100 प्रतिशत 1000 पृष्ठ करेगी और 1000 पृष्ठ ही क्यों ??? 2, 3, 4, ...... हजार क्यों नहीं???
आपकी हर कहानी में अपार संभावनाएं हैं, आप ही पीछे हट जाती है।
" लल्ला फिर आइयों खेलन होली " कहानी का तो क्या ही कहूं, मुझे तो भ्रूण हत्या लगती है।
अब बस, समाप्त कह कर हट जाती हैं और मुझ जैसे पाठक ठगे से रह जाते है।
आपसे अगाध प्रेम है इसलिए शिकायते भी बहुत है कृपया अन्यथा न लें परंतु भावना को समझे।
खैर आपसे आपकी हर कहानी की बात उसी थ्रेड पर करना उचित होगा।
आप तो बस अपडेट देते रहिए पृष्ठों का मोर्चा आपका पाठकवृंद संभाल लेगा, आप निश्चिंत रहें।
सादर