Shetan
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Ufff maza la diya. Vo sab kuchh kar diya jo dill me bhadas thi. Fir bhi dill nahi bhar raha. Ab to nandiya ko mina bazar hi le chalo. Jilla top baao.मेरी ननदिया
बनाएगी अपने सगे भैया को भतार,
बनेगी मेरे साजन की सजनिया
मिश्राइन भौजी जो पास में ही किसी कच्ची कली को पकड़ के अपनी बुर चटवा रही थीं, वहीँ से अपना फैसला सुना दिया,...
" अरे तुम दोनों काहें झगड़ रही हो , दोनों एक साथ मुट्ठी पेलो, गाँड़ फटेगी जो मोचिया के यहां सिलवा लेंगी और सिलवाई में आपन दुनो जोबन लिख देंगी, "
हाँ यह सही है, चमेलिया और गुलबिया एक साथ बोलीं तो मैंने भी साथ दिया,
" ठीक है पिछवाड़े अगवाड़े में फर्क नहीं होना चाहिए,... तो दोनों एक एक मुट्ठी ननद रानी की गंडिया में पेलो और हम आपन दुन्नो मुट्ठी उनकी बुरिया में एक साथ पेलते हैं वरना ननद कहीं बुरा मान मान गयीं की उनकी बुरिया की खातिर ठीक से नहीं हुयी। " मैं बोली
और ननद चिल्लाईं जोर से, .... नहीं नहीं एक साथ दो दो नहीं,...
" अरे हमरे दू दू तीन तीन देवर एक साथ चढ़वाती हो और भौजाई के नाम पे गाँड़ फट रही है,... " गुलबिया ने चिढ़ाया।
वो बेचारी मेरी ओर देखने लगी और मुझे मौका मिल गया,... मैंने कान में बोला , दुहरी मुट्ठी से बचना है तो मेरी दो तीन बात माननी होगी। "
उन्होंने तुरंत हाँ में सर हिला दिया। मैंने खूब धीमे से बोला, जिससे चमेलिया, गुलबिया तो आसानी से सुन लें,...और इस बात की गवाह रहें की मेरी ननद ने गाँव के खुले मैदान में इन सबके सामने का का कबूला
" मेरे सैंया और अपने भैया के साथ,.... आज रात को, और आज ही नहीं जब मैं कहूं जहाँ कहूं , जिसके सामने कहूं,... जो कहूं "
बड़ी जोर से उन्होंने ना में सिर हिलाया और मैंने अनुवाद कर के चमेलिया गुलबिया को सुना दिया, ( ननद की ना ना को सुने तो भौजाई किस बात की )
" अपने भैया क रखैल, मान तो गयी हैं दू मुट्ठी एक साथ के लिए, लेकिन दो शर्त है, पहली गुलबिया पहले गौने उतरी तो पहले वो डाले, और उसके बिना निकाले चमेलिया वो गाँव में सबसे बाद में गौने उतरी है तो वो,...
चमेलिया तुरंत मुंह बना के बोली,... बड़ी ननद है और आप दोनों जेठान है इसलिए मान लेते हैं चल गुलबिया तू पेल और जब तोहार मुट्ठी पूरी तरह अंदर तो हमहुँ पेलब, "
" अरे नहीं" मैंने तुरंत टोका, " अरे ननद रानी क बात तो सुन लो दुनो भौजाई क एक साथ कोहनी तक, खाली मुट्ठी तो ऊंट के मुंह में जीरा होगा ननद रानी के "
ये बात सही है कोहनी तक पेलल जाई, आज इहो याद कर लेंगी की दू दू भौजाई से पाला पड़ा था, ... चमेलिया गुलबिया दोनों बोलीं,...
बेचारी मेरी ननद उछल के बोलीं, " अरे मैंने ये तो नहीं कहा था,... "
मिश्राइन भाभी भी सुन रही थीं एक कुँवारी ननद को ऊँगली करती बोलीं,
" अरे कइसन भौजाई हो, ये ननदियन क भाई पेलने क पहले पूछते हैं का, तो जो तुम सब पूछ रही हो पेलो दू दू मुट्ठी एक साथ,... अपने ससुरारी क होली भुला जाएँ "
अब ननद समझ गयी थीं बचत नहीं है या तो मेरी बात मान जाएँ या फिर डबल फीस्टिंग,... ननद कौन जो छिनार न हो बोलीं अदला बदली,
मैं झट से मान गयी नन्दोई मेरे बड़े ही रसिया मेरे जुबना के भी दीवाने और पिछवाड़े , मायके में होली का मज़ा जीजा के साथ और ससुराल में ननदोई के साथ , दोनों खेले खाये,...
लेकिन मैंने साफ़ भी कर दिया की अगर ननदोई नहीं होगें तो भी उन्हें मेरे सैंया के साथ,... गुलबिया हाथ मोड़ के चार ऊँगली ननद के पिछवाड़े घुसा चुकी थी , चमेलिया भी मुट्ठी मोड़ खोल के तैयार हो रही थी,
मान गयीं ननद रानी ,
मैंने तीन तिरबाचा भरवाया, जोर जोर से बुलवा कर, वो खुद बोलीं
अपने सगे भैया से चुदवाएंगी, गाँड़ मरवाएँगी, मेरे सामने, और मैं जब कहूं तब, जिसके सामने कहूं उसके सामने
एक बार नहीं बार बार बोलीं वो , गुलबिया चमेलिया तो सुन रही थीं बाकी भी एक दो, चननिया, रमजानिया उन्होंने भी सुना होगा और कल तक पूरे गाँव में बाँट आएँगी
मैंने उनको समझाया भी था ननद रानी आपके सैंया ने मेरी भी ली, मेरी छोटी बहन की भी ली और सबके सामने ली आपके मेरी सास के मेरे मरद के, ... तो फिर मेरे साजन का हक़ बनता है तोहरी बुर और गाँड़ पर,...
और उसके बदले में डबल फिस्टिंग, एक छेद में दो दो मुट्ठी एक साथ, से बच गयीं
हाँ बुर और गाँड़ दोनों में तो मुट्ठी साथ साथ होनी ही थी,
और मैंने उनके रसीले होंठों को सहला के चमेलिया को इशारा किया वो तुरंत चढ़ के अपनी बुर उनसे चटवाते बोली,... जबसे गौने उतरी थी और ननद तोहें देखी तभी से यह लाल लाल होंठ देख के मन करता था तोहसे चटवाने चुसवाने का,.. अरे तानी जोर जोर से चूसा,... बिना झड़वाये न छोड़ब,...
मैं ननद रानी के बुर में मुट्ठी डालने की कोशिश कर रही थी।
ये बात सही थी की इसके पहले मैंने ननद को मुठियाया नहीं था लेकिन देखा तो कितनी बार था, सबसे पहले और सबसे ज्यादा बार माँ को ही बुआ की बिल में और वो मुझे पास बुला के,.... देख ले बियाह के बाद अपनी ननदन को भी,... सिर्फ माँ नहीं चाची, मौसी,...