Rocksanna999
Member
- 443
- 1,915
- 139
Good...मेरी छुटकी ननदिया
और सबसे बढ़कर वो उनकी ममेरी बहन।
वो पास के मोहल्ले में थी लेकिन अक्सर आ जाती थी। गुड्डी नाम था।
अभी ग्यारहवीं में गयी है,और जैसे इस उमर की लड़कियों में होती है , एकदम चैटर बॉक्स.
और एकदम चिपकू , अपने भैय्या से , हर समय , मेरे भैया ये नहीं करते , मेरे भैया वो नहीं करते।
लेकिन लगती कैसी थी ?
मैं ये कह सकती थी जैसे ग्यारहवीं में पढने वाली लड़कियां लगती हैं , वाली जिनपे अभी अभी जवानी चढ़ी हो।
लेकिन ये बेईमानी होगी।
जब मेरी शादी में आई थी बारात में तो उसके कच्चे टिकोरे ही आग लगा रहे थे
और अब तो कुछ दिन पहले जवानी की राते मुरादों के दिन वाली उम्र हो गयी।
मैं और मेरी जिठानी उसे चिढ़ाते थे , अरे अब तो इंटर में आ गयी है इंटरकोर्स कर ले तो ऐसा बिदकती थी की
लम्बी ठीक ठाक , ५-४ होगी ,
गोरी ,हंसती है तो गाल में गहरे गड्ढे पड़ते हैं।
और उभार ,
एकदम जम के दिखते हैं , खूब कड़े कड़े कच्ची अमिया जैसे छोटे लेकिन मस्त, उसके क्लास की लड़कियों से कुछ ज्यादा ही बड़े ।
हिप्स भी कड़े और गोल।
जैसा की फिराक ने कहा था , वैसी ही बल्कि थोड़ी बढ़ चढ़ कर ,
लड़कपन की अदा है जानलेवा
गजब की छोकरी है हाथ भर की
और मुझे भी कई बार लगा की सिर्फ वही नहीं चिपकी रहती , इनके मन में भी उसके लिए कुछ 'सॉफ्ट ( या हार्ड !) कार्नर ' है।
शादी के कुछ दिन बाद गाने हो रहे थे और मुझे मेरी जेठानी ने उकसाया गारी गाने के लिए ,
और गारी का असली टारगेट तो ननद ही होती है , तो बस मैं चालू हो गयी उसके टिकोरों की खुल के तारीफ करने
मंदिर में घी के दिए जले मंदिर में
मैं तुमसे पूछूं हे ननदी रानी , हे गुड्डी रानी ,
तोहरे जोबना का कारोबार कैसे चले ,
और उसका सम्बन्ध पहले अपने भैया फिर सैयां से जोड़ने ,
बार बार ननदी दरवाजे दौड़ी जाए कहना ना माने रे ,
बार बार गुड्डी दरवाजे दौड़ी जाय कहना न माने रे ,
अरे हलवइया का लड़का तो गुड्डी जी का यार रे , अरे गुड्डी रानी का यार रे ,
लड्डू पे लड्डू खिलाये चला जाय , , अरे चमचम पे चमचम चुसाये चला जाय ,
कहना ना माने रे , अरे कहना ना माने रे ,
बार बार ननदी दरवाजे दौड़ी जाए कहना ना माने रे ,
बार बार गुड्डी दरवाजे दौड़ी जाय कहना न माने रे ,
अरे दरजी का लड़का तो गुड्डी जी का यार रे अरे ननदिया का यार रे ,
अरे चोलिया पे चोलिया सिलाये चला जाय , अरे जुबना उसका दबाये चला जाए
कहना ना माने रे , अरे कहना ना माने रे ,
बार बार ननदी दरवाजे दौड़ी जाए कहना ना माने रे ,
बार बार गुड्डी दरवाजे दौड़ी जाय कहना न माने रे ,
अरे मेरी सासु जी का लड़का , तो गुड्डी जी का यार रे गुड्डी जी का यार
अरे सेजों पर मौज उड़ाए चलाय जाय कहना ना माने रे।
अरे मेरी मम्मी का लड़का , अरे मेरा प्यारा भैया तो गुड्डी जी का यार रे , अरे ननदिया का यार रे ,..
टाँगे दोनों उठाये चला जाय , अरे जाँघे उसकी फैलाये चला जाय
कहना ना माने रे
और उसी समय कहीं से वो आगये , फिर ऐसे घूरा उन्होंने की तुरंत गाना बजाना सब बंद।
और उस दिन तो मैं उस के चक्कर में इतना ,कह नहीं सकती कितना खराब लगा।
उनकी एक आदत और ख़राब ,
कोई भी सामान अपनी जगह नहीं रखते ,सब इधर उधर।
एकदिन तकिये के नीचे कंडोम रखे थे जो सरक कर बिस्तर पर आगये ,
कोई आया तो जल्दी से मैंने पास में पड़े हमारे वेडिंग अल्बम में उसे रख दिया।
रात में वो कमरे में आये , तो वेडिंग एल्बम उन्होंने खोल कर देखा।
कंडोम जिस पेज पर थे , वहां गुड्डी की फोटोग्राफ्स थे ,शादी में डांस करते।
मैंने उन्हें इतना गुस्सा और दुखी कभी नहीं देखा था। वो वैसे भी कैंसरियन थे , राशि के हिसाब से ,
और गुस्सा होने पे या अकसर वैसे भी अपने शेल में घुस जाते थे।
उन्होंने कंडोम उठाकर झटक कर फर्श पर फ़ेंक दिया जैसे मैंने कैसी गन्दी चीज गुड्डी की तस्वीर के साथ रख दी हो।
और फिर सम्हाल कर उस की फोटो को पोंछा और अपने हाथ से नीचे वाले ड्राअर में एलबम को रख के बंद किया।
और बिना मुझसे कुछ बोले , मेरी ओर पीठ कर के सो गए।
Kamal jiju kahan busy hai, guddi ke sath?. मजा पिछवाड़े का -जीजू के साथ
image hosting
रीनू के जीजू , रीनू के पिछवाड़े , और अजय जीजू मेरे पिछवाड़े ,... दोनों चालू हो गए ,
और गुड्डी लगी चिढ़ाने
" हाँ भाभी मजा आ रहा है न मेरे भाइयों से मरवाने में , अरे भाभियों को हम ननदे लाती ही इसलिए हैं , की हमारे भाइयों से अगवाड़े पिछवाड़े मरवाएँ , और भाभियों को खुजली भी इतनी मचती है , अपने माई बाप को छोड़ के चुदवाने , मरवाने आ जाती है ननदों के पास। "
image hosting
अजय और इनके बीच में जैसे बाजी लगी थी , दोनों अपने सालियों की गांड से ऐसे हचक के मार रहे थे की चीख निकल जाती ही थी, और गुड्डी को हम दोनों को चिढ़ाने का खूब मौका मिल रहा था।
मैं मरवा तो अजय जीजू से रही थी लेकिन देख इनकी ओर रही थी,
असल में हम तीनो बहनो की बचपन की शर्त के मुताबिक़ जब बहने और जीजू सामने हों तो, मरद के नंबर लगने का तो चांस ही नहीं, जीजू और सिर्फ जीजू। इसलिए न रीनू अजय के साथ और न मैं इनके साथ, लेकिन मुझे एक बात बहुत अच्छी लग रही थी,
इनके चेहरे की ख़ुशी देखते ही बनती थी,
और मेरे लिए इनकी ख़ुशी से बढ़कर कोई ख़ुशी नहीं थी, चूत चोदने में तो इनका कोई मुकबला नहीं था, मैं तो खैर इनके अलावा सिर्फ अपने दोनों जीजू के साथ, लेकिन इनकी साली, मेरी कमीनी बहन, जिसने गिनती गिननी छोड़ थी, एक दिन में ही मान गयी और बोली, स्साला, चोदू नम्बर वन भी तेरे हाथ लगा।
पर पिछवाड़े की ओर ये मुंह भी नहीं, ...मेरा मतलब आप समझ ही गए होंगे, ...
लेकिन मेरी कमीनी बहन और उससे बढ़कर इनकी छिनार बहन ने क्या जादू किया था की अब ये पिछवाड़े के ही पीछे, जिस तरह से हचक के धक्के मार रहे थे, अपनी साली की गांड में
image hosting
' क्यों भाभी मजा आ रहा है न , अरे अंदर तक , मथानी चलेगी तो अभी मक्खन निकलेगा भी। "
गुड्डी ने बाण चलाया
लेकिन सामने मेरी कमीनी बहन और गुड्डी की मीठी भौजी थी और वो बिना जवाब दिए कहाँ रहने वाली थी,
" मन कर रहा है क्या, मुंह में पानी आ रहा है भाई चोद, ....सुबह से चार बार गांड मरवा चुकी हो अपने भाई से , पर अभी भी प्यारे प्यारे भैया का खड़ा लंड देख के लिबरा रही हो। "
" अरे मीठी भौजी, मन कभी भरता है क्या, वो भी भाइयों से? पिछवाड़े, आपके इस स्साले जीजा ने इतना कस के न ठूंसा होता,... सब चमड़ी छील गयी है, चला नहीं जा रहा है, वरना मैं अपने भाई को कभी भी और किसी भी चीज के लिए ना नहीं करती। मैं तो दर्जा नौ से ही वीट लगा के चिक्क्न मुक्कन कर के, अपने इस भैया के लिए तैयार थी, अगर अभी पिछवाड़े, "
वो शोख टीनेजर मुस्कराकर अपनी बड़ी बड़ी आँखे नचा के बोली.
image hosting
गुड्डी की बात काट के मैं बोली,
" अरे मेरे साजन की रखैल, पिछवाड़े न ले पा रही है तो मुंह में ले, खूंटा वही स्वाद नया, भाई का भी स्वाद, भाभी का भी स्वाद "
Ab raat me kabaddi hogi non stopगुड्डी -मुंह का स्वाद
image hosting
--
--
" अरे मीठी भौजी, मन कभी भरता है क्या, वो भी भाइयों से? पिछवाड़े आपके इस स्साले जीजा ने इतना कस के न ठूंसा होता, सब चमड़ी छील गयी है, चला नहीं जा रहा है, वरना मैं अपने भाई को कभी भी और किसी भी चीज के लिए ना नहीं करती। मैं तो दर्जा नौ से ही वीट लगा के चिक्क्न मुक्कन कर के, अपने इस भैया के लिए तैयार थी, अगर अभी पिछवाड़े, "
गुड्डी की बात काट के मैं बोली,
" अरे मेरे साजन की रखैल, पिछवाड़े न ले पा रही है तो मुंह में ले, खूंटा वही स्वाद नया, भाई का भी स्वाद, भाभी का भी स्वाद "
बस रीनू ने , पीछे मुड के इन्हे आँख मारी...
असल में ये प्लानिंग तो रीनू की पहले से थी , ,... और रीनू के जीजू ने उसके पिछवाड़े से अपना खूंटा निकाल के सीधे अपनी ममेरी बहन के मुंह में , और वो भी एकदम हलक तक ,....
image hosting
गुड्डी बेचारी,... उसने सोचा भी नहीं होगा की भाभी के पिछवाड़े से निकल कर उसके भैया का मोटू उसके मुंह में,
लेकिन जबतक वो मुंह बंद करने की कोशिश करती इनका, इनकी साली की गांड से निकला सुपाड़ा बहन के मुंह में,
और बाकी के लिए रीनू थी न, कस के उसने गुड्डी का सर पीछे से पकड़ रखा था और कस कस के गुड्डी के गाल दबा रही थी, मुंह और बड़ा खोलने के लिए और गरिया भी रही थी,
" स्साली छिनार, जब तेरी गांड से निकलता है तो लपर लपर चाटती है, लॉलीपॉप झूठ और जब भौजाई के पिछवाड़े से निकला तो इतना नखड़ा, लगाउंगी अभी एक हाथ "
और सच में रीनू ने गुड्डी के पिछवाड़े एक जबरदस्त चांटा जड़ दिया, प्यार मोहब्बत वाला नहीं, एकदम फेम डॉम मार्का, गुड्डी के चूतड़ पर कमल का निशान छप गया, एकदम लाल।
image hosting
और बाएं हाथ ने चांटा मारा और दाएं ने कस के निपल नोच नोच लिया,
गुड्डी चीखी, मुंह खुला और आधा से ज्यादा उसके भैया का खूंटा गुड्डी रानी के मुंह के अंदर,
image hosting
" स्साली, चूस कस के, एकदम साफ़ कर, पूरा ले और जबतक चूस के झाड़ेगी नहीं ये खूंटा निकलेगा नहीं, सुबह से चार बार पिछवाड़े मलाई घोंट चुकी है इसी पिचकारी का अबकी मुंह से घोंट,जाएगा तो दोनों ओर से पेट में ही " रीनू ने ननदिया को हड़काया
गीता ने गुड्डी को पहले लॉलीपॉप, फिर गाजर, फिर खीरा चूसा चूसा के मुख मैथुन में परफेक्ट कर दिया था
तो अब गुड्डी भी कभी मजे में चूसती तो कभी उसके भैया अपनी टीनेजर बहन, और वो भी लास्ट वाली टीन नहीं, एकदम मिडल वाली टीन का मुंह कस के चोदते।
image hosting
दस मिनट की रगड़ाई के बाद वो झड़े और सब मलाई गुड्डी के मुंह से होते हुए पेट में।
चुद गुड्डी रही थी, चोद उनके भैया रहे थे लेकिन हालत मेरी खराब हो रही थी,
अजय भी अब खूब जोश में, मेरे पिछवाड़े अपना मोटा खूंटा, लेकिन अबकी जब उसने बाहर निकाला, और मुझे छेड़ने, तड़पाने के लिए रोक दिया, सुपाड़ा भी अब पूरी तरह अंदर नहीं था, तो मैं कौन पीछे रहनी वाली थी, मैंने कस के पीछे की ओर धक्का दिया और
गप्पाक
गप्प से पूरा सुपाड़ा मेरी पिछवाड़े , और दूसरा धक्का भी मैंने ही मारा, अबकी आधे से ज्यादा मूसल मेरे पिछवाड़े अंदर, अजय जीजू ने खाली कस के कमर पकड़ रखी थी और अब धक्के मैं मार रही थी तो उनकी उँगलियाँ मेरी चम्पाकली का हालचाल ले रही थी, दो ऊँगली और फिर टीन ऊँगली प्रेमगली में अंदर और अब आगे पीछे दोनों ओर हमला हो रहा था,
image hosting
मैंने एक बार उनकी ओर देखा और उनकी चोरी पकड़ी गयी, चोद तो वो अपनी बहन का मुंह रहे थे लेकिन चोरी चोरी मेरी ओर मेरे पिछवाड़े
उनकी चोरी मुझसे छुपती, मतलब मन में वो ये सोच रहे थे की उनका खूंटा उनकी बहन के मुंह में नहीं मेरे पिछवाड़े धंसा है,
मतलब साफ़ था, जैसे जीजू लोग गए ये लड़का मेरे पिछवाड़े की ऐसी की तैसी करके मानेगा,
और ये सोच के मुझे और जोश आ गया, मैं जोर जोर से कभी अजय जीजू का मोटा मूसल अपने पिछवाड़े वाली गली में सिकोड़ देती, निचोड़ देती, और अजय जीजू भी मेरी सहेली की, गुलाबो की अपनी उँगलियों से जोर जोर से सेवा कर रहे थे,
इधर मैं झड़ी और उधर वो अपनी बहन के मुंह में
और जब उनका मूसल तो निकला अजय ने मेरे पिछवाड़े से निकाल के ,... सीधे गुड्डी रानी के मुँह में
image hosting
बोलने का, चिढ़ाने का, छेड़ने का मौका छोड़ दे, रीनू उन भौजाइयों में से नहीं
" अरे यार कल भी आज भी , गुड्डी रानी, तेरे पिछवाड़े का स्वाद तो तेरे भाइयों ने अपने खूंटे से चखाया था , तो जरा अपनी दोनों भाभियों का भी ,...अलग अलग तरह का स्वाद , अलग अलग मजा ,...
अजय जीजू हचक हचक के गुड्डी का मुंह चोद रहे थे, और मैं और रीनू दोनों गुड्डी को चिढ़ाने के पीछे लगी थी
" सुबह से छह बार मेरी ननद के पेट में मलाई पहुँच चुकी है, चार बार पिछवाड़े से, दो बार मुंह से, अब तो पेट लबालब भर गया होगा " मैंने छेड़ा तो रीनू बोली
" और साथ में भाभियों के पिछवाड़े का स्वाद फ्री, देख गुड्डी रानी, मेरा मतलब रंडी रानी, स्साली तूने बोला था न की तेरी गांड मरवा मरवा के छिल गयी है भौजी हाथ जोड़ती हूँ बस थोड़ी देरी पिछवाड़े नहीं, तो मैं मान गयी लेकिन तेरी भौजाइयां दोनों, कितना तुझे पीरा दुलार करती हैं, अपने हिस्से की मलाई भी छोटी ननद को खिला दी "
रीनू बोली और अब मेरा नंबर था,
" और छिला भी तो गलती किसकी इन्ही की न, अरे ऐसे बहनचोद भाई हों तो बहन को सुबह से अपने पिछवाड़े एक पाव सरसों का तेल डाल के रखना चाहिए, फिर छिलता भी तो सरसों का तेल एंटीबायोटिक, कल से ध्यान रखना " मैंने गुड्डी को समझाया।
image hosting
पर रीनू बातों से ज्यादा काम में विश्वास रखती थी, और अगर छोटी टीनेजर ननद हो, उसका भाई सामने हो तो और ज्यादा
और रीनू तो मैंने कहा था न किंक क्वीन ,... जैसे अजय ने अपना खूंटा बाहर निकाला गुड्डी को जबरन वहीँ फर्श पर पटक कर , अपना पिछवाड़ा , सीधे गुड्डी के मुंह पर ,... जब तक चाट चाट कर उसने
image hosting
फिर वो मेरे भी , पीछे पड़ गयी
"कोमलिया, तू क्या हमारी ननद को प्यार नहीं करती , "
और रीनू के बाद मैं भी , सीधे छटपटाती गुड्डी के मुंह पर चढ़ कर ,... और ये सब उसके भइया की आंखों के सामने ,
और हाँ रीनू ने गुड्डी को वाश बेसिन की ओर मुंह भी नहीं करने दिया , सीधे वहीँ से खाने की टेबल पर ,...
स्वीट डिश अभी सर्व नहीं हुयी थी जो गुड्डी ने अपनी चूत में मैरीनेट करके अल्फांसो की मैंगो क्रीम बनायी थी,
और गुड्डी ने बाकी लोगो की दी, लेकिन रीनू ने अपने हाथ से आम की लम्बी फांके गुड्डी के मुंह में ,
-----
हाँ एक बात और मैं बताना भूल ही गयी थी
रीनू को बाथरूम जाना था और गुड्डी अजय से गप्प लड़ा रही थी ,
"हे चल न , बहुत जोर से ,... " रीनू ने गुड्डी को खींचते बोला ,
image hosting
" तो जाइये न भाभी , मुझे कहाँ ,... " गुड्डी खिलखिलाते बोली।
रीनू ने पहले अपने पेट की ओर इशारा किया फिर गुड्डी के पेट की ओर ,...
मैं समझ गयी , गुड्डी भी ,.. वो नखड़े करती रही , खिलखलाती रही , और रीनू जबरन उसे आलमोस्ट खींच के ,
घंटे भर बाद , दोनों ननद भाभी , बाथरूम से निकली साथ साथ नहा धो के , तैयार हो के ,...
और मैंने जब गुड्डी की ओर सिर्फ मुस्करा देखा , .. तो उसने इतनी जोर से ब्लश किया , ... जैसे मुझे मालूम हो गया हो की उसकी मीठी भाभी ने क्या क्या ,...
--------
खाने के बाद ,... गुड्डी को पता चल गया था कि अजय एक फैशन फोटोग्राफी का भी काम करते हैं तो वो पीछे पड़ गयी ,
पूरी तिझरिया उसी में ,... लेकिन अजय को मैंने भी चढ़ा दिया ,.... मिनिमम टॉपलेस वरना आलमोस्ट न्यूड ,..
--
हाँ रीनू ने एक आदेश जारी कर दिया,
अगले आठ घंटे के लिए चुदाई एकदम नहीं, मतलब रात दस बजे तक, छुआ छुआई, चुम्मा चाटी, चूसम चुसाई पर कोई रोक नहीं, लेकिन चोदम चोदाई जिसमे गांड मराई भी शामील थीं पर एकदम रोक, मतलब हम तीनो की, गुड्डी, मेरी और रीनू की कमर के नीचे पूरी सेफ्टी, इन तीनो मर्दों से, और कारण बिना रीनू के बताये हम सब समझ गए थे
आज पूरी रात घपाघप, घपाघप,
कल तो बहुत सुबह की फ्लाइट है तो रीनू और जीजू लोगों को सुबह चार बजे ही निकलना पडेगा, तो बस आधी रात का टाइम मिलेगा और वो भी गुड्डी की क्रेडिट, रीनू और जीजू लोग तो आज ही निकलने वाले थे लेकिन गुड्डी ने जुगत लगा के, अपनी मीठी भाभी का हाथ पैर जोड़ के, सब शर्तें मान के,
Kitna mast mahol bana hua hai, ek dum hotछेद छेद में भेद नहीं
--
--
रीनू ने तय कर लिया था जाने के पहले अपने जीजू को, पिछवाड़े का, गोल दरवाजे का जबरदस्त रसिया बना के मानेगी,
और काफी कुछ उसका मिशन कामयाब भी हो गया, आज सुबह से इन्होने जिस तरह से अपनी कुँवारी कमसिन कच्ची उमर वाली बहन की चार बार गाँड़ मारी थीं, साफ़ था अब वो भी गोलकुंडा के दीवाने हो रहे थे,
लेकिन उस इलाके के असली मास्टर तो कमल जीजू थे और जब अब अजय और गुड्डी बाहर चले गए थे, सिर्फ मैं और ये , रीनू और कमल जीजू बचे थे तो बात उसी ओर मुड़ गयी या मोड़ दी गयी। मैंने और रीनू दोनों ने कमल जीजू को बोल रखा था और कमल जीजू से बड़ी अथॉरिटी कौन था पिछवाड़े के मामले में तो बात उन्होंने शुरू की,
" कल से कितनी बार गांड मारी , ... " व्हिस्की इनके ग्लास में ढालते हुए कमल जीजू ने साफ़ साफ़ पूछ लिया।
" , सात बार , , पांच बार अपनी बहिनिया की, और दो बार इनकी बहिनिया की, "
मेरी ओर इशारा करके, मुस्कराते हुए उन्होंने कन्फेस किया... "
" मजा आया न ,... " अपना पेग बनाते हुए कमल जीजू ने फिर पूछा।
थोड़ा सा ब्लश किया उन्होंने फिर कबूला , ... " हाँ बहुत ,... "
" देखो क्या चीज़ तुम मिस कर रहे थे यार , अच्छा बोल , चोदने में ज्यादा मजा आता है या गांड मारने में " कमल जीजू आज उन्हें छोड़ने के मूड में नहीं थे ,
" दोनों का अलग अलग मजा है ,... लेकिन गांड मारने में सच में बहुत मजा आया , एकदम कसी कसी और जब वो भींच लेती है कस के , तो रगड़ रगड़ के जबरदस्ती कर के ठोंकने का ,... और जब वो छल्ला पार होता है , मजे से उस समय ,... " उन्होंने कबूला।
और थोड़ी रीनू और मेरे ग्लास में और व्हिस्की गटकते हुए रीनू अपने जिज्जा पर चालू हो गयी,
" अरे जीजू स्साले, भँड़वे, बचपन के गँड़वे, स्साला लजा किस बात पे रहा है , मेरे सामने अपनी उस कच्ची कोरी बहिनिया की हचक के गाँड़ मारी , वो भी एक दो बार नहीं चार बार, सुबह सुबह गुड मॉर्निंग भी अपनी बहन की गाँड़ में पेल के किया और किचेन में खाना बनाते समय भी उस की दो बार मारी, तो गाँड़ मारने में लाज नहीं और बोलने बताने में लाज, खुल के बोल न "
और अपने मुंह में रखी हुयी सारी व्हिस्की इनके मुंह में
और साली का बात कौन टालता है और अब इनकी झिझक भी पूरी तरह से खुल गयी थीं,
" सच में बहुत मजा आया, और ये मत पूछिए की कब आया, ये पूछिए की कब नहीं आया। "
ये बोल के उन्होंने रीनू की ग्लास से व्हिस्की का एक घूँट मारा, उनका एक हाथ रीनू के कंधे पर था, तो कस के अपनी साली का जोबन मसलते रीनू से बोला,
"देख यार, पहले तो घुसेड़ते हुए, ...एकदम कसा कसा गोल गोल छेद "
और रीनू ने जोर से इन्हे घूरा, रीनू सिर्फ इनकी पिछवाड़े की आदत ही नहीं भाषा भी सुधारने के चक्कर में थी,
और ये मुस्करा के फिर से बोले, " कसी कसी गाँड़ में, घुसेड़ते हुए एकदम अलग मजा आता है, फिर घुसते ही सुपाड़ा जिस तरह से वो गच्छ से दबोच लेती है, बचपन में जैसे कोई मुलायम हाथ से लंड को पकड़ के दबाये और हलके हलके मुठ मारें एकदम उसी तरह से बाकि उससे भी सौ गुना ज्यादा, जैसे मखमल में लपेट के मुट्ठ मार रहे हों "
हम सब इनकी बात मजे ले के सुन रहे थे,
और रीनू ने एक बार फिर अपने मुंह से इनके मुंह में एक पेग व्हिस्की, और ये हर बार क्वाटिफाई कर के तो इन्होने प्वाइंट वाइज, गांड मारने के मजे बताने शुरू किये,
" ये मेरी साली न होती न तो अब तक मैं भी इत्ते अच्छे मजे से, बचा रहता, सब क्रेडिट मेरी साली की । तीन मजे तो एकदम साफ़, पहली बात, गोल छेद का पेलने का मजा भी अलग, दूसरी बात की बुर में तो एक बार ठेल दो, सुपाड़ा घुस गया बस खाली धक्के देना है, यहाँ सुपाड़ा घुसने के बाद भी असली मेहनत और मजा तो जब गाँड़ का छल्ला पार करता है, "
कमल जीजू एक्सपर्ट थे तो उन्होंने एक्सपर्ट कमेंट किया
" एकदम सही कह रहे हो, असली मजा तो उसी में आता है जिसकी मारी जाती है न चाहे लौंडा हो या लौंडिया, उसी समय चिंचियाती है लेकिन एक बार घुस जाए न तो बस थोड़ी देर रुक जाओ, एक बार गाँड़ को लंड की आदत लग जाए, फिर आगे पीछे, आगे पीछे कर के सुपाड़े को उसी छल्ले पे बार बार बार रगड़ो "
कमल जीजू उनकी समझा रहे थे और मैं सिसक रही थी,सोच सोच के. सच में उस समय,... बस जान नहीं निकलती, मजे से भी दर्द से भी।
लेकिन मैंने बात आगे बढ़ाई,
" और तीसरा फायदा "
" पांच दिन वाली छुट्टी नहीं होती पिछवाड़े, " व्हिस्की ख़तम करते वो हंस के बोले
" एक्जैक्टली ,... यही बात तो मैं कह रहा हूँ यार , जब दो मजे मौजूद हैं तो सिर्फ एक तरह के मजे का क्या मलतब ,... " कमल जीजू ने थोड़ी दारु और इनके ग्लास में डाली।
" पर ,... " वो थोड़ा हिचकते बोले।
उनके साथ यही परेशानी थी उनका कान्शंस , हर बार चीन की दीवाल बन कर आड़े आ जाता था। इस चक्कर में गुड्डी उन्हें हाईस्कूल से ही लाइन दे रही थी , पर उसकी टांग तभी फैली जब मैं आयी तभी वो ,... "
" पर वर कुछ नहीं ,... देख यार ये तेरा माल , तेरी बहन इत्ते दिन से यहाँ है तूने उसकी चुनमुनिया रोज ली होगी , लेकिन पिछवाड़ा ,... नहीं लिया था न। और एक बार कल कल पिछवाड़े का मजा लिया तो आज फिर सुबह सुबह उसकी गांड मार ली न , हैं न। "कमल जीजू ने फिर समझाया
एक बार, अरे सुबह से चार बार गाँड़ मार चुके हैं उसकी, हँसते हुए उनकी साली बोली
" हाँ " माना उन्होंने। " और मजा भी बहुत आया " हँसते हुए जोड़ा उन्होंने।
" और अब , किसी दिन छोड़ेगा उसके पिछवाड़े को ,... "
" एकदम नहीं बल्कि पहले पिछवाड़े से ही शुरुआत करूँगा , दिन रात ,.... सच में आपकी बात सही है ,एकदम अलग ही मजा है , ... वो चिंचियाती बहुत है ,... लेकिन ,... "
और उनकी बात मैंने पूरी की ,... कमल जीजू के ग्लास से सीधे दारु एक बार में घुटक गयी ,...
" लेकिन देती तो है न , ... आज सुबह कैसे मजे में गांड मरवा रही थी , तुमसे मेरे और रीनू के सामने। बिना चीख पुकार के गांड मरौवल थोड़े ही होती है। "मैं बोली ,
कमल जीजू ने मुझसे प्रॉमिस किया था की जाने से पहले 'लौंडो की नेकर सरकाकर निहुराकर वाला मजा ' न सिर्फ मेरे हबी को दिला देंगे , बल्कि जेंडर डिस्क्रिमिनेशन की उनकी आदत भी ख़तम करा देंगे।
अबकी उन्होंने, अपनी और कमल जीजू की ग्लास में व्हिस्की डाली।
" देख यार अब तो सुप्रीम कोर्ट भी मान गयी , ३७७ का भी खतरा नहीं है , है न। तो कभी किसी लौंडे के साथ , अरे यार वो मजा अलग ही है , तेरी इस बहन के उमर के बल्कि उससे भी कच्ची उमर के , नेकर सरका के , जबरदस्ती निहुरा के ठोंकने का मजा ,.... तुझे तो मालूम ही है ,..."
कमल जीजू ने इन्हे समझाने की कोशिश की लेकिन लॉ का ज्ञान इनका, अच्छे अच्छे वकील हार मान जाते, हँसते हुए कमल जीजू की बात को आगे बढ़ाते हुए बोले,
" एकदम सही कहा आपने, बल्कि नए वाले कानून में, BSS में तो सोडोमी, और उनकी एक निगाह अपनी साली पर पड़ गयी और भाषाः सुधारते बोले ,
“गाँड़ मरौव्वल, लौंडो के साथ की तो कोई धारा भी नहीं न लौंडो के साथ न जानवरो वाली, मतलब अगर जबरदस्ती भी कोई किसी चिकने लौंडे की गाँड़ मार ले,... "
कमल जीजू जोर से हँसे, बोले
" चल इसी बात पे कल तुझे एक चिकने की गाँड़ दिलवाता हूँ, इस का भी मजा ले ले "
और अपनी बात पर जोर डालने के लिए इन्हे फिर समझाना शुरू किया
" देख यार बिना ट्राई किये किसी चीज को अच्छा बुरा कैसे कह सकते हो , एक बार ट्राई कर लो ,... लौंडों के साथ ,... देख कल तक तुमने उस लौंडिया की गांड नहीं मारी थी तो तुम्हे मजा भी नहीं मालूम था पिछवाड़े का ,... और अब सुबह सुबह अपनी बहन के पिछवाड़े ,... चार बार अपनी बहन की गाँड़ मार चुके हो तो, छेद तो वही है, बनावट वही है, उसी तरह कसी कसी, कस के दबोचती, मखमल सी मुलायम, दुबदुबाती, एक बार मार लो लौंडे की गाँड़, नहीं मजा आएगा, तो आगे मत मारना लेकिन मेरी गारंटी है मजा जरूर आएगा ,…और खुद कह रहे हो की अब आगे से , पीछे पहले ,... "
कमल जीजू की कन्विंसिंग पावर बहुत थी , झूठे ही नहीं एक मल्टीनेशनल में वो वाइस प्रेजिडेंट मार्केटिंग थे , वो एस्किमो को भी बर्फ बेच सकते थे , मेरे ये तो ,...
और मैं भी कमल जीजू का साथ दे रही थी, ऊपर से ,...एक बार फिर मैंने कमल जीजू की ग्लास से दारु गटकी और बोली ,
" जीजू सही तो कह रहे हैं , देख यार मैं तेरी बहन के साथ मजे लेती हूँ की नहीं , रगड़ रगड़ कर उसे , चूसती चटवाती हूँ की नहीं ,... तेरे सामने ही , पहली रात ही , चूस चूस कर , .... वो तेरा भी चूसती है मेरी सहेली को भी ,... और अब तुझे गोल छेद का मजा आने लगा है तो जैसे तेरी छिनार भाई चोद बहिनिया की गाँड़ है वासी उस स्साले चिकने की भी होगी, तो एक बार में कोई गे थोड़ी हो जाता है, चूको मत चौहान।
" हाँ वो तो है। " वो बोले ,...
" और तेरी बहन भी , ... तो बस जैसे छेद छेद में अंतर नहीं करने का , उसी तरह लौंडे लौंडिया में अंतर नहीं करने का ,... और गलत होता तो जज लोग हाँ करते ,... मेरी बात मान लो , दो चार बार ट्राई कर ले , ... मेरे सोना मोना , न मजा आये , ... तो ,... "
अब मैं उनके पीछे पड़ गयी।
और वो कुछ बोल पाते उसके पहले चुम्मा लेकर मैंने होंठ बंद करा दिए .मैं, कमल जीजू और रीनू उनकी साली तीनो उनके पीछे पड़े थे
लेकिन इनकी असली नस पकड़ी थी या तो इनकी सास ने या इनकी साली ने। समझाने से ज्यादा इनपर असर होता था, सीधे हुकुम देने का, और रीनू ने वही किया,
" कल सीधे से जाके कमल जीजू के साथ, चिकने की गाँड़ मार के, और तूने जरा भी नखड़ा किया न तो कमल जीजू उसी चिकने के सामने तेरी मार लेंगे, और एक क्यों, सुबह से चार घंटे में चार बार अपनी बहिनिया की गाँड़ मार लिए तो कम से कम तीन चार लौंडे, वरना सोच लो, लौट के आओगे तो मेरे पास ही न "
और कमल जीजू ने फैसला भी सुना दिया ,
" और ये मत बोलना की कहाँ , कैसे ,... मेरे एक दोस्त ने यहाँ एक स्पा खोला है , माइकोनास ,... . एक से एक चिकने , ... सोना , डार्क रूम , स्टीम ,... और सन्डे को उसके यहाँ डार्क नाइट होती है , बस कल चलते हैं ,ज्यादा नहीं दो तीन घण्टे , तुझे भी नया स्वाद दिलवा दूंगा ,... और उसके बाद तो तू खुद ही पटा लेगा , ... मैं उसको अभी टेक्स्ट करता हूँ। "
उधर कमल जीजू टेक्स्ट कर रहे थे
इधर ये कुछ सोच रहे फिर बोले, नाम सुना लग रहा है, किसका है "
" अरे तुझे याद होगा, तुझसे एक साल ही तो सीनियर था, रणवीर, " कमल जीजू बोले और उनके साथ ये भी फ्लैश बैक में चले गए, मुस्कराते हुए बोले
" एकदम याद है, खूब गोरा चिकना, हाईस्कूल में उसकी टाइटिल थी, ' है शूकर की तू है लड़का " जबरदस्त नमकीन, आपका लौंडा "
" वही " हँसते हुए कमल जीजू बोले, इन्वेस्टमेंट बैंकर हो गया था, पांच साल अमेरिका में रहा, खूब पैसा कमाया, और अब यहाँ आके मेल स्पा खोल लिया है, जब उसे पता चला की मैं आ रहा हूँ तो एकदम पीछे पड़ गया। तो कल वहीँ, ले चलूँगा तुझे,
और प्राइवेसी एकदम है, मोबाइल तो रखवा ही लेते हैं, जैमर भी लगा रखा है, बिना आई डी के एंट्री नहीं है, सिर्फ मेंबर्स या गेस्ट या स्टाफ। कपडे वपड़े भी सब लॉकर में और उसकी दी हुयी टॉवेल, जिसपे माइकोनस लिखा होता है, और लाकर की चाभी एक कलाई में बंधी रिंग में, मसाज के लिए एक से एक स्टड हैं जिन्हे टॉप चाहिए और कमसिन चिकने भी। मुझसे बोल रहा था तीन चार एक दम नए चिकने हैं आप के लिए तो बस उन्ही में से, "
" एकदम जीजू " मैं और रीनू एक साथ बोले, और रीनू ने इनसे बोला, " स्साली की नाक न कटवाना " और मेरा हाथ दबा दिया।
मैं समझ रही थी रीनू की प्लानिंग, उसके असली निशाने पे गुड्डी थी, वो सब जो खेल खिलौने ले आयी थी, फिर किंक वाली हरकते, ये तीनो मरद घर से चार पांच घंटे के लिए गायब होते तभी हो सकता था तो ये लोग मेल स्पा में और यहाँ लड़कियों का खेल, हम दोनों बहने मिल के इनकी बहन की,
मैं गुड्डी के बारे में सोच ही रही थी की,
गुड्डी और अजय जीजू एक साथ कमरे में दाखिल हो गए, फोटोशूट पूरी कर के
और रीनू अपने सिंहासन पर , इनकी गोद में , ... गुड्डी भी अपने भइया के बगल में ,... इनके और अजय जीजू के बीच में दबी चिपकी , मजा लेती ,
ekdm sahi kaha aapne aur Guddi aur uske bhaiya ke rishte bhi badal rahe hain thanks so much for commentsBhut hi sundar taruke se chudayi chal rahi h guddi ki....
Aur ab to jald hi ladko ka bhi sukh lene wal h guddi ka bhai