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भाग ९६
ननद की सास, और सास का प्लान
Page 1005,
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ननद की सास, और सास का प्लान
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congratulations komaalrani urf meri bhabhi ji.. bilkul aise hi record pr record hit krte jaiye..जोरू का गुलाम के ४०० पृष्ठ पूरे हो गए
१ मिलियन व्यूज पहले ही हो गए थे आप सभी मित्रों का सादर साभार
Rishton mein haseen badlaavसगे भैया के साथ,
रिश्तों में हसीन बदलाव
गीता ने तीन तिरबाचा भरा , एकदम से चुदवा लेगी उससे जिसे भाभी बताएंगी ,...
और भाभी ने हलके हलके गीता के उभार मसलते हुए उसकी चूँचिया रगड़ते चूम के , हंस के वो बोलीं ,
" अरे ननद रानी लड़का तो तेरे घर में ही है इतना मस्त जवान लौंडा , तेरी कसम जब खोलेगा न तो सात इंच से कम नहीं होगा , पक्का चोदू,... तेरा भाई,... घर में छोरा , अरे थोड़ा सा डोरे डाल, ऐसे आ रहे जोबन गाँव जवार में नहीं है , आ जाएगा तेरे चक्कर में ,... "
अब गीता , गज़ भर उछली,.... भाभी ये क्या , मजाक ठीक है ,... लेकिन सच में ,...वो मेरा भाई है सगा भाई,... उसके साथ '
भाभी ने अब कस के उसके गाल चूमे और बोलीं,
' बिन्नो , डोली पे चढ़ के चुदवाने जिस के घर जायेगी , सज धज के लौंड़ा खाने सुहाग सेज पर बैठेगी वो भी तो किसी का भाई होगा , और जिसे तेरा भाई लाएगा चोदने वो भी तो किसी की बहन होगी,..."
गीता सोच में पड़ गयी , ये बात तो भाभी की एकदम सही है , और जब भाभी को लगा चिड़िया बस दाने चुगने वाली है , उन्होंने प्यार दुलार से गीता की ठुड्डी पकड़ के, आँखों में आँखे डाल के कहा,
" सुन बिन्नो , भाई से खास कर सगे भाई से करवाने में तीन जबरदस्त फायदे हैं , तू कहे तो बताऊँ, जबरदस्ती नहीं है,... बुरा माने तो '
गीता हंस के बोली , बताइये न भाभी , बुरा क्यों मानूंगी ,... "
और भाभी ने गिनवाना शुरू कर दिया ,
' देख पहला फायदा ,जगह का,...
किसी और से मानले तूने टांका भिड़ा लिया , गाँव का , पड़ोस के स्कूल का लौंडा ,... मिलेगी कहाँ,... गन्ने का खेत , अरहर,... और वो भी बारहों महीने तो रहते नहीं , ... फिर कब कौन सा बहाना बना के जायेगी रोज रोज,... और तुम दोनों के पास टाइम ,...
घर में सगे भाई के साथ जगह ही जगह , टाइम ही टाइम,... घर में माँ नहीं है तो दोनों जब जाहे जब , माँ सो जाए तो पूरी रात तेरी ,... और घर में माँ हो तो बाहर खेत वेत में,... कोई साथ देखेगा तो बोलेगा भी नहीं ,... "
गीता ध्यान से सुन भी रही थी सोच भी रही थी,... भाभी बोल तो सही रही थीं,...
और भाभी ने देखा की तीर निशाने पर लग रहा है तो उन्होंने दूसरा फायदा भी बताना शुरू कर दिया,...
" देख दूसरा,
डर हर लड़की को रहता है बदनामी का , और तू तो एकदम ही भोली है सीधी बछिया,... नहीं गाँव में बदनामी की बात नहीं,...
वो लड़का बदनामी का डर दिखाके लड़की को बोलेगा , चल में इस दोस्त के नीचे लेट वरना ,... और दूसरा दोस्त तीसरे के साथ ,... फिर दो चार महीने में लड़की पता चला पंचायती हो गयी , गाँव का हर लौंडा उसे चोद चुका है , फिर वो खुद लौंड़ा ढूंढ़ती फिरेगी , और उसकी पूछ भी नहीं , बदनामी अलग ,"
गीता बहुत ध्यान से सुन रही थी और भाभी ने बिना रुके अगला फायदा गिनवा दिया,...
"देख एक तो जगह वगह ढूँढ़ने का चक्कर नहीं , दूसरे बदनामी का डर नहीं लेकिन सबसे बड़ा फायदा ,... लम्बे समय तक मज़ा ले सकती है , लौंडे तो कल वो पढ़ने कहीं बाहर चला गया , कहीं कमाने चला गया , कहीं महीने दो महीने बाद कोई और लौंडिया उसे फांस ली , या उसी का मन भर गया,... तो बस दूसरा खूंटा ढूंढो , घर का माल है , सगा भाई है तो कहाँ जाएगा , और जाएगा भी लौट के घर पे आएगा,..."
गीता सोचती रही फिर बोली,...
"भाभी आपकी सब बातें सोलहों आना सही , लेकिन अगर भैया मुझे उस नजर से न देखते हों ,मतलब उन्हें मुझमे लड़की नहीं छोटी बहन नजर आती हूँ ,..."
भाभी मुस्करायीं समझ गयीं ननद फिसल रही है लेकिन उन्होंने बजाय जवाब देने के कुछ और बोला,
" जानती है तेरे भाई में वो बात है ,... मेरी नजर मर्दों के मामले में कभी गलत नहीं होती , उसका खूंटा खूब लंबा मोटा होगा ये तो मैं बता ही चुकी हूँ ,... लेकिन असली खेल है , ... वो लम्बी रेस का घोडा होगा , पक्का , दो चार बार झाड़ के ही झड़ेगा, बिन्नो ऐसे यार बड़ी मुश्किल से मिलते हैं छोड़ मत। "
अब गीता झुंझला उठी,...
" भाभी आपकी सब बात मैंने मान ली , मैं तैयार भी हो गयी , मान लीजिये लेकिन वो मुझे उस नजर से मतलब जैसे और लड़के देखते हैं ,...
भाभी ने हँसते हुए गीता को अँकवार में भर लिया और बोली , मैं काहें को हूँ।फिर प्यार से अपने ननद को चूमके बोलीं ,
' अरी पगली , तू यही कहना चाहती है न की तुम दोनों के रिश्तों में हसीन बदलाव कैसे आएगा , तो मैं बताती हूँ , असली चीज है लौंडो के लिए ये दोनों ,... "
कुर्ती के ऊपर से गीता के उभार सहलाते वो बोलीं, फिर समझाया,... ' देख पहले तो अपने इस रिश्ते को हसीन रिश्ते में बदल , जब अपने भैया को देख , उस में अपना यार देख , जो तुझे चूम रहा है तेरे चूजों को मसल रहा है , तेरी टांग उठा के ,... और अपनी निगाह बस उसके खूंटे की ओर , मज़ा तो तुझे वही देगा ,... बस रिश्तों में हसीन बदलाव शुरू हो जाएगा,... "
" अरे मेरी मीठी मीठी भाभी , वो तो मैं आज ही से शुरू कर दूंगी,... आपकी ननद हूँ , लेकिन वो मेरा भाई, वो रिश्तों में हसीन बदलाव,... कैसे उसे मेरा चस्का लगेगा,... "
" बताती हूँ , यार बात तेरी सही है थोड़ा ज्यादा ही सीधा है स्साला देवर मेरा , बस तू दुपट्टा उसके सामने ही हटाना , उसके पहले गले से चिपका के दोनों उभार उसे दिखाते हुए पूछना , बोलो भैया ऐसे मैं कैसी लगती हूँ , फिर उससे चिपक के बैठ और दुप्पटा जान बूझ के फर्श पे गिरा दे , कभी उसके कंधे पर हाथ रख कभी जांघ पे , बस दो चीज नोटिस करना की तुझसे नजरें चुरा रहा है की नहीं ,
दूसरे उसके तम्बू में बम्बू खड़ा हुआ की नहीं,.. फिर देखना की चोरी चोरी वो तेरे उभारों को देखना शुरू कर देगा , जब तू उसकी ओर नजर करेगी तो नजर चुरा लेगा। "
और गीता ने वही किया और रिश्तों में हसीन बदलाव शुरू हो गया,... और वो भी हो गया, जो दोनों भाई बहन चाहते थे।
लेकिन पहल गीता को ही करनी पड़ी, पहले तो भाभी ने जो टेस्ट बताया था, दुपट्टा गिराना उठाना, सम्हालना , गले से चिपकाना,... जवान होने से पहले ही लड़कियां सीख लेती हैं , दुपट्टा जवानी को छिपाने का नहीं, लड़कों को ललचाने का हथियार है, नयी नई उभर रही जवानी का साइनबोर्ड , ... कुछ तो है उसके पीछे जिसका पर्दा है,
और अगर कोई लड़का ज्यादा ही शर्मीला हो तो ऊँगली में दुप्पटे को फंसा के घुमाना, कभी दांतो के बीच दबा लेना तो कभी खिलखिला के हँसते हुए दुपट्टे से मुंह छिपा लेना,...
और भाभी ने जो पहचान बताई थी, रिश्तों में हसीन बदलाव को आजमाने की सौ फीसदी सही उतरी,... नजरें छुपाना चुराना , और गीता ने एकदम गले से चिपका के जब दुपट्टा किया , उसके उड़ने को तैयार कबूतर एकदम चोंचे उठाये,... बेचारे की हालत खराब,...
लेकिन जैसे ही गीता ने बड़े अंदाज से उसपर से नजरें हटायीं , चोरी पकड़ी गयी , एक टक निगाह भाई की उन्हों दोनों चूजों पे, ... ललचाता लिबराता,... लड़कियों की तो एड़ी में आँखे होती हैं , और लड़कों की निगाह पहचानना लड़कियां अपने आप सीख जाती हैं,... और गीता ने अपने भाई की निगाह पहचान ली,...
और आखिरी टेस्ट जो भाभी ने बताया था वो भी पूरा हो गया,.... घर में वो बारमूडा पहन के टहलता था, तम्बू में बम्बू , ... एकदम खड़ा तना, ...और साइज भी क्या,... जबरदस्त मान गयी गीता भाभी को भी अपने भैया को भी,...
और उसे चिढ़ाने का मौक़ा मिल गया , बारमूडा को अपने हाथ से सहलाते बोली,
"भैया तेरा तो ये बहुत अच्छा है, बरमूडा, देख एक दिन मैं ले लूंगी इसे,... मेरे ऊपर बहुत अच्छा लगेगा।"
बेचारे की हालत खराब,... किसी तरह थूक घोंटते बोला,.... " लड़कियां नहीं पहनती,... मैं नहीं दूंगा,... "
" बुद्धू' गीता एकदम चिपक गयी थी , वो झुकी और दुपट्टा फर्श पर गिर पड़ा या उसने गिरा दिया पर उठाने की कोशिश नहीं की , और उसके गाल पे हलकी सी चिकोटी काट के बोली ,
" तू भी न भैया,... जो चीज पसंद आये , अच्छी लगे मांग लेनी चाहिए , बल्कि घर की चीज को मांगने की भी क्या जरूरत,... बस सीधे ले लेनी चाहिए,... "
अब उस बेचारे की हालत खराब, नीचे तूफ़ान आ रहा था बड़ी मुश्किल से इस डबल मीनिंग दावतनामे का जवाब देने की कोशिश करता वो बोला,....
" और तू न दे तो,... "
वो जोर से खिलखिलाई, फिर अपने भाई का हाथ खींच सीधे अपने सीने पर रखती बोली,...
" तू भी न , मेरे दिल की आवाज सुनो न ,... आज तक मैंने तुझे कोई चीज मना की है , बचपन से , तो बड़ी हो गयी हूँ तो क्या हुआ , फिर मेरे मना करने पर कौन तू मानता था, तो अभी भी , पहले की तरह जबरदस्ती ले लो,... मैं थोड़ा हाथ पैर पटकूँगी , .... बस। "
जितना वो हाथ छुड़ाने की कोशिश करता,... उतना ही उसे वो और अपने उभारों पे खुल के दबाती,... लेकिन किसी तरह से वो छुडाके,... पर रिश्तों में हसीन बदलाव शुरू हो गया , गीता ने नोटिस किया अब तो उसे एक लड़की की तरह ही देखता था , जैसे कोई भी लड़का बात लड़की से करेगा , लेकिन निगाहें जुबना की नाप जोख करती रहेंगी,... और गीता भी,...
एकदम मेरे मन की कही है....Badmashi aur masti Holi ka yahi to maza hai ladkiyon aurton ko khula mauka milata hai
You have given very precise and to the point tribute to wonderful story of a marvelous writer Rajizexy.ye sb to Gaon ki HOLI aur sex dono ke maje hain aur abhi Rishton ka Badlav bhi gaon ki pristhbhumi men ho raha hai , meri Next post jismne main incest likhne ki dhrishtha karungi ek tarh se ' Rishton men Hasin Badlava' Ko meri taraf se ek chhoti si tribute hai
उफ्फ ... आज तो आपने डबल धमाका कर दिया....भाग २७
किस्सा इन्सेस्ट यानी भैया के बहिनिया पर चढ़ने का
उर्फ़ गीता और उसके भैया का
गीता का स्कूल का नाम संगीता था लेकिन घर में सब लोग उसे गीता, फिर गीता से गितवा,
उसके भाई का नाम अरविन्द था , लेकिन वो गीता से दो साल बड़ा तो उसे वो भैया ही कहती थी , और वो भी प्यार से कभी कुछ कभी कुछ , और कभी सब की तरह गीता ही,...
गीता की जवानी बस खिल रही थी , वो बस ,... गाँव से दो चार किलोमीटर दूर कन्या विद्यालय,.. . अब जाने दीजिये क्लास वलास जान के क्या करेंगे, ... कोई क्लास के नाम पे ही कहानी पे नजर लगा दे,... तो बस जवानी के फूल अभी खिल रहे थे , २८ नंबर, एक पड़ोस की भाभी के साथ जा के बजार वाले दिन पहली बार उसने ब्रा खरीदी थी , और पहनते हुए इतना अजीब लगता था , वरना भी तो वो समीज से ही,...
पर स्कूल से रास्ते में लौटते हुए लड़कियों के साथ बस एक बात लड़के , लड़के ,...
किस किस की चिड़िया उड़नी शुरू हो गयी है, ... दो चार ने तो खुद के कबूल भी कर लिया था,... एक जो गीता की पक्की सहेली थी, .. जिसके घर गीता अक्सर जाती थी , उसकी तो पिछले साल होली में उसके जीजा ने पहली बार तो जबरदस्ती , उसके बाद उसकी मर्जी से,
हुआ ये था की असली शरारत सहेली की भाभी की थी ,
उन्हें अपने ननदोई पसंद था , लेकिन नन्दोई ने शर्त लगा दी थी पहले छोटी साली की दिलवाओ,... बस होली के दिन ठंडाई में डबल भांग मिला के पहले गीता की सहेली को टुन्न किया और फिर पीछे से उसके हाथ पकड़ के , ... सहेली के जीजा ने आराम आराम से उसकी शलवार खोली , ...
शलवार का नाड़ा , शलवार से बाहर निकाला, और सहेली की भाभी ने अपनी ननद के दोनों हाथ कस के पीछे बाँध दिए ,
उसके बाद आराम से जीजा और उनकी सलहज ने सहेली के कच्चे टिकोरों पर रंग लगाया , रंग तो बहाना था , रगड़ा मसला चुनमुनिया में ऊँगली डाल डाल के और आराम से जब कच्ची चूत पानी फेंकने लगी तब भाभी ने अपने नन्दोई के मोठे मूसल में अपने हाथ से पहले सरसों का दो ढक्कन तेल लगाया ,
अपने हाथ से पूरी ताकत से ननद की कुँवारी फांके फैलायीं
और , पूरी ताकत से सहेली के जीजा का बौराया लंड कच्ची साली की कच्ची चूत में अंदर,... वो चूतड़ पटकती रही लेकिन चीख नहीं निकाल पायी क्योंकि भौजाई ने अपनी बड़ी बड़ी चूँची उसके मुंह में ठेल रखी थीं ,...
झील्ली फटने , खून खच्चर होने के बाद ही मुंह खोला ,... लेकिन जीजा उसके दो दिन रहे और दो दिन में आधे दर्जन बार अपनी साली के साथ सफ़ेद रंग वाली होली खेली होगी , पर पहली बार के बाद ,... खुद गीता की सहेली अपनी टाँगे फ़ैलाने लगी , ... और जीजा के जाने के चार पांच दिन बाद ,... उस सहेली के भाभी का फुफेरा भाई ,... सहेली चिढ़ा रही थी तो भाभी ने दोनों को एक कमरे में बंद कर दिया और उसने भी नंबर लगा दिया ,
और होली से आज तक सात आठ लड़कों के साथ ,...
तो वो सहेली , गीता के पीछे पड़ी थी की गीता भी एक बार बस एक बार किसी लड़के के साथ,... तो एक दिन गीता ने झुंझला के बोला ,
ठीक है लड़का बताओ मैं टाँगे फैला दूंगी , लेकिन ऐसे कैसे,...
ये बात नहीं की गीता के चाहने वाले नहीं थे , गोरी चिट्ठी , लड़की तो जिस दिन से दुपट्टा लेने लगे उसी दिन से लौंडे पीछे पड़ जाते हैं दुपट्टा हटवाने के,... पर,... हाँ गीता के सवाल का जवाब दिया सहेली की भाभी ने,... जब उनके सामने भी गीता ने बोला,
" लड़का बताइये मैं लेट जाउंगी उसके नीचे '
लेकिन भाभी तो भाभी थीं , .... गीता से तीन तिरबाचा भरवाया , कसम खिलवाई , किरिया धरवाई , की अगर वो लड़के का नाम बतायेंगी और गीता उससे चुदवाने के लिए अगर नहीं तैयार हुयी ,
गीता ने तीन तिरबाचा भरा , एकदम से चुदवा लेगी उससे जिसे भाभी बताएंगी ,...
और भाभी ने हलके हलके गीता के उभार मसलते हुए उसकी चूँचिया रगड़ते चूम के , हंस के वो बोलीं ,
" अरे ननद रानी लड़का तो तेरे घर में ही है इतना मस्त जवान लौंडा , तेरी कसम जब खोलेगा न तो सात इंच से कम नहीं होगा , पक्का चोदू,... तेरा भाई,... घर में छोरा , अरे थोड़ा सा डोरे डाल, ऐसे आ रहे जोबन गाँव जवार में नहीं है , आ जाएगा तेरे चक्कर में ,... "
अब गीता , गज़ भर उछली,.... भाभी ये क्या , मजाक ठीक है लेकिन सच में ,...
वो मेरा भाई है सगा भाई,... उसके साथ '