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अपडेट पोस्टेड - एक मेगा अपडेट, जोरू का गुलाम - भाग २३९ -बंबई -बुधवार - वॉर -२ पृष्ठ १४५६
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Man gae Komalji is Minal ko to. Sahayak company ke sare pahele to dhire dhire bech kar aur bikvakar pese khich lie. Fir rate kam huaa to vahi sare aadhe se bhi kam dam me karide. Aur to aur lic jesi companyo se investment bhi karva die. Kya chij hai ye minal. Man gae. Anu to jyada hi garma gai. Aur use dekh kar minu. Vo kahete hai na ki ek aurat ka kisi pe dill aa jae to use dhanvan bana deti hai.मीनल रिंग मास्टर
मीनल रिंग मास्टर की तरह थी, उसकी आँखे सामने के दर्जनों स्क्रीन्स पर थी लेकिन वो स्क्रीन्स के पार देख रही थी, देह उसकी एकदम अराउजड थी, लेकिन दिमाग एकदम शांत,
और पांच मिनट के बाद उसने आपरेशन लांच किया, जो जो इनपुट हम तीनो ने उसे दिया था वो जोड़ के,
एकदम गुर्रिल्ला वारफेयर, और प्लानड अम्बुश, शिब्बू को उसने मेरी ओर इशारा किया, और फिर अनुराधा को देख के कुछ उँगलियों से फंदा सा बुना,
अनुराधा मुस्करायी, और उसने कुछ मेसेज किये कहीं फोन से बात किया और खेल शुरू किया,
मेरी निगाहें स्क्रीन पर लगी थीं, और मैं अब तक सपोर्टिंग शेयर्स की स्ट्रेटजी समझ गया था, सुबह ही हमने दस ऐसी कम्पनियाँ ढूंढ ली थी जिनके शेयर ज्यादा अट्रैक्टिव भी थे और सेंसिटिव भी, वो हमारी फ्रेंडली कम्पनीया थी, और अटैक उन पे भी होता था
सपोर्टिंग कंपनियां, मतलब अगर कोई कम्पनी रिटेलिंग में है तो उसका कोई थर्ड पार्टी लॉजिस्टिक प्रोवाइडर होगा, कोई उसको फांइनेसियल सर्विसेज देता होगा, या अगर कोई होटल या टूरिज्म के धंधे में है तो बी २ बी ( बिजनेस टू बिजनेस ) वाली कंपनियां होंगी उसके साथ। अब में कम्पनी अगर डूबेगी तो ये सपोर्टिंग वाली भी डूबेंगी और मेन कम्पनी बढ़ेगी तो ये भी बढ़ेगीं। हाँ छोटे इन्वेस्टर्स के लिए क्योंकि इनके शेयर की कीमत कम होती है तो ये ज्यादा अट्रैक्टिव होती हैं और इनमे उतार चढ़ाव ज्यादा होता है तो फायदा भी ज्यादा होता है और फंड मैनजर्स भी अपने फंड का एक बड़ा हिस्सा इसमें डालते हैं।
लेकिन कोई ये न समझे की अटैक मीनल के ग्रुप से आ रहा है,
जो चार पांच शेयर का मेरा काम शुरू किया था वो मीनल ने इस्तेमाल किया और अनुराधा ने उसे बेचने खरीदने का काम बमबई के बाहर की चार टीमों को लगाया,
पहले जो भी शेयर थे उनकी बिकवाली शुरू की, वो भी छोटे छोटे ५०० के शेयर्स में
चार टीमें बेच रही थीं अलग अलग जगहों से और दो हजार शेयर बिकने पर वो लाइने नीचे सरकनी शुरू हुईं तो बीयर ग्रुप ने खुल के उन पे मोर्चा खोल दिया और उन कंपनियों के शेयर तेजी से गिरे
और अबकी हमारी टीम ने १००० के पांच जगहों पर शेयर्स बेचे,
दाम और गिरे, लेकिन हम सबकी निगाह घडी पर थी बस पांच मिनट बचे थे एल आई सी के मैदान में आने में, लेकिन मीनल जानती थी ये पांच मिनट तो इंस्ट्रक्शन के हैं, खरीद होते होते दस मिनट लगेंगे,
अब तक हम लोग सपोर्टिंग कंपनियों के करीब दस हजार शेयर बेच दिए थे और उनके दाम आधे हो गए थे,
बाकी लोग भी उन शेयर्स से निकलने की कोशिश कर रहे थे
बिग बुल ने भी शेयर बजाय खरीदने के बेचना शुरू कर दिया
पांच मिनट गुजरते ही मीनल ने इंस्ट्रक्शन बदल दिए और वो एकदम जोश में वो भी अनुराधा भी और अब कोई पर्दा नहीं था,
जितने शेयर हमने बेचे थे उस पैसे के आधे से ही ( क्योंकि दाम बहुत कम हो गए थे ) वो सारे शेयर अगले दस मिनट में खरीद लिए लेकिन असली खेल पांच मिनट बाद शुरू हो गया
एल आई सी नहीं आयी मैदान में
पर पहले एल आई सी फायनेंस आयी और उन्होंने एक झटके में पांच हजार शेयर उन सपोर्टिंग कम्पनी के ख़रीदे,
फिर दस मिनट के बाद एल आई सी हाउसिंग आयी और उसने सात हजार शेयर ख़रीदे,
इसी बीच मिस्टर षणमुगम का एक मेसेज आया था और उस का मैंने मीनल से बात करके जवाब दे दिया था
फिर न्यू इण्डिया अश्योरेंस ने पांच हजार सपॉर्टिंग कंपनियों के और पांच हजार हमारी कम्पनी के शेयर ख़रीदे।
अब उन सपोर्टिंग कंपनियों के साथ साथ हमारी कम्पनी के भी शेयर बढ़ने लगे, क्योंकि बाजार को लग गया की इतने लो रेट पर ये शेयर नहीं मिलेंगे और मीनल ने अब सपोर्टिंग कंपनियों के और अपनी कंपनी के शेयर खरीदने पर लगाम लगा दी और शिबू को देखा, वो तेजी से कुछ जोड़ घटाना कर रहा था।
और वो जो जोड़ घटाना शिबू कर रहा था जैसे ही मीनल और अनुराधा ने देखा, अनु की तो जैसे आँखे पलट गयी, जोर से सिसकी मारी उसने जैसे झड़ते हुए लड़कियां करती हैं,
उय्य्यी, ओह्ह्ह्ह उफ़, वाह्ह्ह्ह, ओह्ह्ह उईईईईई ओह्ह्ह्ह
अनु का हाथ उसकी जींस के अंदर, बल्कि अब खोल के उसने सरका दी, पूरी हथेली चुनमुनिया के ऊपर, दो उँगलियाँ अंदर, दो दोनों फांकों को दबोचे और अंगूठा सीधे क्लिट पे, और जिस रफ़्तार से उसकी उँगलियाँ चल रही थीं, उसी रफ़्तार से उसकी कमर भी धक्के मार रही थी,
क्या कोई चुदक्कड़ लौंडा चोदेगा, जिस तरह से अनु फिंगर फक कर रही थी और मीनल की हालत कम खराब नहीं थी, उसने हाथ से अनीस को इशारा कर के ट्रैकर बंद करने को बोल दिया था १० के इशारे से और उसने सारे स्क्रीन बंद कर दिए,
ओह्ह्ह ओह्ह्ह नेवर गेंड लाइक दिस और चेहरे से लग रहा था की वो भी बस झड़ने के करीब है और धम्म से मेरी गोद में बैठ गयी।
लेकिन वो भी जबरदस्त दुष्ट भी, बैठते बैठते, न उसने मेरी पैंट की सिर्फ बटन खोली, सरका के नीचे किया और 'उसे ' मुट्ठी में पकड़ के बाहर, और उसी के ऊपर बैठ के चूतड़ रगड़ते बोली,
" स्साले तूने तो उन सब की माँ बहन बेटी सब चोद दी, ऐसा नंबरी पेलू आज तक नहीं देखा, लेकिन तुझे तो मीनल चोदेगी, एक बार मेन न तेरा मन भरेगा न मेरा "
और जो टैब उसने दिखाया, तो मेरी भी हालत अनु और मीनल ऐसी ही खराब हो गयी, मन तो कर रहा था वहीँ बैठे बैठे मीनल को चोद दूँ इत्ते मस्त मस्त चूतड़ थे
मैंने ललचाते हुए मीनल के बड़े बड़े बूब्स को टॉप के ऊपर से पकड़ने की कोशिश की तो उसने हाथ झटक दिया और अपना टॉप उठा के सीधे खुले बूब्स पे मेरे दोनों हाथ रखते बोली,
" स्साले चिकने, शेयर मार्केट हो या लौंडिया, दोनों खुल्ला खेल पसंद करती हैं और मजा आधे तीहै में नहीं आता, पूरा अंदर धकेलने में आता है "
और मीनल ने वो टैब मुझे दिखाया जिसे देख के अनु की हालत खराब हो गयी।
मीनल ने मेरे शेयर्स से जो अभी खेल खेला था उसके रिजल्ट और शाम तक का जो शिबू ने जोड़ा था, एक्स्ट्रापोलेट कर के, वो,
मेरी सास साथ जो मेरा अकाउंट था वो तो था ही उन दुष्टों ने चार और अकाउंट मेरे बना दिया थे और सबसे तगड़ा फायदा मेरे और गुड्डी के ज्वाइंट अकाउंट वाले शेयर्स में हुआ था, मेरी कई सालों की सैलरी से भी ज्यादा सिर्फ गुड्डी के साथ वाले अकाउंट में, और वो सब देख के मैं और पागल हो गया, और कस के मीनल को दबोच लिया,
तभी षणमुगम का मेसेज आया, और बिना देखे मैंने मीनल की ओर बढ़ा दिया, और मीनल ने खुद जवाब टाइप कर के भेज दिया और हंस के बोली,
"स्साले एक बार चोदने में तेरा मन नहीं भरता है।चल अब हम सब मिल के पेलते हैं, फाड़ के रखी देनी है, आज मजा आ गया तेरे साथ "