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Erotica जोरू का गुलाम उर्फ़ जे के जी

komaalrani

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जोरू का गुलाम भाग २३६ - मंगलवार, दिल्ली

अपडेट पोस्टड, पृष्ठ १४३३ फायनेंसियल थ्रिलर का नया मोड़,

कृपया पढ़ें, आंनद लें और कमेंट जरूर करें
 
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motaalund

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जेठानी की फिल्ल्म विल्लम






अपने को छुड़ाते गुड्डी ने एक बार फिर जेठानी को ऊपर से नीचे तक देखा ,फिर बिचारी का चेहरा उदास हो गया।
जेठानी से बोली ,

" बड़ी भाभी ,आई एम फीलिंग सो सैड। आपकी तमाम कोशिशों के बावजूद आपके ये देवर ,मुझे शाम को ले उड़ेंगे। प्रॉमिस ,मैं अगर रहती न आज यहां तो ये आप का रंग रूप ये जोबन ,ये ब्लाउज की कटिंग ,ये झलकौवा साडी , सच में पक्का , आपके मायके के सारे यारों की कसम ,आपकी सारी छिनार बहनों की कसम , आज श्योर आपको कालीनगंज ( इनके शहर की रेड लाइट एरिया ) में खड़ी कर देती , सच में बाजार लूट लेतीं। मजे का मजा ,पैसे का पैसा। एकदम ,... "



मैं क्यों पीछे रहती उसकी बात काट के मैंने उसकी बात पूरी की ,
" गुड्डी तो तू क्या कह रही है मेरी जेठानी रंडी लग रही हैं ,.. "



मुस्करा के गुड्डी ने मेरी ओर देखा और जैसे मैंने पता नहीं क्या बोल दिया है ,ऐसे मुझे देखते हुए बोली ,...



" आप भी न भाभी ,... लगने की क्या बात है। इन्ही के मोबाइल से तो दिया के पास , और उस दिया की बच्ची ने मुझे फारवर्ड कर दिया , और मैंने ,... अब जाने दीजिये ,...लेकिन जो चीज़ ये मुफ्त क्लियरेंस सेल की तरह बाँट रही है उसी का थोड़ा दाम लगा दें तो इस कठिन आर्थिक स्थिति में,... "

गुड्डी की मैक्रो इकोनॉमिक्स बहुत मजबूत थी और उँगलियाँ भी उतनी ही शरारती , वो जेठानी के खुली गोलाइयों के बीच टहल रही थीं, जेठानी के ब्लाउज के ऊपरी हुक से खेल रही थीं ,और एक झटके में उसने ऊपर का हुक खो दिया ,

जेठानी की ३६ डी डी की गोलाइयाँ आलमोस्ट छलक के बाहर ,



और गुड्डी फिर चालू ,


" अरे इस जोबन का तो ये दाम लगेगा , मजे का मजा ,पैसे का पैसा। अब आज रात आपके देवर तो मेरे साथ , और आपके वो भी नहीं ,चींटे काटेंगे इससे अच्छा , रात भर में ८-१० तो आप निबटा ही देंगीं। मार्केट डाउन है तब भी २०० ,४०० तो लोग दे ही देंगे। और आप भी क्या याद करेंगी ,कितनी प्यारी ननद है आपकी ,... कल रात में आपके एम् एमएस देखने के बाद मैने पूरी स्टडी की , ये मत समझिये की ये मजे वाली चीज है इसलिए लक्जरी आइटम , २८ % जी एस टी ,... एकदम नहीं , ...इसे आवश्यक आवश्यकता माना गया है इसलिए जी एस टी फ्री , बहुत कम चीजे जी एस टी फ्री है ,और उनमे हैं ये। दूसरी बात जो आपको वो पेमेंट करेगा न ,उसमें भी उसे टी डी एस काटने की जरूरत नहीं है। "



वो भी गुड्डी की बातें मजे से सुन रहे थे।

गुड्डी की उँगलियाँ अब जेठानी के गोल कंचे ऐसे बड़े बड़े निप्स पे पहुँच गयी थी।

मेज पर लैपटॉप तो उन्होंने बंद कर दिया था पर कई पेन ड्राइव और डीवीडी पड़ी थीं ,सामने टीवी भी पूरा बंद नहीं हुआ था।

जोर से निपल पिंच करती गुड्डी उनसे बोली ,

" पर एक बात जरूर ध्यान रखियेगा , जो भी कस्टमर आएगा न उसका आधार कार्ड जरूर चेक कर लीजियेगा। "



" तू भी न आज कल तो होम डिलीवरी का जमाना है ,जेठानी मेरी होम डिलीवरी नहीं कर सकतीं क्या , वहां जाना ,... " मैंने भी मजे लेने शुरू कर दिए।

" वो भी हो सकता है ,... अभी तो अमेजन और फ्लिपकार्ट दोनों की सेल थी ,... पर आपकी जेठानी को अच्छी फोटुएं , एक वेबसाइट और पेमेंट गेटवे ,... मैंने इनसे लाख कहा की भाभी एक फेसबुक अकाउंट बना लो पर नहीं ,इसमें भी आपकी जेठानी के संस्कार ,... और अब तो मैं आज जा ही रही हूँ , वरना इनकी एक साईट ,... और दिया तो एकदम एक्सपर्ट है इन चीजों में। आज कल तो मसाज पार्लर ,स्पॉ भी ,जिसमें अंग विशेष के मसाज पर ज्यादा जोर रहता है ,... लेकिन अब तोमैं आज शाम को आप लोगों के साथ चल रही हूँ ,इसलिए मुश्किल है कुछ कर पाना। "

गुड्डी ने ठंडी साँस ले कर बोला।

लेकिन गनीमत थी की गुड्डी की निगाह टेबल पर लैपटॉप ,पेन ड्राइव और सामने ५१ इंच के टीवी पर पड़ी और वो उछल गयी ,
" अरे आप लोग पिक्चर विक्चर देख रहे थे क्या ,मैं भी देखूंगी। "

गुड्डी मचले और उसके भैया न माने , वो तुरंत बोल उठे

" हाँ अभी लगाता हूँ एकदम शुरू से। " और पेन ड्राईव उन्होंने उठा लिया।

जेठानी का चेहरा एकदम से ,...



और अब मैंने इंटरविन किया ,जेठानी के बचाव में मैं आगयी।

" एकदम नहीं ,बेचारी मेरी जेठानी ने इत्ते अच्छे से नाश्ते की हमारी ननद के लिए तैयारी की है , पहले पेट पूजा , फिर काम दूजा। और गुड्डी को मेंहदी लगनी है ,जेठानी ने मेंहदी भी पीस के रखी है। पिक्चर तो कभी भी देख लेंगे। "

मैंने पिक्चर शुरू होने के पहले ही सेंसर बोर्ड को को आदर पूर्वक स्मरण कर उसे रोक दिया।

और अब वो ,मेरे आज्ञाकारी पति ,जोरू के गुलाम ,मेरी बात मान गए। गुड्डी से बोले ,

" तेरी भाभी सही कहती हैं , तेरे आई पैड में डाउनलोड कर देता हूँ , थोड़ी लम्बी है १. 88 जी बी की। और फोन में भी ,कहीं भी कभी देख लेना। पहले नाश्ता कर ले ,सुबह से हम लोग भी ,... "
जेठानी की जान में जान आयी और वो गुड्डी की मनुहार करने लगी ,

" हाँ चल न , मूंग का हलवा बनाया है और भी ,... और भी ,... कुछ चीजों की तैयारी कर के रखी है , बस मैंने सोचा तू आएगी न तो पूछ लेंगे की तुम्हे क्या पसंद है ,फिर गरमागरम ,... " और खुद गुड्डी का हाथ पकड़ के किचेन की ओर और पीछे पीछे मैं।



मूंग के हलवे की महक किचेन के बाहर से ही आ रही थी , एकदम मस्त।
अब तो जेठानी जी चूं चपाट भी नहीं कर सकती....
और सिर्फ भैया हीं क्यूँ मजा लें...
बहना भी तो ऐसी गदराई मस्त भौजी का खुल के मजा ले....
फिल्म तो कभी भी देख लेगी...
लेकिन समय रहते लाइव... भौजी से स्वाद ले ले...
 

motaalund

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हलवा



अब वो ,मेरे आज्ञाकारी पति ,जोरू के गुलाम ,मेरी बात मान गए। गुड्डी से बोले ,
" तेरी भाभी सही कहती हैं , तेरे आई पैड में डाउनलोड कर देता हूँ , थोड़ी लम्बी है १. 88 जी बी की। और फोन में भी ,कहीं भी कभी देख लेना। पहले नाश्ता कर ले ,सुबह से हम लोग भी ,... "

जेठानी की जान में जान आयी और वो गुड्डी की मनुहार करने लगी ,

" हाँ चल न , मूंग का हलवा बनाया है और भी ,... और भी ,... कुछ चीजों की तैयारी कर के रखी है , बस मैंने सोचा तू आएगी न तो पूछ लेंगे की तुम्हे क्या पसंद है ,फिर गरमागरम ,... "





और खुद गुड्डी का हाथ पकड़ के किचेन की ओर और पीछे पीछे मैं।

मूंग के हलवे की महक किचेन के बाहर से ही आ रही थी , एकदम मस्त। देसी घी से सराबोर ,ऊपर तक घी तैर रहा था। ढेर सारे ड्राई फ्रूट

लेकिन , फिर गुड्डी ने वो कर दिया जो इस किचेन में एकदम नो नो था।

खाना बनाने के बरतन में हाथ डालना ,सीधे उससे खाना ,यहाँ तक की चम्मच से भी नहीं ,

खाना तो सारा जूठा ही हो जाता था , वो बर्तन भी ,... पूरी सुद्धी करनी पड़ती थी उस बरतन की।

गुड्डी ने सीधे अपनी ऊँगली कड़ाही में डाल दी ,और ऊँगली में लगा हलवा मुंह में डाल के बोली ,

सच में ,मजा आ गया ,एकदम मस्त ,और अपने मुंह से जूठी ऊँगली निकाल के ,उसमें लगा थोड़ा बचा खुचा जूठा हलवा ,

सीधे जेठानी के मुंह में।
" भौजी आप भी तो चखो न ,इतना अच्छा। "



बिचारी जेठानी तिलमिला के रह गयीं ,गुड्डी के मुंह से निकली ऊँगली ,...
लेकिन कुछ बोलती उसके पहले गुड्डी की अगली हरकत ने ,... और बात ने।


गुड्डी ने फिर अपने और जेठानी के मुंह से निकली ऊँगली एक बार उस हलवे वाली कड़ाही में और अबकी एक और ऊँगली के साथ चम्मच की तरह मोड़ के थोड़ा और निकाला

और फिर सीधे मुंह में गप्प।

किसी तरह जेठानी ने बोला ,
" अच्छा है न ,.. "

" बहोत ,... " गुड्डी बोली और फिर अपने मुंह से निकली लिसड़ी ऊँगली सीधे जेठानी के मुंह में ,

" अरे आप भी तो चखिए वरना कहेंगी की मैं अकेले अकेले स्वाद ले रही हूँ ,वैसे भाभी आप को कौन सा हलवा पंसद है ,मुझे तो मूंग का और आपको ,.. "



जेठानी क्या बोलतीं , मुंह में तो गुड्डी की ऊँगली थी ,गुड्डी के मुंह से निकली।


लेकिन उसी के साथ गुड्डी ने वो बदमाशी की,... पता नहीं गलती से या जानबूझ के,... लेकिन जिस तरह मुझे आँख मार के वो मुस्करायी, पक्का था जान बूझ के,

जो ढेर सारा हलवा कुछ अपने मुंह से निकला, कुछ ऊँगली में लगा, घी से तराबोर,... जेठानी के ब्लाउज के अंदर जैसे गलती से टपक गया,

गरम गरम छूते हाथ जले,... वैसा और एक टेबल स्पून भर तो रहा ही होगा,... बेचारी छनछना रही थीं लेकिन मुंह में गुड्डी की ऊँगली घुसी थी,...



और उसके पहले ही उनके निपल पुल करते हुए गुड्डी ने अपनी पर काटने वाली बड़ी भाभी के बड़े जोबन को ब्लाउज की कैद से आलमोस्ट आजाद कर दिया था,सिर्फ सबसे नीचे वाले बटन के सहारे बस टिका था किसी तरह,... लेकिन उसका असर ये हुआ ये हुआ की गरम गरम हलुवा, घी के साथ गरम गरम उभारों पर पिघलता सरकता, ...

जैसे पल भर के बाद गुड्डी की नजर उधर पड़ी हो, जोर से चीखी वो,

" सॉरी भाभी, जला तो नहीं,.. चलिए फैला देतीं हूँ , कुछ तो गरमी कम हो जायेगी,... और सारा का सारा उनके उभारों पर,... और तभी उसकी निगाह दोनों उभारों पर सुबह सुबह जो चांटा मार प्रतियोगिता हुयी थी ( मैच ड्रॉ रहा था,... एक पर मैं हाथ आजमा रही थी थी दूसरे पे उनके देवर ). उसके लाल लाल निशान ,


" अरे भौजी ये तो एकदम नए नए हैं कित्ते अच्छे लग रहे हैं,... "जेठानी ने बात बदलने की कोशिश की पर गुड्डी ने बात काट दी,



और गुड्डी ने ही बोला

मैंने सूना है की आपको बेसन का हलवा बहुत पसंद है ,है न। आपकी कच्ची जवानी में आपकी उस गुलबिया भौजी कम नाउन ने ,अपने घर बुला के जबरदस्ती , आप को सीधे ,... चखाया था , है न ,पचा पचाया वाला, मुंह से खाया और,... ... "




जेठानी ने बात बदलने की पूरी कोशिश की ,

"और पकौड़ी की पूरी तैयारी कर के मैंने रखा है ,बेसन घोल के ,बस तुम बता दो ,प्याज ,पनीर ,ब्रेड किस चीज की पकौड़ी बनाऊं तुम्हारे लिए ,मौसम भी पकड़ी वाला हो रहा है , है न। "

जेठानी ने ट्रैक बदलने की कोशिश की तो मैंने बात वापस ट्रैक पर लाने की ,

" अरे मैंने भी आज सुबह सुबह , तेरी बड़ी भाभी को ,... "



पर गुड्डी का ध्यान मेरी बात पर नहीं था ,एक ओर थाली में रखे बैंगनों पर था , और वह बहुत ध्यान से उनमे से छांट रही थी।
हलवे का क्या कहना...
बड़की भौजी तो इसकी मास्टराइन हैं...
गपागप...सटासट...
कोई खिलाने वाला होना चाहिए...
वो तो घोंटने को तैयार हैं...
लेकिन जोर जबरदस्ती छेड़छाड़ तो बनती है...
 

komaalrani

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Guddi ka Badala- abhi shuruaat hai
 

motaalund

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बैगन



पर गुड्डी का ध्यान मेरी बात पर नहीं था ,एक ओर थाली में रखे बैंगनों पर था , और वह बहुत ध्यान से उनमे से छांट रही थी।

और जब वो एक खूब लम्बा ,मोटा बैंगन ले कर मुड़ी तो मैं समझ गयी ,परसों ही तो इसी किचेन में , मैंने उसे समझाया था।



मेरी जेठानी हम दोनों के बीच खड़ी थीं। झट मैंने जेठानी के हाथ पकड़ कर उनकी पीठ के पीछे कस के मरोड़ दिए। उनकी दोनों कलाइयां मेरी जकड़ में थी।
और गुड्डी ने आराम से धीमे धीमे अपनी बड़ी भाभी की झलकौवा साडी उठा दी।




मैंने उसकी बड़ी भाभी की दोनों टांगों के बीच में अपनी टांग डाल कर फैला दिया , पूरी तरह।

अब न वो टांग सिकोड़ सकती थीं ,न अपने हाथ का इस्तेमाल गुड्डी को रोकने के लिए कर सकती थीं।


गुड्डी बहुत धीरे धीरे आराम से उनकी साड़ी उठा रही थी और जब भरतपुर खुल गया तो साडी का छल्ला बनाकर गुड्डी ने उनकी कमर में लपेट दिया।और सटाक से बैगन मेरी जेठानी की बुर में पेल दिया ,

उईईईईईई तेजी से चीख जेठानी की निकली।




लेकिन उस लड़की में बहुत दम था , पूरे कलाई के जोर से

जैसे चूड़ी घुमा घुमा के किसी बोतल का ढक्कन बंद करते हैं ,बस उसी तरह से।




बेचारी जेठानी तड़प रही थीं ,सिसक रही थीं। लेकिन ,

गुड्डी बड़ी बेदर्दी से बैगन उनकी चूत में हचक हचक के पेल रही थी , और थोड़ी देर में वो मोटा बैगन ४ इंच से ज्यादा उनकी बुर ने लील लिया था।



खड़े खड़े घोंटना , वो भी ऐसे किचन में ,

ऊपर से गुड्डी के बोल ,
" अरे भाभी ,छिनरपना मत कर , सामू से लेकर उ संदीपवा तक आपकी पूरी बुर कुंडली मेरे फोन में है ,सुनाऊँ ,

और कल रात जो जेठानी ने सुनाया था वो सब गुड्डी की मोबाईल से ,...

" ढीली कर बुर आपन , मुझसे दो साल छोटी थी जब गपागप गपागप लौंडा घोंट रही थी और अब ,ढीली कर वरना इसको निकाल के तेल और मिर्चा पोत के पेलुँगी ,चार दिन तक ये ननद आपको याद रहेगी। "



झट से उसकी बड़ी भाभी ने खुद ही अपनी जाँघे और फैला दी।

गुड्डी ने एक बार फिर पूरी ताकत से , और अबकी ऑलमोस्ट पूरा बैगन अंदर




गुड्डी फिर बैगन अंदर बाहर करने लगी , और मैंने जेठानी जी के हाथ पर पकड़ थोड़ी ढीली करते हुए उन्हें छेड़ा ,

" अरे दीदी ये सोचिये आपकी ये छुटकी ननदिया कितनी सीधी है ,आप का ख्याल रखती है ,सोचिये ये अगर बैगन की पकौड़ी की जगह लौकी के कोफ्ते पसंद करती तो ,... "



“" अरे तो क्या हुआ ,घोंट लेती वो भी , ... " हँसते हुए गुड्डी ने जेठानी की बुर चोदने की रफ़्तार बढ़ा दी , फिर जेठानी को समझाया।

" अरे भाभी ,कल रात आपने जिस देवर के साथ रात भर कबड्डी खेली तो वो तो आज रात मेरे साथ ,... शाम को हम लोग निकल ही देंगे , और आपके वो आज तो आयंगे नहीं , ... फिर सारी रात सन्नाटा ,... इसलिए ,... आप तो वैसे भी संस्कारी शुद्ध शाकाहारी ,इसीलिए मैंने सोचा की बैगन से ही ,... "

खिलखिलाते हुए वो बोली।



" तुम क्या सोचती हो ,तेरी तरह मेरी जेठानी भी ,... " मैंने अपनी ननद को छेड़ा।

" अरे नहीं भाभी , इनके गाँव के लौंडे ,.... इनकी तो झांटे भी नहीं ठीक से आयी थीं की , घचघच् घचघच् , देने में से किसी को भी नहीं मना करतीं कोई मांग के तो देखे। " गुड्डी फिर जेठानी जी के पीछे ,



और एक बार में आलमोस्ट पूरा बैगन निकाल के जेठानी की बुर में पूरा ठूंस दिया और समझाया ,

" अरे भौजी यह के अपनी बुरिया में बस आधा पौन घंटा डाल के , जोर जोर से भींचिये , एकदम आपके बुर रस में जब भीग जाय ,अच्छे से मॅरिनेट हो जाय फिर उसकी बैंगनी ,... बस ज़रा भी सरक के बाहर न आने पाए ई समझ लीजिये वरना मैं तो चली जाउंगी पर आपका नाम कल सबेरे तक , ... "



समझदार को इशारा काफी था,

गुड्डी ने साडी ढीली कर दी और एक बार फिर साडी नीचे तक ,

" और नाश्ता ,... " जेठानी तो थोड़ा मंद समझती थीं।

" अरे इसके मॅरिनेट होने के बाद ही तो आप बैंगनी बना पाएंगी ,उतनी देर इन्तजार कर लूंगी और तबतक ,... "



" और तब तक ये तुम्हे बुकवा लगा के चिकना कर देंगी ,पेडिक्योर , मैनीक्योर ,मेहन्दी ,.... पौन घंटा तो झट से ,उसके बाद नाश्ता ,... बैगनी का " मैंने तबतक वाली बात पूरी की।
जेठानी जी की जान मुँह में ... बैंगन बुर में अटकी पड़ी है....
अब जेठानी के वो तो हैं नहीं.... और देवर के साथ खुद कुटवाने जा रही है...
तो गुड्डी बडकी भौजी का ख्याल नहीं रखेगी तो और कौन रखेगा.....
 

motaalund

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may not be an appropriate place to sell your wares as this thread attracts very few eye balls.
I do not agree on later part of the above comment, though the comments are less but views are approaching one million.
Hoping to reach billions.
 
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Luckyloda

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जोरू का गुलाम भाग १४५


फिल्ल्म -विल्लम



वो निकली लेकिन फिर उनके देवर ने बुला लिया और प्यार से समझाया,

" देखिये दूध वाले के साथ सेल्फी जरूर लीजिएगा, और ये दोनों लाल लाल उभार साफ़ साफ़ आने चाहिए,... और उसकी मथानी पकड़ के भी ,... चुम्मा लेते ,.. आठ दस सेल्फी ,... "

मैंने जुगल बंदी की

"और सेल्फी हम लोगों के साथ साथ अपनी दोनों नंदों को भी , गुड्डी और उसकी सहेली दिया को भी,... गुड मॉर्निंग के साथ , फोन कर के पूछ भी लीजियेगा , मिली की नहीं

और अब जब वो बाहर गयीं तो हम दोनों सो गए

सच में बड़ी गहरी नींद आयी ,



मैं तो तभी उठी जब जेठानी ने उठाया ,बार बार और चाय की महक मेरे नथुनों में पड़ी।

वो उठ गए थे और कुछ लैपटॉप में काम कर रहे थे।

मेरे मोबाइल पे गुड्डी और दिया के १७ मेसेज थे।

मैंने गुड्डी का लास्ट मेसेज पढ़ा ,बहुत खुश ,खूब रगड़ा उसने मेरी जेठानी को ,नाक रगड़वा लिया तब मानी साढ़े दस तक आएगी।



इनकी ओर मैंने चेहरा किया तो जेठ जेठानी जी की बात ये सुन चुके थे , गुड्डी को भेजने की सारी क्रेडिट जेठानी ने अपने नाम पे। और बहुत रिक्वेस्ट भी लगाई थी ,ये भी की आज शाम को ही हम लोग जा रहे हैं गुड्डी को लेकर।

इनकी भौजी को देखकर लग रहा था पेट में क्या ग़दर मच रहा होगा उनके ,

और मैंने उनके बट प्लग को निकाल दिया , लेकिन चाय पीने के बाद ,बेचारी तुरंत बाथरूम भागीं।



मैं किचेन में आयी एकदम सारे बर्तन साफ़ , नाश्ते की पूरी तैयारी झाड़ू पोंछा कम्प्लीट।

वो तो बरामदे में लैपटॉप लेकर बैठ गए , रात की कहानी को संवारने ,समेटने।

फिल्ल्म बड़ी लम्बी बनी जेठानी की, ..रात भर की फिल्ल्म को डेढ़ घंटे की करना था और फिर कुछ क्लोज अप,... हर पोज के,... जिससे जेठानी का सुंदर मुखड़ा एकदम साफ़ साफ़ दिखे,..


और अंग विशेष भी जांघ के ऊपर वाला तिल भी. उसे और अगर कहीं कहीं मेरा या इनका चेहरा आ गया हो तो उसे एडिट कर के कर के हटाना, बार बार कमरे की भी बैकग्राउंड साफ़ साफ़,... और शुरू में कुछ उनकी नॉन सेक्सी फ़ोटुंए, पूरी भी, क्लोज अप में जिससे बिना बताये कोई समझ जाए की ये 'रात की रानी ' कौन है,...

लेकिन फिल्म के मामले में तो ये एक्सपर्ट थे,...



मैंने पहले तो मौक़ा मुआयना किया , दौराने तफ्तीश ये पता चला की मेरी जेठानी ने एक अच्छी बच्ची की तरह सारे इंस्ट्रक्शन पूरे किये हैं। यानी आपरेशन जेठानी का एक बहुत बड़ा पार्ट पूरा। झाड़ू पोंछा बरतन , और फिर उनकी गुड्डी और जेठ से हुयी फोन वार्ता , चिड़िया अब अच्छी तरह हम लोगों की मुट्ठी में आ गयी थी।


मैं भी इनकी मेज पे आ के बैठ गयी। रात भर के सारे रॉ फुटेज को एडिट कर के उन्होंने तीन डेढ़ डेढ़ घंटे की डी वी डी बना ली थी और अब उसमें से एक , एक घंटे की बनाने की कोशिश कर रहे थे। इसमें शुरू में जेठानी की नान न्यूड स्टिल और वीडियों भी थी जिससे किसी को आइडेंटिफाई करने में दिक्कत न हो। यहाँ तक की उस आडियो रिकार्डिंग की क्लिप भी वो यूज कर रहे थे ,जिमसे उनकी नथ उतरने ,संदीप उनके कजिन और बाकी उनके चक्कर थे।

टाइम तो लगना ही था।

मेरे पास भी बहुत काम था। मम्मी से बात करनी थी ,डिटेल में। कल रात का बहुत कुछ तो उन्हें वहट्सऐप कर दिया था। दिया और गुड्डी से ,दोनों छिनारों के मेसेज से मेरा मोबाइल भर गया था। फिर आज रात हम घर पहुँच रहे थे तो मुझे मिसेज खन्ना ,मेरी सहेली और इनकी साली सुजाता को भी इन्फॉर्म करना था और सबसे बढ़ के मंजू बाई और गीता को। गुड्डी के लिए जितना ये तड़प रहे थे उससे ज्यादा तो वो दोनों रंडिया।

उधर बाथरूम से बार बार फ़्लश चलने की आवाज आ रही थी ,मैं सोच सकती थी बेचारी जेठानी के पेट में कितने क्रैम्प्स उठे होंगे,लेकिन अंदर अब अच्छी तरह साफ़ सूफ हो जाएगा।

" दीदी अब आप साफ़ कर रही हैं तो आराम से नहा धो के ही निकलिएगा बाहर। "


" ठीक है लेकिन मेरे कपडे ,... " अंदर से आवाज आयी।

" स्साली नौटंकी ,रात भर के बाद भी ,... " वो बुदबुदाए।



" अरे दीदी आपके देवर ही तो हैं बाहर देख लेंगे तो क्या ,.... आप टॉवेल पहन के निकल आइयेगा न। कल जो दिया ने साडी ब्लाउज दिलवाया था मॉल में मैं वही निकाल देती हूँ। गुड्डी साढ़े दस पर आएगी कोई जल्दी नहीं है ,कुछ होगा तो मैं देख लूंगी। "


मैंने उनको अश्योर किया और अपने काम में जुट गयी।




सबसे पहले मम्मी ,और मम्मी ने हाई फाइव तो किया लेकिन वार्न भी किया ,नागिन का सर कुचलने के साथ उसकी रीढ़ की हड्डी भी तोड़ देनी चाहिए ,और ढेर सारी ट्रिक्स भी बतायीं।




दिया का बार बार मेसेज आ रहा था ,इसलिए अगला नंबर उसी का लगा।


दिया ने बोला की वो कालेज की पार्टी में सीधे पहुंचेगी लेकिन पक्का वहां से गुड्डी के साथ हमारे यहां ,उसे भी जेठानी से स्कोर सेटल करना था। और वो रुकेगी जबतक हमलोग चले नहीं जाते। मैंने उस को जेठानी की उस बहन का डिटेल भी पास किया,अरे वो वाली नहीं , जिस की झिल्ली उसका भाई फाड़ चूका था और उसे गाभिन भी कर दिया था, ... और उसे वो अपने देवर के पास टिकाने वाली थीं , सेकेण्ड हैं माल. एक और थी, एकदम टटकी, कन्या कुँवारी, जो उन्हें ज्ञान देती थी , जिसने मेरा पहला राउंड नाकमयाब किया था ,अपनी दीदी को समझा के की वो फोटुओं को मॉर्फ बता सकती हैं।

" अरे भाभी बस गूगल देवता से अभी उसकी तहकीकात कराती हूँ , फिर अपनी फेसबुक मण्डली है न ,उसके कितने अकाउंट है कितने यार है झांट में कितने बाल हैं सब पता चल जाएगा। "



दिया का यही एट्टीट्यूड मुझे बहुत पसंद है। एकदम मेरी असली ननद है वो।

मैं जोर से खिलखिलाई।
" लेकिन मान लो उसके झांटे ही न आयी हों अभी तो ? " मैंने सवाल दाग दिया।

वो मुझसे भी जोर से खिलखिलाई। और बोली

" भाभी ,अरे इससे अच्छी बात क्या हो सकती है , फिर तो उसकी फाड़ने में और मजा आएगा ,हमारे भाइयों को भी और हमें भी। हाँ पहला शॉट अपने भैया और आपके सैंया से लगवाउंगी। बम्बई में क्या कहते हैं गैंग वाले , हाँ तो समझिये आपने मुझे सुपाड़ी दे दी है ,उस कन्या कुमारी की ,.. "



"सुपाड़ा घोटवाने की ,.. "खिलखिलाते हुए मैंने उसकी बात पूरी की।



उसे भी तैयार होने की जल्दी थी ,मुझे भी इलसिए ननद भाभी संवाद को यहीं विराम देते हुए मैंने ऊपर अपने कमरे में प्रस्थान किया ,तैयार होने के लिए।
नीचे बाथरूम से अभी भी फ्लश की ही आवाजे आ रही थीं इसलिए मैं समझ गयी थीं की मेरी जेठानी बाथरूम में अभी आधे घंटे तो ,
बहुत शानदार अपडेट कोमल भाभी बस आपसे एक शिकायत है यह गुड्डी की फोटो की जगह हर बार अनन्या पांडे को ना लगाया करो गुड्डी के चक्कर में यह फेवरेट होती जा रही है😜😜😜🥰🥰🥰🥰
 

Luckyloda

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टॉवेल क्वीन





उसे भी तैयार होने की जल्दी थी ,मुझे भी इलसिए ननद भाभी संवाद को यहीं विराम देते हुए मैंने ऊपर अपने कमरे में प्रस्थान किया ,तैयार होने के लिए।
नीचे बाथरूम से अभी भी फ्लश की ही आवाजे आ रही थीं इसलिए मैं समझ गयी थीं की मेरी जेठानी बाथरूम में अभी आधे घंटे तो ,



और मैंने भी नहाने में तो ज्यादा नहीं ,पर तैयार होने में अच्छी तरह टाइम लिया। जो रिप्ड जींस और क्रॉप टॉप कल मैंने अपनी ननदों दिया ,गुड्डी और छन्दा के लिए खरीदी थी उन नालायकों ने जिद्द कर के एक सेट मेरे लिए भी बस साइज का फर्क था ,



आज मैंने वही पहना।

मैं सोच भी नहीं सकती थी की इस घर में कभी जींस ,मेरी फेवरिट ड्रेस पहन के टहलूंगी ,पर सोचने से सब होता है क्या , जेठानी ने भी तो बहुत कुछ सोचा था ,गुड्डी के पर काटने को ,अपने अंगूठे के नीचे दबा के रखने को ,
जब मैं नीचे पहुंची तो ये भी नहाने चले गए थे और बाथरूम में से अब शावर की आवाज आ रही थी यानी जेठानी अब ,

आज लगता है खूब रगड़ रगड़ के वो नहायी और चन्दन वाला साबुन लगा के , ...


जब तक वो निकली तब तक उनके देवर वापस आ गए थे और हम दोनों ने एडिटेड सिनेमेटिक वो डेढ़ घंटे वाली कन्डेन्स्ड डीवीडी बना दी थी उसे लगा के ,सामने लगे ५१ इंच के टीवी पर उनकी फिल्म चालू हो गयी थी ,सराउंड साउंड के साथ।

बात सही है ,फिल्म में असली जौहर तो एडिटिंग का है और मन लगा के उनके देवर ने एडिटिंग की थी ,क्लोज अप और ज़ूम शॉट्स से लेकर वाइड ऐंगल तक ,जेठानी जी के चेहरे के एक्सप्रेशन ,उनके दांए बूब्स के पास का ,पीछे पीठ और जांघ के एकदम ऊपरी हिस्से में जो तिल था ,सबका बार बार क्लोज अप ,लेकिन बेस्ट थे जेठानी के बूब्स ,कोई भी पॉर्न एक्ट्रेस मात।



और तभी बाथरूम का दरवाजा खुला और जेठानी निकली , बाल तौलिये में लपेटे , बाल धो के नहाईं थीं वो आज। एक तौलिया 36 डी डी बूब्स को कस के बांधे हुए और दूसरा कमर के नीचे वाले खजाने को छिपाए हुए।



क्या फिल्म थी ,मैंने बहुत सी हॉट हॉट xxx देखी थीं लेकिन इसने सबको मात कर दिया था।

और इन्होने चोदा भी तो अपनी भौजाई को खूब रगड़ रगड़ के था। बिस्तर तो छोड़िये, कमरे की कोई जगह नहीं बची थी जहाँ मेरी प्यारी संस्कारी जेठानी की ली न गयी हो। टेबल पर निहुरा के ,सोफे पर एक टांग उठा के ,दीवाल के सहारे खड़ी कर के ,




एक बार तो खुली खिड़की के इन्होने जेठानी को आधा बाहर लटका दिया था , हलकी हलकी रिमझिम हो रही थी , जेठानी के खुले बाल पीठ पे बाहर के काले बादलों की तरह छितराये हुए थे , और वो हचक हचक के चोद रहे थे।


और इनसे ज्यादा इनकी भौजाई ,एकदम कातिक की कुतिया की तरह गरमाई ,जैसे न जाने कितने दिन बाद लंड मिला हो , एकदम चोदवासी , और खूब गाली दे दे के , इन्हे उकसा उकसा के ,इनके ऊपर चढ़ के , ताकत भी बहुत थी जेठानी की जांघ में। इनके ऊपर चढ़ी , पूरा का पूरा बालिश्त भर , ये तो धक्के भी नहीं लगा रहे थे ,




सब वही और कैमरे में उनकी मांसल वासना खूब उभर कर के आयी थी। एक एक गालियां ,जिस तरह से वो इन्हे चैलेंज कर रही थीं ,


" चोद ,चोद स्साले अपनी माँ के यार , देखती हूँ आज उस छिनार ,रंडी के जने में कितनी ताकत है , गांड मार दूंगी तेरी अगर मुझसे पहले झड़ा तो , हाँ हाँ ,पेल दे हचक के , ओह स्साला मस्त कहाँ से सीखा है ऐसे चोदना ,तेरी माँ ने सिखाया क्या , रंडी। "

इनके अपनी भौजाई के झड़ने से पहले झड़ने का सवाल ही नहीं था , इत्ती ट्रेनिंग इसी बात की तो मम्मी और मंजू बाई ने दी थी इन्हे।

हर बार दो तीन बार अपनी भौजाई को झाड़ के ही ,और उनकी भौजाई के झड़ने को कैमरे ने इतना मस्त कैप्चर किया था ,जिस तरह से तूफ़ान के पत्ते की तरह उनकी देह कांपती ,आँखे बंद हो जातीं ,अपने दोनों हाथों से चादर जोर से वो पकड़ लेतीं ,मुट्ठियां भींच लेती , और जैसे तूफ़ान गरज बरस के धीमे धीमे ठंडा पड़ता है , उसी तरह मेरी जेठानी लस्त पस्त शिथिल पड़ जाती।

जेठानी जी की आवाजें , उनकी सिसकियाँ ,उनके एक एक शब्द इत्ती अच्छी तरह कैप्चर हुए थे की एकदम स्टूडियो प्रोडक्शन लग रहा था।

फिर वाइन पीते हुए जेठानी जी , खुद पकड़ के उनका लंड मुंह में लेते जेठानी जी ,




किसी हालत में जबरदस्ती या मॉर्फिंग का ,...
बीच बीच में क्लोज अप भी और उसके बाद कैमरा जैसे किसी मर्द का स्लो लिगरिंग तड़पाने वाला टच हो ,उसी तरह बहुत धीमे धीमे सहलाते हुए आगे बढ़ता ,पैन करके नीचे या उपर।और जब जेठानी तौलिए लपेटे सीन पर नमूदार हुईं स्क्रीन पर सिर्फ एक क्लोज अप था

३६ डी डी , ऊंचाई ,गहराई , गुम्बद की गोलाई ,कड़ापन सब साफ़ साफ़



और जेठानी की आहट होते ही मैंने उसे पाज कर दिया।

और उनके देवर ने वही किया जो ऐसी मस्त नहा के निकली भौजी के साथ करना चाहिए ,

एक झटके में वो अपने देवर की गोद में थीं ,और दूसरे झटके में उनके देवर ने ऊपर वाली तौलिया हटा के उन दोनों मांसल गोलाइयों को अनावृत्त कर दिया।

" तुम दोनों भी न सुबह सुबह , ऐसी ऐसी फिल्म देखने ,... "

बड़ी अदा से उन्होंने मुड़ के मुझ से कहा। और फिर उन की निगाहें भी ५१ इंच वाले स्क्रीन पर चिपक गयीं।

" लेकिन है बड़ा मस्त ,कोई एक्ट्रेस है क्या ? " ये सवाल भी मुझसे था पर जवाब मेरे साजन ने
दिया ,
भाभी आप से गुजारिश है इन फिल्मों का लिंक मिलेगा क्या साला जब जेठानी ही अपने आप को नहीं पहचान पा रही तो क्या गजब की एडिटिंग करके देवर ने इतने प्यार से बनाई हैं कृपया हमें भी लिंक दो ताकि हम भी देख सकें
 

Luckyloda

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जेठानी






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और जेठानी की आहट होते ही मैंने उसे पाज कर दिया।

और उनके देवर ने वही किया जो ऐसी मस्त नहा के निकली भौजी के साथ करना चाहिए ,

एक झटके में वो अपने देवर की गोद में थीं ,और दूसरे झटके में उनके देवर ने ऊपर वाली तौलिया हटा के उन दोनों मांसल गोलाइयों को अनावृत्त कर दिया।



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" तुम दोनों भी न सुबह सुबह , ऐसी ऐसी फिल्म देखने ,... "

बड़ी अदा से उन्होंने मुड़ के मुझ से कहा। और फिर उन की निगाहें भी ५१ इंच वाले स्क्रीन पर चिपक गयीं।

" लेकिन है बड़ा मस्त ,कोई एक्ट्रेस है क्या ? " ये सवाल भी मुझसे था पर जवाब मेरे साजन ने दिया ,

हलके हलके उनकी गोलाइयों को सहलाते , दुलराते ,

" अरे भौजी लेकिन एहसे मस्त नहीं है " और झुक के जेठानी के खड़े निप्स हलके से बाइट कर लिए।




जवाब मैंने भी दिया ,फिल्म फिर से ऑन कर के।

थोड़ी देर में उन्हें जवाब मिल भी गया ,कौन ऐक्ट्रेस है। आवाज ,अंदाज ,वो तिल के निशान और एक तो सीधे भाभी के भगोष्ठों के पास ,जो सिर्फ क्लोज अप में नजर आता था।

पर बिना घबड़ाये वो अपने देवर की गोद में बैठी मजे से,...



जो कहते हैं न की व्हेन रेप इज इंविटेबल , बेटर ,... बस वही बात।
टेबल पर पड़ी ढेर सारी डी वी डी ,पेन ड्राइव बता रहीं थी इनकी कितनी कॉपी बन चुकी हैं।

देवर का हाथ अब नीचे वाली टॉवेल के गाँठ तक पहुंचा तो चिढ़ाया
" थोड़ा सा ठहरो , ... करती हूँ तुमसे वादा ,... पूरा होगा तेरा इरादा ,... "

उन्होंने मुस्करा के सायरा बानो के विक्टोरिया नंबर २०३ वाले गाने को सुन के ,मुझे देखा , आँखे उनकी मुस्करायी

और झिड़क के जोर से अपने देवर का हाथ हटा दिया।

" बेसबरे , सुबह सुबह ,रात भर रगड़ के मन नहीं भरा ,... "




" अरे मोर भौजी एह जुबना से किसका मन भर सकता है। " बड़े ही रोमांटिक अंदाज में वो बोले।

" बस ज़रा तैयार हो जाऊं ,.. हाथ छुड़ाते हुए वो खड़ी हो गयीं पर निगाह उनकी मेरी ओर ही थी.
जितने प्यार से भाभी बोल रही है उस हिसाब से तो लगता नहीं बिना कोई साजिश के मानेगी



जरूरत से ज्यादा मीठा हमेशा नुकसानदेह होता है और भाभी शहद पर शहद टपका ए जा रही है
 
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Luckyloda

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मेकअप






" बस ज़रा तैयार हो जाऊं ,.. हाथ छुड़ाते हुए वो खड़ी हो गयीं पर निगाह उनकी मेरी ओर ही थी.

………………………………………………………….

कल मॉल से आयी साड़ी ब्लाउज मैंने ही रखी थी।

" आप तैयार होइए न ,मैं ले के आती हूँ " मैं बोली पर उनके देवर ,

" भाभी जरा होठ लाली जबरदस्त लगाइएगा , .. " वो बोले।



भाभी ने उनकी ,कमरे में घुसते रुक के जवाब दिया ,


" क्या फायदा तुम थोड़ी देर में खा के बराबर कर दोगे , " और ड्रेसिंग टेबल पर।




मेकअप उन्होंने जबरदस्त किया , आँखों में काजल , बड़ी सी लाल बिंदी , गालों पर हलकी सी लाली और फाउंडेशन , डार्क स्कारलेट लिपस्टिक



इसलिए भी की ,उनके होंठों और गालों को काट काट के उनके देवर ने इतने निशान बना दिए थे।

और मैं तबतक साडी ब्लाउज और ब्रा का पैकेट ले के आ गयी ,वही जो कल हमारी और दिया की ज्वाइंट प्लानिंग के तहत खरीदी ,सिलवाई गयी थीं।

अब मैचिंग पेटीकोट नहीं मिल रहा है ,हमीं लोग तो हैं कह के मैंने जेठानी की नीचे वाली टॉवेल खींच दी।

साडी तो एकदम ट्रांसपरेंसी इंटरनेशनल से अप्रूव्ड और वो भी प्याजी रंग की , जेठानी जी की गोरी चम्पई देह से मिलती


पर असली चीज तो ब्लाउज था जो दिया के ख़ास इंस्ट्रक्शन पर बना था , दिखाता ज्यादा था छुपाता कम ,और जो छुपाता भी था उसमें भी

उनके जुबना का जादू बढ़ा चढ़ा कर , सिर्फ दो पतले कपडे की कटोरी की तरह नीचे से जो और पुश करती थीं और उस ३६ डी डी का क्लीवेज एकदम साफ़ उभर कर आता था। ब्लाउज भी झलकौवा। लेकिन मैंने उस के लिए एक ब्रा भी खरीद ली थी ,क्वार्टर अंडरवायर ब्रा ,




यानी नार्मल ब्रा की सिर्फ एक चौथाई बस नीचे से बूब्स को सपोर्ट दिए रहती थी ,ऊपर के हिस्से को छोड़िये , निपल्स तक ब्रा के अच्छी तरह बाहर रहते हैं उसमे और शोल्डर लेस , बस एक बहुत पतली सी स्ट्रिंग ,ट्रांसपरेंट बैक पर। ब्लाउज भी उनका ऑलमोस्ट बैकलेस था बस एक चोली की तरह.

ब्लाउज भी ऑफ शोल्डर था ,जेठानी के गोरे गोरे कन्धों की गोलाइयाँ साफ़ साफ़ खुली खुली नजर आती थीं। और फिर सीधे कंचों की तरह कड़े कड़े निप्स तक सब कुछ ,


वो सोचें समझे ,मैंने उन्हें ब्लाउज पहना दी ,अपने साथ एक सेल्फी भी खींच ली और सीधे मेरी कमीनी ननद ,दिया के पास। थम्स अप साइन भी आ गया तुरंत।
और हम दोनों जब बाहर निकले तो वो बस लैपटॉप बंद कर रहे थे , और एक पल के लिए तो बस बेहोश नहीं हुए।

कस के उन्होंने जेठानी को अपनी बाहों में भींचा ,थोड़ी लिपस्टिक खायी और बोला ,



" भाभी अरे ये आपकी मस्त फिल्म सिर्फ हम लोगों के लिए है कभी कभी देख के मजे ले लेंगे ,मैं कोई विनोदवा की तरह थोड़े हूँ और न आप सोना डार्लिंग की तरह ,आप तो मेरी प्यारी प्यारी भौजी हैं "

और अबकी स्तन मर्दन भी।

" ओनली फॉर लिमिटेड सर्कुलेशन , ... " मैंने जोड़ा।



" और क्या ,.. " वो बोले ,और जेठानी थोड़ी अश्योर हुईं।

" आपके मायके वालों के लिए और आपकी भौजी के मायके वालों के लिए ,है न। " मैंने थोड़ी मिर्च छिडकी।






वो कुछ बोलते या उनकी भौजाई कुछ बोलतीं ,



उनकी मायकेवाली ,जिसके लिए पूरे शहर में ग़दर मचा था , जिल्ला टॉप माल।



तूफ़ान की तरह दरवाजा खोल के घर में दाखिल हुयी और सीधे मेरे गले ,...
Kya bhabhi ko मीठी-मीठी dhamki de rahe ho tum log bhi अरे जिसने जवानी शुरू होने से पहले घटना शुरू कर दिया वह अब आधे बुढ़ापे में क्या घबराएगी
 

Luckyloda

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जोरू का गुलाम भाग १४६

और,... गुड्डी आ गयी



वो कुछ बोलते या उनकी भौजाई कुछ बोलतीं ,

उनकी मायकेवाली ,जिसके लिए पूरे शहर में ग़दर मचा था , जिल्ला टॉप माल।

तूफ़ान की तरह दरवाजा खोल के घर में दाखिल हुयी और सीधे मेरे गले ,...


इंटर पास करने वाली, जब अपनी कच्ची अमिया अपने हाईस्कूल के स्कूल के ब्लाउज में घुसाने की कोशिश करेगी तो वही होगा जो हो रहा था।

टॉप फाड़ के मेरी ननदी के जुबना बाहर छलक रहे थे , उनका गोलापन कटाव कड़ाई शेप साइज सब कुछ ,

आज तो उसके मोहल्ले के लौंडो की चांदी हो गयी होगी।

और हाईस्कूल में भी उसके टिकोरे कम जानमारु नहीं थे।




उसी साल तो वो मेरी शादी में बारात में आयी थी और आज तक लौंडे ,जवान सब उन टिकोरों की याद कर के मुट्ठ मारते हैं।

उन्ही टिकोरों को देख के तो मेरे 'ये ' ललचा गए थे अपनी छुटकी बहिनिया पर।

और उसके मोहल्ले के लौंडों ने उसे जिल्ला टॉप माल अनाउंस कर दिया था।

पर अब तो और जबरदंग हो गए थे मेरे ननदी के जुबना






कहते हैं बगावत और जोबन ,जितना दबाओ उतना बढ़ते हैं ,



यही हो रहा था गुड्डी के साथ ,उसकी उस हाईस्कूल वाली स्कूल यूनिफार्म में।


और आते ही उसने मुझे भींच लिया ,कुछ ही देर में मेरे ३४ सी और उसके ३२ सी के बीच दंगल चालू हो गया।

कसर मसर ,रगड़ा रगड़ी



और मेरे हाथ क्यों पीछे रहते , फिर उस की हाई स्कूल की स्कर्ट मुश्किल से गुड्डी की गोरी चिकनी जाँघों को कवर कर पा रहे थे।

मेरे हाथ सीधे स्कर्ट के अंदर ,कुछ देर तक तो अपनी ननद के बबल बॉटम का मजा लेती रही ,फिर थोड़ा सरक के सीधे आगे चुनमुनिया पे।

आज उसने जोउसके प्यारे प्यारे भइया ले आये थे वही थांग पहन रखी थी ,आगे से दो इंच और पीछे से एक पतला धागा सा , बस गांड की दरार में फंसा अटका सा।

चुनमुनिया एक दम चिक्क्न ,लगता था आज सुबह सुबह रिमूवर से साफ़ कर के आयी थी ,एकदम मक्खन ,



हम दोनों तो वहीँ चालू हो जाते ,पर मेरी और उसकी निगाह एक साथ ,उसकी बड़ी भाभी और मेरी जेठानी पर पड़ी और मैंने उसे हुलकाया।



फिर गुड्डी ने वो किया , जो न कभी वो सोच सकती ,न मैं

और न मेरी जेठानी।

सीधे लिप्पी।

गुड्डी के होंठ जेठानी के होंठों पर ,और उसने कस के अपनी एथलेटिक बाँहों में जेठानी को दबोच लिया।

गुड्डी के होंठों ने जेठानी को होंठों को न सिर्फ भींच लिया बल्कि कचकचा के , ...




पता नहीं मेरी जेठानी के होंठों से वो अपने भइया कम यार ज्यादा के होंठों का रस चेक कर रही थी ,

या मेरी जेठानी के शहद से मीठे होंठों का स्वाद ले रही थी ,पर दो तीन मिनट तक लगातार ,



और गुड्डी की उँगलियाँ अपनी बड़ी भाभी की ब्लाउज की कटिंग , एकदम बैकलेस ,पूरी पीठ दिखती , बहुत हो लो कट और सबसे बड़ी बात साइड से भी

बस बूब्स के सामने का हिस्सा थोड़ा सा कवर ,



" जबरदस्त ब्लाउज सिलवाया है भाभी आप ने ,एकदम लगता है जैसा आपने कहा था वैसे ही उस टेलर ने कटिंग की है। "

हलके से मेरी जेठानी के उभार दबाती वो शोख बोली।



२४ घंटे पहले यही जेठानी उसके पर काटने की उसे धमकी दे रही थीं।

पर मेरी जेठानी भी अपने बड़े बड़े जोबन के गुड्डी के नए आये किशोर उभारों पर खुल के रगड़ रही थीं।

कल रात की कुश्ती के बाद ही मुझे पता चल गया था की मेरी जेठानी को कन्या रस में भी बहुत रस आता है और कच्ची जवानी में जब वो अपने गाँव के लौंडो ,मरदों केसाथ गन्ने के खेतों में कबड्डी खेल रही थीं , गुलबिया , उन की भौजाइयों और गाँव की और खेली खायी प्रौढ़ाओं ने उस कच्ची रसमलाई का खूब रस भोगा होगा।

फिर आज उस हाईस्कूल वाली टॉप स्कर्ट में गुड्डी इतनी मस्त लॉलीपॉप लग रही थी की किसी के भी मुंह में पानी आ जाता ,जेठानी तो खैर बचपन की छिनार।

अपने को छुड़ाते गुड्डी ने एक बार फिर जेठानी को ऊपर से नीचे तक देखा ,फिर बिचारी का चेहरा उदास हो गया।

जेठानी से बोली ,

" बड़ी भाभी ,आई एम फीलिंग सो सैड। आपकी तमाम कोशिशों के बावजूद आपके ये देवर ,मुझे शाम को ले उड़ेंगे। प्रॉमिस ,मैं अगर रहती न आज यहां तो ये आप का रंग रूप ये जोबन ,ये ब्लाउज की कटिंग ,ये झलकौवा साडी , सच में पक्का , आपके मायके के सारे यारों की कसम ,आपकी सारी छिनार बहनों की कसम , आज श्योर आपको कालीनगंज ( इनके शहर की रेड लाइट एरिया ) में खड़ी कर देती , सच में बाजार लूट लेतीं। मजे का मजा ,पैसे का पैसा। एकदम ,... "


मैं क्यों पीछे रहती उसकी बात काट के मैंने उसकी बात पूरी की ,
" गुड्डी तो तू क्या कह रही है मेरी जेठानी रंडी लग रही हैं ,.. "



मुस्करा के गुड्डी ने मेरी ओर देखा और जैसे मैंने पता नहीं क्या बोल दिया है ,ऐसे मुझे देखते हुए बोली ,...

" आप भी न भाभी ,... लगने की क्या बात है। इन्ही के मोबाइल से तो दिया के पास , और उस दिया की बच्ची ने मुझे फारवर्ड कर दिया , और मैंने ,... अब जाने दीजिये ,...लेकिन जो चीज़ ये मुफ्त क्लियरेंस सेल की तरह बाँट रही है उसी का थोड़ा दाम लगा दें तो इस कठिन आर्थिक स्थिति में,... "
रात भर भाभी के फाड़ने के बाद भी तुम लोगों को चैन नहीं आया बेचारी की सुबह-सुबह फिर फाडने लग गए हो



और अबकी बार तो उसे मजा भी नहीं आ रहा
 
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