चैप्टर -1 ठाकुर कि शादी, अपडेट -12
असलम, रतीवती ओर कामवती खरीद दारी के लिए बाजार निकल जाती है.
तांगे पे बैठे रतीवती अपनी अदाओ हरकतों से बाज़ नहीं आ रही थी. असलम मियां तो हैरान परेशान हक्के बक्के बाजार जल्दी पहुंचने कि दुआ कर रहे थे..
दूर गांव के बाहर रामनिवास आज दबा के शराब पिए जा रहा था... पिए भी क्यों ना ठाकुर साहेब मोटी रकम जो दे गये थे.
वही पास कि टेबल पे बैठे दो आदमी अपना मुँह ढके लगातार रामनिवास को देख रहे थे.... एक के बाद एक पैग मारे जा रहा था.
जब बिल्कुल नशे मे टुल्ल हो गया दो दोनों नकाबपोश व्यक्ति उठ के रामनिवास के पास आ बैठे.
पहला :- ओर भई रामनिवास आज बहुत दिनों बाद दिखे, क्या बात है बहुत चहक रहे हो आज?
रामनिवास को सब धुंधला दिख रहा था, उसे लगा उसके ही गांव का कोई दोस्त होगा
रामनिवास :- अरे भई खुशी का मौका है लो तुम भी पियो.
दूसरा :- लेकिन पैसे???
रामनिवास :- दोस्त के रहते पैसे कि चिंता करते हो, बहुत पैसा है मेरे पास, नशे मे शेखी बखार रहा था.
पहला :- वैसे खुशी कि क्या बात है दोस्त?
रामनिवास :- मेरी बेटी....हिक्क... हिक्क... मेरी बेटी का रिश्ता तय हो गया है वो हिक.... हिक्क.... अब ठकुराइन बनेगी.... हिक्क ठकुराइन....
रामनिवास नशे मे बेसुध था.
दूसरा :- अच्छा तो वहाँ से मिला है मोटा माल? कहाँ किस से हो रही है शादी?
रामनिवास :- अपने ठाकुर है ना विष रूप वाले हिक्क... ठाकुर ज़ालिम सिंह उनसे.
सारी बाते बताता चला जाता है कि कब शादी है, कब विदाई है, बेवकूफ रामनिवास.
बहुत अमीर है वो खूब पैसा है उनके पास.
ये बात सुन दोनों कि आंखे चौड़ी हो जाती है, मुस्कुराहट चेहरे पे तैर जाती है.
दोनों रामनिवास से विदा ले के निकल जाते है.
रास्ते मे
यार रंगा ये ठाकुर तो वाकई मोटी आसामी है, रुखसाना कि खबर पक्की है,इसे लूट लिया तो जिंदगी बन जाएगी.
रंगा :- हाँ बिल्ला योजना बनानी होंगी चल अड्डे पे, हमारे पास टाइम कम है.
. रंगा बिल्ला कम्बल से मुँह ढके वहाँ से निकल जाते है
परन्तु इन सब मे किसी कि नजर बराबर रामनिवास ओर रंगा बिल्ला कि बातचीत पे बनी हुई थी.
एक दुबला पतला लड़का, हलकी मुछे रखे वही आस पास टहल रहा था. चेहरे से इतना मासूम कि प्यार आ जाये गोरा चिट्टा... जैसे कोई राजकुमार हो...
लेकिन ये है चोर मंगूस... एकदम शातिर चोर.
रूप बदलने मे माहिर, चुत मारने मे दुगना माहिर
चोरी भले चुत कि हो या सोने चांदी कि सब चुरा लेता है.
आजतक इसे कोई पकड़ नहीं पाया पकड़ेगा क्या खाक जब कोई इसे देख ही नहीं पाया.
कब आता है कब चला जाता है कुछ पता नहीं...
चोर मंगूस सारी बाते सुन लेता है... उसकी योजना तुरंत तैयार हो चुकी थी
अब उसे भी ठाकुर कि शादी का इंतज़ार था..
विष रूप ओर कामगंज के बीच मौजूद जंगली इलाके मे एक शख्स टहल रहा था, उसके हाव भाव से लग रहा था जैसे कि वो किसी का इंतज़ार कर रहा हो.
तभी पता नहीं कहाँ अँधेरे मे से एक साया निकल के उस व्यक्ति के सामने खड़ा हो जाता है...
व्यक्ति :- कहो खबरी क्या खबर लाये हो?
साया :- मालिक खबर मिली है कि विष रूप के ठाकुर ज़ालिम सिंह, कामगंज के रामनिवास कि बेटी से शादी कर रहे है ओर मंगलवार को बारात आएगी उसी रात विदा भी हो जाएगी.
व्यक्ति :- इसका मतलब यही मौका है उन्हें पकड़ने का?
साया :- ज़ी दरोगा साहेब रंगा बिल्ला कि योजना ठाकुर को विदाई के वक़्त लूट लेने कि है जब ठाकुर कीमती सामानो के साथ वापस जा रहा होगा, उसकी दुल्हन सोने चांदी से लदी होंगी.
ज़ी हां ये है इस इलाके के दरोगा वीरप्रताप सिंह है जैसा नाम वैसा काम वीर पुरुष तो है लेकिन कभी किसी चोर डाकू को पकड़ नहीं पाए.
उम्र लगभग 40कि होंगी ऊँचा लम्बा कद है इनकी एक खूबसूरत बीवी कलावती भी है जो गांव से दूर शहर मे रहती है.
काम ओर जिम्मेदारी मे इस कदर डूबे है कि सम्भोग कि इच्छा ही ख़त्म सी हो गई है बीवी को हाथ लगाए बरसो बीत गये.
ना जाने इनकी बीवी कैसे रहती होंगी.
कलावती ने कई बार जिद्द कि मुझे भी अपने साथ ले चलो लेकिन यहाँ डाकुओ का खतरा था इसलिए साथ मे लाये नहीं.
वीरप्रताप :- चोर मंगूस कि कोई खबर?
खबरी :- नहीं मालिक उसकी ना तो कोई खबर मिलती है ना ही उसका हुलिया, कहाँ से आता है कहाँ जाता है कुछ पता नहीं है.
वीरप्रताप :- खेर कोई बात नहीं पहले रंगा बिल्ला को हो दबोच लेता हूँ फिर उस चोर मंगूस कि भी खबर लूंगा.
अब तुम जाओ कोई खबर हो तो यही मिलना
साया अँधेरे मे विलुप्त हो जाता है जैसे आया था वैसे ही गायब.
वीरप्रताप गहरी सोच मे डूब जाता है " ऊपर से निर्देश आ चुके है ये मेरा लास्ट मौका है रंगा बिल्ला को नहीं पकड़ा तो ससपेंड कर दिया जाऊंगा "
नहीं नहीं.... ये मौका मुझे गवाना नहीं है.
ठाकुर कि शादी का इंतज़ार करना होगा...दरोगा के दिमाग़ मे योजना तैयार हो चुकी थी.
सोचते सोचते वो जंगल के बाहर खड़ी गाड़ी कि ओर बढ़ जाते है.
यहाँ सभी को ठाकुर कि शादी का ही इंतज़ार था.
कैसी होंगी शादी?
हो भी पायेगी या नहीं?
बने रहिये... कथा जारी है...
सब शादी के लिए तैयार है... आप भी इंतज़ार कीजिये
ठाकुर कि शादी का.