just fantasticbhabhi ji-- diyaaaaaa ... aur kitne se advance liya he.. ufffffffffffffffffffffff
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maine to is tarike se socha hi nahi tha...Are ₹2000 bhut hai is randi k liye......
Ab tk to sab free hi de rahi thi.... ab to chadayi k paise milenge Iss randi ki... aur filmo mms k copyright k alag se legi ye.....
Yes... this is valid point and correct course of action......बात बदला लेने की नहीं,
बदलने की है,
पहले जेठानी के देवर बदले, सब कुछ खाना पीना, जो जो चीजें सिर्फ फैंटेसी में या चैट रूम्स में थीं वो सब सच में,
फिर जेठानी बदल रही है हैं,
ननद, सास, ...सब का नंबर आएगा,... लेकिन बात बदलने की है,... हाँ बदलने के लिए साम दाम और नहीं तो दंड है ही।
इस लाल डायरी ने तो जेठानी जी के दोनों चूतड़ लाल कर दिए..ये बात तो जनता जनार्दन के सामने वाली थी, लेकिन कर्टसी लाल किताब अब ये भी मालूम हो चुका है की जेठानी की माँ ने अपनी बिटिया के लक्छन जानते हुए खुद ही कान पकड़ के डाक्टर के यहाँ ले जाके ताम्बे का ताला लगवा दिया था और बोल भी दिया था, ' अब फैलाओ टांग जहाँ, जिसके सामने चाहो, जितनी मर्जी हो। ' हाँ चलने के पहले ये राज और लाल किताब की एक प्रति मैं दिया को भी दे दूंगी, लेकिन चलते समय।
असल में ये प्रमोशनल ऑफर है, जैसे जियो वालों ने चलाया था, बाकी कंपनियां चित्त, मार्केट पेन्ट्रेशन हो गया, चीप आल्ट्रेनेटिव की तरह ब्रांड बिल्ट हो गया, उसके बाद झटाक से सब ने दाम बढ़ा दिए.
बस एकदम उसी तरह , गुड्डी और दिया का मार्केटिंग सेन्स बहुत तगड़ा है,...
दूसरी बात, सप्लॉई चेन का कमीशन, तो फाइनेंसियल कंसल्टेंसी, प्रोमोशन, डाटा मैनजेमेंट, सोशल मीडया लांच , ये सब पैसा दिया का और गुड्डी का, कोई वेंचर फंड वाला मिल गया तो बात और आगे तक जायेगी, लेकिन ये सब बाते न कहीं लिखी जाती हैं न बताई जाती हैं,
अब आप ने पूछा इसलिए बता दिए।
एक बार जब नाम काफी हो जाएगा तो फिर लोग कहने लगेंगे दाम भी काफी है......NAHI NAHI, Introductory offer hai promtion, ek baar naam fail gaya phir badhega daam, log kahenge naam hi kaafi hai
Correct... लेकिन अभी दिया को जेठानी जी का हीं काटने दीजिए.... CA-VA तो बाद में आएंगेEkdam Diya ka dimag, aage chal ke financial consultant banegi, bade bade CA ka kaan kaategi
A different pose and different action.champa bai ke kothe pr hmari pyari jethani ji ka interview
हाँ ये तो सच है कि.... जेठानी जी सुन के भी मजे लेती हैं...दिया -गुड्डी की जुगलबंदी
दिया ने अपनी स्कीम बता दी।
जेठानी के चेहरे से साफ़ लग रहा था की वो भी मजा ले रही हैं।
" इतनी फायदे की बात तो कुछ तो मीठा हो जाना चाहिए ,... "
मैंने गुड्डी को उकसाया , और वो
झट से मेरी जेठानी का पहले तो मीठा चुम्मा ,फिर डीप किस ,
'अरे इससे ज्यादा मीठी मिठाई कहाँ मिलेगी।'
मैं समझ रही थी आगे क्या होना है ,वही हुआ ,
स्पिटिंग।
जेठानी का होंठ खुलवा के पहले तो गुड्डी ने ,फिर दिया ने अपने मुंह से थूक के बड़े बड़े गोले सीधे उनके मुंह में।
और फिर धक्का देकर जेठानी को बिस्तर पर दिया ने गिरा दिया ,
"स्साली ,रंडी की जनी , हरामिन , मुंह खोल के रख वरना ,... "
और बाकी की बात दिया के तमाचों ने पूरी की ,... एक से एक जोरदार ,सीधे जेठानी के गोरे गोरे गुलाबी मालपुआ ऐसे गालों पर।
उन्होंने पूरा मुंह खोल दिया , और
दिया गुड्डी की जोड़ी भी ,... आगे का काम गुड्डी ने किया।
मुंह में ढेर सारी लार गुड्डी ने इकठ्ठा कर ली थी और फिर फिर जैसे लार का एक तार सीधे गुड्डी के मुंह से , मेरी जेठानी के मुंह में।
कुछ दिनों पहले तक जो उनका ख़ास प्यादा था , आज वही उनकी दुरगत करने में सबसे आगे था। मेरी ख़ुशी का ठिकाना नहीं था , यही तो मैं चाहती थी , उनकी के प्यादे से उन्हें पिटवाना ,
बिचारी जेठानी ,न मुंह बंद कर सकती थीं न कुछ बोल सकती थीं दिया के तमाचे की कसक अभी भी उनके गालों पर थीं।
और अब दिया के मुंह से भी लार बह के सीधे जेठानी के मुंह में ,गुड्डी और दिया दोनों सीधे साथ साथ ,
गुड्डी ने जान बूझ कर या पता नहीं गलती से , ... थोड़ा सा थूक बजाय मुंह में ,...सीधे जेठानी के गालों पर।
और बोली भी ,
"है न भाभी खूब मीठा मीठा ,... "
" अरे उनकी मीठी मीठी ननद का है तो मीठा तो होगा ही , ... "चुटकी लेती मैं बोली।
मैं अपने मोबाइल पर सब रिकार्ड कर रही थी और जेठानी देख भी रही थीं।
" और क्या तभी तो गपागप घोंट रही हैं। "
दिया हँसते हुए बोली , और गुड्डी ने जो जेठानी के मुंह पर थूका था वो जेठानी के चिकने गाल पर फैला दिया।
और एक थूक का गोला दिया ने सीधे जेठानी जी के निप्स पर गिराते हुए अपना इरादा जाहिर कर दिया मुझसे भी और जेठानी जी से भी ,
" अरे आप लोग तो जा रही हैं थोड़ी देर में वरना ,... देखिये मेरी प्यारी भौजाई के मुंह में क्या क्या जाता है , ... कोई चीज बचेगी नहीं , इस ननद की जो वो नहीं घोटेंगी , ... और वो भी बहुत प्यार से। हैं न हमार छिनार रंडी भौजी। "
और जैसे उसका इरादा वो न समझ पायी हो तो ,दिया ने और अर्था दिया ,
" और क्या , अब उनकी प्यारी सोनचिरैया को तो आप ले जारही हैं तो उसकी कमी भी तो मझे ही पूरी करनी पड़ेगी , सिर्फ ऊपर वाले मुंह से थोड़ी मेरी भौजी का मन भरेगा, नीचे वाले छेद का भी रस बरसेगा उनके प्यारे प्यारे मुंह में। "