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जोरू का गुलाम भाग २०२
मिसेज मोइत्रा और ' उनके दामाद '
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जब हम लोग लौट रहे थे तब तक पौने छ बज गए थे , लेकिन मैं मिसेज मोइत्रा को जिद कर अपने घर ले आयी
उन्हें थोड़ा और टाइम मिल जाता रसगुल्लों के साथ।
चाय पीते पीते मैंने फिर इनकी चर्चा छेड़ दी , " आप कहती हैं की आप के दामाद बहुत सीधे हैं न ,"
" एकदम बहुत सीधा है , शरीफ , आजकल ऐसे लड़के होते कहाँ हैं, वेरी केयरिंग , रिलायबल "

मिसेज मोइत्रा ने खुल के उनकी तारीफ़ की।
" हाँ बहुत सीधे हैं आपके दामाद , एकदम जलेबी जैसे ,... आप तो तारीफ़ करेंगी ही "
खिलखिलाते हुए मैं बोली , फिर जोड़ा , " अगर आपको उनकी असलियत पता चल जाए न ,... एकदम शरीफ बदमाश ,... "
" तुम भी न बेकार में बिचारे की बुराई करती हो , हर बात तो मानता है ,... अच्छा सीधा लड़का मिल गया है न इसलिए। "
उन्होंने फिर उन्ही का साथ दिया।
" सीधे जरूर हैं , ... अच्छा मैं एक बात अगर उनके बारे में बताऊँ, बोलिये आप बुरा तो नहीं मानेगीं। " मैंने बात आगे बढ़ाई।

" एकदम नहीं , बोल न। " चाय ख़तम करते वो बोलीं।

" लेकिन ये सिर्फ हमारे आप की बीच की बात है , उन्हें कानो कान खबर नहीं होगी। " मैंने एक और शर्त रखी।
" एकदम नहीं , तू खाली शर्त ही रखती जायेगी , या बताएगी भी? " हँसते हुए उन्होंने मेरा कान पकड़ लिया।
" बस लास्ट रिक्वेस्ट , प्लीज प्लीज , इनके ऊपर गुस्सा मत होइएगा , अगर गुस्सा होना होगा तो मेरे ऊपर हो लीजियेगा। "
" मेरे दामाद के ऊपर कोई गुस्सा हो ही नहीं सकता , वो बिचारा चाह के भी ऐसा काम नहीं कर सकता , ... "
उन्होंने फिर उनके ऊपर अपना विश्वास मत दे दिया।

" तो ठीक है , अगली आवाज जो सुनेंगी , वो आपके दामाद की होगी , ध्यान से सुनियेगा , अपने सीधे दामाद की बात। "
और मैंने अपना मोबाइल खोल दिया , एक डेढ़ मिनट की आडियो रिकार्डिंग , उनके दामाद की , मेरी।
" यार मैडम के यहाँ जाने पर ,... एक ,... एक बड़ी मुश्किल हो जाती है ,... " उनकी आवाज थी।
" क्यों डांटती वाँटती हैं क्या , ... सही करती हैं , तुम काम ही ऐसा करते होंगे। " मेरी आवाज।
" अरे नहीं यार , वो डांट सकती ही नहीं , उनकी आवाज में ,... तो क्या कहूं ,.. एकदम शहद घुला है , तुम न समझती नहीं , वो बात दूसरी है। " वो बोले , फिर जारी रखा ,
" असल में , उनके ,... कैसे बताउं ,... उनके यहाँ मेरी पैंट टाइट हो जाती है ,... "
" मोटे हो रहे हो , सास खिलाती होंगी खूब , इसलिए रोज जाते हो , पैंट ढीली करवा लो कमर पर ,... " मैंने छेड़ा।
" अरे यार , कमर पर नहीं , यहाँ ,... वहां थोड़ा नीचे , एकदम वो ,... क्या करूँ जैसे उन्हें देखता हूँ , न अपने आप ,... " उन्होंने कबूला।
" बदमाश ,... " मैं फुसफुसाई।
" तो साफ़ साफ क्यों नहीं कहते की ,... मिसेज मोइत्रा को देखकर तेरा खड़ा हो जाता है। मुन्ना तेरा बदमाश हो रहा हैं ,... " मेरी आवाज थी।

" लेकिन अगर उन्होंने तुझ इस हालत में देख लिया तो ,... " मैं फिर बोली ,
" यही तो डरता हूँ , ... किसी तरह कभी वहां हाथ रख लेता हूँ , कभी कुछ , कभी पैर मोड़ के , पर ,... बड़ी घबड़ाहट होती है अगर कहीं मैडम को पता चल गया। " वो बोले।
" घबड़ा मत कुछ नहीं होगा , ... सिर्फ तेरा कान पकड़ के घर से बाहर कर देंगी , और फिर उस घर के दरवाजे तेरे लिए हमेशा के लिए बंद , जो रोज वहां जाने के चक्कर में सुबह शाम रहते हो न , ...सब बंद।" मैंने चिढ़ाया.

" वही तो डरता हूँ , यार , ... तुम भी न और डराती हो। मुझे सबसे ज्यादा ये लगता है ,... वो इतनी सीधी साधी , भोली , शरीफ , ... मेरे ऊपर इतना ट्रस्ट करती हैं ,.. क्या सोचेंगी ,... कितना बुरा लगेगा उन्हें की मैं कैसी निगाह रखता हूँ उनके ऊपर ,... आज तक कभी किसी लड़की , औरत को देख कर नहीं हुआ , पर उन्हें देखते ही ,.. ये एकदम ,... पैंट एकदम टाइट ,... और एकदम साफ साफ़ ,.. " उनकी आवाज से घबड़ाहट परेशानी साफ़ साफ़ झलक रही थी।
" चल यार कोई बात नहीं , पर ये बता ,.. मैडम की कौन सी चीज तेरी ये हालत करती है , बोल न। मैं उनसे बताउंगी थोड़ी। " मैंने उन्हें पुचकारते हुए पूछा।
मिसेज मोइत्रा और ' उनके दामाद '
18,58,490

जब हम लोग लौट रहे थे तब तक पौने छ बज गए थे , लेकिन मैं मिसेज मोइत्रा को जिद कर अपने घर ले आयी
उन्हें थोड़ा और टाइम मिल जाता रसगुल्लों के साथ।
चाय पीते पीते मैंने फिर इनकी चर्चा छेड़ दी , " आप कहती हैं की आप के दामाद बहुत सीधे हैं न ,"
" एकदम बहुत सीधा है , शरीफ , आजकल ऐसे लड़के होते कहाँ हैं, वेरी केयरिंग , रिलायबल "

मिसेज मोइत्रा ने खुल के उनकी तारीफ़ की।
" हाँ बहुत सीधे हैं आपके दामाद , एकदम जलेबी जैसे ,... आप तो तारीफ़ करेंगी ही "
खिलखिलाते हुए मैं बोली , फिर जोड़ा , " अगर आपको उनकी असलियत पता चल जाए न ,... एकदम शरीफ बदमाश ,... "
" तुम भी न बेकार में बिचारे की बुराई करती हो , हर बात तो मानता है ,... अच्छा सीधा लड़का मिल गया है न इसलिए। "
उन्होंने फिर उन्ही का साथ दिया।
" सीधे जरूर हैं , ... अच्छा मैं एक बात अगर उनके बारे में बताऊँ, बोलिये आप बुरा तो नहीं मानेगीं। " मैंने बात आगे बढ़ाई।

" एकदम नहीं , बोल न। " चाय ख़तम करते वो बोलीं।

" लेकिन ये सिर्फ हमारे आप की बीच की बात है , उन्हें कानो कान खबर नहीं होगी। " मैंने एक और शर्त रखी।
" एकदम नहीं , तू खाली शर्त ही रखती जायेगी , या बताएगी भी? " हँसते हुए उन्होंने मेरा कान पकड़ लिया।
" बस लास्ट रिक्वेस्ट , प्लीज प्लीज , इनके ऊपर गुस्सा मत होइएगा , अगर गुस्सा होना होगा तो मेरे ऊपर हो लीजियेगा। "
" मेरे दामाद के ऊपर कोई गुस्सा हो ही नहीं सकता , वो बिचारा चाह के भी ऐसा काम नहीं कर सकता , ... "
उन्होंने फिर उनके ऊपर अपना विश्वास मत दे दिया।

" तो ठीक है , अगली आवाज जो सुनेंगी , वो आपके दामाद की होगी , ध्यान से सुनियेगा , अपने सीधे दामाद की बात। "
और मैंने अपना मोबाइल खोल दिया , एक डेढ़ मिनट की आडियो रिकार्डिंग , उनके दामाद की , मेरी।
" यार मैडम के यहाँ जाने पर ,... एक ,... एक बड़ी मुश्किल हो जाती है ,... " उनकी आवाज थी।
" क्यों डांटती वाँटती हैं क्या , ... सही करती हैं , तुम काम ही ऐसा करते होंगे। " मेरी आवाज।
" अरे नहीं यार , वो डांट सकती ही नहीं , उनकी आवाज में ,... तो क्या कहूं ,.. एकदम शहद घुला है , तुम न समझती नहीं , वो बात दूसरी है। " वो बोले , फिर जारी रखा ,
" असल में , उनके ,... कैसे बताउं ,... उनके यहाँ मेरी पैंट टाइट हो जाती है ,... "
" मोटे हो रहे हो , सास खिलाती होंगी खूब , इसलिए रोज जाते हो , पैंट ढीली करवा लो कमर पर ,... " मैंने छेड़ा।
" अरे यार , कमर पर नहीं , यहाँ ,... वहां थोड़ा नीचे , एकदम वो ,... क्या करूँ जैसे उन्हें देखता हूँ , न अपने आप ,... " उन्होंने कबूला।
" बदमाश ,... " मैं फुसफुसाई।
" तो साफ़ साफ क्यों नहीं कहते की ,... मिसेज मोइत्रा को देखकर तेरा खड़ा हो जाता है। मुन्ना तेरा बदमाश हो रहा हैं ,... " मेरी आवाज थी।

" लेकिन अगर उन्होंने तुझ इस हालत में देख लिया तो ,... " मैं फिर बोली ,
" यही तो डरता हूँ , ... किसी तरह कभी वहां हाथ रख लेता हूँ , कभी कुछ , कभी पैर मोड़ के , पर ,... बड़ी घबड़ाहट होती है अगर कहीं मैडम को पता चल गया। " वो बोले।
" घबड़ा मत कुछ नहीं होगा , ... सिर्फ तेरा कान पकड़ के घर से बाहर कर देंगी , और फिर उस घर के दरवाजे तेरे लिए हमेशा के लिए बंद , जो रोज वहां जाने के चक्कर में सुबह शाम रहते हो न , ...सब बंद।" मैंने चिढ़ाया.

" वही तो डरता हूँ , यार , ... तुम भी न और डराती हो। मुझे सबसे ज्यादा ये लगता है ,... वो इतनी सीधी साधी , भोली , शरीफ , ... मेरे ऊपर इतना ट्रस्ट करती हैं ,.. क्या सोचेंगी ,... कितना बुरा लगेगा उन्हें की मैं कैसी निगाह रखता हूँ उनके ऊपर ,... आज तक कभी किसी लड़की , औरत को देख कर नहीं हुआ , पर उन्हें देखते ही ,.. ये एकदम ,... पैंट एकदम टाइट ,... और एकदम साफ साफ़ ,.. " उनकी आवाज से घबड़ाहट परेशानी साफ़ साफ़ झलक रही थी।
" चल यार कोई बात नहीं , पर ये बता ,.. मैडम की कौन सी चीज तेरी ये हालत करती है , बोल न। मैं उनसे बताउंगी थोड़ी। " मैंने उन्हें पुचकारते हुए पूछा।
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