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Adultery भोलीभाली पतिव्रता रुचि चूद गई सहेलियों के बहकावे में

क्या रुचि को अपना पतिव्रत धर्म छोड़ना चाहिए या गैर मर्द के साथ संभोग के लिए आगे बढ़ना चाहिए?


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nehant789

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मेरा मानना है कि हर मर्द की सुंदरता को लेकर अपनी पारीभाषा हैं, किसी को क्या पसंद आता है किसी को क्या, और एक बात सेक्स आंखों की नहीं दिमाग की उपज है जब तक आप किसी सुंदर स्त्री को देखकर उसके बारे में सोचते नहीं है तब तक सेक्स जागता नहीं है, जब उसको देखा और उसके किसी अंग को देखकर उसके बारे में सोचा तभी दिमाग ने शरीर में सेक्स की तरंगे भेजी, तो सेक्स दिमाग में है आंखों में नहीं, इसलिए मैं pic नहीं डालता जिसको जिस तरह की औरत पसंद है वो इस औरत को कहानी की हीरोइन में देखे और मजा ले। दूसरी बात ये सारे pic किसी न कैसी innocent औरत के होते हैं जो net से उठाए जाते हैं उस बेचारी को तो पता भी नहीं होता है कि वो कितने मर्दों को सेक्स toy बन गई है, तो मैं ऐसा पाप नहीं करना चाहता हूं, पाठकगण मुझे क्षमा करें।
bro wo morning actress Hota ha na ki koyi sarif surat Esa nhi karegi
 
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Reactions: archana sexy

mastmast123

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Dost aaj me supportive hu wife ke saath khada hu. Ek vakt tha mai bhi ek khadus pati tha. Dusro ke saath to kya meri wife akele me uske bhai se baat karti thi to bhi muje jealousy hoti thi. Tb wo dono ke bich ek bahan bhai wala innocent rista tha fir bhi mai ek khadus pati tha.

Meri saali aur saale ki shadi hyi aur baad me mera saala aur saadu mere ghar aaye. Ek hapte ruke. Meri wife uske jija ke saath baith ke din aur raat ghanto baat kiya karti thi. Mai sone jaata tha to so nhi paata tha kyo ki meri wife uske jija ke saath der raat tk baate karti thi. Muje pata tha ki jija saali ke bich sex sambandh hote rhte hai. Jb hum akele hote the meri wife aur mere bich is baat ko le ke vaadvivaad bhi hota tha. Tb meri wife gusse se laal ho jaati thi. Kyo ki wo aisi nhi thi. Mai bhi janta tha ki wo aisi nhi hai. Meri wife kahti thi kya mai slut hu ? Kya mai mere jiju se chudwaugi ? Dist vakt vakt ki baat hai. Vakt badalte der nhi lagti. Vakt bhalbhale mard ko badal deta hai kitna bhi khadus kyu na ho. Mai itnackhadus bhi nhi tha
Initially तुरंत शादी के बाद हर मर्द ऐसा ही खडूस होता है लेकिन धीरे धीरे दो तीन साल में उसे समझ आता है कि पत्नी को भी फ्री हैंड देने में उसी की भलाई है, तब तक उसने पत्नी को बहुत भोग लिया होता है अब वो और ज्यादा चाहता है, लेकिन ऐसे पति भी बहुत rare होते हैं सिर्फ तीन या चार प्रतिशत ही, बातें चाहे कितनी चोद लें मुंह से लेकिन बीबी को चुडवाने की बात आए तो पीछे हट जाते हैं slute है उन पतियों को जो पत्नी की सेक्स तमन्ना को रिस्पेक्ट से देखते हैं जैसी उनकी खुद की सेक्स तमन्नाएं हैं उसी तरह उस पत्नी को भी इंसान समझते हैं slut वैश्या या chudel नहीं,,,,, जैसे पति को हक है दूसरी औरत को चोदने का वैसे ही पत्नी को भी हक देना चाहिए हर पति को पत्नी की पसंद के आदमी से चुदाने का, यदि वो समझता है पत्नी की आवश्यकता को वरना 99% मर्द इसे समझेंगे ही नहीं, उनको उनके हाल पर ही छोड़ना चाहिए, वो खुद का ही सुख चाहते हैं बस पत्नी जाए भाड़ में,,,
 

Ragini Ragini

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EPISODE 4
साधना ने ऐसा कहते हुए रुचि का हाथ पकड़ा और उसे गले से लगा कर एक चुम्बन उसके गालों पर कर दिया। रुचि अंदर तक थरथरा गई आज उसके साथ पहली बार किसी औरत ने ऐसा किया था, वो भौचक्की रह गई थी मगर कुछ बोली नहीं और कोई प्रतिरोध भी नहीं किया क्योंकि वो एक औरत की ही बांहों में थी। साधना ने रुचि को जोरों से अपने सीने में भींच लिया दोनों के स्तन आपस में टकराए एक एक चिंगारी दोनों के शरीर में एक साथ सुलगी। साधना मन में सोचने लगी ये रुचि बहु सीधी है आज तक दूसरे मर्द की छाया भी इस पर नहीं पड़ी है, आज अमित ने पहली बार किसी औरत पर क्रश किया है में उससे बहुत प्रेम करती हूं उसकी इच्छा इसके साथ सोने की है मैं समझ सकती हूं मैं उसकी इच्छा जरूर पूरी करूंगी चाहे इसके लिए मुझे इस भोलीभाली पतिव्रता रुचि का पतिव्रत धर्म हो क्यों न तोड़ना पड़े, में इसे धीरे धीरे इतना चुदासी बना दूंगी कि ये खुद ही मुझसे अमित को मंगेगिऔर मेरे ही सामने उसके लंड को चुसेगी और मेरे ही हाथों से मेरे अमित का लंड अपनी कमसिन खूबसूरत पति ले अलावा किसी और से नहीं चूदी चूत में लेगी।
ये सोच कर साधना रुचि के कान में धीरे धीरे बोलती है, रुचि तू कितनी भोली है जवानी सिर्फ एक बार ही आती है हम जैसी हसीन और जवान औरतों के जीवन में, चाहे हम कितना भी खुद को सम्हाले ये शरीर अक्सर बगावत करता है और हम ऐसी चीजें मांगने लगता है जिसे हम होश में कभी सोच ही नहीं सकते हैं, रुचि को साधना की बात में दम लगने लगा, उसके शरीर में भी चिंगारी सुलगी थी उसके शरीर ने भी बगावत की थी मगर उसने दृढ़ता से उसे दबा दिया था, अभी भी उसका शरीर कभी कभी मचल जाता है शरद के रूप को सोचकर, मगर वो खुद को सम्हाल लेती है इस गड्डे में गिरने से, मगर आज साधना ने उसके मन के तारों को छेड़ दिया है वो भी ऐसे बोबे से बोबे मिलाकर वो पहली बार रोमांचित महसूस कर रही थी।
उसने साधना से पूछा अच्छा तूने अब तक कितना मजा किया है जरा ये भी बता, में तो खैर भोली हूं तू तो नहीं है न।
साधना ने सच में अभी तक किसी मर्द से कुछ नहीं किया है कॉलेज के दिनों में भी, लेकिन रुचि को रास्ते पर लाने के लिए उसने झूठ और वो भी मसालेदार बोलने का निर्णय लिया।
साधना बोली ऐसे नही,,,
रुचि फिर कैसे?
साधना ने गले लगे हुए हाय उसके कानों की लौ को धीरे धीरे जबान से टच करते हुए चाटा और नीचे मुंह ले जाते हुए उसकी गोरी और नाजुक गर्दन पर गिला चुम्बन देते हुए चूमने लगी, रुचि के तन बदन में एक आग ने प्रवेश कर लिया, उसे ऐसा होता था मगर इतनी तीव्रता से पहली बार हुआ, वो झटका खा गई और मुंह से निकला हाय ये क्या है साधना, तू ये क्या कर रही है, साधना बोली तेरा तेरे शरीर से परिचय करवा रही हूं ए नादान भोली औरत, तूने अपने सेक्सी शरीर को कितना बियाबान बना रक्खा है इसमें न कोई आग है न ही कोई छोटी सी चिंगारी। इतना खूबसूरत बदन लेकर भी तू साध्वी बनी घूम रही है अगर ये बदन मेरे पास होता तो मैं सच कहती हूं धूम मचा देती धूम और अपनी आग को और भयंकर दावानल में तब्दील कर सारे मर्दों को जलाकर उनका धुंआ उड़ा देती।
रुचि अब बहकने लगी थी, वो कांपती आवाज़ में बोली तू कुछ बताना चाह रही थी वो क्या है।
साधना समझ चुकी थी अब ये खुलने लगी है इसे पूरा खोलना होगा लेकिन सिर्फ मेरे पति के लिए, हे ईश्वर मुझे माफ करना मैं ये पाप सिर्फ अपने जान से भी प्यारे पति की इच्छा पूरी करने के लिए करने जा रही हूं, अब कोई इसे गलत या रुचि जैसी पतिव्रता की भ्रष्ट करने की साजिश कहे तो कहे, में तो अपने पति की एक सच्ची और उसकी इस रुचि को भोगने की तीव्र इच्छा को पूरा करने का प्रयास कर रही हूं, भगवान मुझे माफ करे और जो सजा देगा वो मुझे मंजूर है।

Bye till next narration,,,
Nice update
 

maleeba

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अगर आपने ध्यान दिया हो तो कैटेगरी एडल्टरी है और हीरोइन की चाहत कभी एक खूबसूरत पति की थी और चारों सहेलियों के पति फिल्मी हीरो से कम नहीं है, आगे क्या मोड़ आते हैं अभी कहना जरा मुश्किल है, तभी कहा है wait n watch,,,
और क्या जरूरी है हर कहानी एक ही पैटर्न पर चले, कुछ सीक्रेट्स कहानी के थ्रिल और एक्साइटमेंट को बढ़ाए रखते हैं।
Sahi hai. Kuch alg hoga to hi mja aata hai
 
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