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फिर सतीश उसकी गांड की लाइन पर थोड़ा और नीचे तक अपना फिंगर को ले गया और उसके गांड में फिंगर डाल दिया और नेहा चिहुँक गयी.
लेकिन इतना कुछ होने पर भी नेहा ने कुछ नहीं बोला. फिर सतीश थोड़ा लेफ्ट चुतड पर अपना हाथ घुमाने लगा उसके पेन्टी के अन्दर हाथ डाल कर. जब उसने कुछ नहीं कहा तब सतीश राईट चुतड को भी पेन्टी के अन्दर हाथ डाल कर मसाज करने लगा.
बीच बीच सतीश उसकी चुत को भी टच कर देता था नेहा की चुत एक दम गिली हो गई थी.
सतीश- अब कैसा लग रहा है क्या कुछ आराम हुआ.
नेहा- तुम इतना अच्छा चुतड पर मसाज कर रहे हो इससे थोड़ा आराम मिल रहा है, थोड़ा बाम लगा कर मसाज कर दो.
सतीश- बाम लगाने से पेन्टी में डाग लग जाएंगे.
नेहा : जब तुमने चुतड पे मसाज कर ही दिया है और मौका देख कर तुमने मेरी गांड में भी फिंगर दबा दी है और चुत के वीर्य के भी मजे ले लिये हो तो अब बचा क्या है तुम्हारे सामने, पैंटी को हटा दो उसके बाद अच्छे से मालिश कर दो यार.
सतीश- क्या बोलती हो तुमम, पेन्टी खोल दुं?
नेहा- हाँ खोल दो ना चोंकने की क्या बात है, आराम पहले जरुरी है. मैं खोल दू या तुम खोलेगे मेरी पेन्टी को?
सतीश : जैसा तुम बोलो.
नेहा : चलो तुम ही खोल दो.
नेहा की पेन्टी को सतीश ने अपने दान्त से पकड कर लेफ्ट चुतड के साइड से खीँच दिया. और फिर सतीश उसके चुतड पे किस करने लगा और दान्त गाड़ने लगा.
उतने में वो थोड़ा लेफ्ट राईट हुई तो सतीश राईट साइड के चुतड के साइड से पेन्टी को दान्त से खींच दिया.
अब सतीश के आँखो के सामने दो मस्त मस्त गोल मटोल गोरे गुलाबीचूतड दिख रहे थे और सतीश उसको किस और दान्त काट कर चूतड को लाल कर दिया.
उसके बाद उसके जांघो को किस करने लगा.
अब तो सतीश का लंड गरम लोहे की तरह गर्म हो गया था,
सतीश अब नेहा की चुतड और गांड के छेद को देख कर पागल हो रहा था, सतीशने कई बार अपनी मोम और मोना का भी मसाज किया है चुतड में पर आज नेहा के चूतड देख कर सतीश तो पागल हो रहा था,
लेकिन इतना कुछ होने पर भी नेहा ने कुछ नहीं बोला. फिर सतीश थोड़ा लेफ्ट चुतड पर अपना हाथ घुमाने लगा उसके पेन्टी के अन्दर हाथ डाल कर. जब उसने कुछ नहीं कहा तब सतीश राईट चुतड को भी पेन्टी के अन्दर हाथ डाल कर मसाज करने लगा.
बीच बीच सतीश उसकी चुत को भी टच कर देता था नेहा की चुत एक दम गिली हो गई थी.
सतीश- अब कैसा लग रहा है क्या कुछ आराम हुआ.
नेहा- तुम इतना अच्छा चुतड पर मसाज कर रहे हो इससे थोड़ा आराम मिल रहा है, थोड़ा बाम लगा कर मसाज कर दो.
सतीश- बाम लगाने से पेन्टी में डाग लग जाएंगे.
नेहा : जब तुमने चुतड पे मसाज कर ही दिया है और मौका देख कर तुमने मेरी गांड में भी फिंगर दबा दी है और चुत के वीर्य के भी मजे ले लिये हो तो अब बचा क्या है तुम्हारे सामने, पैंटी को हटा दो उसके बाद अच्छे से मालिश कर दो यार.
सतीश- क्या बोलती हो तुमम, पेन्टी खोल दुं?
नेहा- हाँ खोल दो ना चोंकने की क्या बात है, आराम पहले जरुरी है. मैं खोल दू या तुम खोलेगे मेरी पेन्टी को?
सतीश : जैसा तुम बोलो.
नेहा : चलो तुम ही खोल दो.
नेहा की पेन्टी को सतीश ने अपने दान्त से पकड कर लेफ्ट चुतड के साइड से खीँच दिया. और फिर सतीश उसके चुतड पे किस करने लगा और दान्त गाड़ने लगा.
उतने में वो थोड़ा लेफ्ट राईट हुई तो सतीश राईट साइड के चुतड के साइड से पेन्टी को दान्त से खींच दिया.
अब सतीश के आँखो के सामने दो मस्त मस्त गोल मटोल गोरे गुलाबीचूतड दिख रहे थे और सतीश उसको किस और दान्त काट कर चूतड को लाल कर दिया.
उसके बाद उसके जांघो को किस करने लगा.
अब तो सतीश का लंड गरम लोहे की तरह गर्म हो गया था,
सतीश अब नेहा की चुतड और गांड के छेद को देख कर पागल हो रहा था, सतीशने कई बार अपनी मोम और मोना का भी मसाज किया है चुतड में पर आज नेहा के चूतड देख कर सतीश तो पागल हो रहा था,
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