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Erotica जोरू का गुलाम उर्फ़ जे के जी

komaalrani

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Pics says a lot as compared to words.
You are absolutely right. some pictures are worth 1000 words and esp. of rain, they talk, emote and trigger avalanche of memory..
 

komaalrani

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many readers wanted to start from where i have left, but my worry was supposing some new readers comes along?
In that case the new additions will be missed by even readers who have previously read.
Its your right decision that posting afresh will infuse new freshness..
Exactly, so in spite of very lukewarm response in the beginning, i began from the beginning, bowing to the rules of this forum, delete some parts bowing before the rules of the forum and added a lot of parts,
 

komaalrani

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आखिर मेडिकल की तैयारी के लिए आई थी ..
तो उसकी तैयारी भी जोर -शोर से करनी पड़ेगी..
नहीं तो जेठानी के सामने नाक कट जाएगी...
और दस बातें सुनाएगी वो अलग...
And more than that, i try to create a texture, a feel, and a girl who is committed for medical entrance exam, her dream, preparing in a high-level coaching and expecting that her name will come on billboard, can't be shown always only indulging in the sex, .... characters in my stories i avoid posting as sex objects, they live in a real world, with their aspirations, desires and conflicts.

Therefore, this part was entirely focused on creating image of a teenager, who is seriously preparing for the coaching, living with a cleanly compartmentalized life, enjoying and indulging at one time, and deeply engrossed in the work at the next minute. I don't feel any contradiction rather both roles are complimentary.
 

komaalrani

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गुड्डी ने रेसनिक हैलिडे और इरिडोव की बात मिसजे मल्होत्रा को भी बताई थी, और उन्होंने अप्रिसिएशन भी जाहिर किया लेकिन उसके क्लास में जाने के बाद उन्होंने मुझे समझाया,...
ये पुराने दिनों की याद दिला देता है....
और कहानी की गहराई को इंगित करता है....
Superb.....
मैं सोच रही थी कोई तो इसे नोटिस करेगा, और मुझे पूरा विश्वास था की कम से कम आप जरूर याद करेंगे,

मेडिकल या इंजीनियरिंग की कम्पटीशन की तैयारी करने वालो के लिए यह किताब जमाने से जरूरी मानी जाती थी। १९६० में पहली बार छपी यह किताब न जाने कितनी पीढ़ियों के लिए फिजिक्स की चढ़ाई का पहला सोपान थी. और यह अभी भी प्रासंगिक है.

इसलिए जब कोचिंग की बात में थोड़ा माहौल बनाने की बात थी तो मैंने जिन किताबों को चुना उनमे ये सबसे पहले मुझे याद आयी. दूसरी बात जिन स्कूल्स में टेक्स्ट बुक्स से ही काम चल जाता है वहां इसका रखना पढ़ना और नाम लेना भी थोड़ा स्टूडेंट को अलग करता है,...

अगर आपको या अन्य पाठकों को बिग बैंग सीरियल याद होगा तो उसमें भी लियोनार्ड और शेल्डन के अपार्टमेंट में फंडामेंटल ऑफ फिजिक्स नजर आती है और वहां भी उद्देश्य यही है जिस के लिए कुछ किताबों के नाम का इस्तेमाल इस भाग में मैंने किया है।

और इस से जुड़ा हुआ वो ऑनलाइन टेस्ट भी भी है।

इस पुस्तक में कन्सेप्स्ट और न्यूमेरिकल दोनों है इसलिए जब गुड्डी जिन सवालों को गलत करती है तो पहले उसका कन्सेप्स्ट समझाया जाता है।


बहुत बहुत धन्यवाद नोटिस करने के लिए और अच्छे शब्दों के लिए
 

komaalrani

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komaalrani

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बायोलोजी में वैसे मैथ्स तो नहीं होता...
लेकिन कैल्कुलस फिजिक्स के न्यूमेरिकल को चंद सेकेंड का खेल बना देता है...
और ये स्पीड और एक्यूरेसी दोनों के लिए जरुरी है...
तभी लिमिटेड टाइम में ज्यादा से ज्यादा स्कोर हो सकता है...
ये डिटेल पढ़ कर अच्छा लगा...
आपको याद होगा की गुड्डी ने कोचिंग में जब दाखिला लिया था उसी समय उस का स्वाट हुआ और ये पता चला की फिजिक्स न्यूमेरिकल उस की कमजोरियों में से एक है , इसलिए इस कहानी में कोचिंग का जब भी जिक्र आता है गुड्डी की जिन सब्जेक्ट में वीकनेस है उन्हें स्ट्रांग करने की, बात होती है। और स्पीड के लिए ही कैलकुलस और वैदिक मैथ का भी जिक्र आया था , उसी को आगे बढ़ाते हुए इस पोस्ट में उस का जिक्र आया

इन बातों से जैसे मैंने पहले भी कहा की कोचिंग के, इंट्रेंस टेस्ट माहौल, प्रेशर को पाठको के सामने पहुंचाने में मदद मिलती है।

एक बार फिर से आभार, धन्यवाद
 

komaalrani

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जैसा देश वैसा भेष...
पढ़ाई के समय पढ़ाई और चुदाई के समय चुदाई...
कोचिंग के आस पास, खाने पीने की जो दुकाने होती हैं , हर तरह की, और हर तरह के लड़के लड़कियां भी होते हैं,.. कुछ सीरियस, कुछ नान सीरियस, कुछ सिर्फ आँखे सेंकने वाले, कुछ डोरे डालने वाले,... और वो उमर भी होती है की चाहे लड़का हो या लड़की हारमोन सबका जोर मारता है।

और गुड्डी अब खुद भी डबल मीनिंग डायलॉग में एकदम अपरिचितों से भी बात करने में कम्फर्टेबल है, जवाब भी देती है,... लेकिन साथ में ध्यान उसका कोचिंग पर भी है,...

थैंक्स अगेन
 

komaalrani

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ऐसी शुद्ध हिंदी में जबरदस्त कहानी लिखने के लिए सेक्स स्टोरी का लेडी बुकर पुरस्कार तो कोमल जी को ही मिलना चाहिए।।
मैं सिर्फ यही कह सकती हूँ,

:thank_you: :thank_you: :thank_you: :thank_you:
 

komaalrani

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K की प्रधानता...
जैसे कोमल के कर कमलों का कमाल.. कुछ करामात और कुछ करिश्मा...
🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏
 
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