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जोरू का गुलाम भाग २३८ पृष्ठ १४५०
वार -१ शेयर मार्केट में मारकाट
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Comment kiya hain Madam.. hope mera comment/understanding theek thaYesssssssssssss You are First
ab intezaar rahega detailed comment ka, will be waiting with baited breath.
readers like you are rare, and you regularly give comment on both the stories. I must respect your sensitivity and sensibility, thanks ab update par aapke comment ka wait raihega.Thanks for acknowledgement Komal Ji. You really care about your readers.
Thanks so much for your perfect analogy. How can you be wrong, it will be a contradiction in terms.Hello Madam..just a comment (or rather my feedback) on your last update (pg 1184).
If the "teaser" was good, the main picture (Up 216) was very good..but the "sequel" (this update) was outstanding...
To give a correct analogy.. it's like Family Man S1 and S2. If FM S1 was very good, the follow up/sequel (S2) was outstanding..
Likewise are your last 2 updates...
And on a lighter note, just as FM S3 is eagerly awaited, similarly, the next update (or the 3rd part) is also eagerly awaited...
Hope you find my analogy correct.
Thank you and great going...
komaalrani
Your comments are a blessing and a proof to reader supporting their choice. Apaka Comment galat ho sakata hai bhala bas ummid hai ki is part ke baare men aapne jo bhavishyvaani ki vo poori ho jaaye.
He is absolutely right, truer words were never spoken.Thank you sir for your kind words.
motaalund
Bechari guddi pr julmi komal jiju, thoda toh taras dikhaoगुड्डी -अगला राउंड
" हे तूने इसे इतना मस्त खड़ा कर दिया है , इसका क्या होगा। " रीनू ने गुड्डी को चिढ़ाते हुए कमल जीजू के मोटे खूंटे की ओर इशारा किया ,
सच में एक बार फिर से , पूरे बालिश्त भर का , खूब मोटा और एकदम कड़ा , टनटनाया ,
और अब गुड्डी भी एकदम मजा करने के मूड में थी ,
" आप हो न भौजी , अबकी आप घोंटो , ... मेरी ओर से गिफ्ट ,... " गुड्डी भी अब एकदम ननद भाभी वाले रोल में आ गयी थी , रीनू को छेड़ते बोली।
" अरे यार ले लेती , लेकिन अबकी मेरे अगवाड़े पिछवाड़े , मुँह पे हर जगह सिर्फ तेरे उस बचपन के यार का नाम लिखा है , मेरे जीजू का ,... तेरी नालायक कोमल भाभी ने उसे छिपा के रखा था , लेकिन अबकी ,... इसलिए मेरी प्यारी ननद रानी , खड़ा तूने किया है तुझे ही निपटाना होगा , हो जाय एक राउंड और पिछवाड़े का कमल जीजू के साथ ,... "
रीनू ने गुड्डी के भइया की ओर देखते अपना इरादा साफ़ कर दिया।
"नहीं नहीं भाभी ,... पीछे नहीं ,.... बहुत दर्द हो रहा है। " गुड्डी कुछ डर से कुछ दर्द से चीखी।
" तो ननद रानी साफ़ साफ़ काहें नहीं बोलती , अपने भैया से बुर चुदवाने का मन कर रहा है , सही है , ,... "
और ये कहते हुए रीनू ने बोतल एक बार फिर गुड्डी के होंठों के बीच लगा दिया , और अबकी तो सीधे दो पेग , घलघल , जबरदस्ती ,...
ननद छटपटाती रही , लेकिन वो भौजी कौन भौजी है जो ननद के छटपटाने से छोड़ दे, और रीनू जबरन बोतल उस के मुंह में ठूंसे रही ,...
तबतक रीनू की निगाह गुड्डी रानी की खुली जाँघों के बीच पड़ गयी ,
सीधे वहीँ पर जहाँ डाक्टर गिल ने दुल्हन का घूँघट खोल दिया ,
और कमल जीजू तो पक्के खिलाड़ी उनकी भी निगाह , वहीँ सीधे रीनू की निगाह का पीछा करते , दोनों के चेहरे चमक उठे ,
मटर के दाने के बराबर , खूब गीली , एकदम तनी , कड़ी कड़ी ,
गुड्डी की क्लिट , एकदम एक्सपोज्ड ,...
जादू की बटन।
और सबसे पहले भौजी ने वहां हाथ लगाया , बस तर्जनी की टिप , हलके से छुआ , दबाया , बहुत हलके से रगड़ा , मसला और
पांच सेकेण्ड भी नहीं हुए होंगे गुड्डी सिसकने लगी ,
रीनू का दूसरा हाथ अब सीधे गुड्डी की कच्ची अमिया पर , निप्स को फ्लिक करते , ... अब गुड्डी के निप्स भी सुपर सेंसिटव थे , क्लिट और निप्स पर दुहरा हमला , मेरी ननद की हालत ख़राब ,...
ओह्ह्ह उफ्फ्फ नहीं उह्ह्ह आअह्ह ,...
गुड्डी हलके हलके सिसक रही थी , तड़प रही थी
पर यहाँ जल्दी किसे थी , और मेरी बहन रीनू तो एकदम पक्की लेस्बियन क्वीन , कच्ची कलियों को भोगने के मामले में तो उसका कोई सानी नहीं था ,...और अब रीनू ने झुक कर , अपनी जीभ से गुड्डी के निप्स फ्लिक करने शुरू कर दिए ,
और रीनू की एक ऊँगली उस कच्ची कली की प्रेम गली में भी घुस गयी और उसी हाथ का अंगूठा अब क्लिट को दबा रहा था , बस दो मिनट में प्रेम गली में पानी निकलना शुरू हो गया , रीनू ने ऊँगली का अंदर बाहर करने की रफ़्तार तेज कर दी , ...
थोड़ी देर में ही गुड्डी जोर जोर से चूतड़ पटक रही थी ,
" भाभी , भाभी ,... प्लीज छोड़ दो , ... छोड़ दो ,.. "
लेकिन भौजाई के चंगुल में आने के बाद कोई किशोर ननद बिना चुदे आज तक बची है , जो गुड्डी ही बचती।
" क्या कह रही है साफ़ साफ़ बोल न , ... अच्छा चोद दूँ , अरे मैं कैसे ,... इतना मस्त खूंटा तूने चूस चूस के खड़ा किया है , उन्ही से बोल न ,... कमल जीजू देखिये न क्या बोल रही है बेचारी ,... "
बस थोड़ी देर में जीजा साली ने मेरी टीनेजर ननद को बाँट लिया , कमर के ऊपर का हिस्सा भौजी के हिस्से में ,
चुम्मी , निप्स की चुसाई , कच्चे टिकोरों की रगड़ाई मसलाई , ... भाभी ने अपने हिस्से में ले लिया ,
और कमर के नीचे का हिस्सा , कमल जीजू के पास ,... बड़ी देर से वो गुड्डी की एक्ससाइटेड क्लिट को खुली खुली गुलाबी फांको को ललचायी नजर से देख रहे थे ,
बस उन्होने , पहले तो अपनी ऊँगली से हलके से क्लिट को छुआ और गुड्डी काँप गयी ,
फिर दोनों फांको को हलके से फांक किया ,... और उसके बीच अपना अंगूठा डाल कर , बिना अंदर ठेले सिर्फ ऊपर नीचे , ऊपर नीचे ,... गुड्डी जोर से पनिया गयी थी. दोनों हाथों से गुड्डी की जाँघों को उन्होंने पूरी ताकत से फैला दिया ,
रीनू ने जोर से गुस्से में घूर कर कमल जीजू को देखा , जैसे बिना बोले कह रही हो ,
" क्या ये लड़की अर्जी लगाए की मुझे चोदो , इतना मस्त मौक़ा कहाँ मिलेगा। "
और रीनू ने अपना काम किया ,... गुड्डी अब गद्दे पर लेट गयी थी , दो चार कुशन सीधे उस किशोरी के छोटे छोटे चूतड़ों के नीचे लगा कर उसे एकदम ऊपर कर दिया , गुड्डी के दोनों हाथ अपने कब्जे में किया और मोड़ कर सीधे गुड्डी के ही सर के नीचे , ...
" मैंने तेरे टिकोरे बहुत चूस लिए , अब ज़रा तू भी भाभी के ,.. " और अपनी बड़ी बड़ी चूँची गुड्डी के मुंह में धकेल दी।
और सिर्फ यही नहीं अपनी पूरी देह का वजन भी गुड्डी के ऊपर , ... और कमल जीजू को थम्स अप साइन दे दिया ,
और मुझे जोर से आँख मारी , ये राज सिर्फ मुझे और रीनू को ही मालूम था , इसलिए रीनू ने,......
अब गुड्डी लाख उछल कूद करे , दर्द से उसकी जान निकल जाए , लेकिन रीनू की पकड़ से वो छूट नहीं सकती थी न उसकी चीख निकल सकती थी ,...
कमल जीजू ने पहले ढेर सारा थूक गुड्डी के हलके से खुले छेद पर लगाया फिर अपने सुपाड़े पर ,...
और जोर का धक्का मार दिया ,... लेकिन ,कुछ ख़ास नहीं हुआ , ...
और रीनू , मैंने बोला न गाली देने में हम तीनों बहनों में नंबरी , कमल जीजू को छेड़ते बोली ,
" अरे जीजू तेरी अम्मा का भोंसड़ा नहीं है , जो सटाओगे और वो गप्प ,... मेरी ननद की कसी कसी चूत है , ज़रा जोर लगाओ ,... "
" तू सही बोली " अजय जीजू की गोद में बैठे बैठे मैंने वहीँ से आवाज लगाई और जोड़ा ,
" यार हम बहनों की ससुराल के जितने मरद हैं , सब के सब मादरचोद हैं , ... " और फिर एक पल के लिए अपने उनकी ओर देख के बोली ,
" और जो नहीं है , वो बहुत जल्द होने वाले हैं , क्यों , है न सही बात। "
वो ऐसे शरमाये की क्या कोई लौंडिया पहले मिलन की बात बताने में लजाती है , गाल एकदम गुलाल
और उधर कमल जीजू , उन्हें भी बात लग गयी , एक बार फिर से गुड्डी के दोनों पैर उठा के , अपने कंधे पर रख कर उन्होंने सेट किया
दोनों हाथों से कस के मेरी टीनेजर ननदिया की कमर पकड़ी ,
और उधर रीनू भी समझ गयी थी कमल जीजू अबकी अपनी पूरी ताकत लगा देंगे , चाहे जो हो ,.... तो उसने भी एक बार फिर से ,...
गुड्डी पर अपनी पकड़ तगड़ी आकर दी , गुड्डी का सर रीनू की दोनों जाँघों के बीच कस के फंसा दबा , गुड्डी के हाथ गुड्डी के सर के नीचे दबे और गुड्डी की देह पर रीनू ने अपनी पूरी देह का बोझ ,पूरी ताकत से दबा रखा था जिससे सूत भर भी न हिल पाए वो ,
और कमल जीजू ने ठोंक दिया , पूरी ताकत से ,
बिचारी वो किशोरी तड़प के रह गयी , न चीख सकती थी , न चिल्ला सकती थी ,
रीनू ने कस के अपने बड़े बड़े बूब्स उसके मुंह में ठूंस रखे थे ,
वही होगा जो मंजूरे कमल जीजा होगादोनों पहाड़ों के बीच टनल बनाकर हाईवे बनाने के उस्ताद..