डार्क वेब
लेकिन डार्क वेब में एक्सेस वो न तो आफिस से कर सकते थे न घर से, कोने कोने में ' कीड़े ' थे और फोन भी, लैपटॉप भी और उनकी सेक्रेटरी का भी फोन और लैपटॉप ' इन्फेकेटेड' और दूसरा सेफ फोन वो आफिस में निकलना नहीं चाहते थे।
लेकिन उनके आफिस पहुँचते ही जैसे उस दिन का शेड्यूल मिसेज डी मेलो ने दिखाया एक मीटिंग उनके सप्लायर्स के साथ थी, जिसका डेढ़ सौ करोड़ का टेंडर उन्होंने अभी फाइनलाइज किया था।
असली खेल था सी एस आर का था, लेडीज क्लब में जो सैटरडे को तीज फेस्टिवल और संडे को तीज प्रिंसेज कुँवारी लड़कियों का था और जो पांच छह पार्टीज स्पांसर कर रही थीं उनमे से एक ये भी थीं। वो किसी होटल में लंच पर मिलाना चाह रहे थे। बस उन्होंने तुरंत लैंड मार्क होटल का नाम ले लिया। ये सही जगह थी शहर से करीब करीब बाहर और वहां से वो बाथरूम में जा के सेफ मोबाइल से या किसी रूम में से डार्क वेब होटल के किसी लैपटॉप से कर सकते.
लैंडमार्क की मीटिंग और लंच लंबा नहीं था लेकिन प्रोडक्टिव था।
पेमेंट शेड्यूल अब बहुत लिबरलाइज थे और उसके चलते न सिर्फ उस कम्पनी ने सप्लाई के रेट भी ७ % काम कर दिए थे बल्कि सी एस आर का अमाउंट भी दूना कर दिया था। लेकिन सी एस आर में कोई कैश कम्पोनेंट नहीं था, वो सिर्फ एक्टिविटी स्पांसर करती थी, जिसमे कॉस्मेटिक्स, लंच और एक दो और चीजें शामिल थी।
हाँ कारपोरेट गिफ्ट्स के नाम पर उन्होंने साफ़ कर दिया था की मिसेज मोइत्रा, उनकी दोनों कबूतरियां और उनकी पुरानी तीनो चमचियाँ शामिल होंगी।
मीटिंग के बाद होटल के ही एक कमरे से उन्होंने डार्क वेब एक्सेस किया, होटल के ही एक लैप टॉप से, जो बिजनेस लाउंज से होटल वालों ने ले कर वहां सेट कर दिया था। पहले तो उन्होंने उसे ' सनीटाइज ' किया और फिर डार्क वेब में घुसे। थोड़ा चक्कर काट के गीता के मोबाइल से जो नंबर उन्हें मिला था उस से एक मशहूर फेम डॉम सैंडी का रूम उन्होंने एक्सेस किया, लेकिन वहां पर फिर एक मेसेज मिला और उस से एक और दरवाजा खुला जो गे साइट्स को ले जाता था जिसमे एक से एक ट्विंक बॉटम्स का सौदा किया जाता था।
असली खेल वहीँ था और वहां दो जस्ट अडल्ट टीन ट्विनक्स के रेट कोट हो रहे थे।
एक मिनट के अंदर वो समझ गए की वो असल में नंबर के जरिये एक मेसेज है जो qwerty कोड में है यानी लैपटॉप के लेटर्स जिस क्रम में हैं बस उन्होंने उसे डी कोड कर के पढ़ना शुरू कर दिया। उनके लिए चार मेसेज थे जो कुल बीस सेकेण्ड में दे दिए गए फिर वो रूम बंद हो गया।
पहला मेसेज था की संडे की शाम को उन्हें कहीं जाना है तो उस प्रोग्राम को कैंसल न करें और उस शाम से २४ घंटे एकदम इलेक्ट्रानिक साइलेंस पर रहें। अपने घर की रूटीन जो नार्मल सिक्योरटी करते हैं वही करें।
अब उनको याद नहीं पड़ रहा था की संडे का क्या प्रोग्राम है , हाँ सैटरडे दिन का प्रोग्राम वो नहीं भूल सकते थे उस दिन उन्हें अपनी दोनों छोटी सालियों का, मिसेज मोइत्रा की दर्जा नौ में पढ़ने वाली जुड़वां बेटियों का योनिछेदन करना है और उनसे ज्यादा वो दोनों मिसेज मोइत्रा की छोरियां उतावली थीं अपने जीजा से खुदाई करवाने के लिए और अगले दिन संडे को तीज प्रिंसेज का प्रोग्राम है उससे उनका कोई लेना देना नहीं है, पर शाम को , उन्हें कुछ याद नहीं आया। और सैटरडे को ही वो रिपोर्ट अमेरिका में पब्लिश होनी है उस समय यहाँ पर रात होगी। लेकिन फिर उन्होंने दिमाग पर जोर डालना बंद कर दिया
हो सकता है कोमल ने कुछ फिक्स किया हो और इतने दिनों में उन्होंने सीख लिया था की बिना दिमाग लगाए बीबी और सास की बात मानने में ही फायदा है।
लेकिन अगला मेसेज ज्यादा काम का था और उसका सब दारोमदार गीता के ऊपर था। गीता के घर के पास ही एक बरगद का पेड़ था वहां हर बुधवार को औरतों का जमावड़ा लगता था शाम के बाद, घंटे दो घंटे। जिसकी जो इच्छा हो उसके लिए लाल चुनरी का एक टुकड़ा फाड़ के बाँधा जाता था, और पूरी होने के बाद पूजा के साथ उसे खोला जाता था। उसी के बगल में नीम का एक पेड़ था वहां एक लेटर बॉक्स टगा था जिसका इस्तेमाल पता नहीं कब से नहीं हुआ था। शायद पोस्ट आफिस वाले उसे हटाना भूल गए थे।
मेसेज के हिसाब से इस बुधवार को गीता को पहले तो उस पूजा में शामिल होना था और फिर बाद में उस लेटर बॉक्स में उनके लिए कोई सामान आएगा उसे निकाल लेना था और उन्हें उनके घर के बाहर किसी जगह पे दे देना था।
गीता का दूसरा इस्तेमाल था की अगर वो किसी इमरजेंसी में कम्युनिकेट करना चाहें तो गीता उस पेड़ पर जो सबसे ऊपर चुनरी का टुकड़ा बंधा होगा उससे ठीक एक बित्ते ऊपर दो चुनरी के टुकड़े एक साथ बांध दे, तो उनके पास कम्युनिकेशन का लिंक पहुँच जाएगा।
तीसरा मेसेज था गीता को जो ओब्जेट मिलेगा उसके अंदर एक पेन ड्राइव होगी जिसमे एक सॉफ्ट वेयर होगा जो उन्हें संडे को घर छोड़ने से पहले अपने ऊपर के कमरे में रखे कम्पनी वाले कंप्यूटर में डालना होगा लेकिन उस कम्यूटर के पुराने किसी भी डाटा से उन्हें छेड़ छाड़ नहीं करनी थी।
चौथा मेसेज था दुबारा डार्क वेब या किसी और तरीके से कांटेक्ट के बारे और उसके साथ एक मैप भी दिया था। और वो मैप देख के उनकी कस के फट गयी।
घर, आफिस, और टाउनशिप का बड़ा हिस्सा उसमें शामिल था। और वो डीप सेटलाइट सर्वेलेंस में शामिल था, मतलब की उनकी आवाज की रिकार्डिंग के आधार पर अगर वो किसी और फोन से भी बात करेंगे जो हैक नहीं हुआ है तो भी वो आवाज पहचान ली जायेगी और वो फोन भी हैक किया जाएगा। लेकिन गोल्डन लाइन ये थी की उस मैप के बाहर के एरिया के बाहर के इलाके में वो बिना हैक डिवाइस के जरिये कांटेक्ट कर सकते थे लेकिन उसके लिए भी चेतावनी थी, की किसी जगह का इस्तेमाल दुबारा न करें और मैप के बाहर की चार प्वाइंट्स को सेलेक्ट कर लें।
बात उनकी तुरंत समझ में आ गयी। उनकी कार में और बाकी जी पी एस सर्वयालेंस से उनके पीछे पड़ी ताकतों को पता चला जाता की वो कहाँ गए हैं और अगले २४ घंटे में वो जगह भी उनके डीप सर्वेलेंस नेटवर्क में आ जाती। इसलिए सिर्फ एक बार।
और यह भी कहा गया था की यह भी बहुत जरूरी होने पे ही करें।
एक बार फिर उन्होंने उस लैपटॉप को धो पोंछ के साफ़ कर दिया और फिर कुछ पॉर्न साइट्स देखीं, कुछ फेम डॉम वाले वीडियो अपने पेन ड्राइव पे लोड किये की अगर दुबारा कोई उस लैप टॉप की जांच के तो कुछ तो पता चले।
और फिर वापस अपने आफिस।
और डार्क वेब से एम् को फीड बैक भी मिल गया की मेसेज पहुँच गया
और एम् अब वापस मिलन्द नवलकर के रूप में साउथ बॉम्बे में, गेलार्ड होटल में बैठे बियर का मजा ले रहे थे और अगले कदम के बारे में सोच रहे थे