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Erotica मजा पहली होली का ससुराल में

chodumahan

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छुटकी - इस कहानी का सीक्वेल, बस कुछ दिनों में ,

पाठक /पाठिकाओं से अनुरोध है की सीक्वेल का आनंद लेने के लिए इस कहानी का रस एक बार फिर से ले लें तो कथा के सूत्र बने रहेंगे
purane post ko dubara padh raha hoon...
taaki nayi post se taartamy bana kar rakh saku
 
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Milind

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यहा इतने दिनो ने हम गुहार लगा रहे है... भाभीजी शिकवलं लाओ... और आपको और कोनसा रिस्पॉन्स चाहिये भाभीजी.... साये कि तरह साथ चलता हू
 
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chodumahan

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purane post ko dubara padh raha hoon...
taaki nayi post se taartamy bana kar rakh saku
purane post dubara padh liye....
ab naye paatron aur ghatnaao ke sath nayi shuruwaat ki apeksha hai...
shighr ati-shighr post ki pratiksha me...
 

Xxx2524

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छुटकी की प्रतीक्षा में
 

chodumahan

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छुटकी की बेसब्री से प्रतीक्षा में...
 

chodumahan

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छुटकी की याद बहुत सता रही है... और आपकी ससुराल में तो बहुत सारे लोग छुटकी को लेकर प्लान बनाये हुए हैं...
इसलिए समय मिलने पर इस ओर का भी रुख करने का कष्ट करेंगी... तो बहुत कृपा होगी..

दोबारा जो इस कहानी को पढ़ा था वह अब धीरे-धीरे स्मृति से ओझल होता जा रहा है.. बेसब्री से
 
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komaalrani

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छुटकी की याद बहुत सता रही है... और आपकी ससुराल में तो बहुत सारे लोग छुटकी को लेकर प्लान बनाये हुए हैं...
इसलिए समय मिलने पर इस ओर का भी रुख करने का कष्ट करेंगी... तो बहुत कृपा होगी..

दोबारा जो इस कहानी को पढ़ा था वह अब धीरे-धीरे स्मृति से ओझल होता जा रहा है.. बेसब्री से


बस एक बार मोहे रंग दे पर विराम लग जाए,

जोरू के गुलाम को भी मैं एड़ दे रही हूँ , हफ्ते में ७-८ पोस्ट, जिससे कहानी जल्द ही वहां पहुँच जाए जहां छोड़ी थी,

और अभी रीतिकालीन दोहों पर भी लाउंज में मैंने एक थ्रेड शुरू कर दिया है,
 
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chodumahan

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बस एक बार मोहे रंग दे पर विराम लग जाए,

जोरू के गुलाम को भी मैं एड़ दे रही हूँ , हफ्ते में ७-८ पोस्ट, जिससे कहानी जल्द ही वहां पहुँच जाए जहां छोड़ी थी,

और अभी रीतिकालीन दोहों पर भी लाउंज में मैंने एक थ्रेड शुरू कर दिया है,
आपने एक नई आभा और चमक के साथ इसमें (जोरू के गुलाम)काफी प्रसंग जोड़े है...मेरे अनुमान के मुताबिक सौ पृष्ठ से ज्यादा...
लेकिन एक आध पाठक इतने मुखर हों गए जैसे उनकी ही मारी जा रही हो और उनका विरोध लेखक के रचनात्मक कोशिश में अडचन डालता सा लगा तो आपने कुछ प्रसंग पाठक के कल्पना पर छोड़ दिया..(पुराने के मुकाबले) लेकिन आपका प्रयास सराहनीय और तारीफ के काबिल है..
कहानी को उस mod तक और उससे भी आगे ले जाने पर काफी सारे लोग नए एपिसोड से शायद जुड़ने भी लगें,
बेकरारी से प्रतीक्षा में..
 
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