बहुत बढ़िया लिख रही हो कोमल मैं जोरू का गुलाम कहानी यही बात जब बोल रहा था कोमल मैं छेड़छाड़ बताया गया था रोमांटिक बनाने के लिए बताया गया था लेकिन सब कुछ वैसा ही हो रहा है बीवी और उनकी साली जैसा दलाल बनाना चाहती थी अब तो बन चुके हैं गुड्डी का दलाल भाई कोमल मैं आप लास्ट में लिखी थी कि कमल जीजू से साफ कर दिए हैं कि अब गुड्डी का पिछवाड़ा में कहना चाहता हूं दूसरे के बीवी और दूसरी की माल को दबा के ही ठोकते हैं किस लिए कुछ हो गया तो उसका भाई ही इलाज कराएगा और लोग तो दो रोज के लिए आए हैं थोक चले जाएंगे जिसकी माल वह संभाले अपना अभी उनकी साली का एक इच्छा बाकी है कोमल में गुड्डी भाई का पिछवाड़े का उद्घाटन कब होगा दोनों हीरो तो साथ में आए हैं गुड्डी भाई का भी पिछवाड़ा कोर है उनकी साली का इच्छापुर हो जाएगा बस अब यही देखना है गढ़वा कब बनेंगे कोमल में इसे लगे दोनों हीरो इनका पिछवाड़ा कोर भी इसी लाकर सील तोड़ दे तो अच्छा रहता है किस लिए अभी दो हीरो और बाकी हैं