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जोरू का गुलाम भाग ३१
रात
जब मैं घर पहुंची तो वो कहीं नहीं दिख रहे थे।
मॉम के कमरे में भी नहीं जिसे उन्होंने खुद अपने हाथ से बहुत प्यार से ,बहुत मेहनत से सेट किया था।
लेकिन तभी मॉम के कमरे के अटैच्ड बाथरूम में कुछ आवाज सुनाई पड़ी ,
और वह वहीँ थे , ... रगड़ रगड़ कर साफ़ करते हुए ,...
( आप अंदाज लगा सकते हैं की बो क्या चमका चमका कर साफ़ कर रहे थे , एक भी दाग धब्बा न रहे )
मेरा तो मन हुआ उनसे बोलूं की
अरे अपने टूथब्रश से साफ़ करना चाहिए था न ,
फिर मुस्करा के ये सोच के चुप रह गयी।
पहले मॉम को आने दो , फिर कहूँगी ,
इस्तेमाल के बाद ,
वास्तव में एकदम चम चम चमक रहा था , जैसे क्लीनर्स के विज्ञापन में दिखाते हैं उससे भी १०० गुना ज्यादा।
वो मेरी ओर देख रहे थे ,
जैसे स्कूल में अच्छा होमवर्क करने के बाद कोई बच्चा अपनी क्लासटीचर की ओर देखे , वेरी गुड पाने के लिए।
मैंने दिया भी एक जबरदस्त चुम्मी और कहा ,
" सच्च में मम्मी बहुत खुश होगी तेरे से लेकिन मैं मम्मी की एक बात कहना भूल गयी थी , ख़ास तुम्हारे लिए ही उन्होंने कहा था फोन पे लेकिन मिसेज खन्ना के यह जाने की जल्दी में मैं भूल गयी।"
अब तो वो उतावले ,बेसबरे , बोलो बोलो न मम्मी ने क्या कहा था ,प्लीज।
सास दामाद के बीच में मैं कयों पड़ती।
मॉम ने जो कुछ कहा था मैंने जस का तस बिना कुछ जोड़े , काटे उन्हें सूना दिया,
" उस छिनाल के पूत ,हरामन के जने से कहना , की मैं उसे सिर्फ ब्रेकफास्ट ही नहीं ,डिनर लंच सब कराऊंगी। जब तक मैं रहूंगी , मेरे टॉयलेट पे ताला बंद रहेगा। "
बिचारे वो , उनकी हालत इतनी खराब ,...
मुंह मारे जोश के एकदम तमतमा गया था ,
और ज़रा से मैंने नीचे झुक के देखा तो वो तो एकदम मारे जोश के जैसे बर्स्ट हो जाएगा , एकदम खड़ा ,तन्नाया , कड़ा ,पूरे ९० डिग्री पर।
मैंने मुट्ठी में पकड़कर 'उसे 'जोर से भींचा , और हड़काया ,
" हे सम्हल जाओ , अब जब तक मम्मी नहीं आएगी न , इसका उपवास। एक बूँद भी बाहर नहीं आनी चाहिए समझ ले , प्री कम भी नहीं , ... वरना। "
रात
जब मैं घर पहुंची तो वो कहीं नहीं दिख रहे थे।
मॉम के कमरे में भी नहीं जिसे उन्होंने खुद अपने हाथ से बहुत प्यार से ,बहुत मेहनत से सेट किया था।
लेकिन तभी मॉम के कमरे के अटैच्ड बाथरूम में कुछ आवाज सुनाई पड़ी ,
और वह वहीँ थे , ... रगड़ रगड़ कर साफ़ करते हुए ,...
( आप अंदाज लगा सकते हैं की बो क्या चमका चमका कर साफ़ कर रहे थे , एक भी दाग धब्बा न रहे )
मेरा तो मन हुआ उनसे बोलूं की
अरे अपने टूथब्रश से साफ़ करना चाहिए था न ,
फिर मुस्करा के ये सोच के चुप रह गयी।
पहले मॉम को आने दो , फिर कहूँगी ,
इस्तेमाल के बाद ,
वास्तव में एकदम चम चम चमक रहा था , जैसे क्लीनर्स के विज्ञापन में दिखाते हैं उससे भी १०० गुना ज्यादा।
वो मेरी ओर देख रहे थे ,
जैसे स्कूल में अच्छा होमवर्क करने के बाद कोई बच्चा अपनी क्लासटीचर की ओर देखे , वेरी गुड पाने के लिए।
मैंने दिया भी एक जबरदस्त चुम्मी और कहा ,
" सच्च में मम्मी बहुत खुश होगी तेरे से लेकिन मैं मम्मी की एक बात कहना भूल गयी थी , ख़ास तुम्हारे लिए ही उन्होंने कहा था फोन पे लेकिन मिसेज खन्ना के यह जाने की जल्दी में मैं भूल गयी।"
अब तो वो उतावले ,बेसबरे , बोलो बोलो न मम्मी ने क्या कहा था ,प्लीज।
सास दामाद के बीच में मैं कयों पड़ती।
मॉम ने जो कुछ कहा था मैंने जस का तस बिना कुछ जोड़े , काटे उन्हें सूना दिया,
" उस छिनाल के पूत ,हरामन के जने से कहना , की मैं उसे सिर्फ ब्रेकफास्ट ही नहीं ,डिनर लंच सब कराऊंगी। जब तक मैं रहूंगी , मेरे टॉयलेट पे ताला बंद रहेगा। "
बिचारे वो , उनकी हालत इतनी खराब ,...
मुंह मारे जोश के एकदम तमतमा गया था ,
और ज़रा से मैंने नीचे झुक के देखा तो वो तो एकदम मारे जोश के जैसे बर्स्ट हो जाएगा , एकदम खड़ा ,तन्नाया , कड़ा ,पूरे ९० डिग्री पर।
मैंने मुट्ठी में पकड़कर 'उसे 'जोर से भींचा , और हड़काया ,
" हे सम्हल जाओ , अब जब तक मम्मी नहीं आएगी न , इसका उपवास। एक बूँद भी बाहर नहीं आनी चाहिए समझ ले , प्री कम भी नहीं , ... वरना। "