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"आजहहह डॉ जी अब करिये न मालिश बुहत दर्द है पूरे जिस्म में" रेखा ने फिर से सेक्सी अंदाज़ में सिसकते हुए रवि की तरफ देखते हुए कहा । रवि का उत्तेजना के मारे बुरा हाल था उसके माथे से पसीना निकल रहा था।
"डा जी लगता है आपको कुछ ज्यादा ही गर्मी लग रही है अपना यह शर्ट निकाल दो ना" रेखा ने रवि को देखते हुए कहा।
"हाँ भाभी आज गर्मी तो कुछ ज्यादा ही है" रवि ने अपने शर्ट को उतार दिया और अपनी शर्ट के बाज़ू को खोलकर अपने बाहों को भी नंगा कर दिया।
"आयहहह ऐसे ही डॉ जीईई" रवि ने जैसे ही बेड पर बैठकर अपने दोनों हाथों से रेखा के चिकने गोरे पेट की मालिश करना शुरू की उसने बुहत ज़ोर से सिसकते हुए कहा।
"भाभी लगता है आपको भी गर्मी लग गयी है इसीलिए तो आपका पूरा बदन दर्द कर रहा है" रवि अब रेखा के पेट की मालिश करते हुए अपने हाथ को नीचे तक ले जाकर उसकी चूत को भी उसके पेंटी के ऊपर से सहला रहा था।
"ओहहहहह डॉ जी जो भी है अब आप आ गये हैं तो मुझे सुकून मिल गया है" रेखा ने सिसकते हुए कहा।
"भाभी अभी सुकून कहाँ मिला है आप देखती जाओ की मैं आपको कितना सुकून देता हू" रेखा की बात सुनकर रवि ने अपने दोनों हाथों को पूरी तरह से उसकी पेंटी के ऊपर रखकर ज़ोर से सहलाते हुए कहा।
"आह्ह्ह्हह्ह ओहह डॉ जी बुहत मजा आ रहा है" रेखा ने इस बार ज़ोर से चीखते हुए कहा । रवि के हाथ की गर्मि अब उसकी चूत को पिघलने लगी थी जिस वजह से रेखा की चूत से उत्तेजना के मारे पानी टपकना शुरू हो गया था । रवि को भी अब अपना हाथ गीला होते महसूस हुआ वह समझ गया की रेखा पूरी तरह से गरम हो चुकी है इसीलिए वह अब अपने हाथों को पूरे तेज़ी के साथ रेखा की चूत को उसकी पेंटी के ऊपर से ही दबाते हुए सहलाने लगा।
"ओहहहहहह डॉ जीईईई अह्हह्ह्ह्ह आहहहहहः" अचानक रेखा का पूरा जिस्म अकडने लगा और वह अपनी आँखों को बंद करके ज़ोर से सिसकते हुए झडने लगी । रवि समझ गया की रेखा झड रही है इसीलिए वह भी वैसे ही तेज़ी के साथ रेखा की चूत को सहलाने लगा, रवि का पूरा हाथ रेखा की चूत से निकलने वाले रस से गीला हो चुका था।
"भाभी लगता है मेरी ट्रीटमेंट काम कर रहा है और मालिश से आपकी गर्मी आपके जिस्म से निकलकर बाहर आ गयी है" रेखा ने जैसे ही अपनी आँखें खोली रवि ने अपने हाथ को अपने नाक के पास ले जाकर सूँघते हुए कहा।
"हाँ डॉ जी मुझे भी अब बुहत अच्छा महसूस हो रहा है" रेखा ने भी डॉ रवि से कहा।
"डा जी लगता है आपको कुछ ज्यादा ही गर्मी लग रही है अपना यह शर्ट निकाल दो ना" रेखा ने रवि को देखते हुए कहा।
"हाँ भाभी आज गर्मी तो कुछ ज्यादा ही है" रवि ने अपने शर्ट को उतार दिया और अपनी शर्ट के बाज़ू को खोलकर अपने बाहों को भी नंगा कर दिया।
"आयहहह ऐसे ही डॉ जीईई" रवि ने जैसे ही बेड पर बैठकर अपने दोनों हाथों से रेखा के चिकने गोरे पेट की मालिश करना शुरू की उसने बुहत ज़ोर से सिसकते हुए कहा।
"भाभी लगता है आपको भी गर्मी लग गयी है इसीलिए तो आपका पूरा बदन दर्द कर रहा है" रवि अब रेखा के पेट की मालिश करते हुए अपने हाथ को नीचे तक ले जाकर उसकी चूत को भी उसके पेंटी के ऊपर से सहला रहा था।
"ओहहहहह डॉ जी जो भी है अब आप आ गये हैं तो मुझे सुकून मिल गया है" रेखा ने सिसकते हुए कहा।
"भाभी अभी सुकून कहाँ मिला है आप देखती जाओ की मैं आपको कितना सुकून देता हू" रेखा की बात सुनकर रवि ने अपने दोनों हाथों को पूरी तरह से उसकी पेंटी के ऊपर रखकर ज़ोर से सहलाते हुए कहा।
"आह्ह्ह्हह्ह ओहह डॉ जी बुहत मजा आ रहा है" रेखा ने इस बार ज़ोर से चीखते हुए कहा । रवि के हाथ की गर्मि अब उसकी चूत को पिघलने लगी थी जिस वजह से रेखा की चूत से उत्तेजना के मारे पानी टपकना शुरू हो गया था । रवि को भी अब अपना हाथ गीला होते महसूस हुआ वह समझ गया की रेखा पूरी तरह से गरम हो चुकी है इसीलिए वह अब अपने हाथों को पूरे तेज़ी के साथ रेखा की चूत को उसकी पेंटी के ऊपर से ही दबाते हुए सहलाने लगा।
"ओहहहहहह डॉ जीईईई अह्हह्ह्ह्ह आहहहहहः" अचानक रेखा का पूरा जिस्म अकडने लगा और वह अपनी आँखों को बंद करके ज़ोर से सिसकते हुए झडने लगी । रवि समझ गया की रेखा झड रही है इसीलिए वह भी वैसे ही तेज़ी के साथ रेखा की चूत को सहलाने लगा, रवि का पूरा हाथ रेखा की चूत से निकलने वाले रस से गीला हो चुका था।
"भाभी लगता है मेरी ट्रीटमेंट काम कर रहा है और मालिश से आपकी गर्मी आपके जिस्म से निकलकर बाहर आ गयी है" रेखा ने जैसे ही अपनी आँखें खोली रवि ने अपने हाथ को अपने नाक के पास ले जाकर सूँघते हुए कहा।
"हाँ डॉ जी मुझे भी अब बुहत अच्छा महसूस हो रहा है" रेखा ने भी डॉ रवि से कहा।