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अपडेट पोस्टेड - एक मेगा अपडेट, जोरू का गुलाम - भाग २३९ -बंबई -बुधवार - वॉर -२ पृष्ठ १४५६
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Part 8Part 7
भाभी तुम अब मेरी टांगों में आओ
पकड़ के मेरा लौड़ा मुँह ने घुसाओ
मेरा लौड़ा मांगे है तुम्हारा दुलार
होठों में लेकर जरा इसको प्यार
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आ गई अब मैं उसकी टांगों के बीच
आंखो मैं देख उसकी पैंट लेई खींच
मेरी नज़रो के आगे था ऐसा नज़ारा
काले नाग का जैसा खुला हो पिटारा
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देख के उसका मोटा लम्बा सा लंड
मेरे प्यासे कलेजे को पड़ गई ठंड
इतना कड़क था ज़ालिम का लौड़ा
पकड़ा हो जैसे मैंने लोहे का हथौड़ा
चमड़ी से जब बाहर निकला सुपाड़ा
लगे कोई मोटा पहाड़ी आलू बुखारा
पकड़ के उसे प्यार से मैं सहलाऊ
होठों से चुमू और गालो पे लगाऊ
दिल मेरा चाहे लौड़े से जी भर के खेलु
अपने मुलायम लाल सुर्ख होठों में लेलू
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Yes and Cocktail of poetry and pictures make her particularly effective. It triggers vivid imaginations, launches a train of fantasies, and every reader jumps into the role of Devar with his favorite Bhabhi coming out from hidden shelves of imagination. the way she conjures up images in the mind,... just mind blowing.Very true...every poetry is better than the previous one...a very unique talent..
ab shabd nahi bachePart 7
भाभी तुम अब मेरी टांगों में आओ
पकड़ के मेरा लौड़ा मुँह ने घुसाओ
मेरा लौड़ा मांगे है तुम्हारा दुलार
होठों में लेकर जरा इसको प्यार
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आ गई अब मैं उसकी टांगों के बीच
आंखो मैं देख उसकी पैंट लेई खींच
मेरी नज़रो के आगे था ऐसा नज़ारा
काले नाग का जैसा खुला हो पिटारा
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देख के उसका मोटा लम्बा सा लंड
मेरे प्यासे कलेजे को पड़ गई ठंड
इतना कड़क था ज़ालिम का लौड़ा
पकड़ा हो जैसे मैंने लोहे का हथौड़ा
चमड़ी से जब बाहर निकला सुपाड़ा
लगे कोई मोटा पहाड़ी आलू बुखारा
पकड़ के उसे प्यार से मैं सहलाऊ
होठों से चुमू और गालो पे लगाऊ
दिल मेरा चाहे लौड़े से जी भर के खेलु
अपने मुलायम लाल सुर्ख होठों में लेलू
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Yes and Cocktail of poetry and pictures make her particularly effective. It triggers vivid imaginations, launches a train of fantasies, and every reader jumps into the role of Devar with his favorite Bhabhi coming out from hidden shelves of imagination. the way she conjures up images in the mind,... just mind blowing.
Part 8
भाभी जरा अब तुम भी मेरे पास आओ
अपनी प्यासी मुनिया मुझे तुम दिखाओ
जिसे कितने सालो से मुझको सताया
जिसे सोच मैंने है कितना पानी बहाया
पहले तो उसने मुझको खींचा अपने करीब
फ़िर मेरी गिल्ली चूत पे रख दी उसने जीभ
देवर ने जैसे ही नीचे अपनी चलायी जुबान
मेरे मुँह से आह ऊह की बजने लगी थी तान
सिर पकड़ के मैं चूत में घुसाने लगी
बालो में उसके उंगली फिराने लगी
चूत में मस्ती से रस पिघलने लगा
देवर चटोरा चाट उसे निगलने लगा
मेरी बहती चूत का पी गया सारा रस
बिना चोदे ज़ालिम ने मेरी करादी बस
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Part 10Part 8
भाभी जरा अब तुम भी मेरे पास आओ
अपनी प्यासी मुनिया मुझे तुम दिखाओ
जिसे कितने सालो से मुझको सताया
जिसे सोच मैंने है कितना पानी बहाया
पहले तो उसने मुझको खींचा अपने करीब
फ़िर मेरी गिल्ली चूत पे रख दी उसने जीभ
देवर ने जैसे ही नीचे अपनी चलायी जुबान
मेरे मुँह से आह ऊह की बजने लगी थी तान
सिर पकड़ के मैं चूत में घुसाने लगी
बालो में उसके उंगली फिराने लगी
चूत में मस्ती से रस पिघलने लगा
देवर चटोरा चाट उसे निगलने लगा
मेरी बहती चूत का पी गया सारा रस
बिना चोदे ज़ालिम ने मेरी करादी बस
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arushi_dayal ji main nishabd hu ... uffffffffffff...Part 10
देवर जी अब मुझको ना इतना सताओ
मेरी चूत का लौड़े को रास्ता दिखाओ
घुसा दो मेरी चूत अपना मोटा ये डंडा
मेरी चूत की गर्मी को कर दे जो ठंडा
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इस पल को मैं थी कब से बेकरार
घुसा दे मेरा अब ख़तम करो इंतज़ार
चूत की फाँको पे लौड़ा वो घिसने लगा
मेरी गोल गोल चूचियो के पिसने लगा
देवर जी धीरे से अपना लौड़ा घुसाना
मेरी चीख को सुन ले ना सारा जमाना
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ऐसा मोटा मैंने अब तक लिया है नहीं
इसे लेके मेरी चूत फट ना जाए कहीं
बड़े प्यार से मेरी भाभी घुसाऊंगा मैं
जब तुम कहोगी वही रुक जाऊंगा मैं
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झटके से ही जालिम ले अंदर ढकेला
फ़ांको को चिरते हुए लौड़े को पेला
दर्द के मारे मुंह से निकल गई चीख
बहार निकालो इसे मांगती हूं मैं भीख
भाभी चिल्ला रहो तुम इतना ज्यादा
अभी तो मैंने लौड़ा घुसाया है आधा
भाभी तुम इतना क्यों चिल्ला रही हो
पहली बार क्या चूत मरवा रही हो
भैया तेरे की है बस छोटी सी लुल्ली
तेरे लौड़े ने कर दी है मेरी चूत खुली
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ये पोस्ट अब तक की सब पोस्टों पर भारी है,Part 10
देवर जी अब मुझको ना इतना सताओ
मेरी चूत का लौड़े को रास्ता दिखाओ
घुसा दो मेरी चूत अपना मोटा ये डंडा
मेरी चूत की गर्मी को कर दे जो ठंडा
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इस पल को मैं थी कब से बेकरार
घुसा दे मेरा अब ख़तम करो इंतज़ार
चूत की फाँको पे लौड़ा वो घिसने लगा
मेरी गोल गोल चूचियो के पिसने लगा
देवर जी धीरे से अपना लौड़ा घुसाना
मेरी चीख को सुन ले ना सारा जमाना
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ऐसा मोटा मैंने अब तक लिया है नहीं
इसे लेके मेरी चूत फट ना जाए कहीं
बड़े प्यार से मेरी भाभी घुसाऊंगा मैं
जब तुम कहोगी वही रुक जाऊंगा मैं
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झटके से ही जालिम ले अंदर ढकेला
फ़ांको को चिरते हुए लौड़े को पेला
दर्द के मारे मुंह से निकल गई चीख
बहार निकालो इसे मांगती हूं मैं भीख
भाभी चिल्ला रहो तुम इतना ज्यादा
अभी तो मैंने लौड़ा घुसाया है आधा
भाभी तुम इतना क्यों चिल्ला रही हो
पहली बार क्या चूत मरवा रही हो
भैया तेरे की है बस छोटी सी लुल्ली
तेरे लौड़े ने कर दी है मेरी चूत खुली
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Couldn't agree more with you Madam. The post/poetry is simply awesome. What makes it even more alluring are the photos accompanying the poetry. That makes it awesome. Simply unbeatable combination. Hope you agree. Thanks.ये पोस्ट अब तक की सब पोस्टों पर भारी है,
सही में देवर को द्वितायो वर कहते हैं, भाई की जगह लेने का हक़ है उसे,... दोनों के तन की हालत मन की हालत
आप और आपकी कलम अक्षुण रहे, इसी तरह हम सब पढ़ने वालों को आनंदित करती रहे
Part 11Part 10
देवर जी अब मुझको ना इतना सताओ
मेरी चूत का लौड़े को रास्ता दिखाओ
घुसा दो मेरी चूत अपना मोटा ये डंडा
मेरी चूत की गर्मी को कर दे जो ठंडा
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इस पल को मैं थी कब से बेकरार
घुसा दे मेरा अब ख़तम करो इंतज़ार
चूत की फाँको पे लौड़ा वो घिसने लगा
मेरी गोल गोल चूचियो के पिसने लगा
देवर जी धीरे से अपना लौड़ा घुसाना
मेरी चीख को सुन ले ना सारा जमाना
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ऐसा मोटा मैंने अब तक लिया है नहीं
इसे लेके मेरी चूत फट ना जाए कहीं
बड़े प्यार से मेरी भाभी घुसाऊंगा मैं
जब तुम कहोगी वही रुक जाऊंगा मैं
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झटके से ही जालिम ले अंदर ढकेला
फ़ांको को चिरते हुए लौड़े को पेला
दर्द के मारे मुंह से निकल गई चीख
बहार निकालो इसे मांगती हूं मैं भीख
भाभी चिल्ला रहो तुम इतना ज्यादा
अभी तो मैंने लौड़ा घुसाया है आधा
भाभी तुम इतना क्यों चिल्ला रही हो
पहली बार क्या चूत मरवा रही हो
भैया तेरे की है बस छोटी सी लुल्ली
तेरे लौड़े ने कर दी है मेरी चूत खुली
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