Aaja mere ghar kaddu khilata hunLast time bol rahi hoon... Nahi to duniya gol hain aapke ghar pahunch jaungi.... discharge hone ke baad
Aaja mere ghar kaddu khilata hunLast time bol rahi hoon... Nahi to duniya gol hain aapke ghar pahunch jaungi.... discharge hone ke baad
बहुत बहुत शुक्रिया आपकी इस खूबसूरत प्रतिक्रिया के लिए,,,,,,Gam ki Jung sabhi ko hai... hai dukh ey dard....
Hathiyar se nahi....... Kinhi logo ki baton se...
Par tu toh Jung se pehle hi sab kuch chhod bhage....
Tujhe se hi ek ummid.... Par tu toh bich raste me hi chhod diye hath meri
(ek kayar ki tarah)
Naina ji kya hua tha apko kis chij ka operation ho Raha haiLast time bol rahi hoon... Nahi to duniya gol hain aapke ghar pahunch jaungi.... discharge hone ke baad
Cancer breast cancer aur kuch janni haiNaina ji kya hua tha apko kis chij ka operation ho Raha hai
बहुत खूब भाई,,,,,दर्द हो दिल में तो दबा कीजिये
दिल ही जब दर्द हो तो क्या कीजिये
Thik hai......bye dil tod dia aapneबहुत बहुत शुक्रिया आपकी इस खूबसूरत प्रतिक्रिया के लिए,,,,,,
आपका ये सब कहने का मतलब अगर इस बात से है कि मैंने कहानी लिखना बंद कर दिया है तो नैना जी, इस बारे में मैं हर उस ब्यक्ति को बता चुका हूॅ जिन्होंने मुझसे इसकी वजह पूॅछा था।
यहाॅ पर मैं इस बारे में किसी से कुछ भी नहीं कहना चाहता। मैंने कहानी लिखना बंद कर दिया ये मेरी समस्या है, या फिर ये समझिए कि ये मेरी मर्ज़ी की बात है। किसने क्या किया और क्या नहीं किया ये वो लोग अच्छी तरह से जानते हैं जिन्होंने कुछ किया होगा। मैं किसी भी ब्यक्ति विशेष पर कोई टिप्पड़ी नहीं करना चाहता। मेरा दिल नहीं किया कहानी लिखने का इस लिए बंद कर दिया, बात खत्म।
नैना जी, बेवजह एक ही बात को बार बार दोहराने का कोई मतलब नहीं है। यहाॅ सब मेरे दोस्त भाई हैं और मैं नहीं चाहता कि मेरी किसी बात से उनमें से किसी के भी दिल को ठेस पहुॅचे। आप से भी ग़ुज़ारिश है कि आइंदा इस बारे में मुझसे कोई भी बात न करें।
!! धन्यवाद !!
क्या मतलब है आपका नैना जी..????Nasib hum khud likhte hain... Dekh operation ki baad aaj bhi jinda hoon bas dukh ish baat ki motu ne khabar na li
अब इतनी बड़ी मेहरबानी मुझसे नहीं हो सकेगी भाई,,,,,,Subhamwa story suru karo bhai
Bohat khub Bhaiमैं नादान था जो वफ़ा को तलाश करता रहा ग़ालिब
यह न सोचा के एक दिन अपनी साँस भी बेवफा हो जाएगी