ओह... खेद प्रकाश स्वीकार करें..नहीं नहीं दो करेक्शन आप थोड़ा गैप के बाद बाद आये हैं इसलिए शायद,
पेट तो एक बार ही फूला था, ... दोनों रसगुल्ले जुड़वाँ हैं, बड़ी वाली शायद चार सेकेण्ड बड़ी है
और दूसरी बात सीजेरियन था मामला,... और डाक्टरनी ने ट्यूबें बाँध दी तो अब न निरोध न गोली न ताम्बे का ताला, सिर्फ अंदर जाने का रस्ता है बाहर का नहीं
तो दामाद चढ़ेगा भी तो तीसरी साली नहीं निकलेगी
मिसेज मोइत्रा का प्रसंग सब कुछ भुला देता है...
जबकी कुछ पोस्ट के अंतर में मैंने कुछ हीं मिनट का अंतरल दोनों के जन्म का कोट किया था...
लेकिन तांबे का ताला... इस जानकारी के लिए धन्यवाद...