जगदीश राय: क्या कह रहे हो बेटी…सब ठीक तो है…यह कैसे हो गया अब…
आशा , पापा का यह बरताव देखकर आश्चर्य जताते हुयी।
आशा: रिलैक्स पापा…क्या हो गया ऐसे…ठीक है वो।। बस थोड़ी सर दर्द है…आप तो ऐसे डर रहे हो जैसे…
जगदीश राय (खुद को सम्भालते हुए): ओह अच्छा…ठीक है…ठीक है…
आशा: और हाँ दीदी ने कहाँ है की आज वह नाश्ता बना नहीं पायेगी , इसलिए आप भी बाहर से खा लेना और हम भी स्कूल जाते वक़्त नुक्कड़ से खा लेंगे।
जगदीश राय (उदासी से): ठीक है
आंसा: अरे और एक बात पापा…
जगदीश राइ: और क्या।
आंसा : हैप्पी बर्थडे पापा।
और आशा अपने पापा के पास आयी और झूक कर पापा के चेहरे को अपने सीने से लगा लिया और माथे पर एक किस दे दि।
जगदीश राय (मुस्कुराते हुए): थैंक यू बेटी। चलो अब तुम लोग स्कूल जाओ…मैं भी तैयार होता हूँ।
थोड़ी ही देर में आशा और सशा , पापा को एक बार विश करके, स्कूल के लिए चल दिए।
जगदीश राय अपने किस्मत को गाली देते हुए , रेडी होने के लिए कमरे की ओर चल दिया। उसने सोचा की निशा से उसकी हालत पूछ ले पर सोचा की वह सो रही होगी।
जगदीश राय, जब कमरे में घुस, तो देखा की उसके बेड पर एक पैकेट पडा है।
चौंककर, जगदीश राय ने उसे खोला , तो देखा की उसमे लेटर और कुछ कपडे है। जगदीश राय ने लेटर खोला। वह निशा ने लिखी थी।
निशा: "प्यारे पापा, फर्स्ट ऑफ़ आल हैप्पी बर्थडे। आपके इस सुनहरे दिन के लिए पूरा प्लानिंग मैंने किया है। आपको मेरे कहे अनुसार करना होगा।
पहले, शेव करेंगे।
फिर मैंने इस पैकेट में एक क्रीम रखी है। इससे अपने लंड, टट्टो और गांड पर मलिये। और १० मिनट तक रखिये। यह हेयर-रिमूवल क्रीम है। मैं आपको जैसे आप पैदा हुए वैसे देखना चाहती हूँ।
फ़िर आप बाथ लीजिये। और बैग में एक सेंट रखी है। उसे लगाइये।
फिर मैं ने एक स्ट्रिंग अंडरवियर रखी है। वह पहन लीजिये। और बिना शर्ट के, सिर्फ लूँगी पहनकर निचे डाइनिंग टेबल पर आईए। मैं वहां आपके नाश्ता के साथ तैयार हूँ।"
जगदीश राय निशा का यह लेटर पढकर ख़ुशी से झूम उठा।
वह तेज़ी से शेविंग सेट की और बढा। हेयर रेम्योविंग क्रीम लंड और टट्टो पर फैला दिया।पर फिर उसे ख्याल आया की निशा ने गांड का भी ज़िकर किया था। वह समझ नहीं पाया की उसे उसके गाण्ड से क्या दिलचस्पी हो सकती है।
पर वह आज कोई चांस नहीं लेना चाहता था। उसने ढेर सारा क्रीम लेकर गाण्ड पर मल दिया।
इससे उसके टट्टो पर थोड़ी जलन होने लगी। पर वह उसे सहन करता रहा।
जब टट्टो पे जलन ज्यादा हो गया तो वह तुरंत नहाने चला गया।
नहाने के बाद जब जगदीश राय ख़ुदको देखा तो हसी रोक नहीं पाया।
लंड और निचला हिस्सा किसी बच्चे की तरह साफ़ था।
वह निशा के इस प्लानिंग से बेहद खुश हुआ।