Ab tak sare update padh dale bahut pyari aur achchi kahani likh rahe aap bhai ![Dost :dost: :dost:](/uploads/smilies/dost.gif)
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अब तक आपने पढ़ा कि बड़े साहब का सुन कर असलम और बाबा दोनो डर जाते है और अपनी पहली मुलाकात बड़े साहब से याद करने लगते है जिसमे उन्हें याद आता है कि उनका एक और साथी था अनवर और वो एक लड़की किसे बड़े साहब ने उठवाया था उससे प्यार करने लगता है तो लाला को भेज कर कैसे वो धोखे से उन चारों को अपने सामने बुलवा लेते है। और जब रुखसाना की आंखों की पट्टी कहती है तो उसके पहले लफ्ज़ सुन कर ये सारे हैरान रह जाते है।
अब आगे
जैसे ही रुखसाना की पट्टी खुलती है और वो बड़े साहब को देखती है तो दौड़ कर उसके पैरों में गिर जाती है और बोलती है
रुखसाना - ठाकुर साहब ये सब कौन लोग है और आप यहाँ क्या कर रहे हो। देखो ना ठाकुर साहब ये लोग मेरे प्यार को बांध के रखे है और उसे मारने की बात कर रहे है। अब आप ही बचाये हमे।
ठाकुर/बड़े साहब - अरे तू मुझे कैसे जानती है रे छोरी। मेने तो तुझे आज तक कभी नही देखा।
रुखसाना - मालिक आप मुझे कैसे देखेंगे जबकि में तो आपके इतने बड़े साम्राज्य के एक छोटे से गाओं में रहती हूं। मै तो ***** गांव में अपने माँ बाप के साथ रहती थी। कुछ हफ्तों पहले जब में स्कूल से आ रही थी तब इन लोगो ने मुझे उठा लिया था। और आपकी तस्वीर तो हमारे स्कूल में लगी हुई है तो मैने आपको पहचान लिया।
रुखसाना की बातें सुनकर ठाकुर ने लाला को घूर कर देखा तो लाला की फट गयी और वो समझगया की ठाकुर क्या कहना चाहते है। वो एक दम से बोल उठा।
लाला- मालिक मै अपनी मरी हुई माँ की कसम खा के कहता हूँ कि इस बारे में मुझे भी कुछ नही पता कि आपकी तसवीर उस स्कूल में कैसे और किसने लगाई है।
लाला की बाते सुन कर रुखसाना बोलती है
रुखसाना - लाला जी आपको कैसे पता चलेगा उस तसवीर के बारे में जबकि वो तस्वीर पिछले महीने ही अखबार से काट कर मास्टर जी ने लगाई थी सबको ये बताने के लिए की ये हमारे मालिक है जो इस पूरे इलाके के भगवान है।
इन लोगो की बात सुन कर बाबा और असलम के तो होश ही उड़े हुए थे और अनवर को एक उम्मीद की किरण नजर आ रही थी कि अब जब रुखसाना ने ठाकुर को पहचान लिया है तो शायद अब वो हमें छोड़ देगा।
ठाकुर - रुखसाना उठो और हमारे कुछ सवालों के जवाब दो और फिर तुम खुद ही बताना की हमे क्या करना चाहिए।
रुखसाना - जी पूछिये
ठाकुर - तुम ये तो मानती हो कि हम इस पूरे इलाके के भगवान है।
रुखसाना - जी
ठाकुर - तो भगवान को अपने इलाके की हर जीवित और मृत चीजो पर पहला हक होता है।
रुखसाना - जी
ठाकुर - तो तुम पर भी मेरा हक पहले है।
रुखसाना - जी, लेकिन मालिक मैं और अनवर एक दूसरे से बहुत प्यार करते है। और मैने तो सुना है कि आप बहुत नेक दिल और फरिस्ते है हम सब के लिए।
ठाकुर - वो सब तो ठीक है लेकिन जिस चीज पर मेरा हक पहले है अगर उसे कोई और लेले तो मुझे क्या करना चाहिए ये बताओ।
रुखसाना - आपको उसे दंड देने चाहिए।
ठाकुर - तो फिर जब तुम पर हमारा हक है और इस अनवर ने तुम्हे हमसे चुराने की कोशिश की है तो क्या हमें इसे सजा नही देनी चाहिए।
रुखसाना - लेकिन मालिक मै भी अनवर से प्यार करती हूं और आप तो भगवान है यहाँ के। आपसे नही मांगेंगे तो किससे मांगेंगे।
ठाकुर - हम्म्म्म ये भी ठीक कह रही हो लेकिन भगवान से कुछ मांगने से पहले उसको खुश करने के लिए कुछ चढ़ावा भी तो चढ़ाया जाता है ना।
रुखसाना - जी
ठाकुर - तो अब तुम बताओ कि अपने प्यार को पाने के लिए तुम या तुम्हारा ये आशिक़ क्या चढ़ावा दोगे मुझे।
रुखसाना - मालिक हम गरीबो के पास क्या है आपको देने के लिए। आप हमें जाने दे हम जिंदगी भर आपको और आपके परिवार को दुआ देते रहेंगे।
ठाकुर - देखो दुआएं तो हमे औरो से बहुत मिल जाती है। तो हमे तुम्हारी दुआएं नही चाहिए। चलो मै तुम्हारी कुछ मदद कर देता हूं। तुमने सुना तो होगा कि आंख के बदले आंख, सिर के बदले सिर और मांस के बदले मांस।
रुखसाना उसे हैरत से देखने लगती है और बोलती है
रुखसाना - इसका क्या मतलब हुआ मालिक में कुछ समझी नही।
ठाकुर अपनी आंखों में दुनिया भर की हैवानियत लाते हुए - जिसे तू इतनी देर से भगवान कहे जा री है ना तो सुन में कोई भगवान नही हु बल्कि एक हैवान हू। और मैंने तुझे उठवाया था कि तुझे विदेशी लोगो को बेच कर पैसे कमा सकू। अरे मेरा तो यही धंधा है कि मै लड़कियों और औरतों को उठवाता हु फिर उन्हें विदेशो के जिस्म के बाजार में बेच कर पैसा कमाता हु। लेकिन इस अनवर ने तुझे अपने प्यार के जाल में फंसा कर मेरा नुकसान कर दिया क्योंकि कुँवारी लड़कियों की विदेशी बाजार में बहुत कीमत मिलती है।
रुखसाना अपनी ही धुन में बोल पड़ती है - नही नही मालिक में अभी बिल्कुल पाक साफ हु। हमने प्यार किया है और हमारे प्यार में हवस की कोई जगह नही है।
इतना सुनते ही ठाकुर की आंखों में चमक आ जाती है। तो वो रुखसाना से बोलता है
ठाकुर - चल मान लिया कि तेरा प्यार पवित्र है। लेकिन मेरा भी तो नुकसान होगा न तुझे छोड़ देने के बाद। उसकी भरपाई कौन करेगा।
रुखसाना - आप बताओ कि आपका नुकसान कैसे पूरा होगा। मै पूरी कोशिश करूँगी उसे पूरा करने की। और कहते हुए वो खड़ी होकर ठाकुर के सामने आने कपड़े उतारने वाली होती है कि ठाकुर उसे रोक देता है और कहता है।
ठाकुर - ऐ छोरी ये क्या कर रही है। तुझे बताया न कि विदेशों में कुँवारी लड़कियों की कीमत बहुत ज्यादा मिलती है। अगर ये सब ही करना होता तो अब तक तो तेरा नंगा जिस्म मेरे आदमियों के बीच पड़ा होता। देख अगर तू चाहती है कि मै तुझे और तेरे इस आशिक को छोड़ दु तो तुझे मेरे लिए अपनी ही जैसी खूबसूरत कंवारी लड़की लानी पड़ेगी और वो भी आज शाम तक क्योंकि आज शाम को मेरा ट्रक माल लेकर निकलने वाला है। उससे पहले अगर तू एक अपनी जैसी खूबसूरत और कुँवारी लड़की ले आयी तो में तुझे और तेरे आशिक को इस बुरी दुनिया से आजाद कर दूंगा।
रुखसाना कुछ सोचते हुए - ठीक है मालिक मै ले आउंगी अपने जैसी एक खूबसूरत और कुँवारी लड़की।
ठाकुर - तेरे साथ लाला और मेरे कुछ आदमी भी जाएंगे, तू बस इशारा कर देना बाकी का काम इनका और सुन मुझसे गद्दारी करने की सोचना भी मत क्यों कि अगर तूने ऐसा कुछ सोच तो तेरा ये आशिक बे मौत मार जाएगा।
रुखसाना - नहीं नहीं मैं ऐसा सोचूंगी भी नही लेकिन तुम मेरे अनवर को छूना भी मत। ऐसा वादा करो मुझसे।
ठाकुर - ठाकुर की जुबान दी तुझे की मै या मेरे आदमी इसे छुएंगे भी नही, लेकिन ।
रुखसाना - हाँ हाँ पता है कि किसी को कुछ नही बताऊंगी और जैसी लड़की तुम चाहते हो उससे भी खूबसूरत और कुँवारी ले कर आउंगी।
और फिर रुखसाना लाला के साथ निकल जाती है।
तब ठाकुर अनवर को देखते हुए - तो अनवर मियाँ ये तो अपने लिए आजादी का सामान लेने चली गयी लेकिन तू मुझे ये बात की तुझे तेरी गुस्ताखी की क्या सज़ा दु। इतना सुन्ना था कि अनवर अन्दर तक कांप जाता है और बोलता है
अनवर - बड़े साहब रुखसाना गयी तो है हमारी आजादी की कीमत लेने। और आपने उससे वादा भी किया है कि आप और आपके आदमी मुझे हाथ भी नही लगाएंगे।
ठाकुर जोर जोर से हस्ता हुआ - अबे साले में कोई महात्मा या राजा हरिश्चन्द्र तो नही हू की अपने जाल में फसे तेरे जैसे शिकार को इतनी आसानी ही छोड़ दूंगा। रुखसाना को तो इसलिए भेज की मुझे तुम्हारे लाये जाने से पहले ही फोन आया था कि आज 2 कुँवारी लड़कियों की सख्त डिमाण्ड है और उनकी मुँह मांगी कीमत मिलेगी। तो एक तो रुखसाना हो गयी लेकिन इतनी जल्दी दूसरी लड़की कहा से लाता वो भी उसकी जैसी खूबसूरत और कुँवारी। इसलिए मैंने उसकी पट्टी खुलवा कर अपना राज़ उसके सामने बेपर्दा किया था। और वो मेरी इस चाल में फस गयी।
अनवर चिल्लाते हुए - ठाकुर तुम ऐसा नही कर सकते। तुमने अपनी ठाकुर वाली जबान दी थी कि तुम्हारा काम पूरा हो जाने के बाद तुम हम दोनों को आजाद कर दोगे।
ठाकुर - अच्छा मेने ऐसा कहा था फिर तो मुझे अपने ठाकुर वचन की लाज रखनी ही पड़ेगी। लेकिन अनवर मियां में ने ये भी तो कहा था न कि आंख के बदले आंख, सिर के बदले सिर और मांस के बदले मांस। शर्त ये है कि तूने मुुझसे मेरा मांस छिनने की कोशिश की थी तो तू मुझे अपना मांस देगा और मै तुुझे इस बुरी दुनिया से आजादी।
और इतना कहते ही अपने एक आदमी को इशारा करता है तो वो आदमी अनवर की तरफ एक लोहे की कंटिली तारो वाला हंटर फेंक देता है।
ठाकुर - अनवर जब तक रुखसाना अपनी आजादी की कीमत नही ले आती है तब तक ये हंटर तेरे शरीर से तेरी आजादी की कीमत वसूलता रहना चाहिए अगर ये रुका तो रुखसाना के आते ही ये हंटर उसके खूबसूरत जिस्म से उतनी ही देर तक उसका मांस उतरेगा। अब तू सोच ले कि ये हंटर तेरा मांस उतारे या तेरी महबूबा के कोमल जिस्म का।
ठाकुर की बात खत्म होते ही 2 आवाजे एक साथ उस गुफा में गूंज जाती है। पहली होती है उस हंटर के हवा को चीरने वाली साय की और दूसरी होती है अनवर की दर्द भरी क्योंकि उस कँटीले हंटर ने अनवर की पीठ से उस जगह से उसका मांस उतार दिया था जहाँ वो लगा था।
ये देखते ही ठाकुर के चेहरे पर हैवानियत छा गयी और वो अपनी सिंघासन जैसी कुर्सी पर बैठ जाता है और अनवर का मांस उतरते हुए देखता रहता है।
अभी आधा घंटा ही बीता था कि अनवर जमीन पर गिर जाता है क्योंकि उसकी पीठ से खून पानी की तरह बह रहा था और उसकी पीठ नीली पड़ चुकी थी। ये सब देखते हुए असलम और बाबा की तो रूह तक कांप गयी थी। वो सोचते है कि कोई इतना बेरहम कैसे हो सकता है। वो देखते है कि अनवर काँपते हुए हंटर को फिर से खुद को मारने के लिए उठता है लेकिन उठा नही पाता और फिर से गिर कर बेहोश हो जाता है।
ये देख कर ठाकुर बुरी तरह से हँसता हुआ खड़ा होता है और अपने आदमी को बोलता है
ठाकुर - अबे कितने बून्द गिराई थी हंटर पर जो ये आधा घंटा भी नही झेल पाया।
ये सुनके असलम और बाबा पहले तो एक दूसरे को आश्चर्य से देखते है फिर डरते हुए ठाकुर से पूछते है
बाबा - बड़े साहब क्या मतलब है आपका।
ठाकुर उनको देखते हुए - जिस हंटर से अनवर अपना मांस उधेड़ रहा था ना उसके काँटो में मैंने पहले ही जहर लगवा दिया था जो धीरे 2 अनवर की साँसों की डोर को तोड़ेगा लेकिन उसके पहले उसे इतना दर्द देगा कि वो दुबारा जन्म लेने से भी ये कहके मना कर देगा कि जब तक ठाकुर इस धरती पर है में नही जन्म लूंगा। और हैवानियत से भरी हँसी हँसने लगता है।
इतना सुनते ही असलम और बाबा जैसे खूंखार डाकुओं का दिल भी दहल जाता है।
ठाकुर अपने आदमी को इशारा करता है तो वो एक बाल्टी लाता है जिसमे नामक और मिर्च पाउडर मिला हुआ रखा था और वो उसे सीधा अनवर कि पीठ पर डाल देता है तो अनवर बेहोशी से भी चीखते हुए उठ जाता हैं। उसकी पूरी पीठ ऐसे जल उठी थी जैसे उस पर किसी ने तेजाब डाल दिया हो।
ठाकुर - अरे अनवर मियां बड़ी जल्दी हार मान ली तुमने तो। ये तो तुम्हारी मोहब्ब्त की परीक्षा है जिसमे हारने का मतलब है कि तुम्हारे मेहबूब को भी इसी परीक्षा से गुजरना होगा। अब तुम सोच लो कि इसे तुम ही पर करना चाहते हो या फिर इस परीक्षा के कुछ सवाल अपने मेहबूब के लिए छोड़ के जाओगे।
इतना सुनते ही अनवर का हाथ हंटर पर कसता चला जाता है और फिर से फिजाओं में हंटर के हवा को चीरने की साय साय की आवाज और उस आवाज को टक्कर देती अनवर की दर्द भरी चीखो की आवाज गूंज जाती है। जो कुछ देर गूंजती है और फिर हमेशा के लिए शांत हो जाती है क्योंकि आज फिर इस बेरहम दुनिया में एक मोहब्बत अधूरी रह गयी थी।
अब आगे क्या होगा ये मैं आप लोगो को बाद में बताऊंगा।
अब तक आपने पढ़ा कि कैसे ठाकुर या बड़े साहब जो भी आप कहना चाहो कैसे दोहरी जिंदगी जी रहा है और क्यों। बाहर गांव वालों के लिए तो वो एक रहमदिल नेक ठाकुर है लेकिन असल मे वो बड़े साहब है जो अपराध की दुनिया का सबसे बेरहम जल्लाद है और इस बार उसके जाल में रुखसाना और अनवर फसे है जिसमे अनवर तो सुपुर्दे खाक हो गया है।
अब आगे
जैसे ही अनवर ने दम तोड़ा तो ठाकुर ने अपने आदमियों को कुछ इशारा किया तो उन्होंने अनवर की लाश और उसके खून को वहाँ से साफ कर दिया।
असलम और बाबा तो अभी तक सदमे में तेजस तरह से ठाकुर ने उनके उनके साथी को बेहरमी से मारा था उसका खौफ उनके दिल मे बस गया था। अनवर की लाश के हटाए जाने के बाद जब बाबा और असलम को होश आया तो दोनो ठाकुर के पास पहुचे और बोले
बाबा - साहब वो अनवर की लाश कहा ले गए है ये लोग, उसे हमे दिलवा दीजिये हम उसे दफना देंगें।
ठाकुर - तुम दोनों पागल हो गए हो क्या इतनी मेहँगी लाश को तुम लोग जमीन में दफना दोगे।
असलम और बाबा एक दूसरे को देखने लगते है।
असलम - साहब ये क्या बोल रहे हो आप। एक लाश कैसे मेहँगी हो सकती है ।
ठाकुर - हम तो अपने दुश्मनों को मरने के बाद भी नही छोडते है। तुम्हे क्या लगता है कि अनवर की लाश को यू ही फिकवा दिया क्या हमने। नही बाबा और असलम , अनवर की लाश को हमारे डॉक्टरों के पास भेज दिया गया है जो उसके जिस्म से उसकी आँखें, किडनी, बाल और जो भी जरूरत की चीजे होंगी वो निकाल लेंगे और फिर उसके बचे हुए जिस्म को हमारे कुत्तो को डाल दिया जाएगा। और तुम दोनों सुन लो कि अगर रुखसाना को इसके बारे में कुछ भी पता चला तो तुम्हारा अंजाम अनवर से भी बुरा होगा।
ठाकुर की ऐसी बाते सुन कर बाबा और असलम की रूह भी कांप जाती है। शाम को रुकसाना और लाल एक बेहोश लड़की वहाँ ले आते है। उधर आते है जब रुकसाना को अनवर नहीं दिखता तो वो ठाकुर से पूछती है,
रुखसाना - ठाकुर जी अनवर कहा है वो तो मेरी अमानत थी ना आपके पास।
ठाकुर हैरान हो कर - क्या तुम्हें नही मिला क्या बाहर, उसे तो मेने लगभग 1 घंटे पहले ही छोड़ दिया था। क्योंकि उसने कहा था कि उसे पता है कि तुम किसे लेने गयी हो तो वो लाला के साथ उसे भेज देगा और तुन्हें लेकर इस बुरी दुनिया से दूर चला जायेगा। बल्कि वो तो मेरे से 10 लाख रुपये भी ले गया है। लगता है उसने तुम्हे भी धोका दे दिया है। ये तो उसका पुराना धंधा था, पहले लड़कियों को अपने प्यार में फसाता और फिर उसे यहाँ बेच जाता था। मुझ पर यकीन ना हो तो उसके साथी बाबा और असलम से पूछ लो। बताओ इसे तुम दोनों।
असलम और बाबा अपनी गर्दन हाँ में हिला देते है जिसे देखते ही रुखसाना बेजान सी होके वही गिर जाती है। उसका तो दिल ही टूट गया था। हर जगह उसे अंधेरा नजर आ रहा था। उसकी हालत देख कर ठाकुर के चेहरे पर एक शैतानी मुस्कान आ जाती है और वो अपने साथी को कुछ कहता है तो वो वहाँ से चला जाता है और कुछ 10 मिनटों में जब वापस आता है तो उसके हाथों में पानी की एक बोतल थी जिसे वो उछलता हुआ ला रहा था, ये देख ठाकुर के चेहरे पर गुस्सा आ जाता है लेकिन फिलहाल वो अपने को शांत रखते हुए पानी की बोतल रुखसाना को पीने के लिए देता है।
ठाकुर - तुम्हारे साथ जो हुआ बहुत बुरा हुआ। तुम मुझे अपने घर का पता बात दो में लाला को बोल कर तुम्हे घर भिजवा दूंगा क्योंकि तूने अपने बदले तो उस लड़की को ले आयी है।
लेकिन रुकसाना तो जैसे कुछ सुन ही नही रही थी। ठाकुर ने बोतल खोली और नीचे बैठ कर वो पानी उसे पिलाने लगता है और देखते ही देखते उसे पूरी बोतल पिला देता है। फिर जब बोतल खाली हो जाती है तो ठाकुर खड़ा होता है और जो आदमी पानी लाया था उसे अपने पास बुलाता है। वो आदमी जब ठाकुर के पास आता है तो ठाकुर उसके गले की हड्डी को एक झटके में ही तोड़ देता है जिससे उसका जिस्म बेजान होकर रुकसाना के सामने गिर जाता है। और वो डरकर एक दम से पिछे होक खड़ी हो जाती है। अचानक रुखसाना को अपने शरीर में कुछ अजीब सा महसूस होने लगता है, वो अजीब सी नजरो से ठाकुर को देखती है।
ठाकुर (उस आदमी की लाश को देखकर बोलता है) - साले तुझे इस पानी की कीमत का पता भी है कितनी थी। साले ये एक बोतल 5 से 10 हजार की बनती है। इसमें दुनिया की सबसे खतरनाक उतेजना बढ़ाने वाली दवाई मिलाई जाती है जिसे पीने के 1 घंटे के अंदर ही इसे पीने वाले को वासना का गुलाम बना देती है। उसकी सोचने समझने की शक्ति खत्म हो जाती है और वो सिर्फ और सिर्फ सेक्स करना चाहता है बिना रुके।
रुखसाना ये सब सुन के एक दम से कुछ सोचती है और उसका चेहरा सख्त होता चला जाता है। वो एकदम से मुस्कुराकर लाला के पास जाती है और पलक झपकते ही उसकी रिवॉल्वर निकाल लेती और जिस लड़की को ये लेकर आई थी उसके पास पहुच जाती है और उसे गोली मार देती है जिसकी आवाज से ठाकुर और बाकी सब के चेहरे पर एक खौफ फैल जाता है।
रुकसाना - ठाकुर तुम सोच रहे होंगे कि ये क्या हो गया। इस लड़की को जिसे में बहला फुसला कर यहाँ लायी थी लेकिन मुझे तुम लोगो के इरादे पता चल गए है तो मैने इसे मार दिया। अब ये बताओ कि तुम में से पहले कौन मरना पसंद करेगा। और ये कहते हुए वो जैसे ही रिवॉल्वर का मुँह ठाकुर की तरफ करती है और गोली चला देती है जो मिस हो जाती है वैसे ही एक गोली आयी और रुखसाना के माथे में लग गयी।
फ्लैशबैक खत्म होता है, बाबा और असलम अपने माथे का पसीना पोछते हुए एक दूसरे को देखते है।
असलम - साला बड़े साहब का बोल के तो लाला ने पूरा नशा उतार दिया।
बाबा - चल कोई नही जब उनसे मिलेंगे तब देख लेंगे।
अब में भेज अलविदा कहता हूं अगला अपडेट जितनी जल्दी हो सकेगा ।
Hello......Update No 35
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Vicky abhi bhi chup chap betha RB ko dekh raha tha.
RB- oye batayega kya hua..
Vicky- RB tere notes maine LETTER mila hai.
RB- letter konsa be wo assignment KE copy honge ,aur waise bhi aaj kal letter kon likhta hai be ..
Vicky- bhai love letter hai ye...
Vicky ye kehke ek LETTER RB ke aur badha deta hai..
Ab Aage
RB uss letter ko leke dekhta hai ek pal to usse khud bharosha nahini hota ki ye sach main koi love letter hai.. Par jaise jaise wo usse padhta jaa raha tha uske hath paon sun padte jaa rahe the...
Jab usne pura complete padhliya to dhadam se bed pe beth gaya uska pura dimaag ab sun pad chuka tha... Aur uss taraf Vicky usse awaaj diye jaa raha tha...
Vicky- RB oye bhai kya hua.. RB- aare ye kya hai..
Vicky- kya tujhe samajh nahini aaraha hai kya... Love letter.
RB- par mere notes maine kyun aur ksike liye ye bhi nahini likha ki kisne likha hai aur kiske liye.. Ye bhi nahini likha hua hai.....
Vicky- haan ye to thoda ajeev baat hai par tere notes maine hai toh jahir si baat hai ki tere liye hoga par sawal ye hai ki likha kisne hai..
Ek baat tere notes to barsha leti hai na iska matlab barsha..
RB- nahini wo wo wo..
Vicky- ye wo wo kya laga rakha hai
RB- wo notes iss baar swati ne liya tha....
Vicky- maine bhi kitna bada chutiya hun be uss taraf mera dhyan hi na gaya...
Aur bhai party de be sala ghar bas gaya mere bhai ka..
RB- par ye usne likha hai ye to kanhi nahini likha...
Vicky- han to usse phone karke puch le...
RB- nahini yaar mujhe inn sab maine nahini padna... Ye chahe koi bhi likhe kisike liye mujhe nahini padna.. Iss maine tu chal market chalte hain..
Vicky- aabe sale kissi chutiye se pala pada hai mere.. Sale teri heartbeat itne tej chal rahe hain ki meri kaan ko sunai de raha hai.. Iska matlab saaf hai tere dil maine bhi kuch hai.... Bas teri phati padi hai....
RB- wo sab kuch nahini hai...
Vicky- to phone ka aur swati se baat kar..
RB- thik hai...
Vicky- karna call betha kyun hua hai..
RB- wo wo swati ka number nahini he mere pass..
Vicky- kya kya kaha tune tere pass swati ka number nahini hai.. Hey bhagwaan... Tu. Chod ab maine tere se iss topic maine baat karke apna dimag nahini kharab karna chahta hun to ye le number aur uss se baat kar...
Vicky se swati ki number leke RB CALL DIAL Karta hai...
Ranjanbikas: RB- hlw.
Swati-Hii, who's this???
RB- swati maine RB..
Swati- haan RB bolo.. Aaj kaise mujhe call kar liya tumne.. Aur mera number kaise aaya tumhare pass..
RB- wo Vicky se liya... ( ab kaise puchoon letter ke bare maine) swati wo maine puch raha tha ki tumne achse notes bana diya na...
Swati- haan aur barsha ne bhi bana diya hai wo bhi li hui thi notes mere se....
RB- aur wo notes maine tum ne..
Swati- notes maine kya..
RB- oh oh kuch nahini main. To aise hi puch raha tha...
Swati- ohh, aur kuch bolna hai kya..
RB- haan.,, nahini nahini bas yehi poochna tha..
Swati- ok mujhe bohat tez neend aarahi hai bye good night kal college maine milte hai.. Aur haan kal tumhara chem ka notes lete hue aana wobmujhe chahiye tha notes banane maine...
RB- ok
Swati call cut kardeti hai._
Ab swati ke honth pe ek smile aajati hai
Swati"phattu kanhika itni si baat kbhi nahin aayegi.. Chalo koi baat nahini ab kaise smjhana hai ye maine jaanti hun. tumhe aakhikaar ghoom phir ke yehi to aana hai "
Idhar
Vicky- kya kaha usne..
RB- aare usne kuch bataya hi nahini letter ke bare Maine.
Vicky- to tujhe kya main phone haalchaal puchne ke liye karne ke liye bola tha... Tere Maine dimag nahini tha ki uss se puchne ko..
Vicky- dekh mere hisab se sirf sirf hamare groups ke girls hai jo ki hamari itni close hai ki teri notes maine kuch daal ke chali jae aur tujhe pata na chale... Aur unmaime dipika aur Lucy to pehele se hi out matlab barsha aur swati.. Ab barsha to dalegi nahini matlab wohi khel khel rahi hai..
RB - to main kya karun ab..
Vicky- rook muje sochne de pehle.... Aare yaar ye khali pet dimag bhi nahini chalta na chal kuch khake aate hain phir tujhe idea deta hun...
Uske baad dono market chale jaate hai.. Kuch time dono wanha pe ghoomte hai aur phir waas aajate hai..
Raat ko dono dost bad pe beth ke baat kar rahe the..
RB- bhai kuch socha tune...
Vicky- aare kis baare Maine
RB- aare uss letter ke bare main..
Vicky- ruk tu ek kaam kar tu bhi ek letter Maine apna answer likh ke usse de de.. Agar ussne likha hoga to usko uski answer mil jayega aur agar wo na likhI wo to sahi hai... Tension khatam...
RB- hmm yeh bhi karke dekh lete hai kya hota hai par likhe kya .
Vikcy- haan BC ,bas ab yehi baki reh gaya hai mere jndegi maine ki teri faltu ko love story maine pehele suggestion bhi dun aur baad maine implement bhi kaise karne hai wo bhi bataun …chal hat tu apna dimaag laga mera dimag mat kharab kar maine chala sone ….have a horrible night my friends ..
RB – bhai aise kaise mujhe confusion maine chod ke tu hath khich raha hai .
Vicky – bhai dekh jitna karna tha maine kar diya iss se jada karun nga na to bhai teri iss love story ka hero maine banjaunga bhai filhaal hero ka dost maine hi rehne de jada se jad side hero role kar sakta hun jaise ki chote mote help karna etc etc but uske liye charges alag se lagenge like par suggestion or help ke badle momos ek plate wo bhi fried wala .
RB- hat sale bhukad , laalchi maine khud kuch dekh loonga ..kaam to kabhi aata nahini tu sirf gyan chodne ko bol do tujhe ..jaa sojha maine khud kuch find out kardoonga ..
Vicky daant dikha ke chala jaata hai sone aur RB sochta hai ki kya karna hai ..ab iss tension maine sochta hai ki barsha ke help le le parbarsha ka no off aarah tha ..rb tension maine beth ke sochta hai kya karna hai phir achanak usse kuch yaad aata hai ..
RB fb open kar leta hai aur kisi ki id search karne lagta hai . aur kasam se usse wo shaks online miljaati hai .or ye koi aur nahini rinki thi .
RB- hii
Rinki- hi..
Rinki- aare kya baat hai aaj sir ne kaise saamne se msg kiya hai ..
RB- wo kuch nahini bas dil kiya toh msg kar liya ..
Rinki- aare waah aaj sir ka hamse baat karne ka dill kaise kar rah hai kanhi pyar toh nahini hogaya ..
RB- tum phir se
Rinki- aaare sorry baba majak kar rahi thi ..
RB – ok aur kya kar rahi ho .
Rinki- aare abhi shopping karke aake ponhachi hun ghar maine ..
RB- kya baat hai ..sahi hai tum ladki logo ka jab bhi dil kare shopping karne lag gaye
Rinki- aur nahini to kya …
Rinki- ruko ek minute ..
Rinki phir kuch photo RB ko send karti hai ..jaise ki shopping ki pic aur kuch group pic ..
RB- aare bohat hi khoob suart hai
Rinki- kya ..
RB- kya matlab kya
Rinki – kya khoobsurat hai
RB- aare meri maa dress .
Rinki- acha maine sochi mujhe bol rahe ho .
RB- aare tum kon ho iss maine se maine kaise pehchanga tumhe ..maine to tumhara face tak bhi na dekha ab tak .
Rinki- wo toh tum jaano apna dimag lagao dekhte hai.
RB- ok let me guess ..hmm shayad left maine purple dress wali ho na tum
Rinki- aare wah kaise pehchana tum
RB- tum uss din tumne bola than a tumhara fav colour purple hai ..
Rinki- aare waah tum toh bohat shatir nikle …
RB- par ismaine to tumhar face thik se nahini dikh raha hai .
Rinki- haan wo thoda dur se khicha gay hai na photo .ruko abhi send karti huoon
Phir rinki kuch photo apni send karti hai ..
Rinki- kaise lag rahi hun
RB- hmm thik thak
Rinki- kya thik thak tum na eye test karwa lo thik hia aare mere collge ki sare ladke mere piche marte hain aur tum bolteho ki thik thak ..
RB- aare ach baba bohat khoobsurat ..
Rinki- nahiniab jaroorat nahini hai maang ke ham tariff nahinilete ..
RB- aare baba .
Rinki- nahini tum samajh nahini rahe ho maine sachmaine bol rah hun .
Rinki- wo toh shukar manao tum yanha pe nahini ho barna tumhari gala daba deti chalo par kya kar sakte hain jab dil aaya gadhe pe to rajkumar kya chiz hai ..
RB- ye dialogue kuch alag nahini hai ki dil aaya gadhi pe to pari kya chiz hai ..
Rinki- wo tum ladkon ne mana rakhi hai ham tumahra wala dailouge nahini use karne wale thik hai ..
RB- acha baba modern jaman ke modern nari ..
Rinki- wo sab chodo khana kha liya ..
RB- hmm yuunhi betha hua hun.
Rinki- hmm aise kyun lag raha hi ki tum kuch tension ho ..
RB- aare kuch nahini aise waise tumhe kaise laga ki maine tension maine hoon .
Rinki –tum chahe ham maine intrest na lo par ham to aapke bare maine har khabar rakhte hai na aapke mood kab kya hota hai wo tak ham bata sakte haim
RB- rinki tum phir se
Rinki- aare sorry baba kya karun kabhi kabhi mood badal jata hai ..
RB- ok thik hai aage se khayal rakhna
Rinki - acha wo sab chodo aur batao itna tension maine kyun ho..
RB- aare problem tum help karogi..
Rinki- ok bato ho sake to kar dungi..
RB- mera dost hai na vicky.. Usko ek ladki like karti hai...
Rinki- to ismaine konsi nayee baat hai..
RB- aare meri baat to jaan lo pehle.
Rinki- ok bolo.
RB- uss ladki hamesha use class Maine dekhti rehti hai aur aaj usne usse uske notes ke andar ek love letter rakha hua tha.. Magar uss letter Maine naam koi jikar nahini tha. Ab jab ham call kiya usse to usne kuch bata nahini rahi hai matlab kuch discussion hi nahini kar rahi hai iss bare maine..
Rinki- ohh to tumhara dost uss ladki ko like karta hai kya..
RB- pata nahini wo confuse hai..
Rinki- to phone karke baat karle uss se iss bare Maine..
RB- aare wohi toh problem hai ki agar usne na lika ho to..
Rinki- to ek kaam karo agar phone na kar sakte ho to usse bolo ek letter Maine apne dil ki baat likh ke usse bhi usi style Maine de de notes Maine daal ke...
RB- par uss ladki se vicky notes kaise le uss time toh uss ladki ne vicky se notes liya huaa tha to usmaine daal ke de diya ab to vicky ke pass notes bhi nahini hai..
Rinki- haan to usse bolo kuch bahane se uss se uske notes lele kuch minutes ke liye phir usmaine daal ke de de.. Y phir chup ke se uske bag Maine daal de..
RB- haan ye sahi rahega..
Rinki- acha tumhara dost kya naam uska haan vicky kya kar raha hai abhi..
RB- so raha hai.. ( he bhagwaan ye kya likh diya)
Rinki- problem uska hai par wo so raha hai par tum itne tension Maine ho.. Kanhi ye sab tumhaara chakar to nahini hai na....
RB- nahini yaar( kuch bahana bana jaldi beta barna lag jayegi)
Wo sara jimma mere sar maine deke soya hai aur bola hai ki main agar usse dhang ka idea na diya kal subha tak to uthke pehele mujhe maarega phir uss ladki se baat karega..
Rinki- dekho miane pehele bol deti hoon tumne uss din bola ki na tum kisi se pyar karte ho na karoge isi liye maine frndship kar liya tumse agar koi aur aaye na dekhna phir..
RB- rinki tum sudhrogi nahini meri life Maine jo marji karun.. Usmaine tumhaara koi interference nahini hona chahiye.. Tum frnd ho bas.. Aur haan maine na kisi se pyar karta hun na karoonga... Agar future Maine kabhi kisi se pyar hua toh uske liye tumhari permission nahini jarorat mujhe thik hai..
Rinki- bas ehi ehmiyat hai na meri tumhari jindegi Maine , main tumhe apna sab kuch maan ke bethi hun aur tum mujhe ek dost tak bhi na maante... Sorry aur kabhi tumhe kabhi kisi baat se disturb nahini karoongi bye...
RB kafi der tak gusse Maine msg type karke betha rehta hai phir fb close karke beth jata hai usne rinki ka last msg bhi nahini dekha tha...
RB ab kafi gusse Maine tha uska dimag phata jaa raha tha.. Pehele se wo confuse tha upar se iss baat pe bhi concussion ki uss letter wakei main swati ne likha hai ya nahini upar se rinki baat uske gussa ko bhadka diya tha.....
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Continued----
Sorry friends Update Bina Edit Kiye Daal Raha Hun Kuch Galti Hoga To Adjust Karlena .