क्या बात है आरुषि मैमPart 11
पूरी करूंगा सब हसरते तुम्हारी
चुत के बाद गांड की भी है बारी
इंसान नहीं तुम तो हो पूरे सांड
नहीं मारने दूंगी मैं अपनी गांड
गधे के जैसा है ये लौड़ा तुम्हारा
मेरी चूत का कर दिया है कबाडा
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भाभी क्यों ऐसे नखरा दिखा रही हो
देखो उठा के गांड चूत मरवा रही हो
बरसो बाद पाया है इतना प्यारा लौड़ा
मजा क्यो ना लू आज मैं इस से थोड़ा
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मजा पूरा दूंगा अब से तुम्हें मेरी रानी
बेकार न जाने दूंगा अब तुम्हारी जवानी
तेज़ तेज़ झटके फिर वो लगाने लगा
बिस्तर पे जन्नत मुझको दिखाने लगा
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अब मोटे लौड़े का एहसास करा दो
देवर जी बस तुम ये कंडोम हटा दो
महसूस मैं तुम्हें करना चाहती हूं
तेरे नंगे लौड़े पे झरना चाहती हूँ
मिलने दो आपस में दो नंगे बदन
बिना किसी सुरक्षा के होगे मगन
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झकझोर कर रख दिया। शानदार, लाजवाब..........
धन्य है आपका काव्य और आपकी प्रस्तुति।
सादर