- 22,308
- 58,080
- 259
भाग ९८
अगली परेशानी - ननदोई जी, पृष्ठ १०१६
अपडेट पोस्टेड, कृपया पढ़ें, मजे ले, लाइक करें और कमेंट जरूर करें
अगली परेशानी - ननदोई जी, पृष्ठ १०१६
अपडेट पोस्टेड, कृपया पढ़ें, मजे ले, लाइक करें और कमेंट जरूर करें
Last edited:
Thanks so much for gracing the thread with your presence and best wishes, will be looking ahead for your views. Discerning readers like you are adornment for any story, thanks again.Congratulations Komal madam for completion of 50 episodes...I think a loong way more to go for this sexy story. Wonderful. You are one of the best Erotica Writers in this forum!!
komaalrani
Thanks so much for your comments and nice pictures
बहुत ही अच्छी कविता हैनिम्नलिखित कुछ पंक्तियों में देवर की नवविवाहित सेक्सी भाभी को देखकर उनके मन में उठे विचार है। मैं उम्मीद करती हूं कि मेरे पाठक इन पंक्तियों को पढ़ेंगे और अपने विचार व्यक्त करेंगे..
जब भाभी नीचे झुकती है
देवर की सांसे रुकती है
चुचो की घाटी आए नज़र
जिस पे मेरी जाए नजर ठहर
चेहरे पर शरारत दिखती है
जब अपनी आंखें मिलती है
जब खुले बाल लहराते हैं
मेरे दिल पे छुरिया चलाते है
जब हाथों में कंगन बजते हैं
मेरे सोये अरमान मचलते है
एक बार मुझे मिल जाए कभी
मैं पूरे कर लूंगा अरमान सभी
फूलों की सेज सजाऊंगा
भाभी को उसपर लिटाउंगा
जी भर के उनको निहारूंगा
जब इक इक वस्त्र उतआरूंगा
कितनी सुंदर कितनी प्यारी
बिन बालो की चुत तुम्हारी
अधखुली सी इसकी फाँके
गुलाबी इसमें छेद है झाँके
इस्पे चमके ओस सी बूंदे
जिसको चुमू मैं आंखें मुंदे
मेरे होंटो पे इसे सजा दो
मेरे लबो की प्यास भुजा दो
फुलो के कोमल बिस्तर पे एक दूजे को एहसास करे हम
इक दूजे में समा जाए हम आओ खुल के सहवास करे हम
![]()
![]()
![]()
![]()
Soon matlab aaj hi naLast 4 posts
1. भाग ५० माँ का नाइट स्कूल पृष्ठ ४३५
2. भाग ४९ मस्ती -माँ, अरविन्द और गीता की पृष्ठ ४२०
3. भाग ४८ - रोपनी -फुलवा की ननद पृष्ठ 394
4. भाग ४७ रोपनी पृष्ठ ३७५
Those who have missed them, please do read and comment,
Next Post soon