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Incest जीजा जी की चाहत (incest)

Sanju@

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घर आ कर मैंने चाय पी थोड़ी थकान सी लग रही थी ऐसी जबरदस्त चुदाई के बाद तो मैं अपने कमरे में जा कर सो गया फिर रात का खाना खा कर रोज की तरह मैं कमरे में आ गया ...... कुछ देर बाद दीदी कमरे में दाखिल हुए और लाइट ऑफ कर के मेरे बगल में आ कर लेट गयीं ...... मैंने पूछा दीदी आपने प्रतीक को कॉल किया या नही एक भी बार ...... दीदी बोली अभी तो नही की ...... मैंने कहा आपको उन्हें कॉल करनी चाहिए ..... दीदी ने बोला हां सोच तो रही थी मैं फोन ले कर आई हूं ....... उन्होंने फोन दिखाया मुझे ...... मैंने कहा मुझे भी सुननी हैं तुम लोगों की बातें वो बोली पति पत्नी की पर्सनल बातें सुनना गंदी बात है मैंने कहा बस बातें सुनने को कहा है तुम्हारी सुहागरात देखने को नही कह रहा दीदी हंसते हुए बोली अगर तुम कहो तो वो भी दिखा दूंगी तुम्हे ........ और प्रतीक का नंबर डायल करते हुए स्पीकर ऑन कर दिया ........
बस दो बार ट्रिन ट्रिन की आवाज़ हमारे कानो में पड़ी और फोन रिसीव हो गया मानो प्रतीक को पता था कॉल आने वाला है .......और प्रतीक की आवाज़ हमारे कानो में पड़ी .......
प्रतीक- हेलो निकिता मेरी जान कैसी हो .....
दीदी- ठीक हूँ आप कैसे हैं ......
प्रतीक- ( शरारत से ) मेरी तो हालत खराब है जब से आपके घर से आया हूँ किसी काम मे दिल नही लग रहा बस आपकी ही तस्वीर दिख रही चारो ओर ....... मैं बस आपके फोन का ही इंतजार कर रहा था मुझे लग रहा था आप फोन करेंगी जरूर
दीदी- अच्छा जी ऐसा क्या कर दिया मैंने ...... और आप भी कर सकते थे कॉल मैंने मना तो नही किया था .....
प्रतीक- मेरा दिल चुरा लिया है यार तुमने बस लगता है तुम्हे भगा कर ले आऊं अपने घर और खूब ढेर सारा प्यार करूँ तुम्हे ......
दीदी- अच्छा ...... ऐसा कुछ किया तो मेरे पापा और भाई आपको डंडे मार मार के सीधा कर देंगे और दीदी हंसने लगी ......
प्रतीक- अरे नही यार ऐसा कर नही सकता पर मेरे बस में होता तो करता जरूर...... लेकिन तुम्हे मैं लीगल तरीके से ब्याह कर अपनी दुल्हन बना कर लाऊंगा अपने पास .......
दीदी- बोली बस यही एक रास्ता है आपके पास मुझे पाने का .......
अब दीदी की झिझक खत्म होने लगी थी और वो सामान्य तरीके से प्रतीक से बातें कर रही थी ......
उन दोनों ने कोई आधे घंटे तक ढेर सारी बातें की और आखिर में दीदी ने कहा ......
दीदी- अब सो जाइये आप कल आफिस नही जाना क्या फिर सारा दिन वहां ऊंघते रहेंगे .....
प्रतीक- ठीक है मैं सो जाता हूँ लेकिन पहले अपना वादा पूरा करो......
दीदी- कौन सा वादा मैंने कब वादा किया
प्रतीक- इतनी जल्दी भूल गयी सुबह ही तो किया था.....
दीदी- अच्छा वो ......
प्रतीक - हां हां वही .....
दीदी- आई लोव यू .....
प्रतीक - ये तो अधूरा है .....
दीदी- क्यों....
प्रतीक- मेरा नाम मिसिंग है.....
दीदी- ओह ..... कैसे लूं आपका नाम .....
प्रतीक- बड़े आराम से इतना भी मुश्किल नही है मेरा नाम एकदम आसान है बोलो प्रतीक......
दीदी- प्रतीक ....
प्रतीक- अब पूरा एक साथ बोलो.....
दीदी- आई लव यू प प प्र ..... प्रतीक .....
प्रतीक- उफ़्फ़फ़ नाम आई लव बोलने में इतनी शर्म नाम लेने में इतनी शर्म तो बाकी सब कैसे लोगी ......
दीदी- और क्या लेना पड़ेगा ....
प्रतीक - बहोत कुछ ..... जैसे कि मेरी किस्सी मेरा हग और उसके बाद भी काफी सारी चीजें ......
दीदी उसकी बातों का अर्थ समझ कर मुस्कुराते हुए बोली ....... मुझे नही पता ...... तब की तब देखी जाएगी ...... अब तो आप सो जाओ......
प्रतीक-ok जान गुड नाईट लव यू सो मच निकी .......
दीदी-लव यू प्रतीक गुड नाईट ......
प्रतीक- ऊऊम्म्म्म
दीदी- उम्म्म
और फोन कट गया ......
दीदी ने फोन तकिए के नीचे रखते हुए कहा पागल .....
मैंने कहा आप हो ही ऐसी सबको पागल कर देने वाली ......
फिर दीदी ने मेरी बांह का तकिया लगाया और मेरे सीने से लिपट कर सो गयीं जल्दी ही मुझे भी नींद आ गयी ......
अगली सुबह हम अपने अपने स्कूल कॉलेज गए मैं दीदी को छोड़ कर अपने स्कूल गया संजय मिला तो वो गांड़ फुलाये बैठा था मैंने कहा क्या हुआ लोड़ू वो बोला भोसड़ी के तू तो बात ही मत कर साले सिर्फ काम के समय तुझे मेरी याद आती बाकी अकेले अकेले मज़े मार तू ....... मैंने कहा ऐसा नही है मेरी जान ......

फिर मैंने उसे दीदी की सगाई की बात बताई सुन कर वो खुश हो गया और मुझे बधाई दी मैंने कहा अब बोल ये काम जरूरी था या तेरे लौड़े का इंतजाम वो बोला हेहेहे कोई नही यार लेकिन अब और मत इंतजार करवा मुझे जल्दी से इंतजाम कर दे मेरा ........

मैंने कहा भाई अब फ्री हो गया हूँ तो करता हूँ तेरा जुगाड़ बस थोड़ा टाइम दे दे फिर शाम को छुट्टी के समय मैं दीदी को ले कर घर की ओर चल दिया रास्ते मे मैंने अपने लिए एक बढ़िया सा मोबाइल खरीदा क्यों कि विनय का फ़ोन ले कर मैं घूमना नही चाहता था क्यों कि उसमे दीदी के pic थे जिन्हें मैं डिलीट नही करना चाहता था ......

मेरे घर पहुंचते ही रानी का कॉल आया उसने कुछ देर तो ऐसे ही नार्मल बातें की फिर वो मुझसे जीजा के बारे में पूछने लगी ...... उनका नाम वो कहाँ रहते हैं क्या करते हैं ...... उसकी बातें सुन कर मुझे थोड़ा अजीब लगा की इसे उनमें इतना इंटरेस्ट क्यों है पर मैंने ज्यादा ध्यान नही दिया इस ओर .......

उससे बात करते हुए मैंने कहा रानी मुझे एक हेल्प चाहिए तुम्हारी वो बोली हां बोलो ना तुम्हारे लिए तो जान भी हाजिर है ..... मैंने नही नही जान नही चाहिए वो असल मे मेरा एक बहोत जिगरी दोस्त है ...... इतना कह कर मैं चुप हो गया मुझे समझ नही आ रहा था किसे उस से डायरेक्ट किसी से चुदवाने को कह दूं ........

रानी बोली तो क्या हुआ दोस्त को ...?
मैंने कहा वो बात ये है कि उसने आज तक सेक्स नही किया ...... रानी बोली तो तुम ये चाहते हो कि मैं उसके साथ सेक्स करूँ ...... मैंने झिझकते हुए कहा हां यही बात है ...... मुझे लगा वो गुस्सा ना हो जाये पर उसने कहा ठीक है मैं तो पहले ही कह चुकी हूं तुम्हारे लिए जान हाजिर फिर ये चूत क्या चीज है लेकिन सिर्फ एक बार ...... मैंने कहा ठीक है ।

उसने कहा कब और कहाँ मिलना है ये बता देना मुझे मैंने कहा ठीक है मैं बता दूंगा .....

फिर रोज की तरह रात में मैं अपने कमरे में आ गया और अपना नया फोन निकाल के उसमे सिम डाल कर उसे स्टार्ट किया विनय का फोन मैंने अपनी अलमारी में सहेज कर उसके लैपटॉप के साथ रख दिया .......

थोड़ी देर में दीदी भी आ गईं और आज उन्होंने ब्लैक कलर की नाइटी पहनी थी खुले बालों में वो बेहद खूबसूरत लग रही थीं .......

कमरे में आ कर उन्होंने बेड पर बैठ कर दो तीन सेल्फी ली ......

मैं गौर से उन्हें देखने लगा ...... वो मुझे देख कर मुस्कुराते हुए बोली क्या हुआ विकी मैंने कहा आज तो आप बड़ी प्यारी लग रही हूं वो हंस कर बोली अब मुझे प्यार करने वालो की गिनती बढ़ती जा रही है ना दिन ब दिन इसलिए ........

फिर उन्होंने बताया शाम को प्रतीक का कॉल आया था वो कह रहा था कि उसे रोज मेरी दो तीन तस्वीरें चाहिए ताकि उन्हें देख के उसके दिन कट सकें .......

फिर उन्होंने वो सेल्फी प्रतीक को व्हाट्सएप्प कर दीं .....

और एक मिनट बाद ही प्रतीक का कॉल आ गया दीदी ने बेड पर लेटते हुए कॉल रिसीव की और फ़ोन स्पीकर पर डाल दिया .......

प्रतीक- हेलो जान ऊफफ तुम तो कयामत लग रही हो यार आज इस ब्लैक नाइटी में बेहद खूबसूरत लग रही हो....

दीदी- आपको तो मैं हर ड्रेस में मैं खूबसूरत ही लगती हूँ......

प्रतीक - अब तुम हो ही खूबसूरत तो लगोगी ही मेरी जान ...... अच्छा ये बताओ तुम कब मुझे यूँ आप कहोगी ......

दीदी- फिर क्या कहूँ आपको.....

प्रतीक - कुछ भी कह लो चाहो तो गालियां दे लो लेकिन आप मत कहो ......

दीदी- धत्त मैं क्यों गाली दूँ आपको ......

प्रतीक - अरे मैं ये नही कह रहा हूँ गाली दो पर आप भी मत कहो ......

दीदी- वही तो पूछ रही हूं फिर क्या कहूँ.....

प्रतीक- मेरा नाम तो मालूम है तुम्हे जान बस वही कहो ना ......

दीदी- ठीक है प्रतीक ......

प्रतीक- पता है आज मम्मी ने पंडित जी को बुलवाया था और हमारी कुंडली दिखाई और पंडित जी ने बताया कि हमारे सारे गुण मिलते हैं ......

दीदी- अच्छा पर मुझमें तो कोई गुण हैं ही नही .....

प्रतीक- तो मैं कौन सा बड़ा गुणवान हूँ ...... इसीलिए तो पंडित जी ने कहा हमारे गुण मिलते हैं और फिर इस बात पर दोनो जोर से हसने लगे ......

दीदी- फिर भी अपने बारे में कुछ बताओ प्रतीक ......

प्रतीक- अरे क्या बताऊँ निकी अपने बारे में कुछ है ही नही अभी तो बस सुबह उठो तैयार हो के आफिस सारा दिन वहां ढेर सारा काम शाम को वापस घर और खा पी कर सो जाना बस यही मेरी लाइफ है ......

दीदी- ये तो बड़ी बोरिंग लाइफ है यार ..... आप की कुछ एंटरटेनमेंट नही करते आप ....

प्रतीक- संडे को करता हूँ ना थोड़ा बहोत.....

दीदी- क्या करते हैं बताइए ना ......

प्रतीक- तुम गुस्सा तो नही करोगी ना.....

दीदी- ऐसा करते हो .....?

प्रतीक- पहले वादा करो गुस्सा नही करोगी......

दीदी- ok मैं गुस्सा नही करूंगी बताओ तो सही .....

प्रतीक- संडे को मैं देर तक सोता हूँ फिर नहा कर नाश्ता कर के फिर से सो जाता हूँ फिर दोपहर का खाना नही खाता हूं घर के कुछ पेंडिंग काम निपटाता हूँ और शाम को अपने दोस्तों के पास जाता हूँ ......
हमारा एक अड्डा है हम चार- पांच दोस्त हर संडे को वहीं इकट्ठे होते हैं फिर बियर पार्टी होती है हमारी छोटी सी और फिर हम सब सात बजे तक घर निकल जाते हैं फिर उस दिन मैं खुद ही खाना बनाता हूँ घर पर और खा पी कर मैं एक मूवी देखता हूँ और सो जाता हूँ बस ।

दीदी- हंसते हुए पर इसमे गुस्सा होने वाली बात कौन सी थी ....?

प्रतीक- वो बियर वाली .....

दीदी- हंसते हुए अरे तो क्या हो गया हफ्ते में एक दिन अगर थोड़ी मौज मस्ती कर ली ...... इसमे कोई क्यों गुस्सा करेगा भला.....

प्रतीक- पता नही यार पर एक दो दोस्तों की शादी हो गयी है तो वो अपनी बीवी से छुपा कर पीते हैं ......

दीदी- देखो प्रतीक मैं वैसी लड़की नही हूँ मैं कभी आपको किसी चीज के लिए रोकने टोकने वाली नही हूँ बस आपको अपना भला बुरा समझना होगा और हां आपको कुछ भी मुझसे छुपा कर करने की जरूरत नही है जो भी करिये मेरे सामने करिये मेरे साथ करिये और खुल कर करिये ......

प्रतीक- ओहहह मेरी जान तुम जितनी खूबसूरत हो उस से कही ज्यादा समझदार हो ...... सच मे तुम्हारी इस बात से मेरा दिल खुश हो गया ..... मैं वादा करता हूँ जान कभी भी तुमसे छुपा कर कुछ नही करूंगा ...... और कभी भी लिमिट से ज्यादा कुछ नही करूंगा ......

दीदी- गुड बॉय मेरी ओर देख कर मुस्कुराते हुए बोली पर मेरे घर वाले तो मुझे बेवकूफ कहते हैं .....

प्रतीक- आयं तुम्हारे घर वाले कौन हैं .कौन मेरी बीवी को बेवकूफ कहता है .....?

दीदी- एक तो विकास है यही मुझे बेवकूफ समझता है .....

प्रतीक- पर वो तो तुम्हारा है भाई है भाई घरवाला कैसे हो गया तुम्हारा घरवाला तो मैं हूँ ......

प्रतीक की ये दोअर्थी बात सुन कर मैं हंस दिया आए दीदी भुनभुनाते होती बोली मैंने कब कहा वो मेरा घरवाला है ......

प्रतीक ने दीदी को छेड़ते हुए कहा मेरा साला मेरी बीवी का घरवाला और मैं बाहरवाला ......

दीदी भी उनकी छेड़खानी समझ रही थीं और उन्हें मज़ा आ रहा था तो वो उन्हें चिढ़ाती हुई बोली ...... तो अभी तो तुम बाहरवाले ही हो ना अभी कौन सा मेरी शादी हो गयी है तुमसे ...... अभी तो विकास ही मेरा घरवाला है ......

ऐसे ही हंसी मजाक भरी बातें चलती रही उनके बीच ...... और फिर दोनो एक दूसरे को goodnight बोल कर किस्सी विस्सी दे कर bye बोल कर फोन रख दिये ........

फिर दीदी ने लाइट ऑफ कर दी और मेरी बाहों में आ कर लिपट गयीं मुझसे और बोली ओ मेरे घरवाले ..... सो गए क्या ..... मैंने हंसते हुए कहा नही अब सोऊंगा ना अपनी घरवाली के साथ ......

और फिर मैं दीदी को बाहों में भर कर सो गया ......।
एक दम मस्त अपडेट है अब तो रानी की चूदाई करने में संजय का भी नंबर लगने वाला है रानी प्रतीक के बारे में पूछ कर कोई कांड तो नही करेगी
 
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Sanju@

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अगले दिन सुबह 6 बजे फोन की घंटी से मेरी नींद खुली दीदी अभी सो रही थी मेरी बगल में , उनकी नाइटी उनके घुटनो से ऊपर थी उनकी चिकनी नरम नंगी टांगे देख कर सवेरे सवेरे ही मेरे लंड में तनाव आ गया और मेरी कुछ ज्यादा देखने की इच्छा होने लगी .......

मैंने दीदी की नाइटी के एक सिरे पकड़ कर उठाया और अंदर झांका आआहहह अंदर का नजारा देख कर मेरे मुह से आह निकल गयी और मेरा लंड तेजी से उछलने लगा ...... दीदी पेट के बल सोई थी एक टांग मोड़ कर और पीछे से उनकी नाइटी उठा कर देखने पर मेरी नजर सीधा उनकी गुलाबी चुत और चिकनी गांड़ पर पड़ी .....

मैंने वो दिलकश नजारा कुछ सेकेंड ही देखा कि दीदी भी जाग गयीं और मैंने जल्दी से उनकी नाइटी छोड़ दी फोन की रिंग सुन कर उन्होंने आंख मसलते हुए तकिए के नीचे से फोन निकाला ......

प्रतीक का कॉल था दीदी ने रिसीव किया और अलसायी हुई आवाज़ में बोली गुड मोर्निंग प्रतीक .......

अभी उधर की आवाज़ मुझे नही सुनाई दे रही थी .......

दीदी- मैं तो सो रही थी बस अभी आंख खुली ......

....................................................

दीदी- छी गंदे टॉयलेट से कौन कॉल करता है ......

.....................................................


दीदी-नही नही मुझे ऐसा शौक नही है मैं नही कर पाऊंगी .......

इधर मैं लंड मसलते हुए दीदी को देखे जा रहा था अचानक दीदी ने मुझे अपना लंड मसलते देखा तो थोड़ा सरक कर मेरी ओर आयी और लोअर के उपर से मेरा खड़ा लंड पकड़ लिया और सहलाने लगी .......

आज मैं भी उन्हें मना नही कर पाया फिर कुछ सोचते हुए उन्होंने फोन का स्पीकर ऑन कर दिया .......

प्रतीक- जानू plz एक बार मुझे वीडियो कॉल करना ना बाथरूम से ......

दीदी- धत्त बाथरूम से क्यों मैं कमरे से कर लुंगी ठीक है......

प्रतीक - ठीक है कमरे से ही सही ...... उसकी आवाज़ में हल्की सी निराशा थी ......

दीदी- अभी करूँ .....

प्रतीक - खुश हो कर ok करो ना जान plz

और फिर दीदी ने कॉल काट दी और मेरा लंड दबाते हुए बोली ऊफफ एक तरफ तूने मेरी हालत खराब की हुई है और ये प्रतीक शायद मुझे नंगी देखना चाहता है ......

मैंने कहा मैंने क्या हालत खराब की है आपकी ....... दीदी बोली सवेरे सवेरे अपना लंड खड़ा कर के मसल रहा है और कह रहा मैंने क्या किया ..... अब खड़ा लंड देख कर तो मेरा भी मूड बनेगा ना .......

हमारी बात चीत चल ही रही थी कि तभी व्हाट्सएप्प पर प्रतीक की कॉल आने लगी .......

दीदी ने पूछा रिसीव कर लूं मैंने हां में सर हिला दिया ...... और उन्होंने मेरा लंड छोड़ कर दूर खिसकते हुए कॉल रिसीव कर ली ब्लैक नाइटी के ऊपर के दो बटन खुले हुए थे ..... और दीदी इस टाइम बेहद सेक्सी लग रही थी ...... मैं दीदी के हुस्न देख के सोचने लगा पता नही दीदी को देख के प्रतीक की क्या हालत होगी कही वो मुठ ना मारने लगे ...... मेरे ख्याल पर मुझे हंसी आयी ....... फिर दीदी ने कॉल रिसीव कर ली और डिस्प्ले पर प्रतीक को देख कर हाथ हिलाते हुए हेलो किया ......

प्रतीक की आवाज़ मेरे कानों में पड़ी गुड मॉर्निंग जान आज तो मेरा दिन बन गया ...... दीदी ने कहा वो कैसे ...... प्रतीक ने कहा मेरी इत्ती क्यूट और सेक्सी होने वाली बीवी के दीदार हो गए सुबह सुबह आज तो मेरा दिन अच्छा ही होना है देख लेना ....... दीदी बोली लेकिन तुम कब तक बाथरूम में घुसे रहोगे ..... प्रतीक बोला अभी 6 ही तो बजे हैं मुझे साढ़े बजे आफिस निकलना होता है बहोत टाइम है ...... दीदी बोली अच्छा जी टाइम है तो बस फोन पर ही लगे रहोगे क्या ...... लगता है मम्मी अभी नही उठी ..... प्रतीक बोला मम्मी और श्वेता तो उठ गई होंगी श्वेता साढ़े छह बजे कोचिंग जाती है ...... बाकी मेरा रूम तो ऊपर है यहीं अकेले रहता हूँ मम्मी और श्वेता कम ही आती हैं यहां मुझे कोई डिस्टर्ब नही करता ........
दीदी बोली बढ़िया है मेरी मम्मी तो मुझे ज्यादा देर ऊपर रुकने ही नही देती बस आवाज़ें लगाने लगती हैं ....... तुम अभी कमोड पर बैठे हो ना ......?

प्रतीक हां यार उसी पर बैठा हूँ पर लगता है अब एक चेयर रखनी पड़ेगी बाथरूम में ...... दीदी हेहेहे बाथरूम में चेयर कौन रखता है...... प्रतीक बोला रखता तो कोई नही पर खड़े खड़े बात करूंगा तो थक जाऊंगा ......

दीदी तो आराम से कमरे में बैठ कर क्यों नही बात करते ...... ये तुम्हारा दायां हाथ हिल क्यों रहा है ...... प्रतीक ..... नही बस खुजा रहा हूँ ...... दीदी बड़ी खुजली हो रही सवेरे सवेरे ...... प्रतीक हां लड़को को सवेरे खास जगह पर खुजली हो ही जाती है शायद तुम्हें भी होती होगी ..... दीदी नही जी मुझे ऐसी किसी जगह पर कोई खुजली नही होती और सुबह सुबह तो एकदम नही होती ...... प्रतीक बोले ..... रात में तो होती होगी ..... दीदी धत्त फालतू की बातें मत करो ok ...... अच्छा अब रखती हूं कॉलेज जाना है बहोत काम है ...... प्रतीक बोले ok bye my love ..... अपना खयाल रखना ..... दीदी बोली मेरा ख्याल मैं नही रखती मेरा भाई रखता है और मम्मी पापा भी ..... तुम अपना ख्याल रखना ..... bye जान ..... love you ...... प्रतीक uuummmhhhh जान ..... दीदी ...... uuuummmmm

और फिर दीदी ने कॉल काट दी ...... मुझे देख कर बोली विकी इस प्रतीक ने तो सुबह सुबह गरम कर दिया मुझे मैंने कहा आपने भी तो उसकी बुरी हालत कर दी बेचारा हिलाने लगा सवेरे सवेरे दीदी हंसते हुए बोली ....... हां शायद हिला ही रहा था ..... मैंने कहा दीदी प्रतीक से उसके लंड की pic लो न चेक कर लो कैसा है कहीं छोटी सी लुल्ली ना हो की बाद में आपको अफसोस हो उस से शादी कर के .......

दीदी बड़ी कुटिल मुस्कान से बोली ऐसा लगता तो नही है फिर भी ऐसा हुआ तो मुझे तेरे से ही काम चलाना पड़ेगा ...... मैंने भी हंस कर कहा ये सर्विस तो आपके लिए अवलेबल नही है ......

दीदी ने धीरे से कहा ...... देखती हूँ कब तक ..... मैंने हैरानी से दीदी का मुह देखा और वो मुस्कुराते हुए उठ कर बाथरूम में घुस गयीं .........

मैं उनकी बात सुन के सोच में पड़ गया तभी संजय की कॉल आयी और उसने पूछा कुछ जुगाड़ बना मेरा मैंने कहा हां वो रेडी है बस तू जगह का इंतजाम कर ले वो कुढ़ते हुए बोला साले अब मैं जगह कहाँ से लाउं कैसा झांटू दोस्त है तू ........

मैंने कहा यही झांटू दोस्त तेरे लिए चूत का जुगाड़ कर रहा है अब क्या मैं तुझे चोदने के लिए नया घर बनवा कर दूं ...... वो लगभग गिड़गिड़ाते हुए बोला मैं कहाँ जगह का इंतजाम कर पाऊंगा कुछ कर ना चूतिये ..... मैंने कहा अच्छा फिर थोड़ा टाइम और दे देखता हूँ कुछ वो खुश हो कर बोला तू कर लेगा पता है मुझे ..... भाई मेरा ये काम करवा दे जी भर के पिलाऊंगा तुझे मैंने उसकी बात सुन कर हंसते हुए कहा ...... जानता है ना तू की दो की लिमिट है मेरी ....... फिर मैंने फोन काट दिया और दीदी के बाथरूम से निकलने एक बाद फौरन बाथरूम में घुस गया और देखा कि बाथरूम में दीदी की ब्रा पैंटी हेंगर पर लटकी थी शायद कल रात चेंज करते समय उन्होंने उतार दी होगी क्यों कि सुबह तो वो नंगी थी बिना पैंटी ब्रा के सिर्फ नाइटी में ...... मैंने दीदी की ब्लू कलर की कॉटन पैंटी उठाई और उसे ले कर कमोड पर बैठ गया .......


मैंने दीदी की पैंटी गौर से देखी चूत के पास वाले कपड़े पर हल्का सा दाग लगा था ..... मैं उसे सूंघने लगा बड़ी मस्त खुशबू आ रही थी उस खुशबू को सूंघते ही लंड राकेट हो गया मैं लंड सहलाते हुए पैंटी सूंघते हुए हल्का हुआ और फिर नहा कर तैयार हो कर नीचे आ गया नाश्ता कर के मैं और दीदी कॉलेज के लिए निकल गए ..........


शाम को कॉलेज से वापस आते हुए दीदी बोली विकी मुझे गोलगप्पे खाने हैं मैंने उन्हें एक अच्छी सी चाट की दुकान पर पेट भर गोलगप्पे और पपड़ी चाट खिलाई ...... दीदी खुश हो गईं गोलगप्पे उनकी फेवरेट चीज है ....... फिर हम घर आ गए और चेंज कर के मैं तो निकल गया संजय से मिलने और दीदी वही अपने कमरे में अपना फोन ले कर बैठ गईं ........

मैं संजय के पहुंचा वो फिर से मेरे तेल लगाने लगा ...... मैंने रानी को कॉल की और पूछा कोई जगह है क्या जहां वो और संजय मिल सकें रानी ने एक होटल का नाम बताया और बोली वहां 300 रुपये घंटे एक हिसाब से रूम मिल जाता है बिना id के मैंने कहा ठीक है फिर संडे को (जो दो दिन बाद था) वही प्रोग्राम फिक्स करते हैं वो बोली ठीक है .........

पर संजय की गांड़ फट रही थी कोई जान पहचान का देख ना ले कही पुलिस की रेड ना पड़ जाए ऐसे कई सवाल कर कर के वो मेरा दिमाग चाटने लगा ....... मैंने कहा फिर तू पोर्न देख कर मुठ मार ले गांडू........ चोदने का ख्याल दिल से निकाल दे आखिर में वो इतने पर राजी हुआ की मैं भी उसके साथ चलूंगा मैंने कहा ठीक है .......

वो खुश हो कर बोला भाई आज मैं बहोत खुश हूं परसों पहली बार मैं भी लड़की चोदूगा चल इसी खुशी में तुझे बियर पिलाता हूँ ....... उसकी खुशी देख कर मुझे भी खुशी हुई और फिर हम दोनों मार्केट आ गए ...... एक एक बियर पी और फिर मैं उसे उसके घर छोड़ कर घर आ गया ........

घर आया तो मम्मी बड़ी खुश दिख रही थीं ....... पापा भी बैठे मम्मी से बातें कर रहे थे माहौल अच्छा था मुझे लगा कोई खास बात है ...... मुझे देखते ही पापा बोले आजा बेटा यहाँ बैठ हमारे पास ...... मैं जा कर बैठ गया तो उन्होंने बताया प्रतीक की मम्मी का कॉल आया था ...... उन्होंने बताया है कि निकिता और प्रतीक की कुंडली मिल गयी है और पंडित जी ने नवंबर की 27 तारीख शादी के लिए निकाली है ....... आज 3 october है तो हमारे पास लगभग डेढ़ महीने से कुछ ज्यादा टाइम है सारी तैयारियों के लिए इसलिए मैं चाहता हूं कि अब दो चार दिन में ही शादी के इंतजाम शुरू कर दिए जाएं मैं अपनी बेटी की शादी धूमधाम से करना चाहता हूं .......

मैंने कहा जी पापा आप निश्चिंत रहिये मैं सब सम्हालूँगा और दीदी की शादी एकदम शानदार होगी पापा ने मेरे बात सुन कर मेरी पीठ पर हाथ फिराते हुए कहा ठीक है बेटा मैं कल ही तुम्हारा एकाउंट खुलवा देता हूँ और फिलहाल 5 लाख रुपये उसमे डलवा देता हूँ ....... किसी चीज की कोई कमी नही होनी चाहिए ..... मैंने कहा जी पापा वो बोले कल सुबह मेरे साथ बैंक चलना ..... मैंने कहा जी पापा फिर वो बोले अब जा के अपनी दीदी को भी ये गुड न्यूज दे दो .. . ...

मैं ऊपर अपने कमरे आ गया देखा तो दीदी यहां नही थी मैं उनके कमरे में गया तो दीदी बेड पर लेटी फोन पर बात कर रही थीं ...... प्रतीक से ........

दीदी- अब जैसे 25 साल इंतजार किया है डेढ़ महीने और करो ना फिर तो मैं आ ही जाऊंगी तुम्हारे पास ......

मुझे दरवाजे पर खड़े देख उन्होंने मुझे अपने पास आने का इशारा किया और मैं जा कर चुपचाप उनके बगल में बैठ गया ........

दीदी ने स्पीकर ऑन करते हुए कहा ....... हो या ना हो करना तो पड़ेगा ही जान ........

प्रतीक- हां यार यही तो मजबूरी है पर सब्र नही होता क्या करूँ ......

दीदी- वही करो जो अब तक करते थे अपने हाथ का इस्तेमाल ......

प्रतीक - वो तो करूंगा ही पर उस से तड़प कम नही होती और बढ़ जाती है.......

दीदी- हंसते हुए अच्छा सुनो रोज रोज मत करना पता लगा मेरे वहां आते आते सब खत्म कर दो कुछ बाकी ही ना रहे उसमे ......

प्रतीक- अरे नही जान रोज रोज नही पर हफ्ते में दो या तीन बार तो करना ही पड़ता है .......

मैं समझ गया ये बातें प्रतीक के मुठ मारने के बारे में हो रही हैं ......

प्रतीक- वैसे तुम कितनी बार करती हो महीने में .....?

दीदी- मेरा कोई फिक्स नही है जब बहोत मन होता है कर लेती हूं ...... हाय कितनी गंदी बातें पूछ रहे हो तुम मुझसे ........

प्रतीक-इसमे गंदा क्या है जान अब तो हम पति पत्नी बनने ही वाले हैं कुछ दिन में फिर तो हम सब करेंगे ही ........
.

दीदी- हां लेकिन अभी तो नही बने ना .......

प्रतीक- इसीलिए तो अभी सिर्फ बातों से काम चलाना पड़ रहा है .......अच्छा जानू एक चीज मांगू मना तो नही करोगी ......


दीदी- क्या ..... कोई ऐसी वैसी चीज मत मांगना जो मैं ना दे सकूं ........

मुझे लगा प्रतीक दीदी की nude pic मांगेगा मुठ मारने के लिए पर वो मेरी सोच से ज्यादा ही ठरकी निकल गया ........

प्रतीक-अगली बार जब भी मन हो तुम्हारा फिंगरिंग करने का मुझे बता देना हम साथ मे करेंगे जान बहोत मज़ा आएगा .......

दीदी- धत्त ..... मुझे तो शर्म आएगी ना .......

प्रतीक- प्लीज जानू मान जाओ ना मैं हाथ जोड़ के रिक्वेस्ट कर रहा हूँ मेरी इतनी छोटी सी ख्वाइश नही पूरी कर सकती ........

दीदी- ऊफफ ये छोटी सी ख्वाइश है तो बड़ी ख्वाइश कैसी होगी ......

प्रतीक- हंस कर बोला पहले छोटी तो पूरी कर दो मेरी जान फिर बड़ी वाली भी बता दूंगा ......

दीदी- लेकिन मैंने कभी इस तरह नही किया ना ......

प्रतीक- निकी मेरी जान तुमने पहले कभी सेक्स भी तो नही किया ना ......?

दीदी- नही किया .....

प्रतीक- तो फिर तुम शादी के बाद मुझे सेक्स नही करने दोगी ?

दीदी- नही मेरा वो मतलब नही था .....


प्रतीक- क्यों तब भी यही कहने लगी की मैंने कभी सेक्स नही किया इसलिए अभी भी नही करूंगी ...... तो मेरा क्या होगा...... मुझे शादी के बाद भी हाथ से हिलाना पड़ेगा (ये कहते हुए प्रतीक ने अपनी आवाज़ में दुख के भाव उतपन्न कर लिए)

उसकी नौटंकी देख कर मुझे हंसी आने लगी और दीदी भी मुस्कुरा दी ........

दीदी- अरे अरे मेरा बच्चा दुखी हो गया .......


प्रतीक- तो क्या खुश होऊं मुझे ऐसी शर्मीली बीवी मिलने वाली है जिसे कुछ करना पसंद ही नही .......

दीदी- हंसते हुए बोली एक काम करो फिर ये रिश्ता कैंसल कर दो ...... कोई और ढूंढ लो जिसे सब पसन्द हो ......

प्रतीक-किसी और की तो कोई गुंजाइश है ही नही अब निकी , प्यार हो गया है तुमसे जीऊंगा तो तुम्हारे साथ वरना अकेला ये जिंदगी बिता कर तनहा मर जाऊंगा एक दिन ........


दीदी- गुस्से से....... ऐसी बात दोबारा बोली तो मैं बात नही करूंगी कभी तुमसे फिर ........

प्रतीक- सॉरी सॉरी पर तुमने पहले गलत बात बोली थी ...... दूसरी लड़की ढूंढने की ........

दीदी- वो तो मैं मज़ाक में बोली थी तुम्हे सताने के लिए ......

प्रतीक- सता लो अभी जितना सताना है तुम्हारा टाइम चल रहा है पर सोच लो डेढ़ महीने बाद मेरा वक़्त आएगा तब मैं एक एक चीज का बदला लूंगा और इतना सताउंगा तुम्हे .......

दीदी- अच्छा तो तुम मुझे सताओगे ......

प्रतीक- एकदम नही अगर तुम मेरी बातें मानोगी तो एकदम नही सताउंगा ......

दीदी- मैं तुम्हारी हर बात मानूँगी अब खुश .....


प्रतीक- फिर वादा करो अगली बार हम साथ मे करेंगे .......

दीदी- ( उसे चिढ़ाते हुए) लेकिन उसके लिए या तो तुम्हें प्रयागराज आन होगा या मुझे लखनऊ आना होगा ...... हेहेहे

प्रतीक- मैंने इसीलिए फोन खरीद कर दिया था तुम्हे .......

दीदी- ओह अब मैं समझी इतना पैसा खर्च कर के मेरे लिए फोन क्यों लिया ...... ये सब अपने फायदे के लिए किया तुमने ......

प्रतीक- अब मेरा या तुम्हारा कहाँ है जान अब तो सब हमारा है ...... हां मैंने ये फ़ोन हमारे फायदे के लिए लिया था ताकि जब चाहूं तुम्हारी आवाज़ सुन सकूं तुम्हे देख सकूं ........ इतना कह कर वो चुप हो गए ......

दीदी- (उनकी बात आगे बढ़ाते हुए ) और जब चाहो मुझसे गंदी बातें कर के हिला सको......

प्रतीक- यार अब तुमसे नही करूंगा तो किसी और से करूंगा क्या .......

दीदी- कर लो किसी और से कर लो मैं रोक थोड़े रही हूं ...... और करते ही होगे ........

प्रतीक- हां करता था लेकिन जिस दिन से तुम्हारी तस्वीर देखी है कभी मन नही हुआ उस से बात करने का मुझे अब जो करना है तुम्हारे साथ करना है ........

दीदी- हैरानी से बोली ...... ओह तो सच मे है क्या कोई .....?

प्रतीक- मैं तुमसे कभी झूठ नही बोलूंगा निकी और ना ही कुछ छुपाउंगा ...... तुम चाहोगी मैं उनसे तुम्हारी बात भी करवा दूंगा हमारे बीच वैसा कुछ भी नही सिर्फ मेरी फेसबुक फ़्रेंड्स हैं वो हां कभी कभी हम फोन कॉल पर थोड़ी मस्ती कर लेते हैं पर हम कभी मिले नही और ज्यादा मतलब भी नही रखते एक दूसरे से ....... और मुझे कोई प्रॉब्लम नही है अगर तुम्हारी भी किसी से ऐसी कोई दोस्ती हो तो मुझे उस से भी कोई प्रॉब्लम नही होगी कभी ....... मैं उन पुराने जमाने के सड़ियल पतियों जैसा नही हूँ जिसे अपनी पत्नी के किसी से बात कर लेने से भी प्रॉब्लम हो .......

दीदी- ह्म्म्म तुम सच मे एक अच्छे और सच्चे इंसान हो प्रतीक चाहते तो मुझसे झूठ बोल सकते थे बड़े आराम से......... पर तुमने सब सच कह डाला मुझे ये बहोत अच्छा लगा प्रतीक ....... लव यू सो मच......

प्रतीक- अब तो मान जाओ ना जान या अभी और परेशान करने का इरादा है .......

दीदी- हंसते हुए लड़कियां इतनी आसनी से मानने लगे तो फिर मज़ा ही क्या आये ...... लेकिन तुम्हारी सच्चाई से खुश हो कर मैं तुम्हारी ये ख्वाइश पूरी करने के लिए तैयार हूं .......

प्रतीक- ओहहह जान लव यू सो मच ...... तुम कितनी स्वीट हो ........ प्रतीक यूँ खुश था जैसे उसे कोई खिलौना मिल गया हो ......

दीदी- ठीक है अब रखूं एक घंटे से ज्यादा हो गया हमे बात करते ......

प्रतीक- जानेमन मेरा दिल तो नही भरता तुमसे बात कर के लेकिन हर टाइम बात नही करते रह सकते ईसलिये ठीक है अब खत्म करते हैं अभी की बात ......

दीदी- अच्छा सुनो आज रात में शायद बात नही कर पाऊंगी क्यों कि मम्मी आज मुझे अपने पास सोने को कह रही थीं शायद कुछ बातें करनी हों उन्हें .......


प्रतीक- ह्म्म्म चलो ठीक है जान जैसे तैसे एक दिन काट लूंगा तुम्हारी याद में पर अभी अपनी कुछ pic सेंड कर दो ताकि रात में उन्हें देख के .......


दीदी- हिला सको ...... लेकिन रोज रोज हिलाना अच्छी बात नही मिस्टर इसलिए थोड़ा सब्र करो अब हम साथ मे ही ......

प्रतीक- साथ मे क्या ..... बोलो न जान प्लीज......

दीदी- हम साथ मे ही करेंगे ......


प्रतीक- क्या करेंगे एक बार बताओ ना जान ......

दीदी- तुम हिलाओगे और मैं उंगली करूंगी ......

प्रतीक- जानू बस इतना और बता दो मैं क्या हिलाऊंगा ....... और तुम कहाँ उंगली करोगी .......

दीदी- धत्त ...... ok bye जान मम्मी बुला रही हैं ........

और दीदी ने फोन काट दिया .......


दीदी की सांस तेज हो रही थीं प्रतीक की बातों से निश्चित ही उनकी चूत गीली हो रही थी ...... उनकी भारी चुंचिया कुर्ती में फंसी ऊपर नीचे हो रही थीं .........

मैंने कहा दीदी प्रतीक को तो क्लीन बोल्ड कर दिया आपने बेचारा शादी के बाद आपकी चूत चाटता फिरेगा ...... मेरी बात सुन कर दीदी मुस्कुराते हुए बोली ....... लगता तो यही है लेकिन तब तक किसे चटाऊं अपनी चूत ...... इतना कहते हुए वो अपनी सलवार के ऊपर से अपनी चूत सहलाने लगी ........

मैंने कहा उनको तो बड़ा सब्र रखने को बोल रही थी खुद पर भी काबू करो दीदी चूत को मुट्ठी में भर कर दबाते हुए बोली काबू ही तो नही होता अब विकी ....... और मुझे देखते हुए सेक्सी तरीके से आंख मारे कर पास आने का इशारा किया .......

मैंने भी उन्हें चिढ़ाते हुए कहा ....... मम्मी बुला रही हैं मुझे और ...... उठ कर भाग गया कमरे से बाहर ........ ।
बेहतरीन अपडेट और सेक्सी भी अब तो दोनो की चूदाई करवा दो
 
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मैं नीचे आ गया पापा tv पर आईपीएल देख रहे थे मम्मी खाना बना रही थीं ......
मैं भी बैठ कर मैच देखने लगा पापा ने कहा विकास बेटा सबसे पहले तुम शादी के लिए कोई अच्छा सा गेस्ट हाउस लॉन देख लो जो तुम्हे ठीक लगे और कोई हलवाई लाइट वाला माली इन सब से बात कर के सबको एडवांस देते जाओ और घर की भी पेंटिंग करवानी है ये सब निपट जाए तो खरीददारी शुरू कर दो ...... मम्मी और दीदी से सब पूछ पूछ कर करते जाना सब काम ध्यान से करना .....
मैंने कहा ठीक है पापा मैं बस दो तीन दिन बाद से काम मे लग जाता हूँ आप निश्चिंत रहो ...... पापा जानते थे कि मैं काम को ले कर हमेशा से जिम्मेवार रहा हूँ इसलिए उन्होंने सब मेरे जिम्मे कर दिया था ......

तभी दीदी ऊपर से उतर कर आईं और मुझे गुस्से से घूरती हुई किचन में चली गयी ...... फिर जल्दी ही हम सब ने खाना खाया और मैं सोचने लगा आज ऊपर जाने के बाद दीदी से बचना मुश्किल ही नही नामुमकिन होगा .......

खाना खा कर मैं भी पापा के साथ बैठ के मैच देखने लगा एकतरफा से मैच था चेन्नई आराम से जीत रही थी ...... पापा थोड़ी देर बाद बोले ये मैच CSK जीत रही मैं चला सोने व उठ के चले गए लेकिन जल्दी ही वो लौट कर आये और मेरे हाथ मे दीदी का पुराना फोन देते हुए बोले ये निकिता को दे देना मैंने कहा पर उनके पास है तो उनका फोन वो बोले वो कह रही थी कि उसे अपनी फ्रेंड्स के नंबर निकालने हैं जो कि इसी फोन में हैं ...... मैंने फोन ले लिया ....... थोड़ी देर में मम्मी भी किचन समेट कर चली गईं अपने कमरे में ......

और दीदी ने आ कर tv ऑफ कर दिया और कमर पर हाथ रख के मेरे सामने खड़े हो गईं ...... उनका मुझे देखने का अंदाज़ ऐसा था मानो कह रही हों अब बच के कहाँ जाएगा बच्चू ...... मैंने कहा tv क्यों ऑफ कर दी बस 6 ओवर का खेल बाकी था .....
दीदी बोली ऊपर चल मैं तुझे फ़ास्ट बॉलिंग खिलाती हूँ ..... मैं मुस्कुराते हुए उठा और दीदी के साथ ऊपर आ गया ...... मैं अपने कमरे में गया और दीदी अपने कमरे में चली गईं ...... मुझे शरारत सूझी और मैंने अपने कमरे का दरवाजा अंदर से बंद कर लिया ...... और कपड़े बदल कर बेड पर लेट गया .......

कुछ देर बाद मेरे कमरे के दरवाजे को दीदी ने नॉक किया और बोली दरवाजा खोला विकी ये क्या हरकत है ..... मैंने सोचा बेवजह बखेड़ा करने से कोई फायदा नही और मैंने दरवाजा खोल दिया .......

दीदी अंदर आईं उन्होंने आज भी ब्लैक वाली नाइटी पहनी थी और अंदर उन्होंने शायद कुछ नही पहना था क्योंकि उनके चूचे चलने पर ज्यादा ही थिरक रहे थे .......

उन्होंने मुड़ कर दरवाजा बंद किया और अधिकार पूर्वक आ कर बेड पर लेट गयीं ....... मैं भी आ कर लेट गया और मेरे लेटते ही दीदी ने पूछा दरवाजा क्यों बंद किया था ...... मैंने कहा बस यूं ही ..... दीदी बोली विकी तू मुझे प्यार नही करता ना बस यूं ही बातें बनाता रहता है ..... मैंने कहा ऐसा क्यों लगा आपको अचानक ...... दीदी बोलीं जिस तरह से तू मुझसे दूर भागता है लगता तो यही है ..... मैंने दीदी का हाथ पकड़ कर कहा ऐसा कुछ नही है दीदी आपके प्रति मेरा प्यार मैं कैसे जाहिर करु वो समझ नही आता पर सच तो ये है आप मेरी दीदी ने होती तो मैं आपसे शादी कर लेता .....

दीदी हंस कर बोली अब तो देर कर दी तूने ये बात कहने में कुछ दिन पहले कही होती तो मैं सोचती इस बारे में लेकिन अब तो मेरी शादी तय हो गयी है ....... मैंने कहा जानता हूँ और ये भी जानता हूँ कि मेरे कहने पर ही आपने इस शादी के लिए हां की है ......

दीदी बोली वही तो मैं तो तेरी हर बात मान लेती हूं चुपचाप पर तू ना जाने क्यों मुझसे दूर भागता है ..... मैंने कहा बस इसीलिए क्यों कि आपकी शादी तय हो गयी है और मैं नही चाहता कि विनय वाले मामले के बाद कोई नया संकट आये आपके जीवन मे हमारा रिश्ता कही से भी सही नही है .......

दीदी मेरी बात सुन के कुछ सोचते हुए बोली पर हमने ऐसा क्या गलत कर दिया भाई बहन एक दूसरे को प्यार करते हैं इसमे तो कुछ गलत नही है ..... . रही बात जो हम थोड़ी सी खुशी एक दूसरे को दे देते हैं उसमें किसी का क्या जाता है अगर हम एक दूसरे के साथ एक दूसरे की मर्ज़ी से कुछ कर रहे हैं तो इसमें गलत क्या है ......?

मैंने बस तब तक गलत नही है जब तक किसी को इसकी खबर नही लगती उसके बाद तो सब गलत ही गलत है और इतना गलत की इससे गलत कुछ नही हो सकता ....... अगर मम्मी पापा को इस बारे में कुछ पता चला गलती से भी इसका क्या अंजाम होगा कभी सोचा है आपने ......

विनय वाले मामले को जैसे तैसे बर्दाश्त किया उन्होंने पर ये शायद ना बर्दाश्त कर पाएं वो लोग .......

दीदी बोली तुम्हारी बातें एकदम सही हैं विकी पर मैं ऐसा कुछ तो नही करती हूं जिस से किसी को हम पर शक हो या कोई गड़बड़ हो ...... मैंने कहा हां सही है पर ये सिर्फ इसलिए है कि हम खुद पर काबू करते हैं आपकी इच्छाओं पर नियंत्रण रखते हैं और यही मैं कह रहा हूँ कि जितना नियंत्रण रखेंगे उतना ही सही रहेगा हम सब के लिए हमारे परिवार के लिए हमारे रिश्ते के लिए .......

दीदी एक गहरी सांस ले कर बोली क्या यार शम्स के इतने मूड में थी मैं लेकिन तुमने तो एकदम गहरी गहरी बड़ी बड़ी बातें कर के सब चौपट कर दिया ...... मैंने कहा प्रतीक से बात कर लो फिर से मूड बन जायेगा ..... दीदी बोली हां लेकिन क्या फायदा तुम तो कुछ करोगे नही मेरे साथ ...... मैंने कहा अभी एक हफ्ता पूरा होने में दो दिन बाकी हैं ....... दीदी बोली ठीक है दो दिन और सही फिर देखती हूँ ...... तुम कहाँ भाग कर छुपते हो ......

तभी मुझे याद आया और मैंने जेब से दीदी का फोन निकाल कर उन्हें दिया ....... उन्होंने फोन ले कर चार्जिंग पर लगा दिया और वापस आ कर लेट कर अपना नया फोन उठा कर प्रतीक को कॉल कर दी ......

लेकिन कॉल रिसीव नही हुई तो मुह बना कर फ़ोन फेंकते हुए बोली किस्मत ही खराब है आज ...... और मैं हंस दिया ...... वो भी मुस्कुराने लगी और उनके गाल में डिंपल पड़ गया और मैंने उसे देख कर मन मे सोच लिया की एक दिन इसे छोटे से गड्ढे को अपने लंड के रस से भरूँगा जरूर ......

और इतना सोचते सोचते ही दीदी के फोन पर प्रतीक का कॉल आ गया ...... दीदी ने कॉल रिसीव किया और स्पीकर ऑन कर दिया ......

प्रतीक- लगता है मेरी सासू माँ को मुझ पर रहम आ ही गया ........

दीदी- हंसते हुए नही ऐसा कुछ नही है मैंने सोचा चलो थोड़ी सी ही बात कर लूं ताकि तुम चैन से सो सको......

प्रतीक - ओह जान कितना ख्याल रखती हो तुम मेरा लव यू सो मच मेरी जान .....

दीदी- लव यू टू जानू ...... पर हर किसी को प्यार की कदर नही होती ......

प्रतीक- ऐसा क्यों कह रही हो ..... जान ऐसा कौन बेवकूफ है जो प्यार की कदर नही करता ......

दीदी- बस यूं ही कहा ......

प्रतीक- खाना खा लिया तुमने ....?

दीदी- हां खा लिया ..... तुमने खाया....?

प्रतीक-अभी नही तुमने आज बात करने से मना किया था तो सोचा आराम से खा लूंगा नही तो रोज 8 बजे तक खा पी के फ़ोन ले के इंतजार करता हूँ तुम्हारी कॉल का ......

दीदी- अच्छा ऐसा क्यों एक दिन भी नही रह सकते मुझसे बात किये बिना ......

प्रतीक- रह सकता हूँ पर मुश्किल तो होगी ही ....... अच्छा लगता है तुमसे बातें करना तुम्हारी आवाज़ सुनना .......

मैं गौर से दीदी विनय की बातें सुन रहा था और खुश भी था कि दीदी को एक अच्छा जीवनसाथी मिला है जिसके साथ दीदी का जीवन खुशियों से भरा होगा ......

दीदी- अच्छा आज ज्यादा बात नही कर सकती अब रखती हूं गुड नाईट जान.....

प्रतीक- ok जानू गुड नाईट ऊऊम्म्म्म तुम्हारे रसीले होंठो पर .....

दीदी- ऊऊम्म्म्म्म तुम्हारे गाल पर ......

फिर दीदी ने फोन काट दिया और मेरे पास खिसक आईं और मेरे पर सीने पर सर रख कर लेट गयीं मैंने भी अपना हाथ उनकी कमर पर रख कर उन्हें खुद से चिपका लिया ....... तभी उन्हें कुछ याद आया और ..... वो उठ कर अपना पुराना फोन ले आईं ...... और उसे ऑन करते हुए बोली निशा (उनकी पक्की वाली सहेली) का नंबर चाहिए वो 20-22 दिन से मिली नही और बात भी नही हुई ......

फोन ऑन हुआ पूरे 27 दिन बाद ये फोन ऑन हुआ था और फोन ऑन होते ही नोटिफिकेशन की बाढ़ सी आ गयी .......


दीदी फोन चेक करने लगीं और थोड़ी ही देर में उनका चेहरा पीला पड़ने लगा ..... वो एकदम से फफक कर रोने लगीं ...... उन्हें रोता देख कर मैं भी हैरान और परेशान हो गया ....... मैंने दीदी को सीने से लगाते हुए पूछा क्या हुआ दीदी ...... आप रो क्यों रही हो वो बोली सब खत्म हो गया विकास ...... विनय ने सब खत्म कर दिया ये पढ़ लो उन्होंने अपना पुराना फोन मेरी ओर बढ़ा दिया .......

मैंने दीदी का फोन देखा व्हाट्सएप्प ओपन था और किसी नंबर से ढेर सारे मैसेज आये हुए थे........ मैंने उन्हें पढ़ना शुरू किया .......

(वो मैसेज मैं ज्यों के त्यों लिख रहा हूँ)

ये मैसेज जिस दिन विनय को थाने बुलाया गया था उस से तीन दिन बाद के थे।

साली रण्डी तुझे क्या लगा मेरी पुलिस कंप्लेन कर के तू बच जाएगी ......

बर्बाद कर दूंगा मैं तुझे मेरे बाप ने मुझे दिल्ली भेज दिया तो क्या हुआ ....... मैं यही से तेरी जिंदगी नरक कर दूंगा कुतिया......

अगर अपनी सलामती चाहती है तो मैसेज पढ़ते ही मुझे इस नंबर पर कॉल करना......

इसके बाद दो दिन बाद कोई मैसेज नही थे
फिर......

साली फोन बंद कर के बैठी है तो क्या हुआ मैं तुझे कहीं से भी ढूंढ निकलूंगा तेरी वजह से मेरी और मेरे बाप की बहोत बेज्जती हुई है और मैं ये बर्दाश्त नही कर पा रहा हूँ अगर मुझसे बात नही की तूने तो मैं तुझे बर्बाद कर दूंगा .........

उसके बाद फिर 4 दिन कोई मैसेज नही थे और अगले दिन ......

बिल में छुपी बैठी है तू और तेरा वो नामर्द भाई जो पुलिस का सहारा ले कर मुझे तुझसे दूर करना चाहता है पर याद रखना ये कानून ये पुलिस कुछ नही उखाड़ सकते मेरा ...... मेरे बाप ने भले ही सब भुला दिया हो पर मैं ना तुझे भूल पाऊंगा ना तेरे नंगे बदन को साली बनेगी तो तू मेरी ही रखैल .......

और फिर अगले मैसेज उस दिन के थे जिस दिन मैं रानी के घर गया था उसे चोदने।

साली रण्डी तेरी एक एक हरकत पर मेरी नजर है शादी फिक्स हुई है ना तेरी ...... मेज देखता हूँ कैसे होती है ये शादी अगर तूने मुझसे बात नही की तो तेरे होने वाले पति को सब बताऊंगा अपने और तेरे बारे में ...... ये भी की तूने मेरा लंड चूसा है और उछल उछल के मेरे लंड से चुदी है ........

अगर तुझे लग रहा है कि मैं बकवास कर रहा हूँ तो ये देख तेरे होने वाले पति का नंबर भी है मेरे पास .......

प्रतीक का नंबर पढ़ के मुझे भी घबराहट होने लगी .......

फिर अगले मैसेज में लिखा था ये देख ले हरामजादी तेरी नंगी तस्वीरें फिर से मेरे पास आ चुकी हैं और अगर दो दिन में तूने मुझे कॉल नही की तो मैं ये तस्वीरें तेरे होने वाले पति को भेज दूंगा .......

उसके बाद दीदी वही सब तस्वीरें सेंड की गई थी जो कि विनय के फोन में थीं .........

उसके बाद आज दोपहर का एक मैसेज था उसमें लिखा था .......

तू ऐसे नही मानेगी फिर मैं ये तस्वीरें भेज देता हूँ तेरे पति को अब तू बर्बाद ......

ये सब पढ़ के मेरी आँखों के आगे अंधेरा सा छा गया और मेरा सर चकराने लगा .....

उधर दीदी फूट फूट कर रोये जा रही थीं मैं उन्हें चुप कराने की कोशिश करने लगा वो मेरे सीने से लग कर सुबकने लगीं .......

किसी तरह मैंने खुद को इस झटके से बाहर निकालते हुए सम्हाला और मैंने बड़े प्यार से दीदी माथे को सहलाते हुए चूम लिया और फिर उनके गालों पर बह रहे उनके आंसू पोछते हुए बोला दीदी आपको मुझ पर जरा सा भी भरोसा है या नही ......?

दीदी ने लाल लाल आंखों से मेरी ओर देखा और बोली मुझे अपनी किस्मत के सिवा सब पर भरोसा है ...... लेकिन मेरी किस्मत में ही दुख लिखे हैं शायद .......

मैंने कहा दीदी ज्यादा कुछ तो नही कह सकता इस समय पर इतना वादा जरूर करता हूँ पिछली बार की तरह ही इस बार भी मैं आपकी इस समस्या को कैसे भी दूर करूंगा आपकी मुस्कान वापस लाऊंगा आपके चेहरे पर ये मेरा वादा है इसके लिए मुझे जो भी करना पड़े करूंगा कोई भी हद पार करूंगा .......

इतना कहते हुए मेरे अंदर दबा हुआ गुस्सा जिसे मैं काबू करने की कोशिश कर रहा था फट पड़ा और मैं गुर्राते हुए बोला विनय सिंह अगर तेरी माँ ना चोदी तो मैं अपने बाप की पैदाइश नही ........ मेरा चेहरे गुस्से से लाल हो रहा था और मेरी आँखें लाल हो उठी थीं .......

दीदी बोली रहने दे विकास तू कहाँ तक मेरे दुख मेरी मुसीबतें अपने सर लेगा अब मुझे मेरे हाल पर छोड़ दे .......

मैंने दीदी को कस के बाहों में जकड़ लिया और बोला प्यार करता हूँ आपसे ..... हद से ज्यादा ..... और शायद मुझे बार बार अपने प्यार को सबित करने का मौका मिल रहा है .......

बस अभी आप रोना बंद करो प्लीज ताकि मैं कुछ सोच सकूं कोई रास्ता कोई तरकीब कोई हल इस समस्या का ......

दीदी ने रोना तो बन्द कर दिया पर उनके चेहरे पर दुनिया भर की उदासी और परेशानी के बादल मंडरा रहे थे ....... मेरी भी हालत कुछ ऐसी ही थी पर मैं उसे अंदर छुपाए हुए था नही तो दीदी को कौन सम्हालता मैं खुद बेड की पुश्त से पीठ टिका कर बैठ गया और दीदी को खींच कर अपनी गोद मे लिटा लिया और उनका माथा सहलाते हुए कहा आप सो जाओ दीदी बस आंखे बंद करो और ये सोचो कुछ हुआ ही नही है और कल सुबह से आपको एकदम नॉर्मल रहना है जैसे कुछ हुआ ही ना हो .......

मम्मी पापा को इस बारे में कोई भनक तक नही लगनी चाहिए ......

दीदी ने कहा है तो मुश्किल काम पर कोशिश करूंगी लेकिन अगर प्रतीक ने मम्मी पापा से कुछ बोल दिया तो क्या होगा मैंने फिर से उनके हाथ को कस के पकड़ते हुए कहा तब जो होगा देखा जाएगा और मैं हूँ ना हर हाल में आपके साथ हमेशा आपके सामने खड़ा हो जाऊंगा हर मुसीबत को आपसे पहले मुझसे टकराना पड़ेगा ......

लेकिन मुझे थोड़ा सा मौका दो शांत दिमाग से सोचने का दीदी ने सर हिला दिया और आंखे बंद कर ली .....

मैंने दीदी का फोन लिया और बारीकी से सारे मैसेज दोबारा पढ़े एक एक मैसेज की तारीख और समय दिमाग मे बिठाया और पिछले दिनों की घटनाओं को याद करने लगा .........

सबसे पहले मुझे ये पता लगाना था कि वो पिक्स विनय को दोबारा कैसे मिले उसने हमसे झूठ बोला था उनकी और कॉपी थी उसके पास या कोई और बात है .........

मेरे इस सवाल का जवाब मेरे ही दिमाग ने दिया अगर उसके पास कॉपी होती तो वो इस धमकी वाले मैसेज के लिए कई दिन इंतजार क्यों करता पहले दिन ही वो बात कहता .......
लेकिन तब तक तो दीदी की शादी की कोई बात थी ही नही ये सब तो अभी दो दिन पहले हुआ और कुछ खास लोगों के सिवा किसी को इस बारे में कुछ पता नही यहां तक कि मुहल्ले में भी सिर्फ शुक्ला अंकल की फैमिली को छोड़ कर कोई नही जानता दीदी की शादी वाली बात ......

और फिर अचानक रानी का नाम और चेहरा मेरे दिमाग मे आया ...... और ये भी याद आया कि उस दिन मेरा फोन उसके घर मे और उसके हाथ मे भी था ....... जब मैं बाथरूम से वापस आया था तो उसने सकपका कर मेरा फोन फेंक दिया था .......

गलती तो हुई थी मुझसे अब इस गलती को खत्म करना था कैसे भी ......

दीदी सो चुकी थी मैंने उन्हें धीरे से तकिए पर लिटा दिया और .......

मैंने अलमारी से विनय वाला फोन निकाला और निकाला सारे फोन ले कर मैं दीदी के रूम में आया दरवाजा अंदर से बंद कर लिया .......

मैंने दीदी के पुराने फोन से विनय का नया नंबर डायल किया ...... घंटी जाने के साथ ही मैंने कॉल को रिकार्ड पर लगा दिया ..........

जल्दी सी उधर से विनय की शराब के नशे में लड़खड़ाती आवाज़ आयी ....... अब आयी ना तू औकात में साली दो टके की लौंडिया तू विनय सिंह को पुलिस से उठवायेगी .......

मैंने एकदम शांत और ठंडी आवाज़ में कहा मैं विकास हूँ निकिता का भाई अब सुन हरामजादे तेरे बाप ने वादा किया था तेरी या उनकी ओर से कोई हरकत नही होगी ईसलिये तू बचा हुआ वरना मैं कब का तुझे काट कर गंगा में बहा देता ........ और हां ये जो तूने दीदी के pic प्रतीक को भेज कर नीचता की है ना इसका अंजाम तू नही सोच सकता बहोत बुरी हालत करूंगा तेरी जिस दिन तू मेरे सामने हुआ .......

मेरी बात सुन कर वो हंसते हुए बोला हरामजादे अब मैं उस शहर से बहोत दूर हूँ तुझे कभी मालूम भी नही होगा मैं कहाँ हूँ और सोच जो इंसान यहां बैठ कर तेरे घर मे चल रही घटनाओं की जानकारी कर सकता है वो क्या नही कर सकता ........ तू मेरी झांट भी नही उखाड़ सकता .....

मैंने अपने शब्दों को चबाते हुए कहा ....... कुत्ते तू भूल गया शायद अभी कुछ दिन पहले थाने में गांड़ पर एक डंडा पड़ते ही तेरी गांड़ फट गई थी दो चार और पड़ते तो पैंट में हग देता तू ....... लेकिन साले तू दोगला है एक बाप की औलाद ही नही है और नामर्द भी है तू एक लड़की को धोखा दे कर उस से प्यार का झूठा नाटक कर के उसे अपने जाल में फंसा कर उसे शादी के सपने दिखा कर तूने उसके जिस्म से खिलवाड़ किया उसकी नंगी तस्वीरें ले ली और उन तस्वीरों के दम पर तू खुद को बहोत बड़ा तीस मार खान समझ रहा है ...... थोड़ा सा इंतजार कर फिर तेरा खेल खत्म .......

विनय बोला ये सब तू जानता है मैं जानता हूँ पर तेरी बहन का होने वाला पति तो नही जानता और कौन तस्वीरें मेरे पास अब कोई तस्वीर नही तेरी बहन की वो तो मैंने आज सुबह ही उसके होने वाले पति को भेज दी थीं और अपने फोन से डिलीट भी कर दी थीं अब कोई सबित नही कर सकता कि मेरे पास तेरी बहन की कोई तस्वीर है ....... उसने देख भी ली हैं और उसका कॉल भी आ रहा था मेरे पास लेकिन मैंने उसका नंबर ब्लॉक लिस्ट में डाल दिया ........

अब रहा होगा ये सोच सोच के तेरी दीदी से शादी करे या नही क्योंकि तेरी दीदी की तस्वीरें देखने के बाद वो सोच रहा होगा ऐसी मस्त लौंडिया को कैसे बिना चोदे छोड़ दूं ........

उसकी ये बात सुन कर इतनी परेशानी में भी मुझे हंसी आ गयी क़ानूनी तौर पर उसे गलत सिद्ध करने के एक हजार तरीके थे मेरे पास पर वो मुझे करना नही था ......

मैंने कहा विनय सिंह अब रखता हूँ जरा तेरी रखैल रानी के हालचाल पूंछ लूं कल सुबह उसे थाने में बिठा कर पूछ ताछ होगी तो वो सारी बातें गा गा कर बताएगी .......

मेरी बात सुन कर वो थोड़ा सा बौखला गया और बोला ...... उसे भी कुछ नही पता मैं कहाँ हूँ वो बस इतना ही बता सकती है कि उसने ही मेरे फोन से जिसे तू इस्तेमाल कर रहा है तेरी बहन की फ़ोटो और तेरी बहनोई का नंबर निकाल कर मुझे दिया लेकिन उसकी भी मजबूरी थी तेरी बहन जैसे उसके भी नंगे pic हैं मेरे पास वो तो मेरी गुलाम है मैं कहूँ तो बीच सड़क पर भी नंगी हो जाएगी ............

अब सब कुछ स्पष्ट था मेरे सामने ...... मैंने कहा रखता हूँ जल्द ही मुलाकात होगी तुझसे मेरी ........

मैंने फोन काट दिया और बैठ कर सोचने लगा ........ बाकी काम तो मैं निपटा लूंगा बस प्रतीक ने pic देख लिए हैं वो कैसे मैनेज होगा .......

मैंने दीदी के फोन से विनय वाली काल रिकार्डिंग अपने फोन में भेज दी और फिर सोचने लगा मेरा सर दर्द करने लगा सोचते सोचते और फिर एक आशा की एक मद्धिम सी किरण मेरे दिमाग के कोने में चमकी ........।
बेहतरीन अपडेट है इस रानी ने तो गेम खेल लिया उद्दीन उसके फोन ने से पिक और फोन नंबर दे दिए विनय को अब देखते ही आगे क्या कांड होगा इंतजार अगले अपडेट का
 
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मैंने बहोत देर तक सोचने के बाद सर को झटका दिया और खुद से कहा इसके सिवा कोई रास्ता नही .......

मैंने अपने फोन से प्रतीक का नंबर डायल किया ...... घंटी बजती रही पूरे 30 सेकेंड्स तक और फिर ऑपरेटर की आवाज़ कानो में गूंजने लगी ...... आप जिस नंबर से सम्पर्क करना चाहते हैं वो आपकी कॉल का जवाब नही दे रहे हैं कृपया थोड़ी देर बाद सम्पर्क करें .......

ये सुन कर वो आशा की किरण थोड़ी और धुंधली हो गयी ......

मैंने फोन बेड पर फेंक दिया और समय देखा साढ़े 11 हो रहे थे ..... और तभी फोन की घंटी बजी मैंने झपट कर उठाया तो प्रतीक का कॉल था ...... मैंने जल्दी से कॉल रिसीव की जैसे एक पल की देरी हुई तो कॉल कट जाएगी और बोला जीजा जी प्रणाम ........

प्रतीक हमेशा जैसे प्यार से बोले कहिए क्या हाल हैं साले साहब बड़ी देर रात याद किया मुझे ........ मैंने कहा हां वो बात ही कुछ ऐसी थी इतना बोल के मैं चुप हो गया और सोचने लगा कहाँ से बात शुरू करूँ......

कुछ पल की खामोशी के बाद वो बोले कुछ बताओगे जनाब या यूं ही कोई प्रैंक कर रहे हो मेरे साथ ......

मैंने एक गहरी सांस लेते हुए कहा आज आपके पास जो तस्वीरें आयी हैं दीदी की उनके बारे में बात करनी है .....

वो बोले पहले ये बताओ निकी कहा है मैंने कहा वो सो रही हैं अपने कमरे में वो बोले ठीक है फिर बताओ क्या बात है ........

मैंने कहा मैं आपको कुछ बताना और सुनाना चाहता हूं ..... वो बोले ठीक है आराम से बताओ मैं सुन रहा हूँ ...... मैंने पूरी बात बताई उन्हें विनय का और दीदी का सारा किस्सा और ये भी की कैसे मैंने दीदी को इस दलदल से निकाला पर विनय ने अपनी औकात दिखाई और उन pic की एक कॉपी अपने पास रखी ......

और अब उनकी शादी तुड़वाना चाहता है मैंने उन्हें पूरी बात बताते हुए ये यकीन दिलाने की कोशिश की , कि दीदी मामले में बेकसूर हैं वो सब उन्होंने उसके झांसे में आ कर किया........

लगातार 20-22 मिनट बोलने की वजह से मैं हांफने सा लगा था ......

प्रतीक बोले शांत हो जाओ विकास कह चुके तुम ....... अब मेरी सुनो मुझे तुम्हारी दीदी से कोई शिकायत सिवा इसके कि मुझे ये सब किसी और से मालूम हुआ इतनी बड़ी बात उसे मुझसे यानी अपने होने वाले पति से छुपानी नही चाहिए थी ........

पर मैं समझता हूं किसी लड़की के लिए ये सब बताना भी आसान काम नही पर चूंकि उसने ये बात छुपाने का फैसला किया है इसलिए उसके फैसले की इज्जत करना हम दोनों का फर्ज है और तुम हमारी इस बातचीत के बारे में निकी से कुछ नही बताओगे और मैं भी इस बारे में उससे कोई चर्चा नही करूंगा .......

इतना सुनते ही मेरी उँगलियों ने रिकार्डिंग पॉइंट को टच कर लिया और हमारी बात रिकार्ड होने लगी .......

प्रतीक बोले ........ मेरी भी एक बहन है और कल को उसके साथ ऐसा कुछ हो तो तुम्हारी तरह मैं भी श्वेता का साथ दूंगा ना कि उसे गलत समझने लगूंगा मुझे तुम्हारी ये खूबी बेहद पसन्द आयी और आज से हम जीजा साले के साथ ही अच्छे दोस्त भी हैं ......

अब सुनो इस साले विनय का तो ऐसा इलाज करना है कि ये दोबारा मेरी निकिता का नाम भी अपनी जुबा पर ना लाये ......

मैंने कहा उसकी आप फिक्र मत करो वो सब मेरी जिम्मेवारी पर आपकी बातों से मेरी नजर में भी आपकी इज्जत बहोत बढ़ गयी है जीजा जी .......

प्रतीक बोले तुम्हारी नही हमारी जिम्मेवारी है ये हर कदम पर मैं तुम्हारे साथ हूँ बस निकिता को दुखी मत होने देना ....... मैं उससे किन्ही तस्वीरों का कोई जिक्र ही नही करूंगा .......

मैंने मन ही मन मे ईश्वर को धन्यवाद दिया और कहा आपने तो मेरी चिंता दूर कर दी वो बोले अब वो मेरा भी परिवार है विकास ........ मैंने कहा सही है वो बोले आराम से सो कल दिन में बात करते हैं .......

मैंने कहा ठीक है जीजा जी गुड नाईट वो बोले वैसे तुम चाहो तो मुझे अकेले में प्रतीक भी बोल सकते हो और हंस दिए ...... मैंने भी हंसते हुए कहा और गर किसी दिन गलती से मम्मी या पापा के सामने निकल गया तो जूते पड़ेंगे मुझे .........

मेरी बात सुन कर वो हंस दिए और बोले मैं कोशिश करूंगा कि बचा लूं तुम्हे चलो गुड नाईट सो जाओ और अपनी दीदी का ख्याल रखना ........

उन्होंने फोन काट दिया अब मुझे कल का इंतजार था .....।

मैंने सबसे पहले अपने कमरे में जा कर विनय का फोन अपना पुराना और दीदी का पुराना फोन ऑफ कर के अलमारी में रखा फिर बेड पर आ गया .......

दीदी अभी भी सोई हुई थीं इस समय नींद में उनके चेहरे पर एक निश्चिंतता और सुकून था देख कर अच्छा लगा मैंने उन्हें अपनी बाहों में समेट लिया वो भी नींद में जरा सा कुनमुना कर मेरे सीने से लिपट गयीं और फिर मैं भी नींद में डूब गया ......।

सुबह 7 बजे दीदी ने मुझे हिला कर जगाया मैं उठ बैठा और दीदी की वही उदास रोई हुई शक्ल देख कर मुझे बड़ा गुस्सा आया मैंने कहा क्या दीदी कम से कम सुबह तो अपनी प्यारी सी स्माइल दे दिया करो दिन बन जाता है मेरा और तो वैसे भी कितने जरूरी काम करने हैं मुझे .........

दीदी ने परेशान और हैरान हो कर मुझे देखा और बोलीं ...... क्या हो गया है तुम्हें रात तो बड़े परेशान थे मैंने मुस्कुराते हुए कहा ...... कल ही बोला था आप रोना बंद करो तो मैं कुछ सोचू और आप ही कि रोये ही जा रहे थे आपके सोने के बाद मैंने 12 बजे तक जाग कर आपकी सारी समस्या का समाधान खोज निकाला है लेकिन आपको सबसे पहले मुझे एक प्यारी सी स्माइल देनी होगी वही वाली जिसे देख कर मेरे दिल मे कुछ होता है .......

ये सुन के दीदी के होंठो पर एक फीकी सी मुस्कान आयी और वो जल्दी ही गायब हो गयी ....... मैंने कहा क्या हुआ यार बोल तो रहा हूँ सब सही हो जाएगा........ लेकिन आप सुन ही नही रही हो वो बोली सब सही हो जाएगा फिर भी प्रतीक ........

मैंने कहा आपकी शादी प्रतीक से उसी दिन होगी जिस दिन होनी है ....... और प्रतीक तुम्हे उतना ही प्यार करते हैं जितना दो दिन पहले करते थे बल्कि उस से भी ज्यादा........

ये बात सुन के दीदी एकदम परेशान हो गयी और बोली पर कैसे . ....... मुझे पता है ये सब तुम मुझे बहलाने के लिए कह रहे हो .......

मैं उनकी बात सुन के जोर से हंस दिया और बोला ऐसे कितने दिन बहला के रखूंगा आपको आप ही बताओ ...... मैंने दीदी का हाथ पकड़ कर बिठाया और बोला मेरी बात सुनोगी शांति से.......

फिर मैंने उन्हें सारी बात बताई .......विनय से हुई बातें फिर प्रतीक से हुई बातें उन्हें तब भी मेरी बात पर यकीन नही हुआ तो मैंने अपनी और प्रतीक की बातें की रिकार्डिंग उन्हें सुनाई .......

अब जा कर उन्हें मेरी बात पर यकीन आया और वो थोड़ा सा मुस्कुरा कर बोली कैसे ठीक कर देता है तू मेरी सारी मुसीबतें .......

मैंने उनके चेहरे के सामने चुटकी बजा कर कहा ...... बस ऐसे ....... और आखिर दीदी के चेहरे पर वो कातिल मुस्कान आ ही गई ..........

वो उठने के बाद वैसे ही बैठे रोती रही थीं मैंने कहा अब जाओ फ्रेश हो लो और प्रतीक को मत बता देना की मैंने ये रिकार्डिंग तुम्हे सुनवाई है ........ दीदी मेरी बात समझ कर सर हिलाते हुए बाथरूम में घुस गयीं .......

और मैं भी नीचे उतर आया मेरा प्रेशर भी बन रहा था नहा कर तैयार हो कर मैं नाश्ते के मेज़ पर पहुंचा तो पापा ने कहा अपने फ़ोटो और आधार कार्ड को जेब मे रखना मैं कॉल करूंगा बैंक पहुंच कर तुम वहीं आ जाना दीदी को कॉलेज छोड़ कर ...........

फिर मैं नाश्ता कर के दीदी को ले कर कॉलेज निकल गया तभी पापा का फोन आया वो बोले मैं आधे घंटे में बैंक पहुंच रहा हूँ वहीं आ जा।

मैं दीदी को ड्राप कर के सीधा बैंक गया आधे घंटे में मेरा एकाउंट ओपन हो गया और पापा ने 5 लाख की चेक मेरे एकाउंट में लगा दी ........ फिर वो ऑफिस निकल गए और मैं बाइक ले कर ...... सीधा राजेश चाचा की चौकी पहुंचा पर पता चला वो किसी लूट के केस की जांच के सिलसिले में कहीं गए हैं .......

मैंने उन्हें कॉल की तो पता चला वो आधे घंटे में लौट आएंगे मैं अंदर वाले कमरे में जा कर बैठ गया स्टाफ तो मुझे जानता ही था एक चाय भी आ गयी मैंने चाय पीते हुए रानी को काल किया ........

रानी ने कॉल रिसीव किया मैंने उस से सामान्य लहजे में पूछा कैसी हो उसने कहा ठीक हूँ पर उसकी आवाज़ में वो चहक नही थी ...... मैंने पूछा क्या हुआ कुछ परेशान लग रही हो तो वो बोली ऐसी कोई बात नही ......

मैंने कहा मिलना है तुमसे तो वो बोली अभी दो चार दिन नही मिल पाऊंगी टाइम नही है मैंने कहा मुझे आज ही मिलना है हर हाल में वो बोली समझा करो न अभी नही मिल सकती मैंने कहा ठीक है फिर मैं घर आ जाता हूँ तेरे वो थोड़ा घबरा कर बोली नही नही तुम घर मत आना मम्मी आ गयी हैं ..........

मैंने कहा फिर तुम ही आ जाओ मिलने कहीं वो थोड़ा सोच कर बोली ठीक है शाम को मिलती हूँ मैंने कहा ok मैं शाम को कॉल करूंगा तुम्हे .......

और फिर थोड़ी देर और इंतजार करने के बाद राजेश चाचा की गाड़ी सायरन बजाती हुई चौकी में दाखिल हुई ...... वो सीधा अंदर आये मैंने उनके पैर छुए तो मेरी पीठ पर हाथ रख कर बोले ...... फिर से कुछ हुआ क्या मैंने कहा कुछ नही बहुत कुछ हुआ है चाचा .......

उन्होंने बैठते हुए कहा बैठो और आराम से पूरी बात बताओ ....... मुझे खुद को और दीदी को भी बचाना था क्योंकि कुछ गलतियां मुझसे भी हुई थीं ....... मैंने सावधानी से चाचा को विनय की नई हरामीपन के बारे में बताना शुरू किया बस मैं रानी वाला कांड छुपा गया और ये भी की विनय के फोन से अभी मैंने दीदी की pic डिलीट नही की थीं ...... बाकी पूरी बात मैंने उसे बता दी वो गुस्से से भर कर बोले इसका मतलब वो हरामी झूठ बोल रहा था और उसके पास उन pic की और कॉपी थी मैंने कहा लगता तो ऐसा ही है .......

फिर वो बोले उठवाता हूँ उसे फिर से मैंने कहा चाचा इस बार मुझे दूसरी तरह की मदद चाहिए आपसे वो बोले कैसी दूसरी तरह की मदद मैंने कहा आप बस विनय की लोकेशन ढूंढने में मेरी मदद कर दो वो यहां नही है किसी और स्टेट में है शायद ......

उन्होंने पूछा वो तो शाम तक मिल जाएगी बस उसका मौजूदा नंबर दो मुझे लेकिन उसके बाद ........ मैंने गुस्से से दांत पीसते हुए कहा उसके बाद मैं खुद उससे मिलने जाऊंगा वो थोड़ा सोच कर बोले ठीक है लेकिन ऐसा कुछ मत कर देना जिससे तुम्हारी जिंदगी खराब हो मैंने कहा आप निश्चिंत रहो मैं जो भी करूंगा खुद को और आपको सेफ रखते हुए करूंगा ........

उन्होंने विनय का नया नंबर लिया मुझसे और किसी को कॉल कर के वो नंबर नोट करवाया और उस नंबर की लोकेशन और सी डी आर जल्दी से जल्दी भेजने को कहा ........ फिर वो बोले शाम तक मिल जाएगा और कोई काम हो तो बोलो मैंने उनके पैर छूते हुए कहा फिलहाल इतना काफी है चाचा और मैं वहां से निकल आया .......

अभी 12 बज रहे थे 3 घंटे का समय था मेरे पास मैंने फिर से रानी को कॉल की और पूछा कहाँ हो तुम अभी वो बोली हॉस्पिटल में हूँ मैंने पूछा वहां क्या कर रही हो तो वो रोने लगी उसने रोते रोते बताया कि उसकी मम्मी की तबियत खराब है काफी दिनों से ........ और कल रात तेज दर्द हुआ उनके पेट मे तो हॉस्पिटल ले आयी पर यहां डॉक्टर उनका ऑपरेशन करने को कह रहे हैं ...... और .......

मैंने कहा तुम किस हॉस्पिटल में हो नाम बताओ उसने बताया और मैं फोन काट कर हॉस्पिटल की ओर चल दिया वहां पहुंच कर मैंने उसे फिर कॉल की और बताया कि मैं नीचे हूँ आ जाओ 5 मिनट में वो हॉस्पिटल से बाहर आती दिखी मुझे खड़ा देख कर वो मेरे पास आ गयी .......

वो मुझसे नजरें चुरा रही थी मैंने उसका हाथ पकड़ा और हॉस्पिटल के सामने बने हुए पार्क की ओर ले गया वहां एक खाली जगह बैठ कर मैंने पूछा मम्मी को क्या हुआ है रानी ...... वो रोने लगी और रोते रोते उसने बताया कि उनके पेट मे पिछले एक साल से दर्द हो रहा था डॉक्टर जांच और इलाज को कह रहे थे पर उसके पास इतने पैसे नही थे जो थोड़ा बहोत वो कमाती थी उस से घर और भाई की पढ़ाई ही मुश्किल से चलती थी ....... इतना महंगी जांच और इलाज के लिए पैसे ही नही इकट्ठे हो रहे थे ......

फिर उस दिन जब उसकी मम्मी अपने भाई के यहां गयी थीं तो वो इलाज के लिए पैसे उधार मांगने गई थीं लेकिन मामा ने भी उन्हें बस 5000 दे कर टरका दिया और 5000 मैंने दिए उसे ...... लेकिन वापस आते ही अगली रात उसकी माँ के पेट मे बेतहाशा दर्द होने लगा और उसे रात में ही उन्हें हॉस्पिटल ले कर आना पड़ा .........

अस्पताल वालों ने उन्हें भर्ती कर लिया और 10000 रुपये फौरन जमा करने को बोला वो तो उसने जमा कर दिए पर अब उसके पास एक पैसा नही है और जांच में आया कि उसकी मम्मी की बच्चेदानी में ट्यूमर है जल्दी से जल्दी ऑपरेशन करना होगा उसमे 80 हजार से 1 लाख तक खर्च आ सकता है और उसके पास पैसे नही हैं ......


मैंने उसकी पूरी बात सुनी और उसके आंसू पोंछते हुए कहा तो तुम ये परेशानी मुझसे बता सकती थी मैं करता कुछ ना कुछ तुम्हारी मम्मी के इलाज के लिए ...... चलो मैं डॉक्टर से बात करता हूँ फिर वो मुझे ले कर डॉक्टर के पास आई मैंने डॉक्टर से बात की उसने भी वही सब बताया मुझे।

मैंने कहा पैसा आपके पास दो घंटे में पहुंच जाएगा आप इलाज शुरू करिये और किसी भी तरह की कोई लापरवाही मत करिए उनके इलाज में ........

डॉक्टर ने कहा ठीक है सारा मामला पैसों की वजह से ही अटका हुआ था ये (उसने रानी की ओर इशारा करते हुए कहा) बोल रही थी पैसे नही हैं इसके पास ...... मैंने कहा अब मैं बोल रहा हूँ ना 4 बजे तक पैसे जमा कर दूंगा मैं ....... बस मुझे घर जाने का वक़्त चाहिए इतने पैसे कोई जेब मे ले कर नही घूमता ...... आप ऑपरेशन की तैयारी शुरू करो ......

उसने कहा ठीक है और रानी से बोला आप मेरे साथ आओ कुछ फॉरमैलिटी पूरी करनी है ..... रानी उसके साथ चली गयी ....... कोई 20 मिनट बाद वो आयी उसने मुझसे कहा मेरे साथ चलो विकास मुझे कुछ बात करनी है तुमसे ..... मैं उसके साथ फिर से उसी पार्क में आ गया हम एक जगह बैठ गये और फिर वो एकदम से मेरे पैर पकड़ कर रोने लगी ...... और बोली मुझे माफ कर दो विकास हो सके तो मैं जानती हूं मैंने जो किया है तुम्हारे साथ उस कमीने के कहने पर वो माफी के काबिल नही लेकिन मैं मजबूर थी उसके पास मेरी भी कुछ ऐसी pic और video हैं जिनकी वजह से वो मुझे ब्लैकमेल करता है ........

उसने रोते रोते सब बताया कि कैसे उसके बाप के उसे दिल्ली भेजने के अगले ही दिन उसने रानी को कॉल किया और उसे धमकाते हुए उसे मेरे पीछे लगाया ..... मैंने पूछा यानी जब मैंने विनय के फोन से तुम्हे कॉल की थी विनय बन कर तब तुम जानती थी कि मैं विनय नही विकास हूँ ....... उसने लाचारी से हां में सर हिला दिया ......

तब मैंने भी तुम्हे विनय जैसा ही गलत इंसान समझा था विकास लेकिन मेरे इतना कुछ गलत करने पर भी जिस तरह तुम मेरी मदद कर रहे हो उस से साफ है कि तुम बहोत ही अच्छे दिल के हो ...... प्लीज मुझे माफ़ कर दो विकास वो रोये जा रही थी .........

मैंने उसके आंसू पोंछते हुए कहा रानी अगर मैं तुम्हे गलत समझता तो आज तुमसे मिलने नही आता ना ही तुम्हारी मदद करता और हां विनय के पास अब तुम्हारे कोई pics नही हैं तुम बेवजह उससे डर रही हो उसके पास दीदी के भी pic नही थे वो तो तुमने ही उसे भेज दिए वरना अब वो किसी का कुछ नही पाता ...... लेकिन कोई नही सब ठीक होगा ......

उसने आश्चर्य से पूछा सच मे उसके पास मेरे pic नही हैं पर उसने तो मुझे दिखाए थे ...... मैंने रानी को बताया कि उसका फोन और लैपटॉप मेरे कब्जे में है उसके पास अब कुछ नही है वो कोरी धमकी दे सकता है और कुछ नही कर सकता आज के बाद तुम उसकी कोई बात मानने के लिए मजबूर नही हो ......

मेरी बात सुन कर रानी ने फिर से मेरे पैर पकड़ते हुए कहा ओह विकास तुमने मुझे इस शैतान के चंगुल से पहले ही आज़ाद कर दिया था पर मैं ये बात जान ना सकी और उसके इशारों पर नाचती रही ....... काश मैंने ये सब करने से पहले तुम्हे सब सच सच बता दिया होता ......

मैंने कहा चलो जो हुआ सो हुआ इसमें तुम्हारी इतनी गलती नही है तुम अनजाने और मजबूरी में वो सब कर रही थी ...... पर क्या मैं अब तुम पर भरोसा कर सकता हूँ वो आंसू पोंछते हुए बोली विकास जितना तुमने मेरे लिए किया है मैं शायद इस जन्म में तुम्हारा ये अहसान नही उतार पाऊंगी पर मुझे बेहद खुशी होगी अगर मैं तुम्हारे किसी काम आ सकी .........

मैंने कहा चलो अब तुम मम्मी के पास जाओ उनका ख्याल रखो मैं जा कर पैसे ले आता हूँ ....... फिर मैं वहां से मैं दीदी के कॉलेज पहुंचा और उन्हें ले कर घर आ गया .....

घर आ कर हमने चेंज किया और फिर दीदी से एक चेक साइन करवा के खाना खा के मैं फिर से अस्पताल आ गया रानी को काउंटर पर बुला कर उसके सामने मैंने एक लाख का चेक जमा किया और डॉक्टर को इसकी सूचना दिलवा कर रानी की मम्मी के इलाज में तेजी लाने का अनुरोध किया उनसे और मैने डॉक्टर से कहा उन्हें जनरल वार्ड से प्राइवेट रूम में शिफ्ट के दें .......

ये सब जल्दी ही हो गया और फिर मैंने रानी से पूछा अब मैं जाऊं वो बोली थैंक्स विकास तुम सच मे बहोत अच्छे इंसान हो ...... उस वक़्त हम रानी की मम्मी के रूम के बाहर खड़े थे गैलेरी में कोई नही था रानी एकदम से मुझसे लिपट गयी और मेरे होंठ चूसने लगी ...... मुझे उसका थैंक्स बोलने का ये अंदाज बहोत पसन्द आया और दो मिनट के इस लंबे किस को उसने तब तोड़ा जब एक कमरे का दरवाजा खुलने की आवाज़ आयी .......

मैंने कहा अब मैं जाऊं कोई जरूरत हो तो कॉल करना उसने कहा ठीक है पर हो सके तो आते रहना टाइम निकाल कर मैंने उसे 5000 रुपये कैश दिए और कहा अपना और मम्मी के खाने पीने का ख्याल रखना ........ वो झिझकने लगी और बोली इतने पैसे मैं कैसे चुकाउंगी विकास मैंने हंस कर कहा तुम्हे ये चुकाने की कोई जरूरत नही है ........

रानी बोली विकी बस मम्मी ठीक हो जाएं फिर तुम्हारा वो काम करती हूं जल्दी से मैंने कहा अभी बस तुम मम्मी के बारे में सोचो बाकी फिर देखेंगे ..... और वहां से निकल गया ......

मैं हॉस्पिटल के बाहर पार्किंग में आया ही था कि तभी मेरे फोन पर मैसेज टोन बजी देखा तो एक sms आया था इसमे एक एड्रेस था ...... तभी राजेश चाचा का काल आया उन्होंने बताया विनय की लोकेशन ट्रेस हो गयी है वो नोएडा में एक फ्लैट में है ....... और उन्होंने वो एड्रेस मुझे sms कर दिया है ...... मैंने कहा धन्यवाद चाचा ...... चाचा बोले अब आगे क्या करोगे ...... मैंने कहा नोएडा जाऊंगा उससे मिलने वो बोले अकेले सम्हाल लोगे सब अगर कहो तो मैं कुछ इंतजाम कर दूं .......

मैंने थोड़ा सोच कर कहा कैसा इंतजाम करोगे आप वो बोले नोएडा पुलिस में मेरी पहचान के एक दो लोग हैं अगर तुम चाहो तो उनसे बोल देता हूँ वो तुम्हारी हेल्प करेंगे ....... मैंने कहा आप उनके नंबर दे दो मुझे अगर मुझे वहाँ जरूरत हुई तो मैं उनसे बात कर लूंगा ...... वो बोले ठीक है मैं तुम्हे उनके नंबर दे देता हूँ और उन्हें तुम्हारा नंबर दे कर सब समझा देता हूं ........

मैंने कहा जी चाचा आपका बहोत बहोत शुक्रिया ...... उन्होंने बेटा अपना शुक्रिया अपने पास ही रख मैं तो सोच रहा था विनय के बाप से कुछ और वसूली कर लूं ...... मैंने कहा जैसी आपकी मर्जी वो बोले चलो ठीक है तुम अपना काम करो मैं अपना काम करता हूँ मैं बोला चाचा अगर वसूली करना तो कुछ मेरे लिए भी कर लेना वो हंसते हुए बोले वो तो मैं करता ही तेरे कहे बिना भी ......

और फिर मैं घर आ गया दीदी मम्मी के साथ किचन में बिजी थी तो मैं ऊपर आ गया और प्रतीक को कॉल की और उन्हें बताया कि विनय की लोकेशन मुझे मिल गयी है और मैं सोच रहा हूँ कि आज रात ही नोएडा निकल जाऊं ...... लेकिन प्रॉब्लम ये है कि घर मे क्या बोलूं .......

उन्होंने कुछ सोचते हुए कहा तुम अकेले नही जाओगे विकास मैं भी साथ चलूंगा और तुम्हारे निकलने का कोई इंतजाम करता हूँ मैं ....... वो बोला मैं थोड़ी देर में तुम्हे कॉल करता हूँ ...... और मैं आंखे बंद कर के लेट गया ...... मेरा दिल कर रहा था उड़ कर विनय के सामने पहुंच जाऊं और फिर मैं क्या करूंगा ये मैं भी नही जानता था .......

कोई आधे घंटे बाद दीदी ऊपर आयी और उन्होंने बताया कि प्रतीक की मम्मी का कॉल आया था उन्होंने पापा को और तुम्हे एक दो दिन के लिए लखनऊ आने का अनुरोध किया है वो चाहती हैं कि शादी से पहले हम लोग भी एक बार उनका घर परिवार रहन सहन देख आएं ....... मैंने पूछा फिर पापा ने क्या कहा ...... दीदी बोली उन्होंने ये कहा कि मैं वहां क्या करूंगा आ कर विकास को भेज देता हूँ वो घूम आएगा .......

तभी प्रतीक का कॉल आने लगा वो बोले कि मैंने सब इंतजाम कर दिया है आज रात 10 बजे की ट्रेन से तुम लखनऊ आ जाओ सुबह साढ़े सात की फ्लाइट की टिकट बुक कर दी है मैंने हम 9 बजे तक दिल्ली में होंगे ......

मैंने कहा ठीक है मैं आ रहा हूँ ...... दीदी हैरानी से बोली आज ही जा रहे हो क्या ..... ? मैंने कहा हां वो सशंकित हो कर बोली एकदम से जाने की तैयारी कोई खास बात है या वो ही वजह से तो प्रतीक की मम्मी ने बताई ...... मैंने कहा फिलहाल तो वो ही वजह है अब आप मेरी पैकिंग कर दो ....... दीदी ने एक बैग में मेरे दो जोड़ी कपड़े अंडरवियर बनियान टूथ ब्रश वगैरह रख दिया ........ और फिर खाना खा कर और पापा से 20000 रुपये ले कर मम्मी पापा के पैर छू कर मैं निकल पड़ा स्टेशन की ओर .......।
बहुत ही सुन्दर और शानदार अपडेट है
अब तो विनय को बहुत बड़ा सबक मिलने वाला ही देखते हैं कि चाचा जी और विकास प्रतीक क्या करते हैं
 
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Nick107

Ishq kr..❤
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Bss aise hi likhte rahiye neeraj bhai ...
Aap pathko se samne jis trh se chije rkh rhe he... wo kamal he.. aur kahani aap apne hisab se hi likhe.. ek lekhak ka man hi janta he ki usne wo kahani kyo shuru ki thi.. wo apni kahani me kya btana chahta he.. aur lekhak hi is baat ka nirnay lene ka haqdar he ki wo apni kahani me kya dikhana chahta he.. all the best.. 👌😍
 
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