page 594 par update hai please padh ke like karen aur apna comment bhi jaror den main intezaar karungi aapke comment kaUpdate kab aayega didi ji
is kahani ka update maine parson diya tha page 594 pe aur chhutaki ki story me update aaj diya hai uska bhi link share kar rahin hun use bhi padh ke comment jaror den. aur han comment pic post karane ke bajaay story kaisi lagi bahle hi do chaar shabdo men likhiye, lekin agar aap kuch kahenge to main smjh paaungi ki aap ko story kaisi lag rahi hai. thanks again.Update kab aayega didi ji
बिल्कुल .. सारी सरम छेदों में.. तभी तो खुल के चोदम-चुदाई का दौर चलेगा...Bhut shandaar..... sari saram chodo me
ऐसा एक्सप्लेनेशन का तो बेसब्री से इंतजार रहेगा..Pura explain kiya jayega ......
कम शब्दों में हीं और लयबद्ध रूप से अपनी भावनाएं व्यक्त कर देती हैं...स्वागत है आपका
क्या कहूं कुछ समझ में नहीं आता,
मैं क्या इस सूत्र के सभी पाठक आभारी हैं आपके
कुछ लाइनों में वो भी काव्य में सारी कहानी का निष्कर्ष इस खूबसूरती के साथ कहने की प्रतिभा आप में और सिर्फ आप में है।
बहन की सइयां करे चुदाई
पास में बैठे देखे भोजाई
इस दो लाइन में ही सारे सीन का खाका खींच के रख दिया और सबसे बढ़ के आने वाले भविष्य की कल्पना भी,...
कामरस से क्यारी को सिंचा
खूब दबा मम्मो को भींचा
जीवन अमृत से उसके भर दिया
बच्चा उसकी कोख में धार दिया
बहुत बहुत धन्यवाद
कोटिश आभार
आरुषि दयाल जी... आपकी अभिव्यक्ति अन्य लोगों से भिन्न हैमैं आपने सारे मित्रों से अनुरोध करुँगी की इस सूत्र पर हम सब आरुषि जी का स्वागत करें क्योंकि जो रस मेरी कहानी में हजारों शब्दों में आती है वो आरुषी जी कुछ पंक्तियों में कह देतीं हैं और साथ में रस गागर भी उड़ेल देती हैं
उनकी उपस्थिति किसी भी थ्रेड को परिपूर्ण कर देती है
आभार आरुषि जी
बिल्कुल ऐसी कटीली लौंडिया के लिए आकस्मिक छुट्टी तो बनती है..अरे बहिनिया के लिए लिया है उन्होंने एक दिन की कैजुअल,... रात भर की चक्की के बाद सुबह आफिस की रगड़ाई इसलिए हाँ कल से फिर आफिस जाना ही होगा,... इसलिए आज दिन में थोड़ा काम, थोड़ा आराम और मैंने बोल दिया था नो वर्क फ्रॉम होम,... एक टीनेजर लड़की किस तरह पटा के फंसा के मैं उनके लिए ले आयी और एक दिन की कैजुअल तो बनती है।
और ऐसी सफाई से किश्ती निकाली कि देखने वाले देखते रह गए...एकदम लाये हैं तूफ़ान से किश्ती निकाल के
जेठानी जी की चलती तो उनका भाई काम यार संदीपवा खोलता इसकी शलवार का नाड़ा,
लेकिन जो काम जिसको सोभा देता है, भाई के रहते हुए,...
मैं नहीं कहती भाभी के भाइयों का नंबर नहीं लगना चाहिए लेकिन बाद में
आपसे कुछ भी छूटता नहीं...और मैं भी
मिसेज खन्ना का लेडीज क्लब का कुछ न कुछ लगा ही रहता है
फिर मिसेज मोइत्रा को भी रस्ते पे लाना है
और गुड्डी के साथ उसकी कोचिंग जाना होगा उसे एडमिशन दिलवाने,... और इन्हे तो आफिस से छुट्टी मिलेगी नहीं और इनके बस का भी नहीं है ये सब।
थाली में सजा के परस दूँ में तो बस गप गप खा लेंगे, यही बहुत है।