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Horror प्रायश्चित (Completed)

ashish_1982_in

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प्रायश्चित
【प्रथम भाग】

"यह क्या कर रहे हो राजन..? और कहां ले आए हो तुम मुझे..? इस निर्जन स्थान पर मुझे बहुत डर लग रहा है..!" कमला ने राजन की निगाह में वासना की लकीरों को देखते हुए कहा।

राजन बोला, " तुम्हें इतिहास से प्रेम है, लेकिन हमारे भारत के इतिहास में प्रेम के बहुत सारे अनोखे किस्से हैं। लेकिन प्रेम के किस्से मशहूर तभी होते हैं जब वे अधूरे हो, उनमें दर्द हो, कुछ अनोखापन हो, कोई सनक हो या अतृप्त प्रेम हो।"

" मुझे कुछ समझ में नहीं आ रही है तुम्हारी बात, कि तुम क्या कहना चाहते हो..?" कमला ने कहा।

"कमला, हम इस ऐतिहासिक अत्यंत पुरानी वीरान हवेली के चारो ओर दूर दूर तक फैली इन बड़ी बड़ी झाड़ियों के बीच इस निर्जन स्थान में अपनी सुहागरात का रिहर्सल करेंगे और अपने इस बेहद हसीन पलों का एक बेहतरीन वीडियो भी बनाएंगे। शादी तो ज़ब होगी तब होगी, पर मोहब्बत का असली आनन्द हमेशा शादी से पहले ही मिलता है, शादी के बाद नहीं..! और इसीलिये मैं तुम्हें यहां लाया हूँ मॉय डियर..!"

"क्या बक रहे हो तुम..? और यह कैसी गंदी बातें बोल रहे हो..? मुझे
ऐतिहासिक इमारतों से लगाव है। सुनसान जगहों से प्रेम है। वीरानियां मुझे अच्छी लगती है। लेकिन इसका मतलब यह नहीं है कि तुम इस वीरान स्थान में मेरे अकेलेपन का फायदा उठाओ। तुम ऐसा नहीं कर सकते। हम एक दूसरे को प्यार करते हैं और हमें अपनी मर्यादा कि सीमा का उल्लंघन नहीं करना चाहिए।"

"कमला मुकम्मल प्यार तभी होता है, जब दो जिस्म एक हो जाते हैं। देखो कमला। यहां दूर दूर तक मेरे और तुम्हारे सिवा और कोई नहीं है..! और मौसम भी आज कितना हसीन है। रात्रि का पहला प्रहर..! चारो ओर सन्नाटा .! पंछी अपने घरों में लौटने को हैं। और इस हवेली का गार्ड मुर्गे और शराब की दावत उड़ा कर मदहोशी के आलम में है। इसलिए ये व्यर्थ की बातें छोड़ो और शर्म हया की दीवारों को तोड़कर मेरी बाहों में आओ और मेरे जिस्म में लगी आग को बुझा दो। हमारे प्यार को अमर बना दो।"

" तुम शायद पागल हो गए हो, क्योंकि तुम नहीं जानते कि तुम क्या कह रहे हो.? और तुम्हें यह भी नहीं मालुम, कि इसका अंजाम क्या होगा..? इसलिए होश में आओ राजन और हमारे इस मुकम्मल प्यार का अपमान ना करो।"

"पागल मैं नहीं बल्कि पागल तू हो गई है। तुझे मालूम भी है कि मुकम्मल प्यार किसे कहते हैं..? मुकम्मल प्यार उसे कहते हैं, जब दो जिस्म एक हो जाते हैं। दो जाने एक हो जाती हैं। और दो दिलों की धड़कनें एक दूजे में समा जाती हैं..!" ये कहते हुए राजन ने कमला को अपनी बाहों में भर लिया और उसके रसीले होठों को चूसने लगा।

"नहीं राजन नहीं..! तुम ऐसा कैसे कर सकते हो..? तुम मुझे प्यार करते हो और मैं भी तुम्हें प्यार करती करती हूं। लेकिन प्यार की भी एक मर्यादा होती है, एक सीमा होती है, लक्ष्मण रेखा होती है। इस रेखा को पार न करो राजन..!"

"तुम्हारा कहना बिल्कुल सही है कमला.! लेकिन हम हमेशा कुछ न कुछ नया करते आए हैं। और इसीलिए आज प्यार की इस लक्ष्मण रेखा को हम दोनों पार करेंगे। आज हमें एक होना है, बिल्कुल नए तरीके से, नए अंदाज में..खुले आसमान के नीचे.. इन जीव जंतु और पशु पक्षियों के सामने जो हमारी इस सुहागरात के गवाह बनेंगे..!"

" नहीं राजन..! यह असंभव है। और गलत भी है। मैं अपनी मम्मी और पापा को क्या जवाब दूंगी। दोस्त रिश्तेदारों और दुनिया से क्या कहूंगी । तुम मेरे प्यार हो राजन। तुम ऐसा नहीं कर सकते..!"

"पागल न बन कमला। मोहब्बत की थ्योरी बहुत पढ़ चुके हैं हम..! लेकिन अब प्रैक्टिकल करना है हमें..! इसलिए व्यर्थ में डर मत और जो हो रहा है, उसे होने दे। और यह तो जानती ही है तू, कि मैं तुझसे बेइंतहा प्यार करता हूं और तुझसे शादी भी करना चाहता हूं, फिर ये दूरी क्यों..? डियर, आज मेरा दिल कर रहा है, कि मैं शादी से पहले ही मोहब्बत का एक प्यारा सा तोहफा तुझको भेंट करूँ।। और एक प्रेमिका अपने प्रेमी के दिए इस तोहफे को भला अस्वीकार कैसे कर सकती है..?" यह कहते हुए राजन ने उसके जिस्म से उसके कपडों को अलग कर दिया।

कमला चींखने को हुई, लेकिन तभी राजन ने उसके मुंह को कस कर दबा दिया और बोला, "देख डियर, अगर तू चीखेगी तो चौकीदार आ जाएगा। और वो भी इस समय शराब के नशे में है। इसलिए वो भी तेरे साथ वही सब कुछ करेगा जो हमने आपस में करना है। लेकिन अगर उसने तेरे जिस्म को हाथ भी लगाया, तो मैं यह बर्दाश्तनही कर पाऊंगा और उसका खून कर दूंगा । इसलिए फैसला अब सिर्फ तेरे हाथ में है, कि तू ये खून खराबा चाहती है, या मेरा मुकम्मल प्यार ..!" यह कहते हुए उसने उसके मुंह से अपना हाथ हटा लिया। और फिर एक भद्दी सी हंसी हंसते हुए बोला, " सो मेरी जान। लेट्स कम एंड कोऑपरेट मी..!"

लेकिन उसकी इतनी गंदी बातों को सुनकर कमला किसी भूखी शेरनी की
भांति उस पर टूट पड़ी और उस पर प्रहार करती हुए उसके सीने में अपने दांत गड़ा दिए, और उसके जिस्म से उसका मांस नोच डाला!

दर्द से बिलबिलाते हुए राजन ने गुस्से में आकर पास में ही रखी एक ईंट उसके सर पर दे मारा, जिसके कारण थोड़ी देर में ही उसका प्राणान्त हो गया..!
very nice update
 

ashish_1982_in

Well-Known Member
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भाग ~ 2​
~~~~~~~~~~~~~~
कमला मर चुकी थी। उसके जिस्म की सारी दर्द पीड़ा दूर हो चुकी थी । लेकिन राजन के जिस्म में जो आग लगी हुई थी, उस आग में वो बुरी तरह से जल रहा था। उसके सीने से मांस नुचे होने के कारण उसका बदन भी लहूलुहान था। कुछ देर तक तो उसको कुछ भी समझ में न आया, कि वो क्या करें। लेकिन थोड़ी देर बाद उसने अपनी जेब से शराब की एक बोतल निकाली और अपने घाव को शराब से तरबतर कर दिया और बाकी बची शराब को गटागट पी गया। उसकी आंखें लाल हो गई और कमला जो एक लाश में तब्दील हो चुकी थी, शराब के नशे में उस लाश के संग भी उसने रेप कर डाला। फिर उस पुरानी हवेली के चौकीदार राम सिंह के पास गया, जो अब तक शराब के नशे में मदहोश था।

राजन ने चौकीदार राम सिंह के भी कपड़े उतारे और उसे घसीटते हुए कमला की लाश के ऊपर ले जाकर पटक दिया और अपनी गाड़ी से अपने दोस्त डॉक्टर रोमेश यहां जा पहुंचा।

डॉक्टर रोमेश ने राजन के सीने को लहूलुहान देख कर कहा, "उफ..! इतनी बेरहमी से तुम्हारी छाती को किसने नोचा..?"

"मेरी गर्लफ्रेंड ने यार..! मुझे तो इन लड़कियों का चक्कर समझ में ही नहीं आता, कि जब किसी को प्यार करती है ये, तो अपना तन समर्पित करने में उन्हें एतराज क्यों..? देखो, कितनी बुरी तरह नोच खाया है. !"


"सच कहा तूने। पर यह लड़की तो बहुत ही ज़ालिम और निर्दयी मालूम देती है..! इस तरह की लड़कियों से तो दूर रहना ही अच्छा..!"

"सही बात..! और इसीलिए आज मैंने हमेशा के लिए उससे किनारा कर लिया और अब कभी नहीं उससे मिलूंगा..! क्योंकि जब शादी से पहले ही उसने मेरा यह हाल किया, तो शादी के बाद क्या करती..?"

"बिल्कुल ठीक किया तूने।" राजन के सीने पर पट्टी बांधते हुए डॉक्टर रोमेश ने कहा।

"वैसे उस लड़की का नाम क्या है..? कहां रहती है वो..? और करती क्या है..?"

"नाम न ले उस लड़की का। बेरहम..धोखेबाज..बदचलन..!"

"गुस्सा न हो यार..! मैंने तो इसलिए पूछा तुझसे, कि ऐसी कोई लड़की अगर मुझे मिलती, तो नशे का ऐसा इंजेक्शन देता उसे, कि वो खुद ही बाहों में आ जाती..! और पहले अपना तन समर्पित करती और बाद में मुँहमाँगा धन भी..!"

"ओह..! फिर तो बहुत बड़ी गलती हो गई मुझसे..! अगर पहले मुझे मालुम होता, कि कोई ऐसा इंजेक्शन भी तेरे पास है, तो उसको लेकर पहले तेरे पास ही मैं आता। और इससे मुझ पर कोई फर्क भी नही पड़ने वाला था.! क्योंकि तू भी मेरा दोस्त है। इसलिए मेरी हर चीज पर थोड़ा बहुत तो तेरा भी अधिकार बनता ही है..! बाकी मेरी बात का मतलब तो तू समझ ही गया होगा..!"

"बिल्कुल समझ गया। और बहुत अच्छा लगा तेरी इस बात को सुनकर..!" डॉक्टर ने खुश होकर कहा।

"थैंक्स डॉक्टर। एंड आई प्रॉमिस, कि इस बार जिस लड़की को पटाऊँगा, अगर जरा भी उसने ना नुकुर की, तो सबसे पहले उसको तेरे पास ही लेकर आऊंगा।..!"

"थैंक्स राजन। मैं उस दिन का बेसब्री से इंतजार करूंगा।" डॉक्टर ने कहा।

"श्योर..!" राजन ने कहा, "लेकिन फिलहाल तो मुझे घर जाने की जरा जल्दी है, क्योंकि आज मम्मी पापा सुल्तानपुर गए हैं और मेरी बहन राधा घर पर अकेली है।" ये कहकर और डॉक्टर से इज़ाज़त लेकर वो अपने घर आ गया।
* * * /* * /* * *
उधर चौकीदार राम सिंह जब होश में आया, तो खुद को एक लड़की की लाश के ऊपर देख कर उसके होश उड़ गए..! उसके कुछ समझ में ना आया, कि यह सब कब हुआ और कैसे हुआ..!

उसने 100 नंबर पर फोन करना चाहा तभी उसने सोचा कि अगर वह पुलिस को फोन करता है, तो कहीं खुद न फंस जाए, क्योंकि जब पुलिस उससे पूछेगी वारदात के बारे में, तो वो क्या जवाब देगा..? कहीं ऐसा न हो, कि पुलिस उस पर ही शक करें और उसे जेल में बंद कर दे..!

उसने चारों ओर देखा , हर तरफ सन्नाटा था। तब उसने उस लड़की की लाश को घसीटते हुए वहीं पास में एक पुराने कुएं तक ले गया और उस लाश को उस कुएं में ढकेल दिया। सदियों पुराने उस कुएं में न पानी था न कोई उधर आता जाता था। इतना काम करके वो वापस आ गया और एक बोतल और चढ़ा कर फिर से टुन्न हो गया..!
nice update bhai maza aa gya ab dekhte hai ki aage kya hota hai
 

Cyanide

Tasteless
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भाग ~ 2​
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कमला मर चुकी थी। उसके जिस्म की सारी दर्द पीड़ा दूर हो चुकी थी । लेकिन राजन के जिस्म में जो आग लगी हुई थी, उस आग में वो बुरी तरह से जल रहा था। उसके सीने से मांस नुचे होने के कारण उसका बदन भी लहूलुहान था। कुछ देर तक तो उसको कुछ भी समझ में न आया, कि वो क्या करें। लेकिन थोड़ी देर बाद उसने अपनी जेब से शराब की एक बोतल निकाली और अपने घाव को शराब से तरबतर कर दिया और बाकी बची शराब को गटागट पी गया। उसकी आंखें लाल हो गई और कमला जो एक लाश में तब्दील हो चुकी थी, शराब के नशे में उस लाश के संग भी उसने रेप कर डाला। फिर उस पुरानी हवेली के चौकीदार राम सिंह के पास गया, जो अब तक शराब के नशे में मदहोश था।

राजन ने चौकीदार राम सिंह के भी कपड़े उतारे और उसे घसीटते हुए कमला की लाश के ऊपर ले जाकर पटक दिया और अपनी गाड़ी से अपने दोस्त डॉक्टर रोमेश यहां जा पहुंचा।

डॉक्टर रोमेश ने राजन के सीने को लहूलुहान देख कर कहा, "उफ..! इतनी बेरहमी से तुम्हारी छाती को किसने नोचा..?"

"मेरी गर्लफ्रेंड ने यार..! मुझे तो इन लड़कियों का चक्कर समझ में ही नहीं आता, कि जब किसी को प्यार करती है ये, तो अपना तन समर्पित करने में उन्हें एतराज क्यों..? देखो, कितनी बुरी तरह नोच खाया है. !"


"सच कहा तूने। पर यह लड़की तो बहुत ही ज़ालिम और निर्दयी मालूम देती है..! इस तरह की लड़कियों से तो दूर रहना ही अच्छा..!"

"सही बात..! और इसीलिए आज मैंने हमेशा के लिए उससे किनारा कर लिया और अब कभी नहीं उससे मिलूंगा..! क्योंकि जब शादी से पहले ही उसने मेरा यह हाल किया, तो शादी के बाद क्या करती..?"

"बिल्कुल ठीक किया तूने।" राजन के सीने पर पट्टी बांधते हुए डॉक्टर रोमेश ने कहा।

"वैसे उस लड़की का नाम क्या है..? कहां रहती है वो..? और करती क्या है..?"

"नाम न ले उस लड़की का। बेरहम..धोखेबाज..बदचलन..!"

"गुस्सा न हो यार..! मैंने तो इसलिए पूछा तुझसे, कि ऐसी कोई लड़की अगर मुझे मिलती, तो नशे का ऐसा इंजेक्शन देता उसे, कि वो खुद ही बाहों में आ जाती..! और पहले अपना तन समर्पित करती और बाद में मुँहमाँगा धन भी..!"

"ओह..! फिर तो बहुत बड़ी गलती हो गई मुझसे..! अगर पहले मुझे मालुम होता, कि कोई ऐसा इंजेक्शन भी तेरे पास है, तो उसको लेकर पहले तेरे पास ही मैं आता। और इससे मुझ पर कोई फर्क भी नही पड़ने वाला था.! क्योंकि तू भी मेरा दोस्त है। इसलिए मेरी हर चीज पर थोड़ा बहुत तो तेरा भी अधिकार बनता ही है..! बाकी मेरी बात का मतलब तो तू समझ ही गया होगा..!"

"बिल्कुल समझ गया। और बहुत अच्छा लगा तेरी इस बात को सुनकर..!" डॉक्टर ने खुश होकर कहा।

"थैंक्स डॉक्टर। एंड आई प्रॉमिस, कि इस बार जिस लड़की को पटाऊँगा, अगर जरा भी उसने ना नुकुर की, तो सबसे पहले उसको तेरे पास ही लेकर आऊंगा।..!"

"थैंक्स राजन। मैं उस दिन का बेसब्री से इंतजार करूंगा।" डॉक्टर ने कहा।

"श्योर..!" राजन ने कहा, "लेकिन फिलहाल तो मुझे घर जाने की जरा जल्दी है, क्योंकि आज मम्मी पापा सुल्तानपुर गए हैं और मेरी बहन राधा घर पर अकेली है।" ये कहकर और डॉक्टर से इज़ाज़त लेकर वो अपने घर आ गया।
* * * /* * /* * *
उधर चौकीदार राम सिंह जब होश में आया, तो खुद को एक लड़की की लाश के ऊपर देख कर उसके होश उड़ गए..! उसके कुछ समझ में ना आया, कि यह सब कब हुआ और कैसे हुआ..!

उसने 100 नंबर पर फोन करना चाहा तभी उसने सोचा कि अगर वह पुलिस को फोन करता है, तो कहीं खुद न फंस जाए, क्योंकि जब पुलिस उससे पूछेगी वारदात के बारे में, तो वो क्या जवाब देगा..? कहीं ऐसा न हो, कि पुलिस उस पर ही शक करें और उसे जेल में बंद कर दे..!

उसने चारों ओर देखा , हर तरफ सन्नाटा था। तब उसने उस लड़की की लाश को घसीटते हुए वहीं पास में एक पुराने कुएं तक ले गया और उस लाश को उस कुएं में ढकेल दिया। सदियों पुराने उस कुएं में न पानी था न कोई उधर आता जाता था। इतना काम करके वो वापस आ गया और एक बोतल और चढ़ा कर फिर से टुन्न हो गया..!
:shocking: Dead body ke saath..rape.. :sigh:
Aur wo Dr. Romesh sala aise hi doctor hospital mein rape kar jaate hai sayad... :sigh:
Aur wo mill baant ke khayenge... kamine hai saare...
chaukidar bhi marega...isne jyada to kuch nahi kiya par ye marega hi marega...
Rajan ki bhi ek bahen hai....Kamla ki aatma usme ghuss jaaye aur fir taandav ho :evillaugh:
Great update
 

kamdev99008

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:congrats: बहुत जबर्दस्त कहानी है........ प्यार, हवस और कत्ल
देखते हैं इसका प्रायश्चित कैसे होगा

वैसे राधा भी तो घर पर अकेली है

इंतज़ार है अगले अपडेट का
 

avsji

कुछ लिख लेता हूँ
Supreme
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Naina

Nain11ster creation... a monter in me
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प्रायश्चित
【प्रथम भाग】

"यह क्या कर रहे हो राजन..? और कहां ले आए हो तुम मुझे..? इस निर्जन स्थान पर मुझे बहुत डर लग रहा है..!" कमला ने राजन की निगाह में वासना की लकीरों को देखते हुए कहा।

राजन बोला, " तुम्हें इतिहास से प्रेम है, लेकिन हमारे भारत के इतिहास में प्रेम के बहुत सारे अनोखे किस्से हैं। लेकिन प्रेम के किस्से मशहूर तभी होते हैं जब वे अधूरे हो, उनमें दर्द हो, कुछ अनोखापन हो, कोई सनक हो या अतृप्त प्रेम हो।"

" मुझे कुछ समझ में नहीं आ रही है तुम्हारी बात, कि तुम क्या कहना चाहते हो..?" कमला ने कहा।

"कमला, हम इस ऐतिहासिक अत्यंत पुरानी वीरान हवेली के चारो ओर दूर दूर तक फैली इन बड़ी बड़ी झाड़ियों के बीच इस निर्जन स्थान में अपनी सुहागरात का रिहर्सल करेंगे और अपने इस बेहद हसीन पलों का एक बेहतरीन वीडियो भी बनाएंगे। शादी तो ज़ब होगी तब होगी, पर मोहब्बत का असली आनन्द हमेशा शादी से पहले ही मिलता है, शादी के बाद नहीं..! और इसीलिये मैं तुम्हें यहां लाया हूँ मॉय डियर..!"

"क्या बक रहे हो तुम..? और यह कैसी गंदी बातें बोल रहे हो..? मुझे
ऐतिहासिक इमारतों से लगाव है। सुनसान जगहों से प्रेम है। वीरानियां मुझे अच्छी लगती है। लेकिन इसका मतलब यह नहीं है कि तुम इस वीरान स्थान में मेरे अकेलेपन का फायदा उठाओ। तुम ऐसा नहीं कर सकते। हम एक दूसरे को प्यार करते हैं और हमें अपनी मर्यादा कि सीमा का उल्लंघन नहीं करना चाहिए।"

"कमला मुकम्मल प्यार तभी होता है, जब दो जिस्म एक हो जाते हैं। देखो कमला। यहां दूर दूर तक मेरे और तुम्हारे सिवा और कोई नहीं है..! और मौसम भी आज कितना हसीन है। रात्रि का पहला प्रहर..! चारो ओर सन्नाटा .! पंछी अपने घरों में लौटने को हैं। और इस हवेली का गार्ड मुर्गे और शराब की दावत उड़ा कर मदहोशी के आलम में है। इसलिए ये व्यर्थ की बातें छोड़ो और शर्म हया की दीवारों को तोड़कर मेरी बाहों में आओ और मेरे जिस्म में लगी आग को बुझा दो। हमारे प्यार को अमर बना दो।"

" तुम शायद पागल हो गए हो, क्योंकि तुम नहीं जानते कि तुम क्या कह रहे हो.? और तुम्हें यह भी नहीं मालुम, कि इसका अंजाम क्या होगा..? इसलिए होश में आओ राजन और हमारे इस मुकम्मल प्यार का अपमान ना करो।"

"पागल मैं नहीं बल्कि पागल तू हो गई है। तुझे मालूम भी है कि मुकम्मल प्यार किसे कहते हैं..? मुकम्मल प्यार उसे कहते हैं, जब दो जिस्म एक हो जाते हैं। दो जाने एक हो जाती हैं। और दो दिलों की धड़कनें एक दूजे में समा जाती हैं..!" ये कहते हुए राजन ने कमला को अपनी बाहों में भर लिया और उसके रसीले होठों को चूसने लगा।

"नहीं राजन नहीं..! तुम ऐसा कैसे कर सकते हो..? तुम मुझे प्यार करते हो और मैं भी तुम्हें प्यार करती करती हूं। लेकिन प्यार की भी एक मर्यादा होती है, एक सीमा होती है, लक्ष्मण रेखा होती है। इस रेखा को पार न करो राजन..!"

"तुम्हारा कहना बिल्कुल सही है कमला.! लेकिन हम हमेशा कुछ न कुछ नया करते आए हैं। और इसीलिए आज प्यार की इस लक्ष्मण रेखा को हम दोनों पार करेंगे। आज हमें एक होना है, बिल्कुल नए तरीके से, नए अंदाज में..खुले आसमान के नीचे.. इन जीव जंतु और पशु पक्षियों के सामने जो हमारी इस सुहागरात के गवाह बनेंगे..!"

" नहीं राजन..! यह असंभव है। और गलत भी है। मैं अपनी मम्मी और पापा को क्या जवाब दूंगी। दोस्त रिश्तेदारों और दुनिया से क्या कहूंगी । तुम मेरे प्यार हो राजन। तुम ऐसा नहीं कर सकते..!"

"पागल न बन कमला। मोहब्बत की थ्योरी बहुत पढ़ चुके हैं हम..! लेकिन अब प्रैक्टिकल करना है हमें..! इसलिए व्यर्थ में डर मत और जो हो रहा है, उसे होने दे। और यह तो जानती ही है तू, कि मैं तुझसे बेइंतहा प्यार करता हूं और तुझसे शादी भी करना चाहता हूं, फिर ये दूरी क्यों..? डियर, आज मेरा दिल कर रहा है, कि मैं शादी से पहले ही मोहब्बत का एक प्यारा सा तोहफा तुझको भेंट करूँ।। और एक प्रेमिका अपने प्रेमी के दिए इस तोहफे को भला अस्वीकार कैसे कर सकती है..?" यह कहते हुए राजन ने उसके जिस्म से उसके कपडों को अलग कर दिया।

कमला चींखने को हुई, लेकिन तभी राजन ने उसके मुंह को कस कर दबा दिया और बोला, "देख डियर, अगर तू चीखेगी तो चौकीदार आ जाएगा। और वो भी इस समय शराब के नशे में है। इसलिए वो भी तेरे साथ वही सब कुछ करेगा जो हमने आपस में करना है। लेकिन अगर उसने तेरे जिस्म को हाथ भी लगाया, तो मैं यह बर्दाश्तनही कर पाऊंगा और उसका खून कर दूंगा । इसलिए फैसला अब सिर्फ तेरे हाथ में है, कि तू ये खून खराबा चाहती है, या मेरा मुकम्मल प्यार ..!" यह कहते हुए उसने उसके मुंह से अपना हाथ हटा लिया। और फिर एक भद्दी सी हंसी हंसते हुए बोला, " सो मेरी जान। लेट्स कम एंड कोऑपरेट मी..!"

लेकिन उसकी इतनी गंदी बातों को सुनकर कमला किसी भूखी शेरनी की
भांति उस पर टूट पड़ी और उस पर प्रहार करती हुए उसके सीने में अपने दांत गड़ा दिए, और उसके जिस्म से उसका मांस नोच डाला!

दर्द से बिलबिलाते हुए राजन ने गुस्से में आकर पास में ही रखी एक ईंट उसके सर पर दे मारा, जिसके कारण थोड़ी देर में ही उसका प्राणान्त हो गया..!
:congrats: for new story... kya baat hai swati.. story suru bhi kar di aur hume bulaya bhi nahi :D
:reading:
 

Naina

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:congrats: बहुत जबर्दस्त कहानी है........ प्यार, हवस और कत्ल
देखते हैं इसका प्रायश्चित कैसे होगा

वैसे राधा भी तो घर पर अकेली है

इंतज़ार है अगले अपडेट का
Par aapki story update kya hua... jaldi hi update dene Ki koshish kijiye kahin firefox420 saheb badak na jaye ju pe :D
 

Naina

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Kamla aur Rajan... :sigh: harkaton se to Rajan playboy type lag raha hai jisne Kamla ko fassa liyaaur aaj uska upyog karne aaya tha..
Daant gada diya seene mein :scared: par accha tha bachaw mein kuch to karna hi tha...
Kalma bhootni an ke Rajan ko bahut pareshan karegi.... :approve:
Nice start aage dekhte hai kya hota hai
ek se story likho toh dusre se revo do... Kamal ki baat hai na :D
 
Last edited:

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"यह क्या कर रहे हो राजन..? और कहां ले आए हो तुम मुझे..? इस निर्जन स्थान पर मुझे बहुत डर लग रहा है..!" कमला ने राजन की निगाह में वासना की लकीरों को देखते हुए कहा।

राजन बोला, " तुम्हें इतिहास से प्रेम है, लेकिन हमारे भारत के इतिहास में प्रेम के बहुत सारे अनोखे किस्से हैं। लेकिन प्रेम के किस्से मशहूर तभी होते हैं जब वे अधूरे हो, उनमें दर्द हो, कुछ अनोखापन हो, कोई सनक हो या अतृप्त प्रेम हो।"

" मुझे कुछ समझ में नहीं आ रही है तुम्हारी बात, कि तुम क्या कहना चाहते हो..?" कमला ने कहा।

"कमला, हम इस ऐतिहासिक अत्यंत पुरानी वीरान हवेली के चारो ओर दूर दूर तक फैली इन बड़ी बड़ी झाड़ियों के बीच इस निर्जन स्थान में अपनी सुहागरात का रिहर्सल करेंगे और अपने इस बेहद हसीन पलों का एक बेहतरीन वीडियो भी बनाएंगे। शादी तो ज़ब होगी तब होगी, पर मोहब्बत का असली आनन्द हमेशा शादी से पहले ही मिलता है, शादी के बाद नहीं..! और इसीलिये मैं तुम्हें यहां लाया हूँ मॉय डियर..!"

"क्या बक रहे हो तुम..? और यह कैसी गंदी बातें बोल रहे हो..? मुझे
ऐतिहासिक इमारतों से लगाव है। सुनसान जगहों से प्रेम है। वीरानियां मुझे अच्छी लगती है। लेकिन इसका मतलब यह नहीं है कि तुम इस वीरान स्थान में मेरे अकेलेपन का फायदा उठाओ। तुम ऐसा नहीं कर सकते। हम एक दूसरे को प्यार करते हैं और हमें अपनी मर्यादा कि सीमा का उल्लंघन नहीं करना चाहिए।"

"कमला मुकम्मल प्यार तभी होता है, जब दो जिस्म एक हो जाते हैं। देखो कमला। यहां दूर दूर तक मेरे और तुम्हारे सिवा और कोई नहीं है..! और मौसम भी आज कितना हसीन है। रात्रि का पहला प्रहर..! चारो ओर सन्नाटा .! पंछी अपने घरों में लौटने को हैं। और इस हवेली का गार्ड मुर्गे और शराब की दावत उड़ा कर मदहोशी के आलम में है। इसलिए ये व्यर्थ की बातें छोड़ो और शर्म हया की दीवारों को तोड़कर मेरी बाहों में आओ और मेरे जिस्म में लगी आग को बुझा दो। हमारे प्यार को अमर बना दो।"

" तुम शायद पागल हो गए हो, क्योंकि तुम नहीं जानते कि तुम क्या कह रहे हो.? और तुम्हें यह भी नहीं मालुम, कि इसका अंजाम क्या होगा..? इसलिए होश में आओ राजन और हमारे इस मुकम्मल प्यार का अपमान ना करो।"

"पागल मैं नहीं बल्कि पागल तू हो गई है। तुझे मालूम भी है कि मुकम्मल प्यार किसे कहते हैं..? मुकम्मल प्यार उसे कहते हैं, जब दो जिस्म एक हो जाते हैं। दो जाने एक हो जाती हैं। और दो दिलों की धड़कनें एक दूजे में समा जाती हैं..!" ये कहते हुए राजन ने कमला को अपनी बाहों में भर लिया और उसके रसीले होठों को चूसने लगा।

"नहीं राजन नहीं..! तुम ऐसा कैसे कर सकते हो..? तुम मुझे प्यार करते हो और मैं भी तुम्हें प्यार करती करती हूं। लेकिन प्यार की भी एक मर्यादा होती है, एक सीमा होती है, लक्ष्मण रेखा होती है। इस रेखा को पार न करो राजन..!"

"तुम्हारा कहना बिल्कुल सही है कमला.! लेकिन हम हमेशा कुछ न कुछ नया करते आए हैं। और इसीलिए आज प्यार की इस लक्ष्मण रेखा को हम दोनों पार करेंगे। आज हमें एक होना है, बिल्कुल नए तरीके से, नए अंदाज में..खुले आसमान के नीचे.. इन जीव जंतु और पशु पक्षियों के सामने जो हमारी इस सुहागरात के गवाह बनेंगे..!"

" नहीं राजन..! यह असंभव है। और गलत भी है। मैं अपनी मम्मी और पापा को क्या जवाब दूंगी। दोस्त रिश्तेदारों और दुनिया से क्या कहूंगी । तुम मेरे प्यार हो राजन। तुम ऐसा नहीं कर सकते..!"

"पागल न बन कमला। मोहब्बत की थ्योरी बहुत पढ़ चुके हैं हम..! लेकिन अब प्रैक्टिकल करना है हमें..! इसलिए व्यर्थ में डर मत और जो हो रहा है, उसे होने दे। और यह तो जानती ही है तू, कि मैं तुझसे बेइंतहा प्यार करता हूं और तुझसे शादी भी करना चाहता हूं, फिर ये दूरी क्यों..? डियर, आज मेरा दिल कर रहा है, कि मैं शादी से पहले ही मोहब्बत का एक प्यारा सा तोहफा तुझको भेंट करूँ।। और एक प्रेमिका अपने प्रेमी के दिए इस तोहफे को भला अस्वीकार कैसे कर सकती है..?" यह कहते हुए राजन ने उसके जिस्म से उसके कपडों को अलग कर दिया।

कमला चींखने को हुई, लेकिन तभी राजन ने उसके मुंह को कस कर दबा दिया और बोला, "देख डियर, अगर तू चीखेगी तो चौकीदार आ जाएगा। और वो भी इस समय शराब के नशे में है। इसलिए वो भी तेरे साथ वही सब कुछ करेगा जो हमने आपस में करना है। लेकिन अगर उसने तेरे जिस्म को हाथ भी लगाया, तो मैं यह बर्दाश्तनही कर पाऊंगा और उसका खून कर दूंगा । इसलिए फैसला अब सिर्फ तेरे हाथ में है, कि तू ये खून खराबा चाहती है, या मेरा मुकम्मल प्यार ..!" यह कहते हुए उसने उसके मुंह से अपना हाथ हटा लिया। और फिर एक भद्दी सी हंसी हंसते हुए बोला, " सो मेरी जान। लेट्स कम एंड कोऑपरेट मी..!"

लेकिन उसकी इतनी गंदी बातों को सुनकर कमला किसी भूखी शेरनी की
भांति उस पर टूट पड़ी और उस पर प्रहार करती हुए उसके सीने में अपने दांत गड़ा दिए, और उसके जिस्म से उसका मांस नोच डाला!

दर्द से बिलबिलाते हुए राजन ने गुस्से में आकर पास में ही रखी एक ईंट उसके सर पर दे मारा, जिसके कारण थोड़ी देर में ही उसका प्राणान्त हो गया..!
So yeh rajan tharki nikla... garmi kuch zyada hi ufan pe hai isliye control na kar paya....
le gayi bhains pani mein.. tharkpan ke chalte starting mein hi heroine ko maar dala :D
lagta hai ab kamla bhootni banke aayegi rajan ki band bajane :D
Let's see what happens next
Brilliant update with awesome writing skills swati :yourock: :yourock:
 
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