अब आगे ......
मेरे लौड़े पर कूद कूद के प्रिया की हालत खराब हो गयी थी | वो थक के मेरी मेरी गोद में बैठ गयी और मेरे गले में बाहें डाल के मेरे कंधे पर अपना सर रख दिया | वो बुरी तरह से हांफ रही थी | उसकी चूत और मेरे लौड़े से निकला मिश्रित रस ज़मीन पर बह रहा था | उसका पूरा बदन पसीने से भीग गया था | उसने हाँफते हुए पुछा पापा बस अब तो आपका हो गया न, क्या मैं जा सकती हूँ ? मैंने कहा बेटी अभी मन नहीं भरा और अभी तो मुझे तेरी गांड भी मारनी है | वो मेरे कंधे से उठी और मेरे आगे को होकर रोते हुए बोली बस करो न पापा, बेटी हूँ आपकी | मैंने उसकी आँखों में झांककर देखा, उनमे से बड़े बड़े आंसूं बह रहे थे और वो बोले जा रही थी, प्लीज पापा छोड़ दो न प्लीज पापा |
मेरे अंदर के बाप का दिल पसीज गया उसके आंसूं देखकर पर आज जो मेरे अंदर वासना का शैतान बैठा था उसको ये सब देखकर सुकून मिल रहा था | आखिर में वासना मेरे ऊपर भारी हो गयी | अपनी बेटी को रोते गिड़गिड़ाते देख वासना से मेरे लौड़े में फिर हरकत होने लगी और कमुक्तावश मैंने उसके लम्बे बालों को बहुत कस के पकड़ा और खींच दिया | उसका सर पीछे को हो गया और उसके चीख निकल गयी | आयी पापा .....उई माँ .... मर गयी | मैंने झट से अपना मुँह उसकी गर्दन में सटा दिया और जीभ निकाल के उसके पसीने को चाटने लगा | कुछ देर मैंने ऐसे ही उसकी गर्दन और सीने का पसीना चाटा और वो बालों के खिंचने के दर्द से बिलबिलाती रही | फिर मैंने उसके बाल छोड़ दिए और चाटते चाटते उसके चेहरे तक आया और उसके आंसूंओं को चाट के साफ़ किया | उसकी आँखों को भी चाटा | उसकी रुआंसी आँखों में देखा तो बड़ी बेबसता दिखी |
फिर मैंने उसकी आँखों में अपनी आँखें डाल के कहा , बेटी आज रात तू अपने बाप की रखैल कुतिया बनेगी | मेरा जब तक मन करेगा और जैसे करेगा मैं तेरे बदन से खेलूंगा | फिर मैंने उसको बोला , बेटी मैंने तेरे मुँह से रोते गिड़गिड़ाते हुए सुनना चाहता हूँ की "पापा मुझे अपनी कुतिया बनके चोदो" | वो रोते हुए बोली पापा ये क्या कह रहे हो, मैं बेटी हूँ आपकी | मैंने कहा नहीं बेटी , मुझे तेरे मुँह से सुनना है | वो कुछ न बोली और रोती रही | मैंने कहा बोल साली कुतिया बोल और उसके निप्पल्स को पकड़ के जोर से मरोड़ दिया | वो बुरी तरह से चीख पड़ी और रोते हुए बोल पड़ी "पापा मैं आपकी कुतिया बेटी हूँ, मुझे चोद दो मेरी गांड मार do " | मेरा लौड़ा पूरा कड़क हो गया था अब तक | अब मैंने उसे अपनी गोद से उठा के ज़मीन पर बिठाया और खुद खड़ा हो गया | वो रोये जा रही थी |
फिर मैंने अपना लंड उसके चेहरे पर रगड़ा | उसके आंसूं अपने लंड से साफ़ किये और उसको अपना लंड चाटने और चूसने को कहा | फिर मैंने अपने टट्टे उसके मुँह में दे दिए | वो रोते हुए मेरे टट्टे और लंड चूसने लगी | थोड़ी देर वो चूसती रही फिर मैंने कसके उसके बालों को खींचा और अपना लंड उसके मुँह में गले तक पेल दिया | फिर मैंने जोर जोर से उसका मुँह चोदा | घरूप घरूप की आवाज आने लगी उसके मुँह से, उसकी थूक और मेरा माल से उसका चेहरा भर गया था | फिर एक झटके में मैं उसके मुँह में झाड़ गया | फिर मैंने उसको अपनी जीभ से मेरा पूरा लंड साफ़ करने को बोला और साथ में अपने चेहरे पर लगा माल भी पीने को बोला | अब मैंने उसको कहा की जाओ बेटी नहा के फ्रेश होके आओ और मैंने भी आता हूँ | उसके बाद तेरी गांड मारने का प्रोग्राम बनाऊंगा |