गुड्डी का पिछवाड़ा
दो चार मिनट में मैंने कनखियों से देखा , घड़ी पर , ...बस अब दस मिनट मुश्किल से बचे थे गुड्डी रानी को आने में ,
और कमल और अजय जीजू की निगाह एक बार फिर से गुड्डी की मेन्टलपीस पर रखी पिक्चर पर पड़ी ,
" क्या मस्त पटाखा है , स्साली। " अजय के मुंह से निकल गया।
" स्साली का पिछवाड़ा तो देखो , क्या हॉट हॉट है ,... " रीनू ने और आग लगाई।
कमल जीजू ने ठंडी सांस भरी , " स्साली एक बार मिल जाय गांड मारने को। "
मैंने मुंह ,में खूब ढेर सारा थूक इकठ्ठा किया और सब धीरे धीरे कमल जीजू के खूंटे पर ,
मैं क्यों आग भड़काने का मौका छोड़ती , मैंने भी बोल दिया ,
" जीजू इस टीनेजर का पिछवाड़ा एकदम कोरा है , कच्ची कसी कसी , ... कैसे पेल पाएंगे आप अपना मोटा खूंटा ,... "
" अरे यार एकदम कच्चे लौंडो की मैंने फाड़ी है , लेकिन क्या नमक है इसमें और रीनू सही बोलती है , मस्त ब्वाइश चूतड़ हैं इसके , बस मिल जाए ,... "
मैंने थोड़ा सा और थूक उनके खूंटे पर डाल कर स्लर्प स्लर्प कमल जीजू के सुपाड़े को और गीला कर के ,...
असल में , मैं इतना ज्यादा थूक परोपकार के लिए ,... अपनी ननद के फायदे के लिए लगा रही थी। मेरी कमीनी बहन , तो कमल जीजू को तेल वैसलीन कुछ भी लगाने नहीं देगी , पक्की आर्गेनिक है वो ,... नथिंग केमिकल , और कुछ तो चिकनाई इस थूक से ,...
मैंने फिर घडी की ओर देखा , बस चार मिनट , और मैंने भी कमल जीजू को छेड़ते हुए , उनके गाल सहलाते हुए ,...
" जीजू , मेरी दो शर्त हैं , आप मान जाइये तो क्या पता , आपको मिल जाए इस पटाखे का कोरा पिछवाड़ा ,... "
" अरे यार इस के पिछवाड़े के लिए दो के मैं सौ शर्त मान जाऊँगा , लेकिन तुम न बस ,... " कमल जीजू की आँख अभी भी गुड्डी की फोटो पर चिपकी थी।
" तो चलिए देखिये मेरी पहली शर्त है आप उसकी कोरी गांड मारिएगा मत ,... "
मैंने बोला और बिचारे कमल जीजू का मुंह लटक गया ,
" मतलब ,... " किसी तरह से उनके मुंह से निकला।
मैं जोर से खिलखिलाई और कस के उनके खड़े खूंटे को दबाती बोली ,
" अरे जीजू मेरा मतलब एकदम साफ़ है , इस पटाखे की कोरी गांड मारिएगा मत , .... एकदम फाड़ दीजियेगा। हचक हचक के ,... "
और अगर मेरा मतलब अभी भी साफ न हुआ तो तो मैंने दोनों हाथ के अंगूठे और तर्जनी को जोड़ के बड़ा सा छेद बनाया ,
" बस ऐसा , खूब चाकर ,... अगर आपके गांड मारने के बाद भी वो खड़ी हो पाए अपने पैर न , ... तो जीजू हमारी आपकी परमानेंट कुट्टी। "
" इतनी चौड़ी हो जाय की मेरी मुट्ठी सटासट उसकी गांड में चली जाय , और सोच लीजिये जीजू , अगर ऐसी चौड़ी न हुयी तो बस मेरी मुट्ठी और आपका पिछवाड़ा , .. "
रीनू क्यों चुप रहती।
" पर आप दोनों की बहन लगेगी वो , रिश्ते में , ... मेरी ननद है। " मैंने और छेड़ा और अबकी जवाब अजय जीजू ने दिया ,
" यार ऐसी बहन हो तो कोई भी बहनचोद होने को तैयार हो जाएगा। "
" तुम दोनों न , खाली आग लगाती हो ,... अरे बस मिल जाए न, पक्का ऐसा फाड़ूंगा उसकी , ..बड़ा से बड़ा मोची भी नहीं सिल पायेगा ,...दरेर दरेर कर रगड़ रगड़ कर तड़पा के फाड़ूंगा, एकदम चाकर हो जायेगी, रंडी का भोसड़ा मात। । लेकिन एक बार मिल तो जाय ,...सैकड़ों कोरी गाँड़ फांड़ी होगी लेकिन ऐसी मस्त आज तक नहीं दिखी। "
कमल जीजू ने इरादा साफ़ कर दिया।
सोच सोच के ही कमल जीजू का खूंटा पत्थर का हो गया था।
और दरवाजा खुलने की आवाज आ गयी , मैं समझ गयी , जीजू की बात का जवाब मिल गया है , गुड्डी ही होगी।
" पता नहीं कौन है "
मैं बुदबुदायी और शेर को एक बार फिर से पिंजड़े में डाल दिया , और अपना टॉप भी नीचे कर लिया।
और गुड्डी ही थी।
Bahot khub.. maja aane wala abh toh..
Itne logo ko is tarah bandhe rakhna koi aasan kaam nahi hai.. truly appreciate your writing skills.
Bas ek baat hamesha se hi muze khatakti aai hai Aap ne dono Jiju ko shuruwaat se hi ucha dikhaya hai.. ho sake toh is baar hisaab barabar rakhiye ga toh aur maja aae ..baki aapki kahani aap behetar jaane.
Thanks again