• If you are trying to reset your account password then don't forget to check spam folder in your mailbox. Also Mark it as "not spam" or you won't be able to click on the link.

Erotica जोरू का गुलाम उर्फ़ जे के जी

komaalrani

Well-Known Member
22,542
58,927
259
1०० वां भाग

छुटकी -होली दीदी की ससुराल में का १०० वां भाग पोस्टेड, पृष्ठ १०३५


भाग १०० - ननद की बिदायी

कृपया पढ़ें और अपने कमेंट जरूर दें
 
Last edited:

komaalrani

Well-Known Member
22,542
58,927
259
एक नया मजा

ass-hole-tumblr-5b71438c9989417bf0d9048382a12572-5d60af17-400.webp



मंजू बाई की गांड भी जैसे कोई बिछुड़े प्रेमी को भेंटे ,उसी तरह बहुत कस के उनकी ऊँगली को दबोच रही थी ,सिकोड़ रही थी।



एकदम एक नया मजा मिल रहा था उन्हें और एक बार फिर उन्होंने ऊँगली को चम्मच की तरह मोड़ा और गांड की अंदरूनी दीवारों को करोचते हुए ,रगड़ते हुए

ass-fingering-19407973.gif


पहले तो उनकी ऊँगली की टिप पे , फिर पुरी ऊँगली पे एक अजब सी फीलिंग ,जैसे कोई मखमली सी ,लसलसी लसलसी , गूई सी


एक पल के लिए तो झिझके , पता नहीं कैसा कैसा लग रहा था लेकिन जब जोश से मंजू बाई की गांड ने उनकी ऊँगली को प्यार दुलार से भींच कर रिस्पांड किया फिर तो सब कुछ भूल के

गांड के अंदरूनी दीवारों को रगड़ते , पुश करते , गांड का छल्ला तो गीता के जोर ने ही पार करा दिया था अब तो वो एकदम गांड के अंदरूनी हिस्से का मजा ले रहे थे।



हलके हलके मंजू बाई भी अपनी गांड को पुश कर के जता रही थी की उसे कितना मजा आ रहा है।

लेकिन लाख कोशिश करने पर भी उनकी ऊँगली जड़ तक नहीं घुस पा रही थी ,मंजू बाई की गांड इतनी कसी थी।

गीता नीचे से चूसने में लगी थी लेकिन उसे उनकी हालत का अहसास था ,

" ऐसे नहीं जायेगी ऊँगली पूरी भैया , ... "

lez-lick-18087029.gif


वो बोली और जब तक वो कुछ समझपाते गीता की चिट्ठी कलाई ने उनका हाथ पकड़ा और ऊँगली गांड से बाहर निकाल दी।

और उसी ताकत से वो ऊँगली ने गीता ने उनके मुंह में घुसेड़ दी।

एक पल के लिए तो वो हिचकिचाए , वो ऊँगली तो अभी तक मंजू बाई की गांड में ,

कितना लिसलिसा गूई सा ,... लेकिन गीता के जोर के आगे कुछ चलता है क्या।

"अरे भैया , माँ की गांड का मक्खन है माँ का प्रसाद , अच्छी तरह से थूक लगा लो ,हाँ और अबकी दोनों ऊँगली। दोनों में थूक खूब लगा लेना। "
guddi-lez-lick-tumblr-n20dxtd0jr1tsyj9jo1-500.gif


दोनों ऊँगली जो कुछ देर पहले मंजू बाई का बुर मंथन कर रही थी ,अब उनके थूक से लिसड़ी ,अबकी सीधे मंजू बाई की गांड में।

Fingering-ass-G-19517067.gif


इस बार दोनों उंगलियां जड़ तक जा के ही रुकी और वो तूफानी चुदाई उन्होंने ऊँगली से की , उन्हें इस बात का कोई फर्क नहीं पड़ रहा था की ऊँगली में क्या लिपट रहा है ,



और साथ में जिस तरह से मंजू बाई गांड सिकोड़ रही थी ,उनकी ऊँगली निचोड़ रही थी ,जवाब में धक्के लगा रही थी और सबसे बढ़ के ,एक गालिया दे रही थी


fingering-ass-two-19517966.gif


" अरे मादरचोद , तूझसे अपने सामने तेरी माँ का भोसड़ा मरवाउंगी , बचपन के गांडू ,
अभी तेरी गांड में कोहनी तक हाथ पेलुंगी बहनचोद। जो कसी कसी गांड लिए फिरता है न देखना , दस दिन के अंदर तुझे पक्का गांडू बना दूंगी। '

Jethani-champa-bai-26239667-2011414348922909-313773840381681868-n.jpg


लेकिन बीच बीच में गीता पक्का बहन का रोल अदा कर रही थी उसका साथ दे के , बोली

" अरी माँ ,भैया को गांडू बनाएगी तो भइय्या को तो मजा ही आ जायेगा। वो तो खुद गांडू बनना चाहते है ,लेकिन ये बता तूझे मेरे भैया से गांड में ऊँगली करवाने में मजा आ रहा है न खूब ,बात क्यों बदलती है। "



geeta-664bba4d91c4a57d65033cfc6216af08.jpg


" छिनार ,तेरा भाई है तो मेरा भी तो कुछ लगता है। मैं अपने बेटे से अपना भोसड़ा मरवाउं ,गांड मरवाऊं तुझे क्या। और बेटा गांड नहीं मारेगा तो क्या तेरी तरह अपने भाई से मरवाउंगी ,भाई चोद। "


मंजू बाई भी जवाब देने का मौका क्यों छोड़ती।

लेकिन गांड और बुर दोनों पर हमले का असर ये हुआ की अब मंजू बाई झड़ने के कगार पर बार बार पहुँच जाती ,

लेकिन झड़ नहीं रही थी।


उन्होंने अब एक बार अब अपनी दोनों उँगलियाँ मंजू बाई की गांड से बाहर निकाल के

दोनों हाथ से पूरी ताकत से मंजू बाई की गांड का छेद चियार दिया ,



" देख भैय्या , माँ की गांड में कितना माल है ,"


asshole-11212.jpg


और जिस तरह गीता ने आँख मारी वो इशारा समझ गए।



नीचे गीता ने अपने दोनों होंठों के बीच मंजू बाई के बुर के दोनों होंठों को दबोचा और कस के चूसना शुरू किया ,




और उधर उनके होंठों ने पिछवाड़े के छेद को ,


ऐसा नहीं है पिछवाड़े के छेद को चाटने चूसने का ये उनका पहला मौका था ,

मैंने तो बर्थडे के ही दिन ,

और जबरदस्त अंदर जीभ डाल के उन्होंने चाटा चूसा भी था ,

फिर उनकी सास ने तो सारी हदें उस रात पर करवा दी थी ,जिस दिन उनकी नथ उतारी , लेकिन घर के बाहर ये पहली बार


और गीता और मंजू बाई मिल के जो उन्होंने अपनी सास के साथ किया था ,

उससे भी ज्यादा




जीभ उनकी अंदर उतर चुकी थी , पिछवाड़े की सुरंग में ,अँधेरी गीली गीली गली में , पूरे अंदर तक

ass-licking-CU.jpg


सपड़ सपड़.




उसका असर जबरदस्त हुआ , और मंजू बाई ने गीता की कसी चूत चूसने के साथ उनकी गांड पर भी हमला बोल दिया।

मंजू बाई की जीभ गीता की रसीली चूत में धंसी हुयी थी , होंठ चूत के गुलाबी किशोर होंठ चूस रहे थे और अब मंजू बाई का मोटा अंगूठा , गीता की गांड की दरार पर।


थोड़ी देर तक मंजू बाई अपना अंगूठा गीता की गांड पर रगड़ती रही और फिर अचानक पूरी ताकत से गीता की कसी गांड में उसने अंगूठा पेल दिया।

गीता झड़ने लगी ,फिर तो जैसे तूफ़ान आ गया।

गीता का बदन तूफ़ान में पत्ते की तरह काँप रहा था फिर भी उसने मंजू बाई की चुसाई नहीं छोड़ी और कचकचा के गीता ने मंजू बाई की क्लीट काट ली /

और अब मंजू बाई भी ,

एक बार

बार बार

लगातार , दोनो झड़ रही थीं ,


और उनकी जीभ भी साथ साथ मंजू बाई की गांड में पूरी तेजी के साथ



ass-licking.jpg




कुछ देर में लस्त पस्त होकर तीनो वहीँ मिटटी के फर्श पर पड़े रहे।


न अपनी सुध थी न दूसरे की न वक्त की



चाँद जैसे कुछ देर के लिए रुक गया था , और फिर तेजी से डग भरते हुए अपने रस्ते चलने लगा।
 

komaalrani

Well-Known Member
22,542
58,927
259
More masti today
 

komaalrani

Well-Known Member
22,542
58,927
259
जोरू का गुलाम भाग ४७

मंजू और गीता


Geeta-J-J.jpg


कुछ देर में लस्त पस्त होकर तीनो वहीँ मिटटी के फर्श पर पड़े रहे।

न अपनी सुध थी न दूसरे की न वक्त की

चाँद जैसे कुछ देर के लिए रुक गया था , और फिर तेजी से डग भरते हुए अपने रस्ते चलने लगा।

चांदनी को छेड़ने वाले आवारा बादल भी इधर उधर बिखर गए थे।


किसी में उठने की ताकत नहीं बची थी।

वो दोनों तो झड़ के लथर पथर थी और ये बिचारे अभी भी बिना झड़े , बम्बू उसी तरह तना , लेकिन थक तो वो भी गए थे।

cock-tumblr-c81a8a38b07c09a5d4f5016e2b86d38c-0afaf54b-540.jpg


…………………………


कुछ देर बात गीता अंगड़ाई लेती हुयी उठी ,प्यार से उनको देखा और ठसके से मुस्कराते हुए अपने भैया की गोद में जा के बैठ गयी , प्यार से दुलराते सहलाते 'उसे ' पकड़ लिया और बोली , लेकिन वो बात उनसे नहीं बल्कि उनके 'उससे ' कर रही थी ,

WOT-Laptop-tumblr-0dc89d137d48a30bf292bd3f00115fb7-04af0cef-500.gif


" बहुत गुस्सा हो न। मालुम है मुझे , गुस्सा होने वाली बात है है। मैं झड़ गयी ,माँ झड़ गयी लेकिन तू वैसा ही भूखा प्यासा , गुस्से की बात है ही। "



Joru-K-holding-cock-11.gif


और ये कहते गीता ने एक झटके से जो चमड़ा खींचा तो सुपाड़ा खुल गया ,

खूब मोटा , लाल गुस्साया , मांसल सुपाड़ा

प्यार से एक दो तमाचे हलके से गीता ने तन्नाए लन्ड को मारा और अंगूठा सुपाड़े पे रगड़ते ,मुस्करा के बोली।

" पगले दिलवाऊंगी न ,पक्का , अरे अभी रात बाकी है पूरी।


सबसे पहले माँ के भोंसड़ा , बहुत पियासी ,चुदवासी है वो छिनार , खूब हचक के चोदना उसको। "


holding-cock-M-4.jpg




तब तक मंजू बाई भी उन दोनों के पास आके बैठ गयीं थी और उन्होंने भी गीता की बात में टुकड़ा लगाया ,

" लेकिन तू कौन कम , .. "

और अब उनकी ओर प्यासी आँखों से देखती गीता भी बोली ,

" सच्ची भैय्या , कित्ते महीने होगये जब से वो ,मेरा मरद कमाने गया , फिर मैं पेट से थी इधर उधर भी कुछ नहीं ,
और मेरे मरद का था भी तो एकदम केंचुए जैसा। "


फिर उनके होंठों को चूम के कस कस मुठियाते बोली ,

" और मेरे भैया का तो एकदम कड़ियल नाग है कितना मोटा ,कित्ता कड़क। देख भैया तुझसे कितनी मस्ती से चुदवाती हूँ , एकदम निचोड़ लुंगी , और उसके बाद बिना नागा बहन के साथ मजे लेना। "

sixteen-cock-11.jpg






मंजू बाई की निगाह उनके चेहरे पर थी ,एकदम चमक रहा था।

गीता समझ गयी और हंसते हुए बोली ,

" अरी माँ क्या देख रही है तेरा ही तो रस है , भोंसडे का ,गांड का , देख तेरे बेटे ने कित्ते कस कस के चाटा है। ज़रा तू भी चख ले न "

मंजू बाई से दुबारा कहना नहीं पड़ा और तेजी से मंजू बाई के होंठ उनके चेहरे से रस चाटने चूसने लगे।

गीता उनके गोद में बैठी थी और उन्होंने पकड़ रखा था , कस के सीधे गीता के किशोर उभारो के नीचे।

गीता ने उनका हाथ पकड़ के सीधे अपने छोटे छोटे उभार पे रख दिया ,थोड़ा मुह बनाते , मानो कह रही हो , "


क्या भैया तुम्हे ये भी नहीं मालुम , जवान होती बहन कोगोद में बैठाने पर उसे कैसे पकड़ते हैं। "

और वो सीधे भले हो लेकिन इतने अनाड़ी भी नहीं थे ,

एक हाथ की उंगलियां गीता के खड़े मटर के दाने की साइज के निपल को पकड़ के पुल करने लगे और दूसरा हाथ गीता की टेनिस बाल साइज चूँचियों को हलके हलके दबाना लगा।

boobs-teen-22519579.jpg





जवाब में गीता ने भी लन्ड को अब पूरी तेजी रगड़ना मसलना शुरू कर दिया।

मंजू अभी भी उनके मुंह को चूस चाट के साफ़ कर रही थी।

अचानक गीता को कुछ याद आया , वो बोली ,

" माँ तुम सिर्फ पान लायी थी या पाउच भी ? "

"पाउच भी लायी थी लाती हूँ " मंजू बोली

और कुछ ही देर में मंजू बाई ६-७ पाउच के पैकेट ले आयी.

उनके मायके में तो सवाल ही नहीं था ,

लेकिन पिछले कुछ दिनों में मैंने और फिर उससे भी बढ़कर उन्हें 'विदेशी ' का स्वाद तो चखा दिया था , देसी तो लेकिन उससे सौ गुना ज्यादा

" चल उठ जा के ग्लास ले आज , बड़ी देर से सिंहासन पे बैठी है। "

मंजू बाई ने गीता को बोला पर उसने साफ़ मान कर दिया ,



" नहीं नहीं माँ , बड़ा मस्त सिंहासन है भैया का ,ला मुझे दे न ग्लास की कोई जरूरत नहीं , दे मुझे एक पाउच न। अरे हमारी देह में तो ग्लास ही ग्लास है। "




पाउच फाड़ के पहले तो गीता ने सीधे आधा अपने मुंह में गटक लिया , लेकिन गले के अंदर एक बूँद नहीं गयी। गीता का मुलायम गाल एकदम फूला फूला

और उनके गोद में बैठी कस के उन्हें अपनी ओर खींचा ,

फिर गीता के मुंह की देसी दारु आधे से ज्यादा सीधे उनके मुंह में और फिर पेट में ,



अगला पाउच मंजू बाई के मुंह से होते हुए उनके पेट में ,

एक पाउच तो गीता ने उन्हें प्यार से छोटे बच्चे की तरह अपनी गोद में लिटाया और फिर गीता की नशीली चूँचियों से टपकती हुयी बूंदे सीधे उनके मुंह में

" एक भी बूँद इधर उधर हुयी न भैया तो बहुत मारूँगी। "


गीता ने धमकाया।


holding-cock-qq12328831.gif


जो थोड़ी बहुत बची तो उसे हाथ में ले के गीता ने सीधे उनके लन्ड पे मालिश की ,

" अरे असली नशा तो इसे होना चहिये न "


और मंजू बाई ने तो सीधे अपनी नीचे वाली कुप्पी में भर कर पिलाया।


Mummy-pussy-2-142895-12.jpg

डेढ़ पौने दो बोतल के बराबर तो उन लोगों के अंदर गया ही होगा ,और उसमें से कम से कम एक बोतल सिर्फ उनके अंदर ,

मंजू और गीता की देह से हो के।

……………………………………
 
Last edited:

komaalrani

Well-Known Member
22,542
58,927
259
गुड्डी



fa3c45c2c5c27c2bc4159f3ceeb81b6f.jpg






और फिर मंजू बाई ने गुड्डी की बात छेड़ दी।




" तू जानती है ,इसकी एक छोटी बहन भी है,एकदम मस्त पटाखा माल। मैंने फोटो देखी है।


साली क्या चूंचियां है मस्त ,शक्ल से चुदवासी लगती है।


Girls-chhutaki-103879871-263405851578493-192416315941729351-n.jpg


तुझसे थोड़ी ही छोटी होगी , पक्की छिनार , नाम क्या है उसका , ?"

मंजू बाई बोलीं।

MIL-1071261ffe768ae5137229b9adb9c635d461701.jpg


" गुड्डी "


उन्होंने बोल दिया।

गीता उनकी जाँघों पे सर रख के लेटी थी , अपने होंठों से खड़े मस्ताए लन्ड को कभी चूम लेती थी तो कभी हाथ से पकड़ के मुठियाती थी।

एक बार फिर जैसे उनके हथियार से बात कर रही हो ,गीता ने उसे हलके हलके सहलाते बोला ,




" ये मैं न पूछुंगी की साल्ले तूने उसे चोदा की नहीं , ये बोल की उसकी चूत , झांटे आने के पहले फाड़ी या बाद में।

चुदती तो होगी ही ,इत्ता मस्त लन्ड जिसके भाई का हो वो तो खुद पकड़ के गप्प कर लेगी। "

holding-cock-download-1.jpg


और जब उन्होंने कबूल किया की गुड्डी अभी तक अनचुदी है ,

तो फिर तो गीता गुस्से से अलफ।

" उससे तो मैं बाद में निपटूंगी बोल इस बिचारे को क्यों भूखा रखा , ऐसा मस्त माल घर में और मेरा यार भूखा रहे ,


अगर कभी मुझसे मिलेगी न वो तेरी,… “





और उनके मुंह से निकल गया की वो दस पंद्रह दिन में आने वाली है तो फिर तो गीता और मंजू बाई दोनों चालू ,


" भैया , अगर अपने सामने उसे न चुदवाया इस लन्ड से तो कहना , बुर ,गांड मुंह सब में घोंटेगी छिनार

और खुद पकड़ के सबके सामने घोंटेगी। बिचारे मेरे प्यारे सीधे भैया को इतना तड़पाया। "


गीता बोली।

holding-cocktumblr-ornye6-WPd-U1vc315zo1-500.gif



" साली को एकदम रन्डी बना दूंगी बस हम दोनों माँ बेटी के हवाले कर देना ,बस एक दिन के लिए। कोठे की रंडी मात सारे ट्रिक चुदाई के सीख जायेगी। "


मंजू बाई ने जोड़ा।




" अरे माँ ये सब बातें भैया से बोलने की हैं क्या , बस भैया तू उसे ले आ ,आगे की जिम्मेदारी हम दोनों की।


Girls-103337448-127806252263548-3192046901735434942-n.jpg


ये बोल उस की चूंचियां कितनी बड़ी है। "



गीता अब फिर एक बार उनकी गोद में बैठ गयी थी।

" बस तुझसे थोड़ी ही छोटी हैं "


उन्होंने गीता की चूंची रगड़ते मसलते बोला।



" वाह भैया निगाह रखते हो उसकी चूंची पे। "

हंस के गीता बोली , चल आने दो मेरे बराबर तो मैं ही रगड़ मसल के कर दूंगी उसकी। फिर मेरी छिनार माँ भी है , हम तीनो ,भैया मैं और माँ मिल के उसका हलवा बनाएंगे। "


और मंजू को याद आ गया।
……………….

" हे तूने बोला था न भैया आएंगे तो अपना स्पेशल हलवा खिलाएगी तो जा ले आ न " मंजू बाई ने गीता को हड़काया।

और गीता उठ के अपने चूतड़ मटकाती रसोई की ओर चल दी।

मंजू बाई भी उनका हाथ पकड़ के आंगन में ले आयी और चटाई वहीँ बिछा दी।

मस्त हवा आ रही है यहाँ ,वो बोली और उनका हाथ पकड़ के बैठा दिया।


" असली नशा तो तुझे गीता के हलवे को खा के होगा , देखना क्या मजा आता है और गीता न बिना खिलाये छोड़ेगी नहीं। "

मंजू बाई उनके बगल में बैठी ,मुस्कराके उनके गालों को सहलाती बोल रही थीं।


एक बार फिर ठंडी ठंडी हवा चल रही थी ,आसमान में वो आवारा बादल फिर इक्कट्ठे हो रहे थे।

हवा में मिटटी की सोंधी सोंधी महक से लग रहा था की आसपास कही पानी बरस रहा है। मंजू बाई के घर के बाहर के बड़े से नीम के पेड़ की परछाईं आंगन में आ रही थी।

और अचानक उनके मन में मंजू बाई की शाम की बात , जब उसने बोला था की रात में दस बजे आना तो ये भी कहा था की तुझे सब कुछ खाना पीना पडेगा जो गीता खिलाएगी ,गीता की देह ,...

और मंजू बाई की बातों ने फिर उसके सोचने में ब्रेक लगा दिया।

" हे ये मत कहना की तुमने अपनी बहन को नहीं चोदा तो भोंसडे का भी मजा नहीं लिया ,


अरे तेरे घर में साले दो दो मस्त माल और तू ऐसे ही , चल अब हम लोगों के कब्जे में आ गया है न तो तुझे ऐसा हरामी बना देंगे की

तू किसी को न छोड़ेगा ,न माँ न बहन।

अरे इता मस्त मोटा लन्ड ले के , "


MIL-Jethani-103462902-638212580375399-3142991529040417070-n.jpg


कान उनके मंजू बाई की बातें सुन रहे थे लेकिन मन में कही शाम की उसकी बात गूँज रही थी , गीता की देह से , और गीता हलवा

क्या खिलाएगी वो

तबतक फिर सुना उन्होंने मंजू की आवाज गीता आ न तेरा भाई भूखा बैठा है।



आती हूँ माँ और भैया को तो आज सीधे अपनी कड़ाही से खिलाऊंगी।

फिर उनके मन में कुछ कुछ ,

लेकिन गीता किचेन से कढाही लेकर निकली ,



ताजे गरम गरम बेसन के हलवे की खुशबू।
 

komaalrani

Well-Known Member
22,542
58,927
259
प्यासे की प्यास


halwa.jpg





लेकिन गीता किचेन से कढाही लेकर निकली ,


ताजे गरम गरम बेसन के हलवे की खुशबू।

न कोई प्लेट न कटोरी न चम्मच

लेकिन अब तक वो समझ गए थे गीता का इश्टाइल

उसने अपने हाथ से लेकर पहले तो उन्हें ललचाते हुए सीधे अपने मुंह में डाल दिया

sixreen-saree-3.jpg


और जो ऊँगली में लगा था उनके गालों में पोंछ दिया।

फिर गीता के होंठ सीधे उनके होंठों पे

गीता के मुंह से , गीता के थूक से मिला , लिथड़ा सीधे उनके मुंह में , गीता ने अपनी जीभ ठेल दी ,साथ में बेसन का हलवा


" ऐसे ही खिलाऊंगी ,घोटाउंगी तुझे जबरन , सटासट घोंटेगा तू , गपागप लीलेगा। समझे मुन्ना "





मंजू बाई बोली और उनके गाल पर लगा हुआ हलवा चाट लिया , फिर बोली

" अरे वाह मीठे हलवे का नमकीन गाल के साथ मिल के क्या मस्त स्वाद आता है। "


manju-bai-fsad.jpg



और अगली बार चाटते हुए कचकचा के काट भी लिया पूरी ताकत से मंजू बाई ने


वो बिचारे चीख भी नहीं पाए , उनका मुंह तो गीता ने सील कर रखा था अपने मुंह से और गीता की जीभ उनके मुंह में घुसी

" तेरे भइय्या के गाल किसी मस्त नमकीन लौंडिया से कम मजेदार नहीं है , देख गांडू कितने मजे से कटवा रहा है। "

और मंजू बाई ने दुबारा उनके चिकने गाल काट लिए।
armpit-14-Sunny-Leone.jpg



मुंह का हलवा ख़तम हो जाने के बाद गीता ने अपनी हलवे में लिपटी ऊँगली उनके मुंह में घुसेड़ दी और वो लगे चाटने चूसने। "

" माँ , ये तेरा बेटा सिर्फ गांडू ही नही है देख लन्ड चूसने में भी पक्का है देख कैसे ऊँगली चूस रहा है जैसे मोटा लन्ड हो उसके मुंह में। "


गीता ने एक ऊँगली और मुंह में ठूंसते हुए चिढाया।


nips-sexy-x.jpg


" अरे और क्या , और जो कुछ कमी होगी तो मैं सीखा दूँगीं न। एकदम पक्का उस्ताद,लन्ड चूसने में

अपनी माँ बहन को भी मात कर देगा। अरे हम दोनों मिल के एक साथ चूसेंगे न मोटा मोटा लन्ड। "

मंजू बाई उनके गाल को एक बार फिर कचकच काटते बोलीं।



और अब मंजू बाई की बारी थी अपने मुंह से उन्हें हलवा खिलाने की और साथ में वो बोली ,

" अभी तो कुचा कुचाया खिला रहीं हूँ और बस अभी थोड़ी देर में पचा पचाया भी खिलाऊंगी , और जरा भी ना नुकुर किया न तो बहुत पिटोगे। "



मंजू बाई कुछ प्यार से ,कुछ धमकाते बोलीं और फिर उनके मुंह से थोड़ा खाया ,थोड़ा अधखाया हलवा सीधे उनके मुंह में।

" अरे माँ , भैया कुछ भी मना नहीं करेंगे देख लेना ,अरे उनकी माँ बहने किसी को भी नहीं मना करतीं न , जो कहता है उसके आगे अपनी टाँगे उठा देती हैं पीछे चिकनाई लगा के टहलती हैं की क्या पता कब मोटा लन्ड मिल जाए ,


तो ये काहें मना करेंगे , हम लोग जो भी खिलाएंगे पिलायेंगे ,सब कुछ प्यार से खाएंगे ,पियेंगे , क्यों है न भैया।


और फिर माँ जो हलवा हम तुम खा रहे हैं वो सब भी तो सुबह होते होते इनके पेट में जाएगा , हमारे पेट और इनके मुंह के रास्ते। "

और उनके कान को काटते हलके से हस्की आवाज में वो छिनार लौंडिया बोली ,

" क्यों भईया खाओगे न "

Nips-milky-15006831.jpg




" अब तो तुम्हारे हवाले हूँ जो करवाओ करूँगा। " मुस्कराते हुए वो बोले।


उन दोनों ने उन्हें अपना हाथ इस्तेमाल करने की जहमत नहीं दी।

गीता मंजूबाई ने अपने मुंह से ही उन्हें सारा हलवा खिलाया और वैसे भी उनके दोनों हाथ मस्त मगन थे ,

एक हाथ में किशोर चूचियां जिसे दबाते मसलते उन्हें बार बार गुड्डी की याद आ रही थी ,

nips-J-eden-petty-nude-jump-littlemutt-14.jpg



और

दूसरा तो खूब बड़ा मस्त कड़ा ,


आलमोस्ट उनकी सास की समधन

boobs-11.jpg



कुछ ही देर में हलवा ख़तम हो गया आलमोस्ट।


और एक झटके में गीता ने कड़ाही से सारा बचा हुआ हलवा निकाल कर सीधे उसके मुंह में , गरमागरम।

मुंह एकदम जल गया।

ओह्ह उह्ह्ह ,पूरा मुंह गरम गरम हलवे से भर गया था , आँखों में पानी आ गया।

पानी पानी , मुश्किल से वो बोले।

खिलंदड़ी गीता ने हलके से धक्के से उन्हें चटाई पर पीठ के बल गिरा दिया , और मुस्करा के बोली,

" छोटा बच्चा पानी पियेगा , मुंह जल गया क्या ?"

वो एकदम उसके मुंह के पास ,दोनों पैर गीता के उनके हाथों पर मजबूती से ,

वो उनकी छाती के ऊपर ,गीता की कमर एकदम उनके मुंह के पास।




गीता ने अपने हाथों से सँड़सी की तरह उनके सर को दबोच रखा था।




आसमान बादलों से भर गया था , काला अँधेरा , हवा तेज हो गयी थी ,



clouds-5.jpg


लग रहा था पानी अब बरसा तब बरसा।



गीता और झुकी ,उसकी किशोर कच्ची संतरे की फांको ऐसी रसीली चूत बस उनके होंठों से इंच भर दूर ,

pussy-ee4653942238b7cd8cb05dd2f52ff5ed.jpg


उनका मुंह जल रहा था , और उस शोख ने उनकी आँख में झाँक के पूछा ,

" बोल , बहुत प्यास लगी है ,भैया , पिला दूँ पानी। "


किसी तरह उनके मुंह से निकल हां हां।

और उधर मंजू बाई भी ,


" अरे पिला दो न बिचारे पियासे को पानी , तड़प रहा है दो बूँद को , काहें तड़पा रही हो। प्यासे की प्यास बुझाने से बड़ा पुण्य मिलता है। "


आसमान में काली स्याही पुत गयी थी , घुप अँधेरा ,

अचानक बिजली चमकी बहुत तेज

Rain-lightning-giphy.gif


और उसकी रौशनी में उन्होंने देखा ,

किशोर चम्पई देह यष्टि ,छरहरी , उसकी काले बाल नागिन की तरह लहरा रहे थे ,


उसकी गुलाबी चूत इंच भर भी नहीं दूर थी उनके प्यासे खुले होंठों से ,

guddi-pussy-gd2-X2yujkf.jpg






वो उसकी तेज मस्की महक महसूस कर रहे थे।

उफ्फ्फ

" पियेगा पानी , एक बूँद भी बाहर छलकी न तो बहुत पीटूंगी। "

दिख कुछ नहीं रहा था ,सिर्फ आवाज सुनाई पड़ रही थी।

समझ वो भी रहे थे ,गीता भी और मंजू बाई भी।

बारिश की पहली बूँद उनकी देह पर गिरी।


और गीता के निचले होंठों से सुनहरी बूँद ,पहले होंठो पर फिर सरक कर सीधे उनके खुले मुंह में।


लालटेन की पीली रौशनी में पीली सुनहरी बूंदे ,

LANTERN-BATT-jpg-22.jpg


रिमझिम हलकी हलकी बूंदो की आवाज आंगन ,छत से आ रही थी।

अब सुनहली बूंदे धीरे धीरे धार बन कर उन के मुंह में

धीरे धीरे ,छलछल छलछल


और गीता ने तेजी से अपनी नशीली चूत से उनके खुले प्यासे होंठ बंद कर दिए , और अब तो


घल घल घल घल

जैसे कोई चोद रहा हो ,उसी तरह गीता ने उनके मुंह से अपनी चूत रगड़ रही थी ,जोर जोर से धक्के मारते

एक एक बूँद

देर तक , और जब उठी तो हटने के साथ गीता ने एक गहरी चुम्मी उनके होंठों पे और जीभ उनके मुंह के अंदर।

उनके मुंह में अभी भी , पर गीता को परवाह नहीं थी।

और गीता के बाद फिर मंजू बाई।


बारिश बहुत तेज हो गयी थी।

मंजू बाई की मांसल जाँघों के बीच उनका सर जकड़ा हुआ था , गीता ने लालटेन पास में ही रख दी थी इसलिए अब बहुत कुछ दिख रहा था।

काली काली झांटे , खूब मोटे मोटे मंजू बाई की बुर के मांसल होंठ ,

और खूब देर तक।

गीता बगल में बैठी देखती रही ,उनका सर सहलाती रही।

तीनो आंगन में बारिश से भीग रहे थे।



और जब मंजू बाई उठीं


काली काली घनी झांटो के बीच चार पांच बड़ी बड़ी पीली सुनहली बूंदे ,

सर उठाके , जीभ निकाल के उन्होंने चाट लिया।


बारिश की तेज धार अब एक बार हलकी हलकी रिमझिम बूंदो में बदल गयी।

लेकिन इच्छाओ की आंधी और वासना की बारिश की तेजी में कोई कमी नही आयी थी।
 

komaalrani

Well-Known Member
22,542
58,927
259
बारिश



rain-G18.gif



बारिश बहुत तेज हो गयी थी।


मंजू बाई की मांसल जाँघों के बीच उनका सर जकड़ा हुआ था ,

face-sitting-21374640.gif



गीता ने लालटेन पास में ही रख दी थी इसलिए अब बहुत कुछ दिख रहा था।

काली काली झांटे ,


खूब मोटे मोटे मंजू बाई की बुर के मांसल होंठ ,


Mummy-147145-13.jpg


और खूब देर तक।

गीता बगल में बैठी देखती रही ,उनका सर सहलाती रही।

तीनो आंगन में बारिश से भीग रहे थे।

rain-drops-new-2.gif


और जब मंजू बाई उठीं


काली काली घनी झांटो के बीच चार पांच बड़ी बड़ी पीली सुनहली बूंदे ,

सर उठाके , जीभ निकाल के उन्होंने चाट लिया।

Pussy-licking-M-tumblr-nsukov-Wuq-M1tfkzddo1-400.jpg



बारिश की तेज धार अब एक बार हलकी हलकी रिमझिम बूंदो में बदल गयी।

लेकिन इच्छाओ की आंधी और वासना की बारिश की तेजी में कोई कमी नही आयी थी।

……………………………
टिप टिप टिप

पानी छत की ओरी से , नीम के पेड़ की शाखों से गिर रहा था।

रह रह कर मोटी मोटी बूंदे आंगन को गीला कर रही थीं ,


rain-G-N-2.gif



और

उन तीनो की वासना में तपती देह को भी भीगा रही थीं।


पर काम की अगन ,कम होने को नहीं आ रही थी।


वो सैंडविच बने थे ,

एक खेली खायी प्रौढा और नयी नवेली बछेड़ी के बीच

boobs-htt.jpg


गदराये पथराये ३८ डी डी



और नए नए उभरते ३२ सी के बीच

teen-young-12.jpg



भोंसडे और कसी चूत के बीच।


आगे से मंजू बाई और पीछे से गीता ,दोनों ने कस के दबोच रखा था उन्हें।

अद्भुत , वो सोच भी नहीं सकते थे ऐसा अनुभव मजा सिर्फ मजा


" मादरचोद , क्या दो मरद ही एक साथ ,किसी लौंडिया का मजा ले सकते हैं। "

FFM-G-tumblr-nxru6v-OTXY1uj6hggo1-400.jpg



गीता की कोयल सी आवाज उनके कान में गुंजी ,गीता ने हलके से उनके ईयरलोब को चुभलाते हुए काट लिया ,




और फिर

गीता की कमल की डंडी सी कोमल बांह,उनकी कांख के अंदर से घुस कर उनकी छाती को अँकवार में बाँध दिया ,


गीता की उँगलियाँ,नाख़ून सहला रही थीं ,उनका चौड़ा सीना ,तन्नाए निप्स ,

गीता का दूसरा हाथ ,उनके कोमल नितम्बो को प्यार से सहला रहा था


और हलके हलके नितंबों की दरार के बीच गीता की शरारती उँगलियाँ


गीता के नए नए आये कोमल रुई के फाहे से मस्त उभार , खूब गदराये ,दूध से भरे छलकते , पीछे से उनकी पीठ पर रगड़ रहे थे।


Guddi-nips-tumblr-oq0gt5z82d1tq5z8wo1-540.jpg



"मार ले साल्ले बहनचोद की गांड ,अब तक किस के लिए बचा के रखा है ,बहन के भंडुए "

आगे से मंजू गरजी।



मंजू बाई की बड़ी बड़ी चूंचियां , खूब भारी लेकिन एकदम कड़ी आगे से उनके सीने को जोर जोर से दबा रहा था ,रगड़ रहा था ,पूरी ताकत से पीस रही थी अपने पथरीले जोबन की चक्की से उनके सीने को पीस रही थीं।

मंजू बाई का बायां हाथ अपनी बेटी गीता की रेशमी चिकनी पीठ पर , हलके हलके टहल रहा था और फिर उसे पकड़ कर कस के वो उनकी ओर खींच रही थी ,प्रेस कर रही थी.

मंजू बाई का दायां हाथ उनके कड़े खड़े चर्मदण्ड को हलके हलके सहलाता हुआ , और उसकी भारी चिकनी खुली जाँघे ,उनकी जाँघों पर रगड़ती। चर्मदण्ड का खुला मुंह ,मंजू बाई की गुलाबी सहेली के मुँह को बस सहलाता हलके से रगड़ता ,



और मंजू बाई ने उन्हें चूम लिया। हलके से नहीं ,अपने दोनों पान के रंग से रँगे ,रसीले होंठों के बीच कस के उनके होंठों को पकड़ के वो चुभलाने चूसने लगी और कचकचा के काट लिया ,साथ में मंजू बाई की मोटी जीभ उनके मुंह के अंदर घुस गयी ,...


गीता के उनके सीने पर टहलते कोमल हाथ ने कचकचा के उनके निप्स को नोच लिया पूरी ताकत से और गीता का दूसरा हाथ जो उनके नितम्ब की दरार के बीच में था ,पूरी ताकत के साथ उसने पेल दिया उनकी कसी गांड में जबरदस्ती , बेरहमी से।



गांड के छल्ले को दरेरता ,रगड़ता ,घिसता अंदर तक।





मंजू बाई की उँगलियाँ अब मुट्ठी बन के उनके चर्मदण्ड को हलके हलके मुठिया रही थीं। अपने अंगूठे से वो कभी लन्ड के बेस को दबा देती तो कभी जोर से खुले सुपाड़े को रगड़ देती।

गीता की उंगलिया धीरे धीरे हौले हौले उनकी गांड में गोल गोल घूम रही थीं। और साथ में वो शोख किशोरी अपने कड़े अकड़े जोबन की बरछी की नोक उनकी पीठ में चुभा रही थी।

आगे से मंजू बाई के ३८ डी डी साइज के जोबन उनके सीने पे रगड़ रहे थे। पीछे से किशोरी के उभार और आगे से एक प्रौढा के उरोज

टिप टिप टिप बड़ी बड़ी बूंदिया उन तीनो के ऊपर पड़ रही थी।


rain-erotic3.jpg


काले काले बादल ,एकदम घुप्प अँधेरा ,हाथ को हाथ न सूझे ऐसा

सिर्फ देह से देह के रगडने का अहसास हो रहा था।
….
दोनों ओर से उनपर प्रेशर बढ़ रहा था ,आगे से एक खेली खायी गदरायी प्रौढा का और पीछे से जोबन के जोश में डूबी नयी बछेड़ी का।
 

Yamraaj

Put your Attitude on my Dick......
2,204
6,992
159
जोरू का गुलाम भाग ४

वोमेन आन टॉप


WOT-2019-10-26-23-59-31.gif



मैंने सीधे उसे अपनी 'प्रेम गली ' से सटाया ,और हलके से दबाया।





धीरे धीरे , उस कड़ियल नाग का फन मेरी गली के अंदर फुफकार मार रहा था।


WOT-G-9088624.gif




मेरी 'प्रेम गली ' की दीवारें उसे दबा रही थीं , निचोड़ रही थीं पूरी ताकत से ,

मेरा निपल अभी भी उनके मुंह में धंसा था।



" मजा आ रहा है न , मुन्ना। "


nip-sucking-9853430.gif


उनके कान में अपने जीभ की नोक घुमाते अपनी सेक्सी आवाज में मैंने फुस्फसा के पूछा।



सर हिला के उन्होंने हामी भरी।




"हाँ न और वो तेरी , .... तेरी उस बहन , उस तेरे माल की , उस कच्चे टिकोरे की भी तो कसी ,कसी ,एकदम टाइट ,.... बहुत मजा आएगा न जब रगड़ता ,दरेरता ,तेरा ,उसकी ,.... "


और मैंने बात जान बूझ कर बीच में छोड़ दी। साथ में एक जोरदार धक्के के साथ ,



WOT-G-CU-tumblr-okfhgg-Q3141vtzi3vo1-1280.jpg







मेरा आधा जोबन उनके मुंह में गया और उनका आधा लिंग मेरी कसी संकरी योनि के अंदर ,


" यार तुझे तो मैं बहनचोद बना के , … "

मैं हलके से बड़बड़ा रही थी लेकिन इस तरह की वो साफ साफ सुन रहे थे।


और वो 'बहुत कड़े ' थे।



पता नहीं मेरी बातों का असर था या ये उन्हें वो सब सुनना अच्छा लग रहा था। लेकिन कुछ भी हो असर बहुत साफ लग रहा था।



और मैंने अपना हमला जारी रखा।



nails-designs-1.jpg




मेरे लम्बे शार्प, रेड नेलपालिश लगे नाखून उनके निपल को जोर जोर से स्क्रैच कर रहे थे और फिर उसके बाद मेरी चपल जीभ ने उनके निप्स को फ्लिक करना शुरू कर दिया , और फिर ,







" छोटे छोटे , उस तेरी बहना के भी ऐसे होंगे न छोटे छोटे ,कच्चे टिकोरे , मस्त "

nips-teen-tumblr-nxj98m-AXKA1uvl9axo1-500.jpg





और फिर झपट कर मेरे होंठों ने उनके निप्स को कैद कर लिया , पहले चूसा और दांत से हलके हलके बाइट ,


उईईईईईई , वो चीखे कुछ दर्द से , कुछ मजे से।




" उसके भी निपल ऐसे ही हैं , मटर के दाने जैसे , सच्ची ,होली में हाथ अंदर डाल के रगड़ा था। कच्चे लेकिन कड़े कड़े ,


Guddi-nips-17350832.jpg



उसकी चड्ढी में भी हाथ डाला था , झांटे आ गयीं हैं , छोटी छोटी। "




मैं उनके कान में फुसफुसाती रही।


उनका औजार इतना सख्त , आजतक इतना कड़ा मैंने कभी महसूस नहीं किया था।


मैंने गाडी का गियर चेंज किया और मेरे दोनों हाथ उनके कंधे पे , मेरी शेरनी ऐसी पतली कमर के जोर से , पूरे ताकत के साथ धक्का मारा।



वो पूरा अंदर था ,


Joru-K-wot-jkg-1111.jpg


एकदम जड़ तक था मेरी गहराई में धंसा।
Sach kahu to samajh nhi aa raha kahani hindi me ki English me ya ganv ki language me yaha to sab hi use ho gaye isliye mood hi disturb ho jbraha h....
 
  • Like
Reactions: komaalrani

komaalrani

Well-Known Member
22,542
58,927
259
Sach kahu to samajh nhi aa raha kahani hindi me ki English me ya ganv ki language me yaha to sab hi use ho gaye isliye mood hi disturb ho jbraha h....


bas yahi language hai
 

komaalrani

Well-Known Member
22,542
58,927
259
एक प्रौढ़ा ,


MIL-tumblr-pt75ru-L83-G1vllqj4o4-500.jpg



एक किशोरी



781ec8b7532714c893ca5cbf15a3182f.jpg








दोनों ओर से उनपर प्रेशर बढ़ रहा था ,

आगे से एक खेली खायी गदरायी प्रौढा का और पीछे से जोबन के जोश में डूबी नयी बछेड़ी का।


उनका बौराया ,भूखा डंडा बस तड़प रहा था ,मन कर रहा था , कुछ न हो तो मंजू बाई ही मुठिया के एक बार झाड़ दे।

कब से तड़प रहे थे बिचारे वो , पर किस्मत ,...



मंजू बाई के मुठियाते हाथ ने उनके प्यासे चर्मदण्ड को



holding-cock-6.gif



छोड़के सीधे अपनी मुट्ठी में कस के उनके पेल्हड़ को ,बॉल्स को जकड़ लिया

और लगी दबाने।

पिछवाड़े गीता की दो उंगलिया पूरी ताकत से उनके गांड के अंदर बाहर , कभी गोल गोल



Prostrate-masssage-17108788.gif


और आगे से मंजू बाई की मखमली मांसल मोटी मोटी जाँघों ने उनकी टांगो को इस तरह दबोच रखा था की वो हिल भी नहीं सकते थे ,

उनका खड़ा तन्नाया लन्ड सीधे मंजू बाई की बुर से रगड़ खा रहा था।


गीता का जो हाथ उनके सीने पे उनके निप्स को नोच खसोट रहा था ,रगड़ रहा था सरक के अब नीचे ,

गच्च से गीता ने उनके मोटे कड़े लन्ड को पकड़ लिया और जोर जोर से मंजू बाई के भोसड़े पर रगड़ाती , उन्हें चिढाया ,



" क्यों मादरचोद ,मजा आ रहा है न माँ के भोंसडे पर लन्ड रगडने में। "

holding-cock-11download-1.jpg


और उसी के साथ गीता ने अपनी तीसरी ऊँगली भी गचाक से उनकी गांड में पेल दी।

उनकी चीख घुट के रह गयी ,मंजू बाई की जीभ अभी भी उनके मुंह में थी ,उनके होंठ मंजू बाई के होंठों ने दबोच रखे थे।


लेकिन उनके होंठों को आजाद करते मंजू बाई ने छेड़ा ,गीता से पूछा ,



" क्या हाल है इस गांडू बहनचोद की गांड का,... "




मंजू बाई की तीन उंगलियां उनके बॉल्स को हथेली के साथ दबा रही थीं ,प्रेस कर रही थीं लेकिन तर्जनी और मंझली , पिछवाड़े के गोल दरवाजे का चक्कर काट रही थी।


" अरी माँ ,इस मादरचोद की गांड नहीं है रसीली चूत है हमारी तरह। बस आगे की जगह पीछे है ,चल मिल के हम दोनों इसको तेरे भोंसडे से भी चौड़ा कर देंगे ,बहुत बचा के रखा था गुड्डी के भंडुए ने , डाल के देख ले न ,चिल्लाने दे माँ के खसम को। "

गीता ने तीन ऊँगली से उनकी गांड मारते हुए छेड़ा

geeta-fa6d2fd3f7d0c3131f8d3d3aff9fbc30.jpg


और मंजू बाई ने गांड के पास चक्कर काटती दोनों उँगलियाँ एक झटके में उनके गांड में उतार दी।

एक साथ पांच उंगलिया

जोर से चीखे वो , पर बारिश की आवाज में कौन सुनने वाला था।

raindrops-2222.gif



मंजू बाई को मालुम था उन्हें चुप कराने का तरीका ,

एक बार फिर से उनके होंठ मंजू बाई के होंठों के बीच और तेजी से काट लिया उनके होंठों को मंजू बाई ने।


गांड बहुत तेज दुःख रही थी ,दोनों की पांच उँगलियाँ अंदर ,

लेकिन एक अलग मजा भी आ रहा था जैसे मंजू बाई की बुर पे रगड़ते सुपाड़े पे आ रहा था।


गीता ने जैसे उनकी मन की बात भांपते , मंजू बाई की बुर के दोनों होंठों को खूब जोर से फैला के उनका मोटा सुपाड़ा उसमें फंसा दिया ,
CU-Fucking-11.jpg



फिर जैसे एक साथ , पूरी ताकत से धक्का , आगे से भी पीछे से भी

और आधा लन्ड मंजू बाई की रसीली बुर ने घोंट लिया।


CU-fucking-19437736.gif


और उसी के साथ मंजू गीता की पांच उंगलिया घचाक घचाक उनकी गांड मारने लगी , पूरी ताकत से।

गीता ने अपनी उँगलियाँ मोड़ ली और उस के नकल गांड की दीवालों पर करोच रहीं थीं ,रगड़ रही थी पूरी ताकत से ,


तड़प रहे थे वो दर्द से मजे से

खबरदार जो झड़े तो , पीछे से गीता ने वार्न किया।


….

मंजू बाई के होंठों ने अब उनके होंठों को आजाद कर दिया और मंजू के होठ उन गालो को चूम रहे थे चाट रहे थे ,


बीच बीच में कचकचा के काट लेते ,मंजू बाई की लार उनके गालो को गीला कर रही थी , भिगो रही थी।

मंजू बाई की बुर ,नीचे जोर जोर से आधे से ज्यादा घुसे उनके लन्ड को सिकोड़ रही थी ,पूरी ताकत से निचोड़ रही थी।

Fucking-CU-16938903.png



उन्होंने एक दो बार कोशिश की पर मंजू ने जोर से बरज दिया।

वो जान चुके थे जब तक इन दोनों की मर्जी नहीं होगी ,कुछ भी नहीं हो सकता ,


मंजू बाई की बुर जिस तरह से उनके सुपाड़े को ,उसकी बुर में आधे घुसे लन्ड को , रुक रुक के भींच रही थी




एक जबरदस्त थ्रोबिंग फीलिंग हो रही थी , मस्ती के मारे उनकी आँखे बंद हो रही थी।




fucking-cu-tumblr-162c11375ad40eb8f50fe81aa9bf5bc3-ab34ecce-500.webp



अचानक मंजू बाई के होंठ उनके गालों से सरक के सीधे उनके सीने पे ,पूरी ताकत से मंजू बाई ने उनके निप्स को कचकचा के काट लिया ,
वो जोर से चीखे , उईई आहहह ओहह उईईईईई ,

और उनकी गांड मथती गीता की तीन उँगलियाँ जो जम के करोच रही थीं ,रगड़ रही थी ,

मौके का फायदा उठा के सीधे उनके खुले मुंह में।

लिसड़ी लिपटी गीली ,उनके गांड के रस से


एकदम गले तक गीता ने उँगलियाँ ठेल दी थीं और जोर से बोली ,


" चाट साले मादरचोद , बचपन के माँ के यार पैदायशी मादरचोद ,तेरे सारे खानदान की बुर मारूँ , गांडू चाट ,चाट जोर जोर से। "

और उस के साथ मंजू बाई की तगड़ी जाँघों ने एक धक्का और मारा ,

आलमोस्ट पूरा , ६ इंच से ज्यादा लन्ड अब मंजू बाई की बुर में था।




उसी के साथ मंजू बाई ने दो और उंगलिया उनकी गांड में पेल दी ,

मंजू बाई की चार मोटी मोटी उँगलियाँ उनकी गांड में ,हचक हचक कर ,

और उसी सुर ताल में मंजू बाई की बुर ,जाँघे धक्का मारती ,उनके लन्ड पे आगे पीछे होती

हचक हचक कर चोद्ती

पानी तेज हो गया था। हवा झंझावात में बदल रही थी।





देर तक मंजू बाई के धक्के , गीता की शरारते , उसके जोबन का रस , आगे पीछे दोनों और से


लेकिन उस समय उन दोनों ने उन्हें झड़ने नहीं दिया।
 
Last edited:

komaalrani

Well-Known Member
22,542
58,927
259
Next post soon
 
  • Like
Reactions: Shetan
Top