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Ye "but plug" wali saza ki to pehli baar entry kar di apne hindi Stories me.Nice update.Bahut revengeful bhi aur kamuk bhi.मेकअप
" बस ज़रा तैयार हो जाऊं ,.. हाथ छुड़ाते हुए वो खड़ी हो गयीं पर निगाह उनकी मेरी ओर ही थी.
………………………………………………………….
कल मॉल से आयी साड़ी ब्लाउज मैंने ही रखी थी।
" आप तैयार होइए न ,मैं ले के आती हूँ " मैं बोली पर उनके देवर ,
" भाभी जरा होठ लाली जबरदस्त लगाइएगा , .. " वो बोले।
भाभी ने उनकी ,कमरे में घुसते रुक के जवाब दिया ,
" क्या फायदा तुम थोड़ी देर में खा के बराबर कर दोगे , " और ड्रेसिंग टेबल पर।
मेकअप उन्होंने जबरदस्त किया , आँखों में काजल , बड़ी सी लाल बिंदी , गालों पर हलकी सी लाली और फाउंडेशन , डार्क स्कारलेट लिपस्टिक
इसलिए भी की ,उनके होंठों और गालों को काट काट के उनके देवर ने इतने निशान बना दिए थे।
और मैं तबतक साडी ब्लाउज और ब्रा का पैकेट ले के आ गयी ,वही जो कल हमारी और दिया की ज्वाइंट प्लानिंग के तहत खरीदी ,सिलवाई गयी थीं।
अब मैचिंग पेटीकोट नहीं मिल रहा है ,हमीं लोग तो हैं कह के मैंने जेठानी की नीचे वाली टॉवेल खींच दी।
साडी तो एकदम ट्रांसपरेंसी इंटरनेशनल से अप्रूव्ड और वो भी प्याजी रंग की , जेठानी जी की गोरी चम्पई देह से मिलती
पर असली चीज तो ब्लाउज था जो दिया के ख़ास इंस्ट्रक्शन पर बना था , दिखाता ज्यादा था छुपाता कम ,और जो छुपाता भी था उसमें भी
उनके जुबना का जादू बढ़ा चढ़ा कर , सिर्फ दो पतले कपडे की कटोरी की तरह नीचे से जो और पुश करती थीं और उस ३६ डी डी का क्लीवेज एकदम साफ़ उभर कर आता था। ब्लाउज भी झलकौवा। लेकिन मैंने उस के लिए एक ब्रा भी खरीद ली थी ,क्वार्टर अंडरवायर ब्रा ,
यानी नार्मल ब्रा की सिर्फ एक चौथाई बस नीचे से बूब्स को सपोर्ट दिए रहती थी ,ऊपर के हिस्से को छोड़िये , निपल्स तक ब्रा के अच्छी तरह बाहर रहते हैं उसमे और शोल्डर लेस , बस एक बहुत पतली सी स्ट्रिंग ,ट्रांसपरेंट बैक पर। ब्लाउज भी उनका ऑलमोस्ट बैकलेस था बस एक चोली की तरह.
ब्लाउज भी ऑफ शोल्डर था ,जेठानी के गोरे गोरे कन्धों की गोलाइयाँ साफ़ साफ़ खुली खुली नजर आती थीं। और फिर सीधे कंचों की तरह कड़े कड़े निप्स तक सब कुछ ,
वो सोचें समझे ,मैंने उन्हें ब्लाउज पहना दी ,अपने साथ एक सेल्फी भी खींच ली और सीधे मेरी कमीनी ननद ,दिया के पास। थम्स अप साइन भी आ गया तुरंत।
और हम दोनों जब बाहर निकले तो वो बस लैपटॉप बंद कर रहे थे , और एक पल के लिए तो बस बेहोश नहीं हुए।
कस के उन्होंने जेठानी को अपनी बाहों में भींचा ,थोड़ी लिपस्टिक खायी और बोला ,
" भाभी अरे ये आपकी मस्त फिल्म सिर्फ हम लोगों के लिए है कभी कभी देख के मजे ले लेंगे ,मैं कोई विनोदवा की तरह थोड़े हूँ और न आप सोना डार्लिंग की तरह ,आप तो मेरी प्यारी प्यारी भौजी हैं "
और अबकी स्तन मर्दन भी।
" ओनली फॉर लिमिटेड सर्कुलेशन , ... " मैंने जोड़ा।
" और क्या ,.. " वो बोले ,और जेठानी थोड़ी अश्योर हुईं।
" आपके मायके वालों के लिए और आपकी भौजी के मायके वालों के लिए ,है न। " मैंने थोड़ी मिर्च छिडकी।
वो कुछ बोलते या उनकी भौजाई कुछ बोलतीं ,
उनकी मायकेवाली ,जिसके लिए पूरे शहर में ग़दर मचा था , जिल्ला टॉप माल।
तूफ़ान की तरह दरवाजा खोल के घर में दाखिल हुयी और सीधे मेरे गले ,...
Thanks so muchAgain amazing new part.. Keep them coming.. Can't wait to read the next one.
"Butt Plug " valala dhakkan pichvaade na lagaati to Gandabd na ho jataaYe "but plug" wali saza ki to pehli baar entry kar di apne hindi Stories me.Nice update.Bahut revengeful bhi aur kamuk bhi.![]()
Superb superb update दीदीमेकअप
" बस ज़रा तैयार हो जाऊं ,.. हाथ छुड़ाते हुए वो खड़ी हो गयीं पर निगाह उनकी मेरी ओर ही थी.
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कल मॉल से आयी साड़ी ब्लाउज मैंने ही रखी थी।
" आप तैयार होइए न ,मैं ले के आती हूँ " मैं बोली पर उनके देवर ,
" भाभी जरा होठ लाली जबरदस्त लगाइएगा , .. " वो बोले।
भाभी ने उनकी ,कमरे में घुसते रुक के जवाब दिया ,
" क्या फायदा तुम थोड़ी देर में खा के बराबर कर दोगे , " और ड्रेसिंग टेबल पर।
मेकअप उन्होंने जबरदस्त किया , आँखों में काजल , बड़ी सी लाल बिंदी , गालों पर हलकी सी लाली और फाउंडेशन , डार्क स्कारलेट लिपस्टिक
इसलिए भी की ,उनके होंठों और गालों को काट काट के उनके देवर ने इतने निशान बना दिए थे।
और मैं तबतक साडी ब्लाउज और ब्रा का पैकेट ले के आ गयी ,वही जो कल हमारी और दिया की ज्वाइंट प्लानिंग के तहत खरीदी ,सिलवाई गयी थीं।
अब मैचिंग पेटीकोट नहीं मिल रहा है ,हमीं लोग तो हैं कह के मैंने जेठानी की नीचे वाली टॉवेल खींच दी।
साडी तो एकदम ट्रांसपरेंसी इंटरनेशनल से अप्रूव्ड और वो भी प्याजी रंग की , जेठानी जी की गोरी चम्पई देह से मिलती
पर असली चीज तो ब्लाउज था जो दिया के ख़ास इंस्ट्रक्शन पर बना था , दिखाता ज्यादा था छुपाता कम ,और जो छुपाता भी था उसमें भी
उनके जुबना का जादू बढ़ा चढ़ा कर , सिर्फ दो पतले कपडे की कटोरी की तरह नीचे से जो और पुश करती थीं और उस ३६ डी डी का क्लीवेज एकदम साफ़ उभर कर आता था। ब्लाउज भी झलकौवा। लेकिन मैंने उस के लिए एक ब्रा भी खरीद ली थी ,क्वार्टर अंडरवायर ब्रा ,
यानी नार्मल ब्रा की सिर्फ एक चौथाई बस नीचे से बूब्स को सपोर्ट दिए रहती थी ,ऊपर के हिस्से को छोड़िये , निपल्स तक ब्रा के अच्छी तरह बाहर रहते हैं उसमे और शोल्डर लेस , बस एक बहुत पतली सी स्ट्रिंग ,ट्रांसपरेंट बैक पर। ब्लाउज भी उनका ऑलमोस्ट बैकलेस था बस एक चोली की तरह.
ब्लाउज भी ऑफ शोल्डर था ,जेठानी के गोरे गोरे कन्धों की गोलाइयाँ साफ़ साफ़ खुली खुली नजर आती थीं। और फिर सीधे कंचों की तरह कड़े कड़े निप्स तक सब कुछ ,
वो सोचें समझे ,मैंने उन्हें ब्लाउज पहना दी ,अपने साथ एक सेल्फी भी खींच ली और सीधे मेरी कमीनी ननद ,दिया के पास। थम्स अप साइन भी आ गया तुरंत।
और हम दोनों जब बाहर निकले तो वो बस लैपटॉप बंद कर रहे थे , और एक पल के लिए तो बस बेहोश नहीं हुए।
कस के उन्होंने जेठानी को अपनी बाहों में भींचा ,थोड़ी लिपस्टिक खायी और बोला ,
" भाभी अरे ये आपकी मस्त फिल्म सिर्फ हम लोगों के लिए है कभी कभी देख के मजे ले लेंगे ,मैं कोई विनोदवा की तरह थोड़े हूँ और न आप सोना डार्लिंग की तरह ,आप तो मेरी प्यारी प्यारी भौजी हैं "
और अबकी स्तन मर्दन भी।
" ओनली फॉर लिमिटेड सर्कुलेशन , ... " मैंने जोड़ा।
" और क्या ,.. " वो बोले ,और जेठानी थोड़ी अश्योर हुईं।
" आपके मायके वालों के लिए और आपकी भौजी के मायके वालों के लिए ,है न। " मैंने थोड़ी मिर्च छिडकी।
वो कुछ बोलते या उनकी भौजाई कुछ बोलतीं ,
उनकी मायकेवाली ,जिसके लिए पूरे शहर में ग़दर मचा था , जिल्ला टॉप माल।
तूफ़ान की तरह दरवाजा खोल के घर में दाखिल हुयी और सीधे मेरे गले ,...