दुनिया गोल है...
घूम फिरके फिर वापस....
दुनिया गोल है...
Thanks so much, I am happy that discerning readers like you are regularly reading, liking, and commenting. And i am sure with your support and encouragement story will reach its logical conclusion.Congratulations for crossing both the milestones.
Shuru ho gaya aapki request kaun taal sakata haiI also second your request.
असल में इस फोरम में या इस तरह के और किसी फोरम में कमेंट्स और व्यूज का गहरा रिश्ता है, ख़ास तौर से नए पाठकों के लिए।मेरा ऐसा मानना है कि लोग पसंद तो कर रहे हैं....
इसलिए हीं व्यूज बढ़ रहे हैं...
लेकिन कमेंट करने के लिए लॉग इन करना पड़ता है.... इसलिए कमेंट से कतरा रहे हैं...
Didi jese hirey ki pehchan zohri ko hoti haiअसल में इस फोरम में या इस तरह के और किसी फोरम में कमेंट्स और व्यूज का गहरा रिश्ता है, ख़ास तौर से नए पाठकों के लिए।
जैसे ही किसी थ्रेड में कोई पोस्ट होती है, चाहे स्टोरी या कमेंट या पिक,... वो थ्रेड फोरम में सबसे ऊपर आ जाता है, लेकिन पांच दस मिनट में किसी दूसरे थ्रेड पर कोई गतिविधि होने पर ( लाइक नहीं, सिर्फ कमेंट या पोस्ट ) वो थ्रेड ऊपर आ जाता है।
अब अगर किसी थ्रेड पर पांच दस दिन कुछ भी पोस्ट नहीं हुआ तो वो थ्रेड निश्चित रुप से तीसरे चौथे पन्ने पर या और पीछे चला जाएगा। अब अगर कोई नया पाठक आएगा, तो अपने पसंद की कहानी वो पहले तीन चार पेज में ढूंढेगा, और उन्ही में से कोई कहानी पढ़ेगा। और कोई पोस्ट न होने के कारण जो थ्रेड पीछे चला गया है उसे नए पाठक मिलने के चांसेज कम हो जाते हैं।
दूसरी बात जो इस फोरम के साथ है टैब की। अगर किसी को इन्सेस्ट पसंद हैं तो सीधे उसके टैब पर जाएगा और उसे बाकी कहानियां दिखेंगी ही नहीं। इसलिए इरोटिका के साथ, हॉरर, थ्रिलर सब की स्टोरीज में व्यूज कम होते हैं। इरोटिका को बहुत लोग रोमांटिक से जोड़ लेते हैं और जिसे तीखी मिर्च पसंद है वो शायद इन्सेस्ट या अडल्ट्री की ओर मुड़ता है।
ये मेरी निजी सोच है , समझ है गलत भी हो सकती है।
लेकिन जो भी व्यूज, लाइक्स या कमेंट मिलें मैं उसे पाठकों का प्रसाद समझ कर ग्रहण करती हूँ , आदर से माथे पर लगाती हूँ।
कमेंट में एक बात और है की ५० % या उससे ज्यादा नियमित कमेंट करने वाले होते हैं और उन्हें उन्हें ढूंढने में दिक्क्त नहीं होती। आने जाने वालों के कमेंट्स कम ही होते हैं। तो इसका भी बड़ा असर व्यूज और कमेंट पर पड़ता है।
उफ्फ, हमेशा की तरह मादकवॉव.... सही चीज सही जगह इस्तेमाल हो गई. वैसे बहोत जबरदस्त इरोटिक माहौल बनाया है. मंजू ने सही कहा. साड़ी बाहर ही अच्छी लगती है. बस अब खेल देखने का मज़ा कुछ और होगा. ये सीन पढ़ने की कल्पना मेने कब से कर रखी है. दूसरी कहानीयों मे जैसे आपने वो कच्ची कलियों वाला स्वाद लगाया था. मेने कभी कल्पना ही नहीं की थी की हॉट MLF वाला सीन इमेजिन करने मे भी इतना ज्यादा मज़ा आएगा.
Bilkul sahi kaha. Aap ne komalji. Ek redars writer ko kis tarike se support karta tha. Lagatar comments likes hamari story ko upar hi nahi. Logo ki najro me bhi lati he. Reviews badhte he. Redars badhte he. Iske lie ek writer ko achhe redar ka hona bahot faydemand hota heअसल में इस फोरम में या इस तरह के और किसी फोरम में कमेंट्स और व्यूज का गहरा रिश्ता है, ख़ास तौर से नए पाठकों के लिए।
जैसे ही किसी थ्रेड में कोई पोस्ट होती है, चाहे स्टोरी या कमेंट या पिक,... वो थ्रेड फोरम में सबसे ऊपर आ जाता है, लेकिन पांच दस मिनट में किसी दूसरे थ्रेड पर कोई गतिविधि होने पर ( लाइक नहीं, सिर्फ कमेंट या पोस्ट ) वो थ्रेड ऊपर आ जाता है।
अब अगर किसी थ्रेड पर पांच दस दिन कुछ भी पोस्ट नहीं हुआ तो वो थ्रेड निश्चित रुप से तीसरे चौथे पन्ने पर या और पीछे चला जाएगा। अब अगर कोई नया पाठक आएगा, तो अपने पसंद की कहानी वो पहले तीन चार पेज में ढूंढेगा, और उन्ही में से कोई कहानी पढ़ेगा। और कोई पोस्ट न होने के कारण जो थ्रेड पीछे चला गया है उसे नए पाठक मिलने के चांसेज कम हो जाते हैं।
दूसरी बात जो इस फोरम के साथ है टैब की। अगर किसी को इन्सेस्ट पसंद हैं तो सीधे उसके टैब पर जाएगा और उसे बाकी कहानियां दिखेंगी ही नहीं। इसलिए इरोटिका के साथ, हॉरर, थ्रिलर सब की स्टोरीज में व्यूज कम होते हैं। इरोटिका को बहुत लोग रोमांटिक से जोड़ लेते हैं और जिसे तीखी मिर्च पसंद है वो शायद इन्सेस्ट या अडल्ट्री की ओर मुड़ता है।
ये मेरी निजी सोच है , समझ है गलत भी हो सकती है।
लेकिन जो भी व्यूज, लाइक्स या कमेंट मिलें मैं उसे पाठकों का प्रसाद समझ कर ग्रहण करती हूँ , आदर से माथे पर लगाती हूँ।
कमेंट में एक बात और है की ५० % या उससे ज्यादा नियमित कमेंट करने वाले होते हैं और उन्हें उन्हें ढूंढने में दिक्क्त नहीं होती। आने जाने वालों के कमेंट्स कम ही होते हैं। तो इसका भी बड़ा असर व्यूज और कमेंट पर पड़ता है।
Thanks please do keep on reading and sharing your comments.Very nice
aap log mere readers nahi mitra hain aur mitra gun avgun nahi dekhteBilkul sahi kaha. Aap ne komalji. Ek redars writer ko kis tarike se support karta tha. Lagatar comments likes hamari story ko upar hi nahi. Logo ki najro me bhi lati he. Reviews badhte he. Redars badhte he. Iske lie ek writer ko achhe redar ka hona bahot faydemand hota he
Par ese achhe redars achhe writer ko hi milte he. Aap jese achhe writer jo dusre writer ko bhi pura support karte he. Us hishab se aap jo bhi best redars mile he. motaalund ji jese best redar har kisi writer ko nahi milte. Uske lie Komal rani ban na padta he. Amezing you and he