• If you are trying to reset your account password then don't forget to check spam folder in your mailbox. Also Mark it as "not spam" or you won't be able to click on the link.

Adultery दूधवाला और मेरी पत्नी

Deeply

सवित्रा
270
1,026
124
छिनाल बहुरिया वा नई दुल्हन अन्य फोरम मे कॉपी हो रही थी किसी और नाम से अत: उसे खत्म कर दिया गया
 
Last edited:

Kakaji147

Member
121
76
29
दुधवाला और मेरी पत्नी भाग-5

कोमल प्रवीण के लाये कपडे पहन कर नीचे आई स्कर्ट टॉप मे कयामत लग रही थी शीशा इसकी गवाही दे रहा था वो चीख चीख कर कह रहा था इतना मस्त माल इस कॉलोनी मे होना मुश्किल है और इनका वश चला तो यह कॉलोनी वाले इस मस्त माल को चखेगे ही, वैसे मैने ऐसी ड्रेस कभी पहनी भी नही और ससुराल मे रहते मुझ पतिवत्रा नारी के लिए यह स्वप्न ही था मगर यह कोई ना जान पहचान वाला ना कोई रिश्तेदार नातेदार तो मुझे भी भय नही था ऊपर से पति आज्ञा तो जाहिर था मुझ जैसी को बल मिला कि यह ड्रेस मे पहन लू

IMG-20220904-124741
नीचे आई तो पति ने मुझे देखते हुये
प्रवीण क्या गजब माल लग रही हो

कोमल सब सही है मगर गला काफी खुला है ऐसे कैसे बाजार चलेंगे

प्रवीण रही ना तुम पिछड़ी के पिछड़ी यार आज कल का यह फैशन है तुम कब फैशन करना सीखोगी फिर कहा ना कितनी बार हम यहाँ कुछ दिनो के लिये आये है तो मजा करे फिर तुम्हे उसी बोर दुनिया मे लौटना है जहाँ चार साल से बच्चे ना होने के ताने सुन रही हो कितनी कोशिश की डॉक्टर भी परखनली विधि से लेकर मेरे शुक्राणु तक कितने बार कोशिश की सब हार, कितनी बार कहाँ है कि मेरे छे इंची लंड से बच्चा भूल जाओ तुम्हारी योनी बहुत गहरी है इसमे कई जुटेगे तब कुछ हो पायेगा



कोमल छी तुम कैसी गंदी बाते करने लगे हो और मुझे भी गंदा बना दिया है मै तुम्हारे अलावा किसी और के बारे मे सोच भी नही सकती

प्रवीण यार तुम्हे किसने कहा है कि मुझे भुल जाओ यार हम हमेशा एक थे एक है एक रहेंगे, तुम आज भी मेरी बीबी हो और कल रंडी की तरह चुदोगी तब भी मेरी बीबी रहोगी, हम यह सब बच्चे के लिए कर रहे है और यह नैतिक रूप से गलत नही यदि यह गलत है

तो मै यह गलती करूगा, यहाँ तुम्हे चुदना है जितने मिले उतनो से शाम तक तुम्हारे दोनों छेदो से पानी टमकता मिले

कोमल हाये छी इतना गंदा मत सोचे मुझे डर लगता है

प्रवीण अभी तुम्हारे ड्रेस मे एक कमी है

कोमल क्या

प्रवीण नीचे झुक जाता है मेरी ड्रेस इतनी छोटी थी कि मेरे छुटनो तक नही आ रही थी प्रवीण ने उसे उठाया और मेरी पेन्टी की खिसका कर नीचे कर दिया

कोमल अरे यह क्या कर रहे है हम ऐसे कैसे जायेंगे

प्रवीण ऐसे ही जायेगे

कोमल हाये जी यहाँ ना करे मै पुरे बाजार मे नंगी कैसे घुमुगी

प्रवीण क्यो ड्रेस तो तुम पहनी हो ही फिर हर कोई तुम्हारी ड्रेस तो उठा कर नही देखेगा

कोमल और यदि किसी ने उठा के देख लिया

प्रवीण तो उस साहसी को इनाम मिल जायेगा, चलो यार मजे लो चिता ना करो कोई नही जान पायेगा तुम नंगी हो

और प्रवीण मुझे लगभग घसीटता हुआ बाहर ले आया और बुलट पर बैठ गया मै उसके पीछे बैठ गई
जब हम हाईवे पर थे तो देखा मेरे पड़ोसी रमेश सुरेश ठीक मेरे पीछे आ रहे है वो बार बार मेरे तरफ देख मुस्का रहे है कारण यह था बुलट की तेजी मे हवा का झोका मेरी छोटी ड्रेस उठा देता मै कितना दबाती मगर पीछे से ऊठ जाता जिससे मेरी नंगी गांड उन्हे दिखाई दे जाती

ANUJSINGH-COLLECTION-10
तभी मैंने प्रवीण

कोमल अजी थोडा गाड़ी धीरे कर ले मै ड्रेस सम्भाल नही पा रही

प्रवीण क्यो क्या हुआ

कोमल रमेश सुरेश जो अपने पड़ोसी है मुझे छत से रोज घुरते है वो पीछे है और हवा मे पीछे से मेरी ड्रेस ऊठ रही है वो शायद मेरे नंगे चुतड़ ताड रहे है

प्रवीण तुम हो रही इतनी सुंदर देखने की चीज है तो लोग देखेगे
तभी रमेश सुरेश स्पेलेडर पर थे वो पास आये

रमेश नमस्कार प्रवीण भैया कहाँ जा रहे है, आज भाभी बडी सुंदर लग रही है

प्रवीण बस आज इतवार था छुट्टी थी तो तुम्हारी भाभी को शॉपिंग कराने जा रहा हूँ बहुत दिनो से बोल रही है मौका ही नही मिलता, तुम लोग घर आकर कभी आपनी भाभी र्क मदद कर दिया करो बड़ा एहसान होगा

सरेश अरे भैया इसमें क्या जब भाभी को जरूरत हो बोल दे हम भाभी का काम कर देगे

यह कहते हुये सुरेश पैट के ऊपर अपना लंड रगड़ने लगा मै शर्म से दोहरी हो गई

तभी अचानक प्रवीण ने स्पीड बढा दी अचानक बड़ स्पीड से मेरे ड्रेस कमर तक नंगी हो गई मै हडाबड़ा कर ड्रेस नीचे की मगर जिसे देखना था उन्होने देख लिया

03c7548e-2902-407f-87a5-7f8c76faa256
मेरे गोरे चुतड़ो को पुर्ण नंगा देख उनकी आँखे चमक आई मैंने जब पीछे देखा तो रमेश सुरेश दोनी सीने पर हाथ रख दिये

मै मन ही मन सोचने लगी कैसा हरामी मर्द मिला है मुझे नंगा ही नही घुमा रहा बल्कि लोगो को बोल रहा है कि आओ उसकी बीबी को चोद लो ऐसी हरामी मर्द की औरते दिन रात दूसरे चोदेगे ही जब तुम खुद भंडारा खोल रहे है तो लोग खायेगे ही

रमेश भाभी जब चाहो जैसा चाहो काम बताना ये देवर दौडे दौडे सरा काम चुटकी मे निपटा देगे मगर इनाम भी लेगे भाभी इनाम मे क्या दोगी

तभी प्रवीण ने गाड़ी और तेज कर दी मैंने भी इस बार ड्रेस नही सम्भाला बल्कि चुतड उचका दिये
अबकि नाजारा देख दोनो का हलक सुख गया


20210710-090748
मेरी गांड के साथ बिना बाल वाली गोरी बुर उनके सामने जो थी
Nice
 
  • Like
Reactions: Shetan and Deeply

Bicks

Member
172
248
44
दूधवाला और मेरी पत्नी भाग-2

वो अपने पति का तना हुआ लण्ड लोअर के अंदर हाथ डालकर जोर जोर से मसलने लगी।

मगर एक रुढ़िवादी माहौल में पली बढ़ी होने की वजह से उसको ये सब सोच कर बहुत शर्म भी आ रही थी कि वो कैसे किसी पराये मर्द को अपना बदन दिखा सकती है.

प्रवीण ने भी अपनी पत्नी कोमल की गर्मी को भांप लिया और उसकी नाइटी को उसके नाजुक मादक बदन से हटा कर मोटी गोरी चूचियाँ मसल-मसल कर चूसने लगा।

कोमल ने भी अपने पति का लोअर खींचकर उतार दिया और एक हाथ से उसका खड़ा हुआ गर्म लण्ड हिलाते हुए अपनी चूचियां चुसवाने लगी।
प्रवीण- मेरी बीवी की चूचियाँ बहुत मस्त हैं, आज इनको चूस चूसकर लाल बना दूंगा।

कोमल- बना दो … इनको लाल कर दो पूरी चूस चूसकर!
प्रवीण अपनी पत्नी की चूचियाँ चूसता हुआ उसकी नाजुक गर्म चूत के होंठों को मुट्ठी में भींच कर सहलाने लगा।

कोमल भी पूरी चुदाई के नशे में गर्मजोशी से टांगें फैला कर पति को चूत सहलाने दे रही थी।

उसके मुंह से लगातार आहें निकल रही थीं।
फिर प्रवीण मुंह हटाकर बोला- उम्म जान … कितना अच्छा हो कि अगर तेरी दोनों चूचियां एक साथ चूसी जाएँ।

कोमल- हम्म्म्म, हाँ बहुत मज़ा आयेगा सच में .. उफ्फ्फ्फ … लेकिन आप कैसे दोनों चूचियाँ एक साथ चूसेंगे? आपके दो मुंह थोड़े हैं?
प्रवीण- मेरे दो मुंह नहीं हैं लेकिन अगर कोई दूसरा मर्द आ जाये अभी और चूसने लगे तो उम्म्म्म करके … खा जाएगा तेरी चूचियाँ।

कोमल- उम्म्म आह्ह्ह … दूसरा मर्द? ना बाबा ना … मुझे तो ऐसा सोच कर भी शर्म आती है।
प्रवीण- इसमें कैसी शर्म मेरी रानी … मैं खुद बोल रहा हूं तुझे दूसरे मर्द को सौंपने के लिए … वैसे भी तुम्हारी ये चुदाई के लिए बेताब चूत तुम्हारी बातों से सहमत नहीं लग रही। देखो बेचारी कैसे गीली होने लगी है बुरी तरह से!

फिर कोमल ने कहा- वो तो होगी ही ना … उम्म्म ऐसी-ऐसी बातें जो कर रहो हो आप … पर मैं सिर्फ आपकी हूं।
ऐसा बोल कर कोमल अपनी दोनों टांगें अपने पति की टांगों में लिपटा कर उसकी जांघों पर चूत के होंठ रगड़ने लगी।

प्रवीण ने अब अपना लण्ड हाथ में लेकर पत्नी की गीली चूत में दबा दिया और उसकी चूत में लंड घुसाकर उसकी चुदाई करने लगा।
हर एक झटके के साथ उसकी चूचियां हिल रही थीं।

वो दोनों हाथों से उसकी चूचियां दबाते हुए बोला- काश … कोई दूसरा मर्द भी होता जो तुझे बेरहमी से चोदता।

कोमल बस चुदते हुए आह्ह … उम्म … किए जा रही थी।
प्रवीण- बोलो ना मेरी जान … कैसा लगेगा दूसरे मर्द का लण्ड जब तेरी चूत में जाता तो अभी? … बिना शर्म के बोलो, मुझे अच्छा लगेगा।

कोमल – आह्ह … ओह्ह्ह … प्लीज चोदिये आप जैसा अपका दिल हो वैसे … बस मेरी चूत को चोदते रहिए।
प्रवीण- नहीं, पहले बताओ कैसा लगेगा अगर अभी किसी का लण्ड तेरी चूत में होता तो, वरना मैं लण्ड बाहर निकाल रहा हूं।

कोमल- प्लीज और मत तड़पाओ ना … हां … मुझे तो सोच कर ही बहुत कुछ होने लगता है जब आप पराये मर्द की बात करते हो।
प्रवीण- मेरी जान … बोलो तो … लोगी पराये मर्द का मोटा लण्ड अपनी चूत में? हम्म?

वो बोली- हां … ले लूंगी। मगर पता नहीं वो मेरा क्या हाल करेगा।
प्रवीण ये सुनकर जोश में आ गया और अपनी पत्नी को बहुत जोर जोर से चोदने लगा।

प्रवीण बोला- जान सोचो … अभी तुम किसी पराये मर्द से चुदवा रही हो, उसका लण्ड तेरी चूत में जा रहा है।
कोमल- उम्म … आअह्ह … आह्ह्ह हम्म … हां चुदवा रही हूं। पराये मर्द से चुदवा रही हूं … आह्ह … पूरी बेशर्म हो कर चुद लूंगी मैं। आज मेरी प्यासी चूत को पागल बना दो चोद चोद कर … आह्ह्ह उफ्फ्फ्फ ओह्ह।

फिर प्रवीण ने कहा- हम्म … मेरी पत्नी किसका लण्ड ले रही है, बताओ किसका लण्ड लोगी अपनी चुदक्कड़ चूत में?
कोमल- आह्ह … आप जिसका भी दिलाएंगे उसका ही ले लूंगी, अभी मुझे बस चुदना है।

प्रवीण- अच्छा … दूध वाला बोलो ना मुझे … सोचो कि दूध वाले का लण्ड तेरी संस्कारी पतिव्रता चूत में जा रहा है जिसको आज तक पति के अलावा किसी ने नहीं चोदा।

कोमल पहले से चुदाई के नशे में चूर थी और ऊपर से दूधवाले मर्द के बारे में सोचकर पागल
होने लगी।
वो नीचे से अपनी चूत को ऊपर उठा-उठा कर लण्ड अंदर लेने लगी और साथ में बड़बड़ाने लगी- आह्ह … ओह्ह … दूध वाले भैया … चोदो मुझे। अपनी रंडी बना लो।

प्रवीण- हां मालकिन, तेरी चूत बहुत मस्त है … आज तेरी चूत में मेरा मोटा मूसल लौड़ा पूरा अंदर घुसा कर चोदूंगा, बहुत मस्त माल हो तुम।

कोमल- उम्म्म … आह्ह्ह … येस … आज मैं आपकी माल हूं। जितना चाहो चोदो मुझे दूध वाले अंकल … आपका ये लंड मुझे पूरा अंदर तक महसूस करवा दो।

प्रवीण- हां मेरी मस्त रसीली मैडम … घोड़ी बन जा मेरे लंड के लिए तू! तेरी गांड ऊपर उठा ले और चुद जा। कोमल ने गांड ऊपर उठा ली और बोली- लो, बन गई घोड़ी … अब पेल दो इस घोड़ी को … आह्ह … फाड़ दो ये प्यासी चूत।

प्रवीण दूध वाला बनकर बहुत देर तक अपनी बीवी की चुदाई करता रहा और पूरा पानी उसकी चूत के अंदर छोड़ दिया।

चुदाई के बाद दोनों बाथरूम से फ्रेश होकर वापस बेड पर आकर एक दूसरे की बांहों में लेटकर बातें करने लगे।

कोमल- हम्म … बहुत मजा आया।
प्रवीण बीवी को छेड़ते हुए- किसमें ज्यादा मज़ा आया? दूधवाले के लण्ड से या मेरे?

कोमल- हां आया ना … उफ्फ्फ … आपने भी मुझे कैसी बेशर्म बना दिया था आज … कैसे दूसरे मर्द को सोचकर मैं नशे में पागल हो गयी थी, लेकिन ये सिर्फ बातों में था … समझे बच्चू?

प्रवीण- मेरी जान … ये तो सिर्फ शुरुआत है, वहाँ पर शिफ्ट होकर देखना कि कितने मजे करवाता हूं तुझे! अभी तो सब कुछ बातों में था लेकिन कभी करना भी पड़ सकता है … देखती जाओ तुम।

ऐसा बोल कर प्रवीण अपनी बीवी कोमल के नंगे मादक बदन को बांहों में ले कर सोने लगा और अहमदाबाद जाने की तैयारियों के बारे में सोचने लगा।

प्रवीण मन ही मन में खुश हो रहा था कि कोमल के दिल में पराये मर्द से चुदने का बीज तो बो दिया है, बस अब सही वक़्त आने पर किसी बात के बहाने कोमल को सच में किसी दूधवाले से चुदने के लिये मना भी लूंगा।

कुछ दिन बाद सब तैयारियाँ हो गईं अहमदाबाद जाने की।
प्रवीण ने रहने के लिये सिटी से बाहर की तरफ की एक कॉलोनी में घर किराए पर ले लिया था.

दोनों पति-पत्नी अपने घर वालों से विदा लेकर अहमदाबाद वाले नये घर में शिफ्ट हो गए।
घर काफी सुन्दर और अच्छी जगह पर था।
पूरी कॉलोनी में एक जैसे बनाये हुए मॉडर्न टाइप के घर थे।

यहाँ पर आने के बाद प्रवीण और कोमल की चुदाई की रेल दौड़ने लगी।
नए-नये तरीके से चुदाई होने लगी कोमल की।

कभी छत पर जा कर खुले आसमान के नीचे चुदाई होती तो कभी चांदनी रात में बालकनी में कोमल पूरी नंगी होकर लोहे की ग्रिल को पकड़ कर पीछे से अपने पति का लण्ड लेती। लोग देखते तो उसे फर्क नहीं पड़ता..
आराम से चुदती रहती

सुबह-सुबह एक दूध वाला, अधेड़ उम्र का मर्द पूरी कॉलोनी में दूध दे कर जाता था।
तो प्रवीण ने भी उसको हर रोज दूध दे कर जाने के लिए लगा लिया था।

अब प्रवीण सुबह अपनी फैक्ट्री की साइट पर जाता और फिर शाम को घर लौटने के बाद बहुत चुदाई करने लगा कोमल की।

रात को दोनों पति-पत्नी पोर्न वीडियो देखने लगे जिनमें तरह तरह की चुदाई देख कर कोमल का बुरा हाल हो जाता था। वो भी अब रंडी बनने लगी थी..

प्रवीण कोमल को इंटरनेट पर अनजान मर्दों से चैट भी करवाने लगा था जिसमें वो बहुत गर्म हो जाती थी।
एक रात को पति-पत्नी दोनों एक चुदाई की वीडियो देख रहे थे जिसमें एक मर्द अपना मोटा मूसल लंड औरत की गाण्ड में घुसा कर बेरहमी से चुदाई कर रहा था।

वो औरत भी गाण्ड उठा-उठा कर उसका लण्ड ले रही थी।
अब रुका नहीं जा रहा था तो प्रवीण ने कोमल की कमर पकड़ कर अपने नीचे खींच लिया और उसके मादक बदन को जीभ से चाटने लगा।

कोमल ने तुरन्त अपनी चिकनी केले के तने जैसी टाँगें प्रवीण की कमर में लिपटा लीं और प्रवीण को चुम्बन देने लगी।
दोनों एक
दोनों एक दूसरे के होंठ चूस रहे थे।

फिर कोमल ने प्रवीण को होंठों से अलग करते हुए बोला- जान … मेरी गाण्ड को कसकर पकड़ो ना … जैसे वो वीडियो में उसकी गाण्ड को मसल रहा था!

प्रवीण- क्या बात है, आज मेरी बीवी बहुत गर्म हो रही है? कोमल की नाजुक गोरी उभरी हुई गाण्ड को दोनों हाथों से पकड़ कर भींचते हुए प्रवीण ने कहा।

कोमल – उम्म … हां वो वीडियो देख कर बहुत दिल कर रहा था कि आप भी मेरे साथ वैसा ही करें।
प्रवीण अनजान बनते हुए- कैसा मेरी जान, मैं समझा नहीं कौन से वाला वीडियो?

फिर कोमल बोली- जी वो … जिसमें वो उसके पीछे से घुसा रहा था और …
बोलते बोलते कोमल रुक गई.

प्रवीण- और क्या मेरी जान?
कोमल- उम्म … आपको सब पता है … बस मेरे मुंह से बुलवाना चाहते हो।

प्रवीण- अच्छा मतलब वो पीछे से पूरा लण्ड उसकी गाण्ड में घुसा कर लगातार चोद रहा था … हम्म … तो वो सोच कर गर्म हो रही है मेरी बीवी!

कोमल- हम्म वही सोच कर अजीब सी फीलिंग आने लगी कि कैसा लगेगा अगर मेरी गाण्ड में अपका लण्ड जायेगा तो!
प्रवीण- अच्छा तो ये बात है … लेकिन सॉरी … मैं तुम्हारी गाण्ड नहीं मारूंगा।

वो हैरानी से बोली- क्यूं … आपको अच्छा नहीं लगता क्या? प्लीज एक बार करो ना मेरे लिये … मुझे देखना है कि कितना मज़ा आता है उसमें … उफ्फ्फ … वो औरत कितना मज़ा ले रही थी।

प्रवीण के दिल में एक ख्याल आया कि ये ही सही टाईम है कोमल को दूध वाले से चुदवाने का।

कुछ सोचने के बाद प्रवीण अपनी बीवी की चूचियों की निप्पलों को उंगली और अंगूठे के बीच में दबा कर घुमाते हुए बोला- देखो मेरी जान, मैंने तुम्हारी चूत की सील खोलने का मजा लिया है लेकिन अब मैं चाहता हूं कि तेरी कुंवारी गांड की सील कोई दूसरा मर्द खोले।

कोमल- क्यूं आप बार बार दूसरे मर्द से मुझे चुदवाने की बात करते हो… और अगर मैं ऐसा करूं भी तो मुझे क्या मिलेगा बदले में?
प्रवीण – उम्म … बदले में मैं तुझे हीरे का हार दिलवाऊँगा। मगर मैं जिस भी मर्द के लिये बोलूंगा तुझे उससे चुदवाना पड़ेगा। बोलो अगर मंजूर है तो … वरना गाण्ड चुदाई और हीरे का हार भूल जाओ।

कुछ सोचने के बाद कोमल बोली- पक्का ना? हीरे का हार पाने के लिये कर लूंगी … मगर तुम अपनी बीबी की फटती गांड देख पाओगे फिर ये बताओ कि वो मर्द कौन होगा?
प्रवीण- जानेमन मै चहाता ही हूँ तेरी कोई जबरदस्त गांड मारे मेरे से भी बेहतर वैसे भी इतनी टाईट गांड मेरे बस की नही, फिर मैने जो तेरे लिए चुना है वो बेहतर इसका मजा देगा और लेगा हमारा दूध वाला!
कोमल- बिरजू काका?

प्रवीण- हां मेरी जान, दूधवाले बिरजू काका का लंड लेना होगा तुझे … अब देख लो … तुमको हीरे का हार वा पति का प्यार चाहिये कि नहीं? मेरी बात नही मान सकती
कोमल- वो तो ठीक है, मैं कुछ भी करूंगी मगर बिरजू काका तो 52 साल के मर्द हैं। वो मेरे से पूरे दोगुनी उम्र के हैं।

प्रवीण- मेरी जान उम्र के साथ तजुर्बा आता है और दूधवाले एक नम्बर के चोदू मर्द होते हैं।
कोमल- हां वो तो है, मगर वो कितने हट्टे-कट्टे हैं इस उम्र में भी … पता नहीं कैसे करुँगी मैं उनके साथ!

इस पर प्रवीण बोला- कोई बात नहीं मेरी जान … तेरे पास 3 दिन हैं … कल सुबह से ही पटाने की तैयारी करो दूध वाले बिरजू काका को।
कोमल- कल सुबाह से ही? चलो ठीक है … मैं हारने वाली नहीं हूं … आने दो कल बिरजू काका को!

ये बोलकर कोमल ने सेक्सी कामुक स्वर में कहा- आ जाओ मेरे बिरजू काका, आपको जन्नत दिखाती हूं।
फिर दोनों पति-पत्नी अपनी चुदाई की मस्ती में खो गए।

दोस्तो, अब तक इस कहानी में आपने पढ़ा कि कैसे प्रवीण ने अपनी पत्नी कोमल को दूधवाले से चुदने के लिये तैयार कर लिया है।
Great story. Please update further part
 
  • Like
Reactions: Shetan and Deeply

Deeply

सवित्रा
270
1,026
124
दूधवाला और मेरी पत्नी भाग -8

कोमल के हाथ दो जोड़ी मनपंसद स्डैल थी जो बिना पैसो के मिले थे मगर उसके होठो पर मुस्कान नही थी हो भी क्यो एक पतिवत्रा नारी एक मर्द से चुद गई वो भी अपने पति के सामने, प्रवीण समझ गया की कोमल का यह गुस्सा ऊपरी है वो जानता था कि कोमल अपने विचारो के बीच अपराधी बन गई है आज की घटना ने उसे भले शारीरिक खुशी दी हो मगर समाज द्वारा लादे गये बंधनो के बीच आज वो अपराधी घोषित थी वो लड रही थी अपने आप से और आज उसे प्रवीण की जरूरत थी
घर पहुंचते ही कोमल दौड़ते हुये कमरे मे पहुंची और रोने लगी प्रवीण ने उसे रोका नही और बाहर खुले ऑगन मे लगे नल के नीचे नहाने लगा, फिर कपड़े बदल कर वो कमरे मे पहुंचा तो देखा कोमल अभी भी रो रही थी, प्रवीण ने बेड के नीचे अनवॉन्टेड 72 का खाली रेपर पाया वो जान गया कोमल ने गोली खा ली है उसने रेपर उठाते हुये कोमल से पुछा

प्रवीण यह क्या किया तुमने हम जिस चीज के लिए पीछे भाग रहे है उसे आज तुमने ठुकरा क्यो दिया

कोमल आप चहाते क्या है मुझे रुसवा बेइज्जत करके

प्रवीण मैंने कब तुम्हे रुसवा किया

कोमल दुकान पर सड़क पर कहाँ नही किया दुकान पर आपने मुझे रंडी बना दिया क्या एक बच्चे के लिए मै इतना गिर जाऊ

प्रवीण किसने तुम्हे गिरने को कहाँ है ना ही तुम रंडी हो क्योकि रंडी कभी सुहागन नही होती कौन तुम्हे रंडी कहेगा जब सब जानते है तुम मेरी पत्नी हो

कोमल दुकान मे जो हुआ ...

प्रवीण तुम पहले भी मेरी पत्नी थी आज भी हो क्या कोई अंतर आया, तुम मेरे लिए पहले से जादा प्रिय हो,


कोमल मगर समाज

प्रवीण समाज गया भाड मे तुम मेरी पत्नी हो या समाज की

कोमल मगर मै तुम्हारे बगैर किसी के बारे मे नही सोच सकती

प्रवीण तो तुम्हे रोका किसने है मुझे भी तुम प्रिये हो और मै भी तुम्हारे अलावा किसी के बारे मे नही सोच सकता, मगर बच्चे के लिए गर्भधारण करना है जिससे हमारे बीच जो खालीपन है वो भरे, उसके बदले थोड़ी खुशी मिल जाती है तो इससे हमारे बीच का प्रेम का अंत नही हो जाता

कोमल मगर मै केवल तुम्हारे साथ संबध बनाने की कल्पना कर सकती हूँ वही नैतिक भी है

प्रवीण क्या नैतिक है क्या अनैतिक इस बीच की रेखा को कौन बाँटेगा, फिर जो हम कर रहे है वो नैतिक ही है, नैतिकता ही सुनना चहाती हो तो पुराने समय मे नियोग प्रथा थी जो नैतिक रूप से महापुरुषो द्वारा मान्य की गई है कि कोई स्त्री चाहे अपने बच्चे को अपने पति के अलावा कही और से भी प्राप्त कर सकती है जिससे उसके घर अच्छे गुणो से युक्त संतान प्राप्त होती थी,

कोमल हॉ मैंने सुना है नियोग प्रथा के बारे मे और मै उसका सम्मान करती हूँ इसके कई उदाहरण विश्व भर मे है मगर यह नैतिक तब था जब स्त्री का पुरुष मर जाये या बच्चे पैदा करने लायक ना हो

प्रवीण तो तुम नही जानती ( प्रवीण ने अपना अंडरवियर उतारते हुये कहाँ)

small-hairy-cock-gall-9
देखो ध्यान से क्या यह नुनी तुम्हे बच्चा दे पायेगी मै अपनी कमी नही छुपाना चहाता यह तुम्हे कितना भी चोदे मगर अपने पतले कमजोर वीर्य को तुम्हारी बच्चे दानी तक नही पहुंचा सकता यदि पहुंच भी गया तो भी बच्चा नही हो सकता बताया नही डॉ ने इसके अंदर शुक्राणुओ की मात्रा ना के बराबर है टैस्ट टूयूब कर के भी तो हम हार गये,

कोमल मगर हमेशा आशा बनी रह सकती है शायद दवाई या अन्य किसी विधि से यह सही हो जाये कभी सपलता मिल जाये

प्रवीण तो क्या तुम इसके आसरे जीवन भर बैठ सकती हो अभी तो तुम्हारी मॉ बनने की सबसे अच्छी उम्र है मगर क्या हर उम्र मे माँ बनने लायक रहोगी

कोमल मगर मेरे सस्कार नही कहते पति के रहते कही और मुॅह मरवाऊ फिर नियोग भी कहता है कि पति नामर्द हो तभी नियोग हो तुम्हारा खडा होता है इसमे ताकत है और जब तक इसमे ताकत है मै किसी के बारे मे नही सोच सकती इसलिए मैंने यह गोली खाई क्योकि मेरे सामने हमेशा एक आश है


तभी प्रवीण गुस्से से बाहर निकल गया


रात नौ बजे करीब प्रवीण आया दोनो ने साथ खाना खाया कोमल अब शांत थी, दोनो बेडरूम मे आये कोमल घर का दरवाजा बंद कर आई, प्रवीण तहमद मे बैठा किताब पढ रहा था

कोमल आते ही प्रवीण की बाँह मे हाथ डालते बोली

कोमल माफ कर दो प्रवीण मगर मेरी नैतिकता नही कहती बिना ठोस कारण के मै किसी के साथ चुदु

प्रवीण बच्चा क्या ठोस कारण नही है

कोमल तुम मेरे पति हो तुम्हारी नुनी ही मेरी आशा है और हमेशा बनी रहेगी

प्रवीण यदि मै नामर्द होता तो

कोमल हॅसते हुये

कोमल फिर तुम जिससे कहते बच्चे के लिए चुदवाती और तीन चार बच्चे तुम्हे देती और इन्ही बाँहो मे रहती

तभी प्रवीण ने अपना तहमद खोल दिया
कोमल हैरान रह गई

कोमल यह क्या है प्रवीण


IMG-20220726-221236
प्रवीण तुम्हारे लिए यही बाधा थी ना तो आज मैने इसकी नस कटवा दी अब यह ना खडा हो सकता है ना बच्चा पैदा कर सकता है बस मूत सकता है अब बताओ बच्चा दोगी

कोमल की आँखो मे आँसू आ गये, और प्रवीण के गले लगाते बोली

कोमल हाँ हॉ प्रवीण तुम्हारी यह कुत्तीया चुदेगी जिस जिस से कहोगे चुदेगी तुम्हे तीन चार बच्चे देगी यह कुत्तिया
 
Top