Bilkul aap k jaseफूले हुए गुब्बारे
Bilkul aap k jaseफूले हुए गुब्बारे
Behatreen update komaalrani ji ye lesbian chudai aur upar se apke andaaz ki erotic baatein sun kar maza aa gaya, waise wo update kahan hai jisme dono saas i mean samdhan damaad ke bare mein baat kar rahe the, that was erotic.बहनों की मस्ती
जब चौथी बार बड़ी के झड़ने के पहले गुड्डी रुक गयी तो बड़ी गिड़गिंडाने लगी,... छुटकी भी अब किनारे पर पहुंच गयी थी लेकिन मैं रुक गयी और अपनी ननद की कारस्तानी देखने लगी,...
गुड्डी ने बोला, स्साली बहुत झड़ने का मन करा रहा है न तेरी छोटी बहन है न चुसवा उससे झाड़ देगी , तू उसकी झाड़ देना, और हाँ तुम दोनों झड़ जाओगी तो स्पेशल गिफ्ट है मेरे पास अपने भइया की दोनों सालियो के लिए
सामने टीवी पर एक लेस्बियन 69 चल रहा था मैंने उसे पॉज कर दिया और बड़ी से बोला, ठीक तो कह रही है तेरी ननदिया,... उसको देख के बस वैसे ही "
और फिर उसे स्लो मोशन में
" हे सिर्फ चूत चूसनी है सालियों, ऊँगली का एक पोर भी नहीं अब तुम दोनों की चूत मेरे भैया की अमानत है " गुड्डी ने टिपिकल ननद की तरह चिढ़ाया।
मैंने भी कुछ छुटकी की कान में फुसफुसाया,... और दोनों बहने 69 की पोज़ में,... कुछ देर में ही दोनों एक दूसरे की चूत चूस रही थीं चाट रही थीं, मैंने और गुड्डी ने आँखों ही आँखों में हाई फाइव किया, ननद हो तो ऐसी, जो जो मैं चाह रही थी जिस लिए पटा के इन दोनों को ले आयी थी, वो सब बल्कि उससे भी ज्यादा
और अब मैं और गुड्डी सिर्फ दर्शक, हाँ गुड्डी बड़ी के ही मोबाइल से सब रिकार्ड भी कर रही थी,...
चाहती मैं यही थी, छुटकी तो कब की अपने जीजू के आगे टांग फैला देती, लेकिन परेशानी बड़की की थी,...
वो एक तो अपनी मम्मी से डरती कुछ ज्यादा ही थी,... फिर उसके चक्कर में छुटकी भी,
मुझे यही लग रहा थी की कहीं हफ्ते भर बाद जब मैं मिसेज मोइत्रा को दिन भर के लिए क्लब में रखूंगी तो उस समय ये स्साली बड़ी कही अपनी टाँगे न सिकोड़ ले, और ये भी इत्ते सीधे की जरा भी जबरदस्ती नहीं कर पाएंगे, इसलिए इन दोनों को ख़ास तौर से बड़की को गरमाये रखना जरूरी था
और जब ये दोनों जुड़वा बहने आपस में ही एक दूसरे को झाड़ना शुरू कर देंगी तो फिर आपस में शरम लिहाज ख़त्म, फिर दो सगी जुड़वां बहने, साथ साथ एक कमरे में एक क्लास में तो मस्ती का इससे बढ़ के क्या मौका, और आगे से एक लौंडा पटायेगी दोनों मजे लेंगी,
सच्च में गुड्डी की चूत चटाई ने बड़की की बुर में आग लगा रखी थी, छुटकी के सम्हलने के पहले ही वो कस के उस के ऊपर चढ़ के जैसे गुड्डी कुछ देर पहले उसकी चूत पूरी ताकत से चूस रही थी, उसी तरह अपनी दस सेकेण्ड छोटी बहन की चूत वो चूस रही थी।
छुटकी भले ही नीचे थी पर नीचे से वो जीभ निकाल के अपनी दस सेकेण्ड बड़ी बहन की चूत कस कस के चाट रही थी, और थोड़ी देर में उसने पलटा खाया, अब छुटकी ऊपर थी और पूरी ताकत से बहन की दोनों टांगों को फैला के कस के उसकी फांको को अपने होंठों के बीच में ले के चूसने लगी,
गुड्डी ने तो चार चार बार बड़की को बस झड़ने के कगार पर ले जाकर छोड़ा था और छुटकी की इस चुसाई ने बड़की को झाड़ दिया पर बड़की भी पूरी ताकत से अपनी छोटी बहन की बुर चाट रही थी तो दोनों बहने एक दूसरे को कस के भींचे बड़ी देर तक साथ साथ झड़ती रही,... दोनों के चेहरे पर जम कर खुशी थी, ...
अब उन्हें लग गया था की जाँघों के बीच कितनी मस्ती छिपी है,...
मैंने टीवी पर फिल्म बदल दी थी, लड़का और लड़की, मैन ऑन टॉप,... एक दूसरे को पकड़े मिसेज मोइत्रा के दोनों रसगुल्ले जिसे वो बेचारी इत्ती सम्हाल के डब्बे में बंद रखती थीं की जमाने की हवा न लगे, मेरे और गुड्डी के साथ ब्ल्यू फिल्म देख रही थीं,...
" मेरे भैया और उनकी साली,... " गुड्डी ने बड़ी को छेड़ा,... पर जवाब मुस्कराते हुए छुटकी ने दिया
" आपके मुंह में घी शक़्कर,... हाय कब वो दिन आएगा "
" बस छह दिन बाद जिस दिन तुम दोनों की पांच दिन वाली छुट्टी ख़तम होगी, और तेरे जीजू, घंटे दो घंटे नहीं,... पूरे दिन,... "
जवाब मैंने दिया प्रोग्राम भी तो मैंने बनाया था अपने बाबू के लिए।
गुड्डी ने बड़ी को टारगेट किया था उसे छेड़ते बोली, चल मेरे भैया की स्साली बताती हूँ, मेरे भैया कैसे चढ़ेंगे, करेंगे "
बड़ी ने खुद जैसे टीवी में लड़की ने टाँगे फैलाई थी, टाँगे फैलाते बोला,
' करिये न जैसे जीजू करेंगे "
गुड्डी यही तो चाहती थी, उसने और छेड़ा, " अरे स्साली पहले बोल क्या करेंगे,... "
बड़ी के पहले छुटकी बोल उठी, हम दोनों को चोदेगे जीजू हमारे,...
लेकिन गुड्डी को तो बड़ी से सुनना था उसकी बिल को ऊँगली से रगड़ते बोली, अरे तू बोला न और बड़की भी अब बिना झिझके बोली,...
" हमारे जीजू जो उनकी मर्जी करें, जो हमारी मर्जी हम करवाएंगी, वो चोदेगे, हम चुदवायेंगी,... "
गुड्डी ने बिल को ऊँगली से रगड़ते बोली, " अरे स्साली छिनार, का चुदवाओगी, जरा बताओ तो, बोलने की तो हिम्मत है नहीं,..
बड़की अब गरमा गयी थी बोली, अपनी चूत चुदवाउंगी,... "
तेरे जीजू क्या पेलेंगे तेरी चूत में गुड्डी सब कबुलवा लेना चाहती थी,
अपना मोटा लंड, और एक बात आप मैंने खुद पकड़ के सहला के जीजू का लंड देखा है खूब मस्त, ये फिल्म वाले का भी उनके आगे कुछ नहीं , वो पेलेंगे और मैं पेलवाउंगी, " बड़की भी अब जोश में आ गयी थी।
और अगर तुम दोनों के जीजू ने नहीं चोदा तो, ... मैं भी अब छेड़ने के मूड में आ गयी थी और मेरी बात ख़तम होने के पहले छुटकी पलट के बोली,
" तो हम दोनों मिल के चोद देंगे उनको, बस हम दोनों की छुट्टी पांच दिन वाली ख़तम होने दीजिये, ... अब जीजू बच नहीं सकते "
तो चलो अब मैं तुम दोनों की जीजू हूँ ,गुड्डी बोली
Thanks so much, it was a long journey, of an incomplete story trying to find its logical end in another forum, but all friends supported, cheered it up, did hand holding and now a major mile stone,... thanks againcongratulation on completion of 1000+ pages.......
many more to come.....
kahani se jude rahiye sb update milenge main intezaar karungi baaki udpates par bhi aapke comments ka, thanks so much for gracing the thread and supporting me. praise from an established writer like you makes a lot of difference.Behatreen update komaalrani ji ye lesbian chudai aur upar se apke andaaz ki erotic baatein sun kar maza aa gaya, waise wo update kahan hai jisme dono saas i mean samdhan damaad ke bare mein baat kar rahe the, that was erotic.
kya comment kiya aapne ekdm perfect, thanks so muchफूले हुए गुब्बारे
Bahut bahut dhanyawad komal ji, apki lekhani gajab ki hai, and you calling me an established writer is worth writing for, keep doing the good workkahani se jude rahiye sb update milenge main intezaar karungi baaki udpates par bhi aapke comments ka, thanks so much for gracing the thread and supporting me. praise from an established writer like you makes a lot of difference.
Bahut bahut dhanyawad komal ji, apki lekhani gajab ki hai, and you calling me an established writer is worth writing for, keep doing the good work
Bahut bahut dhanyawad komal ji, apki lekhani gajab ki hai, and you calling me an established writer is worth writing for, keep doing the good work
Tin baaten hain aap men jo aap ko khas baanati hain mere hisaab se.Bahut bahut dhanyawad komal ji, apki lekhani gajab ki hai, and you calling me an established writer is worth writing for, keep doing the good work
Thankyou so much komal ji sarahna ke liye, aap se sunkar kafi acha lag raha hai.Tin baaten hain aap men jo aap ko khas baanati hain mere hisaab se.
pahli baat aap devnagari lip ka prayog karte hain.
doosari baat lok bhasha ka mere andaaz se Bundeli ka touch aapne apne dilaogues men bahoot acchha diya hai usase pata chalata hai ki kahani kis ilaake men located hai uske paatr kis tarh ke hain kahan ke hai
tisari baat aap readers ko bahoot pasand hain . aap agar apne posts ki sankhya dekhen aur likes ki to har post pe average 3 se jyada likes hain,... yah ek bahaoot bada pramad hai ki koyi writer kitana popular hai,
isiliye maine aapko establsihed writer kaha, likhne ki kala men aapne apne ko establish kar liya hai, isliye