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Incest बाली उमर के कच्चे निम्बू।

Ambaniadani

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Very nice update
 

Sanju@

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कोमल ने एक बार भी उसको पलट कर नही देखा।

अब आगे-

कोमल अपने बैग को रूम में रखकर सीधे बाथरूम की तरफ भागी उसका दिल आज बड़ी ज़ोर से धड़क रहा था वो बाथरूम में गई और अपनी लेगिंग को नीचे सरका कर वेस्ट्रन कमोड पर बैठ गई चूत पूरी भीगी हुई थी अपने ही जूस से उसका ध्यान अपने हाथ की तरफ गया जो अभी भी मुठ्ठी की शक्ल में बंद था उसने अपनी मुट्ठी को खोल कर देखा मुठ्ठी के खुलते ही एक मदहोश करने वाली गंध उसके नथुनों में समा गई।
गंध बहुत कसेली थी उसकी आँखों के सामने बस का नज़ारा घूम रहा था कैसे उसने अपने हाथ में एक अनजान पुरुष का लिंग पकड़ रखा था और हवस के अतिरेक वो उसके लिंग से निकले पानी को ही कैसे उसके लिंग पर मल रही थी हाथ पर अभी भी अनजान व्यक्ति के लिंग से निकला प्रिकम लगा हुआ था।

बस में हुई घटना का ख्याल आते ही कोमल के जिस्म में तरंगे उठने लगी वो अपनी आंखें बंद किये पूरी घटना को याद कर रही थी और जैसे जैसे समय आगे बढ़ रहा था उसकी ठरक भी बढ़ती जा रही थी।

वो बाथरूम में पेशाब करने आई थी पर पेशाब तो तब निकलता जब चूत पर आई सूजन कुछ कम होती कोमल की चूत के दोनों होंठ सूज कर फुले हुए थे और आपस में बिल्कुल चिपक गए थे अब उसको ऐसा लग रहा था कि उसको बस में अपने आप को रिलैक्स होने देना चाहिए था पर भीगी हुई लेगिंग को वो कैसे छुपाती उसका मन बड़ा विचलित था।

जिस हाथ में उसने लिंग पकड़ा हुआ था उस हाथ की उंगलियों को वो एक दूसरे पर रगड़ रही थी बढ़ती ठरक में कब उसका हाथ उसकी नाक तक पहुंचा उसको खुद पता नही चला पर अपने हाथ से निकलती लिंग की महक को वो लंबे लंबे सांस लेकर अपने फेफड़ो तक पहुंचा रही थी अब उसको ये गंध अच्छी लग रही थी।

कोमल ने अपने हाथ पर लगे प्रेम रस को अपने होंठो पर रगड़ना शुरू किया और अपनी जीभ को अपने होंठो पर फेरने लगी प्रेम रस का स्वाद उसको इतना भाया की कुछ ही देर में वो अपने हाथ को ऐसे जीभ निकालकर चाट रही थी जैसे पालतू कुतिया अपने मालिक के पैरों को चाटती है अपने हाथ पर लगे प्रेम रस को उसने कुछ ही पलों में अपने पेट तक पहुंचा लिया पर जीभ को अब और चाहिए था पर अब उसके हाथ से सारा जूस उसके पेट में पहुंच चुका था।

अब कोमल को एहसास हो रहा था कि अगर वो लड़के का जूस अपनी पैंटी में निकलवा लेती तो उसके पास अपनी ठरक को शांत करने के लिए काफी वीर्ये होता पर वो समय अब निकल चुका था।

तभी उसको ध्यान आया कि लंड को उसने अपनी गाँड पर भी रगड़ा था वो तुरंत कमोड से खड़ी हो गई और अपनी लेगिंग को अपने पैरों से निकालकर उसकी पलटा और उसका पिछला हिस्सा देखने लगी।

अभी कुछ देर पहले का ही सीन था इसलिए उसको वीर्ये के कुछ अपने लेगिंग के बीच दिख गए पर वो कपड़े ने सोख लिए थे कोमल ने लेगिंग के गीले हिस्से को अपने मुंह में भर लिया और उसको चूसने लगी।

हाय ये ठरक क्या क्या करवा देती है अभी कुछ देर पहले जो कपड़ा उसकी गाँड को ढके था अब वो उसके मुँह में था और वो उसको ऐसे चूस रही थी मानो उसमे से शहद खींच रही हो।

उसका एक हाथ अब तक उसकी चूत के सूजे हुए होंठो तक पहुंच गया था और उसकी उंगलियों ने अपनी चूत पर अत्याचार करना शुरू कर दिया था

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कोमल की आंखे बंद थी और वो बस में हुए हादसे के बारे में सोचती हुई अपनी लेगिंग को अपने मुँह में दबाए अपनी छोटी सहेली को पीट रही थी उसके दिमाग में बार बार ये खयाल आया रहा था कि लेगिंग को नीचे करते हुए हाथों को अगर वो ना रोकती वो ज़ुल्मी मोटा लौड़ा उसकी गाँड में कितनी तोड़फोड़ करता और शायद मौका मिलता तो उसकी चूत को भी चीर देता क्या उसको उसे अपनी मनमानी करने देनी थी या उसने उसको रोक कर सही किया।

दिमाग बोल रहा था कि उसको रोकना सही था पर ठरक बोल रही थी कि जो हो रहा था हो जाने देना था चूत तो होती ही चुदने के लिए है।

एक ना एक दिन तो उसको चुदना ही है तो वो अपनी जवानी को क्यों बर्बाद करे।

और उसकी सहेली सुनीता भी तो कितनो से चुद चुकी है शायद सुनीता अपनी जगह सही है वो अपनी जवानी को भरपूर एन्जॉय कर रही है और अपनी चूत को तो बस अपने हाथ से ही रगड़ते रहो।

उसके दिमाग की बत्ती जली कोमल कब तक अपने फिंगर प्रिंट मिटाती रहेगी अब चूत की आग इन पतली उंगलियों से नही मिटेगी।

अब अपनी छोटी सहेली के लिए किसी तगड़े लंड का जुगाड़ कर।
तगड़े लंड का खयाल आते ही उसे बस वाले लड़के की तस्वीर दिखने लगी।

हाय कितना मोटा था उसका मेरे हाथ में भी नही आ रहा था चूत को तो चीर के रख देगा।

बस वाले लड़के के बारे में ये गंदी बाते सोचते ही कोमल की चूत से चिंगारियां निकलने लगी अपनी चूत को उसने अपनी मुट्ठी में भींच लिया उसके पैर कांपने लगे और वो खड़े खड़े ही झड़ने लगी।

अपनी चूत को मुठ्ठी में दबाए हुए वो कमज़ोर होते पैरों से कंमोड पर बैठ गई।

चूत के होंठो को खुलने की जगह मिलते ही उसकी चूत से गरम पेशाब की धार उसके हाथ को भिगोने लगी वो अपने गर्म पेशाब को अपनी चूत पर रगड़ने लगी और पेशाब की गर्माहट ने एक बार फिरसे उसे झड़ने पर मजबूर कर दिया।

कोमल का जिस्म दो बार चरमसुख पाकर एकदम ढीला पड़ गया वो कंमोड पर ऐसे ढेर हो गई जैसे उसकी आत्मा ने उज़के जिस्म का साथ छोड़ दिया हो।
5 मिनट बाद उसने अपनी नशीली पलको को खोला अब तक उसकी काफी एनर्जी वापस आ गई थी।

लेगिंग का कपड़ा अब भी उसके मुँह में था और उसका हाथ चूत को ऐसे भींचे हुए था कि जैसे वो तितली हो हाथ हटाते ही जैसे उड़ जायेगी।

कोमल ने उठकर स्नान किया और अपने जिस्म पर टॉवल लपेटकर अपने रूम की तरफ बढ़ गई।
अपने रूम में जाकर वो आईने के सामने खड़ी होकर अपने अक्स को आईने में देखने लगी जिस्म के संतुष्ट होने के पश्चात चेहरे पर अलग ही ग्लो था।
धीरे से उसने अपनी टॉवल की नॉट खोली और उसको आज़ाद कर दिया

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एक ही पल में टॉवल उसके पैरों में पड़ी थी।
Behtrin update
 

Sanju@

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"ठीक है बुआ आपका बहुत धन्यवाद।

"ऐसा मत बोलो अमन तुमने मुझे वो खुशी दी है जिसको में भूल चुकी थी।
इनफैक्ट मुझे तो औरत होने का एहसास भी होना बंद हो गया था थैंक्स तो मुझे तुमको बोलना चाहिए मुझे इतना खुश करने के लिए।

कामनी ने सीटबेल्ट हटा कर अमन के गाल को चूमते हुए कहा।

"ओऊ बुआ लव यू

"लव यू टू डिअर घर आने वाला है तुम रागनी भाभी से बचकर सीधा अपने रूम में जाना में तुमसे थोड़ी देर में मिलूंगी।

"ठीक है बुआ जैसे आप सही समझे।

अमन कार को पार्किंग में पार्क करता हुआ बोला।

कामनी पहले घर में गई और रागनी को किचन में काम करता देखकर अमन को मैसज करती है।

#रास्ता साफ है जल्दी जाओ रूम

अमन कामनी के पीछे पीछे अपने रूम में पहुंच गया

"लो बेटा ये दवाई खा लो और आराम करो।
कामनी ने अपने भतीजे को पेनकिलर दी और गिलास में पानी।

"थैंक्स बुआ

अमन कामनी के हाथ से गिलास लेता हुआ बोला।

दवाई खा कर अमन ने बुआ को अपनी बांहों में भर लिया।

"क्या कर रहा है अमन छोड़
अपने भतीजे की बांहों में मचलती हुई कामनी बोली।

"अपनी बुआ को प्यार कर रहा हूँ।

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छटपटाहट में कामनी के कंधे से पल्लू सरक गया।
और अमन की बुआ की छातियों के बीच की लकीर दिखने लगी।

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गुदाज़ उभारो को देखकर अमन ने अपनी बुआ को ज़ोर से भींच लिया।
गाँड पर लौड़े की दस्तक ने कामनी को अपने होंठ गोल करने पर मजबूर कर दिया।

"सीईईई बेटा गेट खुला है कोई आ जायेगा और अभी तेरा छोटा सिपाही भी घायल है।

"आआह बुआ घायल शेर तो और भी खूंखार हो जाता है।
अमन अपनी बुआ के नंगे कंधे को चूमता हुआ बोला

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"एक मिनट रुक गेट तो बंद करने दे।

"जल्दी बंद करके आओ
अमन बिस्तर पर बैठता हुआ बोला।

कामनी गेट की तरफ गई और बाहर निकलकर अमन को बोली।

"अभी आराम करो शाम को मिलूंगी।

और इतना बोलकर सीधे सीढ़ियों से नीचे भाग गई।
अमन अपनी बुआ की चालाकी को समझ नही पाया।

"साली कुतिया

कामनी को नीचे आता देख रागनी ने अमन को पूछा।

"अमन कँहा है कामनी।

"अपने रूम में है भाभी।

"अमन जाओ सोनम की छुट्टी होने वाली है उसको लेकर आओ।
रागनी ने अमन को पुकारा।

अपनी माँ का आदेश सुनकर अमन की झांट जल गई।
"घर में बाद में आओ साला काम पहले तैयार मिलता है।

"अभी जाता हूँ माँ।

अमन कुछ देर तक ऐसे ही लेटा हुआ गोरी के बारे में सोचता रहा क्या हाल होगा उसका कंही उसके होंठो को देखकर उसकी बहन पुर्वा को ना पता चल जाये।
अगर उसने पुर्वा को बता दिया तो क्या होगा।
नही वो पुर्वा को नही बतायेगी इतनी समझदार तो है गोरी।

अमन अभी अपनी सोंचो में ही गुम था कि तभी रागनी ने दोबारा उसको आवाज़ दे दी।
अमन झुंझलाता हुआ उठा और नीचे की तरफ चल दिया नीचे जाकर उसने स्कूटी की चाबी उठाई और रागनी की नज़रों से बचते हुए घर से बाहर निकल गया।
सोनम के स्कूल के रास्ते में भी उसके दिमाग में सिर्फ गोरी ही घूम रही थी स्कूल पहुंच कर उसको एहसास हुआ कि वो सही में लेट हो गया था स्कूल में कोई नही था सिर्फ एक चपरासी बाहर झाड़ू लगा रहा था।
उसका मथ्था घूम गया कि अब सोनम को कहां ढूंढे उसने चपरासी से मालूम किया।

"बेटा एक लड़की शायद रेस्ट रूम में बैठी है तुम वंहा जाकर देख लो ओर शायद एक लड़का भी है।

खंखारती आवाज़ में चपरासी ने रेस्ट रूम की तरफ इशारा किया।

अमन ने सोचा शायद कोई और पेरेंट भी लेट हो गए होंगे जिनका बेटा भी अभी घर नही गया होगा।
घास पर चलते चलते अमन रेस्ट रूम के सामने पहुंच चुका था।
रेस्ट रूम की खुली खिड़की के अंदर देखते ही अमन के पैरों तले जमीन खिसक गई।

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सोनम घुटनो पर बैठी थी एक लड़का उसके सामने टेबल पर बैठा था उसकी पैंट की चैन खुली थी जिसमे से लड़के का औसत साइज का लिंग बाहर निकला हुआ था जिसको सोनम ने अपने हाथ से पकड़ रखा था और अपनी जीभ निकाले उसको चाट रही थी।
अपने सामने चलते दृश्ये को देख अमन के तन बदन में आग लग गई।
जिसको सब घर वाले आज तक छोटी गुड़िया समझते है उसका ये रूप देखकर अमन को सदमा लगा क्या होगा आजकल के बच्चों का।

अमन जल्दी से अंदर जाकर सब रोक देना चाहता था पर उसके दिमाग में संकेत उभरा की देखो तो सही ये लोग किस सीमा तक आगे बढ़ते है।
अपनी गुड़िया सी नाज़ुक बहन को ये सब करता देख उसकी आंखें नम हो गई थी पर वो खामोश खड़ा अंदर चलता किर्या-कलाप देख रहा था।
दो ही मिनट हुए थे कि लड़के ने सोनम को खड़ा कर दिया लड़के की नुंनी 90 अंश के कोण पर खड़ी हुई थी।
सोनम जैसे ही खड़ी हुई बाहर खड़े अमन की आंखे चुंधिया गई।नीचे से सोनम की चढ्ढी नीचे घुटनो तक खिसकी हुई थी और उसकी बालो रहित बिल्कुल क्लीन चूत अपने होंठो को आपस में चिपकाये हुए मुस्कुरा रही थी।

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बिल्कुल गुलाबी रंग था सोनम का उसकी चूत को देखकर पता चलता था कि शायद उसपर अभी बालो का आगमन शुरू भी नही हुआ होगा।
कुछ पल के लिए तो अमन भूल गया कि वो जिस चूत को आंखे फाड़े निहार रहा है वो उसकी सगी छोटी बहन की है।

बाहर खड़े अमन का जो हाल था बिल्कुल वही हाल अंदर खड़े लड़के का था उसने धीरे से हाथ बढ़ा कर सोनम की चूत पर अपनी उंगली रखी और उस प्यारी सी तितली के पंखों को खोलने लगा उस प्यारी तितली ने जैसे ही अपने पंखों को फैलाया अमन के मुँह से लार टपक गई।
अभी थोड़ी देर पहले जो भाई अपनी बहन की हरकत देखकर दुखी था वो अब अपनी बहन के नाज़ुक जिस्म को देखकर अपनी आंखें सेक रहा था लड़का नीचे बैठ गया और उसने अपनी जीभ को बाहर निकाल कर सोनम की मखमली चूत को चाट लिया अपनी नाज़ुक कली पर जीभ का स्पर्श सोनम के पैरों को हिलाने के लिए काफी था।
लड़के को ये किर्या इतनी पसंद आई कि उसने सीधा अपने खुले होंठो में पूरी चूत को पकड़ कर चूसना शुरू कर दिया।
सोनम कंपकपाने लगी तभी अमन को बाहर का गेट बंद होने की आवाज़ आई।
उसके दिमाग ने उसको वापस धरातल पर ला पटका दिमाग तुरंत सक्रिय हुआ अब शायद चपरासी ने झाड़ू लगा कर गेट बंद कर दिया है वो अब शायद इसी तरफ आएगा।

अमन साइड से निकलकर सीधा रूम के अंदर दाखिल हुआ और गरजते हुए लड़के को कॉलर से पकड़ कर उसके चेहरे पर थप्पड़ों की बरसात करने लगा।

लड़का और सोनम बिल्कुल समझ नही पाए कि अचानक ये आफत कँहा से आ गई सोनम ने जल्दी से अपने ड्रेस को नीचे किया और अपनी पैंटी को ऊपर सरकाया।

"भइय्या प्लीज् उसे छोड़ दो।
इतना ही निकला था उसके मुँह से की अमन का लहराता हुआ हाथ सीधा उसके गाल को लाल करता चला गया।

अमन का हाथ लगते ही सोनम का गुलाबी गाल पूरा लाल हो गया।

"कौन है ये और कब से चल रहा है ये सब।
अमन के मुँह से घुर्राहट निकली।

"भइय्या ये दोस्त है मेरा प्लीज् माफ करदो हमे।
सोनम की आंखों से टपकते आँसू ने अमन के हाथ को ढीला कर दिया।

"सुन चूतिये आज के बाद अगर तुझे सोनम के आस पास भी देखा तो मुझसे बुरा कोई नही होगा।
अमन घुर्राता है।

"भइया मुझे माफ़ करदो में कसम खाता हूँ आज के बाद में सोनम से नही मिलूंगा।
लड़के की बुरी तरह गाँड फटी थी।

अमन ने सोनम का हाथ पकड़ा और खींचता हुआ रूम से बाहर निकल गया।

"अपने आँसू साफ करो सोनम कोई देखेगा तो क्या कहेगा।

"भइय्या प्लीज् माफ करदो मुझसे गलती हो गई प्लीज् माफ करदो।
सोनम की आंखों से लगातार आँसू टपक रहे थे।
अमन और सोनम अब स्कूल के गेट तक आ गए थे अमन ने उसका हाथ छोड़ा और प्यार से बोला।

"सुनो मेरी गुड़िया हम इसके बारे में बाद में बात करेंगे मेने तुम्हे माफ कर दिया मगर सोंचो अगर मम्मी पापा को पता चल गया तो तुम्हारा क्या होगा।
फिर में भी तुम्हे नही बचा पाऊंगा।
और हो सकता है तुम्हारी स्कूल आना भी बंद हो जाये।

"प्लीज् भइय्या मुझे बचा लो प्लीज् में पढ़ना चाहती हूँ प्लीज्।
सोनम की आंखों से लगातार आँसू बह रहे थे।

"सुनो जैसा में कहुँ बिल्कुल वैसा ही करना मेरा वादा है तुम्हे कोई कुछ नही कहेगा।

"भइय्या जैसा आप कहोगे में वैसा ही करूंगी पर प्लीज् मुझे बचा लो।

"चलो अब रोना बंद करो आँसू साफ करो और स्कूटी पर बैठो।

अमन सोनम को लेकर स्कूल से निकल गया था पर पीछा खड़ा चपरासी दोनों को बड़ी गहरी नज़रों से देख रहा था।

अमन ने स्कूटी को आईस्क्रीम पार्लर के सामने रोका और अंदर की तरफ बढ़ गया।
वो अभी इस हालत में सोनम को घर नही ले जाना चाहता था सोनम काफी डरी हुई थी और उसका पूरा चेहरा आंसुओ से भीग गया था।

"भइय्या घर चलो मुझे नही खानी आइसक्रीम।

"अपनी हालात देखो इस हालत में घर गए तो सबको पता चल जायेगा।
जाओ वाशरूम जाकर अपना चेहरा धो लो।

"मुझे सुसु आ रहा है भइय्या आप घर चलो।

"सुनो गुड़िया पहले अपनी थोड़ी हालात ठीक करलो फिर हम घर चलते है।
और सुसु वाशरूम में कर लेना अब जाओ।

"आप भी चलो मुझे डर लग रहा है।
सोनम घबराई हुई थी उसकी ऐसी थी जैसे अभी फिरसे रो देगी।

"चलो देखो वो रहा टॉयलेट तुम जाओ में बाहर ही हूँ।

अमन बाहर खड़ा इंतज़ार करने लगा तभी उसे अंदर से shhhhhhhhh की तेज़ आवाज़ सुनाई दी अमन को समझते देर नही लगी कि सोनम ने काफी देर से पेशाब रोक रखा था।

कुछ देर बाद सोनम बाहर निकली फिर अमन ने उसका हाथ-मुँह धुलवाया और पार्लर में वापस ले आया।
आज पार्लर में काफी भीड़ थी अमन ने चारों तरफ तरफ घूम कर देखा पर कोई सीट खाली नही थी बस एक कार्नर सीट खाली थी अमन ने वंहा काम करते एक लड़के को बुलाया।

"क्या बात है भाई आज बड़ी भीड़ हो रही है बैठने को जगह मिलेगी या नही।

लड़के ने अमन को देखा फिर एक नज़र सोनम की तरफ देखा और बोला।

"क्या साब इतनी छोटी लड़की को लिए घूम रहे हो किसी ने देख लिया तो पंगा हो जायेगा वैसे मेरे पास एक सेपरेट जगह है अगर आप कुछ ज़्यादा खर्च कर सको तो ऊपर एक रूम है मगर मुझे नही लगता इतनी छोटी लड़की के साथ आप कुछ कर पाओगे।

अमन समझ गया कि वो शायद सोनम को उसकी गर्लफ्रैंड समझ रहा है।
अमन ने 200 का नोट निकाल कर उसके हाथ में दिया।

"नही साब इतने में कुछ नही हो सकता।

अमन ने 300 और दिए लड़का बोला।

"चुपचाप मेरे पीछे आओ।

अमन सोनम का हाथ पकड़ कर उसके पीछे चल दिया अंदर की तरफ जाकर सीढ़ियों से ऊपर जाकर एक छोटा सा रूम था ऐसा लगता था जैसे ये रूम वर्कर्स के सोने के लिए बनाया गया हो।
अभी अमन रूम को देख रहा था कि पीछे से आवाज़ आई।

"साब सिर्फ 20 मिनट है आपके पास और हाँ शोर नही होना चाहिए वरना मेरी नोकरी भी जा सकती है।

"ठीक है हमें सिर्फ बात ही करनी है तुम दो कॉर्न ला दो वनीला फ्लेवर।

उसके जाने के बाद अमन सोनम को बैठने का इशारा करता है सोनम काफी डरी हुई थी उसकी समझ नही आ रहा था कि कुछ ही पलों में उसकी जिंदगी कैसे बदल गई थी वो चुपचाप अमन के इशारे को समझ कर बैठ गई।

"सुनो गुड़िया तुम्हे घर वालो की मार से बचना है और अपना स्कूल भी जारी रखना है तो जो भी में पूछू सबकुछ सच सच बताना अगर तुमने झूट बोला तो फिर मुझसे किसी भी मदद की उम्मीद मत रखना।

सोनम अपना सिर झुकाए अपने भाई की बात सुन रही थी।

"तो बताओ वो लड़का कौन था।

"वो मेरा सीनियर है भैया उसका नाम प्रशांत है।

"तुम दोनों के बीच ये सब कब से चल रहा है और क्या क्या कर चुके हो तुम।

सोनम ने लाचार नज़रों से अमन की तरफ देखा।

"देखो सोनम जब तक तुम मुझे सब कुछ नही बता देती में तुम्हारी मदद कैसे करूंगा।

"भैया मुझे उससे मिलने को रवि ने बोला था।

"अब ये रवि कौन है।

"रवि भइय्या भी मेरे सीनियर है उनकी बहन प्रीति मेरी क्लास में पढ़ती है मुझे उसने ही रवि भइय्या से मिलवाया था।

"ठीक है प्रीति का भाई रवि है और प्रशांत रवि का दोस्त है तो रवि तुमसे प्रशांत से मिलने को बोला था।

सोनम ने अपनी गर्दन सहमति में हिलाई।


"क्या रवि भी तुम्हारे साथ ये सब करता है जो प्रशांत कर रहा था।



सोनम फिरसे लाचार नज़रों से अमन की तरफ देखती है।



"देखो सोनम हमारे पास वक़्त बहुत कम है तो बेहतर है कि जो में पूछ रहा हूँ उसका जल्दी और सही जवाब दो।

बोलो क्या रवि ने भी तुम्हारे साथ ये सब किया है



"हाँ वो भी करते है पहले उन्होंने ही किया था फिर हमे एक बार प्रशांत भैया ने देख लिया था तो रवि भैया ने उनको भी टीम में शामिल कर लिया था।



"उफ्फ गुड़िया तुम्हे पता भी है तुम क्या कर रही हो और ये टीम क्या है और कौन कौन है इस टीम में।



रवि ने अपना माथा पकड़ लिया।



"भैया इसमें रवि की बहन प्रीति भी शामिल है पर ये बात प्रशांत को नही पता और टीम में बस हम चार ही लोग है।



"तो क्या रवि प्रीति के साथ भी....



"हाँ।

सोनम ने सवाल पूरा होने से पहले ही जवाब दे दिया।



"उफ्फ गुड़िया। अच्छा ये बताओ तुम लोग कँहा तक पहुंचे हो मतलब क्या क्या किया है तुमने।



अमन का सवाल सुनकर सोनम अमन की तरफ सवालिया नज़रों से देखने लगी।



"मतलब रवि और प्रशांत तुम्हारे साथ क्या क्या करते थे।



"वो...वो....बस मुझे प्यार करते थे भैय्या।



"वही पूछ रहा हूँ प्यार कैसे करते थे।



"वो मुझे किस्स करते थे।



"कँहा कँहा किस करते थे साफ साफ बताओ।



सोनम नीचे ज़मीन में देख रही थी।अमन का सवाल सुनकर उसकी आंखें नही उठ रही थी।



"बताओ गुड़िया।



"भैय्या आप घर चलो मुझे बहुत डर लग रहा है प्लीज् मुझे घर ले चलो।



"ठीक है चलो पर कल कोई बात बिगड़ी तो मेरे पास नही आना में बिना पूरी जानकारी के तुम्हे नही बचा पाऊंगा।

इतना बोल कर अमन अपनी जगह से चलने के लिए खड़ा हो गया।

तभी अमन का फ़ोन रिंग करने लगा दूसरी तरफ रागनी थी।



"हेलो अमन बेटा कँहा रह गए तुम।



"बस आने वाले है मम्मी सोनम आइसक्रीम खाने को रुक गई थी आज बहुत भीड़ है पार्लर में आ रहे है 15 मिनट में।



"ठीक है बेटा तुमने खाना भी नही खाया जल्दी आओ खाना बिल्कुल तैयार है।



"ठीक है मम्मी आ रहे है।



इतना बोल कर अमन ने फ़ोन काट दिया।

और सोनम को चलने का इशारा किया।सोनम बेजान कदमो से उसके पीछे पीछे चलने लगी।



कुछ ही देर में दोनों भाई-बहन घर पहुंच गए।अमन ने गेट पर पहुँच कर एक बार फिर सोनम को चेताया।



"कोई बात बिगड़े तो मेरे पास नही आना सोनम में तुम्हे नही बचा पाऊंगा।



सोनम अमन की बात सुनकर जल्दी से घर में चली गई।रागनी ने सबके लिए खाना लगाया आज खाने की टेबल पर सब हल्की फुल्की मज़ाक मस्ती भरी बातें कर रहे थे पर रागनी सोनम की तरफ देख रही थी।हर वक़्त चहचहाने वाली ये चिड़िया आज कंही खोई खोई थी।



"क्या हुआ सोनम क्या स्कूल में किसी से लड़ाई हुई है।



"हुन न..नही तो।



"फिर कहाँ खोई हो खाना भी ठंडा हो रहा है।



"लगता है आज सोनम अपनी सहेलियों से मार खा कर आई है इसलिए इसका पेट भरा है।

रिया ने अपनी राय पेश की।



रिया की बात सुनकर सब हँसने लगे।

सोनम ने जल्दी से अपना खाना खत्म किया और अपने रूम में चली गई।



"क्या बात है अमन क्या हुआ सोनम को स्कूल में तो कोई बात नही हुई।

मातृप्रेम मैं रागनी ने पूछा।



"नही मम्मी दो वनीला कॉर्न खा कर आई है शायद इसलिए पेट भरा हो।

अमन ने बात को टालने की कोशिश की।



खाना खा कर सब अपने कामो में व्यस्त हो गए।अमन को लग रहा था कि सोनम की टेंशन सबको उसकी तरफ अटेंशन कर रही है।



वो सबकी नजर बचा कर कामनी बुआ के रूम में जाता है।

(कामनी और सोनम एक ही रूम शेअर करते है)

कामनी तो पार्लर जा चुकी थी रूम में सिर्फ सोनम ही थी।



"ये तुम क्या कर रही हो सोनम तुम्हारा बेहवः देखकर कोई भी समझ जायेगा कोई गड़बड़ है।

जैसे रोज़ रहती हो वैसे ही रहो हस्ती मुस्कुराती चुलबुली।



"भैया मुझे बहुत टेंशन हो रही है अगर किसी को पता चला तो क्या होगा।



"सुनो मैं भाई हूँ तुम्हारा तुम्हारा बुरा नही चाहूँगा मगर तुम्हारा रवैय्या अगर ऐसा ही रहा तो तुम खुद सबको शक में डाल दोगी।

बेहतर होगा कि मुझे सबकुछ बताओ जो भी तुम्हारे साथ हुआ है और में वादा करता हूं कि सबकुछ ठीक कर दूँगा।



अमन बात कर रहा था और सोनम कंही खोई हुई थी।उसे शायद अमन की आवाज़ ही नही आ रही थी।उसकी हालत को देख कर अमन भी समझ गया था कि वो अभी बात करने की कंडीशन में नही है।



"अच्छा सुनो अब अगर कोई भी पूछे तो कहना कि तुम्हारी तबियत ठीक नही है और रूम में ही रहना ठीक है।



सोनम ने सहमति में गर्दन हिलाई।









दोस्तो फिलहाल तो सोनम की हवा टाइट है।

देखते है आगे क्या होने वाला है।

अपनी राय ज़रूर दे।
बहुत ही कामुक और उत्तेजना पूर्ण अपडेट है
 

Sanju@

Well-Known Member
4,833
19,481
158
"अच्छा सुनो अब अगर कोई पूछे तो कहना तुम्हारी तबियत ठीक नही है और रूम में ही रहना।
ठीक है।

अब आगे-

सोनम की धड़कन हर बीतते लम्हे के साथ बढ़ती जाती थी उसे एक पल भी सुकून नही मिल रहा था।
हर लम्हा उसे एक अनजाने डर ने घेर रखा था घर में किसी के तेज़ आवाज़ में बात करने पर भी उसे डर लग रहा था।

रागनी ने सोनम के रूम में जाकर उसका हाल पूछा सोनम ने अपनी तबियत ठीक ना होने का बहाना बताया।
पर दवाई खाने से भी इंकार कर दिया काफी ज़ोर देने पर उसने बुखार की दवाई ली।
और फिरसे बिस्तर में छुप गई।डर के कारण उसको बुखार तो आ ही गया था।

खैर जैसे तैसे रात गुज़री और नई सुबह नई आफत का पैगाम लेकर आई।
जब सोनम ने अपने पापा को मम्मी से कहते सुना कि जल्दी नाश्ता लगा दो सोनम के स्कूल से फ़ोन आया है कुछ बात करनी है उनको।

इतना सुनते ही सोनम की और हवा टाइट हो गई।
उसको ऐसा लगने लगा जैसे बस अब आफत का बादल उसपर फटने वाला है।उसकी आँखों से आँसू टपकने लगे पर तभी उसे अमन का ख्याल आया उसने अपने आँसू साफ किये और अमन के रूम की तरफ भागी।

अमन अभी अभी दौड़ लगा कर आया था वो अपने जूते निकाल रहा था तभी हांफती हुई सोनम उसके रूम में दाखिल हुई।

"भाई मुझे बचा लो प्लीज् आप जैसा बोलोगे में वैसे ही करूंगी प्लीज् पापा मार देंगे मुझे प्लीज् मुझे बचा लो।

"क्या हुआ सोनम सुनो सुनो पहले होश में आओ।
बताओ मुझे क्या हुआ है।

"भाई पापा के पास फ़ोन आया है स्कूल से वो मुझे मार देंगे।
सोनम लगातार रो रही थी और बिल्कुल पागलो की तरह व्यवहार कर रही थी।

"सोनम सोनम मेरी बात सुनो रिलेक्स हो जाओ पहले रुको में कुछ करता हुँ तुम एक काम करो स्कूल के लिए तैयार हो जाओ में पापा से बात करता हुँ।

"भाई में आपको सबकुछ बताऊंगी पर प्लीज् पापा को नही पता चलना चाहिए।

"जैसे बोला है करो में बात करता हुँ पापा से जाओ तुम स्कूल के लिए तैयार हो जाओ।

अमन ने अपने जूते को वापस पहना और नीचे की तरफ चल दिया।
राज न्यूज़ पेपर पढ़ रहा था अमन को देखकर वो बैठने को बोला।

"क्या बात है पापा आज बड़ी जल्दी ऑफिस जा रहे हो।

"आफिस नही बेटा सोनम के स्कूल से फ़ोन आया था बुलाया है उन लोगो ने बस स्कूल से होते हुए आफिस जाऊँगा।

"क्या बात है स्कूल में क्यों बुलाया है।

"पता नही बेटा मेने पूछा भी था पर उन्होंने कहा आप आ जाओ प्रिंसिपल साब कुछ बात करना चाहते है।

राज की बात सुनकर अमन को तसल्ली हुई कि अभी बात नही खुली है।

"अरे पापा आज तो दिल्ली वाली पार्टी आ रही है आज उनसे फाइनल डील है।
और मुझे गुप्ता जी से भी मिलना है उन्होंने बुलाया था आज।

"बेटा दिल्ली वाली पार्टी की डील तो तुम हैंडल कर रहे हो ना।और गुप्ता तो यंही का है बाद में मिल लेना उससे।

"पापा वो डील फाइनल करने से पहले एक बार आपसे मिलना चाहते है।
बोल रहे थे कि उन्हें खुशी होगी इतने बड़े एम्पायर के मालिक से मिल कर।
और गुप्ता बोल रहा था कि एक बड़ी मछली है पर अकेला हाथ नही डालना चाहता इसलिए हमें साथ लेना चाहता है।

अमन अपने बाप को प्राउड फील करवाकर अपना काम निकालना चाहता था।

"ह्म्म्म

"पापा एक काम करो आप आफिस निकल जाओ।
में गुप्ता से भी मिल लूंगा और सोनम के स्कूल भी चला जाऊँगा और इन दोनों से मिलकर जल्दी ही आफिस आ जाऊंगा।

अमन ने जान बूझ कर स्कूल का नाम सबसे बाद में लिया था ताकि राज के दिमाग में कोई बात ना आये।

"ठीक है ऐसा ही सही रहेगा।

अमन ने बाज़ी मार ली थी।
अपने बाप को बड़े आराम से समझा दिया था उसने।

"सोनम स्कूल के लिए तैयार हो जाओ हम स्कूल जा रहे है।
अमन राज के सामने से उठता है।

अमन की आवाज़ सुनकर सोनम के दिल को तसल्ली हुई।वो जल्दी से अपना स्कूल ड्रेस बदलने लगी।अमन भी अपने रूम में जाकर तैयार हो गया कुछ ही देर में अमन सोनम को ब्लैक कलर की suv में लेकर घर से निकला।
पूरे रास्ते दोनों में कोई बात नही हुई।कुछ ही देर में दोनों स्कूल के अंदर दाखिल हो रहे थे।
कल वाला चपरासी उनको देखकर दौड़ कर अमन के पास आया।

"साब उधर है प्रिंसिपल साब का चेम्बर वो आपका इंतजार कर रहे है।

"सोनम तुम क्लास में जाओ में बात करके आता हूँ।
अमन ने सोनम को क्लास में भेजा और प्रिंसिपल के चेम्बर की तरफ बढ़ गया।

अमन के चेम्बर में जाते ही प्रिंसिपल उसको बैठने का इशारा करता है।चपरासी भी साइड में खड़ा हो जाता है।
कुछ देर में अपना फ़ाइल का काम निपटा कर प्रिंसिपल अमन की तरफ देखता है।

"कैसे है अमन सर् आपके पिताजी नही आये।

"नही सर् उनको इन बेहद ज़रूरी डील फाइनल करनी थी इसलिए नही आ पाए आप मुझसे बात कर सकते है।

"पहले तो हम आपसे माफी चाहते है कि हमारे स्टाफ की गलती से आपको परेशान होना पड़ा।
कल जो घटना स्कूल में घटी थी उज़के बारे में आपसे बात करनी है।

"बताइए क्या बात करना चाहते है।

"देखिए आपके स्कूल से जाने के बाद हमारे काका को कुछ शक हुआ था।
उन्होंने जब प्रशांत पर ज़ोर डाल कर पूछा तो उसने इनको सब कुछ बता दिया।
हमने उसको स्कूल से निकालने का बंदोबस्त कर दिया है।
अगर आप कुछ और चाहते है तो बताइए।
और आगे ऐसी गलती नही होगी बस आपसे एक रिकवेस्ट है कि कोई लीगल एक्शन नही लेना वरना स्कूल बदनाम हो जायेगा।

"देखिए सर् में किसी भी बच्चे का भविष्य खराब नही करना चाहता मगर किसी भी स्कूल के लिए बड़ी शर्मनाक बात है पैरेंट आपके भरोसे अपने बच्चों को स्कूल भेजते है।
आप उसको स्कूल से मत निकालिए बस ये ख्याल रहे कि ये गलती दोबारा नही होनी चाहिए।

"अमन सर् आप बड़े दयालु है आपको पता है कि हमने प्रशांत को स्कूल से निकाल दिया तो कोई भी स्कूल उसका एडमिशन नही लेगा।
जैसा आप चाहते है बिल्कुल वैसा ही होगा।

"एक बार प्रशांत और रवि से बात करना चाहता हूँ।

अमन की बात सुनकर प्रिंसिपल ने चपरासी की इशारा किया।
कुछ ही देर में दोनों लड़के प्रिंसिपल के रूम में थे।

"तुम दोनों को स्कूल से निकाला जा रहा है।
मगर मैं नही चाहता कि तुम्हारा भविष्य खराब हो इसलिए प्रिंसिपल साहब से ऐसा करने को मना कर दिया है।
मगर ये मत समझना कि तुम्हे माफ कर दिया है मेरी नज़र रहेगी तुम दोनों पर अगर आगे तुम सोनम के आस पास भी नज़र आये तो ये मत समझना के स्कूल से निकाले जाओगे फिर में खुद तुम्हारा इलाज कर दूंगा।

लड़को से बात करने के बाद अमन प्रिंसिपल की तरफ मुख़ातिब हुआ

"एक बात का और ख्याल रखियेगा सर् इस बात को यंही खत्म कर देना आगे ये बात किसी और के मुँह से ना सुनु में।
अमन टेबल से खड़ा होता हुआ बोला।

प्रिंसिपल के चैम्बर से निकलकर अमन सोनम के क्लास की तरफ बढ़ा और सोनम को बुला कर उसको बोला।

"देखो मेने सब कंट्रोल कर लिया है अब तुम ये खयाल रखना के ऐसा दोबारा ना हो अगर तुम्हारे मन में कोई भी बात हो तो मुझसे शेअर कर सकती हो में सिर्फ तुम्हारा भाई नही दोस्त भी हूँ।
सुनो किसी भी टॉपिक पर मुझसे बात कर सकती हो इनफैक्ट सेक्स पर भी।
अब मुझे ऑफिस जाना होगा छुट्टी में आऊंगा तुम्हे लेने।

"थैंक्स भाई

अमन ऑफिस की तरफ निकल गया।

ऑफिस में सब अमन का ही इंतज़ार कर रहे थे।
पार्टी के कुछ इशु थे जिनको क्लियर कर लिया गया अब डील फाइनल मोड पर थी कुछ और औपचारिक बात करने के बाद इस बड़ी डील को फाइनल कर लिया गया।
राज अपने बेटे की कॉन्विनसिंग पावर का कायल हो गया अमन के आने के बाद उसको एक बार भी ऐसा नही लगा के डील कैंसिल हो सकती है।

अमन के अंदर किसी को भी कन्विंस करने के गड्स थे वो अपनी बातों के मायाजाल में सामने वाले इंसान को ऐसा सम्मोहित करता था कि बिगड़ी बात भी बना देता था।

अमन का मन नही लग रहा था ऑफिस में उसने कामनी बुआ को कॉल लगाई।
कुछ ही देर में फ़ोन से कामनी की मधुर आवाज़ बाहर निकली।

"हेलो बुआ अमन बोल रहा हूँ केसी है आप।

"हेलो अमन में ठीक हूँ तुम बताओ क्या आ रहे हो पार्लर।

"बुआ मेने गोरी के लिए फ़ोन किया था केसी है अब वो।

"ठीक है वो अब लेकिन अभी आराम कर रही है आजाओ यंही आकर मिल लेना गोरी से भी।

"नही बुआ अभी आ नही पाऊंगा आफिस में काफी काम है अभी।
अमन ने झूठ बोला जाना तो चाहता था वो पर अभी गोरी के सामने जाने में कंफर्ट फील नही कर पा रहा था।

"बेटा काम तो सारी जिंदगी करना है फिर बुआ का खयाल भी तो रखना है तुमको।आजाओ बड़ा दिल कर रहा है तुमसे मिलने का।
कामनी की चूत में आग लगी पड़ी थी अमन से मिलने के लिए।

"सॉरी बुआ अभी तो नही आ सकता पर आप एक काम करो 4 बजे के आस पास आऊंगा आपके पास पिज़्ज़ा आर्डर कर देना।

"मेरे लाल पिज़्ज़ा तो मैं 20 आर्डर कर दूंगी बस तू आजा।

"ठीक है बुआ मिलते है फिर।

ये कहते हुए अमन ने फ़ोन डिस्कोनेनेक्ट कर दिया।
अमन ने घड़ी की तरफ देखा अभी 1 बजा था वो सोनम से भी बात करना चाहता था उसने स्कूल जाने का प्लान बनाया और अपने असिस्टेंट को बोल कर अपनी कार से सोनम के स्कूल की तरफ निकल गया।

थोड़ी ही देर में वो स्कूल के सामने था उसने चपरासी को इशारा किया और पास आने पर सोनम को बुलाने को बोला 5 मिनट में सोनम एक लड़की के साथ कार की तरफ आई।

"ये कौन है सोनम।
अमन ने लड़की की तरफ देखते हुए पूछा।

"ये मेरी दोस्त प्रीति है भैया मेने आपको बताया था ना।रवि की बहन।

"ओह अच्छा अच्छा चलो आजाओ दोनों कार में।

दोनों लड़किया कार में बैठ गई।कार अपने गंतव्य की तरफ दौड़ने लगी।

"भैया आज आइस्क्रीम नही खिलाओगे क्या।
सोनम ने अमन के दिल की बात बोल दी जा तो वो भी वही रहा था।

"क्या तुम्हारी दोस्त भी जायेगी वंहा।

"हाँ भैया प्रीति भी जायेगी।
प्रीति से बिना पूछे ही सोनम ने बोल दिया।

कार को माल की पार्किंग में पार्क करके अमन दोनों लड़कियों को लेकर आइस्क्रीम पार्लर में जाता है और कल वाले वर्कर को ढूंढता है कुछ ही पलों में वर्कर ख़ुद उसके पास आता है।

"क्या साब किसे ढूंढ रहे हो।

"अरे तुमको ही देख रहा था।मुझे आज भी तुम्हारा रूम चाहिए।

"क्या साब कहा से लाते हो ये कच्ची कलियां तुम मुझको मरवाओगे एक दिन।
जल्दी इनको लेकर मेरे पीछे आओ।

लड़का जल्दी जल्दी अंदर जाने लगा।
अमन दोनों लड़कियों की लेकर उसके पीछे रूम में पहुंच गया।

"देखो साब जल्दी अपना काम निपटाओ और निकलो।

"ठीक है तुम आइस्क्रीम लेकर आओ।

लड़का रूम से बाहर निकल गया।अमन ने गेट बंद कर दिया।
आज प्रीति को डर लग रहा था जैसे कल सोनम डर रही थी।
पर आज सोनम बिल्कुल रिलेक्स थी वो आराम से बिस्तर पर बैठी थी अमन ने कुर्सी उठाकर दोनों लड़कियों के सामने रखी और उस पर विराजमान हो गया।

"चलो सोनम बताना शुरू करो ये सब कैसे शुरू हुआ।

"भैया मेने रवि भैया को एक बार प्रीति को प्यार करते हुए देखा था हमारे स्कूल की छत पर टंकी के पीछे।

"क्या कर रहे थे रवि भैया।

"जब मैने देखा था तब तो वो प्रीति का दूध पी रहे थे पर बाद में मुझे सबकुछ प्रीति ने बताया था।
आप खुद प्रीति से पूछ लो।

अमन ने एक बार प्रीति की छातियों पर नज़र डाली उम्र के हिसाब से काफी बड़ी थी प्रीति की छातियाँ।

"बताओ प्रीति क्या करता है रवि तुम्हारे साथ।

"रवि भैया तो बस प्यार करते है और कुछ नही आप ऐसा क्यों पूछ रहे है।

"सुनो प्रीति मुझसे कुछ भी छुपाना बेकार है मुझे सोनम ने सब कुछ बता दिया है।

प्रीति ने सोनम की तरफ घूर कर देखा।

"रवि भैया ने मना किया था किसी को बताने को।

"चलो कोई बात नही मगर शायद तुम्हे ये नही पता कि तुम्हारे रवि भैया को स्कूल से निकाल दिया गया है अगर उसको बचाना चाहती हो तो सब कुछ बताना होगा।

फिर सोनम ने प्रीति को डिटेल में कल की घटना बताई।
इतनी देर में वेटर आइक्रीम भी ले आया।
आइस्क्रीम खाने के बाद अमन ने प्रीति के बनते बिगड़ते चेहरे को देखा और बोला।

"अब सारा मामला तुम्हारे सामने है अब सबकुछ बताओगी या ये सब कुछ तुम्हारे घर वालो को बता दिया जाए।

"नही भैया घर पर नही बताना में...में सब बता दूंगी।

"सही है जल्दी बताना शुरू करो।




देखते है क्या क्या राज़ खुलने वाले है
आप कमेंट करके बताएं कहानी केसी लग रही है।
Nice update
 

Sanju@

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"जल्दी बताना शुरू करो

अब आगे-

प्रीति अमन की सुलगती आंखों में हवस की आग को साफ देख पा रही थी।असमंजस में पड़ी बेचारी कच्ची कली।
भाई ने किसी को बताने से मना किया है और नही बताया तो बात घर तक पहुंच जायेगी।

"ठीक है क्या पूछना है आपको बताइए।

"सब कुछ बताओ।

"सब कुछ बताने के लिए तो काफी वक़्त चाहिए।

"कोई बात नही वक़्त है हमारे पास तुम बताओ।

"रवि भइय्या मुझे स्कूल और घर में ना पाकर परेशान हो जायँगे।

"ओय होय बन्नो बड़ी फिक्र है भाई की।
चलो घर फ़ोन करके बोल दो की सोनम के घर आ गई हो।

अमन ने अपना मोबाइल प्रीति की तरफ बढ़ाया।
प्रीति ने घर फ़ोन करके अपनी मम्मी को बोल दिया कि सोनम के साथ उसके घर आ गई है।

"अब बताओ ये सब कैसे शुरू हुआ तुम्हारे और भाई के बीच।

"मम्मी और पापा में रोज़ झगड़ा होता था पता नही क्यों उनके चीखने की आवाज़ से में रोने लगती थी तब मम्मी मुझे रवि भाई के रूम में जाने को बोल देती थी।
कई बार पापा मम्मी को मारते भी थे और गंदी गालियां देते थे।
तब मम्मी बोलती थी कि बच्ची के सामने ये सब करते हो शर्म नही आती।
तब पापा मुझे डांट कर रवि भाई के रूम में जाने को बोल देते थे।
धीरे धीरे ये रोज़ का काम हो गया अब पापा रोज़ रात को शराब पीकर घर आते और उनके आते ही झगड़ा शुरू हो जाता।
धीरे धीरे में पापा मम्मी के रूम से रवि भाई के रूम में शिफ्ट कर गई।
अब पापा के आने के बाद दोनों भाई-बहन अपने रूम में जाकर गेट बंद कर लेते थे।
अक्सर में पहले सो जाती और रवि भैया काफी रात तक जागते रहते।एक रात में पेशाब करने के लिए उठी रूम में अंधेरा हो रहा था पर रवि भाई का चेहरा उनके मोबाइल की रोशनी में दिख रहा था वो शायद मोबाइल में कुछ देख रहे थे थोड़ी ही देर में मेरी आँखें अंधेरे में देखने की अभ्यस्त हुई तो मैने देखा रवि भैय्या का कंबल हिल रहा था। मैं चुपचाप लेटी रही और सामने अपने भाई को देखती रही उनके मुँह से हल्की हल्की आंहे निकल रही थी और एक हाथ से मोबाइल पकड़कर वो अपने दूसरे हाथ को कंबल के अंदर हिला रहे थे।

प्रीति कुछ देर सांस लेने के लिए रुकी।

"फिर क्या किया तुमने।
प्रीति के खामोश होते ही अमन ने पूछा।

"मुझे लगा शायद भैय्या को सर्दी लग रही है।उनके कांपते जिस्म को देखकर मैं डर गई थी में अपने बिस्तर से उठकर रवि भैय्या के पास गई मेरे उठने की आहट पाकर उन्होंने अपना मोबाइल बंद कर लिया।
मेने उनके पास जाकर पूछा क्या आपकी तबियत ठीक है उन्होंने बोला हाँ ठीक है तू सो जा।
पर मेरा दिल नही माना मेने फिर पूछा आप अभी कांप रहे थे आपको सर्दी लग रही है क्या मैं मम्मी को बताऊं।
उन्होंने मम्मी को बताने को मना कर दिया और मुझे सोने को बोल दिया।अब में क्या करती मेने रूम से अटैच बाथरूम में सुसु किया और अपने बिस्तर में लेट गई पर मुझे अपने भाई को देखकर नींद नही आ रही थी फिरभी मेने आंख बंद करके सोने की कोशिश की।
कुछ ही देर बाद मेने फिर आंख खोलकर देखा तो भैया फिरसे कांप रहे थे अब मुझसे बर्दाश्त नही हुआ में अपने बिस्तर से निकलकर फिर उनके पास पहुंच गई और बोली"भाई पक्का आपको सर्दी लगी है में मम्मी को बोलने जा रही हूँ।
उन्होंने मुझे रोककर बोला "गुड़िया मम्मी को परेशान मत करो अभी तो वो सोई होगी फिर परेशान हो जायेगी एक काम करो तुम मेरे बिस्तर में ही सो जाओ मेरी सर्दी कम हो जायेगी।
इस तरह मेरे भाई ने मेरी नादानी को हथियार बनाया और मुझे अपने साथ अपने बिस्तर में लेटा लिया।
में भाई की तरफ कमर करके सोई थी कुछ ही देर में मुझे भाई का जिस्म अपने जिस्म से सटता हुआ महसूस हुआ मेने सोचा शायद भाई सर्दी से बचने के लिए मुझसे सट रहा है।
बाकी सब तो ठीक था पर मेरी बम पर कुछ भारी सी चीज दबाव बना रही थी जिसका दबाव में लगातार अपनी बम पर बढ़ता हुआ महसूस कर रही थी पर मैने कोई रेस्पांस नही किया।
लेकिन एक बात की मुझे खुशी थी कि भाई अब कांप नही रहे थे में अभी ये सोच ही रही थी कि भाई का हाथ मेरी बगल से निकलकर आगे की तरफ आया और सीधा मेरी चुंची को अपने हाथ में भर कर दबाने लगे।
मेरी तरफ से कोई रेस्पॉन्स ना मिलने पर उनके हाथ धीरे धीरे मेरी टी-शर्ट को ऊपर खींचने लगे कुछ ही देर में मेरी टी-शर्ट मेरे गले में लिपटी थी और मेरे दोनों चुचे नंगे हो गए थे।
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मेरी दोनों चुचियों को नंगा करके भाई ने उनसे खेलना शुरू कर दिया कभी भाई मेरी पूरे चुचे को अपने हाथ में भरकर दबाते कभी मेरे निप्पलों को खींचते भाई बारी बारी से मेरे दोनों चुचको को मसल रहे थे।
कुछ ही देर में मुझे भी मज़ा आने लगा मुझे भाई के द्वारा अपनी चुचियों का मर्दन कराने में मज़ा आ रहा था।
तब तो मुझे नही पता था कि मेरे बम में चुभती चीज़ क्या है पर बाद में भाई ने मुझे सब कुछ बताया था।
की लड़को के प्राइवेट पार्ट को लंड और लड़कियों के प्राइवेट पार्ट को चूत कहते है।

प्रीति फिर कुछ देर के लिए खामोश हो गई।

अमन और सोनम कान लगाकर प्रीति की बात सुन रहे थे।

"फिर क्या हुआ प्रीति।
अबकी बार सोनम की आवाज़ निकली।

"भैय्या मेरे निप्पलों से खेलते हुए अब अपनी कमर को भी दबा रहे थे मेरी गाँड पर।

"ओ गंदी लड़की।
सोनम की आवाज़ आई।

"इसमें गंदा क्या है गाँड की गाँड ही तो कहेगी।
अमन ने सोनम की तरफ देखते हुए कहा।

"भैय्या ये तो इतनी गंदी है के तुमको दिखा भी देगी।
सोनम हंसते हुए बोली।

"हाँ जब तू मेरे भाई को दिखा सकती है तो मैं भी दिखा सकती हूँ।
प्रीति गुरूर के साथ बोली।

"अच्छा चल दिखा ज़रा।
सोनम ने प्रीति को चिढ़ाया।

धीरे धीरे दोनों ने बात को इतना बढ़ा दिया कि अपनी आन का प्रशन बना डाला।
प्रीति एक बेशर्म लड़की थी सोनम की बात का बुरा मान कर वो अपनी जगह से खड़ी हुई।
और उसने वो कर दिया जिसकी अमन को बिल्कुल भी उम्मीद नही थी।

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वो खड़ी हुई और अमन के सामने झुक गई।
प्रीति सोनम को नीचा दिखाने के लिए सब कर रही थी।

"लो भैय्या देखो मेरी गाँड।
अभी नही दिखी हो तो लो अब देखो।
प्रीति ने सोनम की आंखों में देखते हुए अपनी छोटी सी चढ्ढी को भी नीचे सरका दिया।

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प्रीति की साफ शफ़्फ़ाफ़ गाँड देखकर अमन का लौड़ा सर् उठाने लगा।

"ले मेने तो दिखा दी अब बोल तू दिखा सकती है अपने भैय्या को।
प्रीति अपनी चढ्ढी को ऊपर करते हुए बोली।

"अरे रुको प्रीति तुम्हारे पीछे कुछ लगा है।
अमन ने प्रीति को चढ्ढी ऊपर करने से रोक दिया।

"क्या लगा है भैय्या।
प्रीति चिंतित स्वर में बोली।

"रुको एक मिनट।
अमन उठकर उसके पास जाता है और अपने दोनों हाथों को उसकी उभरी हुई गाँड पर रख देता है और ऐसे मसलता है जैसे उसपर लगी धूल साफ कर रहा हो।
असल में वो उसके मांसल चूतड़ों को दबाकर मज़े ले रहा था।

"भैया क्या लगा था हट गया क्या?

"बस थोड़ा रुको अभी हटा रहा हूँ।
अमन मस्ती से प्रीति की पूरी गाँड को मसल रहा था
उसने दोनों चूतड़ को चौड़ा करके अपनी उंगली को गुदा-द्वार तक पहुंचा दिया था थोड़ी देर तक गुदा-द्वार को मसलकर अमन प्रीति से बोलता है।

"प्रीति ज़रा पलट जाओ देखूं आगे तो कुछ नही है।
अब अमन के मन में प्रीति की चूत देखने की हवस जगी थी।
अमन के बोलने पर प्रीति पलट गई।

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सामने से प्रीति की नाज़ुक चूत को देखकर अमन के मुँह में पानी आ गया उसके दिमाग में तुरंत आइडिया आया प्रीति से नज़र बचाकर उसने पास रखी आइसक्रीम की प्लेट से अपनी उंगलियों पर क्रीम लगाई और उस क्रीम को प्रीति की गुलाबी चूत पर लगा दिया।

"देखो प्रीति शायद तुम्हारी जांघो पर आइस्क्रीम गिर गई थी।
अमन अपनी उंगलियों से क्रीम को नाज़ुक चूत पर मलने लगा।

"इसको हटाने के लिए तो पानी चाहिए।
अमन ने रूम में चारो तरफ नज़रे घुमाई पर पानी कँहा मिलना था।

"अब क्या होगा भैय्या पानी तो नही है मेरी जाँघे चिपचिपी हो गई है।

"मेरे पास एक आइडिया है सोनम तुम कुछ देर उधर देखो।

अपने भाई का आदेश पाकर सोनम पलट कर दूसरी तरफ देखने लगी।
अमन ने प्रीति की आंखों में देखा और अपने होंठ पर उंगली रखकर उसको चुप रहने का इशारा किया।
और अगले ही पल अपने होंठो को प्रीति की जांघो पर रख दिया।
आआह कितना सुखद अनुभव था बिना बालो वाली गुलाबी चूत के आस पास अपनी जीभ को घुमा रहा था अमन।
प्रीति ने दोनों हाथों से अपनी गुलाबी परी के पंखों को खोल दिया।

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"भैय्या देखो यंहा भी लगी है क्रीम।
अमन ने खुली हुई चूत में अपनी जीभ डाल दी।
प्रीति की खुली हुई चूत को देखकर एक बात तो अमन समझ गया था कि रवि ने एक बार नही कई बार चोद दिया है अपनी बहन को।
अमन प्रीति की चूत के अंदर तक पहुंचा रहा था अपनी नुकीली जीभ को।

"भैय्या क्या मैं पलट जाऊ।
सोनम ने पूछा।

"नही अभी दो मिनट रुको।
अमन चूत में से जीभ निकालकर तुरंत बोला।
हालांकि सोनम चोर नज़रों से देख चुकी थी कि उसका भाई उसकी सहेली की चूत का मख्खन चाट रहा है।

मस्ती में प्रीति का हाथ अमन के बालों में घूम रहा था और वो अमन के सर को अपनी चूत की तरफ दबा रही थी।
कुछ ही पलों मे अमन की जीभ ने प्रीति के बदन को झटके लेने पर मजबूर कर दिया और वो भलभला कर अमन के चेहरे को भिगोती चली गई।
अमन ने कच्ची शराब की एक भी बूंद को खराब नही होने दिया वो प्रीति की चूत से निकला पूरा पानी पी गया और चूत के आस पास लगी सारी क्रीम चाट गया।

प्रीति ने अपनी चढ्ढी को अपनी चूत पर चढ़ाया और आराम से बैठ गई।

"अब तुम पलट जाओ सोनम।
अमन उसके सामने से उठता हुआ बोला।

सोनम के पलटते ही प्रीति बोली।

"अमन भैय्या मुझे घर जाना है।
प्रीति की बात सुनकर सोनम बोलती है।
"अरे कहानी तो पूरी करो आगे क्या हुआ।

"भैय्या प्लीज् में बाकी बात बाद में बता दूंगी।

अमन समझ चुका था कि चिड़या अब दाना खा चुकी है अब वो उससे बाहर नही जा सकती।

"ठीक है कोई बात नही अभी हम चलते है पर ध्यान रखना तुमको पूरी बात बतानी है।

"कसम से भैय्या में कल पूरी बात बता दूंगी अभी मुझे घर जाना है।

अमन दोनों लड़कियों को लेकर आइस्क्रीम पार्लर से निकल गया और प्रीति को उसके घर छोड़ते हुए वो सोनम को लेकर अपने घर आ गया।
अभी वो गाड़ी से निकल ही रहा था कि उसने अपने मोबाइल में टाइम देखा।
3:50 ही रहे थे उसको कामनी बुआ का ख्याल आया।
वो सोनम को घर छोड़ कर वापस गाड़ी में बैठा और कामनी बुआ के पार्लर की तरफ गाड़ी दौड़ा दी।




अगला अपडेट बहुत ही कामुक होगा दोस्तो आप कमेंट करते रहे।
आपके कमेंट लिखने की प्रेरणा देते है।
Fabulous Mind Blowing Updated..
 

Sanju@

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"जल्दी बताना शुरू करो

अब आगे-

प्रीति अमन की सुलगती आंखों में हवस की आग को साफ देख पा रही थी।असमंजस में पड़ी बेचारी कच्ची कली।
भाई ने किसी को बताने से मना किया है और नही बताया तो बात घर तक पहुंच जायेगी।

"ठीक है क्या पूछना है आपको बताइए।

"सब कुछ बताओ।

"सब कुछ बताने के लिए तो काफी वक़्त चाहिए।

"कोई बात नही वक़्त है हमारे पास तुम बताओ।

"रवि भइय्या मुझे स्कूल और घर में ना पाकर परेशान हो जायँगे।

"ओय होय बन्नो बड़ी फिक्र है भाई की।
चलो घर फ़ोन करके बोल दो की सोनम के घर आ गई हो।

अमन ने अपना मोबाइल प्रीति की तरफ बढ़ाया।
प्रीति ने घर फ़ोन करके अपनी मम्मी को बोल दिया कि सोनम के साथ उसके घर आ गई है।

"अब बताओ ये सब कैसे शुरू हुआ तुम्हारे और भाई के बीच।

"मम्मी और पापा में रोज़ झगड़ा होता था पता नही क्यों उनके चीखने की आवाज़ से में रोने लगती थी तब मम्मी मुझे रवि भाई के रूम में जाने को बोल देती थी।
कई बार पापा मम्मी को मारते भी थे और गंदी गालियां देते थे।
तब मम्मी बोलती थी कि बच्ची के सामने ये सब करते हो शर्म नही आती।
तब पापा मुझे डांट कर रवि भाई के रूम में जाने को बोल देते थे।
धीरे धीरे ये रोज़ का काम हो गया अब पापा रोज़ रात को शराब पीकर घर आते और उनके आते ही झगड़ा शुरू हो जाता।
धीरे धीरे में पापा मम्मी के रूम से रवि भाई के रूम में शिफ्ट कर गई।
अब पापा के आने के बाद दोनों भाई-बहन अपने रूम में जाकर गेट बंद कर लेते थे।
अक्सर में पहले सो जाती और रवि भैया काफी रात तक जागते रहते।एक रात में पेशाब करने के लिए उठी रूम में अंधेरा हो रहा था पर रवि भाई का चेहरा उनके मोबाइल की रोशनी में दिख रहा था वो शायद मोबाइल में कुछ देख रहे थे थोड़ी ही देर में मेरी आँखें अंधेरे में देखने की अभ्यस्त हुई तो मैने देखा रवि भैय्या का कंबल हिल रहा था। मैं चुपचाप लेटी रही और सामने अपने भाई को देखती रही उनके मुँह से हल्की हल्की आंहे निकल रही थी और एक हाथ से मोबाइल पकड़कर वो अपने दूसरे हाथ को कंबल के अंदर हिला रहे थे।

प्रीति कुछ देर सांस लेने के लिए रुकी।

"फिर क्या किया तुमने।
प्रीति के खामोश होते ही अमन ने पूछा।

"मुझे लगा शायद भैय्या को सर्दी लग रही है।उनके कांपते जिस्म को देखकर मैं डर गई थी में अपने बिस्तर से उठकर रवि भैय्या के पास गई मेरे उठने की आहट पाकर उन्होंने अपना मोबाइल बंद कर लिया।
मेने उनके पास जाकर पूछा क्या आपकी तबियत ठीक है उन्होंने बोला हाँ ठीक है तू सो जा।
पर मेरा दिल नही माना मेने फिर पूछा आप अभी कांप रहे थे आपको सर्दी लग रही है क्या मैं मम्मी को बताऊं।
उन्होंने मम्मी को बताने को मना कर दिया और मुझे सोने को बोल दिया।अब में क्या करती मेने रूम से अटैच बाथरूम में सुसु किया और अपने बिस्तर में लेट गई पर मुझे अपने भाई को देखकर नींद नही आ रही थी फिरभी मेने आंख बंद करके सोने की कोशिश की।
कुछ ही देर बाद मेने फिर आंख खोलकर देखा तो भैया फिरसे कांप रहे थे अब मुझसे बर्दाश्त नही हुआ में अपने बिस्तर से निकलकर फिर उनके पास पहुंच गई और बोली"भाई पक्का आपको सर्दी लगी है में मम्मी को बोलने जा रही हूँ।
उन्होंने मुझे रोककर बोला "गुड़िया मम्मी को परेशान मत करो अभी तो वो सोई होगी फिर परेशान हो जायेगी एक काम करो तुम मेरे बिस्तर में ही सो जाओ मेरी सर्दी कम हो जायेगी।
इस तरह मेरे भाई ने मेरी नादानी को हथियार बनाया और मुझे अपने साथ अपने बिस्तर में लेटा लिया।
में भाई की तरफ कमर करके सोई थी कुछ ही देर में मुझे भाई का जिस्म अपने जिस्म से सटता हुआ महसूस हुआ मेने सोचा शायद भाई सर्दी से बचने के लिए मुझसे सट रहा है।
बाकी सब तो ठीक था पर मेरी बम पर कुछ भारी सी चीज दबाव बना रही थी जिसका दबाव में लगातार अपनी बम पर बढ़ता हुआ महसूस कर रही थी पर मैने कोई रेस्पांस नही किया।
लेकिन एक बात की मुझे खुशी थी कि भाई अब कांप नही रहे थे में अभी ये सोच ही रही थी कि भाई का हाथ मेरी बगल से निकलकर आगे की तरफ आया और सीधा मेरी चुंची को अपने हाथ में भर कर दबाने लगे।
मेरी तरफ से कोई रेस्पॉन्स ना मिलने पर उनके हाथ धीरे धीरे मेरी टी-शर्ट को ऊपर खींचने लगे कुछ ही देर में मेरी टी-शर्ट मेरे गले में लिपटी थी और मेरे दोनों चुचे नंगे हो गए थे।
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मेरी दोनों चुचियों को नंगा करके भाई ने उनसे खेलना शुरू कर दिया कभी भाई मेरी पूरे चुचे को अपने हाथ में भरकर दबाते कभी मेरे निप्पलों को खींचते भाई बारी बारी से मेरे दोनों चुचको को मसल रहे थे।
कुछ ही देर में मुझे भी मज़ा आने लगा मुझे भाई के द्वारा अपनी चुचियों का मर्दन कराने में मज़ा आ रहा था।
तब तो मुझे नही पता था कि मेरे बम में चुभती चीज़ क्या है पर बाद में भाई ने मुझे सब कुछ बताया था।
की लड़को के प्राइवेट पार्ट को लंड और लड़कियों के प्राइवेट पार्ट को चूत कहते है।

प्रीति फिर कुछ देर के लिए खामोश हो गई।

अमन और सोनम कान लगाकर प्रीति की बात सुन रहे थे।

"फिर क्या हुआ प्रीति।
अबकी बार सोनम की आवाज़ निकली।

"भैय्या मेरे निप्पलों से खेलते हुए अब अपनी कमर को भी दबा रहे थे मेरी गाँड पर।

"ओ गंदी लड़की।
सोनम की आवाज़ आई।

"इसमें गंदा क्या है गाँड की गाँड ही तो कहेगी।
अमन ने सोनम की तरफ देखते हुए कहा।

"भैय्या ये तो इतनी गंदी है के तुमको दिखा भी देगी।
सोनम हंसते हुए बोली।

"हाँ जब तू मेरे भाई को दिखा सकती है तो मैं भी दिखा सकती हूँ।
प्रीति गुरूर के साथ बोली।

"अच्छा चल दिखा ज़रा।
सोनम ने प्रीति को चिढ़ाया।

धीरे धीरे दोनों ने बात को इतना बढ़ा दिया कि अपनी आन का प्रशन बना डाला।
प्रीति एक बेशर्म लड़की थी सोनम की बात का बुरा मान कर वो अपनी जगह से खड़ी हुई।
और उसने वो कर दिया जिसकी अमन को बिल्कुल भी उम्मीद नही थी।

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वो खड़ी हुई और अमन के सामने झुक गई।
प्रीति सोनम को नीचा दिखाने के लिए सब कर रही थी।

"लो भैय्या देखो मेरी गाँड।
अभी नही दिखी हो तो लो अब देखो।
प्रीति ने सोनम की आंखों में देखते हुए अपनी छोटी सी चढ्ढी को भी नीचे सरका दिया।

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प्रीति की साफ शफ़्फ़ाफ़ गाँड देखकर अमन का लौड़ा सर् उठाने लगा।

"ले मेने तो दिखा दी अब बोल तू दिखा सकती है अपने भैय्या को।
प्रीति अपनी चढ्ढी को ऊपर करते हुए बोली।

"अरे रुको प्रीति तुम्हारे पीछे कुछ लगा है।
अमन ने प्रीति को चढ्ढी ऊपर करने से रोक दिया।

"क्या लगा है भैय्या।
प्रीति चिंतित स्वर में बोली।

"रुको एक मिनट।
अमन उठकर उसके पास जाता है और अपने दोनों हाथों को उसकी उभरी हुई गाँड पर रख देता है और ऐसे मसलता है जैसे उसपर लगी धूल साफ कर रहा हो।
असल में वो उसके मांसल चूतड़ों को दबाकर मज़े ले रहा था।

"भैया क्या लगा था हट गया क्या?

"बस थोड़ा रुको अभी हटा रहा हूँ।
अमन मस्ती से प्रीति की पूरी गाँड को मसल रहा था
उसने दोनों चूतड़ को चौड़ा करके अपनी उंगली को गुदा-द्वार तक पहुंचा दिया था थोड़ी देर तक गुदा-द्वार को मसलकर अमन प्रीति से बोलता है।

"प्रीति ज़रा पलट जाओ देखूं आगे तो कुछ नही है।
अब अमन के मन में प्रीति की चूत देखने की हवस जगी थी।
अमन के बोलने पर प्रीति पलट गई।

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सामने से प्रीति की नाज़ुक चूत को देखकर अमन के मुँह में पानी आ गया उसके दिमाग में तुरंत आइडिया आया प्रीति से नज़र बचाकर उसने पास रखी आइसक्रीम की प्लेट से अपनी उंगलियों पर क्रीम लगाई और उस क्रीम को प्रीति की गुलाबी चूत पर लगा दिया।

"देखो प्रीति शायद तुम्हारी जांघो पर आइस्क्रीम गिर गई थी।
अमन अपनी उंगलियों से क्रीम को नाज़ुक चूत पर मलने लगा।

"इसको हटाने के लिए तो पानी चाहिए।
अमन ने रूम में चारो तरफ नज़रे घुमाई पर पानी कँहा मिलना था।

"अब क्या होगा भैय्या पानी तो नही है मेरी जाँघे चिपचिपी हो गई है।

"मेरे पास एक आइडिया है सोनम तुम कुछ देर उधर देखो।

अपने भाई का आदेश पाकर सोनम पलट कर दूसरी तरफ देखने लगी।
अमन ने प्रीति की आंखों में देखा और अपने होंठ पर उंगली रखकर उसको चुप रहने का इशारा किया।
और अगले ही पल अपने होंठो को प्रीति की जांघो पर रख दिया।
आआह कितना सुखद अनुभव था बिना बालो वाली गुलाबी चूत के आस पास अपनी जीभ को घुमा रहा था अमन।
प्रीति ने दोनों हाथों से अपनी गुलाबी परी के पंखों को खोल दिया।

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"भैय्या देखो यंहा भी लगी है क्रीम।
अमन ने खुली हुई चूत में अपनी जीभ डाल दी।
प्रीति की खुली हुई चूत को देखकर एक बात तो अमन समझ गया था कि रवि ने एक बार नही कई बार चोद दिया है अपनी बहन को।
अमन प्रीति की चूत के अंदर तक पहुंचा रहा था अपनी नुकीली जीभ को।

"भैय्या क्या मैं पलट जाऊ।
सोनम ने पूछा।

"नही अभी दो मिनट रुको।
अमन चूत में से जीभ निकालकर तुरंत बोला।
हालांकि सोनम चोर नज़रों से देख चुकी थी कि उसका भाई उसकी सहेली की चूत का मख्खन चाट रहा है।

मस्ती में प्रीति का हाथ अमन के बालों में घूम रहा था और वो अमन के सर को अपनी चूत की तरफ दबा रही थी।
कुछ ही पलों मे अमन की जीभ ने प्रीति के बदन को झटके लेने पर मजबूर कर दिया और वो भलभला कर अमन के चेहरे को भिगोती चली गई।
अमन ने कच्ची शराब की एक भी बूंद को खराब नही होने दिया वो प्रीति की चूत से निकला पूरा पानी पी गया और चूत के आस पास लगी सारी क्रीम चाट गया।

प्रीति ने अपनी चढ्ढी को अपनी चूत पर चढ़ाया और आराम से बैठ गई।

"अब तुम पलट जाओ सोनम।
अमन उसके सामने से उठता हुआ बोला।

सोनम के पलटते ही प्रीति बोली।

"अमन भैय्या मुझे घर जाना है।
प्रीति की बात सुनकर सोनम बोलती है।
"अरे कहानी तो पूरी करो आगे क्या हुआ।

"भैय्या प्लीज् में बाकी बात बाद में बता दूंगी।

अमन समझ चुका था कि चिड़या अब दाना खा चुकी है अब वो उससे बाहर नही जा सकती।

"ठीक है कोई बात नही अभी हम चलते है पर ध्यान रखना तुमको पूरी बात बतानी है।

"कसम से भैय्या में कल पूरी बात बता दूंगी अभी मुझे घर जाना है।

अमन दोनों लड़कियों को लेकर आइस्क्रीम पार्लर से निकल गया और प्रीति को उसके घर छोड़ते हुए वो सोनम को लेकर अपने घर आ गया।
अभी वो गाड़ी से निकल ही रहा था कि उसने अपने मोबाइल में टाइम देखा।
3:50 ही रहे थे उसको कामनी बुआ का ख्याल आया।
वो सोनम को घर छोड़ कर वापस गाड़ी में बैठा और कामनी बुआ के पार्लर की तरफ गाड़ी दौड़ा दी।




अगला अपडेट बहुत ही कामुक होगा दोस्तो आप कमेंट करते रहे।
आपके कमेंट लिखने की प्रेरणा देते है।
Fabulous Mind Blowing Updated..
 

Luckyloda

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Ye kya hua ??? Q hua .....???
 
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