabhi-hd-porn-FREE-Porn-46
पीछे ब्याही ने मेरी लुगड़ी खिंच ली और मैं पूरी नँगी हो गयी। औऱ ब्याहिजी ने पीछे से मेरे दोनो बूब्स पकड़ लिए। और मसलने लगे। उनके दोनों हाथों मेरे दोनो बोबे थे।ब्याहिजी बोल रहे थे। म्हारी ब्यान का मोटा मोटा खरबूजा जिसान का बोबा।ब्यानजी कुण कुण दबायो थांका।मैं शर्म के मारे पानी पानी हुई जा रही थी।ब्याहिजी और मसलते हुए बोले ब्यानजी ब्याही से कांई शर्माओ। लगे कोई ब्याही रगडियो नीं थाने। थांके भी तो एक और ब्याही हैं लगे कस कर नीं बजाई दिके थाने। कोई बात नी आज थांकी पूरी शर्म निकाल देउ मैं।।म्हाके तो ब्याना कि इसान रगड़ाई हुए की अगला दिन चल भी नीं पावे। म्हाके तो ब्याना ने तो ब्यानरांड बोले ओर राँडा की जेन ही जोरदार ठुकाई करनी पड़े।
फिक्र मत करो थांको भी वोही हाल करू।अब उनके दोनों हाथ मेरी गांड की दोनो फांको को कस के दबा रहे थे।वाह ब्यानजी कई तरबूज की जीसान ढूंगा(गांड) कर रखिया है खूब मरवाओ दिके।

tumblroniqbtgmtlrwaupfor-1528076375lp8c4
अब उनका एक हाथ मेरी रसभरी पर आगया ओर उसे रगड़ने लगे।मैं बोली आह ब्याही जी, मानो मत करो । कांई नीं करू ब्यान, आज तो पुरो रस निचोड़ देउ इको।आज तो इने ठोक ठोक लाल कर देउ।और ब्याहिजी ने दो उँगली मेरी रसभरी में डाल दी।

unnamed
औऱ मेरी सिसकी निकल गयी। उफ़… उम्म्ह… अहह… हय ब्याहिजी ।और ब्याहिजी उँगली से ही मुझे चोदने लग गए। और बोले ,म्हारी ब्यान अबार तो उँगली घुसेड़ी हु। अबार तो म्हारो मूसल घुसेदनो बाकी ह। ब्याहीजी एक हाथ से मेरे बोबे दबा रहे थे तो एक हाथ की उंगली से मेरी चूत चोद रहे थे। मेरी रसभरी गीली होने लगी।अब उन्होंने मुझे नीचे लेटा दिया और खुद ऊपर आ गए।ओर मुझे किस करने लगे मेरे होंठो को अपने होंठो में ले के चूसने लगे।और मेरे होंठो को काट भी रहे थे।

tenor
ब्याहिजी तो फुल जोश में थे । आज तो मेरी फटने वाली थी।ब्याहिजी का बड़ा सा काला भुसन्द लौड़ा ऊपर नीचे मेरी रसभरी पर रगड़ खा रहा था।

492-450
अपने दोनों हाथों से वो मेरे दोनो बोबे मसल रहे थे ।काफी देर तक मेरी ऐसी ही रगड़ाई चलती रही।तभी ब्यानजी वापस आयी औऱ बोली हाल तक ही नी घुसेडीयो कांई ब्यान रांड का बोस्या में। और मेरी ब्यान ने मेरे ब्याही का कड़क लौड़ा पकड़ा और मेरी रसभरी में घुसाने लगी और बोलीकोई बात कोणी में ही घुसेड़ देउ और ब्याही का सुपाड़ा ओर थोड़ा लौड़ा मेरी रसभरी में घुस गया।
GIF-210308-213457मेरी गीली चूत की पंखुड़ियाँ खुद ही खुल कर उसको निगलने लगी अब ब्याही नेधक्का लगाया और आधे से ज्यादा लौड़ा अंदर अगले ही पल दूसरे धक्के में ब्याहिजी ने पूरा लोहे जैसा सख्त लौड़ा मेरी रसभरी में पेल दिया उनका लौड़ा मेरी रसभरी में पूरा समा गया. जब ब्याहिजी का लौड़ा पूरा मेरी चूत में घुस गया तो ब्याहिजी के आंड मेरी गाँड़ के छेद को छूने लगे, और उनका लौड़ा मेरी गीली चूत के छेद में जितना अंदर जा सकता था उतना अंदर घुसा हुआ था।.मेरी चूत तो पूरी तरह से ठसाठस हो गयी थी ....सुई जाने भर की जगह नहीं थी उसमें।

18390949
मैं सिसकी।आह ब्याहिजी कांई कर दिया आह अरे ब्रारे ब्यानजी कई करवा दिया यो।।।ब्यान अभी भी वही खड़ी थी और ब्याहिजी के धक्के चालू हो गए बयान बोली और घुसेडो म्हारी ब्यान रांड के। पूरी फाड़ कर रख दीजो इकी।। बिना फाडे नी भेजा इने।
गाभिन कर दो इने ....ब्यानजी क पेट न ढोल कर दो ....चोदो और चोदो ब्यान ने...इने थांका बच्चा की माँ बना दो .....ओर
ये सुनकर तो ब्याहीजी चूत में कस कस के लंड पेलने लगे और दांत पीसते हुए बोले: ऐक़ा बोस्या ने तो चोद चोद कर सुजा देऊ आज ..कई दिन लंगड़ाकर चाली तो मने याद करी ...और लौड़ा की मलाई एका बोस्या में ऐन उदेलूँगा की एक नी जुड़वाँ बच्चा होएला।।
फिर ब्यान हँसने लगी और बोली ठीक म्हारी ब्यानजी चुदवाओ मैं तो जाऊ ओर ब्यानजी रूम से चली गयी औऱ रुम बाहर से बंद कर दिया। इधर ब्याहिजी के धक्के चालू थे।आह ब्याहिजी उफ।। ब्याहिजी का लौड़ा मेरी चूत की दीवारों से रगड़ खा खाकर अंदर बाहर हो रहा था।ब्याहिजी पूरे जोश में लण्ड पेल रहे थे।आह ब्याहिजी आराम से तो कर लो धीमे करो म्हारा ब्याहीजी।पर एक बार लौड़ा चूत में चला जाये तो मर्द कहा सुनते है।मैं तेज झटको से दर्द से कराह रही थी सिसक रही थी पर ब्याहिजी लगातार मेरी चूत में तेजी से धक्के मार रहे थे। उनका लौड़ा ‘ठप्प.. ठाप्प्प.. तडापप्प.. सड़ाप्प्प..’ की आवाजें निकालता हुआ मेरी चूत में अन्दर-बाहर आ-ज़ा रहा था। आह म्हारा ब्याहिजी आहआह … ह … ह …!!”आह…आई… ओह… मर जाउली… हा… उफ़… उम्म्ह… अहह… हय… याह … हाय… सी… ई…ई’ आह …म्हारा रामजी ह … ह!! सी … ई … ई … ई! … बस बस..उफ़..फ़..फ़!

Moaning-Chastity-Lynn-Fucked-Hard
ब्याहिजी का लौड़ा अंट शंट टेड़ा बांका मेरी चूत में जा रहा था जिससे मेरी चूत में भी चुदाई से दर्द होने लगा।ब्याहिजी भी मुझे चोदते हुए बोल रहे थे। म्हारी ब्यान को बोस्यो तो अबार भी टाइट है। मजो आग्यो ब्यान के बोस्या म म्हारो औजार डाल कर। मैं बोली बस म्हारा ब्याहिजी दर्द हो रिये अब मत करो।वो बोले हाल तो पूरी रात बाकी ह ब्यान अबार सु हार मान ली कांई।और वापस सटासट लौड़ा डाल कर पेलने लग गए।धीरे धीरे मेरा दर्द दूर होने लगा और मैं ब्याहिजी के लौड़े से चूदकर स्वर्ग की सैर करने लगी।
पूरे रूम में चुदाई का संगीत गूंज रहा था साथ में मेरी सिसकिया भी ।खप -खप , गप -गप ,सट -सट .फट -फट , भच -भच , फच -फच और आवाजें अब ब्याहिजी के काले भुसन्द लौड़े और मेरी पनियाई चूत में घर्सन से आ रही थी जिसे कोई बहार से ही सुनकर बता सकता था की अन्दर चुदाई चल रही हे च ...चत ..पुच ..पच ! मेरी चूत भी ब्याहिजी के काले भुसन्द लौड़े को और सहन नही कर पा रही थी और अपना रस निकलने को बेताब थी।और एक जोरदार सिसकी आह म्हारी माँ आह ब्याहिजी तो निकाल दियो म्हारो के साथ मेने पूरा रस निकाल दिया।
लेकिन ब्याहीजी अभी भी लगे हुए थे सटासट सटासट चुदाई कर रहे थे मेरी चूत की काफी गहराई तक चुदाई हो रही थी

255-160

बार बार हर बार ब्याहिजी के लंड का सुपाडा मेरी बच्चेदानी के मुह से टकरा रहा था और मैं दर्द से दोहरी हो रही थी !ब्याहिजी भी अब कस कस के चोदने लगे थे उनके धक्को की रफ़्तार तूफानी हो गई थी !

Katrina-fucks-hard-1
ब्याहिजी के धक्कों से मेरी चूत का रेशा रेशा हिल उठा !
ब्याहिजी ओर मैं दोनो पसीने पसीने हो गए थे ब्याहिजी अभी भी झटके पर झटके दिए जा रहे थे उनकी कमर किसी एक्सप्रेस ट्रेन की तरह चल रही थी !
वो अपने लंड को पूरी गहराई तक ठेल ठेल कर पेल रहे थे !

8e23942c8eb6134005a36fe39d5e3174
आधे घण्टे से ज्यादा हो गये थे ब्याहीजी को मेरी चूत में अपना लौड़ा डाले हुए। पर अभी भी उनका निकला नही था।लेकिन उनके धक्कों की स्पीड अब और भी बढ़ने लगी।
ब्याहिजी के लंड के सुपाडे से वीर्य की गरम और गाढ़ी धार समेरी चूत के अन्दर बच्चेदानी के मुह से किसी गोली की तरह टकराई !
और वो भी वीर्य की गरम गाढ़ी धार के बचेदानी से टकराने से वीर्य की गर्मी सहन नहीं कर सकी और मैं जोरों से चिल्ला पड़ी !" आह ..रे ...आस्स्स्स्स्स्स ...म्हारा ब्याहिजी.... उह्ह्ह ....ओह्ह रे ओह्ह रे ..म्हारी माँ हूऊऊऊ ..आह ..!
ओह … ओह … सी … इ … इ … ओ ब्याहिजी ओ… ह … हां … हा … मर गी … सी … इ … इ..इ … ई … ई … !!!”
“ब्याही.!..! … !..जी! सी … ई … ई … ई! … उफ़..फ़..फ़ … बस..! बस..! … हा … आह … ह … ह … ह..!!! … सी..सी..सी … !”
आह … ह … ह … ह..!!! … सी..सी..सी … ! सी … इ … इ … !!”

20713859
तभी लंड के छेद से एक एक करके वीर्य की बोछार होने लगी और बच्चेदानी का मुह पूरा गाढे और गरम वीर्य से भर गया ! मैं भी दूसरी बार पूरी तरह से झड कर निहाल हो चुकी थी !
 
137
352
79
ब्याहीजी ने तो खूब रगड़ रगड़ की ली मेरी, इतनी मलाई डाली मेरे की सही में ही, गाभींन हो जाऊं मैं।
मैं काफी थक गयी थी ब्याहिजीने मुझे बाहों में ले लिया औऱ बोले म्हारी ब्यानजी थांकी लाल हुई नी हुई।मैं बोली इतना जोर से करो तो लाल तो होई।हाल तो केवल सगाई हुई ह शादी भी नी हुई और थे तो जान ही ले ली म्हारी ।ब्याहिजी मेरी गांड पे हाथ फेरते हुए बोले जान नी हाल तो गांड लेउ थांकी ओर हँसने लगे। मैं भी शरमा गयी। ब्याहिजी बोले ब्यानजी थे तो सगाई में चुद री हो म्हारी दूसरी ब्यान म्हारी बहु प्रिया की मम्मी तो म्हारा छोरा ने देखबा आयी तभी मैं पेल दीयो बीने।।फिर ब्याहिजी उनकी चुदाई की कहानी सुनाने लग गए।वो बोल रहे थे.
""बी ब्यान ने मैं घर दिखाबा के बहाने दूसरा कमरा में ले ग्यो ओर अंदर आते ही पीछे से ब्यान ने पकड़ ली औऱ दोनु हाथा सु बेका बोबा मसलबा लाग ग्यो। ब्यान ही तो लम्बी पतली दुबली सी बोबा कसेड़ा हा। ब्यान कसमसाबा लाग गी। अब ब्यान का घागरा पर से ही बेकी चूत ने भींच ली।अब बोबा छोड दुसरो हाथ ब्यान के घाघरा में घुसेड़ दियो घाघरा से बेकी चड्डी में और दो उँगली बेकी चूत में डाल दियो। ब्यान तो मचलबा लाग गी।अब ब्यान ने पलँग के कोना पर ही घोड़ी बना दी औऱ बेको घाघरो ऊपर सरका दियो बेकी चड्डी खोल दी औऱ पीछे से ही बेकी चूत में घुसेड़ दियो और खूब कस कर बेकी चूत मारी।ब्यान गयी जब लंगड़ाकर चल री ही, बेकी चुत को बोस्यो मैं ही बनायो""
उनकी चुदाई की कहानी तो खत्म हो गयी फिर वो मुझे बोले ब्यानजी थे भी इसान ही चालो।
ब्यान हो तो थे भी मालदार।। ब्याहिजी जब स्टोरी सुना रहे थे तब ही ऐसे ही मेरे नँगे बदन को सहला रहे थे थोड़ी देर बाद ही उन का लौड़ा टनटना गया और मैं घबरा गई क्योंकि ब्याहीजी पीछे से डालने वाले थे।वैसे मैं भी उनकी स्टोरी सुन के खुद को इमेजिन करके खूब गर्म हो चुकी थी। ब्याहिजी ने वेसलीन ली और उसे मेरे गांड के छेद में भर दिया । और बहुत सारी अपने लौड़े पर भी मल ली।अब ब्याहिजी ने मुझे घोड़ी बना दिया और मेरे पीछे आ गए और अपना भारी भरकम मूसल मेरी गांड के छेद में डालने लगे। मैं मेरे ब्याहि से बोलने लगीं नही ब्याहीजी मानो बटे मत करो फाट जाई म्हारी।।।नही करो ब्याहिजी।।थांको बहुत मोटो ह म्हारी न फाड़ देइ।।
पर ब्याहिजी ने अपने लौड़े का सुपाड़ा मेरी गांड के छेद पर लगया ओर एक ही झटके में अपना काला भूसन्द लौड़ा आधे से ज्यादा मेरी गांड में पेल दिया

GIF-210309-084446
आआआआ ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह ......अरे ऎऎऎ ...म्हारी माँ...मर गी मैं तो ....म्हारी फट गी रे .......अरे मर गी रे ....म म म ....अरे म्हारा राम जी फट गई रे ....म्हारी रे ...आआआअ ... रे ....आ रे ब .ब .ब्रारे रे .....आआ… कांई करू रे में ...!" न ..नहीं ...अब ..नी ..पर ब्याहीजी ने एक औऱ तगड़ा झटका लगाकर पूरा लौड़ा मेरी गांड में जड़ तक पेल दिया और कस कस के शॉट पे शॉट मारे जा रहे थे। बीच बीच मे मेरी गांड पे एक चपेट पड रही थी

22942942
अब ऐसे ही ब्याहीजी का लौड़ा मेरी कस के गांड मार रहा था मैँ सिसक रही थी बोल रही थी मानो ब्याहिजी आराम से कर लो पर ब्याहीजी तो कस कस के मेरी गांड मार रहे थे।ब्याहिजी का लौड़ा सटासट मेरी कसी गांड में अंदर बाहर हो रहा था।। मेरा तो दर्द के मारे बुरा हाल था। मैं बोले जा रही थी आह ब्याहिजी आह दर्द हो रिये आह म्हारी माँ किसान को ब्याही दियो आह फाड़ देइ रे म्हारी माँ यो ब्याही तो।पर ब्याहिजी तो मेरी गांड मारने में व्यस्त थे।ब्याहिजी की कमर किसी एक्सप्रेस ट्रेन की तरह चल रही थी !

20689974
उन्होंने मेरी चोटी पकड़ ली और जोर से धक्के लगाने लगे। मेरा तो दर्द से बुरा हाल था। संकरे गांड के छेद में मोटा मूसल।मैं तो बस सिसक रही थी।आह म्हारा ब्याहिजी कितनो मोटो ह थांको अरे ब्रारे गांड में पूरा का पूरा मोटा लौड़ा ठूंस कर कस कर जा रहा था !अब हर धक्के के साथ मेरे मुह से ...आँह ...उंह ....उह्ह .इह्ह्ह .निकल रही थी !मैं अपनी दोनों आँखों को कस के मूँद चुकी थी !

934926
ब्याहिजी भी जोश में बड़बड़ा रहे थे ले म्हारी ब्यानरांड ले और ले कितनी कसी हुई गांड ह थारी, म्हारा लौड़ा ने भीच रखी ह।और फिर मेरी गांड पे चपेट मार दी। उन्होंने चपेट मार मार कर मेरी गांड लाल कर दी।अब उनका एक हाथ मेरी चूत पर आ गया। ब्याहिजी गांड में धक्के लगा रहे थे साथ ही मेरी चूत भी मसल रहे थे।

a9bf7122627e0016bd4ff6a855fd4348
मेरे तो दोनो छेदों पर हमला हो रहा था।आह ।म्हारा ब्याहिजी अब तो फाड़ दी म्हारी अब तो निकाल लो इने।अरे ब्रारे किसान अंदर बाहर हो रिये यो। अरे रामजी इतो मोटो डाल दियो म्हारे तो मैं दर्द मैं बड़बड़ा रही थी।आह म्हारी आह वापस निकाल दियो रे म्हारो ब्याही और मैने ब्याहिजी के हाथ मे ही सारा रस निकाल दिया।ब्याहिजी का अभी भी नही हुआ वो 20 25 मिनट से मेरी गांड मार रहे थे कभी स्पीड धीमे करते वापस हचक हचक के गांड मारना चालू कर देते। मेरी हालत खराब हुई जा रही थी अब और सहन करना मुश्किल साबित हो रहा था।मैंने ब्याहिजी को बोला आह ब्याहिजी अब तो निकाल लो थांको अब तो बस करो ब्याहिजी। ब्याहिजी की भी स्पीड बढ़ने लगी वो और भी जोरदार धक्के मारने लगे और 8 9 जोरदार धक्कों में उनके लौड़े की सारी मलाई मेरी गांड में ही डाल दी।

NTPSs5dlm4mtah01
ब्याहिजी ने तो चोद चोद के दोनों छेदों में दर्द कर दिया। मैं काफी थक गई थी वही नंगी पड़ी पड़ी कब सो गयीं पता ही नही चला । ब्याहिजी भी रातभर मुझे नँगी बाहों में लेके सोते रहे । मुझे इतना कस के चोदने के बाद भी उनका मन नही भरा और रात में मेरी चूत का एक बार और बाजा बजाया।।
 
137
352
79
सुबह मैं उठी तब बिल्कुल नँगी ब्याहिजी की बाँहो में पड़ी थी।

images-1
मैं उठी औऱ आस पास कुछ ओढ़ने को मिला नही तो लुगड़ी लपेट कर बाथरूम चली गयी

images-3
js 07 m 378
दोनो छेदों की रगड़ाई के कारण मुझसे चला भी नही जा रहा था मैं लंगड़ाकर चल रही थी। फिर मुझे ब्याहिजी की बात याद आगयी ओर मुझे हंसी आ गयी।। मेरी जांघे ब्याहिजी की मलाई से सनी पड़ी थी। मैंने अपनी रसभरी को देखा मेरी चूत तो जैसे फट के फ़ेल गई हो ऐसे मुंह फाडे पड़ी थी ..!

images-4
मैं वापस आयी जब ब्याहिजी उठ गए थे और पलँग पर पैर फैला कर बैठे थे उनकी कमर तक चादर थी उन्होंने मुझे पकड़ा मेरी लुगड़ी हट गई। उन्होंने मुझे चादर में ले लिया और मुझे अपनी गोदी में बैठा लिया औऱ दोनो हाथों से मेरे बोबे सहलाने लगे।

937-450
मैं बोली ब्याहिजी रात भर सु भी मन नी भरियो के थांको। ब्याहिजी बोले ब्यानजी पेली तो यो बताओ लंगड़ाकर चाली नी चाली मैं मुस्कुराने लग गयी और बोली इतरो मोटो घुसाओ तो लंगड़ाकर तो चलनो ही पड़ी इतने मै ब्यानजी भी आ गयी। और मेरे से बोली क्यों ब्यानजी चुदालिया कई। मैं शर्मा गयी फिर ब्यान ब्याहिजी से बोली लो अब तो छोड़ दो ब्यानजी ने एने निलार धुलार तैयार करणो ह।। ब्याहिजी बोले म्हारी ब्यान ने तो मैं ही निला देउ और तैयार कर देउ तू तो कपड़ा लिया।
फिर ब्याहिजी नँगे ही मुझे गोद में उठा कर बाथरूम ले गए

23019399
औऱ शावर चला दिया हम दोनों गीले हो गए फिर ब्याहिजी ने मुझे नीचे घुटनों में बल बैठा दिया और अपना मूसल मेरे मुंह के पास लियाये।

22397782
where do i find screen resolution on my computer
मैं भी बिना देर किए ब्याहिजी के लौड़े को चूमने लगी औऱ उसे धीरे धीरे मुंह मे लेने लगी ब्याहिजी का औजार अभी पूरी तरह से तैयार नही था।मेरा तो मन कल से ही इसे मुंह मे लेने का कर रहा था। सही बताऊ तो लौड़ा चूसने में बहुत मजे आते थे। इससे पहले अपने पति नंदोईजी और बड़े ब्याहिजी का ही चूसा था। आज एक नया लौड़ा चूस रही थी।जहाँ तक अंदर जा रहा था वहाँ तक मै उसे गप गप खा रही थी।एक हाथ से उनके आन्डो को पकड़ कर उनका लौड़ा अपने मुँह में अंदर बाहर कर रही थी। ब्याहिजी भी सिसक रहे थे वे मेरा सर पकड़ कर अपने लौड़े पर आगे पीछे कर रहे थे।

19439423
हाँ म्हारी ब्यान मजा करा रिये तू तो म्हारा लौड़ा ने हाँ इसान ही चूस इने। वाह म्हारी ब्यान तो लौड़ा चुसबा में एक्सपर्ट दिखे।।ब्याहिजी का लौड़ा पूरा तन्ना गया था।। अब मेने ब्याहिजी का लौड़ा मुंह से निकाला और उनके आंड चूसने लगी। एक हाथ से उनका लौड़ा मैंने कस के पकड़ा था औऱ मेरी जीभ उनके आण्डों पर चल रही थी।वाह म्हारी ब्यान मजो आग्यो ,ब्याहिजी पूरे गर्म हो चुके थे। उन्होंने अब मुझे दिवार के सहारे खड़ा किया औऱ अपना लौड़ा मेरी चूत में डालने लगे।मैँ भी काफी गर्म हो चुकी थी इसलिए मेरी चूत भी पनिया गयी।गीली होने के कारण लौड़ा एक दो झटको में ही पूरा घुस गया

unnamed-1
online image host

अब ब्याही जी अंदर बाहर निकाल कर मुझे चोदने लगे। ब्याहिजी कस कस के सटासट धक्के लगाने लगेकल रात का ही दर्द कम नही हुआ और अभी फिर मेरी चूत में काला भुसन्द लौड़ा था।।ब्याहिजी बोल रहे थे ब्यान थे भी चूस कर मजो दिया। मैं थाने चोद कर मजो देउ।।वो मेरा एक बोबा पकड़ के और वो जोरदार धक्के लगाकर चोदने लगे।आयह ब्याहिजी अब औऱ कितनी फ़ाडो म्हारी ने।। अरे ब्रारे धीमे कर लो। अब ब्याहिजी ने खड़े खड़े ही एक पाँव पकड़ कर उनके कन्धे तक लगा लिया में हल्की टेढ़ी होगयी। अब वापस ब्याहिजी अंदर बाहर करने लगे। अब तो उनका लौड़ा ओर अंदर जा रहा था

5280-standing-shower-fuck
और उनकी स्पीड भी काफी बढ़ गयी थी।आह ब्याहिजी म्हारा ब्याहिजी आराम से कर लो।ब्याहीजी सटासट सटासट लौड़ा पेल रहे थे और मेरी सिसकी रुक ही नही रही थी।

0843132dfc9c8201c940d6e64271bc70
keyboard generator
आयाआआआआ ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह .....आ ...आह ....ऊऊ ....हाँ ..रे .....आह्ह रे ...आउ ....उह्ह ...ह्हि ...आह ..आहा ...ऊऊह ..अरे ...म्हारी माँ ....आह रे ...ओह रे माँ ....ऒऒह री माँ ..अरॆऎऎऎए निकल रहा था।। थोड़ी देर में ही ब्याहिजी ने मेरी चूत का कामरस निकाल दिया। पर उनका लौड़ा अभी भी गचागच जा रहा था।ब्याहिजी बोल रहे थे।

E7905F5
ल म्हारी ब्यानरांड और ल चोद चोद कर लाल कर देउ। उन्होंने मुझे बोला देखो ब्यानजी किसान गपागप लौडो खा रिये थांकी चूत। मैंने नीचे देखा मेरी चुत में लौड़ा सटासट जा रहा था।आह हाँ ब्याहीजी किसान जा रिये यो ।।।सफ़ेद रंग की लिसलिस्सा पानी किसी मलाई की तरह पुरे लंड पर फेलने लगी थी ! चूत के मुह पर भी वो सफ़ेद मलाई पूरी तरह से लग चुकी थी !हर बार अन्दर बाहर होने से वो सफ़ेद चीज और बाहर आने लगी थी।अब वापस में भी गरम हो गयी और उनके तेज होते हुए शॉट का जवाब अपनी सिसकियों से देने लगीआ ...आह ....ऊऊ ....हाँ ..रे ...ब्याहीजी..आह्ह रे ...आउ .औऱ...उह्ह ...आह ..आहा .इसान ही ..ऊऊह ..अरे ..म्हारी माँ या ब्यान कई करवा दी ब्याहिजी सु फड़वा दी म्हारी ने ....आह रे ब्याहिजी घर जाकर किसान मुँह दिखाऊ थांका ब्याही ने ,के बताऊ कटे चौड़ी करवार आयी मैं माई ...ओह रे माँ ....चुदास में मैं कुछ भी अंट शंट बड़बड़ा रही थी।ब्याहिजी कि स्पीड अब तूफानी हो चुकी थी उनका भी कब भी हो सकता था। वो भी धक्के लगा लगा के बोल रहे थे।ब्यानजी बोल दिजो ब्याही लाड़ लडा कर भेजिया ह।और दो चार तेज झटको में अपना गरमगरम वीर्य मेरी चूत में डाल दिया।

23676958
हम दोनों ही बुरी तरह से हांफने लगे। ब्याहिजी का !बहुत ही मोटा और लम्बा मूसल जेसा लौड़ा था जिस पर वीर्य और मेरी चूत का रज लिपसा हुआ था ! मैं अब बुरी तरह से थक भी चुकी थी। अब जेसे मेरे बदन में जान ही नहीं रही थी !अब ब्याहिजी ने मुझे नहलाया पूरे बदन को रगड़ रगड़ कर साफ किया।

gspx-katie-morgan-necesita-compania-con-su-ducha-diaria-04
helpful symbol
ब्याहिजी मुझे नँगी ही गोद मे उठा के रूम में ले आये हम दोनों ही कपड़े पहनने लगे फिर ब्याहिजी ने बाँहों में जकड़ा किस किया और बोले ब्यानजी वापिस कब आ रिया हो, चुदबा ने जल्दी आ जो। मैं शर्मा गयी फिर ब्याहिजी चले गये और ब्यानजी और उनकी दो चार रिलेटिव आ गयी औऱ सब मुझे कल रात को लेकर छेड़ने लग गयी। ब्यान बोली क्यों ब्यानजी फाटि नीं फाटि थांकी मोटो मूसल खा कर।। एक बोली ब्यानजी को मूसल से कांई हुए ब्यानजी की तो इतरी चौड़ी ह की पुरो गांव समा जावे इमे।और सब हँसने लगी। ऐसे ही मस्ती मजाक के बाद हमारी विदाई का टाइम आ गया।
 
Top