Lazwaab shandaar updateऊपर पहुंच कर मैं पहले अपने कमरे में गया और कपड़े उतार दिए फिर मैं बाथरूम में घुसने लगा पर उसका दरवाजा अंदर से बन्द था और पानी की आवाज़ आ रही थी मैं समझ गया मेरी जान निकिता नहा रही है .........
मैंने इंतजार करना ठीक समझा और सिर्फ अंडरवियर में आ कर बेड पर बैठ गया और अपने फोन पर पोर्न सर्च करने लगा ........ और एक वीडियो के टाइटल पर नजर पड़ते ही मैं चौंक गया ........ teen loves bdsm मैंने वो वीडियो प्ले कर दी ....... और 20 मिनट को वीडियो देख कर मैं हिल गया ....... वाकई बहोत इरोटिक और डोमिनेट वीडियो थी ये ..........
मुझे याद आया आज दिन में रानी की कुछ ऐसी ही चुदाई की थी मैंने बस फर्क ये था कि वो बंधी नही थी ........ फ्री थी ...... तभी मुझे बाथरूम से पानी की आवाज़ आनी बन्द हो गई और दरवाजा खुलने की आवाज़ आयी मैं उठ कर बाथरूम में गया और देखा दीदी नहा कर जा चुकी थीं उनके दिन में पहने हुए कपड़े और ब्रा पैंटी बाथरूम के हेंगर पर लटके हुए थे .........
वो देख कर मुझे ख्याल आया कि शायद दीदी इस वक़्त एकदम नंगी होगी अपने कमरे में और मैंने बाथरूम का दूसरा दरवाजा खोलना चाहा पर वो दूसरी तरफ से बंद था ....... दरवाजा नही खुला तो मैं वापस दीदी के कपड़ो के पास आ गया और सबसे पहले मैंने दीदी का ब्लू कलर का ब्लाउज उठाया और उसकी बगल को नाक से लगा कर सूंघ लिया उफ़्फ़फ़फ़ गज्जब की खुशबू थी दीदी के पसीने की मेरा तो लंड दो सेकेंड में खड़ा हो कर उछलने लगा .......
मैं ब्लाउज में से दीदी के बदन की स्मेल सूंघते हुए लंड सहलाने लगा और फिर मैंने दीदी की ब्लैक पैंटी भी उठा ली और उसे भी सूंघने लगा ........ पैंटी की स्मेल कुछ अलग थी पर थी एकदम नशीली ........ कुछ देर तक दीदी के कपड़ो की खुशबू लेने के बाद मैंने उन्हें वापस अपनी जगह रखा और शावर खोल दिया .........
अपना अंडरवियर भी निकाल कर मैं एकदम नंगा हो गया और साबुन से धो धो कर अपने बदन को साफ करने लगा पता नही क्यों पर मैं कुछ अलग मूड में था ...... और नहा कर सिर्फ एक तौलिया लपेट कर मैं बाहर आ गया ........ दीदी अभी भी अपने कमरे में थी ..... मैं बेड पर लेट गया और उनका इंतजार करने लगा 10 मिनट बीत गए पर दीदी का कहीं कोई पता नही था ...........
और इंतजार करना मुझे मुश्किल लगने लगा और फिर मैं उनके कमरे पर जा पहुंचा और दरवाजा नॉक किया ....... अंदर से कुछ आवाज़ें आ रही थीं जैसे वो किसी से बात कर रही हों ........ दरवाजा नॉक होते ही मुझे उनकी आवाज़ सुनाई दी ........ होल्ड जान कोई नॉक कर रहा है लगता है कि विकास होगा .........
और फिर दरवाजा खुला दीदी नहा कर एकदम खिली खिली सी और हल्के मेकअप में किसी परी जैसी खूबसूरत दिख रही थीं मैं तो बस उन्हें देखता ही रह गया बिना पलकें झपकाए ....... वो मुझे ऐसे देखता देख कर हंस दी और उनके मोतियों जैसे सफेद दांत झलकने लगे ........ उन्होंने अपनी ब्लैक नाइटी पहनी थी ........ वो बोली क्या हुआ जानू ऐसे क्या देख रहे हो ....... मैंने कहा बस देख रहा हूँ कितनी सेक्सी है मेरी बीवी ......... अभी कितनी देर लगाओगी मैं कब से इंतजार कर रहा हूँ तुम्हारा ...... कहते हुए मैंने टॉवल के ऊपर से लंड को मसल दिया ........
दीदी मेरी हरकत से खिलखिला कर हंस दी और बोली बस आ रही थी कि प्रतीक का फोन आ गया ........ ये सुन कर मेरा मूड कुछ ऑफ हो गया ....... मैंने कहा ठीक है कर लो बात मैं जा रहा हूँ ....... जैसे ही मैं मुड़ा दीदी ने मेरा हाथ पकड़ लिया और बोली प्लीज जान नाराज़ मत हो तुम्हारा ही तो आर्डर था कि मैं उसे पूरा टाइम और अटेंशन दूँ ........
मैंने हाथ छुड़ाते हुए कहा ठीक है तो मैं कहां कुछ कह रहा हूँ जा रहा हूँ ना और मैं अपने कमरे में चला आया ....... दो मिनट बाद दीदी भी फोन पर बात करते हुए कमरे में एंटर हुई और दरवाजा बंद कर के बेड पर आ कर बैठ गईं ........
दीदी- ok जान अब बस आज मुझे नींद आ रही है बहोत थकी हूँ बाकी बातें कल कर लेंगे ......
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अब उधर की बात तो मुझे सुनाई नही दे रही थी .....
दीदी- 5 मिनट में क्या हो जाएगा जान जाने दो ना नींद लगी है ....... इतना कहते हुए दीदी ने टॉवल के ऊपर से मेरे लंड पर हाथ फिराना शुरू कर दिया .......
पर मैंने उनका हाथ हटा दिया दीदी फिर बोली नही आज कुछ नही करवा सकती समझा करो न प्लीज क्यों ज़िद कर रहे हो और वो रोनी सी सूरत बना कर मुझे देखते हुए अपने कान को हाथ लगा कर सॉरी बोलने लगी ........
दीदी- हम्म्म्म हां कल बताया तो था मैं उसे टीस करती रहती हूं और वो मुझे अब ताड़ने लगा है मेरी सीने और पिछवाड़े को और कल से मैं अपनी ब्रा पैंटी भी बाथरूम में छोड़ने लगी हूँ अभी तक तो कुछ नही किया पर उम्मीद है जल्दी ही कुछ होगा .......
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दीदी- तुम चिंता ना करो मैं कर लुंगी किसी दिन अपनी नंगी चुचियाँ दिखाती हूँ उसे फिर तो उसका मूड बनेगा ही अच्छा अब बस bye good night ....... और उन्होंने फोन काट कर फेंक दिया ......
मैं चुपचाप निर्विकार भाव से लेता छत को घूर रहा था दीदी ने मेरी बांह पकड़ कर मुझसे लिपटते हुए अपनी चूची मेरी बांह पर रगड़ दी और मेरे नंगे सीने पर हाथ रख कर फिराते हुए बोली क्या हुआ जान अब ऐसे नाराज़ होगे अपनी घरवाली से ....... तुमने ही तो बोला था ....... मैंने कहा बोला था इसका ये मतलब नही की हर टाइम मुझे इंतजार ही करना पड़े ...... आज कितने मूड में था मैं दीदी ने बड़ी मासूमियत से मेरी ओर देख कर दोनो हाथो से दोनो कान पकड़ कर कहा सॉरी ना जान दोबारा से ऐसा नही होगा ........
जिस दिन भी तुम्हारा ऐसा मूड ही सुबह से बता देना उस दिन मैं प्रतीक को सुबह सुबह ही समझा कर कोई बहाना मार दूंगी ....... मैंने कहा बताया तो था सुबह ही और सुबह सुबह तुमने मूड भी बना दिया था मेरा ........ दीदी बोली हेलो मैंने नही आपने मेरा मूड बना दिया था कितनी रगड़ के चाटी थी मेरी गांड़ सारा दिन मेरी बुर में सनसनी होती रही आज ..........
और तुम तो फिर भी दोपहर में अपना मूड सही कर आये थे रानी के साथ मैं तो ऐसे ही घूम रही ना प्यासी चुदासी ......... इन शब्दों को बोलते बोलते दीदी की आवाज़ में ठरक भर गई थी ........ फिर वो बोली अब छोड़ो भी ना जान तुम्हारी सेक्सी बीवी तैयार है सारी रात अपने पति के लंड की सेवा के लिए अब इस टाइम पर मूड मत ऑफ करो अपना ........ वरना ....... कहते हुए दीदी ने अपनी उंगली उठा ली......
मैंने कहा वरना क्या अब धमकी भी दोगी मुझे ........ दीदी ने कातिल मुस्कान के साथ मुझे देखते हुए कहा वरना मुझे मूड सही करना आता है और आंख मार के अपना लिपस्टिक से रंगा सुर्ख निचला होंठ अपने दांतों में दबा लिया ....... उनकी इस अदा से मैं हंस पड़ा और मुझे हंसता देख वो मुझ पर झुक गयी उनकी सांसे मेरी सांसो से टकराने लगी ........ दीदी फुसफुसा कर बोली ऐसे ही हंसते रहा करो मेरी जान वो सड़ी हुई शक्ल मत बनाया करो ......... और इसी के साथ दीदी ने अपने होंठ मेरे होंठो पर रख दिये उम्म्ममहह ...... की आवाज़ के साथ ही मेरे फोन की घंटी बजने लगी ..........
कसम से झांट सुलग गयी उस आवाज़ को सुन कर दीदी मेरे ऊपर से हटने लगी पर मैंने उनकी कमर को थाम कर उन्हें वापस अपनी ओर खींचना शुरू कर दिया ....... दीदी बोली कॉल तो देख लो किसका है मैंने कहा होगा यार छोड़ो ना और दीदी को जबरन अपने सीने पर लिटाते हुए उनके नरम होंठ चूम लिए ........ दीदी भी मेरे चुम्मे के जवाब में अपने होंठ मेरे होंठो से रगड़ने लगी .......
तभी फोन की खामोश हो चुकी घंटी फिर से बजने लगी ....... और इस बार दीदी अलग हो ही गयीं और बोली यार देख लो ना वरना बार बार आता रहेगा और मैंने तकिए के नीचे से फोन निकाला ......... श्वेता की कॉल थी मैंने दीदी को बताया श्वेता है वो बोली तो रिसीव करो ना और मैंने कॉल रिसीव कर ली ........
श्वेता- हेलो विकी क्या हो रहा है डिअर ......
मैं- हेलो श्वेता कुछ नही बस लेटा था ......
तभी दीदी ने स्पीकर ऑन कर दिया मेरे फोन का ।
श्वेता- अकेले लेटे हो .......
मैं- (कुढ़ कर) अब तुम तो लखनऊ में हो ना यार यहां होती तो तुम्हारे साथ लेटता .....
श्वेता- क्यों भाभी हैं ना उन्हें बुला लो उनके साथ लेटो .....
मैं- ok बुलाने जा रहा रखता हूँ .....
श्वेता- अरे क्या हुआ कैसे बात कर रहे हो लगता है मैंने गलत टाइम पर फोन कर दिया .... ..
मैं- (सम्हल कर) अरे नही ऐसी बात नही है यार तुम्ही ने कहा कि दीदी को बुला लो तो बोल दिया बस यूं ही ...... और तुम बताओ क्या हो रहा है ........
श्वेता- कुछ नही यार बस अभी सब काम खत्म कर के आयी तो आज न्यूड सोने का मन किया अभी कम्बल में हूँ एकदम नंगी ......
मैं- ओहहह काश मैं भी वहां होता ......
श्वेता- तो आ जाओ ना विकी ....... मेरा भी बड़ा मन कर रहा है .......
मैं- फिलहाल तो तुम्हें आना होगा 2 को ...........
श्वेता- ह्म्म्म देखो , अच्छा आज तुम्हारा भाभी के साथ प्रोग्राम था क्या हुआ नही आईं क्या ......?..
मैं- बस आती होंगी या शायद रूम के बाहर हों बात कर रहा हूँ इसलिए बाहर ही रुक गयी हों .........
श्वेता- ओहहह ऐसा है तो मैं रखती हूं जान ....... bye good night ..... love you viki .......
मैं- ok bye jaan love you uuummmahhhhh
और मैंने फोन काट दिया ........ दीदी बड़े गौर से मुझे देख रही थीं फोन काटते ही बोली लगता है ये भाई बहन हम पति पत्नी को ऐसे ही सताते रहेंगे ....... मैंने भी मुस्कुरा कर जवाब दिया ...... अब उनके पास हमारे जैसे आपस मे मस्ती करने का जुगाड़ तो है नही बेचारे हमारे भरोसे ही हैं ....... दीदी मुह बना कर बोली दोनो एक दूसरे से सेक्स करना चाहते हैं पर कोई शुरुवात करने को तैयार नही बस पका पकाया चाहिए सबको खाने के लिए ..........
मैंने कहा छोड़ो ना यार अब मूड कैसे बने ये बताओ ....... मेरी बात सुन कर दीदी बेड से उतरी और अलमारी खोल कर बियर वाली पॉलीथिन निकाल लायी और बेड पर रख कर दो बियर निकाल कर एक मुझे पकड़ा कर दूसरी खुद खोल ली ..........
मैंने अपनी बियर खोली और खुद पीने लगा दीदी ने भी घूंट भरते हुए अपने फोन पर व्हाट्सप्प खोला और प्रतीक की चैट खोल कर स्क्रॉल करते हुए कुछ ढूंढने लगी ........, थोड़ा ऊपर जा कर ढेरों वीडिओज़ दिखने लगे और दीदी ने के वीडियो प्ले कर के फोन हमारे बीच मे रख दिया और बोली ये देखो आज दोपहर में भेजा था प्रतीक ने ...........
मैं बियर पीते हुए वो वीडियो देखने लगा ........ 2 लड़कियां और एक हट्टा कट्टा मर्द दिख रहे थे जिनमे से एक 18-19 साल की स्लिम यंग लड़की दूसरी 35-38 साल की तगड़ी तंदुरस्त milf और वो लड़का कोई 20-22 साल का रहा होगा वो तीनो इंग्लिश में बात कर रहे थे लड़का सोफे पर बैठा हुआ था और फिर उन दोनों ने लड़के के सामने बैठ कर उसका पैंट खोल कर उसका लंड बाहर निकाला और चूसने लगी दोनो एक साथ ही उसका 8 इंच का खूंटे जैसा सख्त मोटा लौड़ा कुतियों जैसे चाट रही थी कुछ देर तक उसका लौड़ा चूसने के बाद वो पतली दुबली जवान लड़की खड़ी हुई और सोफे पर चढ़ गई लड़का उसकी पैंटी के ऊपर से उसकी चूत वाले हिस्से को चूमने लगा और अगले ही पल उस लड़की ने अपनी पैंटी नीचे सरका दी ........ .
आगे का सीन देख कर मैं चौंक गया पैंटी सरकते ही उस लड़की की चूत की जगह 7 इंच का कड़क और सख्त लंड लहरा रहा था और वो लड़का उस लड़की (जो कि वास्तव में एक शी मेल थी) का लंड मुह में ले के चूसने लगा ........ ये देखते ही मेरे मुह से निकला ओहहह तेरी ये क्या बवाल है बहनचोद ....... दीदी बोली कैसा लगा मैंने कहा इंटरेस्टिंग ....... और मैंने आखिरी घूंट भर कर खाली कैन टेबल पर रख दी और दूसरी बियर कर पीते हुए आगे की वीडियो देखने लगा अब वो shemale घूम कर अपनी गांड़ लड़के से चटवा रहा था और फिर उसने लड़के की गोद मे चढ़ कर अपनी गांड़ में उसका मोटा लंड ले लिया और तेजी से उछलते हुए गांड़ मरवाने लगी ........ दूसरी औरत नीचे बैठी उस लड़के के लंड की गोलियाँ चाट रही थी .......
फिर थोड़ी देर बार shemale नीचे आ गया और उसने सोफे पर लेट कर उस औरत को अपने ऊपर आने का ईशारा किया और उस औरत ने ऊपर आ कर अपनी चूत में shemale का लंड डाल लिया और वो लड़का पीछे से अपना लंड में औरत की गांड़ में डाल कर धक्के लगाने लगा ........, वो औरत उस लड़के और shemale के लंड से एक साथ चुद रही थी और तीनों मज़े में डूबे तेज आहें भरते हुए जोरदार चुदाई में लगे पड़े थे .........,
दीदी ने भी दूसरी बियर खोल ली थी ...... और वो भी बियर पीते हुए बड़ी उत्सुकता से वो वीडियो देख रही थीं ......... मैंने कहा यार ये तो कमाल की चीज है लड़की और लड़के का मज़ा एक साथ दीदी बोली प्रतीक ने ये वीडियो दिखा कर उनसे पूछा कैसी लगी ......, मैंने कहा तो क्या कहा तुमने उनसे .......
दीदी बोली मुझे तो बड़ी एक्सिटेड लगी ये वीडियो देख कर बस मन हो रहा है कि इस औरत की जगह मैं होऊं और दो लण्ड ऐसे ही एक साथ ........ मैंने कहा फिर प्रतीक क्या बोले ....... दीदी ने बताया वो कह रहे थे कि जल्दी से तुमसे चुद लूं फिर शादी के बाद वो और तुम ऐसे ही एक साथ मुझे चोदोगे ........ ये सुन कर मेरा लंड सर उठा कर सर हिलाते हुए उनकी बात का समर्थन करने लगा ये वीडियो देख कर मैं भी बहोत उत्तेजित हो चुका था .......
मैंने कहा यार ये ऐसे वाले तो इंडिया में नही मिलते होंगे ये सब तो बस विदेशों में होता होगा ....... दीदी बोली मैंने भी ऐसा ही सवाल किया था प्रतीक से तो उन्होंने बताया मिल जाते हैं यहां भी गोआ दिल्ली या ऐसे ही बड़े शहरों में बस इनका चार्ज ज्यादा होता है यहाँ .......
वीडियो में अब वो दोनों झड़ने की कगार पर थे और लड़के ने औरत की गांड़ से लंड बाहर निकाला और औरत shemale के ऊपर से उठ कर जमीन पर बैठ गयी फिर वो लड़का और shemale औरत के सामने खड़े हो कर मुठ मारते हुए एक दूसरे को किस करने लगी और वो औरत उन दोनों के लंड बारी बारी से चूसते हुए मुठियाने लगी और आखिर में दोनो उस औरत के मुह और चेहरे पर झड़ गए और उसने दोनो का वीर्य चाट कर पी लिया ..........
वीडियो खत्म होते होते हमारी दूसरी बियर भी खत्म हो चुकी थी दीदी ने अपना कैन फेंक कर खड़े होते हुए एक झटके में अपनी नाइटी निकाल कर फेंक दी उनके नंगे बदन शाम को खरीदी हुई वाइट ब्रा पैंटी का सेट था और इसमे वो बेहद आकर्षक और कामुक लग रही थीं ........... नशे और सेक्स की वजह से उनकी आंखें गुलाबी हो रही थीं दीदी का ये रूप देख कर मैंने एक तेज सीटी मार दी और बोला ........ निकिता आज तो एकदम माल लग रही हो मेरी जान दीदी हंस कर बोली क्यों आज से पहले नही लगती थी क्या .......
मैंने कहा जानू आज मेरा दिल कर रहा कि कुछ खास करो तुम ....... दीदी ने कहा जैसे कि .......? मैंने कहा अब ये मैं थोड़े बताऊंगा यार कैसी बीवी हो तुम ...... दीदी ने होंठ गोल कर के दिमाग पर जोर डालते हुए सोचा और फिर बोली हां याद आया प्रतीक कहता है कि आजकल के लड़कों को बेशर्म लड़कियां ज्यादा पसन्द हैं ........ क्या तुम्हें भी ऐसी लड़कियां पसन्द हैं जानू ......
मैंने टॉवल के ऊपर से लंड मसलते हुए कहा हां ऐसी लकड़ी तो सबको पसन्द होगी यार जो बेशर्म हो और खुल कर चुदाई को एन्जॉय करे ....... दीदी मुस्कुरा कर बोली फिर दिखाऊँ अपनी बेशर्मी ......? मैंने आंख मार कर कहा ये भी कोई पूछने की बात है जानेमन ....... और दीदी ने एक तकिया बेड की पुश्त से टिका कर खड़ा कर दिया और मुझे उसके सहारे बैठने का इशारा किया मैं उस पर पीठ टिका कर पैर फैला कर बैठ गया ........
और दीदी ने अपने फोन पर कांटा लगा प्ले कर दिया ..... और उनका नंगा बदन थिरकने लगा ....... दीदी बहोत अच्छी डांसर हैं ये मुझे पता तो था पर उसका असली मज़ा आज आ रहा था मुझे खास कर उनकी ब्रा में अधनंगी चुचियाँ और पैंटी से बाहर निकलने को बेकरार चूतड़ और जिस तरह वो उन्हें हिला हिला कर नाच रही थीं मेरा दिल और लंड दोनो हिले जा रहे थे .........
नाचते हुए वो बेड पर चढ़ गई और मेरे चेहरे के सामने खड़ी हो कर अपनी चुचियाँ सहलाते हुए कमर मटकाने लगी मुझसे बर्दाश्त करना मुश्किल हो रहा था तो मैंने उनकी कमर पकड़ कर अपना मुह उनकी चूत पर दबा दिया और दीदी अपनी कमर को शेक करते हुए अपनी पैंटी से ढकी चूत मेरे चेहरे पर रगड़ने लगी ..........
फिर जल्दी ही वो घूम गयी और अपने चूतड़ों को मेरे सामने परोस दिया उफ़्फ़फ़ सफेद पैंटी उनके गोरे चूतड़ों को इतना खूबसूरत लुक दे रही थी मैं बस दीवानों की तरह उनके चूतड़ चूमने लगा ऊम्म्म्म उम्म्म ऊऊम्म्म्म्महहह आहह ....... तभी गाना खत्म हो गया और दीदी बोली राजा मेरी गांड़ का स्वाद नही लोगे ....... मैंने सिसकते हुए कहा aahhhh दो ना रानी और दीदी ने थोड़ा सा झुकते हुए बड़ी अदा से अपनी पैंटी को उंगली से सरका कर अपनी नंगी गांड़ का दीदार करा दिया मुझे ...... और मैंने देर ना करते हुए अपनी नाक उनकी गांड़ के छेद पर रगड़ते हुए गांड़ को सूंघना शुरू कर दिया aaahhhhh क्या मदहोश करने वाली खुशबू थी वो .......
और मेरी जीभ लपलपाती हुई बाहर आई और दीदी की गांड़ के छेद को कटने के सुख लूटने लगी ....... दीदी और झुक गयी और उन्होंने टॉवल में हाथ डाल कर मेरा खड़ा लंड पकड़ कर सहलाते हुए कहा aaahhhh जान आज इसे मेरी गांड़ में पेल कर अच्छे से चोद देना मेरी गांड़ को राजा .......
मैं जीभ को नुकीला कर के गांड़ के छेद में घुसाने की कोशिश करता रहा और जब सफलता नही मिली तो मैंने दीदी के गांड़ के छेद को मुह में भर कर चूसना शुरू कर दिया उम्म्ममहहहहह और दीदी सिसकने लगी उनकी टाँगे कांपने लगी मज़े और गुदगुदी से और आखिर में एकदम से हट गई और बोली ओहहह राजा पागल कर देते हो तुम मुझे प्यार में ........
दीदी घूम कर कमर पर हाथ रखे खड़ी मेरी आँखों में देख रही थीं मैंने कहा तुम मुझे इतना दीवाना बना देती हो कि मुझे होश ही कहाँ रहता है जान ....... दीदी बोली रुको अभी बताती हूँ और उन्होंने मेरी टांगों को फैला कर थोड़ी जगह बनाई और बीच मे पेट के बल लेटते हुए मेरा टॉवल पकड़ कर खींच दिया वो खुल तो गया पर मेरे नीचे दबा हुआ था .......
दीदी ने टॉवल को मेरी कमर के दोनो ओर हटाते हुए खड़े हुए लंड को ललचाई आंखों से देखते हुए होंठो पर जीभ फिराई और बोली हाय्य्य्य कितना मस्त लौड़ा है मेरा यार का दिल करता है खा जाउँ ....... मैंने कहा खा ले रानी तेरा ही तो है और दीदी ने लंड को मुट्ठी में भर कर सुपाड़े को बाहर निकालते हुए चूम लिया और अपने होंठो पर गर्म सुपाड़े को रगड़ने लगी ........ और फिर जीभ निकाल कर सुपाड़े को चाट चाट कर गीला करने लगी सुपाड़े को अच्छी तरह चाटने के बाद उनकी जीभ लंड के चारो ओर घूमने लगी वो उसे हर तरफ से चाट रही थीं .......
और फिर लंड की जड़ में जीभ फिराते हुए उन्होंने मेरे आंड़ मुह में भर लिए और उन्हें चूसते हुए लंड को सहलाने लगी ....... मेरी आँखें बंद हुई जा रही थी मज़े से पर मैं उन्हें जबरन खोल कर दीदी की यूँ अपने लंड से खेलते देख रहा था .........
फिर दीदी ने आंड़ को मुह से निकाला और दोबारा लंड को चाटने लगी दीदी आज किसी जल्दी में नही लग रही थीं और वो खेल को लंबा खींचना चाहती थीं अच्छा हुआ मैंने दोपहर में रानी को एक बार चोद लिया था वरना मैं अब तक झड़ चुका होता उनके मुह की गर्मी लंड पर महसूस कर के ....... तभी मुझे एक शरारत सूझी और मैंने झुक कर अपने सुपाड़े पर थूक दिया मेरा गाढ़ा थूक सुपाड़े से बहता हुआ लंड की जड़ की ओर बहने लगा ......
दीदी ने ये देखा और मेरी आँखों मे देखते हुए किसी चुदासी रांड जैसे जीभ निकाल कर वो बहता हुआ थूक चाट लिया और फिर सुपाड़े को होंठो में दबा कर अपने होंठ लंड पर फिसलाते हुए उसे ज्यादा से ज्यादा मुह में भर कर चूसना शुरु कर दिया ......., साथ ही उनके हाथ मेरे पेट से होते हुए मेरे सीने तक आ गए और उन्होंने मेरे निप्पल्स को उंगलियों से रब करते हुए तेजी से अपने सर को गति दे कर लन्ड को मुह में अंदर बाहर करते हुए ओरल सेक्स का पूरा मज़ा लेना शुरू कर दिया .......
मैंने एक हाथ दीदी के सर पर रखा और उनके बाल सहलाने लगा और फिर एकदम से मैंने दीदी के बाल मुट्ठी में पकड़े और उनका मुह लंड पर दबाते हुए सुपाड़ा उनके गले मे उतार दिया दीदी हाथ पटकने लगी पर मैंने 8-10 सेकेंड वैसे ही लंड उनके हलक में फंसाए रखा और फिर जैसे ही मैंने लंड बाहर खींचा वो तेजी से हांफते हुए बोली उफ़्फ़फ़फ़ मेरी सांस रुक गयी थी ......
पर मज़ा भी आया ....... मैंने उन्हें बालों से पकड़े हुए ही खींच कर उनका चेहरा ऊपर उठाया और झुक कर उनके होंठ अपने मुह में ले कर चूसने लगा दीदी रेंगती हुई सी ऊपर आयी और मेरे सीने से लिपट कर खुद को मेरे हवाले करते हुए ढीला छोड़ कर बोली aaahhhhh चुसो जान जी भर के चुसो अपनी जवान सेक्सी बीवी का रस पी लो जी भर के मेरे एक एक अंग का रस और अपने होंठ मेरे होंठो से चिपकाते हुए अपनी जीभ मेरे मुह में डाल दी ........
मैं अपनी जीभ उनकी जीभ पर फिराते हुए स्वाद ले रहा था और मेरे हाथ उनकी नंगी पतली कमर को सहलाते हुए उनके चूतड़ों की ओर बढ़ चले और फिर उनके अधंनगे चूतड़ मेरी मुट्ठी में कैद हो गए ...... मैं पूरी ताकत से दीदी के चूतड़ों को मसलते हुए उनकी जीभ को दांतो से पकड़ रहा था और फिर मैंने दीदी के चूतड़ों पर दो दो थप्पड़ लगा दिया ........
चटाक चटाक की आवाज़ गूंजी और दीदी सिसक उठी ....... aaahhh राजा love you मेरी जान ऐसे ही मज़े दो अपनी बीवी को आज चोद चोद के बेहाल कर दो मुझे आज ...... मैंने दीदी की आंखों में झांकते हुए कहा मुह खोल साली और दीदी ने बड़ा सा मुह खोल दिया मैंने दो उंगलियां दीदी के मुह में डाल दी और दीदी उन्हें चूसने लगी ........ और फिर मैंने थूक से भीगी अपनी उंगलियां दीदी के मुह से निकाली और उनकी पैंटी में पीछे से हाथ घुसा कर दीदी की गांड़ के छेद को अपनी गीली उंगलियों से रब करते हुए एकदम से दोनो उंगलियां दीदी कि कसी हुई गांड़ में पेल दी ........
दीदी ने एक तेज आहह ली और झुक कर मेरे निप्पल को चाटते हुए होंठो में दबा कर चूसने लगी और मैं तेजी से उंगली दीदी की गांड़ में पेलने लगा और फिर एकदम से मैंने दीदी के बाल पकड़ कर खींचते हुए उनका मुह अपने निप्पल से हटा कर अपनी उंगलियों को दीदी की गांड़ से निकाल कर उन्हें दिखाते हुए चाट लिया दीदी ये देख कर सिसकते हुए बोली ओहहह जान love you baby ........
मैंने अपनी उंगलियां अच्छे से चूसी और फिर से उन्हें वापस दीदी की गांड़ में सरका दिया ...... और दो तीन बार गोल गोल गांड़ के अंदर घुमा कर फिर से बाहर निकाला और इस बार दीदी के होंठो पर रख दिया दीदी ने बिना कुछ बोले मुह खोला और मेरी उंगलियां चूसने लगी ........
हम दोनों हवस में जल रहे थे और नशे में हमारे दिमाग हवा में उड़ रहे थे ....... और फिर दीदी उठी और मेरे सामने कुतिया बनते हुए बोली राजा अब पेल दो अपना लौड़ा मेरे किसी छेद में बुर बहुत चुदासी है ...... मैंने दीदी के चूतड़ सहला के एक तेज थप्पड़ लगाया ....... चटाक ...... कौन चुदासी है साली बता ना ...... दीदी ..... aaahhhh तेरी बीवी तेरी बहन की बुर चुदासी है राजा चोदो ना ...... मैंने घुटनो पर बैठ कर दीदी की पैंटी को दोनो हाथो से पकड़ा और पूरी ताकत लगा कर फाड़ दिया चर्रर्रर्रर कि आवाज़ के साथ पैंटी फट गई और दीदी की गांड़ नंगी हो कर ऐसे खुल गई जैसे किसी कीमती तोहफे का गिफ्ट रैपर खुल गया हो ........
मैंने एक और झटका मार कर चूत के सामने की पैंटी भी फाड़ दी और दीदी की नंगी घनी घुँघराली झांटो भरी बुर को मुट्ठी में भर कर पूरी ताकत से मसल दिया दीदी एकदम से कसमसा उठी और बोली हाय्य्य्य कितना तड़पायेगा आज अपनी चुदासी बीवी को ....... मैंने झुक कर दीदी की गीली पानी छोड़ रही बुर को चूम लिया और जीभ निकाल कर किसी भूखे कुत्ते जैसे उनकी बुर चाटने लगा .........
उम्म्ममह आआहहह और चाटो राजा पूरी जीभ घुसा दो बुर में अंदर तक और मैंने एकदम से जीभ को बुर में घुसा कर गोल गोल घुमाते हुए होंठो को बुर के होंठो पर चिपका कर जीभ से ही निक्की की चुदाई शुरू कर दी ....... दीदी के दोनो हाथ अपनी चुचियों को मसलने में व्यस्त थे ........ और वो अपनी गांड़ हवा में पीछे को उछाल रही थीं ......... दो मिनट तक ऐसे ही उनकी बुर में जीभ घुमा कर मैंने जीभ निकाली और घुटनों पर आते हुए सुपाड़ा बुर पर टिका दिया लंड की गर्मी महसूस करते ही दीदी ने गर्दन घुमा कर मेरी ओर देखा और बोली aahhhhh चोद दे राजा पेल दे अपना लौड़ा बीवी की बुर में और मैंने दीदी की कमर हांथो में थाम के तेज धक्का देते हुए जड़ तक लौड़ा उनकी बुर में उतार दिया .......
aaahhhhh ...... ufffff दीदी की मुह से आवाज़ आयी और मेरी कमर की गति बढ़ने लगी और जल्दी ही मेरी जांघे दीदी के चूतड़ों को टक्कर मारने लगी और पूरा लंड तेज गति से उनकी बुर में अंदर बाहर होने लगा ......... मैंने धक्के मारते हुए कहा रानी 2 तारीख को इसी कमरे में इसी बेड पर अपनी ननद को चुदवा देना मेरे लंड से .........
दीदी तेजी से अपनी गांड़ लंड पर दबाती हुई सिसक कर बोली उफ़्फ़फ़ हां मेरी जान 2 को रात में नंगी कर के अपनी ननद को लिटा दूंगी तेरे लंड के नीचे चोद लेना उसे भी लेकिन अभी तो अपनी बीवी को चोद ले राजा उफ़्फ़फ़ क्या मस्त लौड़ा है और क्या तूफानी चुदाई करते हो मेरी ननद अभी कुंवारी है प्यार से चोदना उसे वैसलीन लगा के .........
मैंने दीदी के चूतड़ सहला कर और तेजी से धक्के लगाते हुए क्या वैसलीन क्या करना है रानी तुम उसकी बुर चाट के और मेरा लंड चूस के चिकना कर देना ........ फिर गीला गीला लंड उसकी बुर में डलवा देना ........ दीदी बोली ठीक है राजा जैसा तुम चाहो .........
और इतना बोलते हुए दीदी आगे खिसक कर लंड को चूत से निकालते हुए पलट कर टाँगे फैला कर लेटती हुई बोली आ जाओ जानू अब ऊपर से चुचियाँ पीते हुए चोदो और मैं घुटनो के बल चलता हुआ उनकी टांगों के बीच आया और लंड बुर पर टिका के हुमच के पेल कर दीदी के ऊपर झुकते हुए एक चूची मुह में भर कर चूसते हुए कस कस के चोदने लगा ..........
दीदी नीचे से अपनी कमर उछालते हुए बोली जानू मुझे भी दो लंड से चुदना है जल्दी से ....... मैं कल प्रतीक को बोल दूंगी की तुमसे चुदवा लिया है और जब वो आएंगे तो हम एक साथ ........ इतना बोल के दीदी चुप हो गई .........
मैंने और तेजी से धक्के मारते हुए कहा ठीक है जान जैसा तुम्हें ठीक लगे ....... और कस के उनकी चूची पर दांत गड़ा कर काट लिया मेरे दांतों के निशान पड़ गये उनके चूचे पर और वो जोर से कराहते हुए बोली उफ़्फ़फ़फ़ राजा ..........
मैंने कहा पहले तुम मुझे श्वेता की चूत दिलवाओगी और बाद में मैं प्रतीक के साथ तुम्हें चोदूगा ...... दीदी बोली ठीक है राजा aaahhhh और तेज और तेज मैं गयी जानू उफ़्फ़फ़फ़ ईईशश्शस ......... और उनका बदन कांपने लगा दीदी के मुझे बाहों में भर के अपने पैर मेरी कमर पर कस दिए और पूरी ताकत से चिपक गयीं मुझसे मैंने उनके गुलाबी कांपते होंठ अपने होंठो में दबा कर चूसते हुए उन्हें चर्मोत्कर्ष का सुख लेने दिया ...........
अगले कई मिनट वो वैसे ही मेरे सीने से लिपटी गहरी गहरी सांसे लेती रहीं ....... उनकी आंखें बंद थी और चेहरे पर सुकून और संतुष्टि ........ फिर उनकी पकड़ कुछ ढीली हुई और मैं उठ गया ........ दीदी ने फौरन आंखे खोली और मैं बस खड़ा हो कर लंड मुठियाने लगा दीदी जल्दी से उठ कर अपने घुटनों पर मेरे सामने बैठ गईं और .........
मेरे के सुपाड़े पर जीभ फिराने लगी मैं बस दीदी की आंखों में देखते हुए तेजी से लंड पर हाथ चला रहा था ....... और दीदी बोली ........ uffff viki come on give me your cum ........ i wnat to taste it i want to feel it on my face ....... come on jaan ........ झड़ जाओ पिला दो मुझे अपने लंड का सारा रस ......
मेरे मुह से एक आह निकली और इसी के साथ मेरे सुपाड़े से बौछार होने लगी गरमा गरम वीर्य की ....... बूंदे हवा में उड़ रही थीं दीदी का चेहरा भीगता जा रहा था और वो मुस्कुरा पहली बारिश की बूंदों जैसे उनका मज़ा ले रही थी और आखिर में वो सुपाड़े को होंठो में दबा कर चूसने लगी ....... लंड को दो तीन बार दबा दबा कर निचोड़ने के बाद आखिरी कुछ बूंदे चाट कर निगलने के बाद वो अपने चेहरे पर पड़ी बूंदों को उंगली से समेट समेट कर मुह में डालने लगी और मैंने झुक कर उनके खुल ने थूक दिया ......
दीदी ने वो सब बड़े प्यार से निगला और मैं झुक कर उनके होंठ चूमने लगा उम्म्ममह .......
love you my sweet wife ......
दीदी मुस्कुरा दीं और फिर हम ऐसे ही एक दूसरे से लिपट कर सो गए .......।
बहुत ही कामुक और गरमागरम अपडेट हैकुछ देर बाद संजय का कॉल आया उसने कहा वो बस घर पहुंच रहा है मैंने दीदी को बुला कर उन्हें सब समझाया और वो चेक दे दी चेक लेते समय दीदी थोड़ा नर्वस हो रही थीं ...... फिर संजय आया और दीदी उसके साथ निकल गईं ......
उनके जाने एक बाद मैंने एक बार फिर से रानी का नंबर ट्राय किया और आज घंटी बजने लगी रानी ने कॉल रिसीव की और बड़ी सेक्सी आवाज़ में बोली आ ही गयी मेरी याद विनय बाबू को ...... मैंने कहा हां याद तो आनी ही थी मेरी जान ..... मेरी आवाज सुनते ही उसने कहा कौन विनय कहाँ है ...... मैंने कहा मैं विनय ही हूँ मेरा गला खराब है इसलिए आवाज़ बदली बदली लग रही तुम्हे...... उसने पूछा कैसे खराब हुआ गला इतना ज्यादा मैंने बताया कि परसों मैंने बहोत ठंडी बियर पी ली थी इसलिए गले मे इंफेक्शन हो गया है उसने मेरी बात पर यकीन करते हुए कहा बोलो कैसे याद किया कहाँ मिलना है मैंने कहा रानी मुझे एक जरुरी काम है तुमसे उसने कहा बोलो न मैंने कभी तुम्हारे किसी काम को इनकार किया है क्या ..... मैंने कहा नही वो बात नही है पर ये काम खास है इसलिए तुमसे कह रहा हूँ मेरी बात सुन कर बोली अगर इतना खास काम है तो इसकी कीमत भी खास होगी मैंने कहा पहले मैं काम बताऊं या तुम कीमत बताओगी ...... वो बोली एक बात साफ साफ बताओ तुम विनय ही हो ना मैंने कहा क्यों तुम्हे ऐसा क्यों लग रहा मैं कोई और हूँ वो बोली पहली बात तो तुम्हारी आवाज़ बदली हुई है और दूसरी बात तुम आज मुझसे कुछ अलग तरीके से बात कर रहे हो ....... ऐसे जैसे मैं तुम्हारी गर्ल फ्रेंड हूँ .... मैं सोच में पड़ गया मुझे ठीक से पता नही था कि विनय उस से किस लहजे में बात करता है मेरी चुप्पी देख कर उसने कहा खैर तुम काम बताओ मैंने कहा एक लड़का है मैं उसकी बहन को सेट को करना चाहता हूं पर उसके लिए मुझे उससे दोस्ती करनी पड़ेगी पर मैं चाहता हूं पहले तुम उससे दोस्ती करो और उसे इतने मज़े दो की वो तुम्हारा मुरीद बन जाये और बाद में तुम उस से मेरा इंट्रो करवा देना ताकि उसे किसी तरह का शक ना हो ...... मेरी बात सुन कर वो हंसते हुए बोली इसमे खास क्या है तुम जिस से बोलते है मैं चुदवा ही लेती हूं इस से भी चुद लुंगी उसमे क्या है साला ये तो मेरी सोच से भी ऊपर की चीज निकल गयी मैंने कभी किसी लड़की से ऐसे गंदे तरीके से बात नही की थी इसलिए हिचक रहा था ...... पर मुझे लगा शायद विनय इससे ऐसे ही गंदी भाषा मे बात करता होगा इसलिए मैंने फौरन हंसते हुए कहा वो तो मुझे पता है साली तू एक नंबर की लंडखोर चुदक्कड़ है पर इस बार खास ये है कि तुझे सिर्फ चुदवाना नही है उसे अपने जाल में फंसाना भी है रानी बोली तुम फिक्र ना करो ऐसा लंड चूसूँगी उसका की वो मेरे आगेपीछे घूमता रहेगा मैंने कहा बस यही मैं चाहता हूं अब बोल कीमत वो बोली ये इतना खास काम भी नही मेरी जान बस आज मुझे कस कस के चोद के मेरी चूत की प्यास बुझा देना राजा ये काम तो मैं फ्री में कर दूंगी ........
मैंने कहा पर अभी उस लड़के के पैर में चोट आई है एक्सीडेंट हुआ है उसका वो घर पर ही है कोई जुगाड़ लगा के उसके घर मे घुसना पड़ेगा तुझे ...... रानी कहा ठीक है मैं कुछ प्लान करती हूं फिलहाल आज मैं आ जाऊं तुम्हारे अड्डे पर राजा तुम्हारे मोटे लौड़े की याद आ रही है मेरी चूत का मैंने कहा नही अभी तो आउट ऑफ स्टेशन हूँ 15-20 दिन के लिये उसके बाद ही तेरी चूत का कोई जुगाड़ होगा तब तक तू इस नए पंछी के लंड से खेल ....... रानी ने कहा अरे एकदम से कहाँ निकल गए मैंने कहा वो सब वापस आने पर बताऊंगा मैं उस लड़के की डिटेल तुझे व्हाट्सएप्प कर रहा हूँ आज से ही काम पर लग जा ...... रानी ने कहा ठीक है पर जल्दी से आ जाओ वापस मेरी चूत को तुम्हारे लंड की ही आदत है राजा ...... मैंने हंसते हुए कहा ठीक है वापस आ कर तेरी चूत का भोसड़ा बनाता हूँ साली और फोन काट दिया ........
फिर मैंने अपना एड्रेस फोन नंबर अपनी सारी डिटेल्स और एक pic रानी को व्हाट्सएप्प कर दिया विनय के फोन से ...... मैं अपने प्लान पर खुश था कि मुझे बैठे बिठाए एक फ्री की चूत का मज़ा मिलने वाला है वो भी मेरे दुश्मन विनय की खास पसन्द वाली चूत का .......
थोड़ी देर में ही रानी की कॉल मेरे नम्बर पर आई मैंने कॉल रिसीव की और रानी ने पूछा .......
रानी- हेलो विकास बोल रहे हैं आप
मैं- जी मैं बोल रहा हूँ आप कौन?
रानी- मैं रानी बोल रही हूं ...
मैं-कौन रानी क्या काम है आपको मुझसे ?
रानी- असल मे बात ये है कि मैं आपको हमेशा कॉलेज आते जाते हुए देखती हूँ मैं भी आपकी दीदी के कॉलेज में पढ़ती हूँ और आप को रोज देखती हूँ और सच कहूं आप पहले दिन से ही मुझे बहोत अच्छे लगने लगे हैं ...... और मैं आपसे मिलना चाहती हूं लेकिन आप आज कॉलेज नही आये तो मैंने आपकी दीदी की एक फ्रेंड से आपका नंबर लिया और बड़ी हिम्मत कर के आपको कॉल की आप मुझसे नाराज़ तो नही हैं ऐसे कॉल करने की वजह से ........
मैं मन ही मन मे मुस्कुरा रहा था उसे लग रहा था कि वो मुझे फंसा रही आ जबकि वो खुद ही फंस रही थी मेरे जाल में .....
मैं-नही नही नाराज़ तो नही हूँ पर अभी मैं आपसे नही मिल सकता मेरे पैर में फ्रैक्चर है और मैं चल फिर नही सकता ठीक होने के बाद मैं आपसे मिल लूंगा
रानी- पर मेरा दिल नही मानता है ना आपको देखे बिना मैं बस एक बार आपको देखना चाहती हूं प्लीज कुछ भी करिये ना मैं आपके घर आ जाती हूँ ..... आपको कोई प्रॉब्लम तो नही ?
मैं- अरे पर मैं घर वालों को क्या बताऊंगा की आप कौन हो ऐसे तो मेरे लिए मुसीबत हो जाएगी
रानी- मायूस स्वर में बोली देख लीजिए अगर कुछ हो सके तो मैं तो आपसे मिलने के लिए कुछ भी कर सकती हूं अगर किसी टाइम आप घर पर अकेले हों तो मैं आ जाऊं थोड़ी देर के लिए
मैं- ठीक है अगर कोई मौका मिला तो मैं कॉल करूंगा तुम्हे
रानी- ठीक है विकास जी वैसे एक बात और कहनी है मुझे ....
मैं- हां हां बोलो .... क्या बात है
रानी- i i love you vikas
मैं- अरे ये क्या बात हुई मैंने आपको देखा भी नही कभी और आप i love you बोल रही हो
रानी- अभी देख लो ना डिअर वीडियो कॉल पर उसने कॉल काट दी और अगले ही मिनट उसकी वीडियो कॉल आने लगी
मैंने कॉल रिसीव की तो रानी शायद अपने घर पर थी बैकग्राउंड में कमरे की दीवार नजर आयी और रानी जो कि बेड पर तकिया लगाए बैठी थी उसने एक स्लीवलेस टीशर्ट पहनी हुई थी जिसमे उसके 36 साइज के चूचे तने हुए नजर आ रहे और अंदर शायद ब्रा भी नही पहनी थी उसने निप्पल एकदम कड़क दिख रहे थे उभरे हुए मुझे देख कर उसने बड़ी अदा से स्माइल की और hi किया मैंने भी हाथ हिला कर उसे रिप्लाई किया उसके बाल खुले हुए थे और कुल मिला कर वो आकर्षक लग रही थी ...... वो कहते हैं ना बुरे काम के लिए बुरी नही थी वो ......
उसने इयरफोन लगा रखा था और बोली कहिए जनाब कैसी लगी मैं मैंने thumbsup कर दिया वो बोली अब तो बोल दूँ i love you और आंख मार दी .......
मैंने मुस्कुराते हुए उसे fliying kiss दी और उसने भी होंठ गोल करते हुए मुझे किस का इशारा किया .....
फिर मैंने अपने सीने की ओर इशारा कर के कहा तुम्हारे ये बहोत बड़े बड़े हैं वो शर्माने की एक्टिंग करते हुए बोली हाँ ऐसे ही हैं क्यों आपको नही पसन्द क्या मैंने हंस कर कहा नही मुझे बहोत पसन्द आये तो वो फौरन बोली देखोगे क्या ......
मैंने कहा ok दिखा दो उसने फौरन अपनी टीशर्ट ऊपर की और अपनी नंगी चुचियाँ हिला हिला कर दिखाने लगी ये सीन देख कर मेरा लंड बेकाबू होने लगा और मैं अपना लंड सहलाने लगा .......
इस से पहले कुछ और होता किसी के सीढियां चढ़ने की आवाज़ आयी और मैंने कोई आ रहा है कह कर फोन काट दिया .......
मम्मी कमरे में आई मेरा हालचाल लिया और पूछा कोई जरूरत तो नही है मैंने कहा नही अभी तो कुछ नही चाहिए फिर वो मेरे पास बैठ कर बोली विकास मुझे कुछ सामान लेने मार्केट जाना है और पार्लर भी जाना है टाइम ही नही मिलता आज वो शुक्ला आंटी भी मार्केट जा रही हैं अगर तू अकेले रह सके तो मैं हो आऊं उनके साथ अकेले की ही वजह से मैं कई दिनों से टाल रही हूं ....
ये सुनते ही मेरे दिमाग की बत्ती जली और मैंने कहा कोई नही मम्मी आप हो आओ वैसे भी मैं अभी 3-4 घंटे सोने वाला हूँ .....
मम्मी बोली ठीक है फिर अभी साढ़े 9 हैं मैं 10 बजे तक निकलती हूँ 1 बजे तक वापस आ जाऊंगी निकिता भी दो बजे तक आ जायेगी तुझे भूख तो नही लगी मैंने कहा नही मम्मी इतनी जल्दी कहाँ अभी तो नाश्ता किया था ...... हाँ एक बोतल पानी दे देना मुझे और आप बाहर से गेट लॉक कर के चाभी उसी जगह रख देना जहां हम रखते हैं ..... (हमारे मेनगेट के बगल में बॉण्डरी में एक ऐसी जगह है जहां हम कभी कभी चाभी छुपा कर रख देते हैं जब कभी घर के सारे सदस्य बाहर गए हों और वापस अलग अलग आना हो इस स्थिति में पहले आने वाला चाभी निकाल कर दरवाजा खोल लेता है) मम्मी ने कहा ठीक है मैं चाभी वहीं रख दूंगी और फिर वो चली गईं उनके जाते ही मैंने रानी को कॉल की और उसने फौरन कॉल रिसीव की और बोली क्या हुआ विकास तुमने कॉल क्यों काट दी थी लगता है मेरा जिस्म तुम्हे पसन्द नही आया ..... मैंने कहा बताया तो था कोई आ रहा है मम्मी आयी थीं और हां अभी 10 से 1 तक मैं घर पर अकेला हूँ तुम चाहो तो घर आ सकती हो ये सुनते ही वो खुश हो और बोली ठीक है डिअर मैं निकलती हूँ फौरन मैंने कहा लेकिन मेरे घर के पास आ कर पहले मुझे कॉल कर लेना फिर मैं बताऊंगा कैसे अंदर आना है उसने कहा ठीक है।
फोन रख कर मैं अंदर ही अंदर खुशी से उछलने लगा आज पहली बार किसी लड़की के साथ मज़े करने का मौका मिलने जा रहा था हांलाकि मेरी थोड़ी थोड़ी फट भी रही थी कोई गड़बड़ ना हो को पड़ोसी उसे देख ना ले घर आते हुए वैसे किसी का किसी के घर जाना कोई बड़ी बात नही लेकिन जब इरादे गलत हों तो एक चोर बैठ जाता है मन में ..... फिर मैंने सोचा कुछ प्रॉब्लम हुई तो दीदी की हेल्प ले लूंगा झूठ बोल कर और अपनी हिम्मत इकट्ठी करने लगा......
फिर थोड़ी देर में मम्मी आयी ऊपर उनके साथ शुक्ला आंटी भी थीं आंटी ने मेरा हालचाल पूछा वो दोनो तैयार थीं मार्केट जाने के लिए फिर उन्होंने कहा बेटा मैं जा रही हूं चाभी रख दूंगी निकिता आये तो उसे बता देना मैंने कहा ठीक है मम्मी और वो लोग चली गईं अब मैं घर मे अकेला था और मेरा दिल जोरो से धड़क रहा था .....
मैंने फिर से रानी को कॉल किया उसने बताया कि वो रास्ते मे है थोड़ी देर में पहुंच रही है ......, मैंने कॉल काट कर संजय को कॉल की उसने बताया कि वो अभी दीदी के कॉलेज पहुंचा है और फिर वहां से बैंक जाएगा उन्हें ले कर मुझे पता था बैंक मे कम से कम दो घण्टे तो लगने ही थे उन्हें फिर भी मैंने कहा जब वापस घर के लिए निकलना तो एक कॉल कर लेना मुझे उसने कहा ठीक है .......
फिर सब तरफ से निश्चिंत हो कर मैं रानी का इंतजार करने लगा और 5 मिनट में उसका कॉल आ गया वो बोली कि मेरी गली के मोड़ पर खड़ी है कौन स घर है मैंने उसे घर की पहचान बताई और ये भी बताया कि गेट के बगल में किस जगह उसे चाभी मिलेगी वो उससे लॉक खोल कर सीधा ऊपर आ जाये मैं वहीं मिलूंगा उसे ....... कुछ मिनट बाद ही किसी के सीढियां चढ़ने की आवाज़ आयी और अगले ही पल रानी मेरे कमरे में थी ...... उसने हल्के हरे रंग का कसा हुआ सूट पहन रखा था पैरों में काले सैंडल हाई हील के जिसकी वजह से उसकी गांड़ कुछ ज्यादा ही उभरी हुई थी ..... उसने चेहरे पर कॉटन का दुपट्टा बांध रखा था और आंखों पर गॉगल्स पहन रखे थे अंदर आते ही उसने मुझे देखा और फिर अपना चश्मा उतार कर दुप्पटा खोलते हुए बोली हेलो हैंडसम आखिर मैं आ ही गयी तुमसे मिलने .......
मैंने कहा आओ बैठो वो मेरे पास ही बेड पर बैठ गयी मैंने उसकी आँखों मे देखते हुए कहा अब बताओ क्यों मिलना था मुझसे वो बोली बस तुम्हे देखना था तुमसे बात करनी थी .....
मैंने कहा इतना तो फ़ोन पर भी हो जाता मिलने की क्या जरूरत थी वो शर्माने की एक्टिंग करते हुए बोली असल मे मुझे आपसे प्यार हो गया है और प्यार करने के लिए मिलना जरूरी होता है ......
मैंने मन मे कहा साली रांड तुझे तो सिर्फ पैसे और लंड से प्यार है....... पर मैंने उसके हाथ पर हाथ रखते हुए कहा अगर प्यार करना है तो इतनी दूर क्यों बैठी हो ऊए सुनते ही रानी ने मेरी गर्दन में हाथ डाला और मुझ पर झुकते हुए अपने लिपस्टिक लगे होंठ मेरे होंठो पर रख दिये और बुरी तरह से मुझे चूमने लगी .......
मेरे जिस्म में एक तरंग सी उठने लगी और मैंने भी खुद को उसके हवाले कर दिया ..... और फिर दो मिनट तक जबरदस्त तरीके से मेरे होंठ चूसने एक बाद वो अलग हो गयी उसकी सांस तेजी से चल रही थी और उसकी चुचियाँ तेजी से ऊपर नीचे हो रही थीं मेरी नजर उसकी चुचियो पर ही जमी थी उसने हंस कर कहा क्या देख रहे हो मैंने कहा तुम्हारे बूब्स बहुत मस्त हैं उसने चहकते हुए कहा तुम्हे पसन्द हैं मैंने कहा फोन पे देखा तो अच्छे लगे थे सामने से देखूं तो पता चला ये सुनते ही उसने अपनी कुर्ती को पकड़ कर ऊपर उठाते हुए निकाल दिया मैंने कहा नीचे का गेट तो बंद कर दिया है ना?
वो बोली हां बंद है और चाभी अपनी ब्रा से निकाल कर बेड पर रख दी रानी की स्काई कलर की प्रिंटेड ब्रा में कसी हुई मोटी चुचियाँ देख कर मेरे मुह और लंड में पानी आ गया मैंने अपने होंठो पर जीभ फेरी और कहा रानी मुझे इन्हें नंगा देखना है मेरी बात सुन कर वो घूम कर अपनी नंगी पीठ मेरी ओर कर के बोली खोल दो मेरी ब्रा विकास नंगी कर दो मुझे मैंने जिस दिन से तुम्हे देखा है बस तड़प रही हूं तुम्हारे सामने नंगी होने के लिए तुमसे प्यार करने के लिए ...... मैंने रानी की पीठ को सहलाते हुए उसकी ब्रा के हुक खोलने की कोशिश की पर वो बहोत टाइट था उस दिन मुझे समझ आया कि ब्रा के हुक खोलना भी कोई आसन काम नही कुछ देर तक उस से झूझने के बाद आखिर मुझे हुक खोलने में कामयाबी मिल ही गयी और मैंने उसकी ब्रा उसकी बाहों से निकाल कर फेंक दी और उसकी नंगी पीठ पर अपने होंठ रख कर चूमने लगा ......, मेरे होंठो की छुवन महसूस करते ही उसके एक सिसकी भरी और अपनी पीठ मेरे सीने से लगा दी और पीछे से झांक कर मैं उसकी नंगी रसीली भारी चुचियाँ देखने लगा...... मेरे हाथ रानी के कंधों से होते हुए उसके सीने की ओर बढ़ने लगे और अगले पल उसकी दोनो चुचियाँ मेरी मुट्ठी में कसी हुई थीं और मैं उन्हें बेरहमी से मसलते हुए उसके गाल पर जीभ फिराने लगा ...... रानी सिसकते हुए बोली आहह विकास कैसे जादू है तुम्हारे हाथों में मैं बहक रही हूं पिघल रही हूं उफ्फ बहोत अच्छा लग रहा है तुम्हे कैसा लग रहा है मैंने कहा रानी मुझे भी बहोत अच्छा लग रहा है मेरा दिल कर रहा है तुम्हे एकदम नंगी कर के देखने का वो बोली तो सोच क्या रहे हो मेरी जान कर दो ना नंगी अपनी रानी मैं तुम्हे रोकूंगी नही...... मैंने रानी के दोनो अंगूर जैसे कड़े निप्पल चुटकी में पकड़ कर जोर से भींचते हुए कहा रानी मेरा पैर सही होता तो मैं कब का तुम्हारे कपड़े फाड़ चुका होता मगर आज जो भी करना है तुम्हे ही करना होगा ......, वो बोली आहह विकास मैं भूल गयी थी कि तुम्हारे पैर में फ्रैक्चर है लेकिन अभी मुझे बस तुमसे प्यार करना है चाहे जैसे हो मैं सब करूंगी तुम्हारे लिए और वो उठ खड़ी हुई मेरे सामने खड़ी हो कर उसने अपनी सलवार को झटके से निकाल दिया और पैंटी भी निकाल दी मादरजात नंगी हो कर रानी बड़ी अदा से घूम गयी और अपनी भारी गांड़ मेरी ओर कर के अपने चूतड़ों पर हाथ फिराने लगी.......
मेरा लंड एकदम राकेट हुआ जा रहा था पहली बार नंगी लड़की वो भी अपने रूम में उफ्फ मैं उसकी उभरी हुई गुदाज गांड़ देखते हुए अपना लंड मसलने लगा उसने सर घुमा कर मुझे देखा और बोली ओहहह जान तुम क्यों मेहनत कर रहे हो ये तो मेरा खिलौना है मुझे खेलने दो इससे और वो मेरे पैरों के पास बैठ गयी उसने एक हाथ मेरे लंड पर रख कर उसकी लंबाई और मोटाई का जायजा लिया और फिर उसे कस कस के दबाने लगी अगले ही पल उसने मेरा लोअर खींचते हुए कहा इसे निकालो न मुझे तुम्हारा लंड देखना है विकास जिस बेबाकी से उसने लंड बोला मेरे लंड ने फौरन एक ठुमकी दी उसके हाथ मे और मैंने आने हाथों पर खुद को ऊपर उठा लिया रानी ने देर ना करते हुए मेरे लोअर और अंडी को घुटनों तक सरका दिया और मेरा खड़ा लंड मुट्ठी में भर कर बोली उफ्फ कितना सख्त और गर्म है तुम्हारा लौड़ा और लंड को हल्के हाथों से सहलाने लगी उसके हाथों के स्पर्श का मज़ा लेते हुए मैंने अपने हाथ फिर से उसके चूचो पर जमा दिए और जोर जोर से उन्हें मसलने लगा रानी सिसकते हुए बोली आहद और दबाओ विकास बहोत तंग करते हैं ये मुझे ........
Lazwaab shandaar updateऊपर पहुंच कर मैं पहले अपने कमरे में गया और कपड़े उतार दिए फिर मैं बाथरूम में घुसने लगा पर उसका दरवाजा अंदर से बन्द था और पानी की आवाज़ आ रही थी मैं समझ गया मेरी जान निकिता नहा रही है .........
मैंने इंतजार करना ठीक समझा और सिर्फ अंडरवियर में आ कर बेड पर बैठ गया और अपने फोन पर पोर्न सर्च करने लगा ........ और एक वीडियो के टाइटल पर नजर पड़ते ही मैं चौंक गया ........ teen loves bdsm मैंने वो वीडियो प्ले कर दी ....... और 20 मिनट को वीडियो देख कर मैं हिल गया ....... वाकई बहोत इरोटिक और डोमिनेट वीडियो थी ये ..........
मुझे याद आया आज दिन में रानी की कुछ ऐसी ही चुदाई की थी मैंने बस फर्क ये था कि वो बंधी नही थी ........ फ्री थी ...... तभी मुझे बाथरूम से पानी की आवाज़ आनी बन्द हो गई और दरवाजा खुलने की आवाज़ आयी मैं उठ कर बाथरूम में गया और देखा दीदी नहा कर जा चुकी थीं उनके दिन में पहने हुए कपड़े और ब्रा पैंटी बाथरूम के हेंगर पर लटके हुए थे .........
वो देख कर मुझे ख्याल आया कि शायद दीदी इस वक़्त एकदम नंगी होगी अपने कमरे में और मैंने बाथरूम का दूसरा दरवाजा खोलना चाहा पर वो दूसरी तरफ से बंद था ....... दरवाजा नही खुला तो मैं वापस दीदी के कपड़ो के पास आ गया और सबसे पहले मैंने दीदी का ब्लू कलर का ब्लाउज उठाया और उसकी बगल को नाक से लगा कर सूंघ लिया उफ़्फ़फ़फ़ गज्जब की खुशबू थी दीदी के पसीने की मेरा तो लंड दो सेकेंड में खड़ा हो कर उछलने लगा .......
मैं ब्लाउज में से दीदी के बदन की स्मेल सूंघते हुए लंड सहलाने लगा और फिर मैंने दीदी की ब्लैक पैंटी भी उठा ली और उसे भी सूंघने लगा ........ पैंटी की स्मेल कुछ अलग थी पर थी एकदम नशीली ........ कुछ देर तक दीदी के कपड़ो की खुशबू लेने के बाद मैंने उन्हें वापस अपनी जगह रखा और शावर खोल दिया .........
अपना अंडरवियर भी निकाल कर मैं एकदम नंगा हो गया और साबुन से धो धो कर अपने बदन को साफ करने लगा पता नही क्यों पर मैं कुछ अलग मूड में था ...... और नहा कर सिर्फ एक तौलिया लपेट कर मैं बाहर आ गया ........ दीदी अभी भी अपने कमरे में थी ..... मैं बेड पर लेट गया और उनका इंतजार करने लगा 10 मिनट बीत गए पर दीदी का कहीं कोई पता नही था ...........
और इंतजार करना मुझे मुश्किल लगने लगा और फिर मैं उनके कमरे पर जा पहुंचा और दरवाजा नॉक किया ....... अंदर से कुछ आवाज़ें आ रही थीं जैसे वो किसी से बात कर रही हों ........ दरवाजा नॉक होते ही मुझे उनकी आवाज़ सुनाई दी ........ होल्ड जान कोई नॉक कर रहा है लगता है कि विकास होगा .........
और फिर दरवाजा खुला दीदी नहा कर एकदम खिली खिली सी और हल्के मेकअप में किसी परी जैसी खूबसूरत दिख रही थीं मैं तो बस उन्हें देखता ही रह गया बिना पलकें झपकाए ....... वो मुझे ऐसे देखता देख कर हंस दी और उनके मोतियों जैसे सफेद दांत झलकने लगे ........ उन्होंने अपनी ब्लैक नाइटी पहनी थी ........ वो बोली क्या हुआ जानू ऐसे क्या देख रहे हो ....... मैंने कहा बस देख रहा हूँ कितनी सेक्सी है मेरी बीवी ......... अभी कितनी देर लगाओगी मैं कब से इंतजार कर रहा हूँ तुम्हारा ...... कहते हुए मैंने टॉवल के ऊपर से लंड को मसल दिया ........
दीदी मेरी हरकत से खिलखिला कर हंस दी और बोली बस आ रही थी कि प्रतीक का फोन आ गया ........ ये सुन कर मेरा मूड कुछ ऑफ हो गया ....... मैंने कहा ठीक है कर लो बात मैं जा रहा हूँ ....... जैसे ही मैं मुड़ा दीदी ने मेरा हाथ पकड़ लिया और बोली प्लीज जान नाराज़ मत हो तुम्हारा ही तो आर्डर था कि मैं उसे पूरा टाइम और अटेंशन दूँ ........
मैंने हाथ छुड़ाते हुए कहा ठीक है तो मैं कहां कुछ कह रहा हूँ जा रहा हूँ ना और मैं अपने कमरे में चला आया ....... दो मिनट बाद दीदी भी फोन पर बात करते हुए कमरे में एंटर हुई और दरवाजा बंद कर के बेड पर आ कर बैठ गईं ........
दीदी- ok जान अब बस आज मुझे नींद आ रही है बहोत थकी हूँ बाकी बातें कल कर लेंगे ......
......................................................
अब उधर की बात तो मुझे सुनाई नही दे रही थी .....
दीदी- 5 मिनट में क्या हो जाएगा जान जाने दो ना नींद लगी है ....... इतना कहते हुए दीदी ने टॉवल के ऊपर से मेरे लंड पर हाथ फिराना शुरू कर दिया .......
पर मैंने उनका हाथ हटा दिया दीदी फिर बोली नही आज कुछ नही करवा सकती समझा करो न प्लीज क्यों ज़िद कर रहे हो और वो रोनी सी सूरत बना कर मुझे देखते हुए अपने कान को हाथ लगा कर सॉरी बोलने लगी ........
दीदी- हम्म्म्म हां कल बताया तो था मैं उसे टीस करती रहती हूं और वो मुझे अब ताड़ने लगा है मेरी सीने और पिछवाड़े को और कल से मैं अपनी ब्रा पैंटी भी बाथरूम में छोड़ने लगी हूँ अभी तक तो कुछ नही किया पर उम्मीद है जल्दी ही कुछ होगा .......
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दीदी- तुम चिंता ना करो मैं कर लुंगी किसी दिन अपनी नंगी चुचियाँ दिखाती हूँ उसे फिर तो उसका मूड बनेगा ही अच्छा अब बस bye good night ....... और उन्होंने फोन काट कर फेंक दिया ......
मैं चुपचाप निर्विकार भाव से लेता छत को घूर रहा था दीदी ने मेरी बांह पकड़ कर मुझसे लिपटते हुए अपनी चूची मेरी बांह पर रगड़ दी और मेरे नंगे सीने पर हाथ रख कर फिराते हुए बोली क्या हुआ जान अब ऐसे नाराज़ होगे अपनी घरवाली से ....... तुमने ही तो बोला था ....... मैंने कहा बोला था इसका ये मतलब नही की हर टाइम मुझे इंतजार ही करना पड़े ...... आज कितने मूड में था मैं दीदी ने बड़ी मासूमियत से मेरी ओर देख कर दोनो हाथो से दोनो कान पकड़ कर कहा सॉरी ना जान दोबारा से ऐसा नही होगा ........
जिस दिन भी तुम्हारा ऐसा मूड ही सुबह से बता देना उस दिन मैं प्रतीक को सुबह सुबह ही समझा कर कोई बहाना मार दूंगी ....... मैंने कहा बताया तो था सुबह ही और सुबह सुबह तुमने मूड भी बना दिया था मेरा ........ दीदी बोली हेलो मैंने नही आपने मेरा मूड बना दिया था कितनी रगड़ के चाटी थी मेरी गांड़ सारा दिन मेरी बुर में सनसनी होती रही आज ..........
और तुम तो फिर भी दोपहर में अपना मूड सही कर आये थे रानी के साथ मैं तो ऐसे ही घूम रही ना प्यासी चुदासी ......... इन शब्दों को बोलते बोलते दीदी की आवाज़ में ठरक भर गई थी ........ फिर वो बोली अब छोड़ो भी ना जान तुम्हारी सेक्सी बीवी तैयार है सारी रात अपने पति के लंड की सेवा के लिए अब इस टाइम पर मूड मत ऑफ करो अपना ........ वरना ....... कहते हुए दीदी ने अपनी उंगली उठा ली......
मैंने कहा वरना क्या अब धमकी भी दोगी मुझे ........ दीदी ने कातिल मुस्कान के साथ मुझे देखते हुए कहा वरना मुझे मूड सही करना आता है और आंख मार के अपना लिपस्टिक से रंगा सुर्ख निचला होंठ अपने दांतों में दबा लिया ....... उनकी इस अदा से मैं हंस पड़ा और मुझे हंसता देख वो मुझ पर झुक गयी उनकी सांसे मेरी सांसो से टकराने लगी ........ दीदी फुसफुसा कर बोली ऐसे ही हंसते रहा करो मेरी जान वो सड़ी हुई शक्ल मत बनाया करो ......... और इसी के साथ दीदी ने अपने होंठ मेरे होंठो पर रख दिये उम्म्ममहह ...... की आवाज़ के साथ ही मेरे फोन की घंटी बजने लगी ..........
कसम से झांट सुलग गयी उस आवाज़ को सुन कर दीदी मेरे ऊपर से हटने लगी पर मैंने उनकी कमर को थाम कर उन्हें वापस अपनी ओर खींचना शुरू कर दिया ....... दीदी बोली कॉल तो देख लो किसका है मैंने कहा होगा यार छोड़ो ना और दीदी को जबरन अपने सीने पर लिटाते हुए उनके नरम होंठ चूम लिए ........ दीदी भी मेरे चुम्मे के जवाब में अपने होंठ मेरे होंठो से रगड़ने लगी .......
तभी फोन की खामोश हो चुकी घंटी फिर से बजने लगी ....... और इस बार दीदी अलग हो ही गयीं और बोली यार देख लो ना वरना बार बार आता रहेगा और मैंने तकिए के नीचे से फोन निकाला ......... श्वेता की कॉल थी मैंने दीदी को बताया श्वेता है वो बोली तो रिसीव करो ना और मैंने कॉल रिसीव कर ली ........
श्वेता- हेलो विकी क्या हो रहा है डिअर ......
मैं- हेलो श्वेता कुछ नही बस लेटा था ......
तभी दीदी ने स्पीकर ऑन कर दिया मेरे फोन का ।
श्वेता- अकेले लेटे हो .......
मैं- (कुढ़ कर) अब तुम तो लखनऊ में हो ना यार यहां होती तो तुम्हारे साथ लेटता .....
श्वेता- क्यों भाभी हैं ना उन्हें बुला लो उनके साथ लेटो .....
मैं- ok बुलाने जा रहा रखता हूँ .....
श्वेता- अरे क्या हुआ कैसे बात कर रहे हो लगता है मैंने गलत टाइम पर फोन कर दिया .... ..
मैं- (सम्हल कर) अरे नही ऐसी बात नही है यार तुम्ही ने कहा कि दीदी को बुला लो तो बोल दिया बस यूं ही ...... और तुम बताओ क्या हो रहा है ........
श्वेता- कुछ नही यार बस अभी सब काम खत्म कर के आयी तो आज न्यूड सोने का मन किया अभी कम्बल में हूँ एकदम नंगी ......
मैं- ओहहह काश मैं भी वहां होता ......
श्वेता- तो आ जाओ ना विकी ....... मेरा भी बड़ा मन कर रहा है .......
मैं- फिलहाल तो तुम्हें आना होगा 2 को ...........
श्वेता- ह्म्म्म देखो , अच्छा आज तुम्हारा भाभी के साथ प्रोग्राम था क्या हुआ नही आईं क्या ......?..
मैं- बस आती होंगी या शायद रूम के बाहर हों बात कर रहा हूँ इसलिए बाहर ही रुक गयी हों .........
श्वेता- ओहहह ऐसा है तो मैं रखती हूं जान ....... bye good night ..... love you viki .......
मैं- ok bye jaan love you uuummmahhhhh
और मैंने फोन काट दिया ........ दीदी बड़े गौर से मुझे देख रही थीं फोन काटते ही बोली लगता है ये भाई बहन हम पति पत्नी को ऐसे ही सताते रहेंगे ....... मैंने भी मुस्कुरा कर जवाब दिया ...... अब उनके पास हमारे जैसे आपस मे मस्ती करने का जुगाड़ तो है नही बेचारे हमारे भरोसे ही हैं ....... दीदी मुह बना कर बोली दोनो एक दूसरे से सेक्स करना चाहते हैं पर कोई शुरुवात करने को तैयार नही बस पका पकाया चाहिए सबको खाने के लिए ..........
मैंने कहा छोड़ो ना यार अब मूड कैसे बने ये बताओ ....... मेरी बात सुन कर दीदी बेड से उतरी और अलमारी खोल कर बियर वाली पॉलीथिन निकाल लायी और बेड पर रख कर दो बियर निकाल कर एक मुझे पकड़ा कर दूसरी खुद खोल ली ..........
मैंने अपनी बियर खोली और खुद पीने लगा दीदी ने भी घूंट भरते हुए अपने फोन पर व्हाट्सप्प खोला और प्रतीक की चैट खोल कर स्क्रॉल करते हुए कुछ ढूंढने लगी ........, थोड़ा ऊपर जा कर ढेरों वीडिओज़ दिखने लगे और दीदी ने के वीडियो प्ले कर के फोन हमारे बीच मे रख दिया और बोली ये देखो आज दोपहर में भेजा था प्रतीक ने ...........
मैं बियर पीते हुए वो वीडियो देखने लगा ........ 2 लड़कियां और एक हट्टा कट्टा मर्द दिख रहे थे जिनमे से एक 18-19 साल की स्लिम यंग लड़की दूसरी 35-38 साल की तगड़ी तंदुरस्त milf और वो लड़का कोई 20-22 साल का रहा होगा वो तीनो इंग्लिश में बात कर रहे थे लड़का सोफे पर बैठा हुआ था और फिर उन दोनों ने लड़के के सामने बैठ कर उसका पैंट खोल कर उसका लंड बाहर निकाला और चूसने लगी दोनो एक साथ ही उसका 8 इंच का खूंटे जैसा सख्त मोटा लौड़ा कुतियों जैसे चाट रही थी कुछ देर तक उसका लौड़ा चूसने के बाद वो पतली दुबली जवान लड़की खड़ी हुई और सोफे पर चढ़ गई लड़का उसकी पैंटी के ऊपर से उसकी चूत वाले हिस्से को चूमने लगा और अगले ही पल उस लड़की ने अपनी पैंटी नीचे सरका दी ........ .
आगे का सीन देख कर मैं चौंक गया पैंटी सरकते ही उस लड़की की चूत की जगह 7 इंच का कड़क और सख्त लंड लहरा रहा था और वो लड़का उस लड़की (जो कि वास्तव में एक शी मेल थी) का लंड मुह में ले के चूसने लगा ........ ये देखते ही मेरे मुह से निकला ओहहह तेरी ये क्या बवाल है बहनचोद ....... दीदी बोली कैसा लगा मैंने कहा इंटरेस्टिंग ....... और मैंने आखिरी घूंट भर कर खाली कैन टेबल पर रख दी और दूसरी बियर कर पीते हुए आगे की वीडियो देखने लगा अब वो shemale घूम कर अपनी गांड़ लड़के से चटवा रहा था और फिर उसने लड़के की गोद मे चढ़ कर अपनी गांड़ में उसका मोटा लंड ले लिया और तेजी से उछलते हुए गांड़ मरवाने लगी ........ दूसरी औरत नीचे बैठी उस लड़के के लंड की गोलियाँ चाट रही थी .......
फिर थोड़ी देर बार shemale नीचे आ गया और उसने सोफे पर लेट कर उस औरत को अपने ऊपर आने का ईशारा किया और उस औरत ने ऊपर आ कर अपनी चूत में shemale का लंड डाल लिया और वो लड़का पीछे से अपना लंड में औरत की गांड़ में डाल कर धक्के लगाने लगा ........, वो औरत उस लड़के और shemale के लंड से एक साथ चुद रही थी और तीनों मज़े में डूबे तेज आहें भरते हुए जोरदार चुदाई में लगे पड़े थे .........,
दीदी ने भी दूसरी बियर खोल ली थी ...... और वो भी बियर पीते हुए बड़ी उत्सुकता से वो वीडियो देख रही थीं ......... मैंने कहा यार ये तो कमाल की चीज है लड़की और लड़के का मज़ा एक साथ दीदी बोली प्रतीक ने ये वीडियो दिखा कर उनसे पूछा कैसी लगी ......, मैंने कहा तो क्या कहा तुमने उनसे .......
दीदी बोली मुझे तो बड़ी एक्सिटेड लगी ये वीडियो देख कर बस मन हो रहा है कि इस औरत की जगह मैं होऊं और दो लण्ड ऐसे ही एक साथ ........ मैंने कहा फिर प्रतीक क्या बोले ....... दीदी ने बताया वो कह रहे थे कि जल्दी से तुमसे चुद लूं फिर शादी के बाद वो और तुम ऐसे ही एक साथ मुझे चोदोगे ........ ये सुन कर मेरा लंड सर उठा कर सर हिलाते हुए उनकी बात का समर्थन करने लगा ये वीडियो देख कर मैं भी बहोत उत्तेजित हो चुका था .......
मैंने कहा यार ये ऐसे वाले तो इंडिया में नही मिलते होंगे ये सब तो बस विदेशों में होता होगा ....... दीदी बोली मैंने भी ऐसा ही सवाल किया था प्रतीक से तो उन्होंने बताया मिल जाते हैं यहां भी गोआ दिल्ली या ऐसे ही बड़े शहरों में बस इनका चार्ज ज्यादा होता है यहाँ .......
वीडियो में अब वो दोनों झड़ने की कगार पर थे और लड़के ने औरत की गांड़ से लंड बाहर निकाला और औरत shemale के ऊपर से उठ कर जमीन पर बैठ गयी फिर वो लड़का और shemale औरत के सामने खड़े हो कर मुठ मारते हुए एक दूसरे को किस करने लगी और वो औरत उन दोनों के लंड बारी बारी से चूसते हुए मुठियाने लगी और आखिर में दोनो उस औरत के मुह और चेहरे पर झड़ गए और उसने दोनो का वीर्य चाट कर पी लिया ..........
वीडियो खत्म होते होते हमारी दूसरी बियर भी खत्म हो चुकी थी दीदी ने अपना कैन फेंक कर खड़े होते हुए एक झटके में अपनी नाइटी निकाल कर फेंक दी उनके नंगे बदन शाम को खरीदी हुई वाइट ब्रा पैंटी का सेट था और इसमे वो बेहद आकर्षक और कामुक लग रही थीं ........... नशे और सेक्स की वजह से उनकी आंखें गुलाबी हो रही थीं दीदी का ये रूप देख कर मैंने एक तेज सीटी मार दी और बोला ........ निकिता आज तो एकदम माल लग रही हो मेरी जान दीदी हंस कर बोली क्यों आज से पहले नही लगती थी क्या .......
मैंने कहा जानू आज मेरा दिल कर रहा कि कुछ खास करो तुम ....... दीदी ने कहा जैसे कि .......? मैंने कहा अब ये मैं थोड़े बताऊंगा यार कैसी बीवी हो तुम ...... दीदी ने होंठ गोल कर के दिमाग पर जोर डालते हुए सोचा और फिर बोली हां याद आया प्रतीक कहता है कि आजकल के लड़कों को बेशर्म लड़कियां ज्यादा पसन्द हैं ........ क्या तुम्हें भी ऐसी लड़कियां पसन्द हैं जानू ......
मैंने टॉवल के ऊपर से लंड मसलते हुए कहा हां ऐसी लकड़ी तो सबको पसन्द होगी यार जो बेशर्म हो और खुल कर चुदाई को एन्जॉय करे ....... दीदी मुस्कुरा कर बोली फिर दिखाऊँ अपनी बेशर्मी ......? मैंने आंख मार कर कहा ये भी कोई पूछने की बात है जानेमन ....... और दीदी ने एक तकिया बेड की पुश्त से टिका कर खड़ा कर दिया और मुझे उसके सहारे बैठने का इशारा किया मैं उस पर पीठ टिका कर पैर फैला कर बैठ गया ........
और दीदी ने अपने फोन पर कांटा लगा प्ले कर दिया ..... और उनका नंगा बदन थिरकने लगा ....... दीदी बहोत अच्छी डांसर हैं ये मुझे पता तो था पर उसका असली मज़ा आज आ रहा था मुझे खास कर उनकी ब्रा में अधनंगी चुचियाँ और पैंटी से बाहर निकलने को बेकरार चूतड़ और जिस तरह वो उन्हें हिला हिला कर नाच रही थीं मेरा दिल और लंड दोनो हिले जा रहे थे .........
नाचते हुए वो बेड पर चढ़ गई और मेरे चेहरे के सामने खड़ी हो कर अपनी चुचियाँ सहलाते हुए कमर मटकाने लगी मुझसे बर्दाश्त करना मुश्किल हो रहा था तो मैंने उनकी कमर पकड़ कर अपना मुह उनकी चूत पर दबा दिया और दीदी अपनी कमर को शेक करते हुए अपनी पैंटी से ढकी चूत मेरे चेहरे पर रगड़ने लगी ..........
फिर जल्दी ही वो घूम गयी और अपने चूतड़ों को मेरे सामने परोस दिया उफ़्फ़फ़ सफेद पैंटी उनके गोरे चूतड़ों को इतना खूबसूरत लुक दे रही थी मैं बस दीवानों की तरह उनके चूतड़ चूमने लगा ऊम्म्म्म उम्म्म ऊऊम्म्म्म्महहह आहह ....... तभी गाना खत्म हो गया और दीदी बोली राजा मेरी गांड़ का स्वाद नही लोगे ....... मैंने सिसकते हुए कहा aahhhh दो ना रानी और दीदी ने थोड़ा सा झुकते हुए बड़ी अदा से अपनी पैंटी को उंगली से सरका कर अपनी नंगी गांड़ का दीदार करा दिया मुझे ...... और मैंने देर ना करते हुए अपनी नाक उनकी गांड़ के छेद पर रगड़ते हुए गांड़ को सूंघना शुरू कर दिया aaahhhhh क्या मदहोश करने वाली खुशबू थी वो .......
और मेरी जीभ लपलपाती हुई बाहर आई और दीदी की गांड़ के छेद को कटने के सुख लूटने लगी ....... दीदी और झुक गयी और उन्होंने टॉवल में हाथ डाल कर मेरा खड़ा लंड पकड़ कर सहलाते हुए कहा aaahhhh जान आज इसे मेरी गांड़ में पेल कर अच्छे से चोद देना मेरी गांड़ को राजा .......
मैं जीभ को नुकीला कर के गांड़ के छेद में घुसाने की कोशिश करता रहा और जब सफलता नही मिली तो मैंने दीदी के गांड़ के छेद को मुह में भर कर चूसना शुरू कर दिया उम्म्ममहहहहह और दीदी सिसकने लगी उनकी टाँगे कांपने लगी मज़े और गुदगुदी से और आखिर में एकदम से हट गई और बोली ओहहह राजा पागल कर देते हो तुम मुझे प्यार में ........
दीदी घूम कर कमर पर हाथ रखे खड़ी मेरी आँखों में देख रही थीं मैंने कहा तुम मुझे इतना दीवाना बना देती हो कि मुझे होश ही कहाँ रहता है जान ....... दीदी बोली रुको अभी बताती हूँ और उन्होंने मेरी टांगों को फैला कर थोड़ी जगह बनाई और बीच मे पेट के बल लेटते हुए मेरा टॉवल पकड़ कर खींच दिया वो खुल तो गया पर मेरे नीचे दबा हुआ था .......
दीदी ने टॉवल को मेरी कमर के दोनो ओर हटाते हुए खड़े हुए लंड को ललचाई आंखों से देखते हुए होंठो पर जीभ फिराई और बोली हाय्य्य्य कितना मस्त लौड़ा है मेरा यार का दिल करता है खा जाउँ ....... मैंने कहा खा ले रानी तेरा ही तो है और दीदी ने लंड को मुट्ठी में भर कर सुपाड़े को बाहर निकालते हुए चूम लिया और अपने होंठो पर गर्म सुपाड़े को रगड़ने लगी ........ और फिर जीभ निकाल कर सुपाड़े को चाट चाट कर गीला करने लगी सुपाड़े को अच्छी तरह चाटने के बाद उनकी जीभ लंड के चारो ओर घूमने लगी वो उसे हर तरफ से चाट रही थीं .......
और फिर लंड की जड़ में जीभ फिराते हुए उन्होंने मेरे आंड़ मुह में भर लिए और उन्हें चूसते हुए लंड को सहलाने लगी ....... मेरी आँखें बंद हुई जा रही थी मज़े से पर मैं उन्हें जबरन खोल कर दीदी की यूँ अपने लंड से खेलते देख रहा था .........
फिर दीदी ने आंड़ को मुह से निकाला और दोबारा लंड को चाटने लगी दीदी आज किसी जल्दी में नही लग रही थीं और वो खेल को लंबा खींचना चाहती थीं अच्छा हुआ मैंने दोपहर में रानी को एक बार चोद लिया था वरना मैं अब तक झड़ चुका होता उनके मुह की गर्मी लंड पर महसूस कर के ....... तभी मुझे एक शरारत सूझी और मैंने झुक कर अपने सुपाड़े पर थूक दिया मेरा गाढ़ा थूक सुपाड़े से बहता हुआ लंड की जड़ की ओर बहने लगा ......
दीदी ने ये देखा और मेरी आँखों मे देखते हुए किसी चुदासी रांड जैसे जीभ निकाल कर वो बहता हुआ थूक चाट लिया और फिर सुपाड़े को होंठो में दबा कर अपने होंठ लंड पर फिसलाते हुए उसे ज्यादा से ज्यादा मुह में भर कर चूसना शुरु कर दिया ......., साथ ही उनके हाथ मेरे पेट से होते हुए मेरे सीने तक आ गए और उन्होंने मेरे निप्पल्स को उंगलियों से रब करते हुए तेजी से अपने सर को गति दे कर लन्ड को मुह में अंदर बाहर करते हुए ओरल सेक्स का पूरा मज़ा लेना शुरू कर दिया .......
मैंने एक हाथ दीदी के सर पर रखा और उनके बाल सहलाने लगा और फिर एकदम से मैंने दीदी के बाल मुट्ठी में पकड़े और उनका मुह लंड पर दबाते हुए सुपाड़ा उनके गले मे उतार दिया दीदी हाथ पटकने लगी पर मैंने 8-10 सेकेंड वैसे ही लंड उनके हलक में फंसाए रखा और फिर जैसे ही मैंने लंड बाहर खींचा वो तेजी से हांफते हुए बोली उफ़्फ़फ़फ़ मेरी सांस रुक गयी थी ......
पर मज़ा भी आया ....... मैंने उन्हें बालों से पकड़े हुए ही खींच कर उनका चेहरा ऊपर उठाया और झुक कर उनके होंठ अपने मुह में ले कर चूसने लगा दीदी रेंगती हुई सी ऊपर आयी और मेरे सीने से लिपट कर खुद को मेरे हवाले करते हुए ढीला छोड़ कर बोली aaahhhhh चुसो जान जी भर के चुसो अपनी जवान सेक्सी बीवी का रस पी लो जी भर के मेरे एक एक अंग का रस और अपने होंठ मेरे होंठो से चिपकाते हुए अपनी जीभ मेरे मुह में डाल दी ........
मैं अपनी जीभ उनकी जीभ पर फिराते हुए स्वाद ले रहा था और मेरे हाथ उनकी नंगी पतली कमर को सहलाते हुए उनके चूतड़ों की ओर बढ़ चले और फिर उनके अधंनगे चूतड़ मेरी मुट्ठी में कैद हो गए ...... मैं पूरी ताकत से दीदी के चूतड़ों को मसलते हुए उनकी जीभ को दांतो से पकड़ रहा था और फिर मैंने दीदी के चूतड़ों पर दो दो थप्पड़ लगा दिया ........
चटाक चटाक की आवाज़ गूंजी और दीदी सिसक उठी ....... aaahhh राजा love you मेरी जान ऐसे ही मज़े दो अपनी बीवी को आज चोद चोद के बेहाल कर दो मुझे आज ...... मैंने दीदी की आंखों में झांकते हुए कहा मुह खोल साली और दीदी ने बड़ा सा मुह खोल दिया मैंने दो उंगलियां दीदी के मुह में डाल दी और दीदी उन्हें चूसने लगी ........ और फिर मैंने थूक से भीगी अपनी उंगलियां दीदी के मुह से निकाली और उनकी पैंटी में पीछे से हाथ घुसा कर दीदी की गांड़ के छेद को अपनी गीली उंगलियों से रब करते हुए एकदम से दोनो उंगलियां दीदी कि कसी हुई गांड़ में पेल दी ........
दीदी ने एक तेज आहह ली और झुक कर मेरे निप्पल को चाटते हुए होंठो में दबा कर चूसने लगी और मैं तेजी से उंगली दीदी की गांड़ में पेलने लगा और फिर एकदम से मैंने दीदी के बाल पकड़ कर खींचते हुए उनका मुह अपने निप्पल से हटा कर अपनी उंगलियों को दीदी की गांड़ से निकाल कर उन्हें दिखाते हुए चाट लिया दीदी ये देख कर सिसकते हुए बोली ओहहह जान love you baby ........
मैंने अपनी उंगलियां अच्छे से चूसी और फिर से उन्हें वापस दीदी की गांड़ में सरका दिया ...... और दो तीन बार गोल गोल गांड़ के अंदर घुमा कर फिर से बाहर निकाला और इस बार दीदी के होंठो पर रख दिया दीदी ने बिना कुछ बोले मुह खोला और मेरी उंगलियां चूसने लगी ........
हम दोनों हवस में जल रहे थे और नशे में हमारे दिमाग हवा में उड़ रहे थे ....... और फिर दीदी उठी और मेरे सामने कुतिया बनते हुए बोली राजा अब पेल दो अपना लौड़ा मेरे किसी छेद में बुर बहुत चुदासी है ...... मैंने दीदी के चूतड़ सहला के एक तेज थप्पड़ लगाया ....... चटाक ...... कौन चुदासी है साली बता ना ...... दीदी ..... aaahhhh तेरी बीवी तेरी बहन की बुर चुदासी है राजा चोदो ना ...... मैंने घुटनो पर बैठ कर दीदी की पैंटी को दोनो हाथो से पकड़ा और पूरी ताकत लगा कर फाड़ दिया चर्रर्रर्रर कि आवाज़ के साथ पैंटी फट गई और दीदी की गांड़ नंगी हो कर ऐसे खुल गई जैसे किसी कीमती तोहफे का गिफ्ट रैपर खुल गया हो ........
मैंने एक और झटका मार कर चूत के सामने की पैंटी भी फाड़ दी और दीदी की नंगी घनी घुँघराली झांटो भरी बुर को मुट्ठी में भर कर पूरी ताकत से मसल दिया दीदी एकदम से कसमसा उठी और बोली हाय्य्य्य कितना तड़पायेगा आज अपनी चुदासी बीवी को ....... मैंने झुक कर दीदी की गीली पानी छोड़ रही बुर को चूम लिया और जीभ निकाल कर किसी भूखे कुत्ते जैसे उनकी बुर चाटने लगा .........
उम्म्ममह आआहहह और चाटो राजा पूरी जीभ घुसा दो बुर में अंदर तक और मैंने एकदम से जीभ को बुर में घुसा कर गोल गोल घुमाते हुए होंठो को बुर के होंठो पर चिपका कर जीभ से ही निक्की की चुदाई शुरू कर दी ....... दीदी के दोनो हाथ अपनी चुचियों को मसलने में व्यस्त थे ........ और वो अपनी गांड़ हवा में पीछे को उछाल रही थीं ......... दो मिनट तक ऐसे ही उनकी बुर में जीभ घुमा कर मैंने जीभ निकाली और घुटनों पर आते हुए सुपाड़ा बुर पर टिका दिया लंड की गर्मी महसूस करते ही दीदी ने गर्दन घुमा कर मेरी ओर देखा और बोली aahhhhh चोद दे राजा पेल दे अपना लौड़ा बीवी की बुर में और मैंने दीदी की कमर हांथो में थाम के तेज धक्का देते हुए जड़ तक लौड़ा उनकी बुर में उतार दिया .......
aaahhhhh ...... ufffff दीदी की मुह से आवाज़ आयी और मेरी कमर की गति बढ़ने लगी और जल्दी ही मेरी जांघे दीदी के चूतड़ों को टक्कर मारने लगी और पूरा लंड तेज गति से उनकी बुर में अंदर बाहर होने लगा ......... मैंने धक्के मारते हुए कहा रानी 2 तारीख को इसी कमरे में इसी बेड पर अपनी ननद को चुदवा देना मेरे लंड से .........
दीदी तेजी से अपनी गांड़ लंड पर दबाती हुई सिसक कर बोली उफ़्फ़फ़ हां मेरी जान 2 को रात में नंगी कर के अपनी ननद को लिटा दूंगी तेरे लंड के नीचे चोद लेना उसे भी लेकिन अभी तो अपनी बीवी को चोद ले राजा उफ़्फ़फ़ क्या मस्त लौड़ा है और क्या तूफानी चुदाई करते हो मेरी ननद अभी कुंवारी है प्यार से चोदना उसे वैसलीन लगा के .........
मैंने दीदी के चूतड़ सहला कर और तेजी से धक्के लगाते हुए क्या वैसलीन क्या करना है रानी तुम उसकी बुर चाट के और मेरा लंड चूस के चिकना कर देना ........ फिर गीला गीला लंड उसकी बुर में डलवा देना ........ दीदी बोली ठीक है राजा जैसा तुम चाहो .........
और इतना बोलते हुए दीदी आगे खिसक कर लंड को चूत से निकालते हुए पलट कर टाँगे फैला कर लेटती हुई बोली आ जाओ जानू अब ऊपर से चुचियाँ पीते हुए चोदो और मैं घुटनो के बल चलता हुआ उनकी टांगों के बीच आया और लंड बुर पर टिका के हुमच के पेल कर दीदी के ऊपर झुकते हुए एक चूची मुह में भर कर चूसते हुए कस कस के चोदने लगा ..........
दीदी नीचे से अपनी कमर उछालते हुए बोली जानू मुझे भी दो लंड से चुदना है जल्दी से ....... मैं कल प्रतीक को बोल दूंगी की तुमसे चुदवा लिया है और जब वो आएंगे तो हम एक साथ ........ इतना बोल के दीदी चुप हो गई .........
मैंने और तेजी से धक्के मारते हुए कहा ठीक है जान जैसा तुम्हें ठीक लगे ....... और कस के उनकी चूची पर दांत गड़ा कर काट लिया मेरे दांतों के निशान पड़ गये उनके चूचे पर और वो जोर से कराहते हुए बोली उफ़्फ़फ़फ़ राजा ..........
मैंने कहा पहले तुम मुझे श्वेता की चूत दिलवाओगी और बाद में मैं प्रतीक के साथ तुम्हें चोदूगा ...... दीदी बोली ठीक है राजा aaahhhh और तेज और तेज मैं गयी जानू उफ़्फ़फ़फ़ ईईशश्शस ......... और उनका बदन कांपने लगा दीदी के मुझे बाहों में भर के अपने पैर मेरी कमर पर कस दिए और पूरी ताकत से चिपक गयीं मुझसे मैंने उनके गुलाबी कांपते होंठ अपने होंठो में दबा कर चूसते हुए उन्हें चर्मोत्कर्ष का सुख लेने दिया ...........
अगले कई मिनट वो वैसे ही मेरे सीने से लिपटी गहरी गहरी सांसे लेती रहीं ....... उनकी आंखें बंद थी और चेहरे पर सुकून और संतुष्टि ........ फिर उनकी पकड़ कुछ ढीली हुई और मैं उठ गया ........ दीदी ने फौरन आंखे खोली और मैं बस खड़ा हो कर लंड मुठियाने लगा दीदी जल्दी से उठ कर अपने घुटनों पर मेरे सामने बैठ गईं और .........
मेरे के सुपाड़े पर जीभ फिराने लगी मैं बस दीदी की आंखों में देखते हुए तेजी से लंड पर हाथ चला रहा था ....... और दीदी बोली ........ uffff viki come on give me your cum ........ i wnat to taste it i want to feel it on my face ....... come on jaan ........ झड़ जाओ पिला दो मुझे अपने लंड का सारा रस ......
मेरे मुह से एक आह निकली और इसी के साथ मेरे सुपाड़े से बौछार होने लगी गरमा गरम वीर्य की ....... बूंदे हवा में उड़ रही थीं दीदी का चेहरा भीगता जा रहा था और वो मुस्कुरा पहली बारिश की बूंदों जैसे उनका मज़ा ले रही थी और आखिर में वो सुपाड़े को होंठो में दबा कर चूसने लगी ....... लंड को दो तीन बार दबा दबा कर निचोड़ने के बाद आखिरी कुछ बूंदे चाट कर निगलने के बाद वो अपने चेहरे पर पड़ी बूंदों को उंगली से समेट समेट कर मुह में डालने लगी और मैंने झुक कर उनके खुल ने थूक दिया ......
दीदी ने वो सब बड़े प्यार से निगला और मैं झुक कर उनके होंठ चूमने लगा उम्म्ममह .......
love you my sweet wife ......
दीदी मुस्कुरा दीं और फिर हम ऐसे ही एक दूसरे से लिपट कर सो गए .......।
Niceमैंने कार रोकी और बाहर आया ...... इस वक़्त मेरे मन मे एक खलबली सी मची थी ........ गेट बंद कर के मुख्य दरवाजा खोल कर मैं ड्राइंग रूम में आया पर पूरे घर मे सन्नाटा पसरा पड़ा था ....... मैं आंगन में आया और देखा श्वेता के कमरे का दरवाजा बंद था ...... और अंदर कोई हलचल नही थी दो मिनट मैं वही खड़ा रहा और फिर वापस बाहर आ गया ......
मैं ड्राइंग रूम में भी कुछ देर रुका रहा फिर ऊपर अपने कमरे में आ गया यहां भी श्वेता कहीं नजर नही आई ....... मैंने फोन निकाल कर श्वेता का नंबर डायल किया ........ घण्टी गयी और बस दो रिंग के बाद श्वेता की आवाज़ मेरे कान में गूंजी ....... हेलो कौन ....?
उसके पास मेरा नंबर नही था ......
मैंने शरारत करने की सोची ...... और जेब से रुमाल निकाल कर माइक को कवर कर के आवाज़ थोड़ी भारी कर के बोला ......
तुम श्वेता बोल रही हो ना .....?
श्वेता- हां पर आप कौन .....?
मैं- मैं वही बोल रहा हूँ जिसकी कल रात पार्टी में बेज्जती हुई थी और अपनी इस बेज्जती का बदला मैं जरूर लूंगा उस लौंडे को तो मैं जान से मार दूंगा ....... जिसने तुम्हारे सामने मेरी इज्जत का जनाजा निकाला था ......
श्वेता ये सुनते ही भड़कते हुए बोली ...... ओ दो कौड़ी के इंसान कल इतना पिट के भी तुझे अक्ल नही आई और तेरी इतनी हिम्मत की तू मुझे कॉल कर एक धमकी दे रहा है साले मर्द है तो उसी से भिड़ आ के जिसने कल तेरी मरम्मत की थी ....... लेकिन मुझे लगता है अभी तेरी मरम्मत में कुछ कमी रह गयी थी ...... तू एक बार और आजा यहां फिर देख वो क्या हाल करता है तेरा पिछली बार तो तू अपने पैरों पर चल कर गया था लेकिन इस बार स्ट्रेचर पर जाएगा ........
मैं- ओहहह बड़ा यकीन है तुम्हें उस कल के लौंडे पर लेकिन मेरे पास गन है एक गोली अंदर और भेजा बाहर .......
श्वेता- चीखते हुए रुक साले तेरी ऐसी की तैसी ...... अभी पुलिस को कॉल करती हूं शाम तक तू अपनी गन समेत जेल में ना दिखा तो मेरा नाम बदल देना साला हरामी कुत्ता गोली मारेगा मेरे विकास को ...... अभी तेरी औकात बताती हूँ तुझे .......
मेरे विकास को ...... ये तीन शब्द मेरे दिल मे उतर गए ........
लेकिन उसका बाकी का गुस्सा और डायलॉग सुन के मेरी हंसी छूट गयी और मैं जोर जोर से हंसने लगा ......
उसने फिर बड़े ताव में बोल बड़ी हंसी आ रही तुझे हरामखोर तेरी सारी हंसी बन्द करती हूं मैं तू देखता जा अब मैं क्या करती हूं ......
मैंने जल्दी से रुमाल हटा कर अपनी रियल वॉइस में कहा अरे अरे मेरी लेडी डॉन मैं हूँ विकास ...... पुलिस मत बुलाना मुझे डर लग रहा है .......
वो चौंक कर बोली विकास ये तुम हो मैंने कहा हां बस एक छोटा सा प्रैंक कर रहा था ...... वो गुस्से से बोली कितने गंदे हो तुम डरा दिया था मुझे ...... मैंने कहा अच्छा ..... पर तुम तो कहीं से भी डरी हुई नही लग रही थी ....... उल्टा मैं डर गया था तुम्हारा गुस्सा देख के ......
वो इस बार थोड़ा प्यार से बोली तो गुस्सा नही आएगा क्या कोई तुम्हारे बारे में उल्टा सीधा बोलेगा तो ...... मैंने कहा इतना प्यार करती हो क्या मुझसे ....... वो चुप हो गयी ...... मैंने कहा अच्छा ये बताओ हो कहाँ तुम मुझे कंपनी देने का वादा कर के रोक लिया और खुद गायब हो ......
वो बोली मैं तो अपने रूम में ही हूँ इंतजार कर रही थी कि तुम आओगे यहीं पर ...... मैंने कहा आया तो था कमरे के दरवाजे तक लेकिन फिर वापस लौट आया ...... वो बोली हां देखा था मैने आंगन में खड़े खोपड़ी खुजा रहे थे फिर चले गए ....... अंदर क्यों नही आये.......
मैंने कहा एक जवान अकेली लड़की के कमरे में घुसना ये मेरी आदत नही ..... ओहहो बड़े शरीफ हो मैंने कहा तुम्हें कोई शक है मेरी शराफत पे ....... वो हंस कर बोली शरीफ लोग जवान लड़कियों की पैंटी नही चुराते ....... और मेरी बोलती बंद हो गयी ........ 10 सेकेंड की खामोशी के बाद वो खिलखिला कर हंसी और बोली क्या हुआ डर गए मैंने कहा यार अब गुनाह तो हो ही गया मुझसे जो चाहे सज़ा दे दो .......
वो शोखी से बोली मुजरिम सामने आए तो सज़ा सुनाऊं या सारा मुकदमा फोन पर ही चलेगा मैंने कहा तुम ही आ जाओ न ऊपर मुझे डर लग रहा है कहीं अपने कमरे में बुला के तुम ........ वो बोली क्या ...... बात तो पूरी करो ......
मैंने कहा मेरा रेप ना कर दो........ वो खिलखिला कर हंस दी और बोली इतना डरते हो मुझसे ....... फिर शादी कैसे करोगे मुझसे ......? मैंने कहा वो तो कर लूंगा बड़े आराम से ..... उसने कहा चलो ठीक है मैंने रोका है तो मैं ही आती हूँ ....... और उसने फोन काट दिया और कुछ ही पलों में वो मेरे कमरे में आई थोड़ी शरमाई सी कुछ घबराई सी .......
वो आ के बेड के पास खड़ी हो गयी मैंने कहा बैठो श्वेता वो बैठ गयी ........ अभी भी उसने वही जीन्स और ढीला सा टॉप पहना हुआ था वो बैठ गयी सर झुका के मैंने कहा दीदी और जीजू तो वहां एन्जॉय कर रहे होंगे ....... और हम यहां बस timepass कर रहे ........ कह के मैंने श्वेता के हाथ पर हाथ रखा और उसका हाथ पकड़ के खींच लिया अपनी ओर वो खींची हुई चली आयी और मेरे सीने से लगा गयी ........
मैंने दोनो हथेलियों में उसका चेहरा थाम लिया और उसकी आँखों मे देखने लगा चश्मे के अंदर उसकी गहरी आंखों में झांकते हुए मैंने उसके होंठो पर अपने होंठ रख दिये और वो सिसक कर मुझे चूमने लगी बेतहाशा ........ हमारे होंठ आपस मे गुंथे हुए थे और जैसे हममें कॉम्पटीशन चल रहा थे कौन किसके होंठ ज्यादा से ज्यादा चूस सकता है ....... ये मुकाबला चलता रहा और मैंने श्वेता को कंधों से पकड़ कर बेड पर लिटा दिया और मेरे हाथ उसकी बांहों से गुजरते हुए उसके सीने की ओर बढ़ने लगी ........
श्वेता के दिल धड़कने मुझे सुनाई दे रही थीं ........ और फिर मेरे हाथ उसकी तनी हुए कसी और सख्त चुचियों पर घूमने लगी और आखिर मैंने उसकी चुचियाँ मुट्ठी में भर कर मसल दीं और उसने तड़प कर अपनी जीभ मेरे मुह में घुसा दी ........ हमारी जीभ आपस मे टकराने लगी और श्वेता की चुचियाँ कुछ देर मसलने बाद मेरी गिरफ्त उसके छोटे मटर के दाने जैसे फूल रहे निप्पल्स पर बढ़ गयी और मैं उसे चुटकी में भर कर मसलते हुए उसकी जीभ चाटने लगा ......
मेरा लंड एकदम ताव में था और मैंने श्वेता एक हाथ पैंट के ऊपर से अपने खडे लंड पर रखते हुए उसे जोर से दबा दिया और श्वेता एकदम से मुझसे लिपट गयी और मेरे लंड को मुट्ठी में भरने की कोशिश करने लगी ....... पर जीन्स में कैद होने की वजह से वो ऐसा कर ना सकी .........
मैंने अब अपना के हाथ श्वेता के टॉप में नीचे की ओर से डालते हुए उसके नंगे पेट को सहलाते हुए अपने हाथ को ऊपर उसकी ब्रा में कसी चुचियों की बढ़ाना शुरू कर दिया और जल्द ही उसकी ब्रा के कप समेत उसकी चूची मेरी मुट्ठी में थी ........ और दूसरे हाथ से मैंने अपनी ज़िप खोलते हुए अपने लंड को अंडरवियर की कैद से आज़ाद कर दिया ........
नंगे गर्म सख्त लंड की गर्मी अपने हाथ मे महसूस कर के श्वेता ने मेरे होंठो से ध्यान हटा कर नीचे लंड को देखा और खड़े लंड को देखते ही वो एकदम से घबरा सी गयी ....... और अपना हाथ हटा लिया ......
मैंने एक बार फिर से उसका हाथ लंड पर रखते हुए कहा डरो मत ये कुछ नही करेगा ........ और इस बार उसने हिम्मत कर के लंड को मुट्ठी में पकड़ लिया ...... मैंने उसके हाथ पर हाथ रख कर उसे हाथ को ऊपर नीचे करते हुए लंड से खेलना सिखाया और उसने अपने हाथ की नीचे सरकाते हुए लंड की स्किन खोल दी .......
गुलाबी मोटे सुपाड़े को वो बड़े गौर से देख रही थी ...... मैंने कहा श्वेता इसे प्यार करोगी ...... वो ना में सर हिलाने लगी ..... मैंने कहा कर के देखो ना अच्छा लगेगा ...... वो फिर भी कुछ नही बोली ....... तो मैंने अपना हाथ पीछे उसकी पीठ पर ले जाते हुए उसकी ब्रा के हुक खोल दिये ......., उसकी चुचियों पर झूलती ब्रा में हाथ घुसा कर उसकी नंगी चुचियाँ पकड़ ली और हल्के हल्के से दबाने लगा मसलने लगा ......
और आखिर में मैंने उसे बेड पर लिटाते हुए झुक कर उसकी एक निप्पल पर जीभ फिरा दी वो सिसक उठी और आंखे बंद कर के अपने कड़े निप्पल पर मेरी जीभ की हरकत को महसूस करते हुए अपनी जांघे भींचने लगी ....... मैंने बारी बारी से दोनो निप्पल को चाटते हुए एक हाथ नीचे ले कर जीन्स के ऊपर से उसकी चूत को दबोच लिया उसने एकदम से अपनी गांड़ ऊपर उठायी और बोली aaahhhhh विकास .......
मैं समझ गया ये एकदम गरम है और झड़ने के कगार पर है ....... मैंने एक निप्पल को होंठो में दबा कर चूसना शुरू कर दिया और उसकी जीन्स का बटन खोल दिया उसने मेरा हाथ पकड़ लिया और बोली प्लीज मत करो ना मुझे शर्म आती है .......
मैंने कहा कुछ भी ना करूँ ......? वो चुपचाप मेरी ओर देखने लगी ....... मैंने फिर पूछा जाऊं मैं ...... उसने कहा नाराज़ हो गए ...... मैंने कहा एकदम नही ...... वो बोली विकास सॉरी पर मैं अभी इसके लिए तैयार नही हूँ ........ मैंने कहा कोई नही और मैंने वापस उसकी जीन्स के बटन बंद कर दिया और अपना लंड अंदर कर के कपड़े सही करते हुए बैठ गया उसके पास .......
उसने सर झुका कर कहा सॉरी विकास मैंने तुम्हारा मूड खराब कर दिया ....... मैंने कहा एकदम नही यार तुम मुझे प्यार करती हो ये बहोत है रही बात सेक्स की तो वो तो एक ना दिन होना ही है ....... उसने कहा अगली बार मैं नही रोकूंगी तुम्हे ........
उसने अपनी ब्रा ठीक करते हुए कहा विकास मैं कुछ पूछना चाहती हूं ...... मैंने कहा हां पूछो ना ......
श्वेता- समझ नही आ रहा कैसे कहूँ .....
मैं- एकदम रिलैक्स हो कर आराम से कहो यार मैं दोस्त हूँ तुम्हारा .........
श्वेता- तुम अपनी दीदी को कितना प्यार करते हो .....?
मैं- बहोत ज्यादा ...... जितना तुमसे करता हूँ शायद उतना ही .......
श्वेता- सिर्फ बहन के नजरिये से या कुछ और भी है तुम्हारे मन में ........
मैं- वो मेरी बहन तो है ही पर उससे बढ़ कर वो मेरी सबसे अच्छी दोस्त भी हैं इसीलिए हम हर एक टॉपिक पर खुल कर बात कर लेते हैं ..... और हमारा कुछ भी नही छिपा है एक दूसरे से ........
श्वेता- वो तो मैं देख रही हूं तुम दोनों को बॉन्डिंग लेकिन मैं ये जानना चाहती हूं कि इसके अलावा भी तुम अपनी दीदी से कुछ और चाहते हो क्या.....?
मैं- साफ साफ पूछो ना क्या पूछना चाहती हो .....?
श्वेता- मेरा मतलब की तुम उनसे सेक्स करना चाहते हो ......
मैं- सब से पहले तुम हमारे रिश्ते को हमारे प्यार को समझ लो और फिर उसे शुरू से ....... विनय वाली घटना से ले कर दिल्ली में जो कुछ हुआ वो सब उसे बताता चला गया सिवा इसके कि हमने शादी की है और सेक्स भी कर चुके हैं ....... यहाँ तक कि मैंने उसे ये भी बता दिया कि मैं और दीदी अक्सर ओरल सेक्स कर लेते हैं एक दूसरे के साथ .......
वो शांति से सब सुनती रही और जब मैं चुप हुआ तो बोली सच मे विकास भाभी किस्मत वाली हैं जो उन्हें इतना प्यारा और समझदार भाई मिला ....... मैंने कहा सॉरी श्वेता मैं तुमसे प्यार करता हूँ मगर मैं दीदी से भी उतना ही प्यार करता हूँ ....... और तुम्हें इस से कोई प्रॉब्लम हो तो अभी बोल दो क्यों कि मैं दीदी के प्रति अपना प्यार कभी कम नही कर सकता .....
वो बोली नही मुझे कोई प्रॉब्लम नही है वैसे भाभी भी तुम्हे बहोत प्यार करती हैं ....... एक बात बताऊं वो तो तुम्हारे साथ सेक्स भी कर लेंगी अगर तुम चाहो तो .....(उसने इस अंदाज में ये कहा मानो कोई बहोत राज़ की बात बता रही हो) और मैंने भी ये सुन कर हैरान होने की एक्टिंग की और बोला ......
ये शायद ठीक नही होगा श्वेता इसीलिए मैंने कभी उनसे ये इच्छा जाहिर नही की हांलाकि शायद मैं ऐसा चाहता हूं पर ठीक है उनका जितना प्यार मुझे मिल रहा है वो भी काफी है .......
और श्वेता ने मेरे गले लगते हुए कहा विकास तुम बहोत अच्छे हो मुझे तुम्हारी ये सच बोलने की आदत बड़ी पसन्द आयी ...... कुछ भी नही छिपाया तुमने सब बता दिया साफ साफ ....... बिना डरे की इस सब के बारे में जान कर मेरा क्या रिएक्शन होगा ......
मैंने कहा झूठ बोलने से कोई फायदा नही था कभी कभी ना तो ये सच तुम्हारे सामने आ ही जाता ...... और शायद उस दिन तुम मुझे माफ़ ना करती इस सब के लिए श्वेता बोली सही कह रहे हो अगर मुझे किसी और तरीके से ये पता चलता तो शायद मैं बर्दाश्त ना कर पाती पर तुमने और भाभी ने ही सब बता दिया मुझे तो अब मुझे स्वीकार है तुम्हारा ये प्यार भरा रिश्ता ......
मैंने श्वेता के गाल को चूम कर कहा thanks श्वेता तुम जितनी खबसूरत हो उतनी ही समझदार भी ....... श्वेता ने मुस्कुरा कर रहा अच्छा जी मक्खन लगा रहे हो मैंने कहा होने वाली बीवी को मक्खन तो लगाना ही पड़ेगा तभी अगली बार कुछ भला होगा मेरा आज तो सूखा सूखा गुजारा करना पड़ रहा है ........
वो कुछ सोचते हुए बोली विकास मेरी एक रिक्वेस्ट है ....... मैंने कहा बोलो यार तुम रिक्वेस्ट मत करो आर्डर दो फिर देखो मैं कैसे हर बात मानता हूँ तुम्हारी ...... वो बोली मैं चाहती हूं जब हम दोनों पहली बार सेक्स करें तो मेरी भाभी और आपकी प्यारी दीदी भी हमारे साथ मौजूद हों ....... और आप उनके साथ भी सेक्स करें उन्हें भी उनका प्यार हासिल हो और मुझे मेरा मतलब हम तीनों को .......
मैंने उसकी आँखों मे देखते हुए कहा ..... क्या सच मे तुम ऐसा चाहती हो ....... मुझे दीदी के साथ देख कर तुम्हें कोई तकलीफ नही होगी ....... उसने कहा मुझे कभी किसी और के साथ देख कर तुम्हें तकलीफ होगी क्या......? मैंने कहा ये परिस्थितियों पर निर्भर होगा अगर तुम किसी को पसन्द करती हो उसके साथ समय बिता कर तुम्हें खुशी होती है तो तुम्हारी खुशी के लिए मुझे वो कबूल होगा लेकिन अगर तुम मुझसे छुपा कर झूठ बोल कर ऐसा कुछ करोगी तो जरूर मुझे तकलीफ होगी .........
वो बोली बस ऐसे ही जब मैं कह रही हूं तो मुझे क्यों तकलीफ होगी ....... और फिर तुम भाभी जितना ही प्यार मुझे भी करते हो ना बस ....... मैंने कहा ठीक है पर दीदी से इस बारे में मैं कोई बात नही करूंगा ये काम तुम्हे ही करना होगा वो बोली ठीक है मैं कर लुंगी .......
बातों बातों में काफी टाइम बीत गया था 6 बजे मुझे माँ जी को लेने जाना था सो मैं गाड़ी ले कर मंदिर चला आया और माँ जी को ले कर वापस घर आ गया ...... माँ जी मुझसे बड़ी खुश थीं और ढेरों आशीर्वाद देने लगी ...... मैं वहीं उनके पास बैठ कर बातें करने लगा ....... और श्वेता किचन में रात के खाने की तैयारी करने लगी ........
8 बजे तक दीदी जीजू भी आ गए और वो दोनो काफी खुश और रिलैक्स दिख रहे थे ....... फिर रात के खाने के बाद सब अपने अपने कमरों में चले गए कल हमे निकलना था ........ ।
इस रात कुछ खास नही हुआ और अगली सुबह एकदम सवेरे 5 बजे किसी ने मुझे जगाया मैं उठ कर बैठ गया तो देखा श्वेता थी उसने मुझे गुड मॉर्निंग बोला और मेरे पास बैठ कर अपना हाथ मेरे लोअर पर रख कर मेरा लंड जो कि हर सुबह खड़ा ही होता है सहलाने लगी ....... मैंने उसकी गुड मॉर्निंग का जवाब दिया और उसकी इस हरकत पर थोड़ा हैरान होते हुए पूछा ये क्या है जान ........
वो मुस्कुरा कर बोली मुझे भाभी ने भेजा है मैंने कहा किसलिये वो बोली तुम्हारे इसको प्यार करने के लिए ....... मैंने कहा पर कल तो तुम घबरा रही थी और बोल रही थी अगली बार ...... वो बोली हां पर कल रात मैंने भाभी को सब बताया ...... हमारे बीच जो हुआ वो भी और हमारी जितनी बातें हुईं वो भी ....... मैंने कहा फिर ...... वो बोली फिर क्या भाभी ने मुझे समझाया कि जब किसी का मूड बना हो तो उसे रोकना या मना नही करना चाहिए ......
इसलिए मैं सुबह सुबह आ गयी कि जाने से पहले ज्यादा नही तो एक बार इसे थोड़ा सा प्यार ही कर लूं ....... मैं उसकी नादानी पर मुस्कुरा दिया मैंने कहा थोड़ा सा यानी कल की तरह आज भी सारा दिन मैं तड़पता रहूं तुम्हारी याद में ....... मैंने कहा देखो जब करना पूरा प्यार करना ये आधे अधूरे से बस प्यास बढ़ती है .......
वो कुछ उदास सी हो कर बोली सॉरी विकास कल के लिए ....... मैंने कहा कोई नही यार मैं समझता हूं तुम एक लड़की हो और पहली बार के लिए खुद को तैयार करने में समय लगता है वो बोली तुम सच मे बहोत अच्छे हो विकास ........ अच्छा एक काम तो कर दो मेरे लिए ...... मैंने कहा बोलो उसने कहा मुझे एक बार इससे वो निकाल कर दिखाओ .......
मैंने जान बूझ कर अंजान बनते हुए कहा किस से क्या निकाल कर दिखाऊँ ...... वो लंड को मुट्ठी में दबा कर इस से वो निकलता है ना सेक्स के टाइम ...... मैंने कहा तुम्हें इसका नाम नही पता ...... वो बोली पता है ...... मैंने कहा फिर ये वो क्या कर रही हो साफ साफ बोलोगी तो दिखाऊंगा ....... वो हकलाते हुए बोली मुझे अपने ल लंड से वो रस निकाल कर दिखाओ न .......
मैंने कहा ठीक है दिखाता हूँ लेकिन मुझे भी कुछ देखने को मिले तो मुझे भी अच्छा लगेगा ...... उसने कहा क्या देखना है बोलो ...... मैंने कहा एक काम करते हैं हम दोनों ही कपड़े निकाल देते हैं और फिर मैं तुम्हे मुठ मार कर अपने लंड का रस निकाल कर दिखाऊंगा ......
ठीक है ना ...... उसने बड़ी मुश्किल से हां में सर हिलाया मैंने कहा चलो फिर शुरु हो जाओ और मैंने अपनी बनियान निकाल कर फेंक दी वो उठी और कमरे का दरवाजा बंद कर के वापस आ गयी उतनी देर में मैं लोअर भी उतार चुका था और अंडी में मेरा खड़ा लंड उभरा हुआ नजर आ रहा था ....... उसने बेड के पास आ कर अपनी नाइटी खोलते हुए निकाल कर बेड पर डाल दी और मेरे लंड के उभार को देखते हुए ब्रा खोलने लगी .......
मैंने उसके नंगे दूधिया चिकने जिस्म को देखते हुए अपना अंडरवियर सरकाते हुए खड़ा लंड बाहर निकाला और उसे मुठियाने लगा ....... उसने बड़े गौर से लंड को देखते हुए अपनी ब्रा भी निकाल कर रख दी और फिर पैंटी में उंगलियां फंसा कर उसे भी नीचे सरकाते हुए टांगो से निकाल दिया ......
वो एकदम नंगी हो चुकी थी और मैं उसकी चूत देखता ही रह गया ......... घनी रेशमी झांटो से भरी अनचुदी कुंवारी चूत के लिप्स आपस मे एकदम चिपके हुए थे ...... मैं उसकी चूत देख कर अपने होंठो पर जीभ फिराते हुए तेजी से लंड पर हाथ चलाने लगा और फिर मैने बेड पर पड़ी उसकी पैंटी उठा ली और उसे अपनी नाक पर रख कर सूंघते हुए मुठ मारने लगा ........
वो मुस्कुराते हुए मेरी हरकतें देख रही थी ........ मैंने कहा श्वेता प्लीज अपनी बुर खोल कर दिखाओ ना ...... वो बोली कैसे मैंने उसे बेड पर चौपाया बनने को बोला और वो बेड पर चढ़ कर झुकते हुए अपनी गांड़ उभार कर घोड़ी बन गयी अब उसकी चूत के साथ गांड़ की दरार और छेद भी मुझे साफ नजर आ रहा था इतनी खूबसूरत गांड़ देख कर मेरे मुह में पानी औए सुपाड़े पर प्रिकम की बूंदें आ गयी ........
मैंने एक हाथ से उसकी नंगे चूतड़ सहलाते हुए मुठ मारनी जारी रखी और बोला उफ़्फ़फ़फ़ श्वेता बहोत खूबसूरत हो तुम ....... love you मेरी जान ...... उसने गर्दन मोड़ कर मुझे देखा और मुस्कुरा कर बोली ....... love you to विकास ....... मैंने कहा दीदी होती तो मेरे लंड का रस चूस कर पी जाती वो कभी मुझे लंड का रस जमीन पर नही गिराने देती हैं ......
उसने हैरानी से कहा इसे पिया भी जाता है क्या मैंने कहा हां लड़कियां तो बहोत पसन्द करती हैं लंड का रस पीना ...... वो बोली ह्म्म्म तो मैं भी try कर लूं क्या आज मैंने कहा जैसी तुम्हारी मर्ज़ी पर फिलहाल तो मेरा दिल तुम्हारी गांड़ के इस नन्हे से छेद पर आ गया है ....... और मैंने झुक कर श्वेता की गांड़ पर अपने होंठ रख दिये वो मेरे होंठो की गर्मी अपनी गांड़ पर बर्दाश्त नही कर पाई और उसके मुह से एक तेज aaahhh निकली .......... और मैं तेजी से उसकी गांड़ के छेद को जीभ से कुरेदते हुए अपने लंड को मुठियाने लगा ........ श्वेता उत्तेजित हो कर तेजी से सिसिया रही थी .......
मुझे लगा वो झड़ने वाली है उसका बदन अकड़ने लगा था और वो अपनी गांड़ मेरे मुह पर दबाते हुए आहें भर रही थी मैंने अपने दूसरे हाथ को उसकी चूत पर रखा और उसकी झांटो को सहलाते हुए चूत की दरार में उंगली फिराई उसकी चूत में काफी नमी थी ...... और मैंने जीभ को गांड़ से फिराते हुए उसकी चूत की दरार तक का सफर तय करने दिया और फिर उसकी चूत के बंद होंठो को जीभ से खोलने की कोशिश करने लगा ........ बस 8-10 चूत पर जीभ फिराते ही वो कांपने लगी और बोली aaahhhhh विकास ....... उफ़्फ़फ़फ़ ससीईईईईई उसकी चूत के होंठ फड़फड़ाये और कुछ खट्टी कसैली बूंदे मुझे अपनी जीभ पर महसूस हुई मैं उस रस को चाट चाट कर पीने लगा और दो मिनट बाद जब मैने उसकी बुर से छलकी एक एक बूंद को गले से नीचे उतार लिया तब मैं बेड से नीचे उतरा मैं भी अब झड़ना चाहता था कल से मेरा लंड अनगिनत बार खड़ा हो चुका था पर हर बार उसे मायूसी ही मिलती थी ......
श्वेता ने मुड़ कर मुझे देखा मैंने कहा श्वेता इधर बैठो सीधी हो कर मेरे सामने और वो उठ कर बेड पर पैर लटका कर बैठ गयी ....... मैं उसके पास आ गया और उसके चेहरे के ठीक सामने अपना लंड तेजी से मुठियाने लगा वो गौर से लंड को देख रही थी मैंने कहा श्वेता एक बार मुह में लो ना इसे...... और उसने अपना मुह खोलते हुए सुपाड़े को मुह में दबा लिया और जीभ को उस पर फिराने लगी ........
मेरा आंड़ सिकुड़ने लगे ....... मैंने कहा aaahhhhhh श्वेता लो मेरी जान पी लो मेरे लौड़े का रस और इसी के साथ मेरे सुपाड़े से फव्वारे की तरह वीर्य की बारिश होने लगी ........ श्वेता ने चौंकते हुए पीछे हटना चाहा पर मैंने एक हाथ से उसके सर को पकड़ लिया और पहली दो फुहारे उसके मुह में मारने के बाद अगली सारी फुहारे उसके गोर मासूम चेहरे पर और उसके चश्मे के ग्लास पर मेरा वीर्य बहता हुआ उसके गाल पर टपकने लगा आखिरी बूंदे उसके गुलाबी होंठो पर टपकाने के बाद मैंने उसे छोड़ा और देखा तो वो मुह फुलाये हुए मुझे देख रही थी उसके मुह में मेरा वीर्य था उसने इशारे से पूछा इसका क्या करूँ मैंने कहा टेस्ट अच्छा लगा हो तो पी लो ........ उसने मुह में भरे हुए वीर्य को गुटक लिया और गहरी सांस ले कर बोली ....... कितना गरम और चिपचिपा था ...... फिर वो अपना चश्मा उतार कर बोली इसे भी गंदा कर दिया तुमने मुझे कुछ दिख नही रहा ये लगा के मैंने कहा एक काम करो चाट के साफ कर लो इसे ......
और वो सच मे चश्मे के शीशे पर जीभ फिराते हुए उस पर से मेरा वीर्य चाटने लगी ........ चश्मा साफ कर के उसने एक ओर रख दिया और उठ कर बाथरूम में चली गयी दो मिनट बाद वो अपना चेहरा साफ कर के आयी और अपने कपड़े पहनने लगी मैंने भी अपने कपड़े पहन लिए 5:40 हो रहे थे ...... वो कपड़े पहन कर मेरे पास आई और मुझे गले लग कर बोली thanks viky you are so sweet love you so much ......
मैंने उसके होंठ चूम लिए और वो बोली अब मैं जाती हूँ सबके उठने का समय हो रहा ...... फिर वो कमरे से निकल गई और मैं वापस लेट गया ....... फिर 8 बजे तक नहा कर मैं भी नीचे आ गया ...... सबके साथ नाश्ता किया और प्रतीक ऑफिस जाने लगे तो मैंने उनके पैर छुए और कहा आप तो अब शाम को ही आओगे हम लोग निकल जाएंगे तब तक .......
वो बोले ठीक है पर दोपहर का खाना खा कर आराम से जाना ....... मां जी बोली मैं वैसे भी ऐसे नही जाने दूंगी इन दोनों को ........ और फिर प्रतीक चले गए ....... दीदी और श्वेता वहीं बैठ कर बातें करने लगी ....... और मैं ऊपर चला आया ...... दोपहर में 2 बजे दीदी ने कॉल किया कि आओ खाना खा लो मैं नीचे आया सबने खाना खाया ....... और फिर 3 बजे हम मां जी के पैर छू कर वहां से निकल पड़े .......
वापस प्रयागराज की ओर ......।
रास्ते मे दीदी ने मुझे अपनी और श्वेता की सारी मस्ती के बारे में बताया और ये भी की वो भी मानसिक रूप से हमारे रिश्ते को स्वीकार कर चुकी है बस एक बार हमारी ग्रुप में चुदाई हो गयी तो सब सही हो जाएगा ....... मैंने कहा thanks दीदी मेरे लिए कितना कर रही हो तुम .....
वो मुस्कुरा कर बोली तुम्हारे लिए नही जान हमारे लिए अपने लिए ....... फिर उन्होंने ये भी बताया कि कल शाम जब प्रतीक उन्हें ले कर गया था तो वो अपने एक फ्रेंड के फ्लैट पर ले गया जहां उन्होंने एक घन्टे जम के चुदाई का मज़ा लिया ....... मैंने कहा सही है शादी से पहले ही सुहागरात सुहागदीन सब मना लो वो बोली शादी तो हो चुकी है मेरी पहले ही ....... और गले मे पहने हुए मंगलसूत्र को पकड़ लिया ........ ऐसे ही बातें करते हुए हमारा रास्ता कट रहा था .......।
बहुत ही कामुक और गरमागरम अपडेट हैमैं इन दिनों की घटनाओं से काफी ठरक के भरा हुआ था और अपनी सारी ठरक इस चालू लौंडिया पर निकालना चाहता था मुझे ये भी मालूम था मुझे खुश करने के लिए ये किसी भी हद तक जाने को तैयार होगी तो मैंने कहा रानी मेरा लंड मुझे बहोत परेशान करता है वो लंड को जोर से दबा कर बोली अब मैं हूँ ना विकास इसकी हर ख्वाइश पूरी करूंगी मैं और फिर उसने मेरे लंड पर झुकते हुए सुपाड़े पर अपने होंठ रख दिये और जीभ को गोल गोल फिराने लगी मेरा सुपाड़ा उसके थूक से गिला हो गया पर मैंने बेड के किनारे ओर सरकते हुए कहा रानी तुम नीचे उतरो वो फौरन किसी आज्ञाकारी गुलाम की तरह नीचे उतर गई मैं खिसक कर बेड के एज पर पहुंचा और अपनी टूटी टांग को नीचे करने लगा रानी ने फौरन मेरा पैर पकड़ कर धीरे से नीचे जमीन पर रखा और फिर मैंने दूसरा पैर भी नीचे रखा और रानी का हाथ पकड़ कर उसे अपनी टांगो के बीच बिठा लिया उसने मेरा इशारा समझा और नीचे बैठ कर मेरे लंड को पकड़ कर अपनी लंबी सी जीभ निकाली और किसी भूखी कुतिया जैसे लंड पर जीभ फिराते हुए उसे ऊपर से नीचे तक चाटने लगी मेरे मुह से आहें निकलने लगी मैं सिसकते हुए बोला आहहह रानी मस्त लौड़ा चूसती हो तुम उसने मेरी आँखों मे झांकते हुए बड़ा सा मुह खोला और दो तीन बार सुपाड़े को अच्छी तरह चाट कर उसे होंठो में दबा कर धीरे धीरे अपने होंठ उस पर कस दिए और लंड को अपने मुह में समाने लगी और जल्दी ही मेरा समूचा लंड उसके मुह के अंदर था ।
उसके मुह की गर्मी मुझे पागल का रही थी दिल कर रहा था कमर को झटके दे कर और अंदर पेल दूँ उसके मुह में अपना लोड़ा पर वो तो पहले ही पूरा अंदर था कुछ सेकेंड्स तक ऐसे लंड को मुह में रखने के बाद उसने सर ऊपर उठाते हुए लंड को बाहर निकाला और गहरी सांस ले कर झटके से फिर हचक के लंड को मुह में भर लिया फिर वो ऐसे ही एक रिदम के साथ लंड को मुह में ले कर चूसते हुए अपने मुह को किसी चूत जैसे चुदवाने लगी और मैं इस नए मज़े को पा कर आसमान में उड़ने लगा मुझे लगा मैं किसी भी पल झड़ जाऊंगा इसलिए मैंने एकदम से लोड़ा उसके मुह से खींच लिया रानी हैरानी से मेरा मुह देखने लगी पर मैं उसके चेहरे पर झुका और उसके होंठ मुह में भर कर चूसने लगा रानी भी अपनी जीभ मेरे होंठो पर रगड़ते हुए चुम्मे का मज़ा लेने लगी और उसने मेरा लंड फिर से अपनी मुट्ठी में भर लिया थूक से गीला लंड पकड़ कर वो उसे मुठियाते हुए अपनी जीभ मेरे मुह में घुसाने लगी और मैंने रानी की जीभ चूसते हुए दांतो से काट ली वो एकदम से सिसिया उठी और मेरा एक हाथ अपने निप्पल पर रख दिया मैंने उसकी निप्पल को चुटकी में पकड़ कर जोर से उमेठ दिया और वो चीख उठी मैं डर गया और बोला सॉरी रानी वो तुरन्त मुस्कुरा कर बोला कैरी ऑन डिअर मेरे चीखने चिल्लाने की परवाह मत करो तुम्हारा जंगलीपन मुझे बहोत सुख दे रहा है उसकी बात सुन कर मेरा हौसला बढ़ा और मैंने एकदम से उसके चेहरे पर थूक दिया वो इससे हड़बड़ा गयी लेकिन फिर मुस्कुराते हुए उसने अपने होठों के ऊपर बहता हुआ मेरा थूक जीभ फिरा कर चाट लिया और निगल गयी .....
मैंने फिर से उसकी दोनो निप्पल को पकड़ कर मसलना शुरू किया और रानी सिसकते हुए फिर से मेरे होंठो पर टूट पड़ी ...... फिर उसने खुद को अलग किया और अपनी जीभ निकाल कर मेरी जांघो को चाटने लगी और जीभ फिराते हुए मेरे लंड को मेरे पेट पर दबा कर नीचे मेरे आंड़ को चूमने लगी फिर उसने मुह खोल कर मेरे दोनो आंड़ एक साथ मुह में भर लिए और उन्हें किसी रसगुल्ले जैसे चूसने लगी मेरे लंड की हालत खराब हो रही थी कुछ देर तक मेरे आंड़ चूसने के बाद उसने उन्हें मुह से निकाला और अपनी जीभ को और नीचे की ओर ले जाने लगी ....... पता नही कैसे पर खुद ब खुद मेरी टांगे थोड़ा सा फैल गयी और मैं अपने हाथों के सहारे थोड़ा पीछे को लेट से गया और अगले ही पल रानी में जो हरकत की उस से मेरी जान ही हलक में आ गयी रानी ने एकदम से अपनी जीभ मेरी गांड़ के छेद पर फिरानी शुरू कर दी और दोनो हाथों से वो मेरा लंड अच्छे से मसल रही थी उसके हाथों की हरकत से मेरा लौड़ा हद से ज्यादा सख्त हो गया था मुझे आज से पहले कभी अपना लंड इतना बड़ा नही लगा उधर उसकी नरम गीली जीभ मेरे गांड़ के छेद पर हरकत करती हुई मेरे जिस्म को हरपल एक नए आनंद का अहसास दे रही थी और फिर मैं एकदम सेक्स के नशे में चूर हो कर बहकने लगा ......, आआहहहह रानी चूस ऐसे ही चूस मेरा लौड़ा मेरे लंड की रानी चाट मेरी गांड़ साली ...... बहोत मज़े दे रही है तू पागल कर रही है तू मुझे उफ्फ्फ ....... रानी ने जीभ मेरी गांड़ से हटा कर लंड को तेजी से सहलाते हुए कहा आहह विकास कितना मस्त है लौड़ा तुम्हारा मैं तो बस दीवानी हूँ तुम्हारे लंड की अब तो बस तुमसे चुदने का मन कर रहा है मेरी जान मेरी चूत भी प्यासी है इस लंड की मैंने कहा रुक मत साली र..... और बोलते बोलते रुक गया ....., रानी ने कहा बोलो न विकास क्या बोलना चाहते हो जो भी मन मे है बोलो मैं बुरा नही मानूँगी अगर तुम्हे गालियां दी कर चोदना पसन्द है तो अपनी ख्वाइश पूरी कर लो राजा मुझे अपनी रण्डी समझ लो थोड़ी देर के लिए...... और इसी के साथ उसने मेरी गांड़ के छेद को अपने गुलाबी रसीले होंठो में दबा लिया और चूसते हुए लंड को कस के मुठ मारने लगी .......
उसकी बातें सुन कर मेरे दिमाग की नसों में चिंगारी सी उठने लगी और मैंने एक हाथ से उसके बाल मुट्ठी में पकड़ कर उसका मुह अपनी गांड़ पर दबाते हुए कहा आहह रण्डी ऐसे ही चूस साली छिनाल खा जा मेरी गांड़ को उफ्फ्फ साली बहोत मस्त है तू मेरी जान और मेरे लंड से झटके से वीर्य की एक तेज फुहार निकल कर सीधा रानी के माथे और बालो पर जा गिरी वीर्य की गर्मी महसूस करते ही रानी ने झट से गांड़ से मुह हटा कर मेरा सुपाड़ा मुह में भर लिया और अगली पिचकारी उसके मुह में निकली फिर मैं कुछ देर तक झटके ले ले कर झड़ता रहा और रानी मज़े से मेरा लोड़ा चूस चूस कर ताजा गरम वीर्य पीती रही ...... आखिरी बून्द तक चूसने के बाद उसने सुपाड़ा मुह से निकाल कर होंठो पर जीभ फिराई और एक चटकारा सा ले कर बोली उम्म्म बहोत टेस्टी हो तुम ........ मुझे ऐसा लग रहा था जैसे लंड के रास्ते मेरी जान निकल गयी हो और मैं निढाल हो कर बेड पर गिर गया और अपनी उखड़ी सांसों पर काबू करने लगा .........
पर रानी कहाँ रुकने वाली थी वो अगले ही पल बेड पर चढ़ आयी और मेरे सामने पंजो पर बैठ कर अपनी चूत सहलाते हुए बोली राजा मेरे मुह की प्यास तो बुझा दी पर अभी मेरी बुर प्यासी है इसका भी तो कुछ सोचो मैंने पहली बार नंगी बुर अपने सामने देखी उसकी चूत एकदम चिकनी थी पर चूत के होंठ थोड़ा सा खुले हुए थे और अंदर का गुलाबी हिस्सा नजर आ रहा था नंगी चूत देख कर मेरा लंड पूरी तरह सिकुड़ने से पहले ही अकड़ने लगा और मेरे मुह में पानी आने लगा ......, मैंने रानी का हाथ पकड़ा और उसे अपने ऊपर खींचने लगा वो समझदार थी जल्दी से मेरे सर के दूसरी ओर एक पैर रख कर मेरे मुह पर आ बैठी उसकी रसीली भरपूर चुदी हुई चूत मेरी नजरो के सामने थी मैंने बस दोनो हाथों दे उसके नंगे चूतड़ थामे और उन्हें सहलाते हुए अपने होंठ उसकी चूत पर रख दिये उसकी चूत से तीखी सी स्मेल आ रही थी जो मुझे ज्यादा पसन्द नही आई पर उत्तेजना की अधिकता से मैंने उस पर ध्यान न देते हुए अपने होंठ उसकी चूत पर रगड़ना शुरू कर दिया और वो आहें भरती हुई अपने हाथो से अपने चूचे दबाने लगी और बोली आहह विकास पागल कर रहे हो तुम मुझे चाटो मेरी बुर को ऐसे ही खाजाओ इसे रानी की ये बात सुन कर मेरे लंड में फिर से जान आ गयी और वो फनफना कर उछलने लगा रानी ने हाथ बढ़ा कर लंड को फिर से पकड़ लिया और सहलाते हुए बोली रुक जा सब्र कर अभी तुझे निगलती हूँ अपनी बुर में और एकदम से अपनी बुर मेरे मुह पर दबा दी मेरा चेहरा उसके मोटे चूतड़ों में दब कर रह गया मेरी सांस रुक गयी पर मैं बेताबी से उसकी बुर को होंठो में भर कर चूस रहा था और साथ ही गांड़ की दरार को सहला रहा था तभी मेरी उंगली को उसकी गांड़ का छेद मिल गया और मैंने उंगली को उसकी गांड़ के छेद पर फिराते हुए एकदम से उंगली गांड़ में पेल दी रानी कसमसा कर बोली आहह राजा उँगली नही अपना ये खूंटा डाल दो मेरी गांड़ में उफ्फ्फ मैंने दो तीन बार तेजी से उंगली को उसकी कसी हुई गांड़ में अंदर बाहर किया और फिर एकदम से उसकी चूत के दाने को दांतों से काट लिया वो सिसक कर उछल गयी और फिर मेरे मुह से उठ कर नीचे मेरी कमर पर बैठ गयी और लंड को पकड़ कर चूत पर लगा कर झटके से बैठ गई और मेरा लंड फिसलता उसकी गहरी गरम बुर में समा गया उसने एक आह भरी और फिर अपनी गांड़ तेजी से हिलाते हुए लंड को अपनी बुर में गपागप लेने लगी उसकी चुचियाँ उछल रही थी और मैंने उन्हें दबोच लिया मैं उसके निप्पल पकड़ कर खींच रहा था और उसकी गांड़ किसी इंजन जैसे तेजी से चल रही थी मेरे लंड पर वाकई रानी मस्त चुदक्कड़ लौंडिया थी मैं तो मज़े से मरा जा रहा था 8-10 मिनट तक ऐसे ही लंड पर चढ़ कर कूदने के बाद वो पूरा लंड चूत में ले कर बैठ गयी मेरे ऊपर उसकी बुर से काफी पानी निकल कर मेरे लंड के आसपास गीलापन कर रहा था रानी ने एक बार झुक कर मेरे होंठ चूसे और फिर अपनी गांड़ को आगे पीछे करते हुए लंड पर अपनी बुर घिसने लगी ..... इस तरह से मेरा सुपाड़ा रानी की बुर के आखिरी छोर तक जा कर टक्कर मार रहा था और मेरा दिल कर रहा था बस ऐसे ही चलता रहे बिना रुके हमेशा मैंने नीचे से अपने चूतड़ उठाते हुए लंड को अंदर घुसा कर कहा आहह रानी और चुद ले मादरचोद रण्डी ......... रानी भी आहह भर कर बोली जी भरके चोदो राजा अपनी रण्डी को जैसे चाहे जितना चाहे ओहहह राजा मैं गयी और इसी के साथ उसका बदन कांपने लगा उसके गले से अजीब सी आवाज़ें आने लगी और वो एकदम मेरे सीने से चिपक गयी दो मिनट तक ऐसे ही छिपकली जैसे मुझसे चिपक कर झड़ने के बाद उसने मेरी आँखो के देख कर मेरे होंठ चूम लिए और बोली लव यू मेरी जान ......मैंने कहा मेरा अभी हुआ नही है वो मुस्कुरा कर बोली अभी एक और छेद है ना डिअर तुम्हारे लंड की प्यास बुझाने के लिए उसने कमर ऊपर की और लंड उसकी बुर से बाहर फिसल गया लंड रानी की बुर के रस से भीग कर चमक रहा था उसने एक पल लंड को देखा और फिर उसे पकड़ कर अपनी गांड़ के छेद पर लगा लिया और फिर दांत भींच कर उसने अपनी कमर को नीचे दबाना शुरू किया सुपाड़े ने गांड़ के कसे हुए छेद को फैलाना शुरू किया और फिर एकदम से सुपाड़ा गांड़ के छल्ले में जा फंसा रानी ने रुक के दो तीन गहरी गहरी सांसे ली और फिर से कमर का दबाव डालते हुए आधे से ज्यादा लंड अपनी कसी हुई गांड़ में ले लिया फिर वो धीरे धीरे कमर को हिलाते हुए अपनी गांड़ चुदवाने लगी चूत की अपेक्षा उसकी गांड़ ज्यादा कसी हुई थी शायद गांड़ ज्यादा मरवाई नही थी उसने पर जल्दी ही उसने जड़ तक लंड गांड़ में ले लिया और अपनी गांड़ तेजी से लंड पर पटकती हु गांड़ मरवाने लगी मैंने भी दोनो हाथो से उसके चूतड़ मसलते हुए धक्के लगाने शुरू कर दिए और मेरे मुह से फिर सिसकारियां निकलने लगी ....... aaahhha रानी तेरी गांड़ और भी मस्त है बुरचोदी ले खा मेरा लंड अपनी गांड़ में भोसड़ी की आहह रानी ने भी झुक कर अपनी एक चूची मेरे होंठो पर रखते हुए कहा आहह विकास चोदो अपनी रानी की गांड़ फाड़ दो मेरी गांड़ अपने लौड़े से राजा भर तो मेरी गांड़ अपने लंड के रस से उफ्फ और मैंने रानी का निप्पल चूसते हुए तेजी से लंड ठोकना शुरू कर दिया उसकी गांड़ में और 20-30 तेज धक्कों के बाद ही मैं एक बार फिर से झड़ने लगा aaahhhhh मेरे लंड से खौलता हुआ वीर्य रानी की गांड़ में भरने लगा .... रानी अपनी गांड़ एकदम मेरे लंड पर दबा कर उसे निचोड़ने लगी और मुझ पर लेट कर कस के लिपट गयी मुझसे ......., काफी देर तक वो ऐसे ही नंगी लेती रही मुझ पर फिर उठ कर उसने एक बार मेरे होंठो को चूमा और नीचे उतर कर अपने कपड़े समेटने लगी तभी मैंने देखा उसकी टांग पर मेरा वीर्य बहता हुआ उसकी गांड़ से टपक रहा है उसने भी वो महसूस किया और फिर उसने जो हरकत की वो मुझे अंदर तक हिला गयी रानी ने उंगली से वो सारा वीर्य समेटा और मुझे दिखाते हुए चाट कर बोली उम्मम्म टेस्टी और फिर वो कपड़े पहनने लगी कपड़े पहन कर उसने मुझे भी अंडरवियर और लोअर पहनाया और फिर बोतल उठा कर पानी पीने लगी फिर उसने बोतल रखा कर कहा कैसा लगा विकास मैंने हंस कर कहा लाजवाब बेमिसाल फिर कब मिलोगी उसने कहा कब चाहो बुला लेना ....... मैंने ठीक है लेकिन अब तुम जाओ मेरे घर वाले किसी भी वक़्त आ सकते हैं उसने मुस्कुरा कर सर हिलाया और चाभी उठा कर चली दी दरवाजे पर पहुंच कर उसने एक फ्लाइंग किस दी और निकल गयी ...... और मैं भी सो गया।
बहुत ही सुन्दर और सेक्सी अपडेट हैफोन की घंटी से मेरी नींद टूटी पता नही मैं कितनी देर सोया आज थक भी तो गया था इस पहली चुदाई से , मैंने फोन निकाल कर देखा तो 1:40 हो रहा था और संजय का कॉल था कॉल रिसीव की तो उसने बताया वो नीचे खड़ा है दीदी के साथ लेकिन गेट लॉक है मैंने कहा दीदी से बात कराओ उसने फोन दीदी को दिया ..... मैंने दीदी को बताया कि चाभी वहीं रखी हुई है खोल लो और फिर वो लोग ऊपर आये ..... मैंने उनके आने तक बेड की अस्त व्यस्त चादर सही कर दी और टीशर्ट पहन ली ।
पहले संजय और फिर दीदी अंदर आये संजय मेरे पास बैठ गया और जेब से एक पासबुक और चेकबुक निकाल कर मुझे दी और बताया कि एटीएम कुछ दिन में आ जायेगा .....
मैंने कहा ठीक है फिर दीदी बोली तुम लोग बैठो मैं कुछ पीने को लाती हूँ और वो चली गईं मैंने कहा यार संजय बियर पीने का मन कर रहा है वो भुनभुनाते हुए बोला भोसड़ी के मन तो मेरा भी है और सोचा था कल शाम को पियेंगे लेकिन तूने पहले ही गांड़ मरवा ली मैंने कहा एक काम करियो शाम को ले आना यही पी लेंगे वो हैरानी से मेरा मुह देखते हुए बोला यहां घर पे ..... मैंने कहा हां घर पे वो सर हिलाते हुए बोला मुझे अपनी गांड़ नही तुड़वानी तू तो बोल देगा मैं ही ले कर आया हूँ और अंकल मेरी गांड़ मार देंगे मैंने हंसते हुए कहा कुछ नही होगा गांडू अच्छा सुन एक बात बताऊं उसने कहा बता ...... मैंने बताया कि आज मैंने लड़की चोदी मेरी बात सुन कर वो हंसने लगा और बोला साले लंगड़े खड़ा तो हो नही पा रहा और लंड खड़ा कर लिया तूने साले सुबह सुबह पी ली क्या , मैंने कहा देख मैंने बता दिया अब तू माने ना माने तेरी मर्ज़ी उसने पूछा कौन है मैंने बता दिया वही विनय की आइटम जिसे उस दिन वो उस घर मे चोद रहा था संजय बोला मुझे भी दिलवा तो मानू मैंने कहा बाद मेरा पैर ठीक होने तक इंतजार कर ले फिर तू भी चोद लियो उसे उसने कहा जल्दी से ठीक कर अपना पैर वरना मैं दूसरा भी तोड़ दूंगा साले खुद तो पड़े पड़े चूत चोद रहा और मुझे बता बता कर मेरी सुलगा रहा मैंने कहा यार इसीलिए तो बताया कि अब तेरा भी नंबर लगा दूंगा अब बोल शाम को बियर पिलायेगा ना वो मुह बनाते हुए बोला साले तू बियर के लिए मेरा चुतिया काट रहा न लेकिन समझ ले अगर मुझे चूत न दिलवाई तो तेरी ही गांड़ मार लूंगा मैं ...... तभी दीदी अंदर आयी उनके हाथ मे ट्रे थी जिसमे लस्सी के गिलास थे उन्होंने ट्रे रखी और हम दोनो की लस्सी दी हमने लस्सी पी फिर संजय शाम को आने को बोल कर चला गया ......
दीदी मेरे पास बैठ गईं और बोली बोर तो नही हुए अकेले मैंने कहा एकदम नही और फोन उन्हें दिखाते हुए कहा ये है ना बोरियत भागने के लिए उन्होंने कहा ठीक है लेकिन मम्मी कहाँ गयीं मैंने बताया उन्हें ..... फिर मैंने कहा दीदी और अपनी कानी उंगली दिखाई उन्हें वो मुस्कुरा दी और बेड के नीचे से डिब्बा निकाल कर मेरे सामने बैठ गईं इस बार मैंने बड़े आराम से पैर नीचे लटका कर अपना जिस्म हाथो ऑयर उठाया और दीदी ने मेरा लोअर और अंडरवियर सरका कर नीचे कर दिया फिर उन्होंने डब्बा सामने लगा कर मेरे लंड को उंगलियों की मदद से उसकी ओर मोड़ दिया और मैं मूतने लगा ....... मेरे आराम से मूतने के बाद दीदी ने लंड को झटक कर बूंदे साफ की पर आज वो बड़े गौर से मेरा लंड देख रही थी और फिर मुझे भी लगा कही अभी कुछ देर पहले हुई चुदाई के कोई निशान तो नही मेरे लंड पर जिन्हें देख कर दीदी सब जान जाएं ......
ये सोच कर मुझे कुछ घबराहट हुई पर दीदी ने धीरे से मेरा अंडरवियर और लोअर ऊपर सरका दिया और फिर डब्बा ले कर बाथरूम में चली गईं ..... थोड़ी देर में आई और बोली खाना लगाऊं मैंने कहा हां भूख तो लगी है वो नीचे चली गईं खाना लेने तभी विनय वाले फोन पर कॉल आयी देखा तो रानी की कॉल थी मैंने कॉल रिसीव की तो बोली तुम्हारा काम शुरु कर दिया है मैंने जानू ..... मैंने खुश होते हुए पूछा क्या हुआ बता ना वो बोली अभी अभी उस से चुदवा कर आ रही हूं मैंने हैरान होते हुए कहा इतनी जल्दी ...... साली तू तो मेरी उम्मीद से बहोत तेज है वो हंसते हुए बोली तुम मुझे क्या समझते हो मैं अपनी पर आ जाऊं तो अपने पीछे लौड़ो को लाइन लगा दूँ मैंने कहा सही है तू साली है ही रण्डी वो भी एक नंबर की ..... वो जोर से हंसने लगी मैंने कहा बड़ी खुश है वो बोली एक बात कहूँ मैंने पूछ लिया क्या है बोल ना वो बोली ये लड़का भी मस्त चोदता है अभी तो उसका पैर टूटा है मैं बाद ये सोच रही थी जब से फिट होगा तो मेरी चूत का कबाड़ा कर देगा चोद चोद के मैंने भी हंसते हुए कहा साली तेरी चूत इतने लौड़े खा कर कबाड़ा नही हुई तो ये अकेला क्या उखाड़ लेगा रानी बोली ये चूत चीज ही ऐसी ही चाहे जितना चुदवाओ पर वैसी की वैसी रहती है फिर वो बोली मेरी गांड़ दर्द कर रही है मैंने कहा क्यों गांड़ भी मरवा ली क्या वो बोली हां पहला इम्प्रेशन जो जमाना था वैसे मुझे लगता है एक दो बार और चोदने के बाद ये लड़का मेरे आगे पीछे घूमेगा ......
मैंने मन मे सोचा एक दो बार चोदने के बाद और तुझे संजय से चुदवाने के बाद तेरी गांड़ पे लात मारूंगा मैं साली कुतिया मैंने कहा चल तू लगी रह उसके साथ मैं रखता हूँ वो बोली कब आओगे मेरे राजा मुझे तुम्हारा लंड भी चाहिए मैंने कहा मेरे लंड में हीरे नही जड़े जो मिल रहा है उसी से चुद फिलहाल और फोन काट दिया .....
पर रानी से बात करने में मैं इतना मशगूल हो गया था कि मैं भूल गया दीदी वापस आने वाली हैं और जैसे ही मैंने फोन काट कर सर उठाया देखा दीदी दरवाजे पर थाली लिए खड़ी मुझे बड़े गौर से देख रही हैं उनके चेहरे उलझन और थोड़ा गुस्सा था नजर मिलते ही वो कमरे में आईं और बेड पर पेपर बिछा का थाली रख दी और मेरे बगल में बैठ कर मुझे खिलाने लगी ..... मैं भी उनसे नजर चुराते हुए खाने लगा खाना खत्म होने तक हमारी कोई बात नही हुई ..... और वो बर्तन ले कर नीचे चली गईं ...... फिर मैं भी सो गया और शाम 5 बजे उठा मम्मी आ चुकी थीं और थोड़ी देर में ही वो चाय और पापड़ लेकर ऊपर आ गयी मैंने चाय पी और फिर पूछा दीदी कहाँ है वो बोली नीचे है बहुत देर से मैंने कहा भी की जा के तुझे चाय दे आये पर बोली आप ही जाओ मुझे नही जाना ......
मुझे लगा शायद वो नाराज़ है मुझसे तभी संजय का कॉल आ गया मैंने रिसीव किया तो वो पूछने लगा कौन सी लाऊं सामने मम्मी बैठी थी तो मैंने कहा इंग्लिश मैथ साइंस सब ले आ मैं अभी नोट कॉपी कर लेता हूँ वो समझ गया कोई है पास में उसने फिर पूछा दो ही लेनी है ना मैंने फिर कहा नही चारो ले आ दो मेरी दो तेरी उसने फोन काट दिया मम्मी ने बर्तन समेटे और नीचे चली गईं ...... थोड़ी देर में संजय आया उसने एक बैग ले रखा था वो आ कर मेरे पास बैठ गया और बोला निकालूं मैंने पूछा दीदी कहाँ हैं वो बोला नीचे ही थीं tv देख रही थीं मैंने कहा निकाल फिर उसने दो बियर निकाली और एक मुझे थमा दी हम पीने लगे ...... वो खत्म कर के उसने खाली कैन अपने बैग में डाले और दो और निकाली और मुझे देते हुए बोला ले पकड़ फिर उसने कुछ कॉपी निकाली और रख कर बोला ये ले नोट्स बना लियो अब मैं चलता हूँ मैंने कहा यार ये दोनों मैं अकेले थोड़े खत्म करूंगा एक ले ना उसने मना किया और बोला मैंने घर जाना है ज्यादा हो गयी तो तुड़ाई हो जाएगी तो आराम से ऊपर पड़ा है पर मेरे पास पर्सनल रूम नही है और फिर वो चला गया मैंने एक और खोली और पीने लगा दूसरी खत्म कर के मैंने खाली कैन बेड के नीचे छुपा दिया और बाकी बचा हुआ एक बेड की दराज में डाल दिया ..... थोड़ी देर में पापा आये हालचाल पूछ कर चले गए ..... फिर 8 बजे दीदी आईं बोली खाना लाउं मैंने हां में सर हिला दिया वो गयीं और थोड़ी देर में खाना ले कर आ गईं खाने के दौरान भी हमारे बीच कुछ बात नही हुई मुझे दीदी की चुप्पी बहुत अखर रही थी .....
फिर वो बर्तन ले कर चली गईं मैं फोन में गेम खेलने लगा फिर 10 बजे के आसपास दूध ले कर आईं मुझे गिलास पकड़ाया और बेड की दराज खोली दवा निकालने के लिए लेकिन अंदर बियर पड़ी हुई थी वो देख का उन्होंने दवा की जगह बियर निकाली और पूछा ये क्या है ......
मैंने देखा और मेरी गांड़ और फट गई साला मैं भी चुतिया हूँ मुझे वही जगह मिली थी इसे रखने के लिए एक तो मैं आज काफी नशे में था मैंने पहली बार दो बियर एक साथ पी थी मैंने हकलाते हुए कहा वो द द दीदी ये बस आज मंगवा ली मन था लेकिन फिर पी नही मैंने झूठ बोल दिया दीदी ने उसे किनारे रख कर दवा निकाली और मुझे दवा दी मैंने चुपचाप दवा खाई दूध पिया और लेट गया ..... दीदी ने गिलास रखा और फिर वो बियर ले के बाहर जाने लगी मैंने उन्हें बियर ले जाते देखा तो मुझे लगा वो पापा या मम्मी से शिकायत करने जा रही मैंने कहा दीदी प्लीज माफ कर दो ना दोबारा नही होगा ऐसा ..... दीदी ने मुड़ कर मेरी ओर देखा और बोली मतलब ...... दोबारा पियोगे नही या मेरे हाथ नही लगने दोगे मैंने कान पकड़ते हुए कहा पियूँगा ही नही ..... दीदी थोड़ा सा मुस्कुराई और बोली यानी कि ये बेकार है अब तुम्हारे लिए मैंने बड़ी असमंजस की स्थिति में सर हिलाया वो बोली ठीक है फिर मैं इसे छुपा कर रख देती हूं ..... मैंने कहा दीदी प्लीज पापा मम्मी से कुछ मत बताना दीदी बोली उनसे बताना होता तो इसे छुपाने क्यों ले जाती और फिर वो चली गयी मेरा नशा कुछ हल्का हो गया था फिर भी मेरे दिल और दिमाग मे आज दिन में हुई चुदाई का सुरूर था और मुझे मस्ती चढ़ रही थी दीदी के जाते ही मैंने वीनय के फोन पर एक वीडियो प्ले किया और देखने लगा ...... एकदम मस्त और सेक्स से भरपूर वो वीडियो देख कर मेरा लंड गरम होने लगा और मैं लंड सहलाते हुए वीडियो का आनंद लेने लगा वीडियो खत्म होने पर मैंने दीदी की pic वाला फोल्डर खोल लिया और दीदी की नंगी तस्वीरे देखने लगा फिर कोई 20 मिनट बाद दीदी कमरे में आई तो मैंने झट से फोन का पावर बटन दबाया और उसे लॉक कर के तकिए के नीचे डाल दिया दीदी चेंज कर के नाइटी पहन कर आई थीं और उन्होंने आ कर लाइट ऑफ की और चुपचाप मेरे बगल में लेट गयीं ...... हम दोनों खामोश थे .... पर मुझे दीदी से बात करने का मन हो रहा था मैंने हिम्मत कर के पूछा दीदी वो सही जगह छुपाई है ना मम्मी के हाथ ना लगे दीदी ने थोड़ा रुक कर जवाब दिया हां एकदम सही जगह छुपा दी किसी के हाथ नही लगेगी ......
वो फिर से चुप हो गईं मैंने फिर से पूछा दीदी आप मुझसे नाराज़ हो वो बोली नही तो मैंने कहा आज कॉलेज से वापस आनेके बाद आप पूरा टाइम नीचे थी मुझे चाय देने भी नही आई वो बोली मैं थक गई थी तो नीचे ही सो गई थी .....
मैंने हिम्मत कर के अपना हाथ उनके हाथ पर रखा उन्होंने कोई प्रतिक्रिया नही दी ..... कुछ देर खामोशी छाई रही फिर उन्होंने पूछा वो लड़की कौन है जिससे तू बात कर रहा था मैंने कहा कब कौन लड़की मैंने किसी लड़की से बात नही की दीदी ने अब मेरा हाथ झटकते हुए कहा अगर झूठ ही बोलना है तो कोई बात मत कर मुझसे तू शराब पीने लगा है गर्ल फ्रेंड बना ली है और झूठ भी खूब बोलने लगा है आजकल ......
मुझे लगा मामला गंभीर हो रहा है मैंने कहा दीदी ये शराब नही बियर है और उसे भी मैंने पिया नही आप ले गईं दूसरी बात वो मेरी गर्ल फ्रेंड नही विनय की गर्ल फ्रेंड है जिससे मैं बात कर रहा था रही बात झूठ बोलने की तो मैंने ज्यादातर झूठ आपको बचाने के लिए बोले अपने फायदे की लिए मेरी बाद सुन कर दीदी कुछ नरम पड़ी और बोली ठीक है पर तुम मुझसे तो सच बोल सकते हो मुझसे झूठ बोलने की क्या जरूरत है मैंने कहा आपसे झूठ इसलिये क्यों कि आप बड़ी जल्दी गुस्सा हो जाती हो ..... दीदी ने अब मेरी ओर करवट के कर अपना हाथ मेरे सीने पर रख कर कहा जब जानता है तो क्यों बोलता है झूठ वैसे वो विनय की गर्ल फ्रेंड से तू क्यों बात कर रहा था ..... मैंने मज़ाक में कहा बस ऐसे ही विनय की सारी गर्ल फ्रेंड को उस से दूर कर के उसे सजा देना चाहता हूं उसके गुनाह की ...... मैंने दीदी के हाथ पर हाथ रखते हुए कहा दीदी मैं भी कुछ पूछना चाहता हूं दीदी बोली पूछ ..... मैंने कहा मुझे एक बात नही समझ आयी विनय से आपकी दोस्ती हुई प्यार हुआ वहां तक तो ठीक है लेकिन उसके आगे सब क्यों और कैसे हुआ आप इतनी भी पागल नही हो कि सही और गलत ना समझ सको मेरा मतलब है वो pic उसने कैसे ले लिए और आप कैसे तैयार हो गयी उसके लिए ......
दीदी ने कहा मैं तैयार नही हुई पर उसने कुछ ऐसा फंसाया मुझे की मेरी अक्ल पर पर्दा पड़ गया मैंने मुझे पूरी बात जाननी है दीदी ......
दीदी ने एक गहरी सांस ले कर कहा ठीक है वैसे भी तुम सब कुछ जानते हो तो ये भी जान लो शुरू में विनय कुछ दिन मेरे कॉलेज के बाहर सुबह शाम मुझे फॉलो किया मेरे लिए भी ये पहली बार था कि कोई हैंडसम लड़का यू कई दिन तक मेरे आगे पीछे घूमे तो मैं भी उसे देखने लगी नोटिस करने लगी फिर एक दिन उसने रास्ते मे मुझे रोक कर बड़े सभ्य तरीके से मेरा नाम पूछा और मुझसे दोस्ती करने की इच्छा जाहिर की मुझे वो लड़का कहीं से भी गलत नही लगा इसलिए मैंने उसे सिर्फ दोस्ती के लिये हां कर दी फिर हम रोज कॉलेज के बाद किसी रेस्तरां या पार्क में कुछ देर के लिए मिलने लगे उसने कभी मुझसे कोई गलत बात करने की कोशिश नही की हमारी बातचीत ज्यादातर पढ़ाई और अपनी अपनी लाइफ के बारे में होती थी हां हर रोज वो मुझ पर पैसे खर्च करता था फिर एक दिन उसने मुझसे मेरा नंबर मांगा और मैंने उसे दे दिया मुझे इसमे कोई खराबी नही दिखी फिर हम रोज रात को फोन पर बातें करने लगे और लगभग एक महीने बाद उसने मुझे प्रपोज कर दिया उसने सीधा ये कहा कि वो मुझसे शादी करना चाहता है और उसने अपनी मम्मी को मेरे बारे में बता रखा है और मेरी pic भी दिखाई है उन्हें मैं पसन्द हूँ ......., वो पैसे वाला था पढ़ा लिखा था हैंडसम था मेरे पास कोई वजह नही थी उसके प्रपोज को रिजेक्ट करने की मैंने हां कर दी फिर कोई हफ्ते भर बाद एक दिन हम पार्क में बैठे थे तो उसने अपनी मम्मी को कॉल की और बोला लो मम्मी अपनी होने वाली बहू से बात करो और फोन मुझे दे दिया मैंने उनसे बात की तो उन्होंने बड़े प्यार से मुझसे बात की और बोली कि बस इस साल के एग्जाम खत्म होते ही वो मेरे पापा से बात कर के हमारी शादी करवा देंगी .......
दीदी ने एक गहरी सांस ली और बोलना शुरू किया फिर उसने एक दिन मूवी चलने को बोला और मैं चली भी गयी वहां अंधेरे में उसने मुझे बहोत बार किस किया और मेरे बदन को हाथ लगाता रहा उस दिन मैं बहोत उत्तेजित हो गयी थी फिर वो हफ्ते में एक या दो बार मुझे मूवी दिखाने ले जाने लगा वहां वो मेरे बदन से खूब खेलता और अब मुझे भी उसकी ये हरकते अच्छी लगने लगी थीं कभी मैं उसे मना करती तो वो बड़े हक से कहता होने वाले पति को इतना तो अधिकार तो होता ही है मुझे भी लगने लगा कि पापा मम्मी भी इस रिश्ते के लिए मना नही करेंगे तो मैं थोड़ी लापरवाह हो गयी थी मुझे कही से भी कोई डाउट नही था कि विनय का कोई गलत इरादा है और मैं उस पर पूरी तरह भरोसा करने लगी मुझे और एक दिन उसने बताया कि उसके एक दोस्त का घर खाली है तो मैं कॉलेज बंक कर के उसके साथ चलूं वो थोड़ा टाइम मेरे साथ बिताना चाहता है और मैंने ज्यादा सोचे बिना हां कर दी फिर वो मुझे ले कर वहां गया और फिर उसने अपनी शरारतें शुरू कर दी मैं बेकाबू होने लगी और उस दिन पहली बार विनय ने मेरे साथ सेक्स किया फिर हम बार बार वहां मिलने लगे और एक दिन उसने मुझे बियर भी पिलाई थी और उसके बाद कई बाद कई बार हमने साथ मे बियर पी और सेक्स किया धीरे धीरे मुझे भी इस सब मे मज़ा आने लगा और फिर एक दिन जब सेक्स के बाद मैं पूरी तरह नंगी थी तो विनय ने बड़े प्यार से कहा जानू जब तुम मेरे पास नही होती ही मुझे बहोत याद आती है तुम्हारी मैं तुम्हारी कुछ तस्वीरें ले लेता हूँ जब तुम्हारी याद आएगी देख लिया करूंगा और मेरे कोई जवाब देने से पहले ही उसने अपने फोन पर मेरी pic लेनी शुरू कर दी मुझे उस पर किसी तरह का शक नही था इसलिए मैंने भी ज्यादा ध्यान नही दिया पर मुझे नही पता था उसके इरादे इतने खतरनाक हैं ...... इतना कह कर दीदी चुप हो गईं .....
मैंने कहा बाकी सब तो समझ आ गया पर उसकी मम्मी ने तुमसे बात की ये नही समझ आ रहा ...... फिर मैने पूछा दीदी आप को वो डेट याद है क्या जब विनय ने अपनी मम्मी से आपकी बात करवाई थी कितने दिन पहले की बात है ये ?
दीदी ने दिमाग पर जोर देते हुए कहा अभी ज्यादा से ज्यादा दो महीने हुए होंगे मैंने कहा डेट बताओ उन्होंने दो मिनट तक सोच कर बताया कि उनकी फ्रेंड निशा का बर्थडे 17 सितम्बर को था उस दिन वो विनय से नही मिली थीं इस वजह से वो उनसे नाराज़ था फिर उसके अगले दिन वो उस से मिली थी रेस्तरां में और उसके नेक्स्ट डे वो पार्क में मिले थे यानी इस हिसाब से वो 19 सितम्बर की तारीख थी मैंने विनय का फोन निकाला और उसे अनलॉक किया ...... ओह शिट ये क्या डिस्प्ले पर दीदी की वही घोड़ी बनी हुई तस्वीर आ गयी मैं हड़बड़ा गया दीदी ने भी वो तस्वीर देखी और फौरन बोली तुमने अभी डिलीट नही किया इन्हें मैंने बात बनाते हुए कहा मैं डिलीट कर रहा था तभी आप आ गईं तो बस ऐसे ही रख दिया फिर मैंने कॉल लॉग में जा कर 19 सितम्बर की हिस्ट्री चेक की मैंने पूछा दीदी किस टाइम पर बात हुई थी आपकी उसकी मम्मी से कोई आईडिया दीदी ने बताया कि शायद 3 बजे के आसपास मैंने चेक किया 2:56 पर एक कॉल हुई थी जिसका ड्यूरेशन कोई 16 मिनट था पर वो नंबर देख कर मैं चौंक गया ये नंबर तो रानी का था ...... अब सब कुछ मेरी समझ में आ गया था मैंने कहा दीदी उसने तुम्हारी बात अपनी मम्मी से नही अपनी रखैल जैसी गर्ल फ्रेंड से कराई थी जिसका काम ही है उसके लिए नई नई लड़कियां फंसाना...... दीदी भी ये सुन कर हैरान हुई और बोली कितना कमीना है वो और मैं उससे शादी के सपने देख रही थी ......
दीदी ने पूछा पर तुम्हे कैसे पता चला ये सब मैंने कहा बस गेस किया और तुक्का लग गया ।
दीदी बोली मुझे भी कुछ पूछना है विकी मैंने कहा पूछो दीदी ने कहा आज तुम किसी से मिले थे क्या मेरा मतलब दोपहर में यहां कोई आया था ?
मैं कुछ नही बोला तो वो फिर बोली मैंने तो सब सच सच तुम्हे बता दिया पर लगता है तुम सब कुछ छिपाना चाहते हो मुझसे मैंने कहा ऐसी बात नही है दीदी पर ......
दीदी मेरी बात काटते हुए बोली मुझे पता है कोई आया था यहां और वो एक लड़की थी मैंने हैरान होते हुए पूछा आपको कैसे पता वो बोली दीप्ति (शुक्ला आंटी के बेटी हमारी पड़ोसन) ने बताया कि वो जब स्कूल से वापस आ रही थी तो उसने एक लड़की को हमारे घर से निकलते देखा था उसने बाहर से लॉक लगाया चाभी गेट के बगल में छिपा कर रख दी और चली गयी उसने मुह पर दुपट्टा बांध रखा था तो वो उसे पहचान नही पाई उसने शाम को ये बात बताई मुझे ......
मैंने कहा हां दीदी वो रानी थी और उसे मैंने ही बुलाया था दीदी ने पूछा पर यहां क्यों बुलाया था उसे मैंने कहा उसीलिये जिस लिए विनय आपको वहां ले कर जाता था ...... पिछले कुछ दिनों से चल रही घटनाओं की वजह से मैं बहोत उत्तेजित था और सेक्स मेरे दिमाग पर चढ़ा हुआ था मुझे आईडिया आया कि रानी की मदद से मैं अपनी जरूरतें पूरी कर सकता हूँ इसलिए मैंने उसे आज बुलाया था दीदी ने हैरान होते हुए कहा तुम्हे डर नही लगा कि किसी को मालूम हुआ तो मैंने कहा मन में ये बात आई तो थी पर मैंने सोचा कोई प्रॉब्लम हुई तो आपकी हेल्प ले लूंगा दीदी ने कहा प्रोब्लम हुई तो थी दीप्ति की वजह से पर मैंने उसे ये कह कर संतुष्ट कर दिया कि वो मेरी फ्रेंड थी मुझसे मिलने आई थी ये सुन कर मैंने दीदी का हाथ कस के दबा दिया और कहा थैंक्स दीदी ...... दीदी ने कहा देख ले मैं तेरी मदद करती हूं हर तरह से और तू मुझसे ही सब बातें छुपाता है मैंने कहा सॉरी दीदी आज से मैं आपसे कुछ भी नही छुपाउंगा दीदी ने भी मेरा हाथ अपनी उंगलियों में कस लिया और बोली एक और बात बताऊं मैंने कहा बोलो ना दीदी ने कहा वो तेरी बियर मैंने पी ली .....
मैंने कहा कोई बात नही आपको फिर से पीने का मन करे तो मुझे बोल देना दीदी बोली ठीक है पर अब से हम एक दूसरे से अपनी कोई बात नही छुपायेंगे मैंने कहा ठीक है दीदी .....
फिर मैंने कहा दीदी मैं सोच रहा था आप एक बार रानी की आवाज़ सुन कर कंफर्म करो कि ये वही है जिसने विनय की मम्मी बन कर आपसे बात की थी ....
दीदी उठ कर बैठ गयीं और बोली ठीक है मैंने अपने फोन से रानी का नंबर डायल किया और स्पीकर ऑन कर दिया रानी ने कॉल रिसीव की और बोली हेलो डिअर क्या हो रहा है मैंने कहा बस सोने जा रहा था सोचा तुमसे बात कर लूं ..... रानी बोली मैं भी बस तुम्हे ही याद करती हुई अपनी चूत में उंगली कर रही थी मेरी जान क्या मस्त चुदाई की आज तुमने मेरी दिल कर अभी आ जाऊं तुम्हारे पास तुम्हारा लंड चूस लूं ऊम्म्म्म मैं हड़बड़ा गया मुझे उम्मीद नही थी वो फ़ोन पर ऐसी बातें करने लगेगी मैंने जल्दी से फोन काट दिया दीदी बोली अरे क्या हुआ क्यों काट दिया मैंने तो ठीक से उसकी आवाज़ भी नही सुनी मैंने कहा रहने दो मुझे नही कन्फर्म करना दीदी बोली अच्छा समझी तू शर्मा रहा है मुझसे देख विकी अभी हमे एक दूसरे की जिन्दगी के सारे सीक्रेट मालूम हैं तो ऐसे जरा जरा सी बात पे परेशान होने की जरूरत नही मैं भी जानना चाहती हूं कि ये वही लकड़ी है या नही इसलिए तू उससे बात कर आराम से बिना मेरी परवाह किये .......
तभी रानी का कॉल आ गया दीदी ने कहा विकी कॉल रिसीव करो और बात करो रिलैक्स ही के मान लो मैं यहां हूँ ही नही मैंने कुछ सोचते हुए कॉल रिसीव की स्पीकर ऑन किया रानी बोली क्या हुआ जानू कॉल क्यों काट दी मैंने कहा नेटवर्क प्रॉब्लम होगी खुद से कट गया होगा मैंने नही काटा वो बोली ok जान अभी क्या कर रहे हो मैंने कहा बस लेटा हूँ वो बोली और तुम्हारा लंड क्या कर रहा है राजा मैंने कहा वो भी रेस्ट कर रहा है .......
रानी सेक्सी आवाज़ में बोली हां मेहनत भी तो खूब की है मेरे मुह चूत और गांड़ तीनो छेदों को खूब रगड़ा है तुम्हारे खूंटे जैसे लंड ने सच कहूं बहोत मस्त लंड है तुम्हारा तुम्हारी बीवी बहोत खुश रहेगा हमेशा उनकी कामुक बातों से मेरा लंड सर उठाने लगा था एक तो बियर का सुरूर उस पर रानी की मस्त बातें मैंने उस से बात करते हुए एक हाथ लोअर में डाला और लंड सहलाने लगा .......
मैंने कहा रानी मेरा खड़ा हो गया है क्या करूँ रानी बोली आहह राजा मेरे नाम की मुठ मार लो सोचो कि तुम मेरी चूत चाट रहे हो और मैं तुम्हारा लंड चूस रही हूं ..... मैंने कहा हां रानी मैं तेरी चूत चाट रहा हूँ पूरी जीभ डाल कर अंदर तक ...... ऊम्म्म्म बड़ी रसीली है तेरी बुर साली मेरा लंड चूस ना रण्डी वो बोली हां राजा चूस रही हूं तुम्हारा मस्त मोटा लौड़ा अपने मुह में ले कर ....... उफ्फ्फ मेरे गले तक जा रहा है जान मेरे मुह में टपका तो अपना टेस्टी टेस्टी रस आज बड़ा मजा आया तुम्हारे लंड का रस पी कर ....... फिर से पीने का मन कर रहा है जानू मैंने कहा जिस दिन मिला पिला दूंगा साली और वो तेजी से सिसकने लगी मैंने पूछा क्या हुआ वो बोली कि वो चूत में उंगली कर रही है और झड़ने वाली है ...... फिर वो जोर जोर से आहें भरते हुए झड़ गयी ..... मैंने कहा चलो ok रानी अब सो जाओ गुड नाईट उसने कहा गुड नाईट जान ऊऊमममम और फोन काट दिया ......।