उन दोनों को तो ये चीखो-पुकार गीत-संगीत लगता होगा...यही तो दिक्कत थी,... इसलिए चमेलिया और गितवा को मैदान में उतरना पड़ा
और बार बार इस धुन को सुनने के लिए...
दोनों मैदान में उतर आती थीं...
उन दोनों को तो ये चीखो-पुकार गीत-संगीत लगता होगा...यही तो दिक्कत थी,... इसलिए चमेलिया और गितवा को मैदान में उतरना पड़ा
और थोड़े नखड़े भी झलकाए.. थोड़ी मान मनौव्वल..जिसके साथ जबरदस्ती की जाती है, वो भी जानती है , और चाहती है की थोड़ी जबरदस्ती हो थोड़ा चीख पुकार चिल्हट मचे
पीड़ा में आनंद जिसे हो आये मेरी मधुशाला बच्चन जी ने कहा है
फिर सबसे बड़ी पीड़ा तो पुत्र जन्म में होती है लेकिन हर नारी को लगता है की वो उसका निहतार्थ है और सबको मालूम है की सृजन का दर्द तो सहना ही होगा।
अपने गाँव पहुँचकर... अब कबड्डी चैंपियन का रोल अदा करेगी...अब जाकर कली अच्छी तरह से फूल बनी, अगवाड़े से भी पिछवाड़े से भी
बहन .. बीवी दोनों....और अब गितवा असली सगी बहन का काम निबटा रही है बड़े शौक से भी जोश से भी
अजी सुनते हो... कुछ करते क्यों नहीं....या फिर ए जी, ओ जी, अजी सुनते हो
और यही पिक्चरें आँखों को सुकून पहुँचाती हैं....Absolutely right, and i find even non-erotic pics like of paddy fields, early morning or a mango grove set the mood.
और जल्द हीं... भांजे का भी इंतजार करेगा...जा के बोलना अपने भाई से अब ऊ हमार सार हैं, तो ये सन्देश फुलवा के मर्द के लिए है , उसे अब जीजा बोलना पड़ेगा
फिर तो बार-बार आएगी...हमलोगों के विचार एकदम मिलते हैं
चमेलिया ने वही तो किया
गोलकुंडा का प्रसाद चखाया ननदिया को
और डिटेल में पूरा किस्सा सुनाने को कहेगी...एकदम सही समझा आपने
अबतक ननद भाभी से रात के निशान दिखा के चिढ़ाती थी
अब फुलवा की बारी आएगी कल से अपने ननद से पूछने की
पक्का चोदू बन गया है....“”
उसका भाई भी, एक बार बहन की चूत का स्वाद लगने के बाद कौन भाई,... और अरविन्द तो अपनी चाची का ट्रेंड किया,...
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Training hi mast mili hai arvindwa ko