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Incest बेटी को लंड की प्यासी रंडी बनाया

कौनसा किरदार आपको सबसे अच्छा लगा?


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    70

Shilpa.

Member
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43
super hot aur bahut bahut mast update!

bahot hi garam aur behad hi kamuk likha.

bahut acha,ekdom fataka kahaani
 
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Shivgoyal

Faminc
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अब ये सोचते ही दिव्या को हसी आ जाती हैं। वो इन्ही खयालों में खोई होती हैं तभी नीचे डोर बेल बजती हैं।
Update - 46 a
अब बेल की आवाज सुनते ही नुपुर को लगता हैं के पलक आ गई हैं तो वो तुरंत काम छोर कर दरवाजे की ओर जाते हुए बोलती हैं: बड़ी देर लगा दी बेटा।
अब नुपुर दरवाजा खोलती हैं और बिना देखे के कौन हैं वो मुड़ कर जाते हुए बोलती हैं: पलक तुम ऊपर चली जाओ दिव्या इंतजार कर रही हैं।
इतने में नुपुर के पीछे से आवाज आती हैं: ये पलक कौन हैं?
नुपुर को आवाज जानी पहचानी लगती हैं तो वो मुड़ के देखती हैं तो पाती हैं के प्राची दरवाजे पे खड़ी हैं। नुपुर उसको देख के बोलती हैं: अच्छा तुम हो मुझे कोई और लगा।
प्राची: हां चलो मैं हूं अगर कोई और ही होता तो तुम्हारे इस कहर खाते बदन को तुम्हे पेल भी देता।
नुपुर: अच्छा तुम तो जैसे पेलना नही चाहती हो इस बदन को।
प्राची: चाहती तो हूं पर लंड नही हैं ना मेरे पास।
नुपुर: तू पागल हैं चल अंदर आ और कपड़े उतार के आराम से बैठ मैं नाश्ता बनाने ही जा रही हूं।
प्राची: मैं अभी नही उतारूंगी।
नुपुर: क्यू?
प्राची: जब तू मेरे साथ सेक्स करने आयेगी तभी उतारूंगी।
नुपुर: चलो फिर बैठो थोड़ी देर में आती हूं। तब तक एक काम करो दिव्या के पास चली जाओ।
नुपुर दिव्या को आवाज लगती हैं। अब दिव्या नुपुर की बातो को ही सोच रही होती हैं तो नुपुर की आवाज सुनते ही हड़बड़ा जाती हैं और जवाब देती हैं: हां...हां मम्मी क्या हुआ?
नुपुर: बाहर आओ देखो कौन आया।
दिव्या रूम से बाहर आती हैं तो देखती है प्राची खड़ी हैं तो वो बोलती हैं: मौसी आप आई हैं।
प्राची: क्यू नही आ सकती हूं?
दिव्या: अरे यार मौसी आप भी।
प्राची: तुम ऊपर ही खड़ी रहेगी या यहां आके मेरा आशिर्वाद भी लोगी। वैसे तुम्हे तो पता नही होगा हम में कैसे आशीर्वाद लिया जाता हैं।
दिव्या: मुझे सब पता हैं बड़ो का समान कैसे करते हैं। मैं भी आपकी ही रंडी हूं।
प्राची नुपुर से: तो तुमने इसको सीखा दिया।
नुपुर: मैने नही पायल ने सिखाया हैं।
प्राची: अच्छा उनको भी सब पता हैं।
नुपुर: हां वो भी अपनी बेटी के मजे ले रही हैं।
प्राची: अच्छा तो मैं ही लेट हूं। चलो अब बड़ो का समान करने आओगी।
नुपुर: यहां खुद अपनी बड़ी बहन का आशीर्वाद लेती नही हैं और छोटो को सिखा रही हैं।
प्राची: अच्छा दी चल आज पहली बार मैं तेरा आशीर्वाद ले लेती हूं जिससे ये बच्चे न सोचे के मैं अपनी बहन को प्यार नही करती हूं।
अब प्राची नुपुर के सामने घुटनों के बल बैठ जाती हैं और अपनी जीभ निकाल के नुपुर की चूत को हल्का से चाटते हुए बोलती हैं: दीदी मुझे आशीर्वाद दो।
नुपुर हस्ते हुए: दूधो नहाओ पुत्रो फलों। सदा सुखी रहो।
प्राची: दी और नही दूध में नहाना ठीक। सुखी वाला ही आशीर्वाद नही दे सकती थी बस।
नुपुर: क्यू तुम बोलो तो मैं अभी भी करवा दूं।
प्राची: अब बच्चा नहीं सुख चाहिए बस वो दिलवाओ।
दिव्या: मौसी हम तो सुख दिला दे पर जो आपके पास सुख की दुकान हैं उसका क्या? वो तो हमें दोगी नही।
प्राची: मैने कल भी बोला था आज भी बोलती हूं तुम दोनो को पूरा सुख दिलवाऊंगी बस मेरे सुख का इंतजाम कर दो।
नुपुर: चलो ठीक हैं। अब ऊपर जाओ मैं थोड़ी देर में आती हूं। पलक आ जाए इसके बाद।
प्राची: ये कौन हैं?
नुपुर: दिव्या बता देगी तू उसके पास जा।
अब प्राची ऊपर चढ़ के पहुंचती हैं तो देखती हैं दिव्या पैंटी में हैं तो समझ जाती हैं के इसके दिन चल रहे हैं। तो बोलती हैं: अच्छा इसलिए नीचे नही आई।
दिव्या: ऐसा नहीं हैं। अच्छा आप पैंट उतारो आशीर्वाद लेना हैं।
प्राची: खुद उतारो।
अब दिव्या प्राची की पैंट उतार के उसकी चूत को देखती हैं तो एक तक देखती रह जाती हैं और बोलती हैं: आपकी चूत भी मम्मी की तरह सुंदर हैं। नानी में कोई तो बात थी जो दोनो बेटियो इतनी प्यारी चूत दी हैं।
प्राची: चल मस्का मत लगा और आशीर्वाद ले।
अब दिव्या घुटनो पे बैठ के अपनी जीभ प्राची की चूत पे चलाती हैं और उससे आशीर्वाद मांगते हैं।
प्राची: दूधो नहाओ पुत्रो फलों।
दिव्या: मौसी कितनी बुरी हो मुझे यही आशीर्वाद बस।
प्राची: तो हम सबको बच्चा चाहिए तुमसे तो वही दिया। अब तुम भी अपने बाप से प्रेग्नेंट होना ही चाहती हो। तो आशीर्वाद तो गलत नही हैं ये।
दिव्या: आप भी बहुत कामिनी हो। चलो रूम में आओ और ये पैंट यही छोड़ दो।
अब प्राची और दिव्या रूम में जाते हैं और दिव्या प्राची को पलक के बारे में सब बता देती हैं उतनी देर में पलक भी घर आ जाती हैं और नुपुर उसको रूम में भेज देती हैं।
 
Last edited:

Sanjana.

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बिल्कुल शानदार कहानी। बहुत ही रोमांचक और कामुक लेखन।
 

Shivgoyal

Faminc
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अब प्राची और दिव्या रूम में जाते हैं और दिव्या प्राची को पलक के बारे में सब बता देती हैं उतनी देर में पलक भी घर आ जाती हैं और नुपुर उसको रूम में भेज देती हैं।
Update - 46 b
अब प्राची पलक को देखती हैं। अब वो उसके पास उठके जाती हैं और उसके गाल पे हाथ रखते हुए बोलती हैं: तुम दोनो मां बेटी कितनी कामिनी हो हमारे परिवार में कोई नया सदस्य आया हैं और तुम दोनो ने कुछ बताया भी नही ना ही कोई मिठाई खिलाई।
अब पलक दिव्या को देखती हैं तो दिव्या बोलती हैं: दी ये हमारी वो मौसी हैं जिनके साथ मम्मी ने जबरदस्ती करवाई थी।
प्राची: तुम लोगो ने मेरी पहचान यही बना दी हैं ना?
दिव्या: इस तरीके से ज्यादा जल्दी दी को समझाया जा सकता था ना। उनको भी सब पता हैं।
प्राची: तुम्हारी मां ही कुत्तिया हैं साली मुझे बदनाम कर रखा हैं।
दिव्या: नुपुर ने कहा बदनाम किया आपको उन्होंने ने तो अपनी प्यारी रंडियों को बताया के क्या क्या कांड करी बैठी हैं वो।
प्राची: हां हां सब रंडियों में फैला देगी के मैं कितनी बड़ी रंडी हूं। उसने तो सब बता दिया होगा फिर।
दिव्या: हां और उस बात पे तो मैं भी नाराज हूं आपसे। मम्मी पापा को तो छोड़ ही दो।
प्राची: तू भी नाराज हैं।
दिव्या: और नही तो क्या मेरी मां के साथ धोखा करा हैं आपने उसको बोल के सब करती तो उसको भी दिल में ये रहता के उसका एक बेटा और बेटी और हैं। पर आपको तो बस अपना सुझा।
प्राची: अच्छा तू तो माफ कर दे मुझे तेरी मां से तो मैं पता नही कैसे ही माफी मांग पाऊंगी।
दिव्या: मुझसे उम्मीद मत रखो। वो दोनो माफ भी कर दे तब भी मैं नही करूंगी।
प्राची: प्लीज जान कर दे माफ। बोल तेरे लिए ऐसा क्या करू के तू मुझे माफ कर दे।
दिव्या: नुपुर को अपने बेटे और बेटी पे पहला हक दो। वो भी उनकी मां हैं। और तुम भी हम लोगो के हिसाब से सेक्स में आ जाओ।
प्राची: चल ठीक हैं पर तू ये बता के मैं हक दे भी दूं दोनो का उसको पर वो दोनो कहा ही ले रहे हैं किसी की।
दिव्या: वो मुझे छोर दो। मैं देख लूंगी उन दोनो को। पर पहले नुपुर उसके लंड पे कूदेगी उसके बाद आप कूदोगी।
प्राची: ठीक हैं मैं तेरी ये बात मान गई पर प्लान क्या हैं।
दिव्या: मेरा प्लान है मैं बिगड़ दूंगी दोनो को। बस आप अभी कुछ मत करना मैं आपके पास आऊंगी तो प्लान पे अमल करेंगे।
प्राची: अच्छा थैंक यू मेरी जान।
दिव्या: हां मैं उन दोनो अच्छे से बिगाड़ूंगी। बस अब मुझे लग रहा उन दोनो से थोड़ी बहुत बात चीत वापस शुरू करनी पड़ेगी।
प्राची: वैसे तुमने इतनी जल्दी कहासे सीख लिया ये सब। मुझे शक हैं तुमपे के तुम कही सब खराब न कर दो।
दिव्या: ओ मैं कुछ नही खराब करूंगी ज्यादा शक वक मत करो। मैने पीछले दो दिन से बस इंसेस्ट स्टोरीज ही पढ़ी हैं तो मुझे पता हैं के कैसे दोनो को बिगड़ना हैं।
प्राची: अच्छा तो मतलब तुम एक सच्ची इंसेस्ट बन गई हो दो दिन में।
दिव्या: हां और नही तो क्या। मां की चूत और बाप का लंड किसी भी बच्चे को बिगड़ सकता हैं। मेरे साथ में तो दोनो ही चीज़े थी।
प्राची इस बात पे हसने लगती हैं और कहती हैं तुम लोग सिर्फ बतियाओगी की कुछ और भी करना हैं। इस पे दिव्या पलक एक दूसरे को आंखों से इशारा करती हैं और पलक प्राची को पीछे से पकड़ लेती हैं वही दिव्या प्राची को kiss करने लगती हैं। अब दिव्या अपने हाथ प्राची के टॉप में घुसा देती हैं वही पलक प्राची की गर्दन को चूमते हुए उसकी चूत में उंगली डाल देती हैं। अब दिव्या प्राची के टॉप को उतार देती हैं और उसकी ब्रा को उतार के फेक देती हैं। अब पलक प्राची के चेहरे को पकड़ लेती हैं और kiss करने लगती हैं दिव्या उसकी चुचियों चूसने लगती हैं। पलक अपने एक हाथ से उसकी चुचियों को मसल रही होती हैं। उधर दिव्या उसकी दूसरी चूची चूसते हुए उसकी चूत को सहला रही होती हैं।
अब इस से प्राची को बहुत मजा आने लगता हैं। ये दिव्या को समझ आ जाता हैं क्युकी प्राची की चूत गीली हो चुकी होती हैं। तो अब वो अपनी उंगली उसकी चूत से हटाके चूसती हैं फिर प्राची के पैरो को उठाके बिस्तर पे रख देती हैं। अब प्राची पलक की गोद में आ जाती हैं और पलक उठके अपनी चूत को प्राची के मुंह पे रख देती हैं और अपनी कमर सीधी कर दिव्या के मुंह के पास पहुंच जाती हैं। वही दिव्या प्राची की टांगो को मोड़ के उसके पैर फैला देती हैं। और वो चूत को देख ही रही होती हैं के पलक का चेहरा उसके पास आ जाता हैं तो वो उसके होंठ चुमके उसको इशारा करती हैं प्राची की चुचियों को मसलने का। अब पलक पूरी सीधी प्राची के ऊपर बैठ जाती हैं और अपने दोनो हाथ उसकी चुचियों पे रख के उसकी निपल्स को मसलने लगती हैं। वही दिव्या उसकी चूत पे भूखे जानवर की तरह टूट पड़ती हैं।
अब थोड़ी देर तक ये चलता हैं फिर पलक भी झुक के दिव्या के साथ प्राची की चूत को चाटने लग जाती हैं। अब प्राची को उन दोनो की चुदाई से पूरा सुख मिल जाता हैं और वो देखते ही देखते झड़ जाती हैं दिव्या के मुंह में जिसको दिव्या पूरा पी जाती हैं और पलक उसकी पूरी चूत चाट के साफ कर देती हैं। अब पलक वापस सीधी बैठ जाती हैं और थोड़ी देर में वो प्राची के मुंह पे अपना पानी निकाल देती हैं।
और फिर पलक और प्राची थक के लेट जाते हैं वही दिव्या प्राची की निपल्स को मसलती रहती हैं दोनो के वापस ताकत आने तक।
 
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