Himanshu Vasava
Member
- 220
- 415
- 79
aage aage dekhiye, ... seal to tootegi hi aage ki bhi piche ki bhi,... lekin abhi to jethani ka number pahle haiGuddi seal dono seal to apne bhai se khulvana
Superb updateदिया
" कब तक निकलना है , "जेठानी जी ने पूछा
" बस आधे पौन घंटे में ,... मैं भी चल के तैयार हो रही हूँ ,आप भी ,... "
मैं बोली और ऊपर अपने कमरे में।
बहुत काम था गुड्डी को बोलना था , इन्हे बताना था और सबसे बढ़ के दिया को।
दिया लेकिन परफेक्ट पार्टनर इन क्राइम निकली।
मैंने दिया को सब कुछ समझा दिया, जेठानी की सारी खुराफात, गुड्डी को ले जाने में कैसे वो भरभद्ऱ करने की कोशिश कर रही थीं, वो व्हाट्सऐप वाली बात भी, जो उनकी मायके की किसी चतुर सुजान बालिका ने किया था की सिर्फ फोटो से डरने की कोई जरूरत नहीं है, बस कह दीजिए फेक है, मॉर्फ है,...
पहले तो हँसते हँसते लोटपोट हो गयी , फिर बोली ,
" अब आप अपनी जेठानी जी की चिंता मेरे ऊपर छोड़ दीजिये , अरे आप की तीन तीन ननदें रहेंगी न, बस भाभी आप खाली तमाशा देखिएगा,... उन्हें जैसा आप चाहती हैं वैसी शॉपिंग करवायेंगे ,साडी ही क्यों ब्लाउज भी , वो याद रखेंगी आज की शॉपिंग।
आधे घंटे में मैं नीचे पहुंची तो जेठानी तैयार।
जेठानी जी ,मुझसे पहले तैयार , खूब चटक साडी पहन के ,
मेरे मन में तो आया बोलूं , की मॉल में जाने के लिए आज आप खुद माल बनी हुयी हैं पर किसी तरह अपने पर कंट्रोल किया।
हाँ थोड़ी शरारत के बिना कैसे ,
" दी आपकी लिपस्टिक थोड़ी स्मज हो गयी लगता है देवर आपके चुम्मा चाटी कर रहे थे। "
और उन्ही के पर्स से लिपस्टिक निकाल के , डार्क रेड तो उन्होंने पहले ही लगा के रखी थी ,मैंने थोड़ी और ,... जैसे
इनके शहर के गंज वाले मोहल्ले में,रेड लाइट एरिया में शाम को बन ठन के इनकी मायकेवालियाँ खड़ी रहती हैं ,एकदम उसी तरह।
तय हुआ था की मैं गुड्डी और दिया को गुड्डी के घर से पिक करुँगी , बल्कि वो जिस गली में रहती है उसके सामने से।
( उस गली में कुछ धोबियों के भी घर थे और गली के बाहर हरदम दो चार गदहे बंधे रहते थे ,इसलिए गुड्डी को गारी गाते समय ,चिढ़ाते समय हरदम हम लोग गुड्डी का नाम गदहों से जरूर जोड़ते थे। )
आज भी दो चार गदहे थे वहां लेकिन गुड्डी वहां नहीं थी।
मेरी निगाह चुन्नू की दूकान पड़ी , वही वीडियों लाइब्रेरी वाला जिसके यहाँ से ये ब्ल्यू फ़िल्में लाये थे , और जो गुड्डी के मोहल्ले का केबल चलाता और रात में एक बजे से अच्छी अच्छी फ़िल्में भी दिखाता था।
दोनों लड़कियां वहीँ खड़ी थी ,मैं भी चुन्नू की दूकान पर पहुँच गयी।
पर मेरी आँखे फ़ैल गयीं ,दोनों ने रेनकोट पहन रखी थी ,
और मैं चालू हो गयी।
'सालियों ,कमीनियों बाहर एक बादल का टुकड़ा भी नहीं है और तुम दोनों , क्या अंदर से गीली हो रही हो , "
बिना इस बात की परवाह किये की चुन्नू वहीँ उन दोनों के साथ खड़ा है।
और गुड्डी भी चढ़ गयी चुन्नू के ऊपर तेल पानी ले के ,
" अरे तुझे कुछ शऊर वाउर है की नहीं ,नाक कटाएगा पूरे मोहल्ले की। भाभी पहली बार तेरी दूकान पे आयीं हैं ,न दुआ सलाम ,न चाय पानी ,... "
और रही सही कसर दिया ने पूरी कर दी चुन्नू की।
बेचारा , झट से उसने दो बार नमस्ते कर दिया , बैठने को स्टूल ऑफर किया।
लेकिन तब तक दोनों रेन कोट खुल गए , और ये तय होगया की आज तो पूरे शहर में बारिश होगी जम के ,सफ़ेद थक्केदार मलाई की।
आग लगा रही थीं दोनों ,
Superb updateआग ही आग
लेकिन तब तक दोनों रेन कोट खुल गए , और ये तय होगया की आज तो पूरे शहर में बारिश होगी जम के ,सफ़ेद थक्केदार मलाई की।
आग लगा रही थीं दोनों ,
दिया के मम्मे तो वैसे ही जबरदस्त थे ,एकदम परफेक्ट पंजाबी कुड़ी थी वो , भरे भरे कड़े कड़े ,और आज जो उसने हॉट हॉट टॉप पहन रखा था
उसमें कुछ सोचने का जोर लगाना ही नहीं पड़ता। उस जस्ट इंटर पास हुयी टीनेजर के बूब्स की कड़ाई ,गोलाई शेप ,साइज सब कुछ ,
नाभि दर्शना टॉप के नीचे स्कर्ट और उससे निकलती खूब लम्बी लम्बी गोरी गोरी टाँगे।
गुड्डी इत्ती बोल्ड तो नहीं थी पर टॉप उसका भी नाभि दर्शना था और साथ में लो हाइट वाली रिप्ड जींस जो मैं उसके लिए लायी थी।
एकदम देह से चिपका ,गुड्डी की लम्बी टाँगे , उसके भरे कड़े नितम्ब सब कुछ ,...और टॉप उसका भी देह से चिपका।
बनयाइन चड्ढी दोनों तो मैंने मना ही कर रखी थी, तो जस्ट इंटर पास, मेरी दोनों ननदियों के जुबना के उभार के साथ साथ निपल भी साफ़ साफ़ झलक रहे थे.
रेन कोट दोनों ने चुन्नू के ऊपर फेंक दिया और बोलीं सम्हाल के रख दे , लौट के ले लेंगी दोनों।
अब इतने हॉट ड्रेस पहन के घर से निकलना वो भी इस छोटे शहर में तो पॉसिबिल नहीं था , इसलिए रेनकोट मैंने अपनी दोनों ननदों की अकल को दाद दी चुन्नू को चिढ़ाया।
"हे इत्ती हाट हाट लड़कियां अगर आधे घंटे भी तेरे यहाँ आके बैठ गयीं तो सोचो तेरा धंधा कितना चल निकलेगा। "
" कहाँ भाभी ,अभी तक बोहनी भी नहीं हुयी। "
बुरा सा मुंह बना के वो बोला।
" अरे बोहनी अभी तो इसकी भी नहीं हुयी " गुड्डी के डिम्पल पे चिकोटी काटती मैं बोली।
" नालायक तू पैदा ही ऐसी रोनी सूरत लेके हुआ , रोज रात को जो सविता भाभी की असली कहानी दिखा दिखा के पैसा कमा रहा है ,वो , "
दिया ने बस दो हाथ नहीं लगाया उसे , ... और हम लोग कार की ओर चल दिए।
जेठानी जी गाडी में पीछे बैठी थीं और मैं ड्राइव कर रही थी।
गुड्डी को जेठानी के पास बिठाना खतरे से खाली नहीं था इसलिए उसे मैंने आगे अपने साथ बिठाया और दिया को अपनी जेठानी के साथ।
वैसे भी जेठानी को शीशे में उतारने का काम दिया के जिम्मे था।
" दिया तू वो क्या सविता भाभी की नयी कहानी की बात सूना रही थी ?" मैंने गाडी स्टार्ट करते हुए , दिया को उकसाया।
वो चालू हो गयी लेकिन मेरी जेठानी से बात करते हुए ,उनसे बोली ,
" भाभी , आप श्रुती को जानती हैं न , ... अरे वही जिसकी सकल एकदम सोनाक्षी सिन्हा से मिलती है ,एकदम सेम टू सेम , कोई भी धोखा खा जाए , "
" अच्छी तरह ,उसकी हाल चाल ,लछ्ण कुलछ्न , अपने से पन्दरह साल बड़े मर्द से शादी की ,चार साल हो गए चुहिया भी नहीं हुयी वही न ,तेरे ही मोहल्ले में तो रहती है वो ,पति उसके मेडिकल रप्रेजेंटेटिव हैं क्या हुआ उसको। "
जेठानी जी ने मुड़ कर दिया की ओर अपना चेहरा दिया की ओर किया।
पंचायत और खासतौर से पर निंदा में जेठानी जी को बहुत रस आता था।
लेकिन दिया ने अनसुना कर दिया और पात्र परिचय में लगी रही।
"भाभी ,उनके मम्मे तो एकदम सोनाक्षी जैसे खूब बड़े बड़े भी कड़े कड़े भी ,हरदम उनके लो कट ब्लाउज से छलकते रहते हैं , पिछवाड़ा भी वैसे खूब गदराया ,भरा ,भरा , लौंडे तो लौंडे मरद भी उनको सोना डार्लिंग ही कहते हैं , और वो बुरा भी नहीं मानती हैं , हेयर स्टाइल मेकअप ,कपडे सब वो भी एकदम कॉपी ,... सब लौंडे उनके दीवाने बल्कि उनके बड़े बड़े मम्मों के ,...
बात काट के जेठानी बोलीं ,
"मालूम है ,मालूम है मुझे बचपन से मिजवाती है वो। जब कच्चे टिकोरे थे तब से रगड़वा रही है , मुझे कोई क्या बताएगा उस के बारे में "
साथ बनाये रखने के लिए सपोर्ट के लिए कोटिश धन्यवाद, सतत आभार,...Superb update