नेहा की बात सुन कर मेरे कदम थम गए मुझे एक झटका सा लगा प्रतीक जैसा शांत और सौम्य दिखने वाला इंसान अपनी छोटी बहन के बारे में ऐसा कैसे सोच सकता है .......
लेकिन अगले ही पल मुझे हंसी आ गयी मैं तो भी अपनी बड़ी बहन के बारे में ऐसा सोचता हूं और सिर्फ सोचता कि कहां हूँ मैं तो काफी आगे बढ़ चुका हूं इस रास्ते पर प्रतीक तो सिर्फ सोचते हैं क्योंकि अगर उनका श्वेता के साथ कोई सीन होता तो वो नेहा के साथ roleplay क्यों करने को उत्सुक होते .......
मैं ये सोचते हुए बाथरूम में घुस गया और कपड़े उतार कर शॉवर खोल दिया ठंडा पानी जिस्म पर पड़ते ही मुझे काफी सुकून मिला दिमाग सुन्न से हो रहा था लगातार एक के बाद घट रही घटनाओं से .......
मैं बदन पर साबुन लगाते हुए सोचने लगा कि प्रतीक जिस तरह से नेहा के साथ सेक्स करने को तैयार हैं क्या ये सच मे दीदी से प्यार करते हैं .......? या कोई और बात है और मेरे ही दिमाग ने जवाब दिया प्यार तो तू भी करता है निकिता दीदी से बेहद ......, लेकिन रानी से मिलते ही उसे चोद दिया और ट्रेन में प्रीति के साथ .......
पर वो बस सेक्स था प्यार तो मैं दीदी से ही करता हूँ इसीलिए तो उनके बार बार कहने के बावजूद उनसे सेक्स नही कर रहा खुद को रोका हुआ है ........
तो प्रतीक भी तो नेहा के साथ बस सेक्स करना चाहते हैं ...... ह्म्म्म यानी कि प्यार और सेक्स दो अलग चीजे हैं जिस से हम प्यार करते हैं उसके साथ सेक्स भी कर सकते हैं पर इसका ये मतलब नही हम जिस भी इंसान के साथ सेक्स करें उसे प्यार भी करने लगे ......
अब सब कुछ क्लियर था ....... बदन पर साबुन लगा कर फिर से शावर खोल कर मैं पानी की ठंडक का अहसास करते हुए सोचने लगा कि ....... दीदी के बारे में सब पता चलने के बाद भी प्रतीक ने उनका साथ नही छोड़ा शादी करने को तैयार हैं और दीदी के रास्ते से विनय को हटाने के लिए वो मेरे साथ यहां चले आये हर तरह से मेरी मदद की अब इससे ज्यादा कोई अपने प्यार के लिए क्या करेगा ......
रही बात श्वेता की तो मेरे जैसे उनकी भी कुछ इच्छाएं होंगी कुछ चाहत होगी ..... पर हर कोई मेरे जैसा खुशनसीब थोड़े होता है अपनी अधूरी चाहत को यदि वो नेहा के जरिये पूरा करना चाहते हैं तो इसमे क्या गलत है .......
शॉवर बंद कर के मैं तौलिया लपेट कर बाहर आया ...... नेहा आंखे बंद किये लेटी थी वो काल गर्ल थी लेकिन माल जबरदस्त थी उसे लेटा देख कर एक बार मन मे आया कि चढ़ जाऊं साली पर और चोद दूँ इसे लेकिन तभी मेरा फोन बजने लगा.......
देखा तो दीदी का फोन था वो कॉल रिसीव करते ही वो गुस्से से बोली..........
कल रात से निकले हो और एक कॉल करने की भी जरूरत नही समझी तुमने ........?
मैं- सॉरी दीदी टाइम ही नही मिला घर से निकलने के बाद कोई मौका ही नही मिला बस कुछ ना कुछ होता चला गया .......
दीदी- कैसे हो तुम विकी......
मैं-मैं तो एकदम ठीक हूँ मुझे क्या होना है ......
दीदी-प्रतीक ने मुझे आधी अधूरी बात बताई है मुझे सब जानना है क्या हुआ कैसे हुआ तुम्हे चोट कैसे लगी .......
मैं- दीदी ऐसी चिंता करने वाली कोई बात नही है अभी मैं तुम्हे सिर्फ इतना बता सकता हूँ कि विनय अब इस दुनिया मे नही रहा .......
दीदी- हे भगवान तुमने उसे मार दिया .......
मैं-नही मैंने नही मारा किसी को इसीलिए कह रहा हूँ फुरसत में सब बताऊंगा अभी समय नही है ........
(तभी राजेश चाचा की कॉल आने लगी)
दीदी अभी मैं रखता हूँ सब ठीक है आप अपना ख्याल रखना परेशान मत होना मैं फ्री होते ही आपको सब बताता हूं ......
दीदी- ठीक है विकी लव यू अपना ख्याल रखना और जल्दी से वापस आ जा तेरे बिना मेरा दिल नही लग रहा ....... मैं मुस्कुरा दिया.......
और राजेश चाचा की कॉल ले ली ......
राजेश- मैंने कहा था ना जो करना मुझे बता कर करना ......
मैं- चाचा प्रणाम पर मैंने क्या किया .....
चाचा- बेटा मैं चाचा हूँ तेरा और 22 साल से पुलिस की नौकरी कर रहा हूँ यूँ ही गांड़ नही घिस रहा ......... विनय को पेल दिया और अब अज्ञानी बन रहे हो......
मैं-चाचा मैं अपनी मम्मी की कसम खा कर कहता हूं मैं उसे मारना नही चाहता था जो हुआ वो एक एक्सीडेंट था .......
चाचा- थोड़ा बहोत मुझे पता है बाकी का तुम खुद सच सच बता दो तो बेहतर होगा.......
मैं- पर आपको कैसे पता चला ये सब .....?
चाचा- जिन दो के नंबर तुझे दिए थे उनमें से एक तेरे दिल्ली पहुंचने से ले कर अब तक हर समय तेरे आसपास था विनय की मौत के वक़्त भी ...... उसने सब अपनी आंखों से देखा है ........ उसी ने आधा अधूरा बताया ........
फिर मैंने चाचा को सारा किस्सा कह सुनाया ...... सुन कर वो बोले मान गया भाई तेरी खोपड़ी को अगर तू ये सारी बातें पुलिस को भी बता दे तो कोई खास सज़ा नही होगी तुझे ....... बस साजिश करने का आरोप लगेगा ...... लेकिन मैं ये भी नही लगने दूंगा ........
अगर पहले से ये सब मुझे बताते तो अच्छा होता फिर भी तुम घर के बच्चे हो इसलिए मेरी भी कुछ जिम्मेवारी है और मैंने समशेर(जिसका नम्बर उन्होंने मुझे दिया था) को तुम्हारे पीछे लगा दिया था.......
चलो मैं सब मैनेज करता हूँ किसी तरह थोड़ा पैसा ही लगेगा जिसका इंतज़ाम मैंने कर लिया है........ 50 मेरे और 25 तेरे वापस आ कर अपनी चेक ले लेना मेरे से......
ठीक है अब आराम कर ले और कोई नई खुराफात किये बिना कल वापस लौट आना मैं समशेर को हटा लेता हूँ अब उसकी कोई जरूरत नही ........
मैंने कहा चाचा थैंक्स वो बोले इसकी कोई खास जरूरत नही 70 लाख आ गए हैं मेरी जेब मे सारी जिंदगी ऐश करूंगा अब और हंस दिए ......... फिर उन्होंने फोन काट दिया.........
अब उम्मीद तो बहोत कम थी कि पुलिस हमारे पीछे लगेगी फिर भी अमन को बुला चुका था तो सोचा उसे समझा दूँ और तभी रूम का दरवाजा नॉक हुआ .........
खोल कर देखा तो प्रतीक और अमन दोनो खड़े थे मैंने कहा आप दूसरे रूम में चलो मैं कपड़े पहन कर आता हूँ ......, प्रतीक ने एक बार झांक कर अंदर लेटी हुई नेहा को देखा और फिर मेरा टॉवल देख कर मुस्कुराने लगे .........
फिर वो अमन को ले कर दूसरे रूम में चले गए ...... मैंने दरवाजा बंद किया और नेहा के पास जा कर कपड़े पहनते हुए कहा नेहा ...... एक काम और कर सकती हो वो मुस्कुरा कर बोली बताइए आपके काम काफी इंटरेस्टिंग होते है और पैसा भी अच्छा मिल रहा है हर काम का आपको इनकार करने का तो सवाल ही नही उठता .........
मैंने कहा तुम्हारे और प्रतीक के बीच जो होने वाला है मैं उसे देख तो नही सकता पर सुनना चाहता हूं ...... वो बोली पर कैसे ........
मैंने कहा एक ही तरीका है मैं तुम्हारे नंबर पर कॉल करता हूँ तुम रिसीव कर लो और अपना फोन तकिए के नीचे रख लो कोशिश करना ज्यादातर बातचीत बेड पर ही हो और मैं सुन सकूं ........
उसने कहा ठीक है मैं कपड़े पहन चुका था मैंने कंघी की ...... और नेहा को कॉल की उसने मेरी कॉल रिसीव कर ली और बोली अगर मैं फोन यहां रख लूं तो साउंड क्वालिटी अच्छी होगी ........ उसने अपनी चुचियों की ओर इशारा किया ........ मैंने कहा ठीक है फिर नेहा ने अपना कीपैड वाला छोटा सा फोन अपनी ब्रा में भर लिया..........
मैंने कहा मैं प्रतीक को यहां भेजता हूँ....... और कमरे से बाहर निकलते हुए अपने फोन को रिकार्ड पर लगा कर म्यूट बटन दबा दिया अब नेहा का फोन खामोश हो चुका था और मेरा फोन उस सिरे की आवाज़ें रिकार्ड करने लगा था .......
मैं हमारे पहले वाले कमरे में दाखिल हुआ प्रतीक बेड पर अधलेटा हो कर बियर पी रहा था बेड के पास रखी टेबल पर एक खाली और 7 भरे कैन रखे थे ......अमन वहीं पड़ी कुर्सी पर बैठा था ....... मुझे देख कर प्रतीक उठ बैठा और मुस्कुराया मैं भी उसे देख कर मुस्कुरा दिया आंखों आंखों में हमारे बीच कुछ बात हुई ........
फिर मैंने कहा जीजाजी आप जाओ नेहा का पेमेंट कर दो और वहीं रुको मैं अमन से बात कर लूं आप 3 हजार रुपये और दे दो मुझे मेरे पास पैसे खत्म हैं ....... उन्होंने उठ कर अपना बैग खोला और उस से 500 के नोटो की 2 गड्डियां निकाल कर एक अपनी जेब मे डाल ली और दूसरी से कुछ नोट और निकाल कर अपनी जेब में डालते हुए बाकी नोट मुझे देते हुए बोले ये रखो सारे और फिर टेबल की ओर इशारा कर के बोले इसे भी पिला देना पिये तो और खुद दो 4 कैन उठा कर बाहर निकल गए ..........
मैंने उन नोटो में से 3000 रुपये और अमन को दिए बाकी बचे नॉट अपनी जेब के हवाले कर के मैंने दो बीयर उठाई एक अमन को देते हुए दूसरी खोल ली और घूंट भर कर अमन को भी वही सारी स्टोरी समझाने लगा जो नेहा को समझाइ थी उसने भी बियर के घूंट भरते भरते गौर से सब सुना समझा और बोला समझ गया सर लेकिन आप तो खुद इतने बड़े ऑफिसर हो मुझे पुलिस से डरने की क्या जरूरत ..........
मैंने कहा ये सीक्रेट मिशन था यार मैं लोकल पुलिस को नही फेस करूंगा वरना मामला लीक हो सकता है पहले तो ऐसी नौबत आयेगी ही नही और आयी भी तो तुम और नेहा अपनी इस स्टोरी पर डटे रहना बाकी सब मैं सम्हाल लूंगा अगर कोई जरूरत पड़ी तो तुम्हे क़ानूनी मदद मिलेगी जिसका पेमेंट मैं करूंगा वो बोला थैंक यू सर उसकी बियर खत्म हो गयी थी वो बोला मैं जाऊं सर ....... मैंने हां में सर हिला दिया और वो कमरे से बाहर निकल गया ........
मेरी भी बियर खत्म हो चुकी थी मैंने दूसरी कैन खोल ली ..... और अपना फोन निकाल कर कान पर लगाया प्रतीक को नेहा के पास गए 20 मिनट हो चुके थे मेरे कानों में नेहा की आवाज़ पड़ी..........
नेहा- समझ रही हूं मैं आपकी बात लेकिन ये सब शुरु कब हुआ .......
प्रतीक -मुझे शुरू से ही सेक्स स्टोरीज पढ़ने और पोर्न देखने की आदत थी ...... श्वेता मुझसे 7 साल छोटी है इसलिए तब कभी उस ओर मेरा ध्यान नही गया पर मुझे सबसे ज्यादा उत्तेजना भाई बहन की चुदाई स्टोरी पढ़ कर होती थी फिर मेरी जॉब लग गयी ........ और उस टाइम तक श्वेता 16 साल की हो चुकी थी उसका बदन भरने लगा था और एक दिन जब मम्मी कहीं पड़ोस में गयी हुई थीं और मेरी उस दिन कोई छुट्टी थी बैंक बंद था मैं घर पर ही था.......
श्वेता अपने कमरे में कपड़े बदल रही थी ...... और मैंने उसे गलती से देख लिया उसने कमरे का दरवाजा खुला छोड़ रखा था ....... अपनी 16 साल की जवान बहन को कपड़े बदलते देखने के बाद मेरा नजरिया पूरी तरह से बदल गया ...... और मैं हमेशा उसे छुप छुप कर देखने लगा कई बार मैंने उसकी उतारी हुई पैंटी भी चुरा कर उस पर मुठ मारी है और मेरी चाहत दिन ब दिन श्वेता के प्रति बढ़ती चली जा रही थी ......., लेकिन मैं उसे कभी ये सब जाहिर नही कर पाया......... फिर एक दिन हमारी एक रिलेटिव आंटी ने एक लड़की की तस्वीर दिखाई मेरी शादी के लिए ....... और उस लड़की की तस्वीर देखते ही मुझे उससे बेशुमार प्यार हो गया ....... फिर मैंने धीरे धीरे श्वेता से अपना ध्यान हटा लिया क्यों कि मैं जानता हूँ वो मेरी बहन है और वो बहोत सीधी सादी और भोली है अगर उसे इस बारे में कभी कुछ भी पता चला तो पता नही वो क्या करेगी ........अब मैं बस उस लड़की से शादी करना चाहता हूं अपना घर बसाना चाहता हूं ...... लेकिन उस टाइम तुम्हारे मुह से roleplay वाली बात सुन कर लगा कि पूरी तरह ना सही आधी अधूरी ही सही तुम मेरी चाहत को पूरा कर सकती हो और तुम मुझे अच्छी भी लगी .........
नेहा- ह्म्म्म अब ठीक है पूरी बात समझ कर मुझे भी role को और exiting बनाने में मदद मिलेगी ....... तो आज की रात मैं हूँ आपकी प्यारी छोटी बहन श्वेता और आप मेरे भैया प्रतीक .......
सीन ये है की आज भी उसी दिन की तरह मम्मी घर पर नही हैं और मैं बाहर से आई हूं ....... आप बाथरूम में हो ये बात मुझे मालूम नही है मैं अंदर आ कर कपड़े बदलने लगती हूँ और एकदम नंगी हो जाती हूँ फिर आप अचानक से दरवाजा खोल कर रूम में आते हैं मुझे नंगी देख कर आपका लंड टॉवल में खड़ा हो जाता है और आपको देख कर मैं शर्माती हूँ और खुद को छुपाती हूँ लेकिन आपका खड़ा लंड मुझे भी गर्म कर देता है फिर हम दोनों गर्म हो कर गंदी गंदी डबल मीनिंग बातें करने लगते हैं और आखिर में मुझे यानी श्वेता को चोद देंगे........
प्रतीक- ठीक है मैं समझ गया ......., शुरू करें .......
नेहा- बस ये खत्म कर लें फिर शुरू करते हैं ......... शायद वो बियर पी रहे थे .......
उन दोनों की बातें सुन कर मेरा लंड एकदम गरम हो के खूंटे जैसा सख्त हो गया औरज़ दूसरी बियर खत्म होने के बाद मैंने लाइट ऑफ की और बेड पर लेट कर फोन कान पर लगाये हुए लंड बाहर निकाल लिया और सहलाने लगा .......।
अगले अपडेट में आप सब पाठक अपने लंड और पठिकाएँ अपनी चूत थाम लेना