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अपडेट पोस्टेड - एक मेगा अपडेट, जोरू का गुलाम - भाग २३९ -बंबई -बुधवार - वॉर -२ पृष्ठ १४५६
कृपया पढ़ें, आनंद लें, लाइक करें और कमेंट जरूर करें
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आपने कहानी ही इतनी सुंदर तरह प्रस्तुत की कोई भी आपकी कहानी का दीवाना होजाए और आपने जो कहानी सजेस्ट की वो भी मैं जरूर पढ़ूंगा rajiexy की कहानी पढ़ने के बादमैं क्या कहूं ,
आपने कुछ कहने लायक नहीं रखा, आप कहानी पर आये और आपने इतनी जल्दी और लगातार पूरी कहानी अब तक की पढ़ ली,... बस आभार ही कह सकती हूँ,... और ये गुजारिश आकर सकती हूँ की अगर हो सके तो बीच बीच में भी कभी कभार हुंकारी भर के बस अपनी उपस्थिति का अहसास दिलाते रहें,
आप ऐसे पाठक दुर्लभ हैं जो इरोटिका या श्रृंगार न सिर्फ पसंद करते हैं बल्कि समय निकाल के एक लम्बी कहानी पूरी की पूरी पढ़ भी लेते हैं
आप की इस रूचि के कारण मैं सजेस्ट करुँगी मेरी एक कहानी जो पूरी तरह इरोटिक है , और अपने ढंग की अलग कहानी है
मोहे रंग दे,
जो तन से ज्यादा मन की कहानी है , जो मेरे लिए एक अच्छी इरोटिक कहानी के लिए आवश्यक है, मैं हमेशा मानती हूँ की देह तो सिर्फ एक नसेनी है, एक सीढ़ी है मन के कोष तक पहुंचने के लिए असली सुख का सागर तो वहां लहलहा रहा है,...
और इस कहानी के मैं कोशिश करती हूँ की हफ्ते में दो पोस्ट्स कर दूँ तो बीच के समय में आप
मोहे रंग दे पढ़ सकते हैं और हाँ कम से कम पढ़ना शुरू करते समय जरूर अपनी उपस्थिति का अहसास कमेंट से दिला देंगे तो अच्छा रहेगा
मोहे रंग दे
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Erotica - मोहे रंग दे
मोहे रंग दे ,मोहे रंग दे ,रंग की यह कहानी साजन के रंग में सजनी के रंगने की है ,सजनी के रंग में साजन के रंगने की है ,और होली की है , ...और होली की नहीं भी है ,...मन और तन दोनों रंगने की है ,नेह के रंग की , देह के रंग की ,... एक ऐसी कहानी जो सिर्फ इस देस में हो...exforum.live
रंग की यह कहानी साजन के रंग में सजनी के रंगने की है ,
सजनी के रंग में साजन के रंगने की है ,
मन और तन दोनों रंगने की है ,
नेह के रंग की , देह के रंग की ,... एक ऐसी कहानी जो सिर्फ इस देस में हो सकती है ,
वो रंग जो चढ़ता है सिर्फ उतरता नहीं
जो पद्माकर ने कहा था
एरी! मेरी बीर जैसे तैसे इन आँखिन सोँ,
कढिगो अबीर पै अहीर को कढै नहीँ ।
वो रंग जो कभी उतरता नहीं
जो खुसरो ने कहा ,
आज रंग है री मां रंग है री , मेरे महबूब के घर आज रंग है री
मोरे ख्वाजा के घर रंग है री ,
अबकी बहार चुनर मोरी रंग दे ,... रखिये लाज हमारी
आज रंग है री मां रंग है री , मेरे महबूब के घर आज रंग है री
Kamal jiju ki to takat manni pdegi, shadi shuda sali ji ko chand taaren yaad aa gaye, cheekhen nikal di, jabki sali ji roj bina naga pati se maje leti hसैंडविच
क्या क्या नहीं हुआ उस रात मेरी सैंडविच भी बनी
लेकिन पिछवाड़े के पहले जीजू ने भरतपुर पर भी नंबर लगाया, आखिर उनकी शादी का वादा था, वो भी कोहबर का, उनकी बीबी और मेरी बहन के सामने,...
जब मैं गुड्डी की फोटो दिखा के उन्हें ललचा रही थी, उनकी हालत खराब हो रही थी तो वो बोले,
स्साली तेरी ननद का नंबर तो बाद में आएगा, पहली उसकी भाभी की तो हचक के ले लूँ , और वहीँ, मेरे ऊपर
पल भर में मेरी टाँगे दुहरी हो गयीं थीं ,जाँघे फैली थीं।
उईईई , उफ्फ्फ , नहींइ उईईईईईई , .... मैं चीख रही थी , चिल्ला रही थी ,चूतड़ पटक रही थी।
बस मेरी जान नहीं गयी बस बाकी सांसत हो गयी।
उईईईईई ,नहीईईईई ,ओह्ह्ह्ह , उफ़्फ़्फ़्फ़्फ़ ,
मैं चीख रही थी कराह रही थी। मैंने मुश्किल से आँख खोल के देखा , मोटा बीयर कैन ,कमल जीजू का अभी इक तिहाई ही घुसा था। कोई और समय होता तो शायद मैं उन्हें छेड़ती ,उकसाती , चिढाती ,
पर अभी तो जान पर बनी पड़ रही थी दर्द से हालत खराब ,
जीजू की सिर्फ तलवार ही नहीं जबरदस्त नहीं थी , वो तलवारबाज भी जबरदस्त थे ,
उन्होंने पैंतरा बदला , बिना लन्ड ब्नाहर निकाले , ... उनके होंठ , हाथ उंगलिया सब मैदान में आ गए ,
चुम्मी , गाल चूमना ,चूसना काटना , चूंची मर्दन ,उंगलियो से क्लीट को सहलाना छेड़ना ,
थोड़ी ही देर में मैं पिघल रही थी ,
ये नहीं था दर्द नहीं हो रहा था ,जाँघे अभी भी फटी पड़ रही थीं , लेकिन मजे के आगे ,
दर्द और मजे का जोरदार मिश्रण ,... लेकिन जीजू ने और ठेलना अभी बंद कर रखा था।
पर कुछ देर बाद , उन्होंने अपनी ,उनकी क्या सारे मर्दों की फेवरिट पोज ,... मुझे कुतिया बना के निहुरा दिया , दोनों टांगों को अच्छी तरह फैला दिया ,
और ,
और ,....
उईईईईई , ओह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह ,
मेरी बड़ी बड़ी रतनारी आँखों में आंसू नाच रहे थे ,मैंने जोर से नाख़ून अपनी मुठ्ठी में गड़ा लिए , दांत मेरे भींचे होंठो को काट कर चीख रोकने की कोशिश कर रहे थे पर ,
पर
उईईईईई , नहीईईई , ओह्ह्ह्ह्ह , आह्ह्ह्ह्ह
दर्द के मारे मेरी चीख्ने रुक नहीं पा रही थीं न जीजू के धक्के रुक रहे थे।इधर मेरी हालत खराब थी ,
उधर साली रीनू और , कमल जीजू को चढ़ा रही थी ,उकसा रही थी ,
" अरे जीजू फाड़ दो इस साली छिनार बुरचोदो की , चार दिन तक टांग फैला के चले। अरे ये चूत तो कुँवारी अनचुदी मिलनी थी आपको , ज़रा भी दया मत दिखाइए , पूरा पेल दो एक बार में ,... "
मुझे रीनू पर बहुत गुस्सा आ रहा था लेकिन कर भी क्या सकती थी , और कमल जीजू भी न एकदम ,बस रीनू की बात मान के ,मेरे दोनों उभार कस के कुचलते मसलते , रगड़ते ,हर धक्का जानलेवा। रगड़ता ,दरेरता घिसटता फाड़ता , जब कमल जीजू का मोटा मूसल घुसता तो बस ,
आलमोस्ट पूरा , करीब ८ इंच उन्होंने लन्ड ठूंस दिया।
कम से कम १०-१२ मिनट तो कुतिया बना के उन्होंने चोद ही दिया होगा मुझे , पर,
थोड़ी देर बाद हम दोनों मेरी फेवरिट पोजिशन में थे , वोमेन आन टॉप ,
मैं ऊपर वो नीचे ,
जिसमें धक्को का जोर ,गहराई मैं कंट्रोल कर सकती थी। मैं हलके हलके पुश कर रही थी , कमल जीजू की कमर पकड़ धक्के मार रही थी और कुछ ही देर में मेरी गुलबिया , बालिश्त भर का मूसल पूरा घोंट गयी ,
अजय जीजू का मोटा लन्ड भी मेरे होंठ सहला रहां था , खुद अपने होंठ खोल मैंने उसे भी घोंट लिया ,
और लगी जैसे कोई नदीदी लड़की लॉलीपॉप चूसती चुभलाती है , लगी चूसने चुभलाने
एक जीजू के लन्ड पे बैठी मैं चुद रही हूँ और दूसरे का लन्ड मेरे मुंह के अदंर ,और ये सोचते ही मैंने चूसने और चोदने दोनों की रफ़्तार बढ़ा दी।
लेकिन इनका औजार भी खाली नहीं थी ,इनकी साली थी न , रीनू ने इनके औजार को बाहर निकाल लिया था और कस कस के मुठिया रही थी ,कभी झुक के मुंह में ले के चूस लेती ,चाट लेती।
मैं इनकी और रीनू की हरकत देख रही थी और उधर कमल और अजय जीजू ने ,...
कमल जीजू ने नीचे से लेटे अपनी दोनों तगड़ी टाँगे कस के मेरी पीठ के ऊपर कर के बाँध ली थी और उन के हाथ भी ,कमल जीजू के होंठों ने अब मेरे होंठों को भी अपने अंदर कर के कस के भींच लिया था ,अब मैं न चीख सकती थी ,न टस से मस हो सकती थी ,
और पीछे से अजय जीजू का मोटा गरम लन्ड मेरी गांड के दरार के बीच ,हलके हलके रगड़ रहा था।पिछवाड़े से कुँवारी तो मैं भी थी , और ये बात कमल जीजू और अजय जीजू भी जानते थे।मैं सिसक रही थी , रिगिल कर रही थी लेकिन ,
मेरी आज तक सैंडविच नहीं बनी थी लेकिन ब्ल्यू फिल्मों में देखा तो कई बार था ,
इसलिए मुझे मालुम तो पड़ ही गया था पर ,कुछ देर में ही अजय ने अपना लन्ड मेरी गांड में ठूंस दिया।
दर्द से गांड फटी पड़ रही थी।पर कुछ ही देर में रिदम बन गयी ,जब अजय मेरी गांड मारते तो कमल जीजू का लन्ड ,चुपचाप रहता लेकिन कुछ देर में ही कमल जीजू नीचे से ही धक्के मार मार के चोदना शुरू कर करते तो अजय रुक जाते
पर मेरे जीजू इतने सीधे नहीं ,थोड़े ही देर में दोनों ही ओर से डबल पेस अटैक चालू हो गया ,
गांड और बुर दोनों के चीथड़े उड़ रहे थे ,
और ऊपर से मेरी कमीनी बहन रीनू ,जले कटे पर लाल मिर्च का मलहम लगाने का मौका वो नहीं छोड़ती थी।
इनका लन्ड चूसते चाटते बीच बीच में वो भी कमेंट मार ही देती ,
"अब आ रहा है असली मजा किसी को छोटी साली होने का ,दो दो जीजा का मजा एक साथ।"
ये और जीजू करीब एक साथ ही झड़े ,
ये अपनी साली रीनू के मुंह में
और कमल जीजू मेरी बुर में।अजय जीजू मेरे पिछवाड़े
रीनू सारी मलाई गटक कर गयी लेकिन जो कुछ रीनू के होंठों और जीभ पे लगा था , वो उनकी साली ने उनके होंठों पे लिथड़ दिया.
.....
उस रात की बातें याद करते करते कब नींद लगी पता नहीं,
और जगाया उसी ने जिस ने कल रात भर जगाया था, बरसते पानी में , खुली छत पर,...
चाय की प्याली के साथ,...
ये सायबर कैफे से थोड़ी देर पहले ही लौटे थे, रिपोर्ट बन गयी थी और उन्होंने मेल भी कर दिया था.
बाहर शाम कब की ढल चुकी थी,
और मैं नीचे आज एक टाइट कुर्ती के साथ लेगिंग्स डाल कर, जिस घर में बिना घूँघट के इस कमरे के बाहर निकलने की मैं सोच भी नहीं सकती थी और ये भी बस टी और शार्ट में,
Guddi ki training mast chal rhi hमिलन की तैयारी
लेकिन अभी चवन्नी का खेल बाकी था , बल्कि चवन्नी का ही खेल हुआ था.
……………
नहाने के बाद उबटन , वो भी एकदम ख़ास , चन्दन और चमेली के तेल का जिसमें कुछ हर्ब्स पड़ी थीं ,
और फिर गुड्डी के कच्ची अमिया पर एक खास उबटन , कच्चे अनार के दानो को पीस कर , थोड़ा सा दूध और गुलाब जल ,
साथ साथ गीता की छेड़छाड़ ,
" ई उबटन लगवा लो न भौजी तो केतनो जुबना मिजवावोगी ,ऐसी ही टनाटन बना रहेगा , " निपल खींचती हुयी गीता ने उसे छेड़ा ,और जोड़ा ,
" अरे यहां थोड़े सैयां ही अकेले थोड़े हैं इन कच्ची अमिया को चखने वाले , देवर हैं ,ननदोई हैं , .... "
बस गुड्डी को मौक़ा मिला गया उसने जवाबी हमला बोल दिया , गीता के उभारो को दबोचती बोली ,
" हाँ तोहार एस ननद हैं , तो फिर एक दो थोड़े ,आठ दस ननदोई तो होंगे ही , क्यों। "
" एकदम , ... एक दो में इस उम्र में किसका मन भरता है , अब आगयी हो तो देखना ,मिलवा दूंगी , अरे मिलवा दूंगी क्या चढ़वा दूंगी तोहरे ऊपर , नन्दोई सलहज का , ... "
हलके हलके गुड्डी के उभार पर मालिश करते ,उबटन छुड़ाते वो बोली।और सिखा भी रही थी, ' रोज नहाने के बाद स्कूल जाने के पहिले बस पांच मिनट ऐसे ही मालिश करना दोनों कबूतर को , एकदम टनाटन रहेंगे बिना ढक्कन के दर्जनों यार रोज मीजेंगे कस कस के तब भी। "
साथ में लाइट एक्सरसाइजेज भी ,
गुड्डी के पैर मोड़ के उसने दुहरा कर दिया , और चिढ़ाया ,
" भौजी आज रात भर ऐसे ही टाँगे उठी रहेंगी , प्रैक्टिस कर लो ,.. "
गुड्डी योगा की एक्सपर्ट थी ,एक से एक कठिन आसन उसके लिए आसान थे , पर ये आसन तो अलग ही
फिर धीरे धीरे योनि की एक्ससरसाइज ,
कैसे उसको रिलेक्स रखें , फिर बार बार अच्छी तरह भींच कर कसी रखें ,जिससे चुदने के बाद भी कसाव में कोई कमी न आये,
साथ साथ गीता गुड्डी की गुलाबी पंखुड़ियों को सहला रही थी , छेड़ रही थी,उसपर चमेली का तेल हलके हलके मल रही थी।
मस्ती से गुड्डी की आँखे मुंदी हुयी थी।
और गीता की ज्ञान भरी बातें भी जारी थीं ,
" हे भौजी , दरद तो बहुत होगा जब फटेगी , लेकिन जानती हो असली मजा तो उसी दरद में है , तुमको भी और भइया को भी। लेकिन पूरा घोंटना जरूर। और कुल मलाई अंदर , सबसे अच्छा मलहम वही है बुरिया के लिए। "
गीता गुड्डी को पटा रही थी ,समझा रही थी , तैयार कर रही थी और मैं किचेन में बिजी थी।
कभी गुड्डी की सिसकियाँ ,कभी दोनों की खिलखिलाहटें छन छन कर मेरे कानों में पड़ रही थी।
और मैं मुस्करा रही थी , गुड्डी को नहीं मालूम था , गीता की ये दोस्ती उसे कहाँ ले जाने वाली थी। किंक के मामले में गीता अपनी माँ मंजू बाई से भी दो हाथ आगे थी और उसने पहले ही मुझसे भी और इनसे भी तिरबाचा भरवा लिया था की जब वो गुड्डी की ऐसी की तैसी करेगी तो हम दोनों बीच में नहीं आएंगे।
मैं हँसते हुए बोली , नहीं आउंगी लेकिन मेरी भी एक शर्त है , तुम्हे उसको अपनी तरह पक्की छिनार बनाना होगा।
गीता भी न ,उसने जोर से न न में सर हिलाया और हँसते हुए बोली ,
" नहीं नहीं , अपने जैसी नहीं। मुझसे भी चार हाथ आगे जायेगी वो ,एक बार मेरे हाथ में पड़ने तो दीजिए ,... लंड देखकर खुद ही उसकी पैंट का ज़िप खोल देगी ,बहुत तड़पाया है न मेरे भइया को उसने, नम्बरी छिनार बनेगी वो, पक्की चुदक्कड़।"
और इस घर की पहली सुबह ही गीता ने उसे अपने शीशे में उतार लिया ,हाँ मैंने गीता को बोला था , शुरू के दो चार दिन ज़रा , ... एक बार मेरे कमल जीजू आ जाएँ ,.. दो चार रात ये भी अपनी बहिनिया का मजा ले लें ,फिर उसकी असली रगड़ाई तो होनी ही है , मेरे मायके भेजने के पहले एक दो दिन वो पूरी तरह गीता और मंजू के कब्जे में
दिल खूबसूरत होना चाहिए... जो कि आपका है...kyon jhuth kehte ho Nick sir.
Agar Me itni hi khubsurat lagti aapko to ek baar to jarur meri story par Darshan dete aap.
Sirf battein hi karte ho aap to sir ,ek baar bhi marij nahin bane sir aap to Raji ke.
Aur xforum par mujhe milne ki to koi fees bhi nahin hai. ha ha mazak jese aap ne kiya hai dear Nick.
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Incest - Rishton Me Haseen Badlav
Thank you Dear Madam. Main bhi aapke reply kaa wait karta hoon..kyun ki: It makes me very happy.. Replies are very instructive and makes my day. U r welcome dear Mass ❤️❤️❤️xforum.live
आप दोनों हीं उम्दा writer हैं...Dear bahut pehle jab Komal mam kisi aur site par thi tab se me inki bahut badi fan hu.
Mene tab inki story "Nanad ki training" aur" jkg" bahut baar padhi thi.
Tab mene kabhi socha bhi nahin tha ke mujhe itni badi gr8 writer se aise conversation karne ka mauka milega.
Me to jo bhi ab likhti hu inki guidance aur inki stories se clue lekar likhti hu.
Me specialist doc hu to dimag to bhagwan ne diya hi hai .
To jo bhi likhti hu apni taraf se achha hi likhti hu.
To apni mentor/pillar ki to writing mujhe achhi lagni hi hai.
Chhota muh badi baat ,me bhi Komal mam ko inbox mein kuchh suggestions deti rehti hu.![]()
Incest - Rishton Me Haseen Badlav
Thank you Dear Madam. Main bhi aapke reply kaa wait karta hoon..kyun ki: It makes me very happy.. Replies are very instructive and makes my day. U r welcome dear Mass ❤️❤️❤️xforum.live
मुझे तो जैसी चल रही है...Shukriya mujhe karna chahiye komaalrani ji . aise erotica likhne ke liye maine 140 page tak padha aur jiju wala part bhi isliye late reply de raha hu . mujhe aapki bhauth acchi lagi mai waise toh sirf incest based story padhta hu pr pehli bar erotica try aur saach aapne bhauth sundar kahani likhi hain .
Mam meri ek suggestion hain agar aapko bura na lage . Mujhe aisa lgta hain ki jija wala scene over hyped laga . Waise agar aapke unke(gulam) ka hatiyaar baaki (jija included) bada ho toh isse aapka bhi kaad badhega baaki mahilao ke saame badega ki aapke pati ke pass sabse taqatwar hatiyar aapke gulam ke pass ho
नखड़े को समझना और उठाना हीं पड़ेगा.....Are gussa mt hoeiye raji ji... kaan pakad kr aapse mafi chahata hu me.. is gustakhi ke liye..
Aur marij to hum aapke hmesha rhenge
Iss rog ka ilaj bss aapki khubsurati ka jaam hi he.. subah ... dopahar... sham.. jra jra..
Baki sorry... please bura mt maniye .. aap hi to he ..
❤![]()
दिल तो अनमोल है...Aur kisne kha ji aapse milne ki hum fees nhi dete ... apna dil haar baithe he..aap pr..... isse jyada kya fees dega koi![]()
Whatever you write...Thanks aapke suggestion ka dhyaan rakhungi aur aage story men isi tarh ka kuch change kar ke , aur vaise to main incest nahi likhti lekin meri dosari runiing story Chhutki men maine incest ka thdoa sa put diya hai aap chaahe to padh sakate hain
छुटकी - होली दीदी की ससुराल में
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Adultery - छुटकी - होली दीदी की ससुराल में
छुटकी - होली दीदी की ससुराल मेंयह कहानी सीक्वेल है, मेरी एक छोटी सी लेकिन खूब मज़ेदार और गरमागरम होली की कहानी, मज़ा पहली होली का ससुराल में, जी अभी उसकी लिंक भी दूंगी , उसके पहले पेज को रिपोस्ट भी करुँगी, लेकिन उसके पहले इस कहानी की हलकी सी रूपरेखा, जिस कहानी से जुडी है ये कहानी दो चार...exforum.live