" पहली बार खूंटे पे चढ़ के चोदा था तो क्या एक बार में ही सब गुर सीख गयी थी का ? अरे चुद तो हर कोई जाती है गौने की रात, ... लेकिन असली खेल तो तब शुरू हो जाता है जब औरत खुद चढ़ के चोदना शुरू करती है, मर्द को मजे दे दे के, खुद मजे ले ले के चुदवाती है और उसको सीखने में टाइम लगता ही है.
ये पहली सीख जो सास ने बताई ..कि आगे कैसे करना है...
और चौदह आने सीखी है क्योंकि चुदवाना जो है...
और सिर्फ पश्चिम पट्टी की .. पूरब पट्टी की औरतों ने क्या गुनाह किया था...
" आपके लिए पंच गव्य लायी हूँ " मेरी बुर में मलाई बजबजा रही थी कुछ रोकने के बाद भी छलक के बुर की फांको पे चिपकी
ये तो सबसे अच्छा प्रसाद दिया सास को...