• If you are trying to reset your account password then don't forget to check spam folder in your mailbox. Also Mark it as "not spam" or you won't be able to click on the link.

Erotica जोरू का गुलाम उर्फ़ जे के जी

motaalund

Well-Known Member
9,165
21,731
173
सांझ की बेला



बारिश होगी ,हवा भी थमी ।

और जगने पर जिस पर पहली निगाह पड़ती है , वहीँ पड़ी , फोन और टैब पर। ढेर सारे मेसेज , मिसेज खन्ना , दिया और इनके भी दो टेक्स्ट मेसेज थे।

पहला मेसेज था की ये आफिस में थोड़ा बिजी हैं , साढ़े सात बजे तक आएंगे।
और दूसरा , वही ,.. स्माइली ,.. किस्सी , हम लोगों की शादी के दो साल से ऊपर होगये थे पर ये भी न , आज तक ,..


फिर व्हाट्सएप , मिसेज खन्ना का डेढ़ घंटे पहले का मेसेज और पहले थम्स अप स्माइली ,... मैंने जो नाम के २ सजेस्ट किया था , और जो लोगो ,मोनोग्राम , थीम ,... सब कुछ पसंद आ गया था , कल दो स्पांसर के साथ मिसेज खन्ना का डिनर था , वो प्रोग्राम का ८० % स्पांसर करेंगे , ... और मिसेज दीर्घलिंगम ने सिर्फ एक चेंज कराया ,




जो बजट सुजाता ने बनाया था उसे ढाई गुना करा दिया ,... ८० % स्पांसरशिप , १२ % कारपोरेट आफिस से वोमेन इम्पॉवरमेंट और स्किल अपग्रेडेशन के नाम पर ग्रांट इन ऐड , बचा हुआ ८ % हमें प्रोवाइड करना था। लेकिन ढाई गुना ओवर इंवायसिंग का मतलब ,.. हम लोगो की अच्छी खासी सेविंग ,.. लेडीज क्लब को फायदा।और थोड़ा बहुत पैडिंग तो हम लोगों ने पहले भी कर रखी थी, फिर हमारी यूनिट के भी रिसोर्सेज, सारे टेंडर तो सुजाता के हस्बेंड के यहाँ से ही होके निकलते थे और सी एस आर यहाँ का अब इन्ही के पास आ गया था, मतलब वो ८ % भी आसानी से मैनेज हो जाएगा , और बोनस बोनांजा


सुजाता का भी मेसेज था , ... इसी के बारे में , और लेडीज क्लब की मीटिंग के बारे में , मिसेज खन्ना के लौटने के बाद , चार पांच दिन बाद।




मैंने मिसेज खन्ना को थैंक्स दिया ,सुजाता को बोला , मिसेज खन्ना के आने के बाद उनसे मिल कर ही फिक्स करेंगे। अभी अगले हफ्ते तक तो मैं बहुत बिजी रहने वाली थी।



दिया ने ढेर सारी वीडियो क्लिप्स भेजी थीं , सब में जेठानी पर एक साथ दो दो , और कुछ में तो तीन ,




मान गयी अपनी जेठानी को मैं अभी दो दिन हुए होंगे उनके देवर ने पिछवाड़े का फीता काटा था, अपने भाइयों, चरवाहों चरवाहों से बचा के ले आयी थी मेरे मरद से मरवाने फड़वाने के लिए,... मेरे सामने लेकिन अब गाँड़ मरवाने में पूरी उस्ताद लग रही थी , खुद धक्का मार मार के एक से एक लौंड़े घोंट रही थी पिछवाड़े और सब के सब पिछवाड़े से निकल के उसके मुंह में

अब ये सब स्वाद की आदी बना दिया था दिया ने,...



और उनके चूतड़ पर जबरदस्त चांटे पड़ रहे थे सो अलग,बिना गाली के कोई बात नहीं कर रहा था , सारी अकड़ स्साली की गाँड़ में



दिया से मैंने विडीयो चैट की , अब तक जेठानी के आगे आठ बार और पिछवाड़े छह बार ,...


दोनों और दूध दही की नदिया बह रही थीं ,



लेकिन दिया ने छह के बाद रेस्ट डिक्लेयर कर दिया। दो घण्टे उन्हें नहा धोकर तैयार होकर एक बार फिर से संस्कारी बनाने के लिए , ...मेरी सास और जेठ नौ बजे तक पहुँचने वाले थे , दिया का भाई आठ बजे आने वाला था दिया को लेने के लिए।



और तभी मुझे अहसास हुआ ,... गुड्डी ,... गायब ,






कहाँ गयी होगी मैं सोच रही थी , आंगन में बरामदे में ,... कहीं नहीं।



हम लोगो का कमरा भी खुला था , वहां भी नहीं ,
ढाई गुना स्पांसर... वाह... तब तो शानदार...जानदार और जोरदार पार्टी होनी चाहिए....
और सेक्रेटरी बनते हीं... ऐसा प्रदर्शन...
ऑफिस के इतिहास का रिकोर्ड तोड़ पेशकश...
एकदम धूमधाम और धमाके के साथ....
 

motaalund

Well-Known Member
9,165
21,731
173
रात की तैयारी -गीता



और तभी मुझे अहसास हुआ ,... गुड्डी ,... गायब ,

कहाँ गयी होगी मैं सोच रही थी , आंगन में बरामदे में ,... कहीं नहीं।
हम लोगो का कमरा भी खुला था , वहां भी नहीं ,

……………………………….

तभी बाथरूम से खिलखिलाने की , फिर सिसकियों की आवाज आयी ,



गीता।




और मुझे याद आया , गुड्डी को तैयार करने की जिम्मेदारी तो गीता की ही थी , पहले नहलाना फिर ,...

और मैं फिर सो गयी।आज सिर्फ गुड्डी और उसके बचपन के यार का रतजगा थोड़े ही होने वाला था, मुझे भी जगना था,... एक एक पल देखना था मुझे,... मेरी ननद की चीखें सुननी थीं उसके चेहरे का दर्द और तड़प देखनी थी, इसलिए खाने, सोने और ' उसके ' बारे में मेरी राय यही थी, मौका मिलते ही,...



……

गीता ने पहले तो गुड्डी के पूरी देह पर मुल्तानी मिट्टी, और ये कोई ऐसी वैसी नहीं , मुल्तानी मिट्टी उसने गाय के दूध और शहद में सानी थी। साथ में जितनी मुल्तानी मिट्टी थी , उसके वजन के एक तिहाई के बराबर सफ़ेद चंदन, और एक चौथाई गुलाब की पंखुड़ियां। दो दो चुटकी मीठी तुलसी और शतावर।

पहले तो गुड्डी पेट के बल लेटी थी और गीता ने धीरे धीरे मड पैक, पैरों पर , जांघों पर और नितम्बो पर थोड़ा मोटा ,




साथ में छेड़खानी भी , ननद भौजाई का रिश्ता तो सुबह ही बन गया था , गीता ननद और गुड्डी भौजी।

चूतड़ पर मड का लेप लगाते समय , गीता ने गुड्डी के ब्वाइश चूतड़ों को जबरन फैला दिया और एक ऊँगली , ...




पूरी ताकत के बाद भी एक पोर भी नहीं घुसा ,लेकिन गोल गोल घुमाते वो बोली ,

" अरे भौजी , अगवाड़े क रास्ता तो आज खुल जाएगा , और ई पिछवाड़े का नंबर कब आएगा "




गुड्डी कसमंसा रही थी , मुस्करा रही थी।

" भौजी बहुत परपरायेगी , जब तोहार गांड फटेगी , लेकिन अइसन मस्त गांड हो और फाटे न इहो तो ,... "


और थोड़ा सा मड गुड्डी की गांड में भी उसने ठेल दिया , फिर पीठ पर ,और पलट कर गुड्डी के छोटे छोटे उभार , नीचे गुलबिया कुछ भी नहीं बची ,

४५ मिनट तक इसे लगे रहना था




और अब गुड्डी के बालों का नंबर था , गुड्डी के बाल बहुत घने थे और लम्बे भी। उसकी मोटी चोटी चूतड़ के नीचे तक लटकती रहती थी।

पहले तो गीता ने गुड्डी के बालों को खूब गीला किया और फिर खस और मुल्तानी मिटटी से , धीरे धीरे , साथ में स्कैल्प मसाज भी ,

अभी मिट्टी को आधे घंटे बाकी था , और अब गीता की शरारते , दोनों निचली फांको को कभी वो अपनी ऊँगली से रगड़ देती कभी हलके से खोल देती।





और फिर एक छोटी सी शीशी ,जैसे होमियोपैथिक दवाओं की होती थी ,



मंजू ने मुझे कई बार बताया था लेकिन वो कैसे बनती थी न मुझे मालूम था न गीता को , उसकी दो बूँद काफी होती थी। असर उसका धीमे धीमे करीब दो ढाई घण्टे बाद ही होता था ,लेकिन उसके बाद , ऐसी आग चुनमुनिया में लगती थी की रात भर चुदे , चूत का भोसड़ा बन जाए लेकिन लौंडिया टाँगे फैलाए ही रहेगी।

गुड्डी की चिरैया ने चोंच चियार दी और गीता ने टप टप चार बूंदे ,




और फिर गुड्डी को समझाया भी

भौजी बस अब उसको भींच के रखना खूब देर तक और सोचना की भइया हचक हचक के ,...


धीरे धीरे फिर गीता ने गुनगुने पानी से मिटटी साफ़ की ,फिर बाल धुले

डेढ़ घंटे लगा लेकिन गुड्डी का बदन एकदम हल्का फ्रेश ,....

लेकिन अभी चवन्नी का खेल बाकी था , बल्कि चवन्नी का ही खेल हुआ था.
ओह तो गीता की जिम्मेदारी है दुल्हन को तैयार करने की.....
 
  • Like
Reactions: Shetan

motaalund

Well-Known Member
9,165
21,731
173
मिलन की तैयारी




लेकिन अभी चवन्नी का खेल बाकी था , बल्कि चवन्नी का ही खेल हुआ था.

……………

नहाने के बाद उबटन , वो भी एकदम ख़ास , चन्दन और चमेली के तेल का जिसमें कुछ हर्ब्स पड़ी थीं ,

और फिर गुड्डी के कच्ची अमिया पर एक खास उबटन , कच्चे अनार के दानो को पीस कर , थोड़ा सा दूध और गुलाब जल ,




साथ साथ गीता की छेड़छाड़ ,

" ई उबटन लगवा लो न भौजी तो केतनो जुबना मिजवावोगी ,ऐसी ही टनाटन बना रहेगा , " निपल खींचती हुयी गीता ने उसे छेड़ा ,और जोड़ा ,

" अरे यहां थोड़े सैयां ही अकेले थोड़े हैं इन कच्ची अमिया को चखने वाले , देवर हैं ,ननदोई हैं , .... "




बस गुड्डी को मौक़ा मिला गया उसने जवाबी हमला बोल दिया , गीता के उभारो को दबोचती बोली ,

" हाँ तोहार एस ननद हैं , तो फिर एक दो थोड़े ,आठ दस ननदोई तो होंगे ही , क्यों। "




" एकदम , ... एक दो में इस उम्र में किसका मन भरता है , अब आगयी हो तो देखना ,मिलवा दूंगी , अरे मिलवा दूंगी क्या चढ़वा दूंगी तोहरे ऊपर , नन्दोई सलहज का , ... "



हलके हलके गुड्डी के उभार पर मालिश करते ,उबटन छुड़ाते वो बोली।और सिखा भी रही थी, ' रोज नहाने के बाद स्कूल जाने के पहिले बस पांच मिनट ऐसे ही मालिश करना दोनों कबूतर को , एकदम टनाटन रहेंगे बिना ढक्कन के दर्जनों यार रोज मीजेंगे कस कस के तब भी। "


साथ में लाइट एक्सरसाइजेज भी ,


गुड्डी के पैर मोड़ के उसने दुहरा कर दिया , और चिढ़ाया ,

" भौजी आज रात भर ऐसे ही टाँगे उठी रहेंगी , प्रैक्टिस कर लो ,.. "

गुड्डी योगा की एक्सपर्ट थी ,एक से एक कठिन आसन उसके लिए आसान थे , पर ये आसन तो अलग ही

फिर धीरे धीरे योनि की एक्ससरसाइज ,

कैसे उसको रिलेक्स रखें , फिर बार बार अच्छी तरह भींच कर कसी रखें ,जिससे चुदने के बाद भी कसाव में कोई कमी न आये,

साथ साथ गीता गुड्डी की गुलाबी पंखुड़ियों को सहला रही थी , छेड़ रही थी,उसपर चमेली का तेल हलके हलके मल रही थी।




मस्ती से गुड्डी की आँखे मुंदी हुयी थी।

और गीता की ज्ञान भरी बातें भी जारी थीं ,
" हे भौजी , दरद तो बहुत होगा जब फटेगी , लेकिन जानती हो असली मजा तो उसी दरद में है , तुमको भी और भइया को भी। लेकिन पूरा घोंटना जरूर। और कुल मलाई अंदर , सबसे अच्छा मलहम वही है बुरिया के लिए। "




गीता गुड्डी को पटा रही थी ,समझा रही थी , तैयार कर रही थी और मैं किचेन में बिजी थी।



कभी गुड्डी की सिसकियाँ ,कभी दोनों की खिलखिलाहटें छन छन कर मेरे कानों में पड़ रही थी।

और मैं मुस्करा रही थी , गुड्डी को नहीं मालूम था , गीता की ये दोस्ती उसे कहाँ ले जाने वाली थी। किंक के मामले में गीता अपनी माँ मंजू बाई से भी दो हाथ आगे थी और उसने पहले ही मुझसे भी और इनसे भी तिरबाचा भरवा लिया था की जब वो गुड्डी की ऐसी की तैसी करेगी तो हम दोनों बीच में नहीं आएंगे।

मैं हँसते हुए बोली , नहीं आउंगी लेकिन मेरी भी एक शर्त है , तुम्हे उसको अपनी तरह पक्की छिनार बनाना होगा।



गीता भी न ,उसने जोर से न न में सर हिलाया और हँसते हुए बोली ,

" नहीं नहीं , अपने जैसी नहीं। मुझसे भी चार हाथ आगे जायेगी वो ,एक बार मेरे हाथ में पड़ने तो दीजिए ,... लंड देखकर खुद ही उसकी पैंट का ज़िप खोल देगी ,बहुत तड़पाया है न मेरे भइया को उसने, नम्बरी छिनार बनेगी वो, पक्की चुदक्कड़।"



और इस घर की पहली सुबह ही गीता ने उसे अपने शीशे में उतार लिया ,हाँ मैंने गीता को बोला था , शुरू के दो चार दिन ज़रा , ... एक बार मेरे कमल जीजू आ जाएँ ,.. दो चार रात ये भी अपनी बहिनिया का मजा ले लें ,फिर उसकी असली रगड़ाई तो होनी ही है , मेरे मायके भेजने के पहले एक दो दिन वो पूरी तरह गीता और मंजू के कब्जे में
गीता-मंजू मिलके गुड्डी की सास और ननद का काम पूरा करेगी....
:rock1::rock1:
 

motaalund

Well-Known Member
9,165
21,731
173
Hello komaalrani ji maine aaj aapki yeh kahani padhne shuru ki aur 52 pg. Tak padhli hai mujhe yeh puchna hai ki kya isme heroine apne pati ke alawa kisi aur se chudwayegi ya nahi agar nahi chudwaegi toh main story padhna jaara rahu . Plz bataye
पति के अलावा दो प्यारे-प्यारे जीजू हैं...
जो छठी का दूध याद दिला देते हैं...
 

komaalrani

Well-Known Member
22,209
57,764
259
लेकिन जेठानी की बहिन और नगमा.. दोनों को अपने सैंया के मोटे डंडे से....
जेठानी की बहिन का इंतजाम दिया ने कर दिया है उसके भैया के एक एक दोस्त ने पहले तो लड़की बन के फेसबुक पे दोस्ती कर ली उसके सब राज़ मालूम कर दिया और फिर अपना असली रूप दिखा के पटा लिया,... और फिर जेठानी से अपने सामने दिया ने फोन करवा के दिवाली में बुलवा लिया और फिर दिवाली के जुए में जुबना लुटाएगी,

नगमा पर ये मोहा गए हैं उसको पटा भी लिया है लेकिन वो कहानी में फिर से आएगी और धमाल के साथ इस लिए अभी बहुत सी बातें परदे में

हाँ आप की एक बात सही सैंया जी के मोटे डंडे का स्वाद दोनों ही लेंगी और उसका फोटोग्राफिक रिकार्ड भी रहेगा ताकि सनद रहे और वक्त जरूरत काम आये
 

komaalrani

Well-Known Member
22,209
57,764
259
गीता-मंजू मिलके गुड्डी की सास और ननद का काम पूरा करेगी....
:rock1::rock1:
Ekdam bina Nanad ke bhabhi kosuhaag raat ke liye kaun taiyar karegaa
 

komaalrani

Well-Known Member
22,209
57,764
259
ढाई गुना स्पांसर... वाह... तब तो शानदार...जानदार और जोरदार पार्टी होनी चाहिए....
और सेक्रेटरी बनते हीं... ऐसा प्रदर्शन...
ऑफिस के इतिहास का रिकोर्ड तोड़ पेशकश...
एकदम धूमधाम और धमाके के साथ....
खूब जबरदस्त पार्टी होगी अब कहानी टाउनशिप, कोचिंग और आफिस के आस पास ही ज्यादा घूमेगी
 
  • Like
Reactions: motaalund

komaalrani

Well-Known Member
22,209
57,764
259
१०० में १०० ... अरे ज्यादा आना चाहिए....
examinee is better than examiner...
गुड्डी की दोनों तरह की पढ़ाई पर विशेष ध्यान रखा जाएगा और मेडिकल की पहले साल की रैगिंग की तैयारी भी करवाई जायेगी
 

komaalrani

Well-Known Member
22,209
57,764
259
Last update is on page 512, please do read, like and share your comments
 

pprsprs0

Well-Known Member
4,106
6,255
159
मिलन की तैयारी




लेकिन अभी चवन्नी का खेल बाकी था , बल्कि चवन्नी का ही खेल हुआ था.

……………

नहाने के बाद उबटन , वो भी एकदम ख़ास , चन्दन और चमेली के तेल का जिसमें कुछ हर्ब्स पड़ी थीं ,

और फिर गुड्डी के कच्ची अमिया पर एक खास उबटन , कच्चे अनार के दानो को पीस कर , थोड़ा सा दूध और गुलाब जल ,




साथ साथ गीता की छेड़छाड़ ,

" ई उबटन लगवा लो न भौजी तो केतनो जुबना मिजवावोगी ,ऐसी ही टनाटन बना रहेगा , " निपल खींचती हुयी गीता ने उसे छेड़ा ,और जोड़ा ,

" अरे यहां थोड़े सैयां ही अकेले थोड़े हैं इन कच्ची अमिया को चखने वाले , देवर हैं ,ननदोई हैं , .... "




बस गुड्डी को मौक़ा मिला गया उसने जवाबी हमला बोल दिया , गीता के उभारो को दबोचती बोली ,

" हाँ तोहार एस ननद हैं , तो फिर एक दो थोड़े ,आठ दस ननदोई तो होंगे ही , क्यों। "




" एकदम , ... एक दो में इस उम्र में किसका मन भरता है , अब आगयी हो तो देखना ,मिलवा दूंगी , अरे मिलवा दूंगी क्या चढ़वा दूंगी तोहरे ऊपर , नन्दोई सलहज का , ... "



हलके हलके गुड्डी के उभार पर मालिश करते ,उबटन छुड़ाते वो बोली।और सिखा भी रही थी, ' रोज नहाने के बाद स्कूल जाने के पहिले बस पांच मिनट ऐसे ही मालिश करना दोनों कबूतर को , एकदम टनाटन रहेंगे बिना ढक्कन के दर्जनों यार रोज मीजेंगे कस कस के तब भी। "


साथ में लाइट एक्सरसाइजेज भी ,


गुड्डी के पैर मोड़ के उसने दुहरा कर दिया , और चिढ़ाया ,

" भौजी आज रात भर ऐसे ही टाँगे उठी रहेंगी , प्रैक्टिस कर लो ,.. "

गुड्डी योगा की एक्सपर्ट थी ,एक से एक कठिन आसन उसके लिए आसान थे , पर ये आसन तो अलग ही

फिर धीरे धीरे योनि की एक्ससरसाइज ,

कैसे उसको रिलेक्स रखें , फिर बार बार अच्छी तरह भींच कर कसी रखें ,जिससे चुदने के बाद भी कसाव में कोई कमी न आये,

साथ साथ गीता गुड्डी की गुलाबी पंखुड़ियों को सहला रही थी , छेड़ रही थी,उसपर चमेली का तेल हलके हलके मल रही थी।




मस्ती से गुड्डी की आँखे मुंदी हुयी थी।

और गीता की ज्ञान भरी बातें भी जारी थीं ,
" हे भौजी , दरद तो बहुत होगा जब फटेगी , लेकिन जानती हो असली मजा तो उसी दरद में है , तुमको भी और भइया को भी। लेकिन पूरा घोंटना जरूर। और कुल मलाई अंदर , सबसे अच्छा मलहम वही है बुरिया के लिए। "




गीता गुड्डी को पटा रही थी ,समझा रही थी , तैयार कर रही थी और मैं किचेन में बिजी थी।



कभी गुड्डी की सिसकियाँ ,कभी दोनों की खिलखिलाहटें छन छन कर मेरे कानों में पड़ रही थी।

और मैं मुस्करा रही थी , गुड्डी को नहीं मालूम था , गीता की ये दोस्ती उसे कहाँ ले जाने वाली थी। किंक के मामले में गीता अपनी माँ मंजू बाई से भी दो हाथ आगे थी और उसने पहले ही मुझसे भी और इनसे भी तिरबाचा भरवा लिया था की जब वो गुड्डी की ऐसी की तैसी करेगी तो हम दोनों बीच में नहीं आएंगे।

मैं हँसते हुए बोली , नहीं आउंगी लेकिन मेरी भी एक शर्त है , तुम्हे उसको अपनी तरह पक्की छिनार बनाना होगा।



गीता भी न ,उसने जोर से न न में सर हिलाया और हँसते हुए बोली ,

" नहीं नहीं , अपने जैसी नहीं। मुझसे भी चार हाथ आगे जायेगी वो ,एक बार मेरे हाथ में पड़ने तो दीजिए ,... लंड देखकर खुद ही उसकी पैंट का ज़िप खोल देगी ,बहुत तड़पाया है न मेरे भइया को उसने, नम्बरी छिनार बनेगी वो, पक्की चुदक्कड़।"



और इस घर की पहली सुबह ही गीता ने उसे अपने शीशे में उतार लिया ,हाँ मैंने गीता को बोला था , शुरू के दो चार दिन ज़रा , ... एक बार मेरे कमल जीजू आ जाएँ ,.. दो चार रात ये भी अपनी बहिनिया का मजा ले लें ,फिर उसकी असली रगड़ाई तो होनी ही है , मेरे मायके भेजने के पहले एक दो दिन वो पूरी तरह गीता और मंजू के कब्जे में
और गीता की ज्ञान भरी बातें भी जारी थीं ,
" हे भौजी , दरद तो बहुत होगा जब फटेगी , लेकिन जानती हो असली मजा तो उसी दरद में है , तुमको भी और भइया को भी। लेकिन पूरा घोंटना जरूर। और कुल मलाई अंदर , सबसे अच्छा मलहम वही है बुरिया के लिए। "
Bahut mast
🔥🔥🙏🏻🙏🏻🔥🔥🔥🔥
 
Top