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भाग ३४
इन्सेस्ट कथा - चाची ने चांदनी रात में,...
इन्सेस्ट कथा - चाची ने चांदनी रात में,...
Chachi ne to arivind ko chandni rat chatni chata di. Bahot jabardast maza aa gaya. Hame to chhutki or komliya ka untjar he.चाची ऊपर,...
"बोल, लेगा चाची की "
बड़ी जोर से उन्होंने हाँ बोला।
चाची ने दोनों कलाई कस के पकड़ी झुक के पहले एक चुम्मा लिया और क्या कोई मर्द धक्का मारेगा , सटा के ऐसे मारा की एक धक्के में सुपाड़ा अंदर, गप्प
लेकिन धक्के रुके नहीं , जब तक आधा से ज्यादा लंड उन्होंने घोंट नहीं लिया ,... वो कसमसा रहा था छटपटा रहा , छूटने की कोशिस कर रहा था लेकिन जैसे गन्ने के कहते नस जवान होती लड़की को कोई लौंडा पकड़ के चांप दे , बस उसी तरह,...
फिर वो रुकीं, उसके हाथआजाद किये और दोनों को अपने हाथ से पकड़ के अपने उभारों पे , कभी सहलवातीं , कभी दबवातीं,...
और अब चाची सिसक रही थीं , नीचे से अरविन्द ने भी धीरे धीरे धक्के मारने शुरू कर दिए थे ,
एक बार वो एक बार चाची , और दो चार मिनट में पूरा खूंटा अंदर.
चाची, खुश. मन ही मन सोच रही थीं, स्साला अरविन्द का जित्ता मोटा है उत्ता ही लम्बा, बहुत दिनों बाद इत्ता मस्त लंड घोंट रही हूँ,..मैं भी बगल में लौंडा और मैं पियासी अब तो इस को मस्त, ...
और उन्होंने फिर बदमाशी शुरू कर दी,अरविन्द बेचारा नया लौंडा ,
पहली बार लंड को चूत का स्वाद मिला था, वो भी इतनी खेली खायी मारे खुशी के फूल रहा था, ...
चाची चढ़ी हुयी थीं कस के दबोच रखा था, ... और अब उनकी बुर ने लंड को भींचना शुरू किया, पहले धीरे धीरे, फिर कस कस के , जैसे हाथ में पकड़ के निचोड़ रही हों,... और फिर थोड़ी सी ढीली कर के दुबारा कस के, लौंडे की हालत ख़राब,...
चाची को बचपन से लौंडों की और लौंड़ा दोनों की सही पहचान थी, वो समझ गयी थीं, मुट्ठ मारते ही , ये लम्बी रेस का घोडा है,...
और तब भी उन्होंने जान बूझ के एक बार इसी लिए झाड़ दिया था की नया लौंडा,... कहीं पहली बार बुर की गर्मी बर्दास्त न कर पाए और जल्द पिघल जाए,... और एक बार झड़ जाए तो दूसरी बार तो कोई भी ज्यादा टाइम लेता है और ये तो जबरदस्त लग रहा था , पकड़ने में भी घोंटने में भी ,
लेकिन दो चार तंग करने के बाद , एक बार तो पूरा बांस उन्होंने घोंट ही लिया था था ,
अब चाची ने ऊपर से कस कस के धक्के लगाने शुरू कर दिए , कभी कमर धीरे धीरे उठातीं, , और सुपाड़े को कस के अपने भोंसडे में दबा दबा के लौंडे को इस रस का नशा देतीं और फिर एक झटके में पूरा का पूरा ८ इंच अंदर
गप्प,
और थोड़ी देर में , नीचे से लौंडे ने भी धक्के ;लगाने शुरू कर दिए , ताकत बहुत थी उसकी कमर में , खाली सीखने की जरूरत थी ,और चाची से तगड़ी गुरआनी कहाँ मिलतीं ,
अब धक्के दोनों ओर से बराबर लग रहे थे , चाची ने पैंतरा बदला,... कस के लंड को एक बार फिर से बुर में भींचा, दोनों हाथ उसकी पीठ पे लगाई कस के जकड़ा और पलटा खाया ,
अब वो ऊपर, चाची नीचे ,... और लंड उसी तरह पूरा का पूरा अंदर धंसा,...
Chachi ne to bahot Kuhh sikha diya.अरविन्द की ट्रेनिंग
पहले दिन तो दो तीन बार चाची ने खुद ऊपर चढ़ के, उसके बाद पलटी मार के वो अरविन्द को ऊपर कर देतीं और वो हचक हचक की धक्के मारता,...
लेकिन उसके बाद अरविन्द खुद ही ऊपर चढ़ के चोदने लगा,... रसोई में निहुराने के बाद,...
तो अरविन्द को उस पोज में चोदने का मजा आने लगा, धक्के भी खूब खुल के लगते, दोनों बड़े बड़े जोबन कस के दबाने का मसलने का मजा अलग,..
लेकिन चाची तो पहली बार में ही अरविन्द को जबरदस्त चुदककड़ बना देना चाहती थीं, गोद में बैठ के कभी उस की ओर पीठ कर के कभी मुंह के , धीमे धीमे उस का लंड वो घोंट लेती और खुद थोड़ी देर बाद धक्के के बाद अरविन्द कमान सम्हाल लेता और बैठे बैठे ऐसे हचक के चोदता की चाची को दिन में भी तारे दिखने लगते,..
एक दो बार तो खड़े खड़े भी,
लेकिन मस्ती के साथ चाची ने उसे कुछ ज्ञान की बातें बताई,
पहली बात तो ये बात कभी मत मानना की अगर लड़की नहीं करती है तो उसका मतलब शायद होता है,....
नहीं का मतलब सिर्फ नहीं होता है और अगर लड़की इशारे से भी नहीं करे तो उसे छूना भी नहीं,... बल्कि शायद का भी मतलब हां नहीं होता है,... शायद का मतलब भी नहीं ही मानना, जबतक इशारे से देह से मुस्करा के हां न बोल दे,
चुदाई का मजा तभी है जब तुझसे ज्यादा मज़ा उसे मिले,... जरा भी जबरदस्ती हो उसका मन नहीं कर रहा हो तो करने का मतलब नहीं।
इसलिए असली मजा पटाने का और पट गयी तो उसे मस्त कर के गीली करने का है जब वो खुद टाँगे फैला के तेरा पकड़ के अपनी ओर खींचे,... और कभी भी पहले मत झड़ना , और लड़की खास तौर से औरतें कभी भी चोदने से नहीं झड़ती , दस में दो चार ही होंगी जो चुद के झड़ जाएँ,
और इस चक्कर में तेरे पास सिर्फ एक अंग है , तेरी उँगलियाँ, होंठ, आँखे जुबान,... और सब का इस्तेमाल कर के उसे झाड़ो,...
चाची ने अरविन्द को चूत चूसने में जीभ से चूत चोदने में, क्लिट सहला के झाडने में पक्का कर दिया।
तीसरी रात तो चाची ने जैसे सुहागरात की रात हो,... नहीं सजी धजी नहीं लेकिन उस रात सब कुछ अरविन्द को ही करना पड़ा गरम करने से लेकर,..
और हर बार ऊपर चढ़ के ही ,
हाँ सुबह सबेरे एक बार निहुरा के भी , पूरी रात ,... चार बार और सुबह पांचवी बार निहुरा के
तीन दिन में वो एकदम सीख के पक्का हो गया था।
Baheniya to puri chhinar ban chuki he. Dhire dhire bade raz khul rahe heबहन भाई की मस्ती
उसके भैया ने कैसे पहली बार चुदाई का पाठ पढ़ा था , वो अपनी चाची के साथ,...ये सुन के गीता भी गरमा गयी , भैया से चिपक के बोली,...
" भैया, कर न ,...
कस के उसे दुबका के , गालों पर मीठा सा चुम्मा लेते हुए चिढ़ाते हुए वो बोला,
" क्या करूँ मेरे बहना, बोल न। "
वो तुनक गयी, और समझ गयी उसका भइया उससे क्या सुनना चाहता है, और अब वो भी अपने भैया से कम नहीं थी, झिड़क के बोली,
" मादरचोद, चल अपनी बहिन को चोद, बहिनचोद। "
बस यही तो वो सुनना चाहता था , अगले ही पल गीता की दोनों टाँगे उसके कंधे पर उसके दोनों छोटे छोटे जोबन उसके हाथों में और वो करारा धक्का मारा की,...
" उईईईईई , उईईईईई ओह्ह्ह्हह उफ्फफ्फ्फ़ " गीता जोर से चीखी , और कस के भाई को दबोच लिया, और गरियाते बोली,...
" साले, एक बार में पूरा पेलना जरूरी था क्या,... "
" अरे मेरी बहना, अभी तो आधा भी नहीं गया है , आज तो सारी रात चुदेगी,... और इसी तरह,... "
दूसरा धक्का पहले से भी करारा,... २४ घण्टे भी नहीं हुए थे उसकी नथ उतरे, झिल्ली फटे और ये मोटा मूसल,...
उफ्फ्फ्फ़ उईईईईई , ... गीता जोर जोर से चीख रही थी , लेकिन जितना उसे दर्द हो रहा था , उतना ही उसे मज़ा आ रहा था,
और जैसे ही सुपाड़े ने बच्चेदानी पे चोट मारी,... गीता दो फीट उछली, दर्द से नहीं मजे से,... और कस के भाई को भींच लिया,...
" भैया तू दुनिया का बेस्ट भाई है बल्कि बेस्टेस्ट,... कोई भाई अपनी बहन को ऐसे प्यार नहीं करता होगा, जैसे तू करता है , एकदम मस्त "
थोड़ी देर दोनों ऐसे ही पड़े रहे , कपडे तो कब के जमीन पर पहुँच चुके थे,...
और आज बादल भी नहीं था चाँद को रोकने वाला , तो चटक चांदनी पूरी तरह से कमरे में फैली वो दोनों एक दूसरे को अच्छी तरह देख रहे थे , कमरे का दरवाजा भी फटाक खुला था , माँ दस दिन बाद ही आने वाली थी,
सावन के झूले की तरह बारी बारी से दोनों पेंग मारते प्रेम के झूले पे झूल रहे थे , पर पहले गीता ही
उसका भाई था ही इतना खिलाड़ी सिर्फ औजार उसका सबसे २२ नहीं था , उसका इस्तेमाल करने का तरीका , और उसके साथ साथ होंठों , उंगलिया , ...
पहली बार जब गीता झड़ी , तो वो धक्के मार , पूरा लंड बहन की बुर में पेल के रुक गया था, एकदम ठूंसा हुआ , मुश्किल से जैसे अंदर समाया हो और लंड की जड़ से क्लिट को रगड़ रगड़ के , रगड़ के,... और साथ में एक निप उसके होंठों के बीच दूसरा उँगलियों के बीच,
वो झड़ती रही , वो रुका नहीं ,...
पर जैसे ही बहन का झड़ना रुका,...
चल घोड़ी बन,...
बहन अब तक इतना सीख गयी थी , तुरंत निहुर के ,...
और अबकी तो धक्के सिर्फ बिस्तर को नहीं कमरे को हिला रहे थे,... थोड़ी देर में दोनों साथ गिरे,... और थके बिस्तर पर पड़े रहे
एक दूसरे की बाँहों में पसीने से लथ पथ, थके,...
लेकिन थोड़ी देर में गीता ने धीमे से उसके कान में बोला,..
" भैया,.. "
" बोल न,... "
" चल चाची की सबसे पहले तूने ली , दो साल पहले,... लेकिन किसी ऐसे के साथ जिसके साथ किसी ने न किया है ,... मतलब ,... मतलब झिल्ली पहले , सबसे पहले कब, किसकी फाड़ी "
" तू भी न चल बता देता हूँ , साल भर से ज्यादा , वो ,... " और उसने हाल खुलासा सुनाना शुरू कर दिया।
अरे तू जानती होगी, फूलवा, जो अपने यहाँ,.... उसकी बात पूरी भी नहीं हुयी थी की गीता बीच में बोल पड़ी,...
" हाँ, हाँ अच्छी तरह,... खूब गोरी सी थी, मुस्कराती रहती थी, डेढ़ साल तो हो गया उसको गौने गए,... घासवाली न, अपने यहाँ भी तो आती थी, घास काटने,... वही क्या,... "
" हाँ, लेकिन अब बीच में मत बोलना,... " और भाई ने पहली कुँवारी पर चढ़ाई का किस्सा शुरू कर दिया,...