Luckyloda
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मीठे रसगुल्ले
the leaves of life keep falling one by one poet
( कहानी मिसेज मोइत्रा की ओर मुड़ती है , बताया तो था मुझे गुड्डी को लेकर डाक्टर गिल के यहाँ जाना था इनकी बहन को गाभिन कराने की प्लानिंग के लिए और इन्हे मिसेज मोइत्रा के पास जाना था उनके रसगुल्लों को निचोड़ने की तैयारी के लिए )
मिसेज मोइत्रा उन्हें देखकर फूली नहीं समायीं।
जब से मिसेज मोइत्रा इलेक्शन हारी थीं , मिस्टर मोइत्रा का कालापानी टाइप नक्सल इन्फेस्टेड बैचलर स्टेशन पर पोस्टिंग हुयी थी , कोई आफिसर उनके घर नहीं आया था। सब को मालूम था उन्होंने मिसेज खन्ना को नीचा दिखाने के लिए क्या नहीं किया और , किस तरह से मिसेज खन्ना ने न उनका प्लान बिगाड़ा बल्कि मिसेज महलिङ्गल की निगाहों में भी , ...और उसी रात ट्रांसफर आर्डर इशू हुआ और मैंने किस तरह से मिस्टर महालिंगम से उसी रात सुबह होने के पहले ही , उन्हें स्पेयर करवा के भिजवा भी दिया।
कल मिसेज मोइत्रा ने जो मुझे फोन किया था , उसका असर शुरू हो गया था , जो उनके घरका टायलेट चोक्ड था उसे साफ़ करने सफाई वाले पहंच गए थे , कुछ और काम करने आने वाले थे
आपने इतनी तकलीफ की , मिसेज मोइत्रा ने मुस्करा कर कहा , कल ही मैंने कोमल से कहा था और आज सब लोग यह ,
" नहीं मैडम गलती हमारी है , ...मुझे पहले ही आना चाहिए था ,... मिस्टर मोइत्रा नहीं है मेरी ही जिम्मेदारी बनती है न " बहुत पोलाइटली वो झुक के बोले।
( और बात भी यही थी , मिस्टर मोइत्रा के मोस्ट चार्जेज उन्ही को मिल गए थे , और जो उन के सबऑर्डिनेट थे अब इनके अंडर में , उनके सारे काले कारनामे वाली फाइलें इनकी सेफ में , ... और मिसेज मोइत्रा की जीतनी चमचियाँ थी , उन सबार्डिनेट्स की बीबियां , अब मेरे इशारे पर ,... और सबसे बड़ी जिम्मेदारी वो लेना चाहते थे , उनके दोनों रसगुल्ले ,... इसलिए मैंने ये मैनेज किया की उन दोनों को स्कूल ले जाने का काम , ... ")
उनकी निगाह गार्डेन पर गयी , पहले एस्टेट मॅनेजमनेट मिस्टर मोइत्रा के पास था तो टाउनशिप के बेस्ट गार्डनर वहीँ , ... और अब गुलाब सूखे पड़े थे ,
मिसेज मोइत्रा के सामने उन्होंने टाउन इंजिनियर को फोन लगाया और जम कर हड़काया ,
"तुम लोग न ,... मिस्टर मोइत्रा नहीं है तो क्या हुआ ,... मैं हूँ न , हाटरीकल्चरल इंचार्ज को बोलो ,आधे घंटे में यही पहुंचे ,... हाँ मैं यहीं खड़ा हूँ। और आधे घंटे में जो मैडम बोले न , सब ,... हाँ आई मीन सब ,... अभी साढ़े दस बज रहे हैं , ग्यारह के पहले , और रोज। .. वरना कुछ परेशानी हो न तो मेरे आफिस में बारह बाके आकर अपना सस्पेंशन आर्डर ले ले। मैं मैडम से सवा ग्यारह बजे फोन कर के पूछूंगा,... बेस्ट ऱोजेज , अपनी नर्सरी में न हो तो बाहर से ,... चार माली रोज यहां अभी आधे घंटे में , "
" आई डोंट नो , ... मैं कैसे आप को ,... " मिसेज मोइत्रा बोली
" मैडम , आप डांट लीजिये , मार लीजिये बड़ी है आप , लेकिन आप न बोलिये , मैं। .. आप के गुलाब तो टाउनशिप तो छोड़िये आसपास के जिलों में ,... आप का टेस्ट हम सब लोगों के लिए प्राइड है " उन्होंने ५०० ग्राम एक साथ लगा दिया , और मैडम फिसल गयीं।
" ओके , तुम ,.. " मुस्करा के वो बोली ,
" फिर अब तो मैं रोज आऊंगा , ... उन दोनों को ,... और आपके गुलाब के बगीचे की हालचाल भी देख लूंगा " वो बोले और उस समय , मिसेज मोइत्रा के बगीचे की दोनों जस्ट खिलती हुयी कलियाँ बाहर निकल आयीं , थीं तो दोनों जुड़वा लेकिन एक जो चार सेकेण्ड बाद आयी थी , वो छुटकी हो गयी.
मिसेज मोइत्रा ने उनके कान में वही बात कही जो मैंने कही थी , लड़कियों से समझाने के लिए , उन्हें अंकल न कहे , भैया कहें अंकल के नाम से वो चिढ जाते हैं। मुझे मालूम था अभी कुछ दिन पहले उन्होंने अपनी ममेरी बहन की फाड़ी है , और अगर ये दोनों रसगुल्ले भी बहन बन गयीं , तो इन की टाँगे फैलने में बहुत देर नहीं लगेगी।
पर छुटकी ने जोर जोर से सर हिला के मना कर दिया , और उनकी ओर देखते हुए मन की बात कह दी ,..
' कोमल दी को हम लग दी कहते हैं तो , फिर ,... "
उस की बड़ी बड़ी बंगाल के जादू से भरी आँखों ने उस के मन की बात कह दी।
और बाकी बातें मिसेज मोइत्रा ने कह दी ,
" देखो तुझे दो सालियों का फायदा हो गया ,... "
और इस मीठे रिश्ते पर मोहर लगा दीं।
" सच में मेरी कोई छोटी साली थी भी नहीं , ... " वो उन दोनों को देखते बोले।
( बात यही थी मेरी सगी क्या, चचेरी ममेरी मौसेरी छोटी बहन भी नहीं है ,जो भी मौसेरी बहने हैं सब बड़ी हाँ शादी के बाद सुजाता ने उन की छोटी साली की मांग थोड़ी बहुत पूरी कर दी , पर कुँवारी रसीली साली तो अभी भी नहीं थी। )
" आगे से ये बात बोलियेगा भी मत , दो दो आपके सामने खड़ी हैं , ... " दोनों ने एक साथ बोला , और छुटकी बोल पड़ी ,
" और स्कूल नहीं चलना है क्या , देर होने पर आपका तो कुछ नहीं होगा , हम दोनों को ही ,... "
दोनों स्कूल यूनिफार्म में , सफ़ेद खूब टाइट ब्लाऊज , नेवी ब्लू स्कर्ट से निकली दो खूब गोरी जाँघे , ब्लाउज को आलमोस्ट फाड़ती दोनों के कच्चे टिकोरे , टेनिस बाल साइज के बूब्स , और उन बूब्स के बीच में स्कूल टाई
और कुछ वो बोलते उसके पहले ही छुटकी पिछली सीट पर बैठ गयी।
मिसेज मोइत्रा मुस्करा रही थीं ,
ये ड्राइविंग सीट पर और बड़ी वाली इनके बगल में। इन्होने गाडी स्टार्ट कर दी और साथ में पीछे से छुटकी की जुबान चल दी।
" आप सोच रहे थे की आप ही चालाक हो , भैया बन के तो आप बच जाते , ...हम लोग साल में एक बार ही लूट सकते थे , राखी में , ... लेकिन अब तो जब चाहे तब लूटेंगे , समझ लीजिये, तैयार हो जाइये रेगुलर लुटने के लिए । " पीछे से वो टीनेजर बोली।
" लेकिन अगर मैंने भी लूट लिया , ... तो ,... रियर व्यू मिरर एडजस्ट करते हुए वो बोले ।
अब उस रस्सगुल्ले के रसगुल्ले एकदम साफ़ साफ़ , दिख रहे थे ,... और उसे भी अंदाज चल गया था की मिरर क्यों एडजस्ट किया। वो जोर से मुस्करायी और बोली ,
" तो लुट जाएंगे हम भी ,.. " बड़ी अदा से वो शोख अंगड़ाई लेती बोली , और उसके दोनों कबूतर तो बस लग रहा था उसकी स्कूल यूनिफार्म के टॉप को फाड़ के अभी उड़ जाएंगे।
" और तूने मना किया तो ,... "
,वो बड़ी जोर से खिलखिलाई , फिर अपनी स्कूल टाई एडजस्ट करने के बहाने अपने कबूतरों को छूते बोली ,
" बड़े सीधे हैं न आप ,.... अरे आज तक दुनिया में कौन जीजा , अपनी स्साली के मना करने पर माना है जो आप मान जाएंगे। "
Bahan banane aaye the sali mil gyi.
Bahanchod rasgulle bhi chasni se bharpur huye hai
.....
Bhut ras bhara hua hai.....